आजमगढ़:: दर-दर भटकने के बाद पीड़ित ने मण्डलायुक्त कार्यालय पर दिया धरना
उपेन्द्र कुमार पांडेय
आजमगढ़::एक महीने में गांव से तहसील और तहसील से जिलाधिकारी कार्यालय, धरने से पुलिस ने भी टांगा, बजाय आश्वासन के जब नहीं मिला इंसाफ तब कमिश्नर से न्याय की आस में पीड़ितो ने आयुक्त कार्यालय पर ही दे दिया धरना। इंसाफ की आस में तहसील से लेकर डीएम कार्यालय तक की धूल फांक रहे निजामाबाद तहसील क्षेत्र के मुइया मकदुमपुर निवासी पीड़िता निर्मला को जब जिलाधिकारी से इंसाफ नहीं मिला तो पीड़िता अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बुधवार को आयुक्त कार्यालय धरने पर बैठ गई। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि न्यायालय की अवहेलना करते हुए गांव के ही एक दबंग व्यक्ति द्वारा उपजिलाधिकारी को अपने प्रभाव में लेकर उसकी सड़क किनारे की बेशकीमती पुश्तैनी जमीन पर अवैद्य निर्माण कर जबरन कब्जा किया जा रहा है। जबकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। पीड़िता द्वारा अपनी जमीन पर हो रहे इस कब्जे को हटवाने के लिए इसके पहले भी दो बार जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में धरना दिया गया था। जहां लगभग एक महीने पूर्व धरनास्थल पहुंचे आलाधिकारी पीड़ितो की सुध लेने को बजाय सख्ती से पेश आए थे। तब एसडीएम की उपस्थिति में सीओ सिटी गौरव शर्मा के नेतृत्व में शहर कोतवाल शशि मौली पांडे के द्वारा पुलिस बल लेकर पीड़ितों को धरनास्थल से जबरदस्ती टांग लिया गया था। इस मामले को लेकर तमाम समाचार पत्रों में खबरें भी प्रकाशित हुई थी। इस सबके बाद भी मामले में हर बार आलाधिकारियों द्वारा पीड़िता को बजाय न्याय देने के आश्वासन ही दिया गया। फिलहाल पीड़िता को अब तक न्याय नहीं मिला ही।
Dec 14 2024, 18:34