गाजियाबाद विधान सभा उपचुनाव- मात्र 33.30प्रतिशत मतदान से प्रत्याशियों व समर्थकों की धड़कन बढ़ी

गाजियाबाद। गाजियाबाद विधानसभा उपचुनाव का मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को संपन्न हो गया सुबह 7:00 बजे शुरू हुए मतदान शाम को 5:00 बजे संपन्न हुआ और कुल 33.30 प्रतिशत ही मतदान हुआ। जबकि जिला प्रशासन से लेकर भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों के संगठनों ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के बड़े-बड़े दावे किए थे। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी ईवीएम मशीनों को गोविंदपुरम स्थित स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा में सुरक्षित रखी गयी हैं। इस प्रकार 14 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीनों में बंद हो गया। वोटों की गिनती 23 नवम्बर को गोविंदपुरम स्थित अनाज मंडी में होगी और उसी दिन नतीजा भी घोषित कर दिया जाएगा। मतदान कम होने के कारण प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के दिलों की धड़कने बढ़ गयी हैं।

इससे पहले गाजियाबाद सदर विधानसभा के उप चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हुआ।

शुरुआत से ही मतदान काफी धीमा चला और शाम 5 बजे तक 33.30 प्रतिशत तक पहुंच सका। सुबह 7 बजे तक मात्र 05.36प्रतिशत,11 बजे तक 14.87 प्रतिशत,01 बजे तक 20.92प्रतिशत,03बजे तक 27.36 तथा 05बजे तक 33.33प्रतिशत तक हो सका।

सदर विधानसभा पर मतदाताओं की संख्या चार लाख 61हजार है जबकि कुल प्रत्याशी 14 मैदान में थे। भारतीय जनता पार्टी से संजीव शर्मा, सपा कांग्रेस गठबंधन से सिंह राज जाटव, बहुजन समाज पार्टी से पीएन गर्ग, एआईएमआईएम से रवि गौतम, अंबेडकर समाज पार्टी से सतपाल चौधरी प्रमुख रूप से चुनावी मैदान में है।। 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अतुल गर्ग यहां से विधायक चुने गए थे लेकिन पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बना दिया और वह सांसद निर्वाचित हुए । इसके बाद गाजियाबाद सदर सीट खाली हो गई थी। इसी कारण आज उपचुनाव हो रहा है। चुनाव के लिए जहां मतदान केंद्रों के आसपास कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे।कुल 119 मतदान केंद्र बनाए गए थे जबकि 507 बूथ बनाए गए थे।

भतीजे ने ही साथियों के साथ मिलकर किसान से 39लाख ठगे, किसान की सदमे से मौत

गाजियाबाद। भोजपुर थाना क्षेत्र के पलोता गांव में एक किसान से 39 लाख रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। ठगी के शिकार किसान को जब इसकी जानकारी हुई तो सदमे में आ गया और उसकी मौत हो गई। पीड़ित के पुत्र ने जब आरोपितों से अपने रुपये मांगे तो आरोपियों ने आत्महत्या कर पीड़ित को ही झूंठे मामले में फंसाने की धमकी दे डाली। इस पूरे मामले की शिकायत मृतक किसान के बेटे ने पुलिस उपायुक्त ग्रामीण एस एन तिवारी ने की। एसएन तिवारी के आदेश पर थाना भोजपुर में इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है।

पुलिस के मुताबिक पुडोटा गांव निवासी किसान पवन की सरकार ने जमीन अधिग्रहण की गई थी। इसके बदले में उन्हें मुआवजे के रूप में मोटी धनराशि मिली थी। उनके भतीजे देवेंद्र को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने अपने चाचा से संबंध मधुर कर लिए। पवन के पुत्र ने बताया कि 17 अक्टूबर 2017 को को उसका चचेरा भाई देवेंद्र उसके पिता के पास आया। उसके साथ तरुण जैन, विपुल सिंघल, ऋतु जैन व अमित जैन भी थे। उन्होंने उनके पिता को किसी प्रोजेक्ट के नाम पर रुपये लगाने को कहा और सब्जबाग दिखाए।

इसके बाद पिता ने 29 लख रुपए उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इन लोगों ने उनके पिता को यह भी आश्वासन दिया कि 1 साल के अंदर उन्हें 50 लाख रुपए दे दिए जाएंगे। पिता ने जब यह रुपए एक साल बीतने के बाद मांगे तो उन्होंने 12 लख रुपए का चेक दिया। बैंक में जब चेक जमा कराया गया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद उनके पिता को एहसास हो गया कि उनके साथ ठगी की गई है। इसके बाद सदमे में आकर उनकी मौत हो गई। उसके बाद जब पीड़ित के पुत्र ने लोगों से अपने रुपए मांगे तो इन्होंने आत्महत्या कर झूठे मामले में फसाने की धमकी दी। मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

धुआं-धुआं कर आग की लपटों से घिरी बच्चों से भरी स्कूल बस, मची चीख पुकार....और फिर

विभु मिश्रा

गाजियाबाद: थाना कौशांबी क्षेत्र में आज सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दिल्ली की एक एसी स्कूल बस में अचानक आग लग गई और उसमें सवार छात्रों में चीख-पुकार मच गई। सूचना पर मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने दो फायर टेंडरों की मदद से बस में लगी आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि हादसे में स्कूली बस ड्राइवर, कंडक्टर और छात्र बस से सुरक्षित बच निकले। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है।

मिली जानकारी के अनुसार कौशांबी थाने के पीछे दिल्ली प्रीत विहार के मदर्स ग्लोबल स्कूल की एक स्कूल बस बच्चों को पिक करने आई थी तभी श्री श्री रेजिडेंसी के सामने अचानक बस से धुआं उठने लगा। धुआं उठते देख ड्राइवर ने बस को सड़क किनारे लगाकर कंडक्टर की मदद से फटाफट बस में सवार करीब डेढ़ दर्जन बच्चों को बस से उतारा। इसी दौरान बस में आग लग गई। जिसके बाद वहां चीख-पुकार मच गई। 

सूचना पर एफएसओ फायर की दो गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

 बस पूरी तरह से चल गई।सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि आग मदर्स ग्लोबल स्कूल प्रीत विहार दिल्ली की वातानुकूलित बस संख्या UP16CT9688 में लगी थी। इससे पहले बस में ड्राइवर के अलावा 16 बच्चे बैठे थे। सभी बच्चों को सुरक्षित निकाला गया। आशंका है कि शार्ट सर्किट से बस में आग लगी है। पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। सीएफओ का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

सपा का नाम लेना भी बन सकता है पाप का कारण : योगी आदित्यनाथ
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ शुक्रवार को गाजियाबाद पहुंचे। नेहरू नगर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर परिसर में पन्ना प्रमुख सम्मेलन को सम्बोधित किया और कार्यकर्ताओं को विधानसभा उपचुनाव में जीत का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी की जीत तो निश्चित है,अब कार्यकर्ताओं को अपने परिश्रम से इसे ऐतिहासिक बनाना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी पर हमलावर रहे। उन्होंने यहां तक कह दिया कि सपा का नाम लेना भी पाप का कारण बन सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे समाजवादी पार्टी के लोगों को सत्ता से जितना दूर रखोगे उतना समाज व प्रदेश की जनता के लिए अच्छा है।

योगी ने सपा पर हमलावर होते हुए कहा कि सपा आपकी सुरक्षा में सेंध लगाती है, आपकी आस्था के साथ खिलवाड़ करती है। समाजवादी पार्टी बेटी और बहन की सुरक्षा के लिए खतरा बनी हुई है। समाजवादी पार्टी लोगों की आस्था से खेलने वाली पार्टी है। यह व्यापारियों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाली पार्टी है। योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी का नाम लेना भी पाप का कारण बन सकता है। इसलिए उसका नाम ना लें। हालांकि अपने पूरे भाषण में उन्होंने ना तो कांग्रेस और ना ही बसपा का नाम लिया लेकिन समाजवादी पार्टी पर तीखे हमले किये। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकारों में केवल सैफई का ही विकास होता था। आम जनता परेशान रहती थी। लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश का चहुंमुखी विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरासत और विकास के संगम को डबल इंजन सरकार ने उत्तर प्रदेश की दशा दिशा दोनों बदले हैं।

योगी अदित्यनाथ ने कहा कि जब उपचुनाव की तारीख बदली तो सपा खफा हुई। पहले उपचुनाव चुनाव 13 नवंबर को था, लेकिन फिर तारीखें टाल दी गईं क्योंकि सभी राजनीतिक दलों ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान को ध्यान में रखते हुए 15 नवंबर के बाद तारीख तय करने का चुनाव आयोग से अनुरोध किया था। चुनाव आयोग ने आस्था का सम्मान करते हुए चुनाव की तारीख टाल दी।

उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि चांद न दिखे तो ईद की छुट्टी बदल दी जाती है और सरकार उस हिसाब से छुट्टी घोषित करती है, गुरु पर्व पर भी ऐसा ही होता है। लेकिन जब संवैधानिक संस्था द्वारा हिंदू आस्था के पर्व की महत्ता को ध्यान में रखते हुए तारीख बदली गई तो जनता तो खुश हुई, लेकिन समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध किया।

मुख्यमंत्री ने पन्ना प्रमुखों से कहा कि वे उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा को ऐतिहासिक जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी शक्ति झोंक दें। कार्यक्रम में सांसद अतुल गर्ग, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, ऐतिहासिक दूधेश्वर नाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी आदि माैजूद रहे।
गाजियाबाद की बेटी ने अमेरिका में चुनाव जीतकर किया भारत का नाम रोशन

गाजियाबाद,। गाजियाबाद की बेटी सबा हैदर ने अमेरिका में नाम रोशन किया है। सबा हैदर ने अमेरिका में हुए चुनावों में रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है। उन्हें ड्यूपेज काउंडी बोर्ड के चुनाव में यह जीत मिली है। वह डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से चुनावी मैदान में थीं।

सबा हैदर शिकागो के इलिनॉइस जिला में रहती हैं। उन्होंने ड्यूपेज काउंटी बोर्ड का इलेक्शन जीता है। उनका एक बेटा है, जिसका नाम अजीम अली है और एक बेटी आइजह अली है। उनके पति का नाम अली काजमी है, जो बुलंदशहर के औरंगाबाद मोहल्ला सादात के रहने वाले हैं।

गाजियाबाद में रहता है परिवार

संजय नगर में उनके पिता उत्तर प्रदेश जल निगम में सीनियर इंजीनियर के पद से रिटायर हुए हैं और फैमिली में इनकी मां अपना एक स्कूल चलाती हैं। वहीं बड़े अब्बास हैदर और छोटे भाई जीशान हैदर है। इंटर होली चाइल्ड स्कूल से सबा ने पढ़ाई की है। उसके बाद बीएससी आरसीसी गर्ल्स कॉलेज से पढ़ाई की। वहां पर बीएससी में गोल्ड मेडलिस्ट उसके बाद इन्होंने एमएससी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से वाइल्डलाइफ साइंसेज में भी इन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया और 2007 में यह शादी होने के बाद अपने पति के साथ अमेरिका शिफ्ट हो गई थी।

जानकारी के मुताबिक लगभग 9000 वोटों से जीत हासिल की है। यहां 9.30 लाख मतदाता हैं। उनके कार्य क्षेत्र के अंदर नौ जिले और टाउन आएंगे। उन्होंने पूरे देश-दुनिया में अपने घरवालों का नाम, अपने देश का नाम और अपने वतन का नाम रोशन किया है।
मेड ने नवीं मंजिल से कूदकर दी जान
गाजियाबाद। कौशांबी थाना क्षेत्र अंतर्गत नीलपदमकुंज सोसाइटी सेक्टर-1 वैशाली में बुधवार को एक 20 वर्षीय मेड ने नौवीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्हत्या कर ली। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामले की जाँच कर रही है।

मरने वाली मेड का मोहिनी (20) था।जो दिग्विजय की बेटी थी। वह नीलपदमकुंज सोसाइटी में ही मेड का काम करती थी। वह बुद्धविहार सेक्टर-1 वैशाली में चौधरी के मकान में किराये पर रहती थी। वह मूल रूप से ग्राम मोहकमगंज थाना संधना जनपद सीतापुर की रहने वाली थी।

पुलिस ने घटनास्थल नीलपदमकुंज सोसाइटी वैशाली के सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो मेड मोहिनी दौड़ते हुए नीलपदमकुंज सोसाइटी में दाखिल होती है। सोसाइटी की बी ब्लॉक लिफ्ट से ऊपर चढ़कर नौवीं मंजिल के सामने गैलरी से छलांग लगा देती है। अस्पताल में डॉक्टर उसे मृत घोषित कर देते हैं।
न्यायालय के नाजिर और चौकी इंचार्ज ने अलग-अलग दर्ज कराई 40-50 वकीलों के खिलाफ एफआईआर

गाजियाबाद। जिला सत्र न्यायालय में जिला जज एवं अधिवक्ता के बीच विवाद के बाद हुए घटनाक्रम को लेकर कवि नगर थाने में दो रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इनमें एक रिपोर्ट न्यायालय के केंद्रीय नाजिर संजीव गुप्ता ने जबकि दूसरी रिपोर्ट न्यायालय चौकी प्रभारी संजय सिंह ने दर्ज कराई है। रिपोर्ट में वकीलों पर न्यायिक कार्य में बाधा डालने, न्यायालय परिसर में तोड़फोड़ करने, पुलिस पर पथराव करने और पुलिस चौकी में आग लगाने का आरोप लगाया गया है।

केंद्रीय नाजिर संजीव गुप्ता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि जिला जज के न्यायालय में अधिवक्ता नाहर सिंह यादव उनके पुत्र अभिषेक यादव तथा एक अन्य अधिवक्ता दिनेश यादव और 40- 50 अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य में बाधा पहुंचाई। इतना ही नहीं इन तत्वों ने डीएफएमडी मशीन को तोड़ डाला। सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए। सर्वर मशीन भी तोड़ दी।

दूसरी ओर चौकी पर संजय सिंह ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ड्यूटी के दौरान उन्हें पता लगा कि जिला सत्र न्यायालय में नसुनवाई के दौरान अधिवक्ता हंगामा कर रहे हैं। सूचना पर वह तुरंत न्यायालय पहुंचे। जहां पर 40-50 अधिवक्ता हंगामा कर रहे थे और कुर्सियां तोड़ रहे थे। उन्होंने इसकी सूचना अन्य अधिकारियों को दी और भारी मात्रा में पुलिस फोर्स भी आ गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान अधिवक्ताओं ने पुलिस चौकी पर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। न्यायालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे,डीएफएमडी को तोड़ डाला। पुलिस उप निरीक्षक राजेश कुमार भी सिर में चोट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान न्यायालय परिसर में अफरा तफरी का माहौल रहा। वादकारी भी बदहवास स्थिति में घूमते रहे।

यूपी बार कौंसिल ने लाठीचार्ज पर जताया विरोध,विशेष जांच समिति गठित कर मांगी आख्या

प्रयागराज में यूपी बार कौंसिल ने मंगलवार को गाजियाबाद कचेहरी में वकीलों पर पुलिस के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज पर विरोध जताया है और प्रकरण की निष्पक्ष व पारदर्शी जांच के लिए विशेष जांच समिति गठित की है।कौंसिल के अध्यक्ष शिवकिशोर गौड़ ने बताया कि विशेष जांच समिति में रोहिताश्व कुमार अग्रवाल, मधुसूदन त्रिपाठी, अरुण कुमार त्रिपाठी, अजय यादव एवं प्रशांत सिंह अटल को शामिल किया गया है। साथ ही समिति से अपेक्षा की है कि वह अविलम्ब गाजियाबाद जाकर प्रकरण की जांच कर अपनी आख्या बार कौंसिल में प्रस्तुत करें।

रैपिड एक्शन फोर्स बुलाकर अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज कराया

शिव किशोर गौड़ ने कहा कि जिला जज ने उच्च न्यायालय को सूचित किए बगैर या यूपी बार कौंसिल को संज्ञान में लिए बिना पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स बुलाकर अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज कराया है। बार कौंसिल इस कृत्य पर अपना विरोध दर्ज कराती है। उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारी चाहे वह पुलिस- प्रशासनिक अधिकारी हो या न्यायिक अधिकारी हो, बक्शे नहीं जाएंगे। बार कौंसिल इनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग करती है।कौंसिल ने उच्च न्यायालय से ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध जांच कर सख्त कार्यवाही करने और न्यायालय परिसर से पुलिस को तत्काल हटाए जाने की मांग की है। साथ ही प्रकरण पर 30 अक्टूबर को शाम चार बजे आपात बैठक आहूत की है, जिसमें अग्रिम कार्यवाही पर निर्णय लिया जाएगा।

गाजियाबाद में कोर्ट में जिला जज से वकील ने की बदसलूकी, हंगामा के बाद पुलिस ने किया लाठीचार्ज

गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद की जिला कोर्ट में मंगलवार को एक जमानत के मामले में अधिवक्ता व जिला जज के बीच जमकर बहस हो गयी। जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ। भारी हंगामे के बीच पुलिस के पहुंचने पर मामला और ज्यादा बढ़ गया। जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा, जिससे कई वकील घायल हो गए।पश्चिमी उत्तर प्रदेश अधिवक्ता एसोसिएशन ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। बताया गया कि जिला जज अनिल कुमार की कोर्ट में मंगलवार सुबह एक जमानत अर्जी ट्रांसफर करने की मांग पर जिला जज अनिल कुमार और पूर्व बार अध्यक्ष नाहर सिंह यादव के बीच बहस हो गई।

इसके बाद जिला जज डायस से नीचे आ गए। आरोप है कि कहासुनी के बाद जिला जज से बदसलूकी की गई। भारी हंगामे के बीच कोर्ट रूम में पुलिस को बुलाना पड़ा। वकीलों ने हंगामे के दौरान कामकाज बंद कर दिया। सूचना मिलते ही ग्राउंड फ्लोर पर तैनात पीएसी के जवान भी पहुंच गए और जमकर लाठी चार्ज किया। इसी दौरान कचहरी में भगदड़ मच गई, जिसके बाद वकीलों ने जिला न्यायालय में वकीलों ने नारेबाजी शुरू कर दी।

इसी बीच पुलिस चौकी में आग लगने की सूचना से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। वकीलों का आरोप है कि जिला जज कोर्ट रूम में उन्हें चारों तरफ से दरवाजे बंद करके पीटा गया, जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस घटना पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश अधिवक्ता एसोसिएशन ने नाराजगी व्यक्त की है। इसके साथ ही लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के विरोध दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो पुलिस प्रशासन के विरुद्ध प्रखर आंदोलन किया जाएगा। इसी बीच एसोसिएशन ने इस संबंध में एक बैठक भी बुलाई है।

गाजियाबाद जिले की जिला अदालत में मंगलवार को किसी जमानत को लेकर अधिवक्ता एवं जिला जज के बीच विवाद के बाद हुए घटनाक्रम की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने कहा है कि यह मामला बेहद संवेदनशील है। निष्पक्ष जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पी. दिनेश ने एक वीडियो जारी कर घटनाक्रम को लेकर विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जिला जज की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।

उन्होंने बताया कि आज दोपहर लगभग 11:30 बजे जिला जज की अदालत में सीजेएम के आदेश के बाद थाना कवि नगर में नौ लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे से संबंधित आरोपित की अग्रिम जमानत पर सुनवाई चल रही थी। इसी दौरान जमानत अर्जी ट्रांसफर को लेकर अधिवक्ताओं और जिला जज के बीच बहस हो गयी। इसी दौरान अधिवक्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया और कुछ अधिवक्ता जिला जज के चेंबर तक पहुंच गए और घुसने का प्रयास किया लेकिन तब तक पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और किसी तरह से जिला जज को सुरक्षित किया। जब जिला जज को पुलिस अपनी सुरक्षा में ले जा रही थी उसी का लाभ उठाते हुए अधिवक्ताओं ने नीचे बनी पुलिस चौकी पर तोड़फोड़ की। सीसीटीवी कैमरे और बयान के आधार पर मामले की गहराई से जांच की जा रही है और जल्दी कार्रवाई की जाएगी।
इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर किया नाबालिग लड़की का अपहरण, मांगी 5 लाख के फिरौती,पुलिस ने आरोपित व उसके बाल अपचारी दोस्त को किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। थाना शालीमार गार्डन क्षेत्र में एक 18 वर्षीय युवक ने पहले एक नाबालिग लड़की से सोशल मीडिया पर दोस्ती की उसके बाद उसका अपहरण कर पांच लाख की फिरौती की मांग की। इस सनसनीखेज मामले में आरोपित के अन्य दोस्त बाल अपचारी ने भी उसकी मदद की। पुलिस ने आरोपित युवक व उसके बाल अपचारी दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की को सकुशल बरामद कर लिया है।



डीसीपी ट्रांसहिंडन निमिष दशरथ पाटिल ने बताया कि 21 अक्टूबर को थाना शालीमार गार्डन पर एक व्यक्ति ने बताया कि 20 अक्टूबर को मेरी नाबालिग को बाहर दुकान पर जाने की कहकर गई थी लेकिन काफी समय के बाद भी वापस नहीं आयी। जिसको हम लोग तलाश रहे थे। समय करीब 08:20 बजे शाम को एक मोबाइल नम्बर के व्हाटसऐप से वउनके के मोबाइल नम्बर पर व्हाटसऐप कॉल आयी जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति ने कहा कि तुम्हारी बेटी हमारे कब्जे में है, तुम हमें पाँच लाख रुपये दोगे। तब हम तुम्हारी बेटी को छोड़ेंगे अगर तुमने हमें पाँच लाख रुपये नहीं दिये और पुलिस में सूचना दी तो हम तुम्हारी बेटी को जान से मार देंगे। जिसके संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया।

शालीमार गार्डन पुलिस ने टीम गठित कर मुखबिर की सूचना तथा सर्विलांस व मैनुअल इनपुट की सहायता से मंगलवार को लोहिया पार्क राजेन्द्र नगर गाजियाबाद के सामने खाली पड़े बीएसएनएल के क्वार्टरों से 18 वर्षीय कुनाल शर्मा निवासी शालीमार गार्डन को गिरफ्तार कर लिया। एक बाल अपचारी को पुलिस हिरासत में लिया गया जिनके कब्जे से अपहर्ता को सकुशल बरामद किया गया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार कुनाल शर्मा व बाल अपचारी आपस में दोस्त हैं। यह इंस्टाग्राम के माध्यम से सीधी-साधी कम उम्र की लडकियों के साथ दोस्ती कर उनसे धीरे-धीरे उनके घर से गहने व पैसे मंगाते हैं। नाबालिग से भी इंस्टाग्राम से दोस्ती कर पहले गहने तथा पैसे मंगाए एवं बाद में लड़की का अपहरण कर उसके पिता के फोन पर व्हाटसएप कॉल कर 05 लाख रुपये की मांग की गयी थी तथा पैसे न देने पर वादी की पुत्री को जान से मारने की धमकी दी थी। इसी प्रकार अन्य लड़की से भी हमने इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर उसके घर रखे गहने मंगाये थे। इन लड़कियों से हमने जो गहने मंगाये उनको बेचकर प्राप्त पैसों से हमने अपने शौक-मौज व खरीदारी में खर्चा किया था, अब पैसे खत्म होने पर लड़की का अपहरण कर उसके पिता से पाँच लाख रुपये मांगे थे जिससे कि आगे अपने शौक पूरे कर सके।
डासना देवी मंदिर में महापंचायत : दिन भर चलती रही तकरार, एडीसीपी से वार्ता के बाद महापंचायत स्थगित


गाजियाबाद। डासना देवी मंदिर में महा पंचायत को लेकर रविवार को दिनभर पुलिस में मंदिर में जाने वाले लोगों के बीच तकरार चलती रही । बाद में एडीसीपी वर्तक एडीसीपी की दिनेश के साथ वारदात तक वार्ता के बाद पंचायत को स्थगित कर दिया गया। हालांकि इससे पहले महापंचायत की अनुमति न दिए जाने के बावजूद मंदिर परिसर में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले लोगों को पुलिस ने लाठियां भांजकर खदेड़ दिया। वहीं लोनी के भाजपा विधायक को भी उनके समर्थकों के साथ मंदिर परिसर में नहीं जाने दिया। इसके बाद नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस कमिश्नर पर गंभीर आरोप जड़ दिए। उन्होंने यहां तक कहा कि पुलिस का एक उच्च अधिकारी वायसराय बना हुआ है और इस जिले आग में झोंकना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी जिहादियों से मिला हुआ है। यही कारण है कि वह देवी मंदिर पर हमला करने का प्रयास करने वाले जिहादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर मंदिर में स्वास्थ्य कैंप लगाने जा रहे डॉक्टर बी पी त्यागी को भी पुलिस ने रोक दिया। इसको लेकर पुलिस और डॉक्टर त्यागी के बीच भी तीखी नोक-झोंक हुई। फिलहाल डासना मंदिर पर बुलाई गई महापंचायत स्थगित कर दी गई है।

पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद हाई-वे पर सर्विस लेन पर ही धरने पर बैठे लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर एडीसीपी दिनेश कुमार पी. के मान मनव्वल के बाद उठ गए। विधायक ने तीन मांगे रखते हुए एक सप्ताह एक सप्ताह का समय देने की बात कही है। साथ ही उन्होंने चेताया कि एक सप्ताह में मांगें नहीं मानी गईं तो पूरा सनातन फिर इकट्ठा होगा। विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए सीधे पुलिस कमिश्नर पर ही एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।

विधायक ने कहा यह देश को हिलाने वाली बात है कि आस्था पर हमला किया गया। उस हमले से पूरा हिंदू समाज आक्रोशित है। हमले की साजिश रचने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर उन्हें फांसी दी जाए। विधायक ने कहा कि अ‌भी तक एक पूर्व विधायक और जितने जिहादी हमलावरों को उकसा रहे थे उनमें से एक को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। डीएम गाजियाबाद मामले ने मामले को बातचीत करके समाप्त करा दिया था लेकिन एक अधिकारी जिले को जलाना चाहता है, उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो। भाजपा नेता और दूधेश्वर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष यतेंद्र नागर भी विधायक के साथ खड़े नजर आए।

इससे पहले डासना देवी मंदिर के आसपास भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे और मंदिर परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इस कारण बाहर से आए व्यक्ति मंदिर में प्रवेश नहीं कर सके इस दौरान जिन लोगों ने कोशिश की उनमें 40 लोगों को हिरासत में लिया गया वहीं सैकड़ो लोगों को लाठी फटकार कर खदेड़ दिया गया।

एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि पुलिस के रोके जाने के बाद बेरिक‌ेडिंग तोड़ने और निषेधाज्ञा का उलंघन करने के आरोप में 40 लोगों को मौके से हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया है कि माहौल बिगाड़ने वाला कोई भी हो, कानून उसके खिलाफ सख्ती से निपटेगा।