बिहार सक्षमता-2 पुनर्परीक्षा परिणाम जारी, इतने अभ्यर्थी हुए सफल

डेस्क : बिहार बोर्ड ने दूसरी सक्षमता परीक्षा की 9वीं-10वीं और 11वीं-12वीं के कुल सात विषयों के लिए पुनर्परीक्षा का परिणाम को जारी कर दिया है। अभ्यर्थी अपना परिणाम बोर्ड के अधिकारिक वेबसाइट https// www. bsebsakshamta.com पर देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें आवेदन संख्या और जन्म तिथि अंकित करना होगा।

गौरतलब है कि सात विषयों की पुनर्परीक्षा 13 नवंबर को आयोजित की गई थी। मालूम हो कि दूसरी सक्षमता परीक्षा के शेष विषयों का परीक्षा परिणाम समिति की ओर से 16 नवंबर को ही जारी कर दिया गया था।

कक्षा नौवीं- दसवीं में कुल पांच विषय हिन्दी, फारसी, संगीत, नृत्य और गृह विज्ञान की परीक्षा दोबारा ली गई थी। इनके लिए 429 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 299 शिक्षक अभ्यर्थी सफल हुए। नौवी- दसवीं की उत्तीर्णता प्रतिशत 69.70 रही। 11वीं- 12वीं के लिए दो विषयों गृह विज्ञान और इतिहास की परीक्षा दोबारा ली गई थी। इन विषयों के लिए कुल 206 शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हुए। इनमें से 128 शिक्षक अभ्यर्थी सफल हुए हैं। दूसरी तरफ कक्षा11वीं -12वीं में उत्तीर्णता का प्रतिशत 62.14 रहा।

सोशल मीडिया पर अनर्गल टिप्पणी या शेयर करने वाले सावधान हो जाएं, जाना पड़ सकता है सलाखों के पीछे

डेस्क : सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर है। यदि आप सोशल मीडिया पर कोई भी अनर्गल टिप्पणी या शेयर करते हैं तो आपको लेने के देने पड़ सकते है और आप सलाखों के पीछे जा सकते है। बिहार पुलिस सोशल मीडिया एकाउंट पर डाले जाने वाले हर कंटेंट (तथ्य) की निगरानी कर रही है। कोई भी अनर्गल बात या आपसी विद्वेष फैलाने वाले कंटेंट शेयर किया गया तो दोषी दंडात्मक कार्रवाई के तहत सलाखों के पीछे जा सकते हैं।

पुलिस मुख्यालय के आलाधिकारी के अनुसार तकनीक का बेजा इस्तेमाल कर अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी सोशल मीडिया एकाउंट के कंटेंट पर नजर रखी जा रही है। संदिग्ध व्यक्ति को चिह्नित किया जा रहा है। पिछले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर 2024 तक 1020 मामलों में कार्रवाई की गयी है। इन पर सोशल मीडिया के माध्यम से आपत्तिजनक कंटेंट को प्रसारित करने का आरोप है। इन आरोपितों पर सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने, दंगा भड़काने और सामाजिक सदभाव के माहौल को बिगाड़ने का आरोप है।

सोशल मीडिया के किसी भी एकाउंट से हथियार लहराने वाले वीडियो या फोटो अपलोड किए जाने पर तत्काल कार्रवाई हो रही है। सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर संदिग्ध एकाउंट को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है। ईओयू ने जांच के बाद कई सोशल मीडिया एकाउंट पर प्राथमिकी दर्ज की है और कुछ को बंद भी कराया है।

सहायक पुलिस महानिरीक्षक, (कल्याण),पुलिस मुख्यालय विशाल शर्मा ने कहा है कि संदिग्ध पोस्ट को कोई भी व्यक्ति विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बिहार पुलिस से टैग कर सकते हैं, जिन पर आगे की कार्रवाई की जा सकती है। कमेंट, मैसेज कर भी शिकायत की जा सकती है।

अपार कार्ड के निर्माण में शिथिलता बरतना 25 जिलों के डीईओ को पड़ा भारी, विभाग ने मांगा जवाब

डेस्क : शिक्षा विभाग ने पटना समेत राज्य के 25 जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) से ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार कार्ड) के निर्माण में शिथिलता बरतने पर जवाब-तलब किया है। विभाग ने अपार कार्ड की धीमी प्रक्रिया पर कड़ी आपत्ति जतायी है।

डीईओ को निर्देश है कि तीन दिनों के अंदर आप बतायें कि क्यों न आपके खिलाफ इस सुस्त रवैये पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाये। इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक योगेंद्र सिंह की ओर से 25 जिलों के डीईओ को पत्र लिखा गया है।

पत्र में कहा गया है कि अपार आईडी (कार्ड) का राज्य स्तर पर औसत निर्माण प्रतिशत 5.54 है। वहीं, आपके जिलों में इससे भी कम कार्ड बने हैं। अपार आईडी के निर्माण के लिए डीईओ को ही नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।

16 नवंबर से विशेष अभियान चलाकर अपार आईडी निर्माण का निर्देश दिया गया था। इसके बावजूद भी कार्य की धीमी प्रगति से ऐसा लगता है कि आप इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं। 25 जिलों में पटना, सारण, बक्सर, गया, पूर्वी चंपारण, दरभंगा, कटिहार, किशनगंज, मधुबनी, सहरसा, जहानाबाद, शिवहर, सीतामढ़ी, भोजपुर, बेगूसराय, जमुई, गोपालगंज, लखीसराय, पश्चिम चंपारण, अररिया, अरवल, बांका, सीवान, मुजफ्फरपुर और मधेपुरा शामिल हैं।

क्या है अपार कार्ड

बता दें अपार कार्ड में संबंधित छात्र-छात्रा को एक यूनिक नंबर मिलेगा। यह कार्ड प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक तक के छात्र-छात्राओं के लिए बनाया जाना है। यह एक तरह का डिजिटल आईडी कार्ड है, जिसकी मदद से विद्यार्थी आसानी से अपने शैक्षिक रिकॉर्ड, शैक्षिक उपलब्धियों और शिक्षा से संबंधित अन्य सारी जानकारी ऑनलाइन ही प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल भारत सरकार की ओर से शुरू ‘एक देश, एक छात्र आईडी’ कार्यक्रम का हिस्सा है।

एक्सरे टेक्नीशियनों के लिए खुशखबरी, जल्द ही स्वास्थ विभाग में इतने पदों पर होगी बहाली*

डेस्क : बिहार में एक्सरे टेक्नीशियन का कोर्स किए युवक-युवतियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग में स्थाई नौकरी का मौका मिल सकता है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग में 1232 एक्सरे टेक्नीशियनों की शीघ्र बहाली की जाएगी। यह बहाली स्थायी होगी। स्वास्थ्य विभाग ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग को बिहार एक्सरे टेक्नीशियर संवर्ग के मूल कोटि के पद पर एक्सरे टेक्नीशियन के रिक्त पदों के लिए 1232 संख्या में नियमित नियुक्ति करने का प्रस्ताव भेज दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में लगातार नियुक्तियां कर रही है। राज्य के युवाओं के लिए रोजगार सृजन की दिशा में सरकार संवेदनशील है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग में भी विभिन्न पदों पर बंपर बहाली करने जा रही है। उन्होंने बताया कि एक्सरे टेक्नीशियन के रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इससे अस्पतालों में एक्सरे सेवा बेहतर होगी और इसका लाभ मरीजों को मिलेगा। श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में स्वास्थ विभाग की सेवाएं लगातार उन्नत हुई हैं। कहा कि वर्ष 2005 से पहले स्वास्थ्य सेवाएं लालटेन के भरोसे थी। कई अस्पतालों में बगैर लाइट मरीजों का इलाज हुआ करता था। अस्पतालों में दवा की कमी से लेकर भवनों की स्थिति जर्जर थी। मगर आज प्रदेश में नित्य नए अस्पताल भवनों के निर्माण से लेकर अस्पतालों में दवा की उपलब्धता पूर्ण रहती है। यही वजह है कि मरीजों का विश्वास सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य में एक्सरे सेवाओं में 1 हजार 232 लोगों की और बहाली हो जाने से एक ओर जहां रोजगार सृजन होगा, वहीं, स्वास्थ्य सेवाओं में मानव बल के इजाफे से सेवाएं और पहले के मुकाबले बेहतर होंगी।
नशामुक्त बिहार का संदेश लेकर दौड़ा पटना : सायना नेहवाल ने कहा-पहले से काफी बदल गया है बिहार*


डेस्क : नशामुक्ति के लिए बीते रविवार को मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और स्टेट बैंक आफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में पटना मैराथन का आयोजन आयोजित किया गया। इस आयोजन में देश की बैडमिंटन सनसनी सायना नेहवाल समेत कई विदेशी खिलाड़ियों ने शिरकत की। रन फॉर नशामुक्त बिहार रविवार को गांधी मैदान से जेपी गंगा पथ होते हुए अटल पथ तक हुआ। इसमें 42 किलोमीटर की दौड़ में इथोपिया के निगुसे केबेडे गुरुमुसा और सिनैत कैफलेन लेसार्ग रहे। निगुसे ने दो घंटे 26 मिनट 44 सेकेंड तथा सिनैत ने दो घंटे 56 मिनट 53 सेकेंड में दौड़ लगाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सादा ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। 42 किलोमीटर मैराथन की शुरुआत सुबह पांच बजे गांधी मैदान से की गई। अंतरराष्ट्रीय बैडिमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने हरी झंडी दिखाकर धावकों को रवाना किया। गांधी मैदान के गेट नंबर एक से दौड़ की शुरुआत हुई। गांधी मैदान से जेपी गंगा पथ होते हुए अटल पथ राजीवनगर फ्लाईओवर तक दौड़ हुई। फुल मैराथन करीब ढाई घंटे तक चला।इसके बाद हाफ मैराथन 21 किलोमीटर दौड़ की शुरूआत हुई जिसमें बिहार के कई आईएएस अधिकारी भी शामिल हुए। 7.30 बजे ऑफ मैराथन तथा 8 बजे 10 किलोमीटर दौड़ का आयोजन किया गया। पांच किलोमीटर की सामान्य दौड़ में कई विभागों के कर्मचारी, सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग आदि ने भाग लिया। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को एक-एक लाख का पुरस्कार दिया गया। विजेताओं को कुल 50 लाख तक का पुरस्कार दिया गया। वहीं अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाडी साइना नेहवाल ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू कर अच्छा काम किया गया है। पहले से बिहार में काफी बदलाव हुआ है। प्रदेश विकसित राज्य की ओर बढ़ रहा है। बिहार के लोग काफी मेहनती होते हैं। इसीलिए हर क्षेत्र में आगे बढ रहे हैं। सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए हैं। यह कदम भी सराहनीय है। इससे खेल के प्रति युवाओं का आकर्षण बढ़ेगा। पटना मैराथन में आकर काफी खुश हूं। उन्होंने धावकों को पुरस्कार देने के बाद उनका हौसला भी बढ़ाया।
पटना साइबर थाना पुलिस साइबर क्राइम के बड़े खेल का किया खुलासा, 6 अपराधियों को दबोचा

डेस्क : पटना साइबर थाना पुलिस ने पटना में चल रहे एक बड़े साइबर क्राइम का खुलासा किया है। पुलिस ने इस खेल में शामिल 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि साइबर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पटना में निजी फाइनेंस कंपनी के नाम पर लोगों से रूपए ऐंठने का काम किया जा रहा। उक्त सूचना के आधार पर साइबर थाना की पुलिस ने राजधानी के रामकृष्ण नगर इलाके में छापेमारी की।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने तेलंगाना निवासी 6 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया हैं। वहीं पुलिस ने इनके पास से 32 मोबाइल और इंटरनेट राउटर समेत कई अन्य सामान बरामद किया है। इस गैंग के दो मास्टरमाइंड नालंदा के रहने वाले है। गैंग के दोनों सरगना फिलहाल फरार हैं। तेलंगाना के गिरफ्तार साइबर अपराधी सैलरी और कमीशन पर काम कर रहे थे।

नालंदा में किशोरी के साथ गैंग रेप, एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

डेस्क : नालंदा से एक हैवानियत वाली खबर सामने आई जहां तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव एक किशोरी के साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं इस घटना में पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा फरार है। यह दोनों आरोपी भी नाबालिग है। फिलहाल पीड़िता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। 

घटना को लेकर हिलसा डीएसपी टू गोपाल कृष्ण ने बताया कि पीड़िता रात में घर के बगल में बने झोपड़ी को साफ कर रही थी। इसी दौरान दो मनचले वहां पहुंच गए और उसे पकड़ लिया। उसके बाद दोनों ने मुंह बंद कर बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। जब काफी देर बीत जाने के बाद जब किशोरी नहीं लौटी तो परिजन खोजबीन करने निकले। झोपड़ी में गए तो पाया कि वह बेहोश जमीन पर पड़ी हुई थी। परिवार वालों के आने के बाद उसने आपबीती बताई। जिसके बाद घरवालों ने पुलिस को सूचना दी।

वहीं सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़िता के फर्दब्यान के आधार पर तेल्हाड़ा थाना में पॉक्सो एक्ट दर्ज किया गया। दोनों अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी किया गया है जबकि दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। 

उन्होंने कहा कि जल्द ही दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्वस्थ होने पर पीड़िता से घटना को लेकर पूरी जानकारी ली जाएगी। इसके लिए महिला अधिकारी को तैनात कर दिया गया है। दोनो आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। पूर्व में भी एक विद्यालय के प्राचार्य पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।

सरकारी स्कूलों में फिर शुरू होंगे विज्ञान और गणित के ओलंपियाड : एसीएस

डेस्क : बिहार के सरकारी विद्यालयों में विज्ञान और गणित के ओलंपियाड फिर शुरू होंगे। चौथी कक्षा से दसवीं तक के बच्चों के लिए इसे शुरू करने की योजना है। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने दी है। वे शिक्षा की बात, हर शनिवार के पांचवें एपिसोड में शिक्षकों और बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे थे।

डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी। आगे इसे अन्य विषयों के लिए विस्तारित किया जाएगा। इसके अलावा अन्य प्रतियोगी मेधा इवेंट पर भी सरकार विचार कर रही है ताकि विद्यालयों में रचनात्मकता बढ़े।

एक सवाल के जवाब में अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शनिवार को बगैर यूनिफार्म दिवस माना जा सकता है। प्रधानाध्यापक इसे विद्यालयों में तय करेंगे। यह मुख्यालय के स्तर पर तय नहीं किया जाएगा। इसका प्रावधान इसलिए किया गया है कि यूनिफार्म को साफ करने का पूरा समय मिल सके। दो दिनों में यूनिफार्म साफ किया जा सकेगा।

वहीं उन्होंने साफ किया कि गर्मी छुट्टी की तर्ज पर ठंड की छुट्टी नहीं होगी, लेकिन काफी ठंड पड़ने पर स्कूल बंद होंगे। हालांकि गर्मी छुट्टी की तारीख पहले तय होंगी। ताकि शिक्षक-बच्चे अपनी छुट्टी प्लान कर सकें। अत्यधिक ठंड पड़ने पर छुट्टी उस समय की परिस्थिति को देखकर स्थानीय स्तर पर तय होंगे। अपर मुख्य सचिव ने शिक्षकों से कहा कि गर्मी छुट्टी में बच्चों को होमवर्क दिया जाए ताकि वे छुट्टी का बेहतर सदुपयोग कर सकें।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बैलेट से चुनाव की मागं पर स्वास्थ्य मंत्री का तंज, कही यह बड़ी बात

डेस्क : पूर्व केन्द्रीय मंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद बार-बार ईवीएम पर सवाल उठाते रहे है और बैलेट पेपर से चुनाव की मांग करते रहे है। उन्होंने एकबार फिर इस मांग को उठाया है। जिसपर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि दरअसल विपक्ष (राजद-कांग्रेस) बैलेट से चुनाव की मांग कर बुथलूट और हिंसा के दौर को वापस लाना चाहता है।

शनिवार को जारी बयान में मंत्री ने आरोप लगाया कि राजद के शासनकाल में बूथों से बैलेट की लूट के कारण ही लोकसभा व विधान सभा क्षेत्र के चुनाव रद्द होते थे। बूथ लूट और चुनावी हिंसा के राजद के डेढ़ दशकीय दौर में बिहार में 641 लोग मारे गए थे।

मंगल पांडेय ने कहा कि नब्बे के दशक के रक्तरंजित चुनावों के दौर के स्मरण मात्र से आज भी सिहरन पैदा होती है। तब हिंसा, बूथ कैप्चरिंग, छीना-झपटी, मारपीट, दबंगई, गरीब-कमजोर वर्ग के लोगों को वोट देने से रोकने आदि की वजह से चुनाव लड़ना किसी युद्ध से कम नहीं था। देश में सर्वाधिक पुनर्मतदान और चुनावों के रद्द होने का रिकॉर्ड भी तब बिहार के नाम था।

चुनाव आयोग व ईवीएम पर भ्रम फैलाकर विपक्ष लोकतंत्र पर अविश्वास पैदा कर रहा है, जो खतरनाक है।

महिलाओं के उत्थान और बिहार के विकास के लिए सीएम नीतीश कुमार बहुत काम कर रहे है : निर्मला सीतारमण

डेस्क : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की है। अपने बिहार दौरे के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं। उन्होंने महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किया है। बिहार में जीविका दीदी पर मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर बेहतरीन काम हुआ है। यहां महिलाओं को प्रशिक्षण और ऋण भी मिलता है। सेल्फ हेल्प ग्रुप को बैंक द्वारा सहायता दी जा रही है और आगे भी दी जाएगी।

केंद्रीय वित्त मंत्री शनिवार को झंझारपुर के ललित कर्पूरी स्टेडियम में आयोजित क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची थीं। निर्मला सीतारमण ने अपने 11 मिनट के संबोधन में बाढ़ त्रासदी से लेकर महिलाओं के लिए बिहार में किए गए विकासात्मक कार्य की सराहना की। इस दौरान उन्होंने 50,000 से अधिक लाभार्थियों के बीच 1121 करोड़ रुपए का रोजगारोन्मुख ऋण का वितरण किया।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि कोसी की बाढ़ मिथिलांचल के लिए चुनौती बनी हुई है। इससे निपटने की तैयारी शुरू हो गयी है। बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री ने योजना दी है। इस वित्तीय वर्ष के बजट में बाढ़ से निपटने के लिए राशि का प्रावधान किया गया है। जल्द ही कारगर कदम उठाने पर काम होगा। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर प्रधानमंत्री मोदी तेजी से काम कर रहे हैं, जिसे पूरा करने के लिए महिलाओं को रोजगार के क्षेत्र में आगे आना जरूरी है।