सी.एन.आई. स्थापना दिवस के अवसर पर राज्यभर में डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ द्वारा कार्यक्रम आयोजित

रायपुर-       छत्तीसगढ़ डायोसिस द्वारा शुक्रवार को सीएनआई दिवस मनाया गया। इस अवसर पर भंडारा का भी आयोजन राजभवन के सामने कार्यालय में किया गया जिसमें हजारों की संख्या में लोगो ने पुलाव और टमाटर चटनी का आनंद लिया।

डायोसिस कार्यालय परिसर में सीएनआई दिवस के अवसर पर केक काटा गया जिसमें बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे। छत्तीसगढ़ डायोसिस के सचिव नितिन लॉरेन्स व कोषाध्यक्ष जयदीप रॉबिन्सन ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि सीएनआई स्थापना के 54 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर राज्यभर में कार्यक्रम आयोजित किये गए और विशेष प्रार्थना की गई। इस अवसर पर बिशप द राइट रेव्ह सुशमा कुमार के नेतृत्व में प्रधानमंत्री पोषण योजना एवं राज्य सरकार के सराहनीय कदम न्योता भोज को डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ ने भी अपनाते हुए पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में उत्तर भारत की कलीसियाओं ने रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, भिलाई, जगदलपुर, मुंगेली, तखतपुर, गौरेला पेन्ड्रा, धर्मजयगढ़, कोटा, कोरबा, सक्ति, चांपा, महासमुन्द, में लाखो लोगो को भोजन के द्वारा आत्मीय संगति प्रदान कर लाभान्वित किया। डायोसिस के सचिव नितिन लॉरेन्स व जयदीप राबिन्सन संयुक्त विज्ञप्ति में बताया कि ऐसे लोग आज भी हैं जो कि भोजन को तरसते रहतें हैं उन्हें भोजन के द्वारा तृप्ति से संबल प्राप्त होता है। इसी परिपेक्ष्य में रायपुर क्षेत्र में डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़, सेंट पॉल्स कैथेड्रल, सेंट जेकब चर्च जोरा, सेंट मैथ्यू चर्च करबला एवं ग्रेस चर्च बैरन बाजार के पादरियों क्रमशः रेव्ह सुबोध कुमार, रेव्ह शैलेष सालोमन, रेव्ह सुनील कुमार, रेव्ह सुशील मसीह, रेव्ह असीम प्रकाश विक्रम, रेव्ह हेमन्त तिमोथी, रेव्ह अब्राहम दास, डीकन मनशिष केजू, डीकन जीवन मसीह दास, रेव्ह शमशेर सेमुएल, डा.व. ऐश्वर्य लिविंग्सटन, रूचि धर्मराज, किरण सिंग, रूपिका लॉरेन्स, रीता चौबे, जॉन राजेष पॉल, सुनिता दास, अष्मिता वानी, के नेतृत्व में न्योता भोज एवं पोहा वितरण की सेवा पूर्ण की गयी। चर्च पंचायत के सदस्यों प्रमोद मसीह, सोमरोन केजू, एड. संजय नायक, प्रेम मसीह, डी के दानी, नीरज रॉय, विनीत पॉल, राजेश लाल, राजेश बैन्जमिन, विनोद लाल, आलोक चौबे, साइमन मसीह, सनातन सागर, गजेन्द्र दान, दीपक बाघे, अक्षय जेम्स, अविनाश भन्नेट, प्रतिक्षित मैथ्यूज, निशांत थापा, सेमुएल मार्डीकल, शेमरोन मसीह, डिक्सन बैंजामीन, मेकेनली डेनिएल, शुभ वानी, शैलेष सिंग, विवेक बाघ, सहित समाज प्रमुखों ने अपनी सेवा प्रदान की है। छत्तीसगढ़ डायोसिस की बिशप द राइट रेव्ह सुषमा कुमार ने देष के प्रधानमंत्री की इस योजना की सराहना करते हुए उनके सुशासन मंत्रीमंडल, सभी राज्यों एवं समस्त छत्तीसगढ़ सरकार की जनसेवा योजनाओं में छत्तीसगढ़ डायोसिस के सहयोग का विश्वास व्यक्त करते हुए समस्त राज्यवासियों की खुशहाली, शांति एवं सर्वांगीण विकास हेतु विशेष प्रार्थना की। सचिव नितिन लॉरेन्स ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में छत्तीसगढ़ डायोसिस के सहयोग देने की अपील सभी कलीसियाओं से की है। न्योता भोज कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

छत्तीसगढ़ की इनामी महिला नक्सली ओडिशा में गिरफ्तार, कई बड़े मुठभेड़ों में थी शामिल

बस्तर-  छत्तीसगढ़ की एक महिला नक्सली को ओडिशा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार महिला नक्सली माओवादी नेता की सुरक्षा टीम की सदस्य थी और कई बड़े मुठभेड़ में शामिल थी. इस नक्सली पर दो लाख रुपये का इनाम भी घोषित था.

ओडिशा की मलकानगिरी पुलिस ने आंती माड़वी उर्फ लाके को एमवी-79 थाना क्षेत्र के कुर्ती जंगल से गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, लाके 11 बड़े नक्सली मुठभेड़ों में शामिल रही है. वह मलकानगिरी के तुलसी और दुलदुला एनकाउंटर में भी सक्रिय भूमिका निभा चुकी है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने लाके से पूछताछ शुरू कर दी है.

मानेसर दिल्ली की NSG टीम छत्तीसगढ़ में दे रही पीएसओ प्रशिक्षण, आपातकालीन परिस्थितियों से बचने के बता रहे तरीके

रायपुर-    मानेसर (गुड़गांव) की एनएसजी टीम रायपुर में रहकर छत्तीसगढ़ के व्हीआईपी की सुरक्षा में लगे पीएसओ को कड़ा प्रशिक्षण दे रही है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अति. पुलिस महानिदेशक ( गुप्तवार्ता) आईपीएस अमित कुमार के प्रयास एवं मार्गदर्शन में चल रहा है. प्रथम बैच में 18 से 30 नवंबर तक बारह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्यभर के 100 से अधिक पीएसओ ने भाग लिया. NSG द्वारा राज्य के सभी पुलिस इकाई के वाहन चालकों को भी 6-6 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें आपातकाल में चालकों द्वारा किए जाने वाले ड्रील शामिल है.

प्रशिक्षण कार्यक्रम में आज होमगार्डस ग्राउंड माना में पीएसओ एवं पुलिस वाहन चालकों का संयुक्त अभ्यास NSG के नेतृत्व में कराया गया, जिसमें आपातकालीन परिस्थिति में वाहन चालकों एवं पीएसओ द्वारा क्या किया जाना है, इसे विस्तार से दिखाया एवं ड्रिल द्वारा समझाया गया. आज डेमो ड्रिल अभ्यास में अति. पुलिस महानिदेशक (गुप्तवार्ता) अमित कुमार स्वयं उपस्थित रहकर ड्रिल का सूक्ष्मता से अवलोकन किया. एडीजी (गुप्तवार्ता) के अतिरिक्त डेमो ड्रिल अभ्यास में व्हीआईपी सुरक्षा वाहिनी के कमाडेंट हरीश राठौर, पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय माना के पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिंज, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा) ज्ञानेन्द्र अवस्थी उपस्थित रहे। एनएसजी प्रशिक्षण दस्ते के मुखिया ग्रुप कमांडर राजीव पनवर और उनके सहायतार्थ 13 एनएसजी दल के सदस्य उपस्थित रहे.

एनएसजी के ग्रुप कमांडर ने की पुलिस जवानों की सराहना

अति. पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता ने अपने आशीर्वचन में पुलिस में प्रशिक्षण के महत्व पर बल दिया. व्हीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों को भविष्य में भी लगातार प्रशिक्षण दिए जाने पर जोर देते हुए एनएसजी को श्रेष्ठ प्रशिक्षण दल बताया. सेनानी व्हीआईपी सुरक्षा वाहिनी ने पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम और प्रशिक्षणार्थियों की संख्या आदि के बारे में बताया. ग्रुप कमांडर NSG राजीव पनवर ने राज्य के व्हीआईपी सुरक्षा में लगे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिस जवानों की सराहना की. पुलिस जवानों को धैर्य और समर्पण की भावना से प्रशिक्षण प्राप्त करने की बात कही. आज के डेमो कार्यक्रम में व्हीआईपी के काफिले में बाहरी आक्रमण होने पर पीएसओ द्वारा दिए जाने वाले प्रतिक्रिया के बारे में दर्शाया गया. डेमो कार्यक्रम के मंचीय कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन सहायक सेनानी निशांत शर्मा ने किया.

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का कड़ाई से हो पालन: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में प्रदेश के सड़क सुरक्षा परिदृश्य, सड़क दुर्घटना के नियंत्रण के उपायों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने बैठक में कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के नियंत्रण के लिए दुपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट और चार पहिया वाहन चालकों के लिए सीट बेल्ट के उपयोग तथा वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए जनजागरूकता अभियान को प्रभावी ढंग से चलाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़कों पर ब्लैक स्पॉट के सुधार कार्य में तेजी लाने, जिला सड़क सुरक्षा समिति की नियमित बैठकें आयोजित करने, सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के इलाज के लिए निर्माणाधीन ट्रामा स्टेब्लाईजेशन यूनिट्स का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बैठक में परिवहन विभाग द्वारा तैयार कराया गया ‘‘बस संगवारी एप’’ लांच किया और परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा पर प्रकाशित पोस्टर का विमोचन किया।
बैठक में जानकारी दी गई कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर दसवीं तक के राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद की पाठ्यपुस्तकों में सड़क यातायात नियमों से संबंधित अध्याय पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। बैठक में बताया गया कि यातायात व्यवस्था का इलेक्ट्रॉनिक सर्विलेंस रायपुर, बिलासपुर और नवा रायपुर में किया जा रहा है। भिलाई और दुर्ग में यह व्यवस्था आंशिक रूप से संचालित है। सितंबर 2023 से अक्टूबर 2024 तक 101 ब्लैक स्पॉट और 748 जंक्शन के सुधार कार्य पूर्ण किए गए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने पर सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु की संभावना 40 प्रतिशत तक कम हो सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर परिवहन विभाग द्वारा 6 लाख 70 हजार से अधिक तथा पुलिस विभाग द्वारा 4 लाख 87 हजार से अधिक चालानी कार्यवाही की गई है। 01 जनवरी 2023 से 31 अक्टूबर 2024 तक 7826 वाहन चालकों का लायसेंस निलंबित किया गया है। 8 दुर्घटनाजन्य क्षेत्रों राजनांदगांव, धरसींवा अभनपुर, पाली, सिमगा, सुकमा, बेमेतरा और पत्थलगांव में ट्रामा स्टेब्लाईजेशन यूनिट निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की गई है। 14 हजार 261 वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस, 72 हजार से अधिक वाहनों में स्पीड गवर्नर तथा 2200 बसों में पेनिक बटन लगाए गए हैं। बैठक में ब्लैक स्पॉट की पहचान, सुधार की कार्यवाही, सड़कों में यातायात संकेतक, होर्डिंग्स हटाने, फुटपाथ, पार्किंग, सर्विस लेन से अतिक्रमण हटाने आदि कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, बसव राजू एस. और राहुल भगत, परिवहन विभाग के सचिव एस. प्रकाश, आबकारी सचिव आर. संगीता, एडीजी ट्रेफिक प्रदीप गुप्ता, अपर परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर उपस्थित थे। सभी संभागों के आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक वर्चुअली बैठक में शामिल हुए। अंतर्विभागीय लीड एजेंसी के अध्यक्ष एवं एआईजी ट्रेफिक संजय शर्मा ने बैठक में प्रेजेंटेशन दिया।
अवैध कब्जा हटाने गए तहसीलदार के साथ व्यापारी ने की मारपीट, जमकर चले लात घूंसे

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर-  छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ में अतिक्रमण हटाने के दौरान आज एक व्यापारी ने तहसीलदार को थप्पड़ जड़ दिया. तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त मौहारपारा इलाके में गोपाल शीत गृह के पास अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे. इस दौरान अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान उनकी एक युवा व्यापारी से बहस हो गई, जिससे आवेश में आकर व्यवसायी नितिन अग्रवाल ने उन्हें थप्पड़ मार दी. घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी नितिन अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है.

क्या है मामला?

तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त बीते एक सप्ताह से राजस्व, नगरपालिका, और पुलिस अमले के साथ शहर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम चला रहे हैं. शुक्रवार को जब वह मौहारपारा इलाके में पहुंचे, तो वहां स्थित नितिन अग्रवाल की दुकान के बाहर रखे सीमेंट शीट को हटाने का निर्देश दिया. पटवारी दीपेंद्र सिंह ने शीट हटाने को कहा, और नितिन शीट हटा भी रहा था. लेकिन, तहसीलदार द्वारा सख्त लहजे में शीघ्रता करने की बात पर नितिन अग्रवाल नाराज हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि नितिन ने तहसीलदार को थप्पड़ मार दिया और गाली-गलौच शुरू कर दी.

घटना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नितिन अग्रवाल को हिरासत में लिया. तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त और राजस्व अमला सिटी कोतवाली पहुंचकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

यह पहली बार नहीं है जब तहसीलदार विवादों में आए हैं. बीते सप्ताह अतिक्रमण हटाने के दौरान भी एक व्यवसायी प्रियम केजरीवाल का मोबाइल छीनने का मामला सामने आया था. प्रियम ने तहसीलदार की कार्यवाही का वीडियो बनाते हुए उनसे सवाल किया था, जिससे नाराज होकर तहसीलदार ने उसका मोबाइल छीन लिया था.

आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों को पुनर्वास नीति के तहत मिलेगा आवास : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-    छत्तीसगढ़ सरकार ने आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 15,000 आवासों की स्वीकृति प्रदान की है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले आत्मसमर्पित नक्सलियों और पीड़ित परिवारों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए यह पहल एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 15,000 आवास केवल मकान नहीं बल्कि उन परिवारों के लिए सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक हैं। हमारी सरकार इस योजना को पूरी पारदर्शिता और तत्परता के साथ लागू करेगी। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश के विकास और शांति स्थापना की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा कि नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों को बेहतर जीवन देने के लिए हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। पीड़ित परिवारों को आवास मिल जाने से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। यह योजना सामाजिक समरसता और विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होगी।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि इस योजना में विशेष रूप से उन परिवारों को शामिल किया जाएगा जिनका नाम सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना 2011 और आवास प्लस 2018 की सूची में शामिल नहीं था। इन नामों को 6 दिसंबर 2024 तक आवास प्लस पोर्टल पर अपलोड करने की अनुमति केंद्र सरकार द्वारा दी गई है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर आत्मसमर्पित नक्सलियों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत आवास देने की स्वीकृति हेतु निवेदन किया था परिणामस्वरूप 15 हजार आवास की स्वीकृति भारत सरकार से दी गयी है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इस विशेष परियोजना के तहत पुलिस अधीक्षक जिले के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) जिला पंचायत को आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों की सूची प्रदान करेंगे। इसके बाद जिला पंचायत द्वारा इस सूची का सर्वेक्षण और सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन उपरांत कलेक्टर के माध्यम से लाभार्थियों के लिए भूमि का चिन्हांकन किया जाएगा। इसके आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना के दिशानिर्देशों के अनुरूप आवास निर्माण की प्रक्रिया आरंभ होगी।

शासन की अभिनव पहल : रायपुर में 2025 तक घर-घर पहुंचेगी नेचुरल गैस, प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण में होगा सुधार
रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव के नेतृत्व में राज्य सरकार राजधानी रायपुर में विकास की नई इबारत लिख रही है. नगर पालिक निगम रायपुर की ओर से नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग और जिला प्रशासन के निर्देशानुसार शहर में नेचुरल गैस की आपूर्ति की योजना पर तेजी से काम हो रहा है. भारत सरकार के उपक्रम गेल इंडिया लिमिटेड और हरियाणा गैस एजेंसी के माध्यम से रायपुर शहरवासियों को अगले वर्ष 2025 के दौरान प्राकृतिक गैस की पाइप लाइन के माध्यम से आपूर्ति की सुविधा घरों में कनेक्शन के माध्यम से वाहनों में सीएनजी स्टेशन के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्रों में शीघ्र दिये जाने की तैयारी तेज गति से जारी है.

आज रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देशानुसार नगर निगम रायपुर के आयुक्त अविनाश मिश्रा ने भारत सरकार के उपक्रम गेल इंडिया लिमिटेड के उपमहाप्रबंधक निर्माण जे.के. पाण्डेय और रायपुर में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति घरों में किये जाने डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछाने अधिकृत हरियाणा गैस एजेंसी के प्रबंधक राकेश रंजन, नगर निगम रायपुर के अधीक्षण अभियंता राजेश राठौर, कार्यपालन अभियंता अंशुल शर्मा की उपस्थिति में इस संबंध में चर्चा कर संबंधित अधिकारियों से योजना की आवश्यक जानकारी ली.

आयुक्त को गेल इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों ने जानकारी दी कि मुंबई नागपुर झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइप लाइन से रायपुर शहर क्षेत्र में घरों के लिए प्राकृतिक गैस आपूर्ति और शहर क्षेत्र में सीएनजी स्टेशन के माध्यम से वाहनों में प्राकृतिक ईंधन आपूर्ति की अभिनव योजना पर कार्य निरंतर प्रगति पर है. वर्ष 2025 के दौरान रायपुर शहर में प्राकृतिक गैस पाइप लाइन आपूर्ति से संबंधित योजना का व्यवहारिक क्रियान्वयन शासन के निर्देशानुसार करने की योजना है. इस योजना के राजधानी शहर रायपुर में क्रियान्वयन से शहर में प्रदूषण नियंत्रण का कार्य और अधिक प्रभावी तरीके से हो सकेगा एवं वायु गुणवत्ता में इससे शहर में सुधार क्रियान्वयन के माध्यम से दृष्टिगोचर हो सकेगा. इसके माध्यम से राजधानी शहर में पर्यावरण संरक्षण का कार्य प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा.

घर-घर पहुंचेगी नेचुरल गैस कनेक्शन सुविधा

जानकारी दी गई कि वर्ष 2025 के दौरान भारत सरकार के उपक्रम गेल इंडिया लिमिटेड के माध्यम से बिछाई जा रही मुख्य प्राकृतिक गैस पाइप लाइन से वितरक लाइन रायपुर शहर क्षेत्र में इस के लिए अधिकृत हरियाणा गैस एजेंसी के माध्यम से बिछाकर लगभग 1 लाख घरों में सीएनजी गैस आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाकर कनेक्शन देने की योजना पर कार्य किया जा रहा है. इस के लिए प्राकृतिक गैस आपूर्ति पाइप लाइन बिछाकर घरों में की जायेगी एवं शहर में वाहनों में प्राकृतिक ईंधन आपूर्ति के लिए सीएनजी स्टेशन खोले जायेंगे. औद्योगिक क्षेत्रों में प्राकृतिक गैस आपूर्ति करने का कार्य वर्ष 2025 के दौरान किये जाने की योजना पर कार्य प्रगति पर है. आयुक्त अविनाश मिश्रा ने संबंधित अधिकारियों को शासन की लोककल्याणकारी योजना का क्रियान्वयन का कार्य प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है.

ऊर्जा और जल संरक्षण के विषय में क्रेडा ने किया कार्यशाला का आयोजन, 100 से अधिक किसान हुए शामिल …

रायपुर-    क्रेडा विभाग द्वारा ऊर्जा और जल संरक्षण विषय पर प्रतिवर्ष किसानों की जागरूकता के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाता है. इस अवसर पर ऊर्जा और जल संरक्षण के महत्व पर जागरूकता फैलाने और ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा संरक्षण में राष्ट्र की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाता है. इसी कड़ी में क्रेडा ने जागरूकता कार्यक्रम सह अर्द्धदिवसीय कार्यशाला का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र रायपुर में किया. जिसमें जिले के लगभग 100 किसानों ने हिस्सा लिया. कार्यशाला में लाईव पंप का डेमोंस्ट्रेशन भी किया गया और जागरूकता रैली भी निकाली गई.

इस अवसर पर आकाश शर्मा, जिला प्रभारी क्रेडा रायपुर ने छत्तीसगढ़ शासन के नेतृत्व और क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा के मार्गदर्शन में प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में क्रियान्वित और संचालित की जा रही समस्त योजनाओं एवं प्रयासों की जानकारी दी गई. इसके अलावा समस्त कृषकों को ऊर्जा संरक्षण के बारे में जानकारी देते हुए उच्च ऊर्जा दक्षता और स्टार रेटेड पंपों और उपकरणों के उपयोग के विषय में जानकारी भी दी और वैश्विक स्तर पर भारतीय मानक ब्यूरों के दिशा निर्देशों के बारे में बताया गया.

कार्यशाला में समस्त कृषकों को सौर सुजला योजना, पी.एम. सूर्यधर मुफ्त बिजली योजना, बायोगैस कार्यक्रम और क्रेडा द्वारा विकसित सौर समाधान ऐप जिसका विमोचन मुख्यमंत्री ने दिनांक 18.112024 को किया गया है, इसकी जानकारी भी दी गई. इस ऐप के माध्यम से प्रदेश अंतर्गत सौर ऊर्जा से संबधित समस्त परियोजनाओं की जानकारी प्रदेश की जनता को उपलब्ध होगी, साथ ही प्रदेश अंतर्गत क्रेडा द्वारा स्थापित समस्त सौर संयंत्रों के प्रभावी संचालन/संधारण और मॉनिटरिंग भी किया जाएगा. इस ऐप को गुगल प्ले स्टोर में सौर समाधान-CGCREDA लिखकर डाऊनलोड किया जा सकता है.

कार्यशाला में इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर के डीन जी के दास, आकाश शर्मा क्रेडा जिला प्रभारी रायपुर, गौतम रॉय प्रोजेक्ट हेड और साइंटिस्ट, प्रियंका पचौरी प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर, आदित्य बघेल सहायक अभियंता, नाथूराम महावी उप अभियाग, सुनील कुमार टोप्पो उप अभियंता और अन्य वार्मचारी गण उपस्थित रहे.

ग्रामीणों ने रोका रेल विस्तार का काम, गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

कोरबा-  रेल विस्तार से खराब हुई सड़क को लेकर मड़वाढोढा के पास ग्रामीणों ने माकपा के नेतृत्व में काम को रोक दिया है. बड़ी संख्या में ग्रामीण काम रुकवाने पहुंचे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि रेल विस्तार के कारण सड़क खराब हो गई है. इसके चलते बरसात में सड़क बंद हो जाएगी.

ग्रामीणाें के मुताबिक, गेवरा पेंड्रा रेल विस्तार के लिए मड़वाढोढा एवं पुरैना गांव को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग को जर्जर कर दिया गया है. बरसात में सड़क मार्ग पूर्ण रूप से बंद हो जाएगा. खराब सड़क को लेकर मड़वाढोढा और पुरैना गांव के ग्रामीणों ने माकपा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए रेल विस्तार के काम को बंद करा दिया है.

ग्रामीणों ने कहा कि जब तक मड़वाढोढा एवं पुरैना गांव को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग को ठीक नहीं किया जाएगा तब तक रेल विस्तार के कार्य को शुरू नहीं होने देंगे. ग्रामीणों के विरोध के बाद गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास से सामाजिक अंधविश्वास हटेंगे- डॉ. दिनेश मिश्र
रायपुर-    किसी भी व्यक्ति को बचपन से ही अक्षर ज्ञान के साथ सामाजिक अंधविश्वासों व कुरीतियों के संबंध में सचेत किया जाना चाहिए. वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास से विभिन्न अंधविश्वासों व कुरीतियों का निर्मूलन संभव है, व्यक्ति को अपनी असफलता का दोष ग्रह-नक्षत्रों पर न थोपने की बजाय स्वयं की खामियों पर विश्लेषण करना चाहिए, उक्त विचार दौलत राम शर्मा शासकीय महाविद्यालय कसडोल द्वारा आयोजित व्याख्यान में अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने व्यक्त किए.

डॉ. मिश्र ने अंधविश्वास एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आयोजित कार्यक्रम कहा हमारे देश के विशाल स्वरूप में अनेक जाति, धर्म के लोग हैं जिनकी परंपराएँ व आस्था भी भिन्न-भिन्न है लेकिन धीरे धीरे कुछ परंपराएँ, अंधविश्वासों के रूप में बदल गई है. जिनके कारण आम लोगों को न केवल शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा से गुजरना पड़ता है बल्कि ठगी का शिकार होना पड़ता है. कुछ चालाक लोग आम लोगों के मन में बसे अंधविश्वासों, अशिक्षा व आस्था का दोहन कर ठगते हैं. उन अंधविश्वासों व कुरीतियों से लोगों को होने वाली परेशानियों व नुकसान के संबंध में समझा कर ऐसे कुरीतियों का परित्याग किया जा सकता है. विभिन्न सामाजिक व चिकित्सा के संबंध में व्याप्त अंधविश्वासों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा देश के विभिन्न प्रदेशों में अनेक प्रकार के अंधविश्वास प्रचलित हैं जो न केवल समाज की प्रगति में बाधक हैं बल्कि आम व्यक्ति के भ्रम को बढ़ाते हैं, उसके मन की शंका-कुशंका में वृद्धि करते हैं.

डॉ. मिश्र ने कहा छत्तीसगढ़ में टोनही के नाम पर महिला प्रताडऩा की घटनाएँ आम है जिनमें किसी महिला को जादू-टोना करके नुकसान पहुँचाने के संदेह में हत्या, मारपीट कर दी जाती है जबकि कोई नारी टोनही या डायन नहीं हो सकती, उसमें ऐसी कोई शक्ति नहीं होती जिससे वह किसी व्यक्ति, बच्चों या गाँव का नुकसान कर सके. जादू-टोने के आरोप में महिला प्रताडऩा रोकना आवश्यक है. अंधविश्वासों के कारण होने वाली टोनही प्रताडऩा/बलि प्रथा,तथा सामाजिक बहिष्कार जैसी घटनाओं से भी मानव अधिकारों का हनन हो रहा है. अंधविश्वासों एवं सामाजिक कुरीतियों के निर्मूलन के लिये प्रदेश में पिछले 29 वर्षों से कोई नारी टोनही नहीं अभियान चलाया जा रहा है.

डॉ. मिश्र ने कहा कि समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास अतिआवश्यक है. कई बार लोग चमत्कारिक सफलता प्राप्त करने की उम्मीद में ठगी के शिकार हो जाते हैं, जबकि किसी भी परीक्षा, साक्षात्कार, नौकरी प्रमोशन के लिए कठोर परिश्रम व सुनियिोजित तैयारी आवश्यक है. तुरन्त सफलता के लिए किसी चमत्कारिक अँगूठी, ताबीज, तंत्र-मंत्र कथित बाबाओं के चक्कर में फँसने की बजाय परिश्रम का रास्ता अपनाना ही उचित है.

डॉ. मिश्र ने कहा समाज में जादू-टोना, टोनही आदि के संबंध में भ्रामक धारणाएँ काल्पनिक है, जिनका कोई प्रमाण नहीं है. पहले बीमारियों के उपचार के लिए चिकित्सा सुविधाएँ न होने से लोगों के पास झाड़-फूँक व चमत्कारिक उपचार ही एकमात्र रास्ता था, लेकिन चिकित्सा विज्ञान के बढ़ते कदमों व अनुसंधानों ने कई बीमारियों, संक्रामकों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है तथा कई बीमारियों के उपचार की आधुनिक विधियाँ खोजी जा रही है. बीमारियों के सही उपचार के लिए झाड़-फूँक, तंत्र-मंत्र की बजाय प्रशिक्षित चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. कोरोना काल में भी आधुनिक चिकित्सा के सहयोग से महामारी पर नियंत्रण पाया जा रहा है.

डॉ मिश्र ने कहा आमतौर पर अंधविश्वासों के कारण होने वाली घटनाओं की शिकार महिलाएँ ही होती है. अपनी सरल प्रवृत्ति के कारण से सहज ही चमत्कारिक दिखाई देने वाली घटनाओं व अफवाहों पर विश्वास कर लेती है व ठगी व प्रताडऩा की शिकार होती है, जिससे भगवान दिखाने के नाम पर रूपये, गहने दुगुना करने के नाम पर ठगी की जाती है. अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों के निर्मूलन व सामाजिक जागरण में अपना अमूल्य योगदान विद्यार्थी एवं स्थानीय ग्रामीण भी दे सकते हैं. उन्हें आस-पास के लोगों को इस संदर्भ में विज्ञान सम्मत जानकारी देनी चाहिए. कार्यक्रम में व्याख्यान के बाद चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या भी प्रस्तुत की गई व प्रश्नोत्तर हुए . कार्यक्रम को डॉ शैलेश जाधव, महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ एच के एस गजेंद्र ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के डॉ. पटेल, डॉ बर्मन, सहित छात्र , उपस्थित रहे.