*ओरा पैक्स प्रत्याशी लक्ष्मी ने कही बड़ी बात जीतने के बाद किसानों को कराएंगे बिचौलिया मुक्त उचित रेट पर होगा धान की खरीदारी*
औरंगाबाद प्रखंड के विभिन्न पैक्सों के चुनाव के लिए शनिवार से ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई। दूसरे दिन ओरा पैक्स से आनंदपुरा गाँव निवासी गुड्डू कुमार सिंह की पत्नी रीता देवी एवं दूसरा लक्ष्मी देवी ने नामांकन किया। वही नामांकन के दौरान प्रत्याशी लक्ष्मी देवी एवं रीता देवी ने बताया कि ओरा पंचायत के किसानों के साथ मैं हर कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार हूं ओरा पंचायत के किसानों के द्वारा अगर आशीर्वाद मिला तो जिले में पहला पैक्स ओरा होगा जो बिचौलिया मुक्त होगा किसानों को उचित रेट में धान खरीदा जाएगा एवं जो आज खाद के लिए किसानों को भटकना पड़ता है वह भी किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा ।वहीँ सदर प्रखंड के बीडीओ रमन कुमार सिन्हा, बीसीओ रौशन कुमार की मौजूदगी में नामांकन प्राप्त किया गया। प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि आज और 18 नवंबर यानी कि कल सोमवार को भी नामांकन होगा। कार्यकारिणी के पदों के लिए भी नामांकन हुआ है। 19 और 20 नवंबर को संवीक्षा होगी, वहीं 22 नवंबर को नाम वापसी के लिए तिथि निर्धारित है। इसी दिन प्रतीक का आवंटन कर दिया जाएगा। 29 नवंबर को मतदान होगा और 30 नवंबर को मतगणना कराई जाएगी। औरंगाबाद शहर के ही अनुग्रह मध्य विद्यालय में मतगणना की व्यवस्था होगी। बताया गया कि अगले दो दिनों में नामांकन में तेजी आएगी। पहले दिन कम ही संख्या में प्रत्याशी नामांकन के लिए पहुंचे।


औरंगाबाद से धिरेन्द्र पाण्डेय
*अज्ञात वाहन ने ऑटो में मारी जोरदार धक्का, घटनास्थल पर दो की मौत दो गंभीर रूप से घायल*
गोह (औरंगाबाद) शनिवार की सुबह थाना क्षेत्र के दुल्लह बिगहा एवं बाजार बर्मा के बीच एनएच 120 गया दाउदनगर पथ पर अज्ञात वाहन ने ऑटो में जोरदार धक्का मार दिया। जिससे मौके पर ही दो लोगों की मौत हो गई। जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची 112 की पुलिस ने घायलों को पीएचसी गोह में भर्ती कराया है। घटना से आक्रोशित लोगों ने मुआवजे को लेकर घटनास्थल पर एक घंटे तक मुख्य सड़क को जाम कर दिया। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर जाम को हटाया।दोनों मृतक की पहचान हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि मछली लाने के लिए पचरुखिया बाजार जा रहा था। जैसे ही दुल्लह बिगहा मोड़ से ऑटो पार किया तो आज्ञत वाहन धक्का मार दिया। जिससे ऑटो खाई में पलट गई‌ और दो लोगों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक कोंच थाना क्षेत्र के मलहबिगहा गांव निवासी 50 वर्षीय कपील चौधरी के रूप में हुई है। तो वहीं दूसरा ऑटो चालक 40 वर्षीय मनोज कुमार कोंच थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव का निवासी है। जबकि दोनों घायल रोहित कुमार मलहबिगहा एवं धनंजय कुमार बहादुर पुर गांव का निवासी है। दोनों का इलाज पीएचसी में किया जा रहा है। गोह पुलिस ने दोनों मृतक की शव कब्जे में लेकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल औरंगाबाद भेजकर परिजनों को सौंप दिया है। घटना की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मचा हुआ है। तो वहीं स्वजनों का रो रोकर बूरा हाल है।।


गोह प्रखण्ड से श्रवण कुमार रिपोर्ट
*गोह में पैक्स चुनाव के प्रथम दिन अध्यक्ष पद के लिए सात और सदस्य पद के लिए तीस ने किया नामांकन*
,, गोह प्रखंड में कड़ी सुरक्षा के बीच पैक्स का नामांकन हुआ शुरू,, गोह (औरंगाबाद) शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पहले दिन पैक्स नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई। प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार दिनकर ने नामांकन की सुविधा हेतु प्रखंड मुख्यालय परिसर में चाक चौबंद व्यवस्था की है। पहले दिन अध्यक्ष पद के लिए सात लोगों ने नामांकन किया। जबकि प्रबंध कार्यकारिणी पद के लिए 30 सदस्यों ने नामांकन किया। अध्यक्ष पद के लिए भुरकुंडा पैक्स से मुन्ना कुमार, मीरपुर पैक्स से रेखा कुमारी, बाजार बर्मा पैक्स से गीता देवी, अमारी पैक्स से लखमुनी देवी, सुनील कुमार एवं दीलीप सिंह ने गाजे बाजे के साथ पैक्स अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है। वहीं बीडीओ ने बताया कि 16, 17 , 18 तक तीन दिन नामांकन का कार्य किया जाएगा। वहीं 20 नवंबर को नाम वापसी का कार्य किया होगा। तथा 29 नवंबर को 74 मतदान केंद्रों पर मतदान किया जाएगा। जबकि 30 नवंबर को मतगणना का कार्य संपन्न होगा।


गोह से श्रवण कुमार रिपोर्ट
*औरंगाबाद सड़क दुघर्टना में दो बाइक सवार गंभीर रूप से घायल*
, गोह (औरंगाबाद) बुधवार की दोपहर गोह थाना क्षेत्र के उपहारा रोड स्थित तुलसी बिगहा के समीप आमने-सामने बाइक की जोरदार धक्का से दो बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना की सूचना पर पहुंची आपातकालीन सेवा वाहन 112 की पुलिस ने दोनों घायलों को पीएचसी गोह में भर्ती कराया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए गया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि उपहारा थाना क्षेत्र के डड़वां गांव निवासी मरक्षू दास का 28 वर्षीय पुत्र अरविंद कुमार गोह बाजार से मछली लेकर अपने बाइक से घर जा रहा था। जैसे ही तुलसी बिगहा गांव के समीप पहुंचा। तो उपहारा की ओर से आ रहे बाइक सवार रफीगंज थाना क्षेत्र के पोगर गांव निवासी 50 वर्षीय बैजनाथ सिंह का बाइक आमने-सामने टकरा गई। जिससे दोनों घटनास्थल पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।



गोह से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
*सड़क दुघर्टना में एक व्यक्ति की मौत, परिवार मे मचा कोहराम*
औरंगाबाद : जिले मे सोमवार की देर शाम सड़क दुघर्टना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बताया जाता है कि गोह मुख्यालय स्थित धोबी टोल निवासी 45 वर्षीय दीलीप रजक शाम को एनएच 120 स्थित इंडियन गैस एजेंसी से पैदल घर आ रहे थे। इसी बीच गोह की ओर से आ रही तेज रफ्तार बाइक ने जोरदार धक्का मार दिया। घटना की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने पीएचसी गोह में भर्ती कराया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना गोह पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल औरंगाबाद भेजकर परिजनों को सौंप दिया। इधर मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। तो वहीं मृतक की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। गोह पुलिस ने घटनास्थल स्थल से बाइक जब्त कर थाना लाया। जबकि बाइक सवार घटनास्थल से भागने में सफल रहा। स्थानीय पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है।


गोह से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
औरंगाबाद सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत दूसरा गंभीर रूप से जख्मी।
बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गया रेफर। गोह । रविवार की देर रात गोह थाना क्षेत्र के बाजार बर्मा गांव के समीप सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जानकारी के अनुसार बन्देया थाना क्षेत्र के मलहद गांव निवासी विश्वनाथ शर्मा उम्र 32 वर्ष व गांव के ही सूरज कुमार उम्र 22 वर्ष दोनों एक ही बाइक पर सवार होकर किसी कार्य को लेकर गया की तरफ जा रहे हैं, जैसे ही बाजार बर्मा गांव के समीप पहुँचे की बाइक चालक का संतुलन बिगड़ गया,और बाइक पलट गई जहां विश्वनाथ शर्मा की मौत घटनास्थल पर ही हो गई जबकि सूरज गंभीर रूप जख्मी हो गया, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद गया मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया गया। वहीं सूचना पर पहुँची गोह पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। इधर मौत के बाद पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है।


गोह से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
गोह शिक्षण संस्थान के निदेशक के निधन पर जताया शोक।
गोह । सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत दधपी में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर शोक सभा का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया राजेंद्र प्रसाद वर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि निजी संस्थान तपोभूमि के निदेशक सह दधपी गांव निवासी 55 वर्षीय सुदामा शर्मा एक कुशल ग्रामीण शिक्षक थे। उनका अकास्मिक निधन होने से शिक्षा जगत में अपूर्णनिए क्षति हुई है। कम समय में चले जाने से प्रखंड क्षेत्र के लोगों में काफी गहरी संवेदना है।वे अपने पीछे एक पुत्र ,दो पुत्री व पत्नी को छोड़ गए हैं। उनका एकलौता पुत्र ज्ञयान प्रकाश एयर लाइंस सर्विस में कार्यरत हैं। पिता के निधन से पुत्र काफी विचलित है।उनके निधन पर शामिल लोगों ने स्वजनों को संतावना दिया है। शिक्षक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दिया ।इस शोक सभा में उपस्थित ओमप्रकाश शर्मा उर्फ रामकेवल, धर्मेंद्र कुमार, लक्ष्मण शर्मा, यमुना प्रसाद, अमन कुमार, विजय यादव,अवधेश कुमार, सत्यनारायण राम, वकील कुमार, सहित दर्जनों समाजसेवी मौजूद थे।



गोह से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
*औरंगाबाद लूटपाट कांड के कई कांडों के आरोपित को बंदेया पुलिस ने किया गिरफ्तार*
गोह । बंदेया थाना पुलिस ने थाना कांड संख्या 13 / 2020 के प्राथमिकी अभियुक्त स्वर्गीय बाबूलाल पासवान के पुत्र सुरेश पासवान को गया जिले के धर्मशाला स्थित दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के समीप से गिरफ्तार किया गया है। एस डीपीओ कुमार ऋषि राज ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त पर गया जिले के डेल्हा ,चंदौती और टिकारी थाना क्षेत्र में लूट कांड के कई प्राथमिकी दर्ज है और वह बहुत दिनों से फरार था । बंदेया थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है।
गोह से श्रवण कुमार के रिपोर्ट
*कुष्ठ निवारक है देव का सूर्यकुंडदेव कार्तिक छठ महापर्व विशेषांक*
देव कार्तिक छठ महापर्व विशेषांक - -राजा ऐल का कुष्ठ इसी कुंड के जलस्पर्श से हुआ था दूर -सफेद दाग के कुष्ठ मरीज इस कुंड में इसी आस्था के साथ करते हैं स्नान और सूर्यमंदिर में करते हैं दर्शन -एरकी गांव में है भगवान सूर्य की पत्नी और पुत्र का मंदिर  औरंगाबाद : देव का त्रेतायुगिन सूर्यकुंड (तालाब) लाखों छठ व्रतियों के लिए आस्था का प्रतिक है। नहाय खाय के दिन से इस सूर्यकुंड में स्नान कर त्रेतायुगितन सूर्यमंदिर तक दंडवत देने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा है। आज गुरुवार को इस कुंड में 10 लाख से अधिक छठव्रति डूबते सूर्य को अर्घ्य प्रदान करेंगे। ऐसे तो सुबह से ही अर्घ्य देने का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसी मान्यता है कि देव सूर्यकुंड तालाब में स्नान कर सूर्यमंदिर में दर्शन करने से कुष्ठ रोग से मुक्ति मिलती है। कई श्रद्धालु और पौराणिक काल में राजा इसका गवाह भी बने है। तालाब के इतिहास के पीछे कई ऐतिहासिक रहस्य छिपा है। जिसकी चर्चा भविष्य पुराण से लेकर सूर्य स्रोत जैसे धार्मिक ग्रन्थों में वर्णित है। जनश्रुतियों के अनुसार त्रेतायुग में ऐल नाम के एक बड़े प्रतापी राजा थे किंतु वे कुष्ट रोग से ग्रसित थे। एक दिन वे शिकार खेलने के क्रम में जंगल क्षेत्र वर्तमान सूर्य नगरी देव पहुंचे। राजा ऐल को जब प्यास लगा तो वे जल खोजने लगे। राजा पानी की तलाश में भटकने लगे तभी उनकी नजर एक गड्ढे पर पड़ी जिसमें थोड़ा पानी दिखाई दिया। वे पानी देख दौड़े एवं गड्ढे का जल को अंजुली से जलपान कर एक पेड़ के नीचे बैठकर आराम करने लगे। कुछ समय बाद अद्भुत चमत्कार हुआ जिसे देखकर राजा ऐल आश्चर्यचकित रह गए। हुआ यह कि जहां जहां उक्त गड्ढे का जल स्पर्श हुआ उस स्थान का कुष्ठ मिट गया था। इसके बाद राजा ने अपना भाग्योदय समझ गढ्डे में कूद पड़े और बाहर निकले तो कुछ देर बाद कुष्ठ रोग समाप्त हो चुका था। राजा गड्ढे के जल को प्रणाम करते हुए वे उस स्थान से चलकर आज के सूर्य मंदिर के पास पहुंचे जहां पर एक मिट्टी का टीला था जिस पर एक पेड़ के नीचे आराम करने लगे। इसी दौरान स्वप्न हुआ कि हम भगवान भाष्कर बारह आदित्यों में से एक इस टीले के नीचे दबे पड़े हैं यदि तू मुझे निकाल मंदिर का रूप देकर स्थापित कर दोगे तो तुम धन्य-धान्य से परिपूर्ण हो जाओगे। तत्पश्चात इला के पुत्र ऐल इस टीला की खुदाई कराकर भगवान भाष्कर के ब्रह्मा, विष्णु, महेश के रूप में तीन मूर्तियां पाई। इन मूर्तियों को राजा उसी स्थान पर स्थापित कराकर भगवान विश्वकर्मा द्वारा विशाल मंदिर का निर्माण कराया। एरकी गांव में है सूर्य की पत्नी और पुत्र का मंदिर अंबेडकर विश्व विद्यालय के उप अधिष्ठाता और भारतीय संग्रहालय संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद वर्द्धन कहते हैं कि भगवान सूर्य की पत्नी संज्ञा और पुत्र रेवंत का मंदिर देव से करीब दो किमी दूर एरकी गांव में है। इस गांव में पौराणिक नैन (नवीन) वृक्ष है जो कितना पौराणिक है इसके बारे में कोई बता नहीं पाते हैं। यह वृक्ष मगध के किसी भी क्षेत्र में नहीं देखा गया है। इसी वृक्ष के नीचे भगवान सूर्य की पत्नी और पुत्र का स्थान है। इस मंदिर में आज भी मिट्टी के घोड़े और घोढ़ी चढ़ाई जाती है। बताया कि इस मंदिर में पूजन से मनुष्य का रोग दूर हो जाता है। कई श्रद्धालु इसका गवाह बने हैं कि यहां पूजा कर अपना शरीर के रोग को दूर किए हैं। इस गांव में रहने वाले एकसौरिए (एक्सरिया) भूमिहार ब्राह्भणों ने देव सूर्यमंदिर के जीर्णोद्धार कार्य में सहयोग किए थे। गांव के पंडित तिवारी के पुत्र नाथजी तिवारी उड़ीसा के शिल्पीकार को बुलाने कटक गए थे। यही एरकी गांव की स्थापना किए थे। अध्यक्ष ने कहा कि इसका उनके पास प्रमाण है।




औरंगाबाद से धिरेन्द्र पाण्डेय
औरंगाबाद भगवान विश्वकर्मा ने किया था देव सूर्यमंदिर का निर्माण*



औरंगाबाद : देव का सूर्य मंदिर देश ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध हो गया है।सूर्यमंदिर के मुख्य द्वार पर लगे शिलालेख के अनुसार यह करीब 9 लाख 49 हजार 131वर्ष पुराना है। मंदिर का निर्माण त्रेतायुग में भगवान विश्वकर्मा ने किया था। हालांकि वास्तुकार इसका निर्माण काल गुप्तकालीन बताते हैं। एएसआइ इसे पांचवीं से छठी शताब्दी के बीच का बताता है। कुछ इतिहासकार बताते हैं कि त्रेतायुग में इला के पुत्र ऐल ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था मंदिर के निर्माण से संबंधित शिलालेख मंदिर परिसर में प्रवेश द्वार पर दाहिने तरफ लगा है। शिलालेख के अनुसार माघ मास शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि गुरुवार को इला के पुत्र ऐल ने त्रेतायुग में मंदिर का निर्माण कराया था। त्रेतायुग के 12 लाख 16 हजार वर्ष बीत जाने के बाद सूर्यमंदिर का शिलान्यास किया गया था। शिलालेख के अनुसार त्रेतायुग 12 लाख 86 हजार वर्ष का होता है। इसमें 12 लाख 16 हजार वर्ष घटा देने के बाद 80 हजार वर्ष होता है। त्रेतायुग के बाद द्वापरयुग आया है। यह आठ लाख 64 हजार वर्ष का था। वर्तमान कलियुग के 6128 वर्ष बीत चुके हैं। इस प्रकार वर्तमान संवत 2080 को सूर्य मंदिर के बने करीब 9 लाख 49 हजार 131 वर्ष हो चुके हैं। कई बार भूंकप के झटके से नहीं बिगड़ा मंदिर का संतुलन कई बार भूकंप आने के बावजूद मंदिर का संतुलन नहीं गड़बड़ाया है। मंदिर का गुबंद इस तरह का बनाया गया है कि उसपर कोई चढ़ नहीं सकता है। मंदिर के जानने वाले लोग बताते हैं कि मंदिर में विद्यमान तीन स्वरुपी भगवान सूर्य की प्रतिमा जीवंत है। प्रतिमा के सामने जो भी श्रद्धालु खड़े होकर जो मांगते हैं वह मिलता है। मंदिर परिसर में भगवान सूर्य के अलावा कई देवी देवताओं की प्रतिमा दर्शनीय और लाभकारी है। मंदिर बिहार की नहीं देश की पौराणिक विरासत है। इसे संरक्षित करना सरकार एवं सबका दायित्व है। विश्‍व धरोहर में शामिल करने की है जरूरत देव का सूर्यमंदिर को विश्‍व विरासत में शामिल करने की जरूरत है। संरक्षण के अभाव में मंदिर का पत्थर टूटकर गिर रहा है। मंदिर के गर्भ गृह में मुख्य द्वार के बिंब में दरार आ गया है। प्रवेश द्वार के ऊपर पत्थर दरक गया है। जानकारों के अनुसार अगर एक भी पत्थर का संतुलन बिगड़ा तो मंदिर को काफी नुकसान हो सकता है। वर्तमान में मंदिर धार्मिक न्यास बोर्ड के अधीन है। बोर्ड के द्वारा मंदिर के रख रखाव एवं देख रेख के लिए मंदिर न्याय समिति का गठन कर उसके अधीन दिया गया है। केमिकल पेंट से मंदिर को नुकसान बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने जब इस मंदिर का निरीक्षण करने पहुंचे थे तब वे मंदिर परिसर में सीमेंट के बनाए गए मंदिर के अलावा अन्य स्ट्रक्चर का विरोध किया था। मंदिर के पत्थर पर किए गए केमिकल पेंट को भी मंदिर के लिए नुकसान बताया था। हालांकि पूर्व अध्यक्ष के आदेश पर आजतक अमल नहीं किया गया है। वर्तमान में मंदिर की सुरक्षा को लेकर पत्थरों में किसी भी तरह का कील गाड़ने पर कमेटी के द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। हर वर्ष 15 लाख से अधिक पहुंचते है श्रद्धालु और पर्यटक देव सूर्यमंदिर को देखने और दर्शन करने हर वर्ष 15 लाख से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते हैं। छठ मेला में देश के कोने कोने से श्रद्धालु आते थे। यह मंदिर नई दिल्ली से कोलकाता को जाने वाली जीटी रोड से करीब 6 किमी हटकर है। कहते हैं भारतीय संग्रहालय संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संग्रहालय संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद वर्द्धन कहते हैं कि देव सूर्यमंदिर पौराणिक है। यहां भगवान सूर्य सविता स्वरूप में हैं। देव सूर्यमंदिर के आठों दिशाओं में अलग-अलग स्वरूप में सूर्यमंदिर है। यह सूर्यक्षेत्र माना जाता है। बताया कि 16वीं शताब्दी में राजा भैववेंद्र ने इस सूर्यमंदिर का जीर्णोद्धार कराया था।