भदोही के सौ शैय्या अस्पताल में न खून की जांच न एक्स-रे की सुविधा
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सरपतहां स्थित सौ शैय्या अस्पताल में ढाई साल बाद भी जरूरी सुविधाएं नदारद है। अस्पताल में सिर्फ 100 बेड की सुविधा है। अस्पताल में ना तो खून की जांच न अल्ट्रासाउंड और न एक्स - रे की सुविधा है। डिजिटल एक्स-रे मशीन कब चालू होती है। स्वास्थ्यकर्मियों को भी नहीं पता है। इससे अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानी होती है। अस्पताल की नींव वर्ष 2007 में रखी गई थी। इसके लिए करीब 14 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। अधूरे संसाधनों के साथ 2022 में अस्पताल शुरू कर दिया गया।
अस्पताल में अभी भी पांच भवन अर्धनिर्मित है। ढाई साल भी अस्पताल में जरूरी व्यवस्थाएं नहीं है। अस्पताल केवल ओपीडी तक सीमित है। यहां रोजाना 200 से 250 लोगों की ओपीडी होती है। इसमें से 35 लोगों को अल्ट्रासाउंड एक्स-रे खून की जांच की जरूरत पड़ती है। अस्पताल में इन सुविधाओं के न होने पर मरीज को निजी लैब की ओर रुख करना पड़ता है। अस्पताल परिसर में टीबी अस्पताल, बर्न यूनिट और डायलिसिस यूनिट है। बर्न यूनिट का संचालन केवल कोरमपूर्ति है। यहां बर्न का केस आने पर डॉक्टर मरीज को रेफर कर देते हैं। वहीं टीबी अस्पताल दवा के गोदाम में तब्दील हो गया है। वहीं अस्पताल के गोदाम में करोड़ों रुपए के उपकरण धूल फांक रहे हैं। इनमें लैब, फिजियोथेरेपी,सीआर्म,दंत सहित अन्य मशीनें शामिल हैं। वहीं सीएम?एसडी स्टोर में भी क?ई उपकरण डंप है। इसे इंस्टाल कराने में जिम्मेदार रुचि नहीं है।
अस्पताल को पूरी क्षमता से संचालित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। जो उपकरण मौजूद हैं उन्हें इंस्टॉल कराने और नए उपकरणों को मंगाने के लिए लागातार पत्राचार किया जा रहा है। अस्पताल में चिकित्सकों और नर्सों की ड्यूटी न?ए सिरे से लगाई गई है। जो कमियां हैं उन्हें जल्द ही दूर की जाएगी।
डॉ सुनील पासवान सीएमएस सौ शैय्या
Nov 26 2024, 17:16