महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में हाहाकार,नाना पटोले ने कांग्रेस प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष से दिया इस्तीफा

डेस्क:–महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव  में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस  में हाहाकार मच गया है। करारी हार के बाद महाविकास अघाड़ी  में सोमवार को पहला रिएक्शन सामने आया है। नाना पटोले ने महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष  से इस्तीफा दे दिया है। पटोले को खुद अपनी साकोली विधानसभा सीट पर दर्ज करने में हालत खराब हो गई। पटोले ने महज 208 मतों के अंतर से जीत हासिल की।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को महज 16 सीटों पर जीत मिली है। वहीं महाविकास अघाड़ी को भी बड़ी हार का सामना करना पड़ा। महाराष्ट्र विधानसभा में 101 सीटों पर लड़ी कांग्रेस ने केवल 16 सीटें जीतीं और 12.42 वोट प्रतिशत वोट मिले।

इससे पहले नाना पटोले ने रविवार को कहा था कि वो यह सुनिश्चित करेंगे कि नवनिर्वाचित महायुति सरकार अपने चुनावी घोषणा-पत्र और भाषणों में राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा करे। कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि महायुति को मुख्यमंत्री मांझी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए मासिक भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का अपना वादा तुरंत पूरा करना चाहिए।

महायुति ने राज्य विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट पर जीत दर्ज की है।  महायुति में शामिल भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 41 सीट पर जीत मिली है। दूसरी ओर, एमवीए को करारी हार मिली, जिसने कुल मिलाकर महज 46 सीट जीती हैं।

Nokia के इस फोन में चलेगा यूट्यूब, 1.77 इंच की डिस्प्ले और 1450mAh की रिमूवेबल बैटरी से लैस

डेस्क:–स्मार्टफोन के इस युग में आज भी बहुत से लोग हैं, जिन्हें फीचर फोन ही पसंद आते हैं। ड्यूरेबिलिटी और फंक्शनैलिटी के लिहाज से आज भी फीचर फोन का अच्छा-खासा फैनबेस बना हुआ है। इन्हीं फीचर फोन में से एक Nokia 2780 Flip है, जो कनेक्टिविटी और मॉडर्न फीचर्स के साथ आता है। क्या यह फीचर फोन वाकई खरीदने के लायक है। यहां इसके फीचर्स के बारे में बताने वाले हैं।

नोकिया का यह फीचर फोन स्टाइलिश और फंक्शनल डिजाइन के साथ आता है। कैरी करने के लिहाज से इसमें कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। इसमें क्लियर विजुअल्स के लिए 2.7 इंच की QVGA डिस्प्ले दी गई है। वहीं, बाहरी डिस्प्ले का साइज 1.77 इंच है। इसे रेड, ब्लू, और ब्लैक कलर में खरीदा जा सकता है।

इसमें कनेक्टिविटी के लिए 4G VoLTE सपोर्ट, HD वॉयस कॉल और अमेरिका में AT&T, Verizon और T-Mobile की सुविधा दी गई है। फोन में वाई-फाई, ब्लूटूथ 4.2 और यूएसबी टाइप सी पोर्ट मिलता है। यह कई प्रीलोडेड ऐप और KaiOS के साथ आता है। इसमें यूट्यूब और गूगल मैप जैसे ऐप मिलते हैं।

नोकिया 2780 फ्लिप में क्वालकॉम 215 मोबाइल प्लेटफॉर्म है, जो 4 जीबी रैम और 512 एमबी इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है। यह जरूरी कामों के लिए बेहतरीन परफॉरमेंस देता है। यूजर माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 32 जीबी तक बढ़ा सकते हैं। फोन में फ्लैश के साथ 5MP का रियर कैमरा है। यह बेसिक फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए बढ़िया है।

नोकिया 2780 फ्लिप की सबसे बड़ी खूबी इसकी 1450mAh की रिमूवेबल बैटरी है, जो शानदार परफॉरमेंस देती है। यह 18 दिनों तक का स्टैंडबाय टाइम और लगभग 7 घंटे का टॉकटाइम देती है। लंबी बैटरी होने की वजह से फोन को बार-बार चार्ज करने का झंझट खत्म हो जाता है। $89.99 की कीमत वाला नोकिया 2780 फ्लिप ज्यादातर यूजर्स के लिए किफायती है और पैसे के हिसाब से बेहतरीन वैल्यू देता है। फोन रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। कई सारे ऐसे काम हैं, जो इससे आसानी से किए जा सकते हैं।
नई शिक्षा नीति के तहत 4 साल की डिग्री तीन साल में होगी पूरी,यूजीसी अध्यक्ष ने की घोषणा
डेस्क:–ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए छात्र-छात्राओं को अब पूरे तीन साल का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्टूडेंट्स चाहें तो इसे ढाई साल में भी पूरा कर सकते हैं।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदेश कुमार ने चेन्नई के एक कॉलेज में इस संबंध में हाल ही में आयोजित हुए एक दिवसीय सम्मलेन में यह जानकारी दी है। यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि, शिक्षा निकाय स्टूडेंट्स के लिए तेजी से डिग्री को पूरा करने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। इसी क्रम में स्टूडेंट्स को तीन साल का पाठ्यक्रम ढाई में और चार साल का पाठ्यक्रम तीन में पूरा करने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही इसे अगले शैक्षणिक सत्र से लागू करने की योजना बनाई जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि, 'आने वाले वर्षों में, जो छात्र सक्षम हैं, वे कम अवधि में डिग्री कार्यक्रम पूरा कर सकते हैं। हमारा अनुमान है कि ऐसे स्टूडेंट्स को छह महीने से एक साल तक का फायदा हो सकता है। हालांकि, यूजीसी अध्यक्ष ने यह भी बताया कि, जो छात्र- छात्राएं अपनी पढ़ाई पूरी करने में अधिक समय लेना चाहते हैं तो उन्हें वह भी दिया जाएगा। साथ ही उन्हें अपने पाठ्यक्रमों के दौरान ब्रेक लेने की अनुमति दी जाएगी।

यह योजना आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामाकोटी द्वारा की गई सिफारिश पर आधारित है। यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में जल्द डिटेल में दिशानिर्देश जल्द ही जारी किये जाएंगे। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू करने के लिए आईआईटी मद्रास में एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में यूजीसी अध्यक्ष समेत कई संस्थानों के शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में बात करते हुए यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि, इससे शिक्षा प्रणाली में बदलाव आएगा जिससे छात्रों को लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा को अर्फोडेबल बनाने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) पर है।

इससे इतर बात करें तो यूजीसी नेट दिसंबर परीक्षा के लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी कुछ दिनों के भीतर ही एग्जाम की अधिसूचना जारी करके आवेदन प्रक्रिया शुरू हो सकती है। हालांकि, सटीक अपडेट तो अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट पर सूचना जारी होने के बाद ही मालूम कर पाएंगे।

मैथ्स में सबसे बेहतर मिलेंगे मार्क्स, बस दसवीं के स्टूडेंट्स इन बातों का रखें ध्यान

डेस्क:–केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड बोर्ड की ओर से दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के लिए टाइमटेबल जारी कर दिया गया है। शेड्यूल के मुताबिक, सीबीएसई कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू रही हैं। दसवीं की परीक्षाएं 18 मार्च 2025 तक चलेंगी। कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल 2025 तक कंडक्ट कराई जाएंगी। इसी क्रम में दसवीं कक्षा के लिए मैथ्स विषय का पेपर 10 मार्च, 2024 को कराया जाएगा। अगर आप अगले साल गणित विषय का एग्जाम देने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे एग्जाम में सबसे बेहतर मार्क्स लाए जा सकें। आइए डालते हैं इन टिप्स पर एक नजर।

एग्जाम में आने वाले सभी सवाल आपकी बुक से ही पूछे जाएंगे। इसीलिए सबसे जरूरी है कि आप अपनी बुक के सभी चैप्टर को अच्छी तह से पढ़ लें। कॉन्सेप्ट समझ लें। डायग्राम या टेबल की अच्छी तरह से प्रैक्टिस करें। यह भी आपको परीक्षा में बेहतर परफॉर्म करने में मदद करेगा।

मैथ्स विषय ऐसा है, जिसमे रटने की जरूरत नहीं पड़ती है। सिर्फ फॉर्मूला और मैथेड को एक बार समझ लें तो काफी क्वैश्चन को आप सॉल्व कर सकते हैं। इसलिए किसी भी फॉर्मूला को रटने के बजाए उसे समझने की कोशिश करें।

एग्जाम में किस चैप्टर या टॉपिक से ज्यादा क्वैश्चन पूछे जाते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। साथ ही, अधिक मार्क्स वाले प्रश्नों पर फोकस करें। इससे आप कम समय में बेहतर तैयारी कर सकेंगे।

कठिन टॉपिक या पाठ के लिए आपको अलग से समय निर्धारित करना चाहिए, जिससे अन्य चैप्टर्स की तैयारी भी प्रभावित नहीं होगी। साथ ही आप कमजोर टॉपिक को बेहतर तरीके से तैयार करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही एक बात और ध्यान रखें कि कोई भी चैप्टर अगले दिन या फिर किसी और दिन के लिए टालना नहीं है, जिस किसी भी क्वैश्चन में अगर आप फंस रहे हैं तो उसे तुरंत ही सॉल्व करने की कोशिश करें।

किसी भी परीक्षा में बेहतर सफलता प्राप्त करने के लिए बेहद जरूरी है कि आप रेग्यूलर अभ्यास करें। इसलिए स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे अभी से एक टाइमटेबल को फॉलो करें और उसके अनुसार ही परीक्षा की तैयारी करें।
प्रदेश भर में लगभग 16 लाख उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर की होगी स्थापना
डेस्क:–मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व और निरन्तर प्रयासों से विगत 02 साल में यूपीसीएल की ओर से विद्युत वितरण क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति कर राज्य में लगभग 4000 किमी से ज्यादा एल.टी. लाइनें बिछाई हैं। प्रदेश के हर गांव, हर घर तक बिजली पहुंचाने के साथ-साथ आम जनता की जीवन शैली में सकारात्मक बदलाव हुए हैं  उत्तराखण्ड के औद्योगिक क्षेत्र के विकास में हो रहे व्यापक बदलाव को और ज्यादा गति देने के लिए बिजली वितरण क्षेत्र सुदृढ़ एवं समृद्ध हुआ है।

पिछले कुछ सालों में यूपीसीएल द्वारा एक मजबूत विद्युत वितरण प्रणाली की स्थापना के साथ-साथ परिचालन एवं व्यवसायिक दक्षता में सुधार के लिए अहम कदम उठाए गये हैं । लगातार बढ़ रही मांग की प्रतिपूर्ति करने के लिए यूपीसीएल द्वारा 02 वर्षों में 04 नए 33/11 KV उप-संस्थानों का निर्माण और लगभग 242 किमी 33 KV, 2045 किमी 11 KV एवं 4101 किमी एलटी लाईनें प्रदेश भर में स्थापित की गई हैं। प्रदेश भर में सभी पोषकों पर विद्युत संतुलन बनाए रखने केलिए लगभग 8266 वितरण परिवर्तक स्थापित किए गए हैं। साथ ही पिछले 02 वर्ष में 1,89,804 नए विद्युत संयोजन स्थापित किए जा चुके हैं।

उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भविष्य निधि परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है. भारत सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत प्रदेश भर में लगभग 16 लाख उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर की स्थापना उपभोक्ताओं के लिए एक वरदान साबित होगा  साथ ही एनर्जी एकाउन्टिंग को बेहतर बनाने के लिए 59212 वितरण परिवर्तक और 2602 पोषकों पर भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे जिससे बिजली व्यवस्था की डिजिटलीकरण, ऑटोमिशन और दक्षता में बढ़ोत्तरी होगी और विद्युत हानियों को भी कम किया जा सकेगा।
पुलिस कांस्टेबल मर्डर का मुख्य आरोपी एनकाउंटर में ढेर

डेस्क:–दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। आरोपी का नाम रॉकी उर्फ राघव था। आरोपी ने दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में शनिवार को पुलिस कांस्टेबल किरण पाल की चाकू घोंपकर हत्या कर दी थी। दिल्ली पुलिस ने संगम विहार इलाके में शनिवार को कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी रॉकी उर्फ राघव को ढेर कर दिया।

बता दें कि दिल्ली के गोविंदपुरी में शनिवार सुबह पुलिस कांस्टेबल किरण पाल की हत्या से सनसनी फैल गई थी। पुलिस के अनुसार, सिपाही को चाकू घोंपकर मौत के घाट उतारा गया था। गश्त के दौरान सिपाही किरणपाल ने आरोपी दीपक मैक्स और उसके साथी को नशे की हालत में पकड़ा था जो चोरी करने जा रहे थे। उसी दौरान आरोपी दीपक मैक्स और उसके साथी रॉकी ने सिपाही किरणपाल पर चाकू से हमला कर दिया था।

सिपाही किरणपाल ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया था। यह वारदात गोविंदपुरी के गली नंबर 13 में हुई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह जब वो जागे तो उन्हें वारदात के बारे में पता चला।

दिल्ली पुलिस कांस्टेबल की हत्या में रॉकी उर्फ राघव ही मुख्य आरोपी था। रॉकी ने ही चाकू से कॉन्स्टेबल पर हमला किया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस हत्याकांड में एक आरोपी दीपक को गिरफ्तार किया था। एनकाउंटर में दीपक के पैर में गोली लगी थी।
मेवाड़ के 77वें महाराणा विश्वराज सिंह का 25 नवंबर को होगा राजतिलक

डेस्क:·चित्तौड़गढ़ के फतेह प्रकाश महल में 25 नवंबर को विश्वराज सिंह का राजतिलक होगा, जिसमें उन्हें मेवाड़ के 77वें महाराणा के रूप में मान्यता दी जाएगी। यह आयोजन सुबह 10 बजे शुरू होगा। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए नाथद्वारा के विधायक विश्वराज सिंह को औपचारिक रूप से राजगद्दी पर बैठाया जाएगा।

इस आयोजन को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है। कुछ लोग लोकतंत्र में राजतंत्र जैसे आयोजन का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसे संविधान विरोधी बता रहे हैं।

भरतपुर के पूर्व राजघराने के सदस्य अनिरुद्ध डी. ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर टिप्पणी करते हुए लिखा, “गढ़ ठाकुर का, पंडित ठाकुर का, मेहमान ठाकुर के, सारा खर्चा ठाकुर का, राजतिलक ठाकुर का। इस पर आपत्ति क्यों?” उन्होंने इसे राजपूत समाज की परंपरा बताते हुए समर्थन दिया है।

बीएपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. जितेंद्र मीण ने इस आयोजन की आलोचना करते हुए कहा, रजवाड़े खत्म हो गए हैं, देश संविधान से चलता है। इस तरह के आयोजन बंद होने चाहिए।

डॉ. अंबेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी और कर्मचारी संघ ने भी आयोजन का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इसे संविधान के अनुच्छेद 13 का उल्लंघन बताते हुए इसे अनुचित ठहराया।

मिली जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक रणधीर भीडर इस कार्यक्रम की रूपरेखा देख रहे हैं। सलूंबर के पूर्व राव देवव्रत सिंह विश्वराज सिंह का तिलक करेंगे। सभी 22 पूर्व उमरावों के साथ अन्य लोग इसमें नजराना देंगे। शाम को विश्वराज सिंह तदयपुर लौटकर सिटी पैलेस में धुणी माता और एकलिंगजी के दर्शन करेंगे। इसके बाद सिटी पैलेस में उन्हें रंगीन पाग पहनाई जाएगी।

इस राजतिलक के बीच सिटी पैलेस में विश्वराज सिंह और उनके चाचा अरविंद सिंह के बीच संपत्ति विवाद भी चर्चा में है। दोनों परिवार सिटी पैलेस के अलग-अलग हिस्सों में निवास करते हैं, और उनके बीच यह विवाद लंबे समय से चल रहा है।
महाराष्ट्र विजय और उपचुनावों  के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी  ने पार्टी के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
डेस्क:–महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) नेतृत्व वाली महायुति ने प्रचंड जीत हासिल की है। साथ ही यूपी-असम समेत बिहार उपचुनावों में भी बीजेपी ने धमाकेदार सफलता हासिल की है। महाराष्ट्र विजय और उपचुनावों में सफलात के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी ने पार्टी के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर सिर्फ कांग्रेस रही।

पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। वहीं, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है। विभाजनकारी ताकतें हारी हैं, निगेटिव पॉलिटिक्स की पराजय हुई है, आज परिवारवाद की हार हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधते हुए इसे भारतीय राजनीति में “परजीवी पार्टी” करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस न केवल अपनी हार का कारण बन रही है, बल्कि अपने सहयोगियों को भी नीचे खींच रही है।

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनावों के भी नतीजे आए हैं और लोकसभा की एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा का जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर एक बार फिर भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी भाजपा को सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है।

PM मोदी ने अपने नारे एक हैं तो सेफ हैं का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और उसके ईकोसिस्टम ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर सामाजिक न्याय की भावना को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी जाति के खिलाफ लड़ने के बजाय अब जाति का जहर फैलाने में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का “शाही परिवार” अपनी सत्ताभूख को शांत करने के लिए देश और समाज के हितों की अनदेखी कर रहा है। ये पार्टी न केवल अपनी विचारधारा से भटक गई है, बल्कि अपने पुराने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को भी निराश कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस अब परजीवी पार्टी बनकर रह गई है. कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं अपने साथियों के नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है. ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद को डूबती है और दूसरों को भी डूबो देती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी और उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। अच्छा है यूपी जैसे राज्य में कांग्रेस के सहयोगियों ने उनसे जान छुड़ा ली, वरना वहां भी सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।
कुंदरकी सीट पर बड़ा उलटफेर, मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र में बीजेपी आगे, सपा प्रत्याशी पीछे

डेस्क:–यूपी विधानसभा उपचुनाव की काउंटिंग जारी है। पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम मशीनों के वोटों की मतगणना शुरू हुई। सभी 9 सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। शुरुआती रूझानों में भारतीय जनता पार्टी आगे चल रही है। वहीं समाजवादी पार्टी पीछे चल रही है।

मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां से कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में, जिसमें 11 मुस्लिम है।तुर्क मुसलमानों वाली सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा हैं। यहां से बीजेपी आगे चल रहा ही। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हाजी रिजवान पीछे चल रहे है। इस सीट पर बीजेपी ने मुस्लिम राजपूतों को साधने का बड़ा दांव खेला और रामवीर सिंह ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा। जबकि सपा ने इस सीट पर पूर्व विधायक हाजी रिजवान को प्रत्याशी बनाया हैं। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने रफतउल्ला खान को टिकट दिया हैं।

कुंदरकी विधानसभा में मतगणना से पहले ही बीजेपी प्रत्याशी के विधायक बनने के बधाई वाले पोस्टर लग गए है। भाजपा उम्मीदवार रामवीर सिंह की जीत होर्डिंग लगाए गए है। मतगणना स्थल से कुछ ही दूर होर्डिंग दिखाई दिए। यह होर्डिंग भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की तरफ से लगाए गए है।

मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता हैं। संभल लोकसभा सीट से सपा ने 2024 चुनाव में पहले शफीकुर रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया था। लोकसभा इलेक्शन से पहले शफीकुर रहमान बर्क का निधन हो गया था।  इसके बाद अखिलेश यादव ने यहां से उनके पोते और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से विधायक जियाउर रहमान बर्क को चुनावी मैदान में उतारा। जियाउर रहमान ने संभल लोकसभा सीट से जीत हासिल की। जिसके बाद यह विधानसभा सीट खाली हुई है।

यूपी उपचुनाव के रिजल्ट पर सभी की नजरें टिकी हुई है। 9 विधानसभा सीटों पर कौन बाजी मारेगा, इसका फैसला कुछ ही देर में हो जाएगा। लल्लूराम डॉट कॉम (Lalluram.com) आपको डाक मतपत्रों की गिनती से लेकर आखिरी वोट तक पल-पल की जानकारी से लगातार अपडेट करता रहेगा। किस विधानसभा सीट से कौन आगे कौन पीछे, कौन जीता कौन हारा यह सभी जानकारी सबसे पहले हम आप तक पहुंचाएंगे। उत्तरप्रदेश की 9 विधानसभा सीटों का सही, सटीक और सबसे तेज नतीजे देखने के लिए लल्लूराम डॉट कॉम से जुड़े रहिए।

सपा ने चुनाव आयोग पर खड़े किए सवाल, बीजेपी से मिलीभगत कर धांधली के लगाए आरोप

डेस्क:–यूपी विधानसभा उपचुनाव की मतगणना जारी है। सभी 9 सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। शुरुआती रूझानों में भारतीय जनता पार्टी आगे चल रही है। वहीं समाजवादी पार्टी पीछे चल रही है। इस बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सपा के मीडिया सेल ने चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाया है।

समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) पर पोस्ट किया है। जिसमें भारत निर्वाचन आयोग, यूपी चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को टैग करते हुए लिखा- बताएं कि काफी देर से चुनावी मतगणना का डाटा वेबसाइट पर अपलोड क्यों नहीं किया जा रहा ? क्या भाजपा सत्ता के इशारे पर आपके द्वारा भाजपा से मिलीभगत करके किसी धांधली की साजिश है ?

आगे लिखा ‘क्या जनता अपने अधिकार और जनमत की सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतरेगी तभी आप को समझ में आएगा ? जनमत के साथ खिलवाड़ मत कीजिए महोदय इसके गंभीर दुष्परिणाम होंगे क्यों कि अब बेईमान चुनाव आयोग भी जनता के निशाने पर है ,जनता भी चुनाव आयोग की बेईमानी को समझ रही है और जनता बेहद गुस्से में है।’

यूपी के मैनपुरी की करहल, अंबेडकरनगर की कटेहरी, कानपुर शहर की सीसामऊ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, मिर्जापुर की मझवां, प्रयागराज की फूलपुर, मुरादाबाद की कुंदरकी और अलीगढ़ की खैर सीट पर उपचुनाव हुए हैं। इनमें से करहल, कटेहरी, कुंदरकी और सीसामऊ सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था। जबकि गाजियाबाद, फूलपुर और खैर सीट बीजेपी के पास थी। वहीं मीरापुर सीट पर आरएलडी और मझवां सीट निषाद पार्टी के खाते में गई थी।

मैट्रिज के एग्जिट पोल में 7 सीट भाजपा और 2 सीट सपा के खाते में जाता दिखाया है। टाउम्स नाउ के मुताबिक, 6 सीट पर भाजपा और 3 सीट पर सपा की जीत का अनुमान है। वहीं जी न्यूज ने 5 सीट पर बीजेपी और 4 सीट पर सपा की जीत का आंकलन किया है। यूपी की 9 सीटों पर कुल 90 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिनमें 11 महिला प्रत्याशी हैं। इन सभी के भाग्य का फैसला आज हो जाएगा।

यूपी उपचुनाव के रिजल्ट पर सभी की नजरें टिकी हुई है। 9 विधानसभा सीटों पर कौन बाजी मारेगा, इसका फैसला कुछ ही देर में हो जाएगा। लल्लूराम डॉट कॉम (Lalluram.com) आपको डाक मतपत्रों की गिनती से लेकर आखिरी वोट तक पल-पल की जानकारी से लगातार अपडेट करता रहेगा। किस विधानसभा सीट से कौन आगे कौन पीछे, कौन जीता कौन हारा यह सभी जानकारी सबसे पहले हम आप तक पहुंचाएंगे। उत्तरप्रदेश की 9 विधानसभा सीटों का सही, सटीक और सबसे तेज नतीजे देखने के लिए लल्लूराम डॉट कॉम से जुड़े रहिए।