अपर पुलिस अधीक्षक ने थाना कोतवाली नगर का किया वार्षिक निरीक्षण

गोण्डा। आज 15 दिसम्बर को अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा मनोज कुमार रावत ने थाना को0 नगर का वार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण से पूर्व अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना को0 नगर में पहुंच कर गारद की सलामी ली, तत्पश्चात उन्होंने भोजनालय कक्ष, आवास, थाना परिसर, थाना कार्यालय, विवेचना कक्ष, महिला हेल्प डेस्क, शस्त्रागार, बैरक व बाउंड्री वाल आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महोदय द्वारा थाना परिसर को साफ सुथरा रखने तथा कार्यालय में सफाई के साथ रिकार्डो को अद्यावधिक रखने हेतु प्र0नि0 कोतवाली नगर को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

शस्त्रागार में शस्त्रों को नियमित साफ-सफाई करने के साथ-साथ भोजनालय कक्ष में पोषण युक्त भोजन तैयार करने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। मिशन शक्ति कक्ष/महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला पुलिसकर्मियों से उन्होंने वार्ता कर घरेलू हिंसा एवं अन्य महिला सम्बन्धी अपराधों से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं की काउंसलिंग के समय उनकी क्या भूमिका रहेंगी के सम्बन्ध में जानकारी हासिल की गयी तथा शिकायतकर्ता को किस प्रकार सुना जायेगा, शिकायत पर किस प्रकार कार्यवाही की जायेगी, नए कानून को किस प्रकार से अमल में लाया जाएगा के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। अपराध रजिस्टर चेक कर प्र0नि0 कोतवाली नगर को अपराध नियंत्रण हेतु पुलिस गश्त तेज करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही बीट आरक्षियों की बीट बुक चेक कर उनके कर्तव्यों के बारे में पूछताछ की गयी। इस अवसर पर प्र0नि0 कोतवाली नगर संतोष कुमार मिश्रा सहित अन्य अधि०/कर्मचारी मौजूद रहें।

विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में किया गया जागरूक

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत व अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण में जनपद के समस्त थाना क्षेत्र के अन्तर्गत थानों पर गठित एण्टीरोमियो टीम व बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा गांवो व स्कूलों में भ्रमण कर प्राथमिकता के आधार पर महिला/बालिकाओं को जागरूक करने के साथ ही महिला सम्बन्धित समस्याओं के निस्तारण कराने के सम्बन्ध में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है तथा रैली निकालकर नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन आदि अधिकारो के प्रति महिलाओं/बालिकाओं को जागरूक किया जा रहा है। अब महिलाओं/बालिकाओं को अपनी समस्या व शिकायत लेकर पुलिस चौकी व अन्य पुलिस कार्यालय बार-बार नहीं आना पडेगा अपितु शक्ति दीदी नियमित अन्तराल पर ग्राम चौपाल के माध्यम से विभिन्न गांवो में उपस्थित होकर महिलाओं/बालिकाओं को जागरूक करने के साथ ही उनसे संवाद कर उनकी शिकायतों का गुण दोष के आधार पर निराकरण कराया जाएगा।

आज 15 दिसम्बर को जनपद के समस्त थानों की महिला बीट अधिकारीगण (शक्ति दीदी) द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भ्रमण कर महिलाओं/बालिकाओं को नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन के प्रति जागरूक किया गया तथा बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से गुड टच-बैड टच की जानकारी दी गई। बच्चों को पढ़ने तथा स्कूल आने के लिए प्रेरित किया गया तथा बच्चों से स्कूल जाने पर रास्ते में किसी प्रकार की समस्या होने के बारे में पूछा गया तो बच्चो द्वारा किसी भी प्रकार की समस्या नहीं प्रकट की गईं। बच्चो को बताया गया कि किसी अनजान व्यक्ति के बुलाने या बहकावे में न आए न ही कोई खाने पीने की वस्तु ले तथा बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर-1098 के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया तथा महिलाओं एवम बालिकाओं/बच्चों के प्रति हो रहे अपराधो जैसे छेड़छाड़/शोषण, बाल अपराध, एसिड अटैक, सोशल मीडिया के माध्यम से उत्पीड़न इत्यादि की रोकथाम हेतु शासन द्वारा जारी किए गए सुरक्षा संबंधी हेल्पलाइन नंबरों- 1090,181,102, 108,1076, 1098,1930 साइबर अपराध के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी।

*3 शातिर चोरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार*

गोण्डा- पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में झपट्टा मारकर चोरी करने में माहिर 3 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 3 मोबाइल फोन, 1120 नगद, 2 लाइटर, 1 अदद तमंचा 12 बोर मय ,01 अदद कारतूस बरामद। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर सौरभ वर्मा के नेतृत्व में थाना को0 देहात व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा भगहरबुलंद नहर पुलिया नारायणपुर इधा कम्पोजिट विद्यालय के समीप पुलिस मुठभेड़ में 03 शातिर बदमाशों-01. मेराज, 02. इस्लाम उर्फ सोनू लाला, 03. हैदर अली को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कब्जे से झपट्टा/चोरी के 03 अदद मोबाइल फोन, रूपये 1120/- नगद,01 अदद तमंचा 12 बोर मय,01 अदद जिन्दा व 01 अदद खोखा कारतूस व02 अदद लाइटर बरामद किया गया।

शनिवार को थाना कोतवली देहात पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की भगहरबुलंद नहर पुलिया नारायणपुर इधा कम्पोजिट विद्यालय के पास तीन लोग बैठ कर लूट/चोरी की घटना करने की योजना बना रहे है उक्त सूचना पर थाना को0देहात व एसओजी की सयुंक्त टीम द्वारा बताये गये स्थान पर संदिग्ध आरोपियों को घेराबन्दी कर पकड़ने का प्रयास किया गया जिसमें बदमाशों द्वारा स्वयं को घिरता हुआ पाकर पुलिस पर फायरिंग की गई । पुलिस टीम द्वारा पुलिस मुठभेड़ के उपरान्त 03 शातिर बदमाशों-01. मेराज, 02. इस्लाम उर्फ सोनू लाला, 03. हैदर अली को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कब्जे से झपट्टा/चोरी का 03 अदद मोबाइल फोन, रूपये 1120/- नगद, 01 अदद तमंचा 12 बोर मय, 01 अदद जिन्दा, अदद खोखा कारतूस व 02 अदद लाइटर बरामद किया गया। गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर थाना को0देहात पर विधिक कार्यवाही की गयी।

अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि इन लोगो का एक संगठित गिरोह है जो आर्थिक लाभ कमाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाकर झपट्टा/चोरी की घटनाओ को अंजाम दिया करते हैं। अभियुक्तो द्वारा बताया गया कि इनके पास रोजगार का साधन नही है, लोगो का कीमती समान मोबाइल, नगदी आदि झपट्टा/चोरी कर आपस में बांट लेते है और अपने परिवार का जीवन यापन करते है।

*साइबर फ्रॉड से पीड़ितो को राहत, वापस मिली ठगी हुई रकम*

गोण्डा- जनपद में साइबर फ्रॉड की रोकथाम के संबंध में त्वरित कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में एवं अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत व अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय के मार्गदर्शन में जनपदीय साइबर सेल द्वारा पीड़ितों से फ्रॉड की गयी धनराशि को सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित करते हुए ठगी गयी धनराशि 30,000/- रूपये पीड़ित के खाता में वापस करवाया गया।

आवेदक रवि प्रताप सिंह निवासी हथियागड़ थाना मनकापुर जनपद गोण्डा एंव आवेदक मोहम्मद अहमद निवासी वजीरगंज, जनपद गोण्डा द्वारा फ्राड काल पर क्रेडित कार्ड डिटेल शेयर कर देने से रूपये फ्राड कर लेने की शिकायत पुलिस अधीक्षक गोण्डा के समक्ष की गयी थी। जिस पर पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा तत्काल कार्यवाही करने के लिए साइबर सेल को निर्देशित किया गया था। जनपदीय साइबर सेल द्वारा सम्बंधित बैंक/इंटीमेडरी से संपर्क स्थापित कर तत्काल कार्यवाही करते आवेदक रवि प्रताप सिंह व मोहम्मद अहमद के क्रमशः 10,000/- रूपये व 20,000/- रूपये (कुल 30,000/-)की धनराशि वापस करायी गयी।

पीड़ितों द्वारा अपने रूपये वापस पाकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक को धन्यवाद दिया। जनता को जागरूक करते हुए बताया गया कि साइबर ठगों से सावधान रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओ0टी0पी0, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें। फ्रॉड ट्रांजेक्सन होने पर तत्काल अपने बैंक एवं पुलिस को सूचना दें एवं साइबर हेल्पलाइन 1930 या डायल-112 पर भी शिकायत दर्ज कराएँ।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।

11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।

*पुलिस अधीक्षक ने थाना करनैलगंज का किया निरीक्षण, दिए गए आवश्यक निर्देश*

गोण्डा- पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने थाना को. करनैलगंज का वार्षिक निरीक्षण किया। इसके बाद भोजनालय कक्ष, आवास, थाना परिसर, थाना कार्यालय, विवेचना कक्ष, महिला हेल्प डेस्क, शस्त्रागार, बैरक व बाउंड्री वाल आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाना परिसर को साफ सुथरा रखने हेतु कड़ाई से निर्देशित किया गया तथा कार्यालय में सफाई के साथ रिकार्डो को अद्यावधिक रखने के लिए प्र0नि0 करनैलगंज को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

पुलिस अधीक्षक ने शस्त्रागार में शस्त्रों को नियमित साफ-सफाई करने के साथ-साथ भोजनालय कक्ष में पोषण युक्त भोजन तैयार करने के सम्बन्धित आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। मिशन शक्ति कक्ष/महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला पुलिसकर्मियों से वार्ता कर घरेलू हिंसा एवं अन्य महिला सम्बन्धी अपराधों से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं की काउंसलिंग के समय उनकी क्या भूमिका रहेंगी के सम्बन्ध में जानकारी हासिल की गयी तथा शिकायतकर्ता को किस प्रकार सुना जायेगा, शिकायत पर किस प्रकार कार्यवाही की जायेगी, नए कानून को किस प्रकार से अमल में लाया जाएगा के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।

एसपी ने अपराध रजिस्टर चेक कर प्र0नि0 करनैलगंज को अपराध नियंत्रण हेतु पुलिस गश्त तेज करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही बीट आरक्षियों की बुक चेक कर उनके कर्तव्यों के बारे में पूछताछ की गयी। महोदय द्वारा चौकीदारो के साथ संवाद स्थापित कर उनका कुशलक्षेम पूछते हुए उनको कंबल वितरित किया गया तथा उन्हें अपराधियों से सम्बन्धित सूचनाओं को प्र0नि0 से अवगत कराने तथा अपने कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने हेतु प्रेरित किया गया।

इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय, क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज श्री उमेश्वर सिंह , प्र0नि0 करनैलगंज श्रीधर पाठक सहित अन्य अधि0/कर्मचारीगण मौजूद रहें।

*एसपी ने समाधान दिवस पर की जनसुनवाई, जनता की समस्याओं के निस्तारण को लेकर दिए गए आवश्यक निर्देश*

गोण्डा- थाना समाधान दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा थाना कर्नलगंज में जनसुनवाई की गई। उन्होंने जनता की समस्याओं को सुना तथा समस्याओं के त्वरित एवं गुणवक्तापूर्ण निस्तारण हेतु सम्बन्धित राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया। थाना कर्नलगंज में सुनवाई के दौरान 13 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए है। जिसमें से 01 प्रार्थना पत्र का मौके पर ही निस्तारित किया गया, शेष प्रार्थना पत्रों के निस्तारण हेतु राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर मौके पर भेजा गया है।

इसी प्रकार पुलिस अधीक्षक गोण्डा के निर्देशन में समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारियों व प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्षों द्वारा अपने अपने थानों पर समाधान दिवस पर आने वाले फरियादियों की शिकायतों को सुनकर उनके गुणवत्तापूर्ण व त्वरित निस्तारण कराया गया। समस्त थानों में प्राप्त हुए कुल 246 प्रार्थना पत्रों में से 25 प्रार्थना पत्रों का मौके पर ही निस्तारण कराया गया तथा शेष राजस्व संबंधित मामलों में राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर निस्तारण हेतु मौके पर भेजा गया।

पुलिस अधीक्षक थाना समाधान दिवस के अवसर पर ऑपरेशन “साइबर कवच’’ अभियान के तहत राजस्व टीम व उपस्थित जनता को साइबर अपराध की जानकारी दी गयी और बताया कि इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है। इसी क्रम में ATM में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे OTP, CVV नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे।

इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(X), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है। इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें। डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी ऑफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। अन्त में सभी से आग्रह किया गया की दी गई जानकारी को अपने परिवार, आस-पड़ोस में अधिक से अधिक लोगों को बतायें जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो। जागरूकता के दौरान में उपस्थित आमजन को पम्पलेट वितरित किये गये।

साइबर सुरक्षा टिप्स

01. ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. ऑनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।

11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।

मैजापुर चीनी मिल परिसर में भारतीय स्टेट बैंक की नवीन शाखा का डीएम ने किया शुभारंभ

गोण्डा। शुक्रवार को बलरामपुर चीनी मिल की यूनिट मैजापुर चीनी मिल परिसर में भारतीय स्टेट बैंक की नवीन शाखा का शुभारंभ जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम के दौरान चीनी मिल परिसर में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा का संचालन होने से मिल के आसपास के गांवों के किसानों के लिए बहुत ही सुविधाजनक कार्य हुआ है। इसके साथ ही मिल में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारी को भी इस शाखा से सीधा लाभ मिलेगा।

उन्होंने बताया है कि यहां पर बैंक की शाखा खोलने से यहां के आसपास के ग्रामीणों के लिए बहुत ही खुशी की बात है अब उन्हें बैंक शाखा के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। इसके साथ ही गन्ना बेचने वाले किसानों के लिए भी काफी आसानी होगी।

डीएम ने मिल प्रबंधन के साथ बैंक के अधिकारियों से कहा कि सरकार की रोजगार परक योजनाओं के साथ मिलकर रोजगार के अवसर लोगों को उपलब्ध कराएं यही इस नई बैंक शाखा की सार्थकता होगी। उन्होंने कहा कि पहले लोग स्टेट बैंक में खाता खुलवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते है अब शाखा गांव गांव तक बैंकिंग सुबिधा दे रही है। इससे आसपास के ग्रामीण अंचल के ग्राहकों को कटरा बाजार करनैलगंज नहीं जाना पड़ेगा। इस अवसर पर सीजीएम संदीप अग्रवाल, एसडीएम भारत भार्गव, तहसीलदार मनीष कुमार, सीओ उमेश्वर प्रभात सिंह, प्रशानिक अधिकारी सौरभ गुप्ता, पीके चतुर्वेदी सहित भारी संख्या में बैंक अधिकारी व किसान मौजूद रहे।

आयुक्त ने शिकायत के निस्तारण को लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार

देवीपाटन मण्डल, गोण्डा । शुक्रवार को आयुक्त सभागार में आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का असंतोषजनक निस्तारण करने पर आयुक्त ने बैठक कर कई अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा शिकायतों का उचित निस्तारण न करने पर नवम्बर माह के मासिक मूल्यांकन में देवीपाटन मण्डल सातवें नम्बर पर है।

उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सख्त निर्देश दिए कि पोर्टल पर प्राप्त होने शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। यदि आगे से विभागों द्वारा शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। आईजीआरएस मैं बेहतर रैंकिंग लाने के लिए उन्होंने निर्देश दिए कि पोर्टल पर प्राप्त संदर्भों में अधीनस्थ की आख्या का परीक्षण करने के उपरान्त शिकायतकर्ता से वार्ता करने के पश्चात् ही निस्तारित करें। यदि प्रकरण स्पेशल क्लोज श्रेणी के अन्तर्गत का है तो निस्तारण के समय अनिवार्य रूप से अंकित करें।

शिकायतकर्ता से जरूर किया जाए संपर्क - आयुक्त

बैठक के दौरान मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने कहा कि प्राय: देखा गया है कि शिकायतकर्ता से वार्ता करने में यह कह जाता है कि निस्तारण कार्यालय द्वारा उनसे सम्पर्क नहीं किया गया, जिसके कारण मा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से फीडबैक में प्रकरण असंतुष्ट फीडबैक में स्थानान्तिरित कर दिया जाता है। ऐसी स्थिति में निस्तारण आख्या में शिकायतकर्ता का नम्बर, वार्ता करने का समय अवश्य अंकित किया जाये, जिससे फीडबैक में उनके द्वारा यह न कहा जाये कि संबंधित कार्यालय से सम्पर्क नहीं किया गया।

ऐसे संदर्भ जिसमें किसी अधीनस्थ अधिकारियों की शिकायत की गई है, उनको संबंधित अधिकारियों को अग्रसारित न किया जाये। निस्तारण आख्या में अग्रसारित करने वाले अधिकारी का नाम व मुहर अनिवार्य रूप में अंकित करें। निस्तारण आख्या में यदि शिकायतकर्ता या संबंधित स्थल का फोटो अपलोड किया जा रहा है, तो फोटो में दिनांक व समय अंकित करें। बैठक में अपर आयुक्त, अपर निदेशक स्वास्थ्य, संयुक्त आयुक्त उद्योग, उप आबकारी आयुक्त आबकारी विभाग, अधिशासी अभियंता, लघु सिंचाई वह अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

छात्र/छात्राओं व स्टाफ को साइबर अपराध से बचाव हेतु किया गया जागरूक

गोण्डा। साइबर अपराध को इंटरनेट और कंप्यूटर के अवैध उपयोग के रूप में उल्लेखित किया जा सकता है। तकनीकी के विकास के चलते अपराधी भी अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर रहे है। आजकल प्रत्येक व्यक्ति मोबाइल व इण्टरनेट बैकिंग का प्रयोग कर रहा है। इंटरनेट के प्रयोग किये जाने से जानकारी के अभाव में कई लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री विनीत जायसवाल द्वारा जनपद गोण्डा में आमजन को साइबर अपराध से बचाव एवं इससे निपटने के लिये बरती जाने वाली सावधानियों के प्रचार-प्रसार हेतु जनपद में आॅपरेशन ह्लसाइबर कवचह्णह्ण अभियान की शुरूआत की गई है। इस अभियान के अन्तर्गत जनपद के सभी थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक प्रतिदिन विद्यालयों, प्रतिष्ठित संस्थाओं एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर वर्कशॉप एवं गोष्ठियां कर इंटरनेट के माध्यम से हो रहे इन अपराधों के बारे में जानकारी दे रहे है और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में पम्पलेट वितरित कर महत्वपूर्ण स्थानों पर पम्पलेट/पोस्टर चस्पा किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

आज दिनांक 12.12.2024 को अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत द्वारा अवध हॉस्पिटल एंड ग्रुप आॅफ नर्सिंग कॉलेज उतरौला रोड गोण्डा में छात्र-छात्राओं एवं कालेज के स्टाफ के साथ वर्कशाप का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कालेज के प्रबन्धक डा0 एन0एन0 तिवारी ने पुलिस अधीक्षक को बुके भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा प्रेजेंटेशन (ढढळ) के माध्यम से सभी को साइबर अपराध की जानकारी दी गयी और बताया कि इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है । इसी क्रम में अळट में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे डळढ, उश्श् नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है। इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें। डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी आॅफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। अन्त में महोदय द्वारा सभी छात्र-छात्राओं व स्कूल के स्टाफ को साइबर वॉलंटियर बनाया गया तथा अपेक्षा की कि वर्कशॉप में दी गई जानकारी को अपने परिवार, आस-पड़ोस में अधिक से अधिक लोगों को बतायें जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो। इसी दौरान वर्कशाप में उपस्थित कालेज के छात्र व स्टाफ को पम्पलेट वितरित किये गये तथा स्कूल के अन्य छात्रों को जागरुक करने हेतु पोस्टर एवं बुकलेट उपलब्ध करायी गयी।

साइबर सुरक्षा टिप्स-

01. आॅनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें

02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।

03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।

05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

06. आॅनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।

07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।

08. आॅनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

10. आॅनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।

11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।

आपदा प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका बेहद अहम - मण्डलायुक्त

गोण्डा। आपदा न्यूनीकरण को लेकर प्रधानमंत्री के दस सूत्री एजेन्डे के तहत गुरूवार को स्वयं सहायता समूहों की प्रमुखों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण का प्रशिक्षण दिये जाने के लिए जिला पंचायत सभागार में मण्डल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मण्डल के प्रत्येक जनपद के 75-75 स्वयं सहायता समूह की प्रमुखों व आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का शुभारम्भ आयुक्त देवीपाटन मण्डल श्री शशिभूषण लाल सुशील ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने मण्डलायुक्त, डीएम, सीडीओ सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

इस अवसर पर मण्डलायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका अहम है क्योंकि आपदा के दौरान महिलायें सबसे पहले प्रभावित होती हैं, इसलिए महिलाएं आपदा प्रबंधन में फस्र्ट रिस्पान्डर हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री जी प्रेरणा से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिरण द्वारा सराहनीय कदम उठाया गया है। उन्होंने आपदा प्रबंधन में महिलाओं की सहभागिता का दूरगामी परिणाम होगा। विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, अग्निकाण्ड, सर्पदंश, आकाशीय विद्युत, ग्लोबल वार्मिंग, सुनामी के अलावा मानव जनित आपदाओं से कैसे बचाव करना है इसके लिए समुदाय का प्रशिक्षित होना आवश्यक है, इसी उद्देश्य से बहुउपयोगी कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमें मण्डल के जनपदों से स्वयं सहायता समूहों की प्रमुखों की उपस्थिति एक शुभ संकेत हैं। उन्होंने मण्डल के जनपदों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा भी की।

जिलाधिाकरी नेहा शर्मा ने कहा कि किसी भी आपदा के दौरान गोल्डेन आवर और आपदा के दौरान क्या करना चाहिए इसकी जानकारी होना सबसे महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि आपदाओं को लेकर जनसामान्य में कुछ मिथक हैं जिनका दूर होना आवश्यक है। उन्होंने आकाशीय विद्युत से होने वाली मृत्यु को लेकर मिथक के बारे में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि तमाम आपदाएं ऐसी हैं जहां पर महिलाएं सबसे पहले प्रभावित होती हैं परन्तु जानकारी के अभाव में वे सहायता करने के बजाय घबरा जाती हैं। इसलिए समुदाय आधारित महिलाओं का आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक होना और प्रशिक्षित होना नितान्त जरूरी है।

मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। अब आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भी मा0 मुख्यमंत्री जी की पे्ररणा से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन को मजूबती मिलेगी। सीएमओ डाॅ0 रश्मि वर्मा ने कहा कि विभिन्न आपदाओं जैसे शीत लहर, लू, बाढ़, सर्पदंश आदि के दौरान हमें व्यक्ति को बचाने के लिए तुरन्त क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी हर व्यक्ति को होनी चाहिए। इसके लिए यह कार्यशाला बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक व पीडी डीआरडीए ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

प्रशिक्षण सत्र में एसडीआरएफ टीम, अग्नि शमन टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम तथा गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती के आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा जनपदों की आपदाओं एवं उससे बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यक्रम के उपरान्त मण्डलायुक्त व डीएम ने अधिकारियों संग जनपदों के आपदा प्रबंधन विभाग, अरगा ब्राण्ड तथा एसडीआरएफ द्वारा लगाए गये स्टाल का अवलोकन किया। कार्यक्रम का संचालन आपदा प्रबंधन अधिकारी श्रावस्ती अरूण मिश्र ने किया।

इस दौरान प्रभारी नगर मजिस्ट्रेट राजीव मोहन सक्सेना, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्रशेखर, एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी, आपदा प्रबंधन अधिकारी गोण्डा राजेश श्रीवास्तव, बलरामपुर अरूण सिंह, बहराइच सुनील कनौजिया, श्रावस्ती अरूण मिश्र तथा एनआरएलएम के जिला प्रबंधक तथा प्रतिभागी स्वयं सहायता समूहो की प्रमुख उपस्थित रहीं।