सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल द्वारा 24 नम्बर काँद्रा -चांडिल अप ओर डाउन रेलवे ट्रैक में कार्य को लेकर रद्द की गई ट्रेन :
सरायकेला : दक्षिण पूर्व रेलवे के अधीन चक्रधरपुर रेल मंडल के कांडरा-चांडिल (अप और डाउन लाइन) सेक्शन में संरक्षा एवं अनुरक्षण कार्यों के लिए आगामी 24 नम्बर (रविवार-डाउन लाइन), 25 नम्बर (सोमवार-अप लाइन), 27 नम्बर  (बुधवार-डाउन लाइन) और 28.11.2024 (गुरुवार-अप लाइन) को प्रतिदिन 4 घंटे का टीआरटी ब्लॉक लिया जाएगा। इसके कारण आद्रा मंडल से होकर चलने वाली निम्नलिखित ट्रेनों पर प्रभाव पड़ेगा । रद्द की गई ट्रेन : 1. 18601/18602 (हटिया-हावड़ा-हटिया) एक्सप्रेस दिनांक: 24.11.2024 और 27.11.2024 को रद्द रहेगी। 2. 13512/13511 (आसनसोल-टाटा-आसनसोल) एक्सप्रेस । दिनांक: 24.11.2024 को रद्द रहेगी। 3. 08151/08152 (टाटा-बरकाखाना-टाटा) पैसेंजर दिनांक: 24.11.2024 और 27.11.2024 को रद्द रहेगी। 4. 08697/08698 (झारग्राम-पुरुलिया-झारग्राम) मेमू पैसेंजर दिनांक: 25.11.2024, 27.11.2024 और 28.11.2024 को रद्द रहेगी। 5. 08173/08174 (आसनसोल-टाटा-आसनसोल) मेमू पैसेंजर दिनांक: 24.11.2024 और 27.11.2024 को रद्द रहेगी। आंशिक रूप से समाप्त/प्रारंभ होने वाली ट्रेन। 1. 08173/08174 (आसनसोल-टाटा-आसनसोल) मेमू पैसेंजर दिनांक: 25.11.2024 और 28.11.2024 को पुरुलिया में लघु समाप्ति/लघु प्रारंभ होगी। इस ट्रेन की परिसेवा इस दौरान पुरुलिया-टाटानगर-पुरुलिया के मध्य सेवा रद्द रहेगी। 2. 13301/13302 (धनबाद-टाटा-धनबाद) एक्सप्रेस दिनांक: 24.11.2024, 25.11.2024, 27.11.2024 और 28.11.2024 को आद्रा में लघु समाप्ति/लघु प्रारंभ होगी। इस दौरान इस ट्रेन की परिसेवा आद्रा-टाटानगर-आद्रा के मध्य सेवा रद्द रहेगी। पुनर्निर्धारित की गई ट्रेन : 8428 (आनंद विहार-पुरी) एक्सप्रेस दिनांक: 24.11.2024 को आनंद विहार से 03 घंटे देरी से प्रस्थान करेगी। परिवर्तित मार्ग वाली ट्रेन ।  22892 (रांची-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस) दिनांक: 28.11.2024 को कोटशीला-पुरुलिया-टाटा-खड़गपुर मार्ग के बजाय कोटशीला-राजबेरा- जमुनितांड-आद्रा-मिदनापुर-खड़गपुर मार्ग पर चलाई जाएगी। यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद है।
सरायकेला : कोल्हान के चाईबासा महिला कॉलेज में विधान सभा निर्वाचन 2024 के 23 मतगणना की तैयारी पूरी, दिया जानकारी ।
चाईबासा :विधान सभा निर्वाचन 2024 कल 23 नवंबर को मतगणना को लेकर महिला कॉलेज में कोल्हान आयुक्त हरि कुमार केसरी ,डीआईजी मनोज रतन चौथे , डीआईजी सीआरपीएफ ,कमांडेंट जिला निर्वाचन पदाधिकारी उपायुक्त कुलदीप चौधरी, एसपी आशुतोष शेखर ने पुलिस पदाधिकारी एवं सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए और मतगणना की तैयारी को लेकर जानकारी दी।
सरायकेला : नीमडीह में 14वें वित्त आयोग की राशि से बनाए गए सोलर जलमीनार के खराब होने से गांव में पानी की किल्लत बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है
सरायकेला : नीमडीह प्रखंड के जुगिलोंग गांव में पानी की समस्या गंभीर हो गई है। गांव में एक सोलर जलमीनार लगाया गया था, लेकिन यह केवल एक साल में ही खराब हो गया है। इसके कारण ग्रामीणों को एक  किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ता है।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार संबंधित विभागों से जलमीनार की मरम्मत की गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने निजी स्तर पर चापाकल खुदवाकर अपनी पानी की जरूरतें पूरी करने का प्रयास किया है।

इस योजना से बने थे 14वें वित्त आयोग की राशि से बनाए गए सोलर जलमीनार के खराब होने से गांव में पानी की किल्लत बनी हुई है।

इस समस्या के बारे में कनिष्ठ अभियंता से सवाल किया गया, लेकिन उन्होंने अपनी चुनावी व्यस्तता का हवाला देते हुए इस मुद्दे पर जवाब देने से बचने की कोशिश की। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत जलमीनार की मरम्मत कराने और पेयजल आपूर्ति बहाल करने की मांग की है।
सरायकेला : विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के  23 नवंबर को काशी साहू कॉलेज, सरायकेला में होने वाली मतगणना के लिए नियुक्‍त गणना सुपरवाईजर एवं गणना ।
सरायकेला : विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के  23 नवंबर को काशी साहू कॉलेज, सरायकेला में होने वाली मतगणना के लिए नियुक्‍त गणना सुपरवाईजर एवं गणना सहायकों का प्रशिक्षण एन.आई.टी जमशेदपुर,आदित्यपुर तथा एन. आर. प्लस टू उच्च विद्यालय, सरायकेला में आयोजित किया गया। एन.आर प्लस टू उच्च विद्यालय, सरायकेला में 111 ईवीएम काउंटिंग सुपरवाइजर, 115 ईवीएम काउंटिंग असिस्टेंट, 56 पोस्टल काउंटिंग असिस्टेंट एवं 26 पोस्टल सुपरवाइजर तथा एनआईटी जमशेदपुर,आदित्यपुर मे 128 ईवीएम माइक्रो ऑब्जर्वर तथा 26 माइक्रो आब्जर्वर को अलग-अलग पालियो मे प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मास्‍टर ट्रेनर्स द्वारा ईवीएम मशीनों से होने वाली मतगणना की प्रक्रिया के बारे में विस्‍तार से जानकारी दी गई। साथ ही मतगणना संबंधी निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों, नियमों एवं सुरक्षा के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण में उपस्थित गणना सुपरवाइजर एवं गणना सहायकों की शंकाओं एवं प्रश्‍नों का समाधान भी किया गया।
सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे द्वारा ,ट्रैक पर उतरने को तैयार है गोल्डन चैरियट लग्जरी ट्रेन, 7 स्टार होटल की सारी खूबियों से है लैस।...

सरायकेला : भारतीय रेलवे और IRCTC की लग्जरी ट्रेनों में से एक गोल्डन चैरियट लग्जरी ट्रेन एकबार फिर ट्रैक पर उतरने को तैयार है। कर्नाटक की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली Golden Chariot Luxury Tourist Train इस बार 14 दिसंबर को रवाना हो रही है। ट्रेन में 13 डबल बेड केबिन, 26 ट्विन बेड केबिन और दिव्यांग मेहमानों के लिए 1 केबिन है। 40 केबिन वाले इस शाही ट्रेन में 80 यात्री सफर कर सकते हैं।

इस ट्रेन का नाम गोल्डन चैरियट है जिसका मतलब होता है स्वर्ण रथ। यात्रियों को शाही फील देने के लिए ट्रेन के सभी आलीशान केबिन एयर कंडीशनर और वाई-फाई से लैस हैं। सभी केबिन में गद्देदार फर्नीचर, लग्जरियस बाथरूम, आरामदायक बेड, शानदार टीवी जिसमें कई ओटीटी के मजे लिए जा सकते हैं। ट्रेन में सैलून का भी खास इंतजाम है।

गोल्डन चैरियट लग्जरी ट्रेन में देशी और विदेशी व्यंजनों का विशेष प्रबंध किया गया है।जिसके लिए रुचि और नालापक नाम के दो बेहतरीन रेस्तरां हैं। जहां शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन इंटरनेशनल ब्रांडों के क्रॉकरी और कटलरी
में परोसे जाएंगे। इसके साथ ही बार में बेहतरीन और ब्रांडेड वाइन, बीयर और मदीरा मौजूद है।

यात्रियों की सेहत और आरामदायक सफर के लिए इस गोल्डन चैरियट ट्रेन में आरोग्य स्पा भी हैं, जहां स्पा थेरेपी समेत कई स्पा का आनंद लिया जा सकता है। यही नहीं सेहत का ख्याल रखने के लिए एक हाइटेक जिम भी है जहां वर्काउट के लिए बेहद आधुनिक एक्सरसाइज मशीने हैं। मेहमानों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए पूरी ट्रेन सीसीटीवी कैमरे और फायर अलार्म सिस्टम से लैस है। पूरी ट्रेन किसी 7 स्टार होटल से कम नहीं है।

लग्जरी ट्रेन 5 रातें और 6 दिन गुजारने के लिए आपको मात्र 4,00,530 और 5% GST देना होगा। जिसमें रहना, खाना, शराब, प्रवेश टिकट, गाइड आदि शामिल है। अधिक जानकारी के लिए www.goldenchariot.org वेबसाइट पर विजिट करें या फिर पर अपने सवाल भेजें। साथ ही +91 8585931021 पर भी संपर्क किया जा सकता है।

*2024-25 के लिए रुट:*

*कर्नाटक का गौरव (5 रातें/6 दिन) - बेंगलुरु से शुरू होकर बांदीपुर, मैसूर, हलेबिदु, चिकमंगलूर, हम्पी, गोवा और वापस बेंगलुरु।*

*दक्षिण के रत्न (5 रातें/6 दिन) - बेंगलुरु से शुरू होकर मैसूर, कांचीपुरम, महाबलीपुरम, तंजावुर, चेट्टीनाड, कोचीन, चेरतला और वापस बेंगलुरु।*

*14 दिसंबर, 2024- कर्नाटक का गौरव (5 रातें/6 दिन)*

*21 दिसंबर, 2024-दक्षिण के रत्न (5 रातें/6 दिन)*

*4 जनवरी, 2025- कर्नाटक का गौरव (5 रातें/6 दिन)*

*1 फरवरी, 2025 -कर्नाटक का गौरव (5 रातें/6 दिन)*

*15 फरवरी, 2025-दक्षिण के रत्न (5 रातें/6 दिन)*

*1 मार्च, 2025- कर्नाटक का गौरव (5 रातें/6 दिन)*
सरायकेला : चांडिल में नकली लॉटरी की खेल , पश्चिम बंगाल,नागालैंड,सिक्किम ,भूटान के तर्ज में चल रहा हे।परंतु प्रसाधन मौन कियू।कोन हे यह सरगना ।...

सरायकेला :झारखंड के सरायकेला जिले में नकली लॉटरी खेल चल रहा है। यह खेल पश्चिम बंगाल की लॉटरी की तर्ज पर चलाया जाता है। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, नागालैंड, भूटान आदि में लॉटरी के प्रथम  पुरस्कार करोड़ों रुपये तक होते हैं। लेकिन सरायकेला के चांडिल में यह पुरस्कार लाखों रुपये तक सीमित है। यह नकली लॉटरी खेल अवैध हो सकता है और लोगों को इसके बारे में सावधान रहना चाहिए। प्रशासन मौन कियू कोन होगा मुख्य सरगना ।किसके इशारे धड़ल्ले से चल रहा यह अवैध नकली लॉटरी ।
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में अवैध नकली लॉटरी का गोरखधंधा परवान पर है ।बीते जुलाई माह में गैरकानूनी कारोबार के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बाद कुछ दिनों के लिए अवैध लॉटरी के धेधे की रफ्तार धीमी पड़ गई थी ।जुलाई माह में चांडिल स्टेशन चौक और चांडिल बाजार में चांडिल व नीमडीह थाना की पुलिस द्वारा अवैध लॉटरी के खिलाफ चलाए गए छापामारी अभियान में सात लोग पकड़े गए थे । पकड़ाए लोगों ने अपने-अपने संचालक का नाम भी बताया था ।



अवैध लॉटरी के खिलाफ हुई कार्रवाई के तीन माह बाद भी अवैध लॉटरी चलाने वाले सरगना पुलिस की पकड़ से दूर हैं । उस वक्त लोगों ने भी अंदेशा जताया था कि हो सकता है राजनीतिक दबाव के कारण इस पर आगे की कार्रवाई ठंड पड़ गया।

विशेष सूत्रों के अनुसार राजनीतिक संरक्षण का ही नतीजा है कि कार्रवाई के माह भर बाद से ही क्षेत्र में तेजी के साथ अवैध नकली लॉटरी का गोरखधंधा दोबारा छा गया। बताया जा रहा है कि जुलाई में हुई कार्रवाई के बाद अब इस गोरखधंधे से जुड़े कारोबारियों की संख्या भी बढ़ गई है । लोगों का कहना है कि इस गोरखधंधे की दलदल में फंसकर युवा वर्ग अपना भविष्य अंधकारमय बना रहे हैं। गरीब मजदूरों की खून-पसीने की कमाई रातों-रात लखपति बनने की लालच में स्वाहा हो रही है। अवैध नकली लॉटरी के चंगुल में फंसकर युवा वर्ग के अलावा दिहाड़ी मजदूर, दुकानदार, ऑटो चालक, सब्जी बिक्रेता आदि अपनी गाढ़ी कमाई लुटा रहे हैं। लोगों का कहना है कि क्या पुलिस-प्रशासन को इसकी खबर नहीं है कि लोग इस काले कारनामे की दलदल में फंस रहे हैं ।

ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र  में विस्तार रूप से चल रहा लॉटरी का गैरकानूनी धंधा अब सुदूरवर्ती गांव तक भी पहुंच गया है ।चौक-चौराहों में तो लॉटरी बेचा जाना अब आम बात है ।चौका मोड़ , घोड़ानेगी डैम रोड ,चांडिल बाजार, स्टेशन चौक, रघुनाथपुर, मुखिया होटल आदि स्थानों में अवैध व नकली लॉटरी जगह-जगह मिलता है ।वहीं गांव-गांव में नकली लॉटरी पहुंचने लगी है ।अनुमंडल क्षेत्र में अवैध लॉटरी से जुड़े लोगों को पुलिस-प्रशासन का तनिक भी भय नहीं है।  अवैध कारोबार के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने के कारण गोरखधंधा चलाने वाले कारोबारियों के हौसले परवान पर हैं. बताया जा रहा है कि लॉटरी के इस अवैध धंधे में बड़े राजनीतिक दलों के नेताओं की भी संलिप्तता बताया जा रहा हे। जिसके कारण इस गोरखधंधे पर लगाम नहीं लगाया जा सकता है।जमशेदपुर से मुख्य साफलाई होता हे। चांडिल बाजार के दो व्यक्ति लॉटरी का कारोबार करते हे।इसका एजेंट विभिन्न जगह पर लॉटरी की बिक्री करता हे। स्थानीय पुलिस प्रशासन को जानकारी होने के बावजूद यह गोरख धंधा खुलेआम चल रहा हे।

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में अवैध लॉटरी के खिलाफ की कार्रवाई को लेकर जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, राजनीतिक दलों के नेता चुप क्यों हैं। चुनाव में ईचागढ़ को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने का ढींढ़ोरा पीटने वाले आखिर गैर कानूनी लॉटरी पर खामोश क्यों हो जाते हैं ।समाज को दीमक की तरह खोखला करते इस काले कारोबार को बंद कराने के लिए आवाज बुलंद क्यों नहीं करते हैं। क्षेत्र के लोग पूछते हैं कि क्या अवैध व नकली लॉटरी से ईचागढ़ क्षेत्र के युवाओं का विकास संभव है ।इसके पीछे का राज क्या है. जनता जानना चाहती है कि क्या उनकी भी संलिप्तता इस गोरखधंधे में तो नहीं है। लोगों का कहना है कि राजनीतिक संरक्षण के कारण ही चौक-चौराहों पर चाय की दुकान, होटल, सैलून आदि स्थानों में अवैध नकली लॉटरी का गोरखधंधा खुलेआम चल रहा है।

सरायकेला : आईआरसीटीसी ने महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में महाकुंभ ग्राम, आईआरसीटीसी टेंट सिटी लॉन्च किया।...
सरायकेला : आईआरसीटीसी ने महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में महाकुंभ ग्राम, आईआरसीटीसी टेंट सिटी लॉन्च किया: एक अनोखा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव। भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी), भारत सरकार की अनुसूची 'ए' मिनीरत्न पीएसयू और भारतीय रेलवे की पेशेवर यात्रा और पर्यटन शाखा, एक अद्वितीय सांस्कृतिक और अद्वितीय महाकुंभ ग्राम, आईआरसीटीसी टेंट सिटी विकसित करने के लिए तैयार है। आध्यात्मिक अनुभव, प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के साथ। संजय कुमार जैन, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, आईआरसीटीसी ने इस परियोजना के बारे में उत्साहित महसूस किया और कहा, "प्रयागराज में महाकुंभ ग्राम, आईआरसीटीसी टेंट सिटी तीर्थयात्रा और पर्यटन परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी जोड़ होगा, जिसमें लक्जरी आवास और एक तरह से सांस्कृतिक अनुभव का संयोजन होगा।" यह भारत की आध्यात्मिक विविधता का जश्न मनाता है। हमारा उद्देश्य सभी आगंतुकों के लिए एक सुलभ, आरामदायक और समृद्ध अनुभव प्रदान करना है। बड़े पैमाने पर तीर्थयात्रा पर्यटन में विशेषज्ञता, राष्ट्रव्यापी रेल नेटवर्क पर व्यापक आतिथ्य सेवाएं और आस्था और भारत गौरव ट्रेनों पर अब तक 6.5 लाख से अधिक ग्राहकों को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने के डोमेन अनुभव के साथ, आईआरसीटीसी कुंभ ग्राम को एक अद्वितीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बनाने के लिए विशिष्ट स्थिति में है। गंतव्य। महाकुंभ ग्राम टेंट सिटी को सीधे बुकिंग के साथ-साथ रेल टूर पैकेज, भारत गौरव ट्रेनों आदि का लाभ उठाने वाले आईआरसीटीसी पर्यटकों को संरक्षण दिया जाएगा। श। आईआरसीटीसी के निदेशक (पर्यटन और विपणन) राहुल हिमालयन ने कहा, “प्रयाग राज में महाकुंभ ग्राम टेंट सिटी मेहमानों के लिए उच्च स्तर की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित डीलक्स और प्रीमियम शिविर पेश करेगा, जो आध्यात्मिक माहौल के बीच एक प्रीमियम अनुभव प्रदान करेगा।


महाकुंभ 2025 का”। महाकुंभ ग्राम, आईआरसीटीसी टेंट सिटी प्रयागराज की मुख्य विशेषताएं: डीलक्स टेंट - आलीशान शयनकक्ष, संलग्न बाथरूम, गर्म पानी। प्रीमियम टेंट लाइव इवेंट की स्ट्रीमिंग के साथ अतिरिक्त एयर कंडीशनर, एलईडी टीवी प्रदान करते हैं। चौबीसों घंटे सुरक्षा, आग प्रतिरोधी तंबू।  आरामदायक डाइनिंग हॉल में मेहमानों के लिए बुफ़े कैटरिंग सेवाएँ। चौबीसों घंटे चिकित्सा सहायता। आकर्षणों और स्नान क्षेत्रों के लिए शटल सेवा। आसान गतिशीलता के लिए पर्यावरण-अनुकूल बैटरी चालित गाड़ियाँ। मशहूर हस्तियों/प्रख्यात हस्तियों द्वारा दैनिक सांस्कृतिक प्रदर्शन और आध्यात्मिक प्रवचन। योग/स्पा/बाइकिंग की सुविधा। भोजनालयों और शौचालयों के साथ घरेलू मेहमानों के लिए नदी तट के पास एक्ज़ीक्यूटिव लाउंज। चौबीसों घंटे रिसेप्शन। कोई छिपी हुई लागत नहीं बुकिंग और संपर्क जानकारी टैरिफ 6000/- रुपये से शुरू होता है, जिसमें नाश्ते सहित डबल अधिभोग पर प्रति व्यक्ति प्रति रात लागू कर भी शामिल है। अर्ली बर्ड/ग्रुप छूट भी ऑफर पर है। रद्दीकरण पर श्रेणीबद्ध रिफंड। व्यापार पूछताछ का भी अनुरोध किया गया।

महाकुंभ ग्राम, प्रयागराज में आईआरसीटीसी टेंट सिटी के बारे में अधिक जानकारी के लिए और अपने प्रवास को बुक करने के लिए।

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सरायकेला : अनुसंधान के क्रम में फरार प्राथमिकी अभियुक्त अशोक महतो को 48 घंटे के अंदर पुलिस ने चांडिल थाना क्षेत्र के काली मंदिर फदलोगोड़ा के ।..

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के चौका थाना अंतर्गत  कुरली में 17 नवंबर की रात डेढ़ साल के एक मासूम एवं उसकी मां की हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. चौका थाना की पुलिस ने 48 घंटे के अंदर हत्यारोपी अशोक महतो को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया है।

इस दिल दहला देने वाली घटना में डेढ़ साल के एक मासूम के साथ उसकी मां की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उस मासूम का अपना पिता ही निकला । जानकारी के अनुसार चौका थाना क्षेत्र के कुरली में अशोक महतो की 22 वर्षीय पत्नी मधुमिता महतो और उसके डेढ़ वर्षीय पुत्र रोहित महतो की लाश उसके कमरे में 18 नंवबर की सुबह मिली. वहीं मृतका का पति अशोक कुमार महतो घर से फरार मिला ।पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों शवों का पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा और मामले की जांच शुरू की. अनुसंधान के क्रम में फरार प्राथमिकी अभियुक्त अशोक महतो को 48 घंटे के अंदर पुलिस ने चांडिल थाना क्षेत्र के काली मंदिर फदलोगोड़ा के पास से गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके पास से एक आईफोन-14 मोबाइल फोन बरामद किया है।

इस संबंध में चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो ने बताया कि मृतका के पिता चांडिल थाना क्षेत्र के रावताड़ा निवासी सत्यनारायण महतो ने चौका थाना में लिखित आवेदन देकर मृतका के पति अशोक कुमार महतो के विरुद्ध अपनी ही पत्नी एवं बच्चे की हत्या करने का आरोप लगाया था. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया. सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत द्वारा चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में छापामारी दल का गठन किया गया था. गिरफ्तार अशोक महतो ने अपने स्वीकारोक्ती बयान में बताया कि आर्थिक तंगी के कारण परिवार में हो रहे कलह के चलते उसने अपने पत्नी एवं बच्चे की हत्या कर दी और घर से फरार हो गया. पुलिस ने बुधवार को ही उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया. छापामारी दल में चौका थाना प्रभारी पुअनि बजरंग महतो, पुअनि दीपक कुजूर, आरक्षी महादेव प्रसाद साहू और चालक हवलदार अजय कुमार सिंह शामिल थे।

सरायकेला : ऐसा एक गांव जहां प्रतिदिन ग्रामीणों को मुख्यालय जाने से पहले ईश्वर से करती हे प्राथना । दो दर्शक हो गया राज्य अलग होकर ,किसे करे।ियाद
सरायकेला : ऐसा एक गांव जहां प्रतिदिन ग्रामीणों को मुख्यालय जाने से पहले ईश्वर से करती हे प्राथना । दो दर्शक हो गया राज्य अलग होकर ,किसे करे परियाद ।विधान सभा निर्वाचन चुनाव के बाद 23 को होगा विधान सभा चुनावों का परिणाम।फिर BH ही नहीं बदली गांव का काया कलाप।कोन होगा इसका जिम्बेदार ।
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड अंतर्गत चिंगड़ापाड़कीडीह व हुडरूपाथरडीह दो गाँव के ग्रामीणों  को देश की आज़ादी के बाद झारखंड राज्य अलग हुए दो दर्शक पार हो गया परंतु आज। भीही ग्रामीण पक्की सड़क आर्ष में  कितने विधायक ओर संसद ओर मंत्री आए ओर गए हाल ही विधान सभा निर्वाचन चुनाव भी हो गया ।रिजल्ट  23 नम्बर को होगा । ओर स्थानीय ग्रामीणों कच्चे जर्जर रास्ते होने  के कारण आने -जाने में  काफ़ी परेशानी हो रहा हे।

चिंगड़ापाड़कीडीह गाँव के ग्रामीणों को प्रखण्ड  मुख्यालय  जाने के लिए कच्चे सड़क पर जाने पर मजबूर होगा ।ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने के लिए हर दिन ग्रामीण को बदहाल व जर्ज़र सड़क का दंश झेलने पड़ रहा  हे। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। बरसात के समय गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है। सड़क की इस स्थिति से ग्रामीणों ने सरकार ओर नेता मंत्री विधायक प्रति  नाराजगी देखा गया हैं।ग्रामीणों ने प्रखण्ड से लेकर जिला ओर राज्य तक  बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी सड़क नहीं बन पाई है।

इस बार विधान सभा निर्वाचन चुनाव में नेता मंत्री हमारे गांव में शुद्धि लेने नही पहुंचे।जिसे ग्रामीणों के लिए परेशानी की सामना प्रतिदिन करना पड़ता ओर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा हे । मजबूरी की नाम महात्मा गांधी ,लोगो ने बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर आवागमन करने को मजबूर हे । खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी पंचायत भवन आते - जाते हैं।  पदभार मिलने के बाद में अपने वादे भूल जाते हैं।

हुंडरूपाथरडीह पंचयात भवन से चिंगड़ापाड़कीडीह को जोडऩे वाली सड़क 15-20 बर्षो पहले ग्रेड 1 सड़क बनी थी। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बनने के कुछ ही महीनों बाद सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी थी। हुंडरूपाथरडीह पंचायत भवन से चिंगड़ापाड़कीडीह के बीच करीब पांच किलोमीटर की सड़क काफी खस्ताहाल में है। वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। इस गाँव में बसवास करने वाले ग्रामीणों को मोटर साइकिल , ओर चार पहिया वाहन चलाना  काफी मुश्किल हो गया । वही ग्रामीण आने -जाने के पहले ईश्वर को प्राथना करते हैं। घर सही सलामत वापस पहुंच पाए। यह कच्चे सड़क पंचायत भवन होते हुए प्रखंड मुख्यालय को जोड़ती यह सड़क पंचायत भवन मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय की ओर जाती है।

इस सड़क से पंचायत मुख्यालय की दूरी करीब पांच किलोमीटर है।

इसलिए पंचायत मुख्यालय से ग्रामीणों को आने -जाने के लिए । प्रतिदिन इस मार्ग का ही उपयोग करते हैं। वहीं अधिकारी भी सड़क की हालत से भलीभांति परिचित हैं, फिर भी निर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बार-बार मांग करने  के बाद भी नहीं सुधरी दशा इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को इस सड़क के मरम्मती करने की मांग की। पर आज तक न तो सड़क सुधरी और न ही लोगों को राहत मिली हे।  जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण व्यथित हैं। सड़क की उपेक्षा से यह साबित हो जाता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी ऐसे मामलों में कितने संवेदनशील हैं।
सरायकेला : ऐसा एक गांव जहां प्रतिदिन ग्रामीणों को मुख्यालय जाने से पहले ईश्वर से करती हे प्राथना । दो दर्शक हो गया राज्य अलग होकर ,किसे करे।ियाद
सरायकेला : ऐसा एक गांव जहां प्रतिदिन ग्रामीणों को मुख्यालय जाने से पहले ईश्वर से करती हे प्राथना । दो दर्शक हो गया राज्य अलग होकर ,किसे करे परियाद ।विधान सभा निर्वाचन चुनाव के बाद 23 को होगा विधान सभा चुनावों का परिणाम।फिर BH ही नहीं बदली गांव का काया कलाप।कोन होगा इसका जिम्बेदार ।
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड अंतर्गत चिंगड़ापाड़कीडीह व हुडरूपाथरडीह दो गाँव के ग्रामीणों  को देश की आज़ादी के बाद झारखंड राज्य अलग हुए दो दर्शक पार हो गया परंतु आज। भीही ग्रामीण पक्की सड़क आर्ष में  कितने विधायक ओर संसद ओर मंत्री आए ओर गए हाल ही विधान सभा निर्वाचन चुनाव भी हो गया ।रिजल्ट  23 नम्बर को होगा । ओर स्थानीय ग्रामीणों कच्चे जर्जर रास्ते होने  के कारण आने -जाने में  काफ़ी परेशानी हो रहा हे।

चिंगड़ापाड़कीडीह गाँव के ग्रामीणों को प्रखण्ड  मुख्यालय  जाने के लिए कच्चे सड़क पर जाने पर मजबूर होगा ।ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचने के लिए हर दिन ग्रामीण को बदहाल व जर्ज़र सड़क का दंश झेलने पड़ रहा  हे। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। बरसात के समय गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है। सड़क की इस स्थिति से ग्रामीणों ने सरकार ओर नेता मंत्री विधायक प्रति  नाराजगी देखा गया हैं।ग्रामीणों ने प्रखण्ड से लेकर जिला ओर राज्य तक  बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी सड़क नहीं बन पाई है।

इस बार विधान सभा निर्वाचन चुनाव में नेता मंत्री हमारे गांव में शुद्धि लेने नही पहुंचे।जिसे ग्रामीणों के लिए परेशानी की सामना प्रतिदिन करना पड़ता ओर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा हे । मजबूरी की नाम महात्मा गांधी ,लोगो ने बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डाल कर आवागमन करने को मजबूर हे । खास बात तो यह है कि इन सड़कों पर विकास का वादा करने वाले जनप्रतिनिधि भी पंचायत भवन आते - जाते हैं।  पदभार मिलने के बाद में अपने वादे भूल जाते हैं।

हुंडरूपाथरडीह पंचयात भवन से चिंगड़ापाड़कीडीह को जोडऩे वाली सड़क 15-20 बर्षो पहले ग्रेड 1 सड़क बनी थी। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बनने के कुछ ही महीनों बाद सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी थी। हुंडरूपाथरडीह पंचायत भवन से चिंगड़ापाड़कीडीह के बीच करीब पांच किलोमीटर की सड़क काफी खस्ताहाल में है। वर्तमान में इस सड़क की हालत यह है कि कई स्थानों पर सड़क है या नहीं, इसका पता ही नहीं चलता। इस गाँव में बसवास करने वाले ग्रामीणों को मोटर साइकिल , ओर चार पहिया वाहन चलाना  काफी मुश्किल हो गया । वही ग्रामीण आने -जाने के पहले ईश्वर को प्राथना करते हैं। घर सही सलामत वापस पहुंच पाए। यह कच्चे सड़क पंचायत भवन होते हुए प्रखंड मुख्यालय को जोड़ती यह सड़क पंचायत भवन मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय की ओर जाती है।

इस सड़क से पंचायत मुख्यालय की दूरी करीब पांच किलोमीटर है।

इसलिए पंचायत मुख्यालय से ग्रामीणों को आने -जाने के लिए । प्रतिदिन इस मार्ग का ही उपयोग करते हैं। वहीं अधिकारी भी सड़क की हालत से भलीभांति परिचित हैं, फिर भी निर्माण कार्य की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बार-बार मांग करने  के बाद भी नहीं सुधरी दशा इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को इस सड़क के मरम्मती करने की मांग की। पर आज तक न तो सड़क सुधरी और न ही लोगों को राहत मिली हे।  जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण व्यथित हैं। सड़क की उपेक्षा से यह साबित हो जाता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी ऐसे मामलों में कितने संवेदनशील हैं।