शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जारी की गयी एडवाईजरी
बहराइच। शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, बहराइच द्वारा क्या करें और क्या न करें के सम्बन्ध में एडवाईजरी जारी की गयी है। अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव की ओर से जारी सुझावों में आमजन से अपेक्षा की गई है कि स्थानीय रेडियो सुने, समाचार पत्र पढ़ें, टी0वी0 एवं मोबाइल फोन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें, दिये गये सलाह के अनुसार कार्य करें। स्वेटर, टोपी, मफलर, कम्बल, गर्म कपड़े जैसे ऊनी कपड़े इत्यादि का प्रयोग करें, आवश्यकतानुसार अलाव जलायें जिससे ठंड से बचा जा सके। आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें। शरीर में ऊष्मा प्रवाह को बनाये रखने के लिए निरन्तर गर्म पेय पदार्थों का सेवन करते रहें। ठंड में जहां तक हो सके घर में ही रहें, खुले वाहन तथा ज्यादा दूरी वाली यात्रा करने से बचें।
ठंड के मौसम में अपने आपको सूखा रखें, फिटिंग वाले ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। शरीर के तापमान का संतुलन बनाये रखें। उचित भोजन, विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। अत्यधिक ठंड/कोहरा पड़ने पर बुजुर्ग लोगों तथा बच्चों का ध्यान रखें, अकेले रहने वाले पड़ोसियों की जांच करें। हाइपोथर्मिया के लक्षणों पर नजर रखें जैसे-असामान्य शरीर का तापमान, बेहोशी, असीमित ठिठुरन, थकान, तुतलाना इत्यादि जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें। शीतदंश (फ्रासबाईट) के लक्षणों पर नजर रखें जैसे-शरीर के अंगों का सुन्न पड़ना, हाथों व पैरों की उंगलियों, नाक, कान आदि पर सफेद या पीले दाग उभर आने पर अपने नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें।
एडीएम ने आमजन को सुझाव दिया है कि ठंड व शीतलहर से बचाव के दृष्टिगत अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें। ठंड में फर्श तथा हरे घास पर नंगे पैर न चलें। कोयले की अंगीठी/हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन/वायु संचार बनाये रखें ताकि कमरे में विषाक्त/जहरीला धुआं एकत्र न हो। रात्रि में सोते समय बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी का प्रयोग कदापि न करें। बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी के प्रयोग से आॅक्सीजन स्तर घट जाता है जिसके कारण दम घुटने की सम्भावना बन सकती है। कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, फॉग लाइट जलायें रखें, वाहन पर रेडियम स्टीकर लगायें।
Nov 20 2024, 17:54