परिषद को भेजी गई 93 केंद्रों की सूची,पहले 85 परीक्षा केंद्र थे,अब आठ और बढ़ाए गए

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए आठ केंद्र बढ़ाए जाएंगे। जिससे केंद्रों की संख्या 85 से बढ़कर 93 हो गई है, हालांकि अभी परिषद की तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। चार सदस्यीय कमेटी ने छात्र संख्या के आधार पर आठ केंद्र बढ़ाने की संस्तुति की है, जिसको शिक्षा विभाग ने प्रस्तावित कर परिषद को भेज दिया है।फरवरी में शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण की कवायद धीरे-धीरे अंतिम दौर में है। केंद्र बनने के लिए 190 विद्यालयों ने आवेदन किया था।

करीब 20 दिन पूर्व माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 85 केंद्रों की अनंतिम सूची जारी किया। जिसमें कई अच्छे विद्यालय केंद्र नहीं बने थे और मानक पूर्ण न करने वाले स्कूल केंद्र बन गए। 14 नवंबर तक कुल 95 आपत्तियां आईं। डीएम के निर्देश पर एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीम ने आपत्तियों का निस्तारण करते हुए शिक्षा विभाग को रिपोर्ट सौंपी। जिसमें छात्र संख्या के आधार पर आठ केंद्र बढ़ाने का प्रस्ताव दिया। जिसमें यह कहा गया कि 2024 की बोर्ड परीक्षा में कुल 56 हजार छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। जिसके लिए 96 केंद्र बनाए गए। 2025 की परीक्षा में 55 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होंगे, इसलिए 85 केंद्र कम होंगे। ऐसे में आठ केंद्र बढ़ाया जाना जरूरी है।

इस आख्या के आधार पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 93 केंद्रों को फाइनल करते हुए सूची परिषद को भेज दी।जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने कहा कि एसडीएम की आख्या के आधार पर आठ केंद्र बढ़ाने का प्रस्ताव बनाकर परिषद को भेजा गया है। अब वहां से हरी झंडी मिलने पर केंद्र तय हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 55 हजार 167 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। इसमें हाईस्कूल के 26 हजार 912 और इंटरमीडिएट में 28 हजार 264 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है। कुल मिलाकर छात्र-छात्राओं की संख्या 2024 से करीब एक हजार, 2023 से दो हजार कम है।

ब्लड कंपोनेंट यूनिट की मशीनें फांक रही धूल

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट में लगी करोड़ों की मशीनें तीन माह से धूल फांक रही है। अभी तक इसे चालू करने के लिए लाइसेंस नहीं मिला है। जबकि शासन को रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई है।

ऐसे में प्लाजा और प्लेटलेट्स के लिए मरीज भटक रहे हैं। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि लाइसेंस के लिए प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली गई है। अब ड्रग कंट्रोलर आफ इंडिया से लाइसेंस आते ही मरीजों की सुविधा को ब्लड कंपोनेंट रेपरेशन यूनिट शुरू हो जाएगी। मशीन लगाने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है।

मशीन शुरू होते ही प्लाजा और प्लेटलेट्स के मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में नहीं भटकना पड़ रहा है। बदलते मौसम में संक्रामक से पीड़ित रोगियों में इजाफा होने लगा है। जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेट यूनिट तैयार होने के बाद शासन स्तर से मशीनें भी लग चुकी है। जिले में इन दिनों तीन दर्जन से ज्यादा डेंगू से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं वर्ष 2023 में कुल 280 डेंगू से पीड़ित रोगी मिले थे। इस वर्ष भी मरीजों की संख्या नौ हो गई है।

जिला अस्पताल के सीए‌म‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि ब्लड बैंक के पास ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट बन गया है। यूनिट के उपकरण भी अस्पताल प्रशासन संबंधित कंपनी को मशीन इंस्टालमेंट करने के लिए सूचना दी है

चिकित्सालय के ब्लड बैंक की क्षमता 300 यूनिट खून रखने की है।

गोपीगंज में 60 किमी की दूरी पर दो टोल व्यापारियों ने टोल प्लाजा को हटाने मांग की

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग लाला नगर मे स्थित टोल प्लाजा हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियो व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन किया।मंगलवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेश उपाध्यक्ष रतनलाल अग्रहरि व जिला अध्यक्ष डा. घनश्याम दास गुप्ता के साथ नगर अध्यक्ष श्रीकांत जायसवाल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में व्यापारी लालानगर टोल प्लाजा पहुचे, जहां विरोध प्रदर्शन के बाद प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह को केंद्रीय परिवहन मंत्री के नाम का पत्रक सौंपा।पत्रक में अवगत कराया गया कि कई बार पत्र देने के बावजूद आजतक लालानगर टोल बंद नही किया गया,हंडिया टोल प्लाजा एवं लाला नगर टोल प्लाजा की दूरी मात्र 34 किलोमीटर है।

जिसके चलते वाहन स्वामियों को हंडिया टोल प्लाजा से टोल टैक्स देने के बाद लाला नगर टोल प्लाजा पर भी टोल टैक्स देना पड़ता है, जिसकी वजह से वाहन स्वामियों को मात्र 34 किलोमीटर के एरिया में टोल टैक्स देना पड़ता है,जबकि 60 किलोमीटर के दायरे चलाए जा दो टोल को अनैतिक बताते हुए एक को बंद करने का आश्वासन दिया गया था। इसके अलावा आपने आश्वासन भी दिया था 03 महीने के अंदर 60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले दो टोल को हटाना तो दूर स्थानीय वाहनों से भी टैक्स वसूली किया जा रहा है। स्थानीय वाहन को छूट देने के साथ एक टोल को बंद करने की मांग करते हुए कहा कि यथा शिघ्र मांग पूरी होने तक व्यापार मंडल का आंदोलन जारी रहेगा। विरोध प्रदर्शन करने वालों में अनुज बरनवाल, शिव शंकर गुप्ता,जगत मोदनवाल, शिव प्रकाश गुप्ता,दिनेश कुमार, कपिल कौशल,विट्टू सिंह,अभिषेक,सतीश कुमार, दीपक सिंह,आनंद सोनी, रंजीत, गोपाल,गुड्डू,मनोज, धीरज,आसिफ,नवीन कुमार सहित अन्य व्यापारी शामिल रहे।

भदोही कलेक्ट्रेट में मनाया गया संविधान दिवस

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी एवं दीपक मिश्रा जिला अध्यक्ष भाजपा मौजूद रहे। जिला अधिकारी ने उपस्थित सभी अधिकारी कर्मचारियों को संविधान का प्रस्तावना पढ़कर सुनाया।

इसके पश्चात जिला अधिकारी व जिला पंचायत अध्यक्ष ने कलेक्ट्रेट परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कलेक्ट्रेट में आयोजित संविधान दिवस के अवसर पर डीएम विशाल सिंह ने कहा कि संविधान हम सभी को नियंत्रित रखना एवं हम सभी के अधिकारों को बताता है । उन्होंने कहा कि भीमराव अंबेडकर ने संविधान में नियमों का जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस पर हम सभी लोग संविधान के अनुसार चलने का संकल्प ले। जिससे देश विकास के साथ विकसित देश के रूप में उभरे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि हम सभी के लिए संविधान अति आवश्यक है ।

संविधान जहां लोगों के अधिकारो को बताता है तो वही नियम एवं व्यक्ति के नियंत्रण को सीखता है। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कहां की हर व्यक्ति को एक पौध जरूर लगाना चाहिए और उसका अपने संतान की तरह देखभाल करें । जिससे पर्यावरण संरक्षण हो सके। इस अवसर पर जिले के विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

भदोही के सौ शैय्या अस्पताल में न खून की जांच न एक्स-रे की सुविधा

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। सरपतहां स्थित सौ शैय्या अस्पताल में ढाई साल बाद भी जरूरी सुविधाएं नदारद है। अस्पताल में सिर्फ 100 बेड की सुविधा है। अस्पताल में ना तो खून की जांच न अल्ट्रासाउंड और न एक्स - रे की सुविधा है। डिजिटल एक्स-रे मशीन कब चालू होती है। स्वास्थ्यकर्मियों को भी नहीं पता है। इससे अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानी होती है। अस्पताल की नींव वर्ष 2007 में रखी गई थी। इसके लिए करीब 14 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। अधूरे संसाधनों के साथ 2022 में अस्पताल शुरू कर दिया गया।

 अस्पताल में अभी भी पांच भवन अर्धनिर्मित है। ढाई साल भी अस्पताल में जरूरी व्यवस्थाएं नहीं है। अस्पताल केवल ओपीडी तक सीमित है। यहां रोजाना 200 से 250 लोगों की ओपीडी होती है। इसमें से 35 लोगों को अल्ट्रासाउंड एक्स-रे खून की जांच की जरूरत पड़ती है। अस्पताल में इन सुविधाओं के न होने पर मरीज को निजी लैब की ओर रुख करना पड़ता है। अस्पताल परिसर में टीबी अस्पताल, बर्न यूनिट और डायलिसिस यूनिट है। बर्न यूनिट का संचालन केवल कोरमपूर्ति है। यहां बर्न का केस आने पर डॉक्टर मरीज को रेफर कर देते हैं। वहीं टीबी अस्पताल दवा के गोदाम में तब्दील हो गया है। वहीं अस्पताल के गोदाम में करोड़ों रुपए के उपकरण धूल फांक रहे हैं। इनमें लैब, फिजियोथेरेपी,सीआर्म,दंत सहित अन्य मशीनें शामिल हैं। वहीं सीएम?एसडी स्टोर में भी क?ई उपकरण डंप है। इसे इंस्टाल कराने में जिम्मेदार रुचि नहीं है। 

अस्पताल को पूरी क्षमता से संचालित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। जो उपकरण मौजूद हैं उन्हें इंस्टॉल कराने और नए उपकरणों को मंगाने के लिए लागातार पत्राचार किया जा रहा है। अस्पताल में चिकित्सकों और नर्सों की ड्यूटी न?ए सिरे से लगाई गई है। जो कमियां हैं उन्हें जल्द ही दूर की जाएगी। 

डॉ सुनील पासवान सीएमएस सौ शैय्या

भदोही में 2 साल से वेडिंग जोन में सन्नाटा पटरी पर दुकानें, सड़क पर जाम

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के नगर निकायों में स्ट्रीट वेंडरों के लिए वेंडिंग जोन बनाए गए हैं। इसका मकसद था कि सभी को एक स्थान पर बैठने के लिए दुकानें उपलब्ध कराई जाएं। इससे सड़क किनारे ठेले-फड़ से होने वाले अतिक्रमण से मुक्ति मिल सकेगी, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। वेंडिंग जोन खाली पड़े हैं। ठेला और रेहड़ी वाले सड़क पर अतिक्रमण किए हैं।

निकायों की तरफ से कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। जिससे नगरों में जाम की समस्या बनी रहती है।जिले की दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज और पांच नगर पंचायत ज्ञानपुर, घोसिया, खमरिया, सुरियावां और नई बाजार हैं। ज्ञानपुर, गोपीगंज, भदोही, खमरिया, सुरियावां और नई बाजार में वेंडिग जोन 2022 और 2023 में बनाया गया। जिस पर करीब 15 लाख की लागत आई थी। वेंडरों को दुकानें भी आवंटित की गई, लेकिन इक्का-दुक्का को छोड़कर कोई दुकान नहीं लगाता। जिससे दो साल से वेंडिंग जोन में सन्नाटा पसरा हुआ है। ज्ञानपुर के विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज के पास बने वेंडिंग जोन में दुकानें तो नहीं लगती लेकिन आसपास के कुछ लोग रात्रि विश्राम करते हैं। भदोही नगर के इंदिरा मिल में 22 दुकानें आवंटित हैं, लेकिन सिर्फ तीन से चार दुकान लगती हैं। सुरियावां, खमरिया में वेंडिंग जोन खाली पड़े हैं।

घोसिया में वेंडिंग जोन के लिए जमीन चिन्हित की गई, लेकिन बाद में वहां पुलिस चौकी बन गई। जिसके कारण यहां अब तक वेंडिंग जोन नहीं बन सका। वेंडिंग जोन में दुकानदारों के न जाने से ज्ञानपुर के हरिहरनाथ मंदिर, दुगार्गंज तिराहा, शीतल पाल तिराहा, केएनपीजी कॉलेज, गोपीगंज के राष्ट्रीय राजमार्ग चौराहा, मीरजापुर तिराहा व नगर के अन्य प्रमुख स्थानों पर अभी दुकानें सजी हैं। जिससे जाम की समस्या होती है। इससे सरकारी मुहिम को झटका लग रहा है। ठेला और रेहड़ी दुकानदार वेंडिंग जोन में कारोबार को लेकर चिंतित है। एक दुकानदार ने बताया कि वेंडिंग जोन नगर के दूसरे हिस्से में बनाया गया है। वहां पर ग्राहक आएंगे या नहीं, इसे लेकर असमंजस है। दो से तीन दिन अगर दुकानदारी नहीं हुई तो रोज कमाने खाने वाले दुकानदारों को दिक्कत खड़ी हो जाएगी। अधिकतर दुकानदार इसी को लेकर परेशान है।

वेंडिंग जोन में दुकानें आवंटित की गई हैं। कारोबार बेहतर न होने पर आवंटन के बाद भी कई दुकानदार अब नहीं लगाते। जल्द ही अभियान चलाकर दुकानों को लगवाया जाएगा। राजेंद्र दूबे, ईओ ज्ञानपुर

प्रदेश के अमन चैन को बिगड़ने में लगी है भाजपा सरकार, गांधी पार्क में मौन व्रत रखकर कांग्रेसियों ने जताया विरोध

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कांग्रेस कार्यकर्ता पदाधिकारी संभल घटना के विरोध में ज्ञानपुर गांधी पार्क में मौन व्रत रखा। कांग्रेसियों ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर अमन चैन बिगड़ने का आरोप लगाया। सुप्रीम कोर्ट से मांग किया कि तत्काल भाजपा सरकार के ऐसे कृत्य पर रोक लगाए। जिस देश व प्रदेश मे अमन चैन बना रहे।इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राजेंद्र दुबे ने कहा कि संभल में जिस प्रकार से सरकार द्वारा जल्दबाजी में निर्णय लिया गया वह पूरी तरह निन्दनीय है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार प्रदेश के अमन चयन को बिगड़ने का कुचक्र रच रही है। कहा कि सभी धर्म व वर्ग का यह देश है। किंतु भाजपा सरकार हिंदू मुस्लिम करके प्रदेश में आपसी भाई चारे में नफरत की बीज बोने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह से भाजपा सरकार कार्य करती रही तो प्रदेश का अमन चयन बीगडना लाजमी है । उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से संभल की घटना को संज्ञान में लेकर भाजपा सरकार के कृत्य पर रोक लगाने की मांग किया। इस अवसर पर वसीम अंसारी, हसनैन अंसारी,सुरेश उपाध्याय, सत्येंद्र प्रकाश त्रिपाठी सहित अन्य लोग मौजूद रहे

भदोही में 24 बैटरी के साथ दो शातिर अरेस्ट, टावर से करते थे चोरी

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ज्ञानपुर कोतवाली पुलिस ने मोबाइल टावरों की बैटरी चुराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से पुलिस ने चोरी की 24 बैटरी, 68 हजार नकद, बिना नंबर की आटो एवं तमंचा-मारतूस बरामद किया। आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भेजा गया। एक अन्य साथी की तलाशी में पुलिस जुट गई।करीब एक महीने पूर्व निजी मोबाइल कंपनी के सिक्योरिटी फील्ड आॅफिसर शैलेश यादव ने ऊंज, सुरियावां और ज्ञानपुर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

जिसमें कहा कि ऊंज के हरिहरपुर सानी, सुरियावां ख्यौंखर और ज्ञानपुर के सिंहपुर गांव में लगे मोबाइल टावर में चोरी हुई।तीनों टावरों से चोरों ने 24-24 बैटरी चोरी किया हैं। एसपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन के निर्देश पर पुलिस टीमें शातिर चोरों की गिरफ्तारी में जुट गई। ज्ञानपुर कोतवाली पुलिस ने सिंहपुर मोबाइल टावर के पास बैटरी चोरी करने वाले गिरोह के शातिर चोर जितेंद्र पांडेय निवासी कौलापुर को गिरफ्तार कर लिया।उसके पास से बैटरी को बेचने से मिले पैसे 68 हजार 400, एक तमंचा और कारतूस बरामद किया। पूछताछ में उसने एक कबाड़ी का नाम बताया। जो उक्त घटना में शामिल रहा।

पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विहरोजपुर मार्ग पर आॅटो सवार जयप्रकाश बिंद उर्फ नेता निवासी मदनपुर को पकड़ लिया। उसकी निशानदेही पर सिंहपुर एयरटेल मोबाइल टावर से चोरी की गई 24 अदद बैटरी, बिना नंबर की आटो बरामद किया। पुलिस ने आरोपियों पर आर्म्स एक्ट का मुकदमा बढ़ाते हुए जेल भेज दिया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक अरूण कुमार दूबे, शकील खां, नफीस अहमद, मंगरू, अमृतांशु गौतम आदि रहे। सीओ ज्ञानपुर चमन सिंह चावड़ा ने कहा कि कबाड़ी समेत दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य साथी की तलाश की जा रही है।

सपा विधायक की पत्नी सीमा बेग की अग्रिम जमानत याचिका खारिज

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। एमपी-एमएलए सुबोध सिंह की अदालत ने भदोही के सपा विधायक जाहिद जमाल बेग की पत्नी सीमा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। विधायक आवास से बरामद किशोरी के बाद बाल श्रम में दर्ज मुकदमे में एमपीएमएलए सुबोध सिंह की अदालत ने यह फैसला सुनाया है।

कोर्ट ने नौकरानी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में विधायक की पत्नी की याचिका पहले ही खारिज कर दी है।

भदोही विधायक के मालिकाना मोहल्ला स्थित आवास पर नौकरानी के आत्महत्या के बाद भदोही विधायक जाहिद जमाल बेग, उनकी पत्नी सीमा बेग और बेटे जईम बेग पर आत्महत्या के लिए उकसाने, बाल श्रम और बंधुआ मजदूरी समेत अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है।

विधायक और उनके बेटे जेल में हैं। वहीं उनकी पत्नी सीमा बेग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। विधायक के अधिवक्ता की ओर से बाल श्रम मामले में दर्ज मुकदमे को लेकर कोर्ट में विधायक की पत्नी सीमा बेग के अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई थी। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं। वहीं सीडब्ल्यूसी और श्रम विभाग की ओर से पेश की गई रिपोर्ट को केंद्र में रखकर विधायक की पत्नी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी।

Street Buzz की खबर का असर, रैन बसेरा का निरीक्षण करने पहुंचे एडीएम, व्यवस्थाएं दुरूस्त करने का निर्देश

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। एडीएम वित्त व राजस्व कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने नगर के इकलौते शेल्टर होम का जायजा लिया। इन दौरान उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कराएं। लकड़ी की व्यवस्था कराएं।

किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाएं। Street buzz News ने 50 बेड के शेल्टर होम में बचे सिर्फ 28 बेड, चादर - कंबल भी फटे पुराने खबर को चलाया था। इसके बाद एडीएम शेल्टर होम का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्हें सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिली। खबर देखने के बाद अधिकारियों ने टूटे बेड को सही सही कराया और फटे चादर को बदलवाया। शौचालय में सफाई कराई।

ज्ञानपुर का शेल्टर होम जिले का स्थायी इकलौता रैन बसेरा है। यहां राहगीर सिर्फ आधार कार्ड दिखाकर रात गुजार सकते हैं। बता दें कि ज्ञानपुर में जिले का इकलौता 50 बेड का स्थायी शेल्टर होम विभुति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज के ठीक सामने संचालित है। करीब पांच साल पहले बने इस पंडित दीनदयाल आश्रय स्थल की देखरेख का जिम्मा नगर पंचायत के ऊपर है।

नगर पंचायत ने इसकी देखरेख के लिए कार्यदायी संस्था नामित की है।