जयपुर में 'कृषि-व्यवसाय नवाचार: मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ना' सत्र का किया गया आयोजन
डेस्क:–'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के दूसरे दिन, मंगलवार को जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में 'कृषि-व्यवसाय नवाचार: मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ना' विषयगत सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना, राजस्थान सरकार के पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत, राजस्थान सरकार के सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री गौतम कुमार दक सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राजस्थान सरकार ने जल, सिंचाई और बिजली की प्रमुख चुनौतियों के समाधान पर ध्यान केंद्रित किया है, जो न केवल कृषि बल्कि उद्योगों और पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।"
उन्होंने कहा, "निकट भविष्य में हम अपने किसानों को विश्वसनीय सिंचाई और बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक जल प्रबंधन प्रणाली लागू करेंगे। राजस्थान को बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।"
मुख्यमंत्री शर्मा ने आगे कहा, "राजस्थान की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति, मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ मिलकर इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए एक आदर्श केंद्र बनाती है। यह कनेक्टिविटी कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार उत्पादों के वितरण को बढ़ाएगी, जिससे हमारे राज्य का विकास और आगे बढ़ेगा। आज हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन इन प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं, जिसमें कार्रवाई योग्य प्रतिबद्धताओं और स्पष्ट समयसीमा पर जोर दिया गया है।" भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "खेती के लिए मजदूर मिलना मुश्किल होता जा रहा है, यही वजह है कि हम दक्षता और उत्पादकता सुनिश्चित करने के लिए मशीनीकृत खेती पर जोर दे रहे हैं।
चौहान ने आगे कहा, "भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगन से काम कर रही है कि राजस्थान एक आत्मनिर्भर और टिकाऊ कृषि क्षेत्र वाला राज्य बने। हम उद्योगों को योगदान देने और यहां स्थापित होने के अवसरों की तलाश करने के लिए आमंत्रित करते हैं, क्योंकि हम एक अधिक आत्मनिर्भर और टिकाऊ कृषि क्षेत्र की ओर कदम बढ़ाना जारी रखते हैं।" राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने कहा, "राजस्थान एक कृषि प्रधान राज्य होने के साथ-साथ डेयरी उत्पादों और पशुपालन में भी शीर्ष राज्यों में से एक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में, राज्य कृषि विकास के एक नए युग का अनुभव करने के लिए तैयार है।" सत्र में कृषि विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों ने कृषि और कृषि-व्यवसाय में परिवर्तनकारी दृष्टिकोणों पर चर्चा की, जो वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों और आर्थिक विकास के साथ संरेखित हैं। सत्र के दौरान चर्चाएँ स्थायी प्रथाओं, तकनीकी प्रगति, आर्थिक विकास और भविष्य के रुझानों के इर्द-गिर्द घूमती रहीं। पैनलिस्टों ने संसाधन दक्षता, जलवायु अनुकूलन और उत्पादकता और आपूर्ति श्रृंखला दक्षता बढ़ाने में स्मार्ट स्वचालित मशीनरी, ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकियों और कोल्ड चेन एनालिटिक्स की भूमिका के लिए पहलों पर प्रकाश डाला।
सत्र में कृषि-व्यवसाय में राज्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए जैव-कृषि, जल संरक्षण नवाचारों और नवीन संरक्षण तकनीकों पर भी जोर दिया गया। सत्र में कृषि के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने में राजस्थान की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। हाइड्रोपोनिक फार्म, सौर ऊर्जा चालित सिंचाई प्रणाली, सटीक खेती और ड्रिप सिंचाई के तहत बड़े कृषि क्षेत्र जैसे नवीन नवाचारों के साथ, राज्य में फसल की पैदावार में काफी वृद्धि हुई है।
इस सत्र में कृषि-व्यवसाय क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें ग्लोबलसिक्योर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ ऋषि भटनागर, स्टार एग्री वेयरहाउसिंग एंड कोलैटरल मैनेजमेंट के सह-संस्थापक और सीईओ अमित अग्रवाल, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के मानद अध्यक्ष डॉ आर जी अग्रवाल, अश्विन कुमार रघुवंशी, ईकी फूड्स के सह-संस्थापक और सीओओ अमित कुमार और खाद्य एवं कृषि संगठन के सहायक प्रतिनिधि कोंडा रेड्डी शामिल थे।
Dec 11 2024, 15:03