अंबेडकर पर गृह मंत्री शाह से माफी मांगने पर अड़ी कांग्रेस को सीएम साय के सलाहकार पंकज झा ने दिखाया आइना

रायपुर-  आप में से कितनों को पता है कि कांग्रेस सरकार के समय एनसीईआरटी के पाठ्य पुस्तकों में कांग्रेस सरकार ने एक कार्टून प्रकाशित कराया था, जिसमें बाबा साहेब अंबेडकर को जवाहर लाल नेहरू कोड़े मार रहे थे. उस समय विभागीय मंत्री कपिल सिब्बल थे, और एनसीईआरटी के सलाहकार योगेन्द्र यादव थे. यह जानकारी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दी है.

संसद में गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर से जुड़े बयान पर कांग्रेस के माफी मांगे जाने के बीच मुख्यमंत्री साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने इस मुद्दे पर नई जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है. उन्होंने कहा कि नेहरू द्वारा बाबा साहेब का जीते जी लगातार अपमान करने, मंत्रिमंडल से निकल जाने पर मजबूर करने आदि की बात तो इतिहास है ही, यह भी कांग्रेस का एक काला अध्याय है, जिसमें बच्चों को ऐसी भद्दी चीजें पढ़ायी गयी थी.

ऐसी जब आप बाबा साहेब के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है, तब कांग्रेस के ऐसे कुकृत्यों को याद रखा जाना चाहिये. ने पंचतीर्थ समेत अनेक ऐसे कार्य किए जिससे बाबा साहेब के स्मृति को उचित सम्मान मिला ही, उन्होंने लगातार वे तमाम कार्य किए जिससे वंचितों के उत्थान हेतु बाबा साहेब के देखे सपनों को साकार कर के उन्हें असली श्रद्धांजलि दी.

खुद-खुद को अंधों की रेबड़ी जैसा भारत रत्न दे-दे कर संविधान निर्माता को कोई सम्मान तक नहीं देने वाले गमले में पले लोग जब आज घड़ियाली आसूँ बहा रही है, तक कांग्रेस जैसी पार्टी के लिए कोई भी निकृष्ट शब्द कम ही पड़ेंगे! पुनश्च : वह कार्टून अपने पास है लेकिन लगा नहीं सकता. जो कार्टून कांग्रेस बच्चों को पढ़ा/दिखा रही थी, उसे हम यहां भी पोस्ट करना उचित नहीं समझ रहा. सोचिए जरा.

नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी किया अनुकंपा नियुक्ति का आदेश, 353 लोगों को मिलेगी नौकरी
रायपुर-   सालों से लंबित अनुकंपा नियुक्ति के 353 प्रकरणों को उप मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी है. इन लोगों को नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद, नगर पंचायत में भृत्य, सफाईकर्मी, चौकीदार, माली, वाहन चालक, और तृतीय श्रेणी अन्य पदों पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी. इसका आदेश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्रालय ने जारी किया है.
कटोरा तालाब में आयोजित 'खुशहाल एक साल’ इवेंट में युवाओं का दिखा उत्साह

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार की टैगलाइन , उनका गृह ग्राम और विधानसभा क्षेत्र ,महतारी वंदन योजना की पात्रता और मिलने वाली राशि , छत्तीसगढ़ी में सब्जी - भाजी , फलों के नाम , यहाँ बोले जाने वाली बोली और भाषा , विमान सेवाओं की रीजनल कनेक्टिविटी, यह ऐसे सवाल थे जो युवाओं के बीच खुशहाल एक साल इवेंट आयोजन के दौरान चर्चा का विषय रहे. छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा खुशहाल एक साल नामक इवेंट का तीसरा सफल आयोजन कटोरा तालाब के उद्यान में किया गया । यहाँ उद्यान में भ्रमण करने आए युवा और बच्चों ने जब खुशहाल एक साल इवेंट में भाग लिया तो सरकार की उपलब्धियों को तो जाना ही, उससे जुड़े प्रश्नों का उत्तर भी उत्साहपूर्वक दिया । इसके एवज में उन्हें उद्यान के ही रेस्टोरेंट्स के गिफ्ट वाउचर और बिहान के आकर्षक सामान उपहार स्वरूप मिले । खुशहाल एक साल इवेंट के ज़रिए छत्तीसगढ़ सरकार की पिछले एक साल की उपलब्धियों और योजनाओं को युवाओं के मध्य पहुंचाया जा रहा है। मनोरंजन ,खेल , क्विज के माध्यम से लोगों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। सही उत्तर देने पर उन्हें आकर्षक गिफ्ट वाउचर्स , उपहार भी दिए जा रहे हैं ।

खुशहाल एक साल इवेंट के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए जनसंपर्क विभाग द्वारा आज 19 दिसंबर गुरुवार की शाम साढ़े छह बजे से साइंस कॉलेज के सामने स्थित चौपाटी में चौथा आयोजन किया जाएगा.

रायपुर नगर निगम में हुआ वार्डों का आरक्षण, जानिए किन वार्डों में महिलाओं को मिला मौका…

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के रायपुर-बलौदाबाजार समेत कई जिलों में नगरीय निकाय चुनाव 2024-25 के लिए तैयारियां शुरू हो गई है. राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में रायपुर के 70 वार्डों के लिए आरक्षण सूची जारी हो गई है. प्रक्रिया का उद्देश्य आगामी चुनावों में सभी वर्गों का समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है.

देखें लिस्ट:

वहीं कलेक्ट्रेट कार्यालय सभा कक्ष में वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आरक्षण प्रक्रिया जारी है.

जिले के विभिन्न नगरीय निकायों, नगरपालिका बलौदाबाजार, भाटापारा, नगर पंचायत सिमगा, कसडोल, टुंडरा, लवन और पलारी के वार्डों का आरक्षण किया जाएगा, जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, सामान्य और महिलाओं के लिए वार्डों का आरक्षण तय किया जाएगा.

सट्टेबाजी का सरगना और एजेंट गिरफ्तार, हर महीने सैलरी देकर चलाते थे अवैध कारोबार, ऐसे हुआ खुलासा

बिलासपुर-  बिलासपुर पुलिस ने शहर के सट्टा कारोबारी पर शिकंजा कसा है. पुलिस ने सट्टा किंग दिनेश टेकवानी और एक एजेंट को गिरफ्तार किया है. टेकवानी अपने अवैध कारोबार को चलने के लिए बाकायदा सैलरी पर एजेंट रखकर काम कर रहा था. मुखबिर से मिली सूचना के बाद एजेंट को धरदबोचा है. वहीं उसके पास से लैपटॉप, पांच मोबाइल फोन, लाखों रुपए की सट्टा पट्टी जब्त की है.

एसपी रजनेश सिंह के निर्देश के बाद लगातार सट्टेबाजी के सरगना को पकड़ने के लिए कार्रवाई की जा रही थी. तोरवा थाना पुलिस ने अनिल गंगवानी से पूछताछ में पता चला कि वह दिनेश टेकवानी के लिए सट्टा लिखता है. इसके लिए दिनेश उसे प्रति 20 हजार रुपए सैलरी देता है. जिसके बाद पुलिस ने स्वर्ण जयंती नगर स्थित पत्रकार कॉलोनी निवासी दिनेश टेकवानी (59) पिता लक्ष्मणदास टेकवानी को भी पकड़ लिया.

दोनों आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की धारा 112 और 6 क ,6 ख , 7(1), 7(2) छ.ग. जुआ प्रतिषेध अधिनियम के तहत प्रकर्रण दर्ज किया गया है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया शुभारंभ

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर आज शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि आज छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है।रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर विमान सेवा का शुभारंभ हमारे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार का प्रतीक है। इस सेवा का आरंभिक किराया मात्र 999 रुपये है, जो यह सुनिश्चित करता है कि आम जनता भी हवाई यात्रा का लाभ उठा सके।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में जो परिवर्तन आया है, उसका यह एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा और आज वह सपना साकार हो रहा है। सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने 80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर के एयरपोर्ट का विकास किया है। माँ महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर को थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है । यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी काम जारी है।हमारे छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरें, और इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां, और एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात जैसे स्थलों तक अब देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही, एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा। हमारी सरकार ने नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स जैसे उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन दिया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो रहे हैं। हमारी कोशिश है कि अगले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ को विमानन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नया साल आने वाला है, और मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि इस नई विमान सेवा का लाभ उठाएं और सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें। फ्लाई बिग चार्टर कंपनी 19-सीटर ट्विन औटर विमानों के माध्यम से इन शहरों के लिए सेवाएं देगी।

विमान टेकऑफ़ को वाटर सेल्यूट दिया गया। आज प्रारंभ हुई विमान सेवा के पहले यात्री के रूप में सांसद चिंतामणि महाराज सपत्नीक सवार हुए, जिनको मुख्यमंत्री श्री साय ने बोर्डिंग पास देकर कहा कि आज आपने इतिहास बना दिया। आप इस रूट के पहले यात्री है, आपको शुभकामनाएं। इस अवसर विधायक राजेश अग्रवाल, प्रबोध मिंज, रामकुमार टोप्पो, मुख्यमंत्री के सचिव बसवराजु, संचालक विमानन विभाग संजीव झा, फ्लाई बिग कंपनी के सीएमडी संजय मांडविया उपस्थित थे।

आज और कल वर्षा की आशंका, ठंड में आएगी कमी

रायपुर-  प्रदेश के लोगों को ठंड से राहत मिल रही है. बीते दो दिनों में प्रदेश का न्यूनतम औसत तापमान चार से पांच डिग्री तक बढ़ गया है. यही नहीं अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में और वृद्धि हो सकती है. 

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है. इसके बाद कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, दो मौसमी तंत्र के प्रभाव से प्रदेश हवा की दिशा में परिवर्तन हो सकता है. सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री दंतेवाडा में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री अंबिकापुर में दर्ज किया गया.

बना हुआ है सिस्टम

दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना सुस्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र तथा इससे सम्बद्ध ऊपरी चक्रवाती परिसंचरण, औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है. अगले 24 घंटों के दौरान इस सिस्टम के उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके बाद, अगले 24 घंटों में इसके आंध्र प्रदेश तट के साथ उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है. एक पश्चिमी विक्षोभ निचले और मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका के रूप में बना हुआ है.

दो दिन बारिश के आसार

19 दिसंबर से 20 दिसंबर को बस्तर संभाग और उससे लगे जिलों में, रायपुर संभाग के जिले, उड़ीसा से लगे बिलासपुर संभाग के जिले (सारंगढ़, रायगढ़, सक्ती, जांजगीर, कोरबा और उससे लगे सरगुजा संभाग के जिलों में) हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : अस्पतालों में फायर सेफ्टी का उठा मुद्दा

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदस्यों ने अस्पतालों में फायर सेफ्टी का मुद्दा उठाया. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि वर्तमान में फ़ायरसेफ्टी सिस्टम का ऑडिट चल रही है. सरकार ने हर जिले में जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल का आज एक साल पूरा होने पर सदस्यों ने उन्हें बधाई दी है. इसके बाद भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने सवाल किया कि प्रदेश में कितने सरकारी और प्राइवेट अस्पताल है. इन अस्पतालों में फायर सेफ्टी सिस्टम के क्या प्रावधान है. फायर सेफ्टी सिस्टम का आडिट कब-कब हुआ. जिन अस्पतालों में फायर सिस्टम अपडेट नहीं है, या सिस्टम नहीं है, उन पर क्या कार्रवाई हुई?

जवाब में स्वास्थ्य मंत्री श्याम विहारी जैसवाल ने सदन को बताया कि प्रदेश में 1129 प्राइवेट अस्पताल हैं. सरकारी अस्पतालों के पंजीकरण का कोई प्रावधान नहीं है. छत्तीसगढ़ सरकार की 29 नवंबर 2022 की अधिसूचना के अनुसार, 30 से अधिक बिस्तर वाले और क्रिटिकल केयर यूनिट वाले अस्पतालों को फायर सेफ्टी प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है. जिन अस्पतालों में फायर सेफ्टी सिस्टम नहीं है, उनके लायसेंस सस्पेंड और निरस्तीकरण के साथ जुर्माने का भी प्रावधान है.

राजेश मूणत ने अधूरे पड़े हमर क्लिनिक का मामला उठाया. इस पर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने बताया कि स्वास्थ्य विस्तार के लिए ‘हमर अस्पताल, हमर क्लिनिक’ योजना चलाई गई. 15वें वित्त आयोग ने 38 करोड़ से ज्यादा विभाग को भेजा है. वित्त विभाग ने विलंब किया, जिसके बाद राशि नहीं भेजी गई. इस पर जुर्माना भी लगाया है. जुर्माना नहीं पटाने तक अगली राशि नहीं मिलेगी.

मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस बार बजट में यह राशि रखी गयी है, दूसरी-तीसरी किस्त इसके बाद आ जाएगी. वहीं मूणत की हमर क्लिनिक में राज्य सरकार की क्या भूमिका है, कितने ड्रा होने चाहिए वाले सवाल पर मंत्री ने बताया कि हमर क्लिनिक में पांच मानव संसाधन होते हैं, जहां पूरा सेटअप होता है, वहां संचालित हो रहा है.

5 सेशन और 40 सिविल जजों का हुआ तबादला, 42 सीनियर जजों को मिला प्रमोशन, देखें पूरी लिस्ट

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने सिविल जजों के तबादला और प्रमोशन का आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक, हाईकोर्ट ने 5 सेशन जजों और 40 सिविल जजों का ट्रांसफर किया गया है। इसके अलावा 42 सीनियर सिविल जज जो सीजेएम रैंक के थे, उन्हें प्रमोट कर डिस्ट्रिक्ट एंड एडिशनल सेशन जज बनाया गया है। प्रमोशन के साथ इनका तबादला भी कर दिया गया है।

देखें आदेश –

सुकमा जिले के चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र ने राष्ट्रीय स्तर पर रचा इतिहास, भारत सरकार से मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र सम्मान

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र स्वास्थ्य केन्द्र चिंतागुफा ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में वह कर दिखाया है, जिसकी कल्पना भी मुश्किल थी। वर्षों तक दहशत और चुनौतियों का पर्याय रहे, इस क्षेत्र ने अब अपनी सेवा भावना, मेहनत और प्रतिबद्धता से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को 28 नवंबर 2024 को भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया, जिसमें इसे 89.69 प्रतिशत का उत्कृष्ट स्कोर प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि सुकमा जिले में प्रथम स्थान पर आने के साथ ही पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई है।

गौरतलब है कि चिंतागुफा स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत पांच उप-स्वास्थ्य केन्द्र हैं, जिसमें 45 घोर नक्सल प्रभावित गांव आते हैं। भारत के सबसे बड़ी नक्सल घटना, जहां 76 जवान शहीद हुए थे, वह ताड़मेटला गांव भी इसी सेक्टर में आता है। सुकमा कलेक्टर के अपहरण के बाद रिहाई का क्षेत्र हो या बुरकापाल में शहीदों की याद, सब इसी इलाके की घटना है। कोंटा विकासखण्ड अंतर्गत स्थित यह क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित है, जिसके अंदरूनी गांवों में आज भी माओवादियों की दहशत है।

चिंतागुफा का सफर: संघर्ष से सफलता तक

चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र, वर्ष 2009 में आरएमए मुकेश बख्शी की पदस्थापना से अस्तित्व में आया। उस समय यह क्षेत्र भवन विहीन, नेटवर्क विहीन, रोड विहीन था। स्टॉफ में सिर्फ एक आरएमए और एक वार्ड व्वाय के साथ स्कूल के एक कमरे में इसका संचालन होता था। जिसक कमरे में इलाज होता था, उसी कमरे ही प्रभारी सोते थे। नक्सलियों के खौफ और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने हर कदम पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चुनौती थी। वर्ष 2011 में 11 अप्रैल को एक घटना के दौरान नक्सलियों ने एंबुलेंस पर हमला किया, जिसमें आरएमए मुकेश बख्शी और कई बच्चे मौजूद थे। श्री बख्शी बच्चों को बेहतर इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र दोरनापाल एम्बुलेंस में ले जा रहे थे, तभी नक्सलियों ने एम्बुस लगाकर गोलीबारी की। एम्बुलेंस में 8 गोलियां लगी। किस्मत से किसी को गोली नहीं लगी। नक्सलियों ने सबको नीचे उतार कर जमीन में पेट के बल लेटाकर हाथ पीछे कर बंदूक टिका दिया था। आरएमए मुकेश बख्शी के बार-बार निवेदन और सेवाभाव को देखकर नक्सलियों ने सभी को छोड़ दिया। इसके बावजूद, बख्शी ने अपनी सेवा भावना से लोगों का दिल जीतकर इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की नींव मजबूत की। वर्ष 2017 में स्वास्थ्य केन्द्र चिंतागुफा के प्रभारी आरएमए मुकेश बख्शी को चिकित्सा सेवाभाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा धन्वंतरी सम्मान दिया गया। वर्ष 2017 में ही राज्य टीम के साथ मलेरिया अनुसंधान हेतु श्री बख्शी, श्रीलंका जाने हेतु चयनित हुए। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री द्वारा हेल्थ आइकॉन सम्मान से नवाजा गया।

यह क्षेत्र आज भी बुनियादी संसाधनों से दूर है। सड़कें, नेटवर्क और बाजार जैसी सुविधाएं सीमित हैं। लंबे समय तक नक्सल प्रभाव ने विकास कार्यों और भवन निर्माण को रोके रखा था। बारिश के मौसम में क्षेत्र टापू में बदल जाता है, जिससे पहुंचना कठिन हो जाता है। वर्ष 2020 में स्वास्थ्य भवन और आवासीय सुविधाओं का निर्माण हुआ, जिससे सेवाओं का विस्तार हुआ। राज्य और जिला अधिकारियों, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट्स, और स्थानीय लोगों के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर के मानकों को पूरा करने की तैयारी हुई। 15-16 नवंबर 2024 को भारत सरकार की एनक्वॉस टीम ने चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया। ओपीडी,आईपीडी लैब, लेबर रूम और प्रशासनिक कार्य जैसे सभी विभागों की समीक्षा में उच्च रैंक हासिल किया।

आज चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र प्रतिमाह औसतन 20 संस्थागत प्रसव, 1000 से अधिक ओपीडी, और 100 से अधिक भर्ती मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। यह उपलब्धि केवल एक स्वास्थ्य केंद्र की नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की दृढ़ता, संघर्ष और सेवा भावना की कहानी है। डॉ. अनिल पटेल, महेंद्र काको, सीमा किसपोट्टा, रीना कुमारी, पार्वती कुहरम, अनिता सोढ़ी सहित पूरी टीम ने एकजुट होकर इस सफलता को संभव बनाया। आयुष्मान आरोग्य मंदिर चिंतागुफा अब इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रतीक बन चुका है, और अपने स्वास्थ्य मानकों और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहा है। यह सफलता अन्य घोर प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक उदाहरण है कि कैसे समर्पण और टीम वर्क से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।