*हेलीकाप्टर वाले दुल्हनियां ले जाएंगे : भदोही में अनोखी बारात दूल्हा हवाई मार्ग से दुल्हन लाने निकला*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सर्रोई गांव की बारात उस वक्त खास हो गई जब दूल्हे को ले जाने के लिए उड़नखटोला वहां की जमीन पर पहुंचा। दूल्हेराजा इस पर सवार हुए और गर्जना करता हुआ हेलीकाप्टर आसमान की ओर चल दिया। दूसरे दिन दुल्हन को लेकर वापस लौटेंगे और इस शादी लोगों की बीच कौतुहल का विषय बनी हुई है। भदोही के सर्रोई गांव से सटे ह्रदयपट्टी गांव में दुल्हा हेलीकाफ्टर से दुल्हन को लेने निकले। गांव निवासी शुभम दुबे की शादी औराई के हरिनारायणपुर गांव निवासी स्वीटी दूबे से हो रही है। शादी के पहले वे हेलीकाफ्टर से दुल्हन को लेने के लिए रवाना हुए।गांव में इसको लेकर कौतूहल बना रहा। बताते चलें कि अवधेश कुमार दुबे बनारसी के बेटे शुभम दुबे साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनकी शादी औराई के हरिनारायणपुर निवासी प्रभात दुबे की बेटी स्वीटी दुबे से तय हुआ था। शादी को यादगार बनाने के लिए दुल्हे राजा शुभम ने कुछ अलग करने की ठानी। उन्होंने हेलीकाफ्टर से बारात ले जाने का मन बनाया।इसके लिए पहले उन्होंने प्रशासन से इसकी अनुमति ली। इसके बाद एक निजी कंपनी से किराये पर हेलीकाफ्टर मंगाया। हेलीकाफ्टर के लैडिंग के लिए दोनों गांव में हेलीपैड इत्यादि बनाए गए। गांव में हेलीकाफ्टर से बारात जाने की जानकारी होने के बाद लोगों का कौतूहल बढ़ गया।शाम करीब साढ़े चार बजे दुल्हे राजा शुभम दुल्हन लेने के लिए हेलीकाफ्टर से हरिनारायणपुर गांव जाने के लिए उड़ान भरा। कुछ ही मिनट में उनका हेलीकाफ्टर गांव में लैंड कर गया। शुभम के पिता अवधेश ने बताया कि उनकी बहुत इच्छा थी कि बेटे की शादी को यादगार बनाएंगे।ऐसे में इस तरह से बारात लेने का मन बनाया। बताया कि शादी के उपरांत मंगलवार की सुबह वे हेलीकाफ्टर से ही बहू को विदा कर घर भी लाएंगे।
*यूपी 112 जोन में प्रथम,सूबे में आया तीसरा स्थान दिसंबर महीने में और बेहतर कार्य का निर्देश*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कालीन नगरी की पुलिस माह नवंबर में भी जोन में प्रथम आई है। जबकि प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है। जवानों को दिसंबर माह में औसत बेहतर करने का आह्वान अधिकारियों ने किया। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि यूपी -112 के जवानों को सुरक्षा को लेकर मुस्तैद किया गया है। जनपद में नवंबर माह में सूचना के छह मिनट 17 सेकेंड में जिले की पुलिस संबंधित के पास पहुंची लगातार जोन में प्रथम आने का काम हो रहा है। कहा कि दिसंबर में सूबे स्तर पर प्रथय स्थान पर आने का प्रयास किया जाएगा। बता दें सरकार की उक्त योजना के कारण मारपीट, अपराधों में कमी देगी जा रही है। पहले मारपीट की घटनाओं में जहां घंटों विलंब से पुलिस पहुंचती थी। वहीं अब मात्र कुछ ही मिनटों में ऐसे में जवानों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का काम भी किया है।
*भदोही में 25 गांव के 70 हजार की आबादी पर नहीं है एक भी स्वास्थ्य केंद्र* *ट्रैक के दोनों तरफ है किसानों के खेत,खेती में होती है परेशानी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने की तमाम प्रयास तो हो रहे हैं, लेकिन अब भी करीब 70 हजार की आबादी ऐसी है। जिन्हें इलाज के लिए करीब 10 से 15 किमी दूर जाना होता है। जिले में प्रयागराज की सीमा से सटे डीघ और ज्ञानपुर ब्लाॅक के करीब 25 गांवों में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं हैं। यहां के लोग उपचार के लिए डीघ व गोपीगंज सीएचसी जाते हैं। जिसके लिए उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।जिले में एमसीएच, एमबीएस और सौ शय्या जैसे तीन बड़े अस्पताल है। इसके अलावा छह सीएचसी, 17 पीएचसी और 183 उप स्वास्थ्य केन्द्र हैं। इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जिले की 20 लाख की आबादी के स्वास्थ्य सुविधाओं की जिम्मेदारी है। गांवों में पीएचसी और उप स्वास्थ्य केन्द्र ही लोगों तक प्राथमिक उपचार पहुंचाने का कार्य करतीं हैं। ऊंज क्षेत्र के डीघ और ज्ञानपुर ब्लाॅक के करीब 25 गांवों में इस तरह के एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। स्वास्थ्य केन्द्र न होने की दशा में बीमार पड़ने पर ग्रामीण नीम-हकीम के पास जाते हैं या फिर वहां से लगभग 10 किमी दूर डीघ या फिर 15 किमी दूर गोपीगंज सीएचसी पहुंचते हैं। सबसे अधिक परेशानी तो रात के समय होती है जब किसी की तबियत बिगड़ती है। नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र न होने की दशा में वे नीम-हकीम के पास जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रसूताओं को प्रसव पीड़ा होने पर भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मरीजों को बरसात और ठंड के मौसम में अधिक दिक्कत होती है। रात के वक्त कोहरा अधिक होने के कारण वाहनों की रफ्तार थम सी जाती है। स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र खुलवाने को लेकर कई बार मौखिक रूप से सांसद, विधायक से मांग की, लेकिन अब तक सकारात्मक पहल नहीं हो सकी। कुरमैचा अैर चौरी कला की आबादी सात से आठ हजार ऊंज के कुरमैचा गांव की आबादी 7000 से 8000 है। चौरी कला की आबादी 6000 से अधिक है। इसी तरह हर गांव की आबादी करीब 2500 से अधिक है। ऐसे में इन गांवों के लोग जब बीमार पड़ते हैं तो इनके पास नीम हकीम के यहां जाने के अलावा कोई चारा नहीं बचता। वे इन लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर सर्दी-जुकाम जैसी बीमारी में भी 150 से 200 रुपये का बिल बना देते हैं। इन गांवों में नहीं स्वास्थ्य केंद्र: ऊंज के कुरमैचा, बनकट खास, सीकी, चौरा कला, भैरवपुर, खरगपुर, कुबी हरद्दोपट्टी, सुबरी, मुंगरी, पुरेभान, विश्वनाथपुर, मोहनपुर, बरईपुर, बेलहुआ, कुरेनगरी आदि गांव में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। ग्रामीणों की प्रतिक्रिया गांव में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है, बेहतर उपचार के लिए डीघ, गोपीगंज सीएचसी जाना पड़ता है। गांव की आबादी भी पांच हजार से अधिक है, फिर भी लोग स्वास्थ्य सुविधा से बेदखल है।- सुखराज यादव, चौरी कला ज्ञानपुर। चौरी कला गांव से सटे सीकी चौरा, सोबरी, मुंगरी, चौरहटा में स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। कई मार मौखिक तौर पर जन प्रतिनिधियों से स्वास्थ्य केंद्र खुलवाने की मांग की गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी है। - अरुण कुमार तिवारी, चौराकला ज्ञानपुर। ग्राम सभा की आबादी सात हजार से अधिक है, लेकिन एक भी उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। लोग उपचार कराने के लिए डीघ, गोपीगंज सीएचसी पर जाते हैं, लेकिन बारिश और ठंड के मौसम में दिक्कतें होती है। - अंबरीश कुमार चतुर्वेदी, कुरमैचा ऊंज। शासन के निर्देश पर जिले में हर साल किराये के भवन और स्थायी रूप से स्वास्थ्य केंद्र खोले जा रहे हैं। कुरमैचा गांव की आबादी करीब सात हजार से अधिक है। बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि यहां एक भी उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। - अंकित सिंह, कुरमैचा ऊंज।
*जिला अस्पताल में नहीं है नाक, कान और गला रोग के विशेषज्ञ* *अस्पताल में रोजाना पहुंचते हैं ईएनटी के 30 से 35 मरीज,निराश होते हैं*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव


भदोही।दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले जिला अस्पताल में नाक, कान और गला (ईएनटी) के डॉक्टर नहीं है। अस्पताल में नौ महीने पहले ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. दिप्ती पांडेय की तैनाती हुई थी। उनके ट्रांसफर के बाद से ही यह पद रिक्त हैं। ऐसे में जिला अस्पताल पहुंचने वाले नाक, कान, गला के मरीजों को भटकना पड़ता है।जिला अस्पताल में रोजाना 700 से 800 मरीजों की ओपीडी रहती है। इसमें से 30 से 35 मरीज ऐसे होते हैं, जिन्हें नाक, कान और गला की समस्या होती है। जिला अस्पताल पहुंचने के बाद इस तरह के मरीजों को विशेषज्ञ न होने के कारण मजबूरी में फिजीशियन से ही दवा लेकर लौटना पड़ता है। वहीं कई मरीज ऐसे होते हैं, जो निजी अस्पतालों में इलाज कराने पहुंचते हैं। नौ महीने पहले ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. दिप्ती पांडेय की अस्पताल में तैनाती की गई थी, लेकिन तबादला होने के बाद वे महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल चली गईं। इससे एमसीएच में आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ गई। वर्तमान में अस्पताल में 22 डाॅक्टरों की तैनाती है, लेकिन नाक, कान और गला रोग विशेषज्ञ का पद खाली है। भदोही एमबीएस को छोड़ कर किसी अन्य सरकारी अस्पताल में ईएनटी के चिकित्सक नहीं है।


केस-1 15 दिन पहले धान की कटाई करते वक्त कान में कीड़ा चला गया था। इससे तकलीफ बढ़ गई थी। जिला चिकित्सालय दिखाने आया तो पता चला कि ईएनटी के डॉक्टर नहीं है। मजबूरी में फिजिशियन से दवा ली। -अभिषेक गुप्ता, ज्ञानपुर।

केस-2 एक सप्ताह पहले स्नान करते समय कान पानी चला गया था। एमसीएच में ईएनटी के डाॅक्टर को दिखाने आया, लेकिन पता चला कि भदोही एमबीएस में हैं, इसके बाद एमबीएस में उपचार के लिए गया। -रूबल पांडेय, महजूदा।

अस्पताल में ईएनटी डाॅक्टर का पद रिक्त है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारी सहित शासन का दी गई है। -डॉ. राजेंद्र कुमार, सीएमएस, एमसीएच
*संयुक्त कृषि निदेशक विन्ध्याचल मण्डल ने विभिन्न बीज भंडार केद्रों का किया औचक निरीक्षण**

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विन्ध्याचल मण्डलायुक्त के निर्देश के क्रम में अशोक उपाध्याय, संयुक्त कृषि निदेशक विन्ध्याचल मण्डल मीरजापुर द्वारा जनपद भदोही का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान एग्रीजंक्शन सेवा केन्द्र मुख्यालय रोड लखनो, का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में 1.5 एमटी एन०पी०के०, 0.05 एमटी एम०ओ०पी० एवं 0.135 एमटी यूरिया पायी गयी, परन्तु इनका रख-रखाव मानक के अनुरूप न होने के कारण भौतिक रूप से पॉस मशीन से मिलान सम्भव नहीं हो सका।इसी प्रकार मौर्या बीज भण्डार, ज्ञानपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मौके पर बिक्रेता द्वारा लाईसेंस एवं कैशमेमों नहीं दिखाने के कारण रसायन की बिकी प्रतिबंधित कर दिया गया। संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा जिला कृषि अधिकारी/जिला कृषि रक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि उक्त दोनों दुकानों की जाँच कर जॉच रिपोर्ट 03 दिन के अन्दर प्रेषित करना सुनिश्चित करें। मौर्या बीज भण्डार इन्दिरा मिल का निरीक्षण किया गया। बिक्रेता के पास वर्तमान में कोई रसायन उपलब्ध नहीं है। न्यू मौर्या बीज भण्डार मुख्यालय रोड ज्ञानपुर, का निरीक्षण किया गया। मौके पर निर्देशित किया गया कि स्टॉक रजिस्टर एवं अन्य अभिलेख अद्यतन रखें। संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा मौके पर उपस्थित कृषक शिवजगी देवाईतपुर, कल्लन शुक्ला, दिवाकर शुक्ला लखनों, रमाशंकर गहलैया, गुलाबधर सरपतहाँ एवं सुरेश कुमार यादव चककलूती से पूछे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि उर्वरक सही दाम पर मिल रहा है। संयुक्त कृषि निदेशक के औचक निरीक्षण से जनपद के उर्वरक, बीज एवं रसायन बिक्रेताओं में हड़कंप मचा रहा। संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा कृषि विभाग के अन्तर्गत निर्माणाधीन किसान कल्याण केन्द्र घरांव का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उप कृषि निदेशक डॉ अश्वनी सिंह को निर्देशित किया गया कि अपनी देख-रेख में संबंधित कार्यदायी संस्था से निर्धारित समय तक कार्य पूर्ण करायें।
*भदोही में ढाई करोड़ से नाली, चेंबर और इंटरलॉकिंग का होगा कार्य*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही नगर में करीब ढाई करोड़ की लागत से नाली, चेंबर, इंटरलॉकिंग के साथ पेयजल की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी। पालिका प्रशासन 15वें वित्त की धनराशि से नगर में विभिन्न विकास कार्य कराएगी। पालिका प्रशासन की लोगों की शिकायतों को प्राथमिकता में रखकर उसके अनुसार कार्य कराने की योजना है।भदोही नगर पालिका में कुल 28 वार्ड हैं। जहां एक लाख की आबादी निवास करती है। वार्ड वासियों को सड़क, पेयजल, बिजली की सुविधा मुहैया कराने की जिम्मेदारी नगर प्रशासन की है। समय-समय पर बोर्ड की बैठकों में सभासदों से मिले प्रस्तावों को ध्यान में रखकर पालिका प्रशासन विकास कार्य कराती है। पालिका प्रशासन की ओर से 15वें वित्त की ढाई करोड़ धनराशि से स्टेशन रोड, चौरी रोड, रजपुरा चौराहा पर कई कार्य कराए जाएंगे।स्टेशन रोड पर चैंबर टूटने के कारण अमूमन बाइक सवार गिर कर घायल हो जाते हैं। इसी तरह अन्य वार्डों में भी जो प्रमुख समस्याएं हैं, उसकी सूची तैयार की जा रही है। अधिशासी अधिकारी धर्मराज सिंह ने बताया कि 15वें वित्त के ढाई करोड़ रुपये से इंटरलॉकिंग, नाली, पेयजल आदि विभिन्न कार्य कराए जाने की योजना है। जिन मोहल्लों में पानी सप्लाई की दिक्कत है, नालियां टूटी हैं और इंटरलॉकिंग नहीं है, वहां व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।
*चाचा की बात पर बाैखलाया भतीजा, सिर कूच कर उतारा माैत के घाट; दोनों ने साथ पी थी शराब*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही में ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के बड़वापुर गांव में एक भतीजे ने चाचा के सिर पर ईंट से वार कर हत्या कर दी। हत्या करने से पहले भतीजे ने चाचा को जमकर शराब पिलाई। जानकारी होते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं फरार भतीजे की तलाश कर रही है। भदोही कोतवाली के बड़वापुर मुसहर बस्ती निवासी माधो बनवासी अपने भतीजे राजेश के साथ शराब पी रहा था। बताया जा रहा है कि शराब पीने के दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बात इतना बढ़ गया कि भतीजे राजेश ने चाचा माधो के सिर पर ईंट से वार कर दिया। हमले से गंभीर रूप से घायल माधो को आनन-फानन उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इधर, घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस बीच मौका देख भतीजा फरार हो गया।सीओ चमन सिंह चावड़ा ने बताया कि मृतक के पत्नी की तहरीर पर भतीजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं फरार भतीजे की तलाश की जा रही है। माधो की मौत से परिजनों का रो-रोकर बेसुध हो गए हैं।
*ठंड में मवेशियों का रखें विशेष ध्यान*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बढ़ते ठंड में मवेशियों को देखभाल में पशु पालनों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इन दिनों पशुओं को देखभाल में लापरवाही मवेशियों को बीमार कर सकता है। दुधरु पशुओं को शीत से बचाने को पालन हर जतन कर रहे हैं। क्योंकि ठंड के दिनों में दुधारू मवेशियों को दूध देने की क्षमता घट जाती है। पशुओं को रात्रि में चट्ट या बोरा को ओढ़ाएं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ जैडी सिंह की मानें तो बदलते मौसम में मवेशियों की देखभाल पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है। भैस के सापेक्ष गाय ठंड की गिरफ्त में ज्यादा आती है। सर्दी से प्रभावित पशुओं में दूध की क्षमता करीब दस फीसदी कम हो गई है।
*नैट परीक्षा में कक्षा 1-3 के बच्चे हुए शामिल:51142 बच्चों ने भाषा और गणित विषय की परीक्षा में किया प्रतिभाग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बेसिक शिक्षा विभाग अपने उत्कर्ष कार्यों को सम्पादित करते हुए प्रदेश स्तर पर लगातार अपनी उपस्थिति प्रथम पावदान पर सुनिश्चित करता रहा है , जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा जिलाधिकारी महोदय द्वारा भी किया गया। भदोही फोटोज अपलोडिंग में प्रदेश में प्रथम स्थान, छात्रों की डिजिटल उपस्थिति में प्रथम स्थान, डीबीटी कार्य मे प्रथम स्थान, कंपोजिट ग्रांट उपयोग में प्रथम स्थान निपुण लक्ष्य आंकलन में भी अपनी उपस्थिति प्रभावी ढंग से दर्ज कराने में सफल रहा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से वार्तालाप किया गया तो उन्होंने इसे जनपद के समस्त अध्यापकों की मेहनत का परिणाम बतलाया साथ ही डीएमसर के प्रेरक नेतृत्व की प्रभाविता का अंकुरण कहा। जनपद भदोही की बेसिक शिक्षा परिवार सफलता के पथ पर आरूढ़ होकर सभी बच्चों को उनके शिक्षा के अधिकारी के तहत निपुण करते हुए जीवन कौशल की उत्कृष्ट व्यवस्था को सुनिश्चित करने में सहयोग देता रहेगा। जिसके क्रम में जनपद भदोही में उत्तर प्रदेश परियोजना द्वारा NAT परीक्षा 2024 का आयोजन किया जा गया जिसमें भदोही के समस्त ब्लॉकों में कक्षा 1 से कक्षा 3 तक के विद्यार्थियों की प्रतिभागिता रहीं।आज NAT परीक्षा के तहत प्रत्येक परिषदीय विद्यालयों से कक्षा 1 से 3 तक के 51978 बच्चों के सापेक्ष 51142 नैट परीक्षा में सम्मिलित हुए । इस प्रकार 1से 3 के 51978बच्चों के सापेक्ष 51142 बच्चे (98.39% )द्वारा भाषा और गणित विषय की परीक्षा में प्रतिभाग किया गया। जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर सचल दल जनपद भदोही के प्रत्येक विद्यालयों का भ्रमण करते हुए परीक्षा की शुचिता को बनाये रखा कंट्रोल रूम से वीडियो कॉल कर विद्यालयों की स्तिथि का अवलोकन भी किया गया साथ ही तकनीकी सहयोग भी दिया गया जिससे परीक्षा में उपस्थिति वृद्धि में सहयोग मिला।एकेडमिक टीमएसआरजी ,एआरपी, डायट मेंटर तथा प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय समय पर परीक्षा केन्द्रों से सम्पर्क करते हुए परीक्षा में आ रही तकनीकी सहयोग को दिया जाता रहा। यह परीक्षा ओ एम आर सीट पर हुई जिसको तत्काल परख एप की सहायता से स्कैन कर पोर्टल पर भेजते हुए ओ एम आर सीट को बीआरसी पर जमा कर दिया गया।भदोही के प्रेरक नेतृत्व विशाल सिंह जिलाधिकारी तथा शिवाकांत द्विवेदी मुख्य विकास अधिकारी भदोही ने इतने वृहद परीक्षा को अधिकतम उपस्थिति के साथ सम्पन्न कराया । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह जी ने स्वयं परीक्षा की निगरानी करते रहे। एस आर जी टीम रत्नेश कुमार पांडेय व विनय शंकर पाण्डेय , धीरज सिंह तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए परीक्षा के दौरान विद्यालयों के सम्पर्क में बने रहें और पोर्टल पर अपलोड करने में सहयोगी रहें। खण्ड शिक्षा अधिकारियों, जिला समन्वयको द्वारा डेटा को त्रुटिरहित संकलित किया गया जिसके फलस्वरूप समय से परीक्षा सम्पन्न हुई व सही डेटा परियोजना कार्यालय को प्रेषित किया जा सका।
*ठंड बढ़ने के बावजूद नहीं बने रैन बसेरे, परेशानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नवंबर माह समाप्ति की ओर है। साथ ही ठंड तेजी से बढ़ रही है। इसके कारण आम आदमी को दिक्कतों हो रही है। खासकर नगरीय क्षेत्रों में। गांवों में तो लोग झाड़ खझांड जलाकर किसी तरह बचाव के उपाय कर रहे हैं। अन्य वर्षों में रैन बसेरा बना दिया जाता था, लेकिन इस साल अभी तक नहीं बनाया गया है। ठंड का मौसम सुविधा सम्पन्न लोगों के लिए तो ठंड है लेकिन जरुरतमंदों की सामत आ जाती है। ऐसे में प्रदेश सरकार की ओर से उनकी सुधि ली गई है। इस दिशा में डीएम विशाल सिंह ने मातहतों को निर्देश भी दिए हैं। लेकिन अभी तक वह धरातल पर उतरता हुआ नजर नहीं आ रहा है। भदोही नगर पालिका प्रशासन की ओर से अब तक एक भी नहीं, जबकि नगर पंचायत घोसिया, खमरिया, सुरियावां, न‌ई बाजार तथा ज्ञानपुर में भी रैन बसेरे नहीं बने हैं। एडीएम कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने बताया कि रैन बसेरों का आदेश दिया है। ईओ धर्मराज यादव ने कहा कि स्थानों का चयन कर लिया गया है। शीघ्र ही बना दिया जाएगा।