बिहार के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा रखे उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर, तय लोड से अधिक बिजली खपत करने पर नहीं लगेगा जुर्माना

डेस्क : बिहार के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा रखे उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है। अगर तय लोड से अधिक बिजली खपत करेंगे तो उन्हें जुर्माना नहीं देना होगा। बिजली कंपनी ने इस संबंध में एक प्रस्ताव बिहार विद्युत विनियामक आयोग को सौंपा है। आयोग का फैसला आते ही यह एक अप्रैल 2025 से लागू हो जाएगा। अभी तय लोड से अधिक खपत करने पर उपभोक्ताओं को तीन गुना जुर्माना देना पड़ता है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी कंपनी की ओर से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा रखे उपभोक्ताओं को तीन प्रतिशत की छूट दी जा रही है। इस छूट के बदले अब कंपनी ने तय किया है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाले उपभोक्ताओं को पोस्ट पेड मीटर की तुलना में 25 पैसे प्रति यूनिट सस्ती बिजली दी जाए। 

स्मार्ट प्रीपेड मीटर योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए कृषि एवं वाणिज्यक उपभोक्ताओं को लगने वाले पावर फैक्टर सरचार्ज से भी मुक्ति का प्रस्ताव दिया गया है। 10 किलोवाट से अधिक से ऊपर के स्मार्ट प्रीपेड के उपभोक्ताओं को टाइम ऑफ डे का लाभ मिलेगा। यानी दिन में सस्ती बिजली मिलेगी। पहली बार कंपनी ने किसी भी श्रेणी में बिजली दर में कोई वृद्धि नहीं करने का प्रस्ताव आयोग को सौंपा है।

वहीं कृषि उत्पादन के कुशल भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज के लिए एक नई श्रेणी बनाई गई है। निजी पंपसेट की तरह ही कोल्ड स्टोरेज संचालकों को भी बिजली बिल देना होगा। कंपनी के इस निर्णय से कोल्ड स्टोरेज उपभोक्ताओं को विद्युत विपत्र में लगभग 55 करोड़ की वार्षिक बचत होगी। केंद्र सरकार की ओर से पारित नियम के अनुसार जिन उपभोक्ताओं को नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग आवश्यक है, उनके द्वारा आवश्यकतानुसार वितरण कंपनियों से नवीकरणीय ऊर्जा के क्रय हेतु ग्रीन टैरिफ का प्रस्ताव दिया गया है। ग्रीन टैरिफ में उपभोक्ताओं को 1.17 रुपए प्रति यूनिट अधिक भुगतान करना होगा।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह का नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप, कहा-अधिकारियों के भरोसे चल रही सरकार

डेस्क : कांग्रेस ने बिहार की नीतीश सरकार पर एकबार बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि बिहार में अधिकारी के भरोसे ही सरकार चल रही है। यहां आम जनता की छोड़िए, कैबिनेट मंत्रियों की भी अधिकारी नहीं सुनते हैं। 

हल्ला बोल के संयोजक अनुपम कुमार को सदस्यता दिलाने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में प्रशासन का इकबाल खत्म हो चुका है। 

कहा कि पिछले दो दिनों से कैबिनेट मंत्री का बयान आ रहा कि विभाग की अपर मुख्य सचिव द्वारा उन्हें फाइल नहीं भेजी जा रही है। इसलिए वे राजधानी छोड़कर दरभंगा में बैठे हैं।

स्व. शारदा सिन्हा की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए पूर्व राष्ट्रपति कोविंद, कहा-बिहार के लोकगीतों को देश-दुनिया तक पहुंचाया

डेस्क : राजधानी पटना के रवीन्द्र भवन में स्व. शारदा सिन्हा की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हुए। वहीं इस मौके पर स्व. शारदा सिन्हा के सुपुत्र अंशुमान सिन्हा, पुत्री वंदना, रंजीत निर्गु्णी सहित अन्य लोगों की मौजूदगी रही। आयोजन के दौरान स्व. शारदा सिन्हा सांगीतिक यात्रा को दिखाया गया। पूरे आयोजन में उनके गीत बजते रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि बिहार की चर्चित लोकगायिका स्वर्गीय शारदा सिन्हा संगीत साधना की देवी थीं। उन्होंने बिहार के लोकगीतों को देश-दुनिया तक पहुंचाया। वे अंतिम सांस तक अपनी साधना के प्रति समर्पित रहीं। मेरा सौभाग्य है कि उन्हें सुनने और सम्मानित करने का मौका मिला।

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि वे असाधारण गायिका थीं। वे बहुत जल्दी दिवंगत हो गईं। आज के आधुनिक चिकित्सा के युग में मात्र 71 साल की आयु में उनका इस तरह जाना अपूरणीय क्षति है। उनसे पहली बार राजभवन में मिला था। उनसे मेरी पहचान शिक्षा जगत की भद्र महिला के रूप में हुई थी। चर्चा के क्रम में पता चला कि वे जहां कार्यरत थीं वहां शिक्षण सेवा से जुड़ी कुछ समस्या है। मैंने उन्हें प्रक्रिया के अनुपालन के बारे में कहा। उस समय बिहार में उच्च शिक्षा के सुधार के लिए मैं लगातार प्रयासरत था। बाद में पता चला कि अगर लगभग 35 साल की सेवा के बाद भी सेवांत लाभ उन्हें नहीं मिल पाएगा। वे जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाली थीं। विभिन्न प्रक्रियाओं के अनुपालन के बाद उनकी समस्या दूर हुई। उनके साथ कई शिक्षकों का कल्याण हुआ। मेरा सौभाग्य है कि उनकी सेवा का मौका मिला। बिहार में पोस्टिंग को ही मैं अपना सौभाग्य मानता हूं। बाद में तो कई बार उन्हें राजभवन में आमंत्रित किया। उन आयोजनों में मुख्यमंत्री समेत पूरा मंत्रिमंडल पहुंचा था। वे महान गायिका थीं। उनकी पुत्री वंदना में उनकी छवि साफ दिखती है।

उन्होंने कहा कि मैं एक दीक्षांत समारोह में यहां आया था। मुझ इस आयोजन की जानकारी मिली तो ऑफिस के लोगों को बोलकर योजना में बदलाव किया। यहां आकर उन्हें याद कर रहा हूं। मेरा सौभाग्य यह रहा कि उन्हें सम्मानित करने का मौका मिला। उन्हें पद्म भूषण देने की घोषणा पहले ही हो चुकी थी। मैं जब राष्ट्रपति बना तो उस समय उन्हें सम्मानित किया गया। उनसे जुड़े कई संस्मरणों को उन्होंने साझा किया। वे छठ की पर्याय थीं। उनके गीतों के बिना छठ अधूरा है। उनका संकल्प, उनकी अप्रतिम साधना, उनके गीत उनकी पहचान हैं। उन्हें राजकीय और राष्ट्रीय सम्मान मिले। यह सम्मान एक तरफ और लोक में उनकी छवि एक तरफ। वे सच में महान थीं।

नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने देने वाले अभिभावक हो जाए सावधान, बच्चों के पकड़े जाने पर उनपर होगी यह सख्त कार्रवाई

डेस्क : बिहार के वैसे अभिभावको के लिए बड़ी खबर है जो अपने नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने की अनुमति देते है। नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। अब अगर कोई नाबालिग वाहन चलाते हुए पकड़ा जाता है तो न केवल उस पर कार्रवाई होगी बल्कि उसके अभिभावक पर भी 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

बता दें कि परिवहन विभाग का यह फैसला सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नाबालिगों को दुर्घटनाओं से बचाएगा और सड़कों को सुरक्षित बनाएगा।

यह हैं नया नियम

नाबालिग वाहन चलाते हुए पकड़े जाने पर उसके अभिभावक या वाहन स्वामी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। अभिभावक को तीन साल तक की सजा हो सकती है। वाहन का निबंधन 12 महीने के लिए रद्द कर दिया जाएगा। नाबालिग 25 साल की उम्र तक लर्निंग या फाइनल लाइसेंस नहीं बनवा पाएगा।

नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। नाबालिगों द्वारा वाहन चलाना कानून का उल्लंघन है। अभिभावकों को अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। परिवहन विभाग ने इसको लेकर गंभीर निर्देश दिया है। यदि नाबालिग वाहन चलाते पकड़ाते हैं तो उनके अभिभावक को इसका हर्जाना भरना होगा।

जानकारी अनुसार हर जिले में चलंत टीमें बनाई जाएंगी जो स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर नाबालिग वाहन चालकों की जांच करेंगी। लोगों को नाबालिगों को वाहन चलाने से रोकने के लिए जागरूक किया जाएगा। स्कूलों को निर्देश दिया जाएगा कि वे अपने छात्रों को वाहन लेकर स्कूल न आने दें।

*बिहार पुलिस और एसटीएफ को मिली एक बड़ी सफलता, दस वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली को किया गिरफ्तार

डेस्क : नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बिहार पुलिस और बिहार एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस और एसटीएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए रोहतास में दस वर्षों से फरार चल रहे कुख्यात नक्सली विजय यादव उर्फ सुनील सिंह को गिरफ्तार किया है।

इस बात की जानकारी देते हुए रोहतास जिले के चरपोखरी थाना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि विजय यादव उर्फ सुनील यादव को एसटीएफ के साथ रोहतास जिले दरिहट गांव से उसके घर से गिरफ्तार किया है। विजय यादव के ऊपर सरकार ने एक लाख का इनाम घोषित किया था।

इस छापेमारी टीम में आयर कोठा थाना, एसटीएफ व भोजपुर पुलिस शामिल थी। भोजपुर पुलिस उसे गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। रोहतास पुलिस भी पूछताछ करेगी। विजय यादव के ऊपर अलग-अलग थानों में कई गंभीर कांड दर्ज हैं। विजय यादव को गिरफ्तार कर आरा लाया गया है। वहीं पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेजा जाएगा।

नालंदा में भीषण आगलगी की घटना में कई मोबाइल दुकान जलकर राख, लाखों की संपत्ति का हुआ नुकसान

डेस्क : बिहार के नालंदा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के रामचंद्रपुर मोहल्ला स्थित चाइना बाजार में भीषण आगलगी की घटना में 10 मोबाइल दुकानें जलकर राख हो गईं। इस घटना में तकरीबन 50 से 60 लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान होने की आशंका जताई जा है। आशंका जाहिर की जा रही है कि आग पहले बिजली के खंभे में लगे बॉक्स में लगी। उसके बाद यही चिंगारी धीरे-धीरे पूरे चाइना बाजार को अपनी चपेट में ले लिया।

बताया जा रहा है कि सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों की नजर दुकान से निकल रहे धुएं पर गई जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं पुलिस ने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को दी। सूचना मिलते ही 14 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई। बताया जा रहा है कि जबतक दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंचे को तब तक आग 10 दुकानों को अपनी चपेट में ले चुका था।

आगलगी की घटना से पूरे बाजार इलाके में अफरा तफरी माहौल देखा गया। जिनकी दुकान बच गई। उस दुकान को दुकानदार आपा-धापी में खाली करने में जुट गए। हालांकि गनीमत यह रही कि समय रहते दमकल कर्मियों ने आग को अन्य दुकानों को जलने से बचा लिया अन्यथा इसी बाजार के ऊपर बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी और बजाज फाइनेंस कंपनी की शाखा है। जिसमें आग लग जाती तो और बड़ा हादसा हो सकता था।

बिहार के कैमूर जिले में भीषण सड़क हादसा : 2 लोगों की मौके पर मौत, 8 गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार के कैमूर जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गयी है। वही 8 गंभीर रूप से घायल हुए है। जिन्हे इलाज लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। घटना जिले के दुर्गावती में मरहियां के पास नेशनल हाईवे 2 पर हुई है।

बताया जा रहा है कि स्कॉर्पियों पर एक ही परिवार के 10 लोग सवार थे। सभी करारी गांव से चैनपुर थाना क्षेत्र के नौघरा गांव शादी समारोह में जा रहे थे। इसी दौरान सड़क किनारे खड़े ट्रेलर में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो की जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें दो की घटनास्थल पर मौत हो गई। जबकि आठ गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दुर्गावती पुलिस व स्थानीय समाजसेवी आनंद सिंह के द्वारा सभी घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में भर्ती कराया गया। जहां सभी का उपचार करने के बाद वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। हादसा इतना भयावह था कि इसे देखने के बाद लोगों के रोंगटे खड़े हो गये।

मृतक की पहचान करारी गांव निवासी नसीम खान के पुत्र जसीम खान उम्र 30 वर्ष के रूप में की गई हैं। वहीं घायलों की पहचान (1) आतिफ खान उम्र 25 वर्ष पिता निजामुद्दीन (2) रब्बार खान उम्र 24 वर्ष पिता हकीमुद्दीन खान (3) सैफ खान उम्र 27 वर्ष पिता नसीम खान (4) अजीम खान उम्र 25 वर्ष पिता शमीम खान (5) सादाब खान उम्र 20 वर्ष पिता नसीम खान (6) अमीर खान उम्र 25 वर्ष पिता जियाउद्दीन खान (7) शायाब खान उम्र 20 वर्ष (8) सोनू खान उम्र 32 वर्ष पिता हाशिमुदिन खान के रूप में हुई है।

घटना की खबर मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। फिलहाल पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

बाढ़ सुरक्षा एवं सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए नई योजनाओं पर होगा काम : विजय कुमार चौधरी*

डेस्क : बाढ़ सुरक्षा एवं सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए नई योजनाओं पर काम होगा। इस संबंध में प्रस्तावित विभिन्न योजनाओं की शुक्रवार को जल संसाधन विभाग द्वारा समीक्षा की गई। राज्य की विभिन्न नदियों पर स्थित तटबंधों के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण, और पक्कीकरण से संबंधित कुल 20 योजनाओं पर भी चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता मंत्री विजय कुमार चौधरी ने की। इसमें विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल सहित अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में पटना, अरवल और जहानाबाद जिलों में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने, पटना मुख्य नहर और आरा मुख्य नहर के पुनर्स्थापन एवं लाइनिंग कार्यों की प्रगति की विस्तार से चर्चा की गई। इसके साथ ही बदुआ और खड़गपुर जलाशय को गंगा नदी के अधिशेष जल से भरने की योजना पर भी विचार-विमर्श हुआ। बैठक में कोसी-मेची नदी जोड़ योजना की वर्किंग डीपीआर की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जो बिहार के उत्तरी क्षेत्र में बाढ़ प्रबंधन और सिंचाई सुविधाओं के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्तिक पूर्णिमा पर पटना के गंगा घाटों पर उमड़ा जनसैलाब, लाखों की संख्या में लोगों ने किया गंगा स्नान

डेस्क : बीते शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पटना के गंगा घाटों पर भारी जनसैलाब उमड़ा। दीघा से दीदारगंज तक तकरीबन 3 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। पटना में दीघा स्थित घाटों, कलेक्ट्रेट घाट, पहलवान घाट, कुर्जी घाट, महेन्द्रू घाट, काली घाट, एनआईटी घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट पर सुबह पौ फटने के साथ ही श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे, जय-जय शिव, शंकर, शंभू, ऊॅ नम शिवाय आदि जयकारे के साथ गंगा में स्नान किया।

स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया। गंगा स्नान करने के बाद महिलाओं ने घाट की पूजा की और एक- दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सुहाग की कामना की। गुरुवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के गंगा स्नान के लिए पटना पहुंचने का सिलिसला शुरू हो गया था शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा।

मेला सा रहा माहौल

गंगा स्नान करने पहुंचे लोग स्नान के बाद घाट के पास सजे दुकानों से सिंदूर, बच्चों के खिलौने और खाने-पीने के सामानों की खूब बिक्री हुई। दो घाटों को जोड़ने वाले पाथ-वे पर बांसुरी, फूंकनी, माला आदि बेचने वालों से लोगों ने अपने बच्चाों के लिए खिलौने की खरीदारी की। घाट के बाहर चाय-नाश्ता की दुकानों पर भी आम दिनों की तुलना में कई गुना ज्यादा ग्राहकों के पहुंचने से वे दोपहर बाद तक व्यस्त रहे।

ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से सुख, संपत्ति, समृद्धि व मानसिक सुख की प्राप्ति होती है। कार्तिक माह के सभी दिन गंगा स्नान की पूर्णाहूति भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ हुआ। गंगा स्नान देर शाम तक जारी रहा।

कार्तिक पूर्णिमा पर पटना के गंगा घाटों पर उमड़ा जनसैलाब, लाखों की संख्या में लोगों ने किया गंगा स्नान

* डेस्क : बीते शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पटना के गंगा घाटों पर भारी जनसैलाब उमड़ा। दीघा से दीदारगंज तक तकरीबन 3 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। पटना में दीघा स्थित घाटों, कलेक्ट्रेट घाट, पहलवान घाट, कुर्जी घाट, महेन्द्रू घाट, काली घाट, एनआईटी घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट पर सुबह पौ फटने के साथ ही श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे, जय-जय शिव, शंकर, शंभू, ऊॅ नम शिवाय आदि जयकारे के साथ गंगा में स्नान किया। स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया। गंगा स्नान करने के बाद महिलाओं ने घाट की पूजा की और एक- दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सुहाग की कामना की। गुरुवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के गंगा स्नान के लिए पटना पहुंचने का सिलिसला शुरू हो गया था शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा। *मेला सा रहा माहौल* गंगा स्नान करने पहुंचे लोग स्नान के बाद घाट के पास सजे दुकानों से सिंदूर, बच्चों के खिलौने और खाने-पीने के सामानों की खूब बिक्री हुई। दो घाटों को जोड़ने वाले पाथ-वे पर बांसुरी, फूंकनी, माला आदि बेचने वालों से लोगों ने अपने बच्चाों के लिए खिलौने की खरीदारी की। घाट के बाहर चाय-नाश्ता की दुकानों पर भी आम दिनों की तुलना में कई गुना ज्यादा ग्राहकों के पहुंचने से वे दोपहर बाद तक व्यस्त रहे। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से सुख, संपत्ति, समृद्धि व मानसिक सुख की प्राप्ति होती है। कार्तिक माह के सभी दिन गंगा स्नान की पूर्णाहूति भी कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ हुआ। गंगा स्नान देर शाम तक जारी रहा।