गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ पर एनआईए की सख्ती, 9 स्थानों पर छापेमारी

डेस्क:–राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ मामले की चल रही जांच के तहत बुधवार को पंजाब और हरियाणा में नौ स्थानों पर तलाशी ली। मामले से जुड़े संदिग्धों के खिलाफ मिली सूचना के बाद बुधवार सुबह से ही पंजाब में आठ और हरियाणा में एक स्थान पर छापेमारी चल रही है। छापेमारी का उद्देश्य कथित तौर पर आतंकवादी संगठनों से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले संदिग्ध व्यक्तियों और नेटवर्क पर नकेल कसना है। यह क्षेत्र में सक्रिय गैंगस्टरों और आतंकी समूहों के बीच बढ़ते गठजोड़ को रोकने के लिए एजेंसी के तीव्र प्रयासों के बाद हुआ है।

पिछले महीने, एजेंसी ने आतंकी-गैंगस्टर गठजोड़ मामले पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में नौ स्थानों पर दविंदर बंबीहा सिंडिकेट के सहयोगियों से जुड़े परिसरों की व्यापक तलाशी भी ली थी। इसके बाद एनआईए की टीमों ने हरियाणा के पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम जिलों, पंजाब के जालंधर जिले और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में आतंकी-गैंगस्टर सिंडिकेट मामले में संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान मोबाइल और डिजिटल डिवाइस, बैंकिंग लेनदेन और संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।

ये तलाशी एनआईए द्वारा भारत में हथियार, गोला-बारूद, नशीले पदार्थ, विस्फोटक आदि जैसे आतंकवादी हार्डवेयर की तस्करी करने की आपराधिक साजिशों में लगे आतंकी संगठनों पर लगातार की जा रही कार्रवाई का हिस्सा थी। गृह मंत्रालय के निर्देश पर दर्ज मामले में एनआईए की जांच से पता चलता है कि इन संगठनों और आतंकवादियों द्वारा भारतीय धरती पर आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए बड़े पैमाने पर धन जुटाने का प्रयास किया गया था।
जयपुर में 'कृषि-व्यवसाय नवाचार: मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ना' सत्र का किया गया आयोजन


डेस्क:–'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के दूसरे दिन, मंगलवार को जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में 'कृषि-व्यवसाय नवाचार: मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ना' विषयगत सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना, राजस्थान सरकार के पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत, राजस्थान सरकार के सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री गौतम कुमार दक सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

अपने संबोधन में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राजस्थान सरकार ने जल, सिंचाई और बिजली की प्रमुख चुनौतियों के समाधान पर ध्यान केंद्रित किया है, जो न केवल कृषि बल्कि उद्योगों और पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।"

उन्होंने कहा, "निकट भविष्य में हम अपने किसानों को विश्वसनीय सिंचाई और बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक जल प्रबंधन प्रणाली लागू करेंगे। राजस्थान को बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।"

मुख्यमंत्री शर्मा ने आगे कहा, "राजस्थान की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति, मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ मिलकर इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए एक आदर्श केंद्र बनाती है। यह कनेक्टिविटी कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार उत्पादों के वितरण को बढ़ाएगी, जिससे हमारे राज्य का विकास और आगे बढ़ेगा। आज हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन इन प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं, जिसमें कार्रवाई योग्य प्रतिबद्धताओं और स्पष्ट समयसीमा पर जोर दिया गया है।" भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "खेती के लिए मजदूर मिलना मुश्किल होता जा रहा है, यही वजह है कि हम दक्षता और उत्पादकता सुनिश्चित करने के लिए मशीनीकृत खेती पर जोर दे रहे हैं।

चौहान ने आगे कहा, "भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगन से काम कर रही है कि राजस्थान एक आत्मनिर्भर और टिकाऊ कृषि क्षेत्र वाला राज्य बने। हम उद्योगों को योगदान देने और यहां स्थापित होने के अवसरों की तलाश करने के लिए आमंत्रित करते हैं, क्योंकि हम एक अधिक आत्मनिर्भर और टिकाऊ कृषि क्षेत्र की ओर कदम बढ़ाना जारी रखते हैं।" राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने कहा, "राजस्थान एक कृषि प्रधान राज्य होने के साथ-साथ डेयरी उत्पादों और पशुपालन में भी शीर्ष राज्यों में से एक है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में, राज्य कृषि विकास के एक नए युग का अनुभव करने के लिए तैयार है।" सत्र में कृषि विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों ने कृषि और कृषि-व्यवसाय में परिवर्तनकारी दृष्टिकोणों पर चर्चा की, जो वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों और आर्थिक विकास के साथ संरेखित हैं। सत्र के दौरान चर्चाएँ स्थायी प्रथाओं, तकनीकी प्रगति, आर्थिक विकास और भविष्य के रुझानों के इर्द-गिर्द घूमती रहीं। पैनलिस्टों ने संसाधन दक्षता, जलवायु अनुकूलन और उत्पादकता और आपूर्ति श्रृंखला दक्षता बढ़ाने में स्मार्ट स्वचालित मशीनरी, ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकियों और कोल्ड चेन एनालिटिक्स की भूमिका के लिए पहलों पर प्रकाश डाला।

सत्र में कृषि-व्यवसाय में राज्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए जैव-कृषि, जल संरक्षण नवाचारों और नवीन संरक्षण तकनीकों पर भी जोर दिया गया। सत्र में कृषि के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने में राजस्थान की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। हाइड्रोपोनिक फार्म, सौर ऊर्जा चालित सिंचाई प्रणाली, सटीक खेती और ड्रिप सिंचाई के तहत बड़े कृषि क्षेत्र जैसे नवीन नवाचारों के साथ, राज्य में फसल की पैदावार में काफी वृद्धि हुई है।

इस सत्र में कृषि-व्यवसाय क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें ग्लोबलसिक्योर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ ऋषि भटनागर, स्टार एग्री वेयरहाउसिंग एंड कोलैटरल मैनेजमेंट के सह-संस्थापक और सीईओ अमित अग्रवाल, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के मानद अध्यक्ष डॉ आर जी अग्रवाल, अश्विन कुमार रघुवंशी, ईकी फूड्स के सह-संस्थापक और सीओओ अमित कुमार और खाद्य एवं कृषि संगठन के सहायक प्रतिनिधि कोंडा रेड्डी शामिल थे।
सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत पाने के 5 ऑर्थोपेडिक उपाय

डेस्क:–जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए सर्दियों का मौसम काफी मुश्किल हो सकता है। कई लोगों को मौसम में ठंड के कारण दर्द और सूजन भी हो सकती है, जिससे उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत और सूजन हो सकती है।

बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के सीनियर डायरेक्टर डॉ ईश्वर बोहरा ने कहा, "सर्दियां कई लोगों का पसंदीदा मौसम है, लेकिन जब सर्दियों में जोड़ों का दर्द होता है तो यह एक बहुत बड़ी चुनौती बन जाता है। चाहे आपके जोड़ों में तकलीफ की वजह कुछ भी हो, मौसम जितना ठंडा होगा, आपको उतना ही ज़्यादा दर्द भी महसूस होगा।" आइए जानते है जोड़ो के दर्द से राहत पाने के लिए आप कौन कौन से उपाय कर सकते है :

*शारीरिक रूप से एक्टिव रहें*

अगर आप पूरे साल एक्टिव रहते है तो सर्दियों में होने वाली जोड़ों की तकलीफ़ को कम करने के लिए ये कदम बहुत लाभदायक हो सकता है। व्यायाम करने से आपकी मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है और ये आपको लचीला बनाए रखता है जो जोड़ों के दबाव को कम करता हैं। इसके साथ आप सर्दियों में आसान इनडोर वर्कआउट भी कर सकते है। हर वर्कआउट के लिए, सुनिश्चित करें कि आप सुरक्षित रूप से वार्मअप कर रहे है और साथ ही अपनी नियमित गतिविधि व्यवस्था में स्ट्रेचिंग को शामिल करें।

*एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट बढ़ाएँ*

आप जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ा सकते हैं। एवोकाडो और मछली का सेवन करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है क्यूंकि उसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं। लहसुन, हल्दी, प्याज़, प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ, ग्रीन टी, बेरी और गहरे रंग की पत्तेदार सब्ज़ियों में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

*हाइड्रेटेड रहें*

डिहाइड्रेशन आपके जोड़ो के दर्द को और बढ़ा सकता है। ठंडे और शुष्क मौसम में, आप त्वचा की नमी खो देते हैं, भले ही आपको पसीना न आ रहा हो। पूरे दिन, जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए आप पर्याप्त पानी पीना शुरू कर दें।

*गर्म और ढके हुए रहें*

जब बाहर ठंड हो, तो बहुत सारे कपडे ज़रूर पहनें। ठंड को अपने जोड़ों तक पहुँचने और दर्द और अकड़न पैदा करने से रोकने के लिए, सुनिश्चित करें कि आप अपने शरीर को पूरी तरह से ढक के रखें।

*गर्मी लगाएँ*

दर्द और अकड़न वाले जोड़ों पर गर्मी लगाना सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत पाने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है लेकिन इसके साथ आपको गर्म कपड़े भी पहनने होंगे। जोड़ों पर सीधे गर्मी लगाने के लिए, हीटिंग पैड और रैप उपयुक्त विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं। जब आप आराम कर रहे हों, तो इलेक्ट्रिक कंबल आपके पूरे शरीर को गर्म रखने का एक शानदार तरीका हो सकता है।
गोंद कतीरा और मिश्री का पानी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद, आइए जानते हैं इसके फायदे क्या हैं?

डेस्क:–गोंद कतीरा का इस्तेमाल अक्सर हम लड्डू तैयार करने के लिए करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका पानी भी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। वहीं, अगर आप इसमें मिश्री को मिक्स करके पीते हैं, तो इससे इसके फायदे कई गुणा बढ़ सकता है। जी हां, मिश्री और गोंद कतीरा से तैयार पानी आपके स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियों को दूर कर सकता है। मिश्री और गोंद कतीरा में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। इसका सेवन करने के लिए आप 1 गिलास पानी लें, इसमें 1 इंच करीब गोंद कतीरा और 1 इंच करीब मिश्री की गांठ डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। इसके बाद सभी चीजों को घोलकर इसका सेवन करें। इससे आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। मिश्री और गोंद कतीरा का पानी पीने से एसिडिटी की परेशानियों को दूर किया जा सकता है। सर्दियों के मौसम में अक्सर लोगों को एसिडिटी की शिकायत रहती है, इस स्थिति में गोंद कतीरा और मिश्री का पानी हेल्दी हो सकता है। इससे आपका पेट ठंडा होता है। वहीं, गट हेल्थ को बेहतर करने में मदद मिल सकती है।

कई लोगों को कामकाज और स्ट्रेस के चलते भूख कम लगती है। इस वजह से उन्हें काफी कमजोरी महसूस हो सकती है। इस स्थिति में आप मिश्री और गोंद कतीरा का पानी पी सकते हैं। यह भूख बढ़ाने में काफी हद तक प्रभावी हो सकता है। इससे आपकी शारीरिक कमजोरी दूर हो सकती है।

शरीर में होने वाली कमजोरी की शिकायत को दूर करने के लिए गोंद कतीरा और मिश्री का पानी पीना हेल्दी हो सकता है। इसके सेवन से आपके शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। यह शरीर में होने वाली कमजोरी को कम कर सकता है। साथ ही इससे थकान भी कम हो सकती है। 

गोंद कतीरा और मिश्री का पानी पेट की गर्मी को शांत करने में प्रभावी हो सकता है। इससे आपके पेट को ठंडक मिलती है। अगर किसी कारण से आपके पेट को गर्मी रहती है, तो इश स्थिति में गोंद कतीरा और मिश्री का पानी फायदेमंद हो सकता है।

गोंद कतीरा और मिश्री का पानी दर्दनाक खूनी बवासीर का इलाज करने में प्रभावी हो सकता है। इससे बवासीर के दौरान होने वाले दर्द और सूजन से भी आराम मिल सकता है। साथ ही घाव को भी भरने में मदद मिल सकती है। अगर आप बवासीर की परेशानियों को दूर करना चाहते हैं, तो इस पानी का नियमित रूप से सेवन करें।
हिमाचल के राज्यपाल का काफिला आपस में टकराया,दो स्टाफ घायल

लखनऊ। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला मंगलवार की सुबह लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से राजभवन जाने के लिए निकले ही थे, तभी शहीद पथ पर उनकी फ्लीट के वाहनों में आपस में टक्कर हो गयी। वाहनों के टकराने से उसमें सवार दो स्टाफ घायल हो गये। जिन्हें तत्काल ही अस्पताल भेजा गया। शहीद पथ के रास्ते राजभवन की ओर आते हुए सबसे आगे चल रहे वाहन के अचानक से ब्रेक लगाने से दूसरे और तीसरे वाहनों का आपस में टक्कर होना सामने आया है।

घायलों को सरोजनीनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया है, जहां विभोर नामक स्टाफ को थोड़ी ज्यादा चोटें आयी है। वहीं फ्लीट में सवार रहे निजी चिकित्सक को मामूली चोट आयी है। घटना के बाद राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला दुर्घटना स्थल से निकले और राजभवन पहुंचें। इसके बाद राज्यपाल ने अपने घायल स्टाफ के स्वास्थ्य की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि फ्लीट के सामने अचानक एक वाहन ने ब्रेक लगा दिया था, जिसकी वजह से हादसा हुआ। हादसे में राज्यपाल सुरक्षित हैं।

पुलिस हादसे का कारण पता लगा रही है। हादसे के बाद सुरक्षा में तैनात अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। माना जा रहा है कि जिन पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।फ्लीट में एसीपी गाजीपुर भी शामिल थे। वह भी घायल हुए हैं। उनको दूसरी गाड़ी से भेजा गया है। हादसे की वजह से शहीद पथ पर जाम लग गया है। जाम की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
सिंगल चार्ज में 42 घंटे चलेगा Redmi Buds 6, जानें दाम और फीचर्स

डेस्क:–शियोमी (Xiaomi) ने वायरलेस ईयरबड्स में नए Redmi Buds 6 को भारत में लॉन्च किया है। इनमें 12.4mm के टाइटेनियम ड्राइवर हैं। ये 5.5mm के माइक्रो पीजोइलेक्ट्रिक सिरेमिक ड्राइवर्स है। 49dB ANC सपोर्ट के साथ आ रहे हैं। इन्हें डस्ट और वाटर रसिस्टेंट बनाया गया है। खास बात है कि इन्हें IP54 रेटिंग से नवाजा है। स्पेशल फीचर्स में रिमोट शटर है, जिससे आप कैमरा ट्रिगर को कंट्रोल कर सकते हैं। इनमें 42 घंटे का बैकअप दावा है। Redmi Buds 6 को 2999 रुपए में लॉन्च हुआ है। इन्हें कंपनी की वेबसाइट से खरीदा जा सकता है। भारत में Amazon पर भी उपलब्ध होंगे।

ये Titan White, Ivy Green, Spectre Black में उपलब्ध हैं। 13 दिसंबर से सेल शुरू होगी। कंपनी की ओर से 19 दिसंबर तक 2799 रुपये में खरीदने का ऑफर दिया जा रहा। Redmi Buds 6 में डुअल ड्राइवर सिस्टम लगा है। प्रत्येक ईयरबड में 10 घंटे का बैकअप मिल जाता है।

वहीं, चार्जिंग केस के साथ 42 घंटे (बिना ANC) का बैकअप की बात कही गई है। इनमें क्विक चार्ज फीचर भी है, जिसके जरिए 10 मिनट की चार्जिंग में ये 4 घंटे का बैकअप दे सकते हैं। चार्जिंग केस के डाइमेंशन 61.01×51.71×24.80mm है। वजन 43.2 ग्राम है। इयरबड के डाइमेंशन 31.13×21.34×23.5mm और वजन 5 ग्राम है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने 100 बिस्तरों वाले सरूपथर सह-जिला सिविल अस्पताल का किया उद्घाटन
डेस्क:–असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गोलाघाट जिले के सरूपथर में 100 बिस्तरों वाले सरूपथर सह-जिला सिविल अस्पताल का उद्घाटन किया। उन्होंने सोमवार को सरूपथर में आयोजित एक समारोह में नुमालीगढ़ रिफाइनरी के सीएसआर फंड से निर्मित ऑक्सीजन प्लांट का भी लोकार्पण किया।

सरूपथर के लोगों के लिए इस दिन को महत्वपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि 15 करोड़ रुपये की वित्तीय लागत से निर्मित सह-जिला अस्पताल में नौ बाह्य रोगी विभाग, एक ऑपरेशन थियेटर, एक आपातकालीन वार्ड, एक पुनर्जीवन कक्ष, एक विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई, दवा और बाल चिकित्सा वार्ड, दो प्रसव कक्ष आदि जैसी सुविधाएं हैं। इसके अलावा, नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड के सीएसआर फंड की मदद से निर्मित ऑक्सीजन प्लांट से अस्पताल को आपातकाल के दौरान गंभीर देखभाल देने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में कई और उन्नत चिकित्सा सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, "हालांकि, सरूपथर विधानसभा क्षेत्र से 10,000 और लाभार्थियों को सूची में जोड़ा जाएगा। इसके परिणामस्वरूप, सह-जिले की कई महिलाएं सशक्त होंगी।" इस अवसर पर सांसद कामाख्या प्रसाद तासा, विधायक विश्वजीत फुकन और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। दूसरी ओर, सरूपथर के बुनियादी ढांचे के विकास को एक नया आयाम देते हुए, मुख्यमंत्री सरमा ने सरूपथर में आयोजित एक समारोह में लोगों को एक इनडोर स्टेडियम समर्पित किया और एक स्विमिंग पूल की आधारशिला रखी।

इस अवसर पर बोलते हुए, सीएम सरमा ने कहा कि सरूपथर में खेलों के लिए एक मजबूत परिदृश्य बनाया गया है जो क्षेत्र में बहुत स्पष्ट है। उन्होंने कहा, "2 करोड़ रुपये की वित्तीय लागत से निर्मित इनडोर स्टेडियम में दो सिंथेटिक बैडमिंटन कोर्ट और दो टेबल टेनिस कोर्ट का प्रावधान है।" उन्होंने यह भी कहा कि सरूपथर में स्विमिंग पूल नुमालीगढ़ रिफाइनरी के सीएसआर फंड का उपयोग करके 75 लाख रुपये में बनाया जाएगा। डॉ. सरमा ने यह भी बताया कि सरूपथर में लवलीना बोरगोहेन खेल परिसर का काम जोरों पर चल रहा है।

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, "एक बार जब ये बुनियादी ढांचे पूरी तरह से बन जाएंगे तो युवा पीढ़ी में प्रोत्साहन की भावना पैदा होगी जो सरूपथर में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को तैयार करने में भी सहायक होगी।" इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विधायक सरूपथर को धन्यवाद दिया और उनसे सरूपथर में शुरू किए गए खेल आंदोलन में भाग लेने के लिए अपने लोगों का नेतृत्व करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सरूपथर के हर खिलाड़ी में लवलीना बोरगोहेन और नयनमणि सैकिया की तरह खिलने और फलने-फूलने की क्षमता है। मुख्यमंत्री सरमा ने अभिभावकों से अपने बच्चों में खेल के प्रति प्रेम पैदा करने के लिए कदम उठाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि खेल अच्छे और मजबूत स्वास्थ्य की ओर ले जाते हैं। इसलिए उन्होंने युवाओं से खेलों के प्रति प्रेम विकसित करने को कहा क्योंकि इससे उन्हें अच्छा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जो बदले में उन्हें रक्षा बलों में शामिल होने में मदद कर सकता है।

इस अवसर पर सांसद काकाख्या प्रसाद तासा, विधायक विश्वजीत फुकन, सीजीएम एनआरएल काजल सैकिया, ओलंपियाड लवलीना बोरगोहेन, राष्ट्रमंडल पदक विजेता नयनमोनी सैकिया, अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज जमुना बोरो और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। बाद में मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने गोलाघाट दक्षिण विकास खंड में 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ग्रामीण स्टेडियम का भी उद्घाटन किया।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का निधन
डेस्क:–कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का मंगलवार सुबह बेंगलुरु स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। उनके परिवार ने यह जानकारी उनके चाहने वालों से साझा की। 92 वर्षीय राजनीतिक हस्ती पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उनका इलाज चल रहा था।

2023 में, कृष्णा को छह दशकों के करियर में भारतीय राजनीति में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका से लौटने के बाद कर्नाटक में पहले चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाई और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख व्यक्ति बन गए।

कर्नाटक और देश भर के राजनीतिक नेताओं और मशहूर हस्तियों ने अनुभवी राजनेता के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता ने राज्य की प्रगति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि बेंगलुरु में शासन के प्रति उनके कॉर्पोरेट दृष्टिकोण ने उन्हें कई लोगों की प्रशंसा दिलाई।

एस. एम. कृष्णा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व राजनयिक हैं, जिन्होंने 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के सदस्य, कृष्णा को राज्य और राष्ट्रीय राजनीति दोनों में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। कर्नाटक के CM के रूप में अपने कार्यकाल से पहले, उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के तहत 2009 से 2012 तक विदेश मंत्री (MEA) के रूप में कार्य किया।

कर्नाटक में कृष्णा के नेतृत्व में बुनियादी ढाँचे के विकास, आर्थिक विकास और राज्य को एक प्रमुख IT हब के रूप में स्थापित करने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया गया। उनके शासन के तहत, कर्नाटक ने शिक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सुधार देखा, जिसमें बैंगलोर एक वैश्विक IT गंतव्य के रूप में उभरा। उनके कार्यकाल में सिंचाई और ग्रामीण विकास में भी प्रगति देखी गई।

विदेश मंत्रालय में कृष्णा ने भारत के कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर पड़ोसी देशों और वैश्विक शक्तियों के साथ। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारत की विदेश नीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें भारत-अमेरिका परमाणु समझौते और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। कृष्णा का राजनीतिक करियर लंबा और प्रतिष्ठित रहा है, एक व्यावहारिक और अनुभवी राजनेता के रूप में उनकी प्रतिष्ठा है, जिन्होंने घरेलू शासन और भारत की वैश्विक स्थिति दोनों में योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी जयपुर में 'राइजिंग ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट' का उद्घाटन करेंगे

डेस्क:–प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जयपुर में 'राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024' का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम जयपुर प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र (जेईसीसी) में आयोजित किया जा रहा है। अपने तय कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री सोमवार सुबह जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे और जेईसीसी पहुंचेंगे।

आगमन पर, वे समिट का उद्घाटन करेंगे और हॉल बी में प्रदर्शनी का संक्षिप्त दौरा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री उद्घाटन हॉल (हॉल-ए) जाएंगे, जहां उन्हें राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा एक स्मारिका भेंट की जाएगी। इसके बाद बच्चों का एक समूह प्रधानमंत्री का स्वागत करेगा।

स्वागत के बाद, मुख्यमंत्री दर्शकों को संबोधित करेंगे, जिसके बाद राइजिंग राजस्थान फिल्म की स्क्रीनिंग होगी। अधिकारियों के अनुसार, मुकेश अंबानी, अनिल अग्रवाल, आनंद महिंद्रा, कुमार मंगलम और करण अडानी सहित 'उद्योग के दिग्गज' सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी का विशेष संबोधन होगा।

जयपुर कार्यक्रम के बाद, पीएम मोदी हरियाणा के पानीपत जाएंगे, जहां वे भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) द्वारा बीमा सखी योजना का शुभारंभ करेंगे, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है। इस पहल के तहत 18-70 वर्ष की आयु की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिन्होंने दसवीं कक्षा उत्तीर्ण की है, ताकि वे LIC एजेंट बन सकें। वित्तीय साक्षरता और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए उन्हें पहले तीन वर्षों के लिए वजीफा मिलेगा।

जनवरी 2025 से मारुति कारों की कीमतों में 4% की वृद्धि

डेस्क:–बढ़ती इनपुट लागत और परिचालन व्यय के जवाब में, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने जनवरी 2025 से अपने सभी कार मॉडलों की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है। कंपनी द्वारा आज जारी किए गए बयान के अनुसार, यह वृद्धि, जो 4 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है, मॉडल के आधार पर अलग-अलग होगी। ऑटोमेकर ने लागत को अनुकूलित करने और ग्राहकों पर प्रभाव को कम करने के अपने चल रहे प्रयासों पर जोर दिया। हालांकि, कंपनी ने स्वीकार किया कि परिचालन को बनाए रखने और गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने के लिए बढ़ी हुई लागत का कुछ हिस्सा बाजार में डाला जाना चाहिए।


देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने नवंबर के दौरान कुल यात्री वाहन बिक्री में मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो 141,312 इकाइयों तक पहुंच गई। यह नवंबर 2023 में बेची गई 134,158 इकाइयों से वृद्धि को दर्शाता है। हालांकि, अक्टूबर 2024 में कंपनी की बिक्री 159,591 इकाई पर अधिक थी, जो महीने-दर-महीने गिरावट दर्शाती है। नवंबर 2024 में, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कुल 181,531 इकाइयों की वाहन बिक्री दर्ज की। इसमें 144,238 इकाइयों की घरेलू बिक्री, अन्य मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को 8,660 इकाइयों की बिक्री और 28,633 इकाइयों का निर्यात शामिल था।

मारुति सुजुकी इंडिया की ओर से मूल्य वृद्धि की घोषणा अन्य प्रमुख ऑटोमोटिव ब्रांडों द्वारा इसी तरह के कदमों के बीच हुई है। 5 दिसंबर को, हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने 1 जनवरी, 2025 से प्रभावी अपने मॉडल वर्ष 2025 के वाहनों की कीमत में 25,000 रुपये तक की वृद्धि की घोषणा की। एचएमआईएल के पूर्णकालिक निदेशक और सीओओ तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी लागत को यथासंभव कम करने का प्रयास करती है, लेकिन निरंतर लागत वृद्धि को संतुलित करने के लिए समायोजन आवश्यक है।