18 वर्ष से कम आयु वाले इंस्टाग्राम यूजर्स के लिए बदले नियम,अभिभावक रख सकेंगे नियंत्रण; अभी इन देशों में हुई शुरुआत

डेस्क:–इंस्टाग्राम किशोरों के लिए प्लेटफार्म को सुरक्षित बनाने के लिए लगातार नए-नए फीचर्स जोड़ रही है। अब किशोरों की सुरक्षा के लिए मेटा एक नए प्रकार का अकाउंट शुरू किया है। यह इंस्टाग्राम पर 18 वर्ष से कम आयु के किशोरों के लिए है।

18 वर्ष से कम आयु के जो भी किशोर इंस्टाग्राम पर अपना अकाउंट बनाएंगे उन्हें टीन अकाउंट के लिए साइन अप करना होगा, जिसमें माता-पिता के पास नियंत्रण होगा। इसकी शुरुआत मंगलवार को अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और आस्ट्रेलिया में हुई है।

इंस्टाग्राम पर जिन यूजर्स की आयु वर्तमान में 18 वर्ष से कम है उनके अकाउंट अपने आप से नए तरह के टीन अकाउंट में बदल जाएंगे, जिसमें सख्त गोपनीयता सेटिंग शामिल की गई हैं।

ऐसे अकाउंट से किसी अनजान अकाउंट पर मैसेज भेजना मुश्किल होगा और इस पर संवेदनशील कंटेंट को भी काफी सीमित किया जाएगा। अकाउंट की सेटिंग्स में परिवर्तन करने के लिए किशोर यूजर्स को अब अपने माता-पिता की अनुमति लेनी होगी।

किशोर के अभिभावक जब इंस्टाग्राम के सुपरविजन टूल को सेट कर लेंगे तो वह यह अभी देख पाएंगे कि उनके बच्चे किन-किन अकाउंट से मैसेज में बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें मैसेज के कंटेंट को देखने की अनुमति नहीं होगी।
टेलीग्राम पर एआई-संचालित चैटबॉट का उपयोग पर लाखों उपयोगकर्ता लड़कियों और महिलाओं केबना रहे हैं डीपफेक वीडियो और फोटो
डेस्क:–आज का दौर तकनीक का है, रोज नई नई तकनीकें दुनिया में आ रही हैं। लेकिन यही तकनीक इंसान को परेशान करने वाली भी बन रही है। एक रिपोर्ट में पता चला कि है टेलीग्राम पर एआई-संचालित चैटबॉट का उपयोग पर लाखों उपयोगकर्ता लड़कियों और महिलाओं के डीपफेक वीडियो और फोटो बना रहे हैं और इन उपयोगकर्ताओं के निशाने पर खासतौर पर युवा लड़कियां और महिलाएं हैं।

वायर्ड की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हर महीने 40 लाख तक उपयोगकर्ता इन एआई चैटबॉट्स का उपयोग डीपफेक बनाने के लिए करते हैं जो कपड़े हटाकर या यौन गतिविधि सेटकर तस्वीरों को बदल सकते हैं। इस खतरनाक प्रवृत्ति ने विशेषज्ञों के बीच इन उपकरणों से होने वाले संभावित नुकसान के बारे में चिंता बढ़ा दी है। अब विशेषज्ञ इन बातों पर जोर दे रहे हैं कि इन सब से कैसे बचा जाए।

टेलीग्राम को लेकर किए गए वायर्ड के विश्लेषण के अनुसार एक सर्वेक्षण से पता चला है कि अमेरिका के 40 प्रतिशत छात्रों ने स्कूलों में प्रसारित होने वाले डीपफेक का सामना किया है। हॉलीवुड की टेलर स्विफ्ट और जेना ओर्टेगा जैसी मशहूर हस्तियां पहले भी डीपफेक का शिकार हो चुकी हैं। वहीं, भारत में रस्मिका मंधाना और अमिताभ बच्चन जैसे सेलिब्रिटी डीपफेक का शिकार हो चुके हैं।

एडजर ने कहा कि डीपफेक के जरिए किशोर लड़कियों को निशाना बनाए जाने की खबरें विशेष रूप से चिंताजनक हैं। इससे सेक्सटॉर्शन की घटनाएं सामने आई हैं, डीपफेक वीडियो और फोटो बनाकर वह ब्लैकमेल करता है। अपनी मैसेजिंग सेवाओं के लिए मशहूर टेलीग्राम पर प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के कई आरोप लगे हैं। अगस्त में, कई रिपोर्टों ने सुझाव दिया कि भारत सरकार ने एक जांच शुरू की है जिसके निष्कर्षों के आधार पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
ताजमहल देखने आए पर्यटक को आया हार्ट अटैक, फिर ‘देवदूत’ बनकर पुलिस ने ऐसे दिया यमराज को चकमा…

डेस्क:–बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दकी का किक मूवी में एक फेमस डायलॉग ‘मौत को छूकर टक से वापस आना’ काफी चर्चा में रहा है. ये डायलॉग इस मामले में बिल्कुल फिट बैठता है. ताजमहल देखने आए 26 वर्षीय पर्यटक हितेश कुमार उर्फ हर्ष शर्मा को टिकट लेते वक्त अचानक हार्ट अटैक पड़ गया. उस दौरान युवक के दोस्तों ने मामले की जानकारी वहां तैनात पुलिस कर्मियों को दी. उसके बाद पुलिस कर्मियों ने देवदूत बनकर युवक को मौत के मुंह से खींच लिया.

बता दें कि युवक हरियाणा से ताजमहल देखने के लिए अपने दोस्तों के साथ आया था. जिसके लिए वह टिकट काउंटर से टिकट ले रहा था. तभी उसके सीने में अचानक दर्द उठा और वह गिर पड़ा. युवक को देख उसके दोस्त घबरा गए. उसके बाद मामले की जानकारी पश्चिमी गेट पर तैनात ताज सुरक्षा पुलिस को दी गई. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को सीपीआर दिया.

वहीं जब युवक होश में आया तो तत्काल उसे एंबुलेंस से पुलिस वालों ने जिला अस्पताल भेजा. जहां समय से उपचार मिलने के कारण उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ. युवक अब ठीक होकर जिला अस्पताल से डिस्चार्ज होकर होटल पहुंच गया है. साथ उसने पुलिस टीम का आभार भी व्यक्त किया है.
चारा लेने जंगल गई महिला को उठा ले गया तेंदुआ

डेस्क:–जिले में आदमखोर का आतंक देखने को मिला है. जहां चारा लेने गई एक महिला को तेंदुआ उठा ले गया. वहीं हमले के वक्त उसके साथ एक और महिला थी, जिसने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई. घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है. मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. हालांकि, खून के धब्बे और बाल मिले हैं.

बता दें कि पूरी घटना नौकुचियाताल की ग्राम पंचायत सिलौटी की है. जहां 2 महिलाएं चारा लेने जा रही है थी. तभी अचानक तेंदुए ने दोनों पर हमला कर दिया. हमले में एक महिला को तेंदुआ उठा ले गया. वहीं दूसरी ने भागकर अपनी जान बचाई और फिर गांव पहुंचकर मामले की जानकारी ग्रामीणों को दी.

वहीं ग्रामीणों का दावा है कि महिला पर तेंदुए ने नहीं बल्कि बाघ ने हमला किया है. हालांकि, अभी ये पुष्टि नहीं हो पाई है कि महिला को तेंदुआ ले गया या बाघ ले गया है. घटना के बाद से इलाके में डर का माहौल देखने को मिल रहा है
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में हाहाकार,नाना पटोले ने कांग्रेस प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष से दिया इस्तीफा

डेस्क:–महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव  में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस  में हाहाकार मच गया है। करारी हार के बाद महाविकास अघाड़ी  में सोमवार को पहला रिएक्शन सामने आया है। नाना पटोले ने महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष  से इस्तीफा दे दिया है। पटोले को खुद अपनी साकोली विधानसभा सीट पर दर्ज करने में हालत खराब हो गई। पटोले ने महज 208 मतों के अंतर से जीत हासिल की।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को महज 16 सीटों पर जीत मिली है। वहीं महाविकास अघाड़ी को भी बड़ी हार का सामना करना पड़ा। महाराष्ट्र विधानसभा में 101 सीटों पर लड़ी कांग्रेस ने केवल 16 सीटें जीतीं और 12.42 वोट प्रतिशत वोट मिले।

इससे पहले नाना पटोले ने रविवार को कहा था कि वो यह सुनिश्चित करेंगे कि नवनिर्वाचित महायुति सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र और भाषणों में राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करे। कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि महायुति को मुख्यमंत्री मांझी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए मासिक भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का अपना वादा तुरंत पूरा करना चाहिए।

महायुति ने राज्य विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की है।  महायुति में शामिल भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 41 सीट पर जीत मिली है। दूसरी ओर, एमवीए को करारी हार मिली, जिसने कुल मिलाकर महज 46 सीट जीती हैं।

Nokia के इस फोन में चलेगा यूट्यूब, 1.77 इंच की डिस्प्ले और 1450mAh की रिमूवेबल बैटरी से लैस

डेस्क:–स्मार्टफोन के इस युग में आज भी बहुत से लोग हैं, जिन्हें फीचर फोन ही पसंद आते हैं। ड्यूरेबिलिटी और फंक्शनैलिटी के लिहाज से आज भी फीचर फोन का अच्छा-खासा फैनबेस बना हुआ है। इन्हीं फीचर फोन में से एक Nokia 2780 Flip है, जो कनेक्टिविटी और मॉडर्न फीचर्स के साथ आता है। क्या यह फीचर फोन वाकई खरीदने के लायक है। यहां इसके फीचर्स के बारे में बताने वाले हैं।

नोकिया का यह फीचर फोन स्टाइलिश और फंक्शनल डिजाइन के साथ आता है। कैरी करने के लिहाज से इसमें कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। इसमें क्लियर विजुअल्स के लिए 2.7 इंच की QVGA डिस्प्ले दी गई है। वहीं, बाहरी डिस्प्ले का साइज 1.77 इंच है। इसे रेड, ब्लू, और ब्लैक कलर में खरीदा जा सकता है।

इसमें कनेक्टिविटी के लिए 4G VoLTE सपोर्ट, HD वॉयस कॉल और अमेरिका में AT&T, Verizon और T-Mobile की सुविधा दी गई है। फोन में वाई-फाई, ब्लूटूथ 4.2 और यूएसबी टाइप सी पोर्ट मिलता है। यह कई प्रीलोडेड ऐप और KaiOS के साथ आता है। इसमें यूट्यूब और गूगल मैप जैसे ऐप मिलते हैं।

नोकिया 2780 फ्लिप में क्वालकॉम 215 मोबाइल प्लेटफॉर्म है, जो 4 जीबी रैम और 512 एमबी इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है। यह जरूरी कामों के लिए बेहतरीन परफॉरमेंस देता है। यूजर माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 32 जीबी तक बढ़ा सकते हैं। फोन में फ्लैश के साथ 5MP का रियर कैमरा है। यह बेसिक फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए बढ़िया है।

नोकिया 2780 फ्लिप की सबसे बड़ी खूबी इसकी 1450mAh की रिमूवेबल बैटरी है, जो शानदार परफॉरमेंस देती है। यह 18 दिनों तक का स्टैंडबाय टाइम और लगभग 7 घंटे का टॉकटाइम देती है। लंबी बैटरी होने की वजह से फोन को बार-बार चार्ज करने का झंझट खत्म हो जाता है। $89.99 की कीमत वाला नोकिया 2780 फ्लिप ज्यादातर यूजर्स के लिए किफायती है और पैसे के हिसाब से बेहतरीन वैल्यू देता है। फोन रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। कई सारे ऐसे काम हैं, जो इससे आसानी से किए जा सकते हैं।
नई शिक्षा नीति के तहत 4 साल की डिग्री तीन साल में होगी पूरी,यूजीसी अध्यक्ष ने की घोषणा
डेस्क:–ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए छात्र-छात्राओं को अब पूरे तीन साल का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्टूडेंट्स चाहें तो इसे ढाई साल में भी पूरा कर सकते हैं।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदेश कुमार ने चेन्नई के एक कॉलेज में इस संबंध में हाल ही में आयोजित हुए एक दिवसीय सम्मलेन में यह जानकारी दी है। यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि, शिक्षा निकाय स्टूडेंट्स के लिए तेजी से डिग्री को पूरा करने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। इसी क्रम में स्टूडेंट्स को तीन साल का पाठ्यक्रम ढाई में और चार साल का पाठ्यक्रम तीन में पूरा करने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही इसे अगले शैक्षणिक सत्र से लागू करने की योजना बनाई जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि, 'आने वाले वर्षों में, जो छात्र सक्षम हैं, वे कम अवधि में डिग्री कार्यक्रम पूरा कर सकते हैं। हमारा अनुमान है कि ऐसे स्टूडेंट्स को छह महीने से एक साल तक का फायदा हो सकता है। हालांकि, यूजीसी अध्यक्ष ने यह भी बताया कि, जो छात्र- छात्राएं अपनी पढ़ाई पूरी करने में अधिक समय लेना चाहते हैं तो उन्हें वह भी दिया जाएगा। साथ ही उन्हें अपने पाठ्यक्रमों के दौरान ब्रेक लेने की अनुमति दी जाएगी।

यह योजना आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामाकोटी द्वारा की गई सिफारिश पर आधारित है। यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में जल्द डिटेल में दिशानिर्देश जल्द ही जारी किये जाएंगे। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू करने के लिए आईआईटी मद्रास में एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में यूजीसी अध्यक्ष समेत कई संस्थानों के शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में बात करते हुए यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि, इससे शिक्षा प्रणाली में बदलाव आएगा जिससे छात्रों को लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को अर्फोडेबल बनाने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) पर है।

इससे इतर बात करें तो यूजीसी नेट दिसंबर परीक्षा के लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी कुछ दिनों के भीतर ही एग्जाम की अधिसूचना जारी करके आवेदन प्रक्रिया शुरू हो सकती है। हालांकि, सटीक अपडेट तो अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट पर सूचना जारी होने के बाद ही मालूम कर पाएंगे।

मैथ्स में सबसे बेहतर मिलेंगे मार्क्स, बस दसवीं के स्टूडेंट्स इन बातों का रखें ध्यान

डेस्क:–केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड बोर्ड की ओर से दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के लिए टाइमटेबल जारी कर दिया गया है। शेड्यूल के मुताबिक, सीबीएसई कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू रही हैं। दसवीं की परीक्षाएं 18 मार्च 2025 तक चलेंगी। कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल 2025 तक कंडक्ट कराई जाएंगी। इसी क्रम में दसवीं कक्षा के लिए मैथ्स विषय का पेपर 10 मार्च, 2024 को कराया जाएगा। अगर आप अगले साल गणित विषय का एग्जाम देने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे एग्जाम में सबसे बेहतर मार्क्स लाए जा सकें। आइए डालते हैं इन टिप्स पर एक नजर।

एग्जाम में आने वाले सभी सवाल आपकी बुक से ही पूछे जाएंगे। इसीलिए सबसे जरूरी है कि आप अपनी बुक के सभी चैप्टर को अच्छी तह से पढ़ लें। कॉन्सेप्ट समझ लें। डायग्राम या टेबल की अच्छी तरह से प्रैक्टिस करें। यह भी आपको परीक्षा में बेहतर परफॉर्म करने में मदद करेगा।

मैथ्स विषय ऐसा है, जिसमे रटने की जरूरत नहीं पड़ती है। सिर्फ फॉर्मूला और मैथेड को एक बार समझ लें तो काफी क्वैश्चन को आप सॉल्व कर सकते हैं। इसलिए किसी भी फॉर्मूला को रटने के बजाए उसे समझने की कोशिश करें।

एग्जाम में किस चैप्टर या टॉपिक से ज्यादा क्वैश्चन पूछे जाते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। साथ ही, अधिक मार्क्स वाले प्रश्नों पर फोकस करें। इससे आप कम समय में बेहतर तैयारी कर सकेंगे।

कठिन टॉपिक या पाठ के लिए आपको अलग से समय निर्धारित करना चाहिए, जिससे अन्य चैप्टर्स की तैयारी भी प्रभावित नहीं होगी। साथ ही आप कमजोर टॉपिक को बेहतर तरीके से तैयार करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही एक बात और ध्यान रखें कि कोई भी चैप्टर अगले दिन या फिर किसी और दिन के लिए टालना नहीं है, जिस किसी भी क्वैश्चन में अगर आप फंस रहे हैं तो उसे तुरंत ही सॉल्व करने की कोशिश करें।

किसी भी परीक्षा में बेहतर सफलता प्राप्त करने के लिए बेहद जरूरी है कि आप रेग्यूलर अभ्यास करें। इसलिए स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे अभी से एक टाइमटेबल को फॉलो करें और उसके अनुसार ही परीक्षा की तैयारी करें।
प्रदेश भर में लगभग 16 लाख उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर की होगी स्थापना
डेस्क:–मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व और निरन्तर प्रयासों से विगत 02 साल में यूपीसीएल की ओर से विद्युत वितरण क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति कर राज्य में लगभग 4000 किमी से ज्यादा एल.टी. लाइनें बिछाई हैं। प्रदेश के हर गांव, हर घर तक बिजली पहुंचाने के साथ-साथ आम जनता की जीवन शैली में सकारात्मक बदलाव हुए हैं  उत्तराखण्ड के औद्योगिक क्षेत्र के विकास में हो रहे व्यापक बदलाव को और ज्यादा गति देने के लिए बिजली वितरण क्षेत्र सुदृढ़ एवं समृद्ध हुआ है।

पिछले कुछ सालों में यूपीसीएल द्वारा एक मजबूत विद्युत वितरण प्रणाली की स्थापना के साथ-साथ परिचालन एवं व्यवसायिक दक्षता में सुधार के लिए अहम कदम उठाए गये हैं । लगातार बढ़ रही मांग की प्रतिपूर्ति करने के लिए यूपीसीएल द्वारा 02 वर्षों में 04 नए 33/11 KV उप-संस्थानों का निर्माण और लगभग 242 किमी 33 KV, 2045 किमी 11 KV एवं 4101 किमी एलटी लाईनें प्रदेश भर में स्थापित की गई हैं। प्रदेश भर में सभी पोषकों पर विद्युत संतुलन बनाए रखने केलिए लगभग 8266 वितरण परिवर्तक स्थापित किए गए हैं। साथ ही पिछले 02 वर्ष में 1,89,804 नए विद्युत संयोजन स्थापित किए जा चुके हैं।

उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भविष्य निधि परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है. भारत सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत प्रदेश भर में लगभग 16 लाख उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर की स्थापना उपभोक्ताओं के लिए एक वरदान साबित होगा  साथ ही एनर्जी एकाउन्टिंग को बेहतर बनाने के लिए 59212 वितरण परिवर्तक और 2602 पोषकों पर भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे जिससे बिजली व्यवस्था की डिजिटलीकरण, ऑटोमिशन और दक्षता में बढ़ोत्तरी होगी और विद्युत हानियों को भी कम किया जा सकेगा।
पुलिस कांस्टेबल मर्डर का मुख्य आरोपी एनकाउंटर में ढेर

डेस्क:–दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। आरोपी का नाम रॉकी उर्फ राघव था। आरोपी ने दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में शनिवार को पुलिस कांस्टेबल किरण पाल की चाकू घोंपकर हत्या कर दी थी। दिल्ली पुलिस ने संगम विहार इलाके में शनिवार को कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी रॉकी उर्फ राघव को ढेर कर दिया।

बता दें कि दिल्ली के गोविंदपुरी में शनिवार सुबह पुलिस कांस्टेबल किरण पाल की हत्या से सनसनी फैल गई थी। पुलिस के अनुसार, सिपाही को चाकू घोंपकर मौत के घाट उतारा गया था। गश्त के दौरान सिपाही किरणपाल ने आरोपी दीपक मैक्स और उसके साथी को नशे की हालत में पकड़ा था जो चोरी करने जा रहे थे। उसी दौरान आरोपी दीपक मैक्स और उसके साथी रॉकी ने सिपाही किरणपाल पर चाकू से हमला कर दिया था।

सिपाही किरणपाल ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया था। यह वारदात गोविंदपुरी के गली नंबर 13 में हुई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह जब वो जागे तो उन्हें वारदात के बारे में पता चला।

दिल्ली पुलिस कांस्टेबल की हत्या में रॉकी उर्फ राघव ही मुख्य आरोपी था। रॉकी ने ही चाकू से कॉन्स्टेबल पर हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस हत्याकांड में एक आरोपी दीपक को गिरफ्तार किया था। एनकाउंटर में दीपक के पैर में गोली लगी थी।