24 दिसंबर भाजपा व अमित शाह के खिलाफ बसपा का धरना प्रदर्शन

गोरखपुर- भीम राव अंबेडकर पर दिए गए अमित शाह के बयान पर सियासत तेज है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने बीजेपी और अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस क्रम में बहुजन समाज पार्टी जनपद गोरखपुर के तत्वाधान में पर अति आवश्यक जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई। जिसमें 24 दिसंबर को को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया गया।
            
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ विजय प्रताप ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी भगवान की तरह पूजनीय है उनका अमित शाह द्वारा किया गया अनादर लोगों के दिल को आहत पहुंचाया है। ऐसे महापुरुष को लेकर संसद में कह गए अपशब्दों से पूरे देश में सर्वसमाज के लोग काफी उद्बिलित,आक्रोषित व आंदोलित हैं हमारी नेता आदरणीय बहन मायावती ने इस क्रम में उनके बयान वापस लेने व पश्चाताप करने की मांग की थी जिस पर अभी तक कोई अमल नहीं किया गया है। इसलिए अब बहन जी के निर्देश पर 24 दिसंबर को को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया गया है। उसी क्रम में दिनांक 24 को बहुजन समाज पार्टी जनपद गोरखपुर जिला यूनिट द्वारा पूर्णतया शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
   
अध्यक्षता करते हुए सुधीर भारती ने कहा बहुजन समाज पार्टी बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने सर्व समाज के हित में अपना पूरा जीवन समर्पित करके भारत को बेहतर संविधान देने का काम किया है ऐसे में इतनी महान महामानव का अपमान बहुजन समाज पार्टी कतई बर्दाश्त करने वाली नहीं है 24 दिसंबर को बहुजन समाज पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता गांव-गांव गली गली से निकलकर जिला मुख्यालय पर इकट्ठा होकर के भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह को करारा जवाब देने का काम करेगा।

जिला अध्यक्ष श्री ऋषि कपूर ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता आक्रोषित है बहुजन समाज के महापुरुषों का अपमान हम बिल्कुल बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं भाजपा नेताओं की भाषा शैली बिल्कुल ही असंवैधानिक है श्री अमित शाह को माफी मांग कर  इस्तीफा देना ही होगा।
     
कार्यक्रम से मुख्य रूप से अमित चंद्र गौतम  घनश्याम रही राजेंद्र कुमार हरि प्रकाश निषाद गनेश्वर बाबू नरेंद्र तबारक हुसैन इंजीनियर अमरीश कुमार रमेश कुमार गौतम कमलेश कुमार हरिलाल फौजी भवनाथ राय ओम नारायण पांडे कोदई यादव दीपू भारती जयकार प्रसाद सुशील भारती राममिलन निराला हरिश्चंद्र गौतम राजीव गुप्ता तबारक हुसैन दूधनाथ रामनाथ चौहान महानंद गौतम जय श्री प्रसाद राकेश नीरज जोखू राजभर सुनील भारती गिरीश चंद शैलेंद्र भारती एजाज अहमद सुमित सैकड़ो कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे।
गोरखपुर में एक साल में 94 फीसदी लोग हुए टीबी मुक्त

गोरखपुर- टीबी का उपचार शुरू होने के तीन से चार सप्ताह बाद उसके संक्रमण की आशंका समाप्त हो जाती है, लेकिन गैर उपचारित अवस्था में टीबी का संक्रमण निकट सम्पर्कियों में हो सकता है। यही वजह है कि जिन घरों में टीबी के मरीज निकल रहे हैं उनमें मरीजों को निकट सम्पर्कियों की भी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद जिन निकट सम्पर्कियों में टीबी की बीमारी निकलती है उनकी दवा शुरू की जाती है। जिन निकट सम्पर्कियों में इस बीमारी की पुष्टि नहीं होती है उन्हें भी छह माह तक टीबी से बचाव की दवा खिलाई जाती है। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने बताया कि जिले में छह वर्ष से अधिक आयु के 34011 लोगों और छह वर्ष तक के 3593 बच्चों को यह दवा खिलाई जा रही है। साथ ही 441 एचआईवी मरीजों को भी यह दवा खिलाई जा रही है।

डीटीओ ने बताया कि जिले में ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी के 390 और ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी के 9827 मरीज उपचाराधीन हैं। टीबी का जब भी कोई नया मरीज मिलता है तो उसके निकट सम्पर्की की भी टीबी जांच अनिवार्य तौर पर कराई जाती है। जांच के बाद टीबी न निकलने पर भी बचाव की दवा आवश्यक तौर पर खिलाई जाती है। एचआईवी मरीज में टीबी की आशंका अधिक होती है इसलिए नया एचआईवी मरीज मिलने पर उसको भी छह माह तक टीबी से बचाव की दवा खाना अनिवार्य है।

डॉ यादव ने बताया कि अगर दो सप्ताह तक लगातार खांसी आए, सीने में दर्द हो, सांस फूल रही हो, तेजी से वजन घट रहा हो, बलगम में खून आता हो और रात में पसीने के साथ बुखार होता हो तो यह टीबी भी हो सकती है। इन लक्षणों के दिखने पर टीबी की जांच जरूर कराई जानी चाहिए। समय से जांच और उपचार न होने पर एक टीबी मरीज दस से बारह लोगों को संक्रमित कर सकता है, जबकि उपचाराधीन मरीज से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।

94 फीसदी लोग हुए स्वस्थ
डीटीओ ने बताया कि टीबी का सम्पूर्ण उपचार ले कर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। जिले में पिछले वर्ष उपचार सफतला दर 94 फीसदी रही है। अगर मरीज नियमित दवा का सेवन करें तो वह जल्दी ठीक हो जाएंगे। बीच में दवा बंद करने से डीएस टीबी के डीआर टीबी में बदलने की आशंका बढ़ जाती है और ऐसे मरीजों का उपचार जटिल होता है।
कौन बनेगा मंडल अध्यक्ष? चर्चाओं का बाजार गर्म

गोरखपुर- भारतीय जनता पार्टी संगठन में मंडल अध्यक्षों के पद हेतु नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। साथ ही जल्द ही प्रदेश नेतृत्व के द्वारा मंडल अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके नाम घोषित कर दिए जाएंगे। किंतु इस बीच कौन बनेगा मंडल अध्यक्ष इसे लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं, समर्थकों और स्थानीय लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है। चौक चौराहों पर लोग इस बात का कयास लगा रहे हैं कि इस बार मंडल अध्यक्ष कौन बनेगा, बीते दिनों इलाके के उनवल, खजनी, महदेवां बाजार, माल्हनपार और बेलघाट मंडल अध्यक्ष पद के लिए नामांकन हुए तथा प्रत्याशियों की सूची जिले पर पहुंच गई है।

स्थानीय लोगों में पूर्वांचल व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष दीनानाथ मोदनवाल ने बताया कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है, साथ ही केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है स्थानीय मंडल अध्यक्षों को पार्टी के सभी कार्यक्रमों में सम्मान सहित शामिल होने और पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर मिलता है।

आशीष वर्मा ने बताया कि भाजपा मंडल अध्यक्षों को भरपूर सामाजिक सम्मान मिलता है।इसी प्रकार मनोज पटवा, संजय, राजू, नवीन आदि ने बताया कि इस बार कौन मंडल अध्यक्ष बनेगा सभी लोग बेसब्री से इसकी प्रतिक्षा कर रहे हैं। इस संदर्भ में भाजपा के जिले के पदाधिकारियों ने बताया कि शनिवार या रविवार तक मंडल अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।
मारपीट में युवक की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

खजनी गोरखपुर।उरुवां थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव के निवासी एक युवक की पतिसा गांव के मोड़ पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने पतिसा गांव के कुछ युवकों पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


मिली जानकारी के अनुसार  विशुनपुरा गांव निवासी शशि कपूर पुत्र ब्रह्मानंद 25 वर्ष अपने भाई श्रीकांत और भतीजे अजय के साथ बाइक से घर जा रहा था। रास्ते में पतिसा गांव के पास मोड़ पर उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
थानाध्यक्ष विकास नाथ ने बताया कि मृतक बौना था वह इलाज के लिए अपने भाई के साथ गया था। वापस लौटने पर पतिसा गांव के कुछ युवकों से बरला तुर्कवलियां जाने रास्ते में बौने की हूटिंग को लेकर विवाद और मारपीट हो गई थी।

युवक की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा। मामले में देर रात तक एसपी देहात और सीओ गोला उरूवां थाने पर मौजूद रहे।
मुक्ति कभी अकेले नहीं मिलती : प्रोफेसर पूनम टंडन

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के केंद्रीय ग्रंथालय द्वारा आयोजित मिशन शक्ति के जागरूकता अभियान की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि मुक्ति कभी अकेले की नहीं होती. मुक्ति सदैव सामूहिक मिलती है।


इतिहास गवाह है कि जब भी हम मिलकर लड़े हैं तो बड़ी से बड़ी नकारात्मक शक्तियों को भी विफल किया है. जंग-ए-आजादी इसका सबसे खूबसूरत उदाहरण है. रावण पर राम की विजय भी समूह की शक्ति और विश्वास का द्योतक है. स्त्री पुरुष संबंधों में भी 'मैं' से 'पर' की यात्रा  से ही उनका जयघोष होता है. अकेले स्त्री या पुरुष की मुक्ति संभव नहीं. दोनों को अपनी मुक्ति के लिए सामूहिक चेतना का विकास करना होगा. तभी सच्चे अर्थों में समाज में मानवीय तंत्र सजीव हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि जहां तक बच्चियों के विकास की बात है तो समाज उनका चतुर्दिक सहयोग कर रहा है. जरूरत है तो बच्चियों के स्वयं के समर्पण की. समाज को दहेज और घरेलू हिंसा पर जीरो टॉलरेंस की रणनीति अख्तियार करने की जरूरत है।

मुख्य अतिथि प्रतिकुलपति प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी ने अपने संबोधन में कहा कि जिस समाज में नारी को देवी का दर्जा दिया गया हो वहां यह विचारणीय है कि उनकी दुर्दशा क्यों हो रही है! हमें मिलकर यह प्रयास करना होगा मिशन शक्ति जैसे अभियान की आवश्यकता को समाप्त किया जा सके. यह तभी संभव होगा जब स्त्रियां पूर्णरूपेण सशक्त, स्वावलंबी एवं विकसित हो सकेंगी।

विशिष्ट अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अनुभूति दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि जननी सुरक्षा योजना, कन्या सुमंगला योजना समेत सरकार की तमाम योजनाएं महिलाओं के जीवन को सहज बना रही हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मशाल की तरह से हैं जो अपने परिवेश को स्त्रियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं स्वावलंबन के संदर्भ में सशक्त कर सकते हैं.

इस कार्यक्रम में स्वागत वक्तव्य ग्रंथालयी डॉक्टर विभाष कुमार मिश्र ने दिया. इसके साथ ही उन्होंने आभार भी प्रकट किया. मिशन शक्ति फेज 5 की नोडल अधिकारी प्रोफेसर विनीता पाठक ने कार्यक्रम की क्रमशः सफलता पर हर्ष प्रकट किया. कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सूर्यकांत त्रिपाठी ने किया. इस अवसर पर गुरु गोरक्षनाथ शोधपीठ के निदेशक डॉ कुशल नाथ मिश्र, प्रोफेसर उपेंद्र नाथ त्रिपाठी, प्रोफेसर मनीष मिश्रा, डॉ मनीष पाण्डेय, डॉ मनोज कुमार द्विवेदी, एसएन पांडेय, योगेंद्र यादव एवं सीमा प्रयाग चौधरी समेत विभिन्न विभागों के विद्यार्थी भी मौजूद रहे।
चिल्लूपार विधायक ने खीच दी नई लकीर -डा. संजय निषाद


गोरखपुर ।सरयू अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न प्रतिभाओ का हुआ सम्मान बड़हलगंज स्थित मुक्तिपथ पर आयोजित सरयू अमृत महोत्सव कार्यक्रम मे कुश्ती प्रतियोगिता मे चिल्लूपार केशरी रमन सिंह, चिल्लूपार कुमार शिवम यादव व वीर अभिमन्यु जितेंद्र यादव, क्रिकेट मे महिला वर्ग में स्टार इलेवन एकेडेमी बड़हलगंज प्रथम व गोला की टीम द्वितीय तथा बालक वर्ग मे महाबीर विद्यापीठ मझवलिया प्रथम व प्लेटिनम क्लासेज बडहलगंज द्वितीय, कबड्डी बालक वर्ग मे मिनी ग्रामीण स्टेडियम प्रथम व नेशनल इंटर कालेज द्वितीय, भाला फेक मे राजन शर्मा प्रथम व अमन यादव द्वितीय, महिला वर्ग मे रोशनी प्रथम चांदनी साहनी द्वितीय, लघु मैराथन बालक वर्ग मे सूर्यभान प्रथम व शिवम द्वितीय, बालिका वर्ग मे मधुबाला प्रथम व पूजा मोदनवाल द्वितीय आदि को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।


इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता नित्यानंद मिश्रा भाजपा नेता अनिल भट्ट,आनंद चंद विद्यासागर पांडे सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।
खजनी के चौतरवां गांव में चोरों ने घर खंगाला, विरोध कर रही महिला की पिटाई

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के चौतरवां गांव में बीती रात घर में घुसे अज्ञात चोरों ने पूरा घर खंगाल डाला खटपट की आवाज सुनकर बरामदे में सो रही अधेड़ महिला जाग गई।

चोरों ने महिला से घर के सेफ (लाॅकर) की चाभी मांगी किंतु महिला ने बताया कि चाभी उसके पास नहीं है जिसपर चोरों ने महिला को मारपीट कर घायल कर दिया और उसके कान में पहने हुए सोने के टाॅप्स जबरन नोंच ले गए।

मिली जानकारी के अनुसार चौतरवां गांव के निवासी स्वर्गीय जगमोहन की पत्नी दुर्गावती घटना के दौरान घर में अकेली थीं। उनकी बहू बड़े बेटे अनिल की पत्नी अपने मायके गई हुई थीं। बताया गया कि बड़ा बेटा अनिल 30 वर्ष और सूरज 22 वर्ष जयपुर में रह कर मेहनत मजदूरी करते हैं।

गांव में महिला अपनी बहू और अपनी बेटी के लड़के के साथ रहती है। बीती रात लगभग 12-1 बजे के दौरान घर में घुसे अज्ञात चोरों के खटपट की आवाज सुनकर महिला जाग गई, पहले उसे लगा कि उसका नाती घर में आया है लेकिन पूरा घर खंगाल चुके चोरों ने महिला से सेफ की चाभी मांगी विरोध करने पर मारपीट कर कान में पहने जेवर खींच कर भाग निकले। महिला के शोर मचाने पर आसपास के लोग आ गए। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। घटना से भयभीत महिला गहनों और कीमती सामानों की चोरी का ब्यौरा नहीं दे पाई।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है, मौके पर पहुंचे एसपी साउथ जितेंद्र कुमार थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने पुलिस टीम डाॅग स्क्वायड, फारेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। खजनी पुलिस ने पीड़ित महिला के भतीजे सुनील साहनी की तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 485/2024 के तहत बीएनएस की धाराओं 331(4), 305, 351(2) में चोरी मारपीट के आरोप में अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

इस संदर्भ में एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया कि टीम लगा दी गई है, घटना का जल्द ही पर्दाफाश कर लिया जाएगा।
पीएचसी में कैंप लगाकर 30 महिलाओं की नसबंदी की गई

खजनी गोरखपुर।पीएचसी में गुरुवार को आयोजित मुफ्त नसबंदी शिविर में 31 महिलाओं की नसबंदी के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया, जिनमें से 30 महिलाओं की सफलता पूर्वक नसबंदी की गई।

पीएचसी के एमओआईसी डॉक्टर प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि 31 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया गया था, किंतु किसी कारणवश एक महिला नहीं आ सकी शेष सभी 30 महिलाओं की नसबंदी सफलता पूर्वक जिले से आए सर्जन डॉ धनंजय के द्वारा की गई।

नसबंदी में गांवों की आशाओं एवं पीएचसी के चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टॉफ का सहयोग रहा।

*संदिग्ध परिस्थितियों में मनोरोगी युवक ने फंदा लगाकर जान दी*

खजनी गोरखपुर।।

तहसील क्षेत्र अंतर्गत बांसगांव थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव के निवासी सुरेंद्र सिंह के पुत्र मोहन सिंह उम्र लगभग 34 वर्ष ने घर के कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। परिवार के लोग सहजनवां में अपना निजी मकान बना कर वहीं रहते थे।बताया गया कि मोहन सिंह बिजली का काम करते थे, दो भाईयों में बड़े थे तथा गीडा की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। वे क्रमश: 6 वर्ष और 2 वर्ष की दो बेटियों के पिता थे। मानसिक स्थिति ठीक न रहने के कारण पिछले कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था। आज अपराह्न अपनी ड्यूटी से लौट कर घर आए उनकी पत्नी छत पर कोई काम कर रही थीं नीचे आने पर कमरे में फंदे से लटका देख कर बदहवास हो कर परिवार के लोगों को सूचना दी फंदे से उतार कर मोहन सिंह को अस्पताल ले जाया गया किन्तु रास्ते में ही उनकी मौत हो चुकी थी।

बिजली का अच्छा कारीगर होने के कारण पैतृक गांव गोपालपुर और आसपास के गांवों के लोग मोहन सिंह को अच्छी तरह से जानते थे और बिजली से संबंधित काम करने के लिए उन्हें बुलाया करते थे। परिवार का बड़ा बेटा होने के कारण मोहन सिंह के आकस्मिक निधन पर परिवार के सदस्यों का रो कर बुरा हाल है।

पुरुष फुटबाल प्रतियोगिता में सहारा एफ सी एवं केरला पुलिस नें अपने-अपने जीते मैच

गोरखपुर। खेल निदेशालय उ0प्र0 एवं क्षेत्रीय खेल कार्यालय, गोरखपुर के तत्वावधान में दिनांक 17 से 24 दिसम्बर तक अखिल भारतीय प्राइजमनी पुरुष फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन रीजनल स्पोर्टस स्टेडियम गोरखपुर में किया जा रहा है जिसमें देश की 12 सर्वश्रेष्ठ टीमें प्रतिभाग कर रही है। आज दिनांक 19 दिसम्बर 2024 को प्रथम मैच सहारा एफ सी बनाम पंजाब पुलिस के मध्य खेला गया तथा इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में प्रवीण कुमार सिंह, मुख्य कोषाधिकारी गोरखपुर एवं विशिष्ट अतिथि डॉ0 अमिल हयात खान, मनोचिकित्सक गोरखपुर उपस्थित थें।

सर्वप्रथम मुख्य अतिथि को धर्मवीर सिंह एवं आजाद सिंह उप क्रीड़ाधिकारी गोरखपुर नें बैच लगाकर एवं बुके, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह भेट कर उनका स्वागत किया तद्उपरान्त मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि नें खिलाड़ियों एवं आफिसियल्स से परिचय प्राप्त कर मैच प्रारम्भ कराया। इस अवसर पर अतिथि के रुप में मो0 हमजा सचिव जिला फुटबाल संघ, विशाल, राजेन्द्र सिंह राजू, अमित कन्नौजिया, विजय पाल एवं अन्य उपस्थित थें। मैच के प्रथम हॉफ के शुरूआत से दोनो टीमों के खिलाड़ियों नें बेहतर तालमेल का प्रदर्शन किया तथा प्रथम हॉफ के अन्तिम क्षणों में पंजाब पुलिस के खिलाड़ियों नें अक्रामक शैली अपनाई जिसके फलस्वरुप खेल के 32वें मिनट में जसप्रीत सिंह नें दर्शनीय गोल कर पंजाब पुलिस टीम की बढ़त दिलायी परन्तु द्वितीय हॉफ का खेल शुरू होते ही सहारा एफ सी के खिलाड़ियों द्वारा आक्रमण तेज कर दिया तथा मैच के 72वें मिनट में सहारा एफ सी के तेजतर्रार स्ट्राइकर हिमांशू नें मैदानी गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। दोबारा 94वें मिनट में हिमांशू ने एक और गोल कर सहारा एफ सी को बढ़त दिला दी सहारा एफ सी की टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही जिसके परिणाम स्वरुप खेल के 97वें मिनट में सहारा एफ सी के बुध्द देव नें एक और गोल कर बढ़त को 03-01 कर दिया। पंजाब पुलिस पिछड़नें के बाद आक्रमण तेज कर दिया परन्तु गोल नही कर सकी और सहारा एफ सी नें पंजाब पुलिस को 03-01 गोल के अन्तर से पराजित किया।

द्वितीय मैच केरला पुलिस बनाम उत्तराखण्ड एकादश के मध्य खेला गया तथा इस अवसर पर मुख्य अतिथि मारकंडेय सिंह जिला कमांडेंट होमगार्ड गोरखपुर उपस्थित थें तथा मैच से पूर्व मुख्य अतिथि नें खिलाड़ियों एवं आफिसियल्स से परिचय प्राप्त कर मैच प्रारम्भ कराया। मैच के प्रथम हॉफ से ही दोनो टीमों नें सराहनीय खेल का प्रदर्शन किया परन्तु केरला पुलिस की खिलाड़ियों नें अनुभव का फायदा उठाते हुए 20वे मिनट में बेवल नें हेड गोल कर केरला पुलिस को बढ़त दिला दी प्रथम हॉफ के समाप्ति तक स्कोर 01-0 रहा। दूसरे हॉफ के खेल में केरला पुलिस की खिलाड़ियों नें बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया जिसके परिणाम स्वरुप खेल के 62वें मिनट में गोकुल नें केरला पुलिस की तरफ से एक और गोल कर बढ़त 02-0 कर दिया। उत्तराखण्ड एकादश के खिलाड़ियों नें भी गोल करने के कई मौके बनाए परन्तु केरला पुलिस के खिलाड़ियों नें उत्तराखण्ड के प्रयासों को विफल कर दिया और केरला पुलिस नें उत्तराखण्ड एकादश को 02-0 गोल के अन्तर से पराजित किया।इस मैच में निर्णायक की भूमिका कमलेश पाण्डेय, देवजीत सिंह यादव, शशि मोहन मिश्रा, रमेश चन्द्र जायसवाल, मनोज तिवारी, अजय यादव, नित्या सरदार, मेहरुद्दीन, महेश चन्दर, हाजी मुनव्वर अली आदि ने निभायी।