बिहार के इस जिले से डीआरआई की टीम ने लक्जरी कार से बरामद किया 42 करोड़ रुपये की कोकीन, एक तस्कर को किया गिरफ्तार

डेस्क : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां मुजफ्फरपुर-दरभंगा फोरलेन पर मैठी टोल प्लाजा के पास से बीते गुरुवार को डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक लक्जरी कार से 42 करोड़ रुपये की कोकीन जब्त की है। वहीं कोकीन की खेप के साथ महाराष्ट्र के पुणे के तस्कर को गिरफ्तार किया है।

कार में रखे ट्रॉली बैग के आधार वाले पैड के नीचे अलग-अलग चार पैकेट में 4.2 किलोग्राम कोकीन छिपाकर रखी गई थी। प्रदेश में पहली बार 42 करोड़ की कोकीन जब्ती हुई है। इससे पहले 12 करोड़ की कोकीन पटना रीजन में जब्त की गई थी।

डीआरआई सूत्रों ने बताया कि मामले में दिल्ली, सिलीगुड़ी और महाराष्ट्र के पांच तस्करों को चिह्नित किया गया है। उनको पकड़ने के लिए डीआरआई की एक टीम गठित की गई है। बताया गया कि अंतरराष्ट्रीय मादक तस्करों के गिरोह ने थाईलैंड से भूटान होकर कोकीन की बड़ी खेप को सिलीगुड़ी लाया था। वहां से देश के अलग-अलग इलाके के तस्कर कोकीन लेकर निकले।

बताया कि दरभंगा फोरलेन होकर ले जाई जा रही कोकीन की सूचना मुजफ्फरपुर डीआरआई के अधिकारियों को मिली। मैठी टोल प्लाजा के पास कार को घेरने के लिए सादे लिबास में डीआरआई की टीम 24 घंटे तक घात लगाए रही। भाड़े की लग्जरी कार से कोकीन की खेप सिलीगुड़ी से दिल्ली ले जाने की सूचना डीआरआई को मिली थी। कार के नंबर तक की जानकारी टीम को हो गई थी। जैसे ही कार मैठी टोल प्लाजा पर आई टीम ने उसे चारों ओर से घेर लिया। तलाशी के बाद बैग के आधार में छीपा कर रखी गई कोकीन बरामद हुई। टीम ने कार समेत चालक व तस्कर को इमलीचट्टी स्थित कार्यालय में लाकर पूछताछ की। पूछताछ में दिल्ली समेत तीन राज्य के अंतरराष्ट्रीय मादक तस्करों का सुराग मिला। इसके बाद टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

बताया गया कि कोकीन के साथ गिरफ्तार हुए पुणे के तस्कर को विशेष डीआरआई कोर्ट में प्रस्तुत कर देर शाम में न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया गया है।

पटना के आसरा गृह में तीन बच्चियों की मौत के बाद बड़ी कार्रवाई : सुपरिटेंडेंट सस्पेंड, खाद्य सामग्री आपूर्तिकर्ता पर FIR


* डेस्क : राजधानी पटना के पटेलनगर स्थित आसरा गृह के तीन बच्चियों की मौत के बाद राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। आसरा गृह की अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है और सभी 12 कर्मियों को वहां से हटा कर दूसरे कर्मियों की तैनाती की गयी है। वहीं, आसरा गृह में खाद्य सामग्री आपूर्तिकर्ता दीपू इंटरप्राइजेज के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। बीते गुरुवार को समाज कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव (एसीएस) हरजोत कौर बम्हरा ने सभी जिलाधिकारियों को विभाग के तहत संचालित सभी आश्रय गृह, बाल गृह, बालिका गृह, पर्यवेक्षण गृह एवं विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान (सॉ) की जिलास्तरीय टीम गठित कर जांच कराने का निर्देश दिया है। साथ ही, एएसीएस हरजोत कौर ने स्वयं पटना के आसरा गृहों का निरीक्षण किया और पीएमसीएच जाकर पीड़ितों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। दूसरी ओर, खाद्य सामग्री की रिपोर्ट निदेशालय को प्राप्त हुई, जिसमें इस्तेमाल किए गए हल्दी और धनिया की गुणवत्ता खराब पायी गयी। इसके ऑयल कलर बेस्ड होने की शिकायत भी पायी गयी। हरजोत कौर ने अचानक पटेलनगर स्थित आसरा गृह एवं राजीव नगर स्थित आसरा गृह का निरीक्षण किया। वहां रहने वाली संवासिनों से मुलाकात की और उनके खानपान एवं स्वास्थ्य की जानकारी ली। वहां के रहन-सहन का तौर-तरीका भी देखा।
एशियन वीमेंस हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत ने थाइलैंड को 13-0 से रौंदा, सेमीफाइनल की सीट पक्की*

डेस्क : बिहार के राजगीर में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल परिसर में में 10 दिनों तक चलने वाले हॉकी महाकुंभ में भारत का विजय अभियान जारी है। भारतीय महिला हॉकी टीम ने लगातार तीसरी जीत दर्ज कर सेमीफाइनल मुकाबले के लिए अपनी सीट पक्की कर ली है। एशियन वीमेंस हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी में बीते गुरुवार को तीन पूल मैच खेले गये। जिसमें भारत ने थाईलैंड को रौंदकर सेमीफाइनल की सीट पक्की कर ली। भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर गोलों की बरसात कर दी। हाफ टाइम तक टीम इंडिया पांच गोलों से आगे थी। भारत ने यह मैच 13-0 से जीत लिया। भारत की ओर से दीपिका ने पांच गोल किए। वहीं, पहले मैच में उलटफेर देखने को मिला। पहले दो मैचों में एक भी गोल नहीं करने वाली मलेशिया की टीम ने कोरिया को 2-1 से मात देकर अपना खाता खोला। दूसरे मैच में चीन व जापान की टीम के बीच कड़ी टक्कर हुई। हालांकि, चीन ने जापान को 2-1 से मात देकर सेमीफाइनल में अपनी सीट पक्की की।
गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को सीएम और राज्यपाल ने दी बधाई और शुभकामना*

गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर प्रदेश एवं देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि गुरुनानक जी के व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्म संस्थापक, समाज सुधारक, कवि, देशभक्त एवं विश्वबंधु के गुण मिलते हैं। उन्होंने शांति, दया एवं मानवता का पवित्र संदेश देने के लिए चारों दिशाओं में बड़े पैमाने पर यात्राएं की थीं। सीएम ने कहा कि गुरुनानक देव ने इक ओंकार का नारा दिया था यानि ईश्वर एक है। गुरुनानक देव कहा करते थे कि किसी भी तरह के लोभ को त्याग कर न्यायोचित तरीकों से धन अर्जित करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कार्तिक पूर्णिमा पर भी बिहारवासियों और देशवासियों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में कार्तिक पूर्णिमा का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने आगे कहा कि गुरुनानक देव एक महान संत और आध्यात्मिक गुरु थे। उन्होंने सिख धर्म की स्थापना की। उनका जीवन और उनकी शिक्षा हमें अपने जीवन में सेवा, सत्य, समानता और भाईचारे की भावना को अपनाने की प्रेरणा देते हैं।
बिहार के भूमिहीनों के लिए खुशखबरी, जमीन खरीदने के लिए सरकार देगी इतने रुपये*

डेस्क : बिहार के भूमिहीन लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। उनके पास भी अब अपनी जमीन हो सकती है। जमीन खरीदने के लिए राज्य सरकार उन्हें एक-एक लाख रुपए देगी। बीते गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को हरी झंडी दी गयी। राज्य मंत्रिपरिषद ने भूमिहीनों को जमीन खरीदने के लिए मुख्यमंत्री गृहस्थल क्रय सहायता योजना, 2024 को मंजूरी दी। इसके तहत राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में भूमिहीनों को जमीन खरीद के लिए एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगी। इस राशि से वे न्यूनतम तीन डिसमिल जमीन खरीद सकेंगे। वर्तमान में सरकार वासभूमि विहीन परिवारों को पांच डिसमिल सरकारी भूमि उपलब्ध कराती है। दरअसल, पिछले दिनों समीक्षा के क्रम में यह देखा गया कि वर्तमान नीति के तहत एमवीआर दर पर संबंधित भू-धारियों से रैयती भूमि खरीदने में कठिनाई आ रही है, क्योंकि भूधारियों द्वारा एमवीआर दर पर भूमि देने में असमर्थता प्रकट की जाती है। फलस्वरूप विभाग द्वारा आवंटित राशि का जिलों द्वारा समुचित व्यय नहीं होता है। ऐसे में अब सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में संबंधित व्यक्ति को न्यूनतम तीन डिसमिल जमीन खरीदने के लिए एकमुश्त एक लाख रुपए दिये जाएंगे।
बिहार के शिक्षा विभाग को मिले दो ईमानदार अधिकारी : एक का हुआ भारी विरोध, तो एक के काम करने के तरीके से सभी खुश और शिक्षा व्यवस्था में हो रहा

डेस्क : बिहार की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने इस विभाग की कमान प्रदेश के कड़क और ईमानदार अधिकारियों के हाथ में दिए। पहले उन्होंने अपनी ईमानदार छवि के लिए जाने जानेवाले आईएएस अधिकारी केके पाठक को इस विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया। हालांकि केके पाठक कई ऐसे फैसले रहे जिसका जमकर विरोध हुआ और अंतत: उन्हे विभाग से हटा दिया और उनके बदले एक और ईमानदार आईएएस अधिकारी एस. सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग की कमान सौंपी। अब बिहार के शिक्षा क्षेत्र को बदलने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। जिसके बाद से बिहार की शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है और इनका कोई विरोध भी नही हो रहा है। आइए आपको बताते है कि इसकी वजह क्या है।

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.एस. सिद्धार्थ केके पाठक से भी 10 कदम आगे बढ़कर काम कर रहे हैं। वह बिहार की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने में जुट गए हैं। लेकिन पाठक और सिद्धार्थ के काम करने के तरीके में बड़ा फर्क है।

दरअसल ACS एस सिद्धार्थ अपनी सादगी के लिए पूरे बिहार में जाने जाते है। वहीं इनके काम करने का अपना तरीका है। ये केके पाठक से उलट किसी भी बड़े फैसले को कड़क अंदाज में लागू नहीं कराते है। न ही ये किसी भी अधिनस्थ अधिकारी या कर्मचारी के साथ बेरुखी से पेश आते है। ये किसी भी स्कूल का निरीक्षण करने जाते है तो बिना किसी लाव-लश्कर के। वहीं वे शिक्षकों के साथ पूरी इज्जत के साथ पेश आते है और उनकी कमियों को भी बड़े ही नम्रतापूर्वक अंदाज में उन्हे बताते है। जिससे सामने वाला खुद ही अपने आपको शर्मिंदा महसूस करता है और आगे से वह उस गलती को नहीं दोहराना चाहता है। शायद यही वजह है कि इनदिनों बिहार के स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ सरकारी योजनाओं जैसे कि मिड-डे-मिल आदि में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।

अब उन्होंने सरकारी स्कूल के बच्चों को शुरु से ही तकनीकी ज्ञान देने को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। राज्य के सरकारी स्कूलों में चौथी और पांचवीं के बच्चों को भी कम्प्यूटर की शिक्षा दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने इस दिशा में पहल शुरू की है। इसकी जानकारी अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने खुद दी है। बीते दिनों ‘शिक्षा की बात’ के एपिसोड-2 में शिक्षकों के सवालों का जवाब देते हुए डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि अभी 6 से 8 तक के लिए सरकार ने एक किताब प्रकाशित की है। इसे आगे और विस्तारित किया जाएगा। हालांकि, यह व्यवस्था सिलसिलेवार तरीके से नीचे के वर्गों में प्रयुक्त होगा। पहले वर्ग 4 और 5 के बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा मिलेगी। फिर आगे इसे और विस्तारित करेंगे।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मीड डे मील योजना को लेकर विभाग पायलट प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। प्रयोग सफल रहा तो चरणबद्ध तरीके से मीड डे मील योजना से प्रधानाध्यापक पूरी तरह हट जाएंगे। हमने इसको लेकर अन्य राज्यों की व्यवस्था का अध्ययन किया है। वहां प्रधानाध्यापक यह कार्य नहीं करते हैं। हमने 10 जिलों में दो-दो पंचायतों में यह प्रयोग शुरू किया है। परिणाम सफल रहा तो सभी विद्यालयों से प्रधानाध्यापकों को इस कार्य से मुक्त किया जाएगा।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि स्कूली बच्चों के शैक्षिक किट में अगले साल से दो अतिरिक्त कॉपियां होंगी। स्कूल निरीक्षण के क्रम में उन्होंने देखा है कि अभी बच्चे एक ही कॉपी में कई विषयों का काम कर रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों से भी बच्चों को कॉपी देने की अपील की और कहा कि छात्रवृत्ति की राशि को शैक्षिक कार्यों में खर्च करें। एक अन्य सवाल के जवाब में डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि प्रधानाध्यापक संगीत शिक्षा को अनिवार्य करने की पहल करें। मुख्यालय बेवजह हस्तक्षेप नहीं करना चाहता।

उन्होंने शिक्षकों से बगैर किसी भेदभाव के शैक्षिक कार्यों में जुटने की अपील की और कहा कि सरकारी स्तर पर उनके बीच कोई भेदभाव नहीं है। लिहाजा, कागजी भेदभाव से दूर रहकर सिर्फ शैक्षिक कार्य करें।

प्रदेश के अन्य जिलो के साथ राजधानी पटना मे बढ़े अपराध को लेकर सरकार हुई सजग, लिया यह बड़ा फैसला

डेस्क : पिछले कुछ दिनों से बिहार में अपराध के मामले में काफी इजाफा हुआ है। सबसे बड़ी बात यह है कि राजधानी पटना में ही अपराधियों के हौसले काफी बुलंद हो गए है। हत्या और लूट जैसी बड़ी वारदात को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे है। बढ़ते अपराध को लेकर विपक्ष हमलावर है और सरकार की खूब फजीहत हुई है। अब अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रदेश की नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने राजधानी पटना में पुलिस अधिकारियों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है।

नीतीश सरकार ने पटना शहरी क्षेत्र में अंतर्गत शहरी विधि- व्यवस्था के सुदृढ़ करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक के 03 पद, पुलिस निरीक्षक के 03 पद, पुलिस अवर निरीक्षक के 09 पद, सहायक पुलिस अवर निरीक्षक के 18 और सिपाही के 120 पदों सहित पुलिसकर्मियों के कुल 153 पदों के सृजन को स्वीकृति दे दी है।

गौरतलब है कि पूरे बिहार में अपराध चरम पर पहुंच गया है। राज्य के अन्य जिलों की बात तो छोड़िए सरकार की नाक के नीचे पटना में हर दिन हत्या, लूट और ब्लात्कार के साथ साथ अन्य संगीन अपराध की घटनाएं सामने आ रही हैं। क्राइम के बढ़ते ग्राफ को लेकर विपक्ष हमलावर बना हुआ है।

अपराध की घटनाओं को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार क्राइम बुलेटिन जारी कर सरकार को घेरने के कोशिश कर रहे हैं। हर दिन सोशल मीडिया के जरिए तेजस्वी सरकार पर अपराध को लेकर हमला बोलते रहे हैं। राजधानी पटना में बढ़ते अपराध को लेकर हो रही फजीहत के बाद सरकार ने यह बड़ा फैसला ले लिया है।

सिपाही भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी, इतने लाख अभ्यर्थी हुए पास

डेस्क : बिहार केन्द्रीय चयन पर्षद ने सिपाही भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षा में इस बार 1 लाख 7 हजार 79 अभ्यर्थी पास हुए हैं। सिपाही भर्ती परीक्षा 7, 11, 18, 21, 25 और 28 अगस्त, 2024 को सीएसबीसी के द्वारा आयोजित की गई थी। परीक्षा का आयोजन बिहार पुलिस कांस्टेबल के 21 हजार 391 रिक्त पदों को भरने के लिए किया गया था। परीक्षा के लिए 17 लाख 87 हजार 720 उम्मीदवारों ने आवेदन दिया था। जबिक परीक्षा में 12 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिनमें से 1 लाख 7 हजार 79 अभ्यर्थी पास हुए हैं।

जानकारी अनुसार केन्द्रीय चयन पर्षद ने अपनी वेबसाइट को बदल दिया गया है। इसे लेकर आयोग की ओर से नोटिस जारी कर सूचित किया था। आयोग ने नोटिस जारी करते हुए लिखा था कि पहले ये वेबसाइट https://csbc.bih.nic.in जारी होता था, लेकिन अब इसे बदलकर https://csbc.bihar.gov.in कर दिया गया है। आयोग से जुड़ी सभी सूचनाओं और भर्ती को लेकर के विज्ञापन अब इसी वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।

बता दें बिहार में आज 38 जिलों में 545 सेंटर्स पर पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा ली गई थी। सिपाही भर्ती परीक्षा 1 अक्टूबर 2023 को हुआ था। इसका पेपर लीक हुआ था। इसके बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। जिसके बाद दूबारा 7 से 28 अगस्त कर परीक्षा का आयोजन किया गया था।

बिहार कैबिनेट की बैठक खत्म, इन 38 महत्वपूर्ण एजेंडों पर लगी मुहर

डेस्क : आज गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में तमाम विभागों के मंत्री मौजूद रहे। वहीं बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 38 प्रस्तावों पर कैबिनेट की मुहर लगी।

बिहार सरकार ने राज्यकर्मियों के डीए में 3 फीसदी का इजाफा करने का फैसला लिया है। नीतीश कैबिनेट ने सरकार के इस फैसले पर अपनी मुहर लगा दी है। सातवें वेतनमान वाले कर्मियों का एक जुलाई 2024 से बढ़े हुए डीए का लाभ मिल सकेगा। इसके साथ ही साथ सरकार ने सोशल मीडिया और ऑनलाइन मीडिया के लिए नई नियमावली को स्वीकृति देने के साथ ही विभिन्न विभागों से जुड़े 38 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर अपनी स्वीकृति दे दी है।

कैबिनेट ने बिहार स्वास्थ्य सेवा के अंतर्गत बिहार दंत चिकित्सा सेवा के नियमावली को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री गृह सहायता 2024 को भी स्वीकृति दी गई है। उद्योग विभाग के तीन एजेंडा को मंजूरी मिली है। ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत ग्रामीण सड़क प्रबंधन कार्यक्रम को लागू करने को मंजूरी दी गई है।

नीतीश कैबिनेट ने अतिक्रमण हटाने को लेकर बड़ा फैसला लिया है। पटना के शहरी क्षेत्र के अंतर्गत शहरी व्यवस्था को लेकर पटना डीएम के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने को लेकर एक अलग टीम के गठन को कैबिनेट में मंजूरी दे दी है। बिहार सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत सल्य कक्षा सहायक के नियमावली को मंजूरी दे दी है।

पटना शहरी क्षेत्र में अंतर्गत शहरी व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए पुलिस उपाधीक्षक के 03 पद, पुलिस निरीक्षक के 03 पद, पुलिस अवर निरीक्षक के 09 पद, सहायक पुलिस अवर निरीक्षक के 18 एवं सिपाही के 120 पदों सहित कुल 153 पदों के सृजन को स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही शौर्य पुरस्कार विजेताओं एवं मरणोपरांत उनके निकटतम आश्रितों को दी जा रही नगद पुरस्कार की राशि में बढ़ोतरी की स्वीकृति सरकार ने दी है।

वहीं सरकार ने बिहार नगर पालिका संशोधन अधिनियम के तहत 210 अतिरिक्त पदों को मंजूरी दे है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत राज्य सरकार के द्वारा दिए जाने वाली राशि को घटा दिया गया है। सीतामढ़ी के पुनौराधाम में पर्यटन विभाग के अंतर्गत 50 पॉइंट 50 एकड़ भूमि की अधिकरण को मंजूरी दी गई है।

राजद विधायक के भाई के घर पर पुलिस ने चिपकाया इश्तेहार, जानिए क्या है पूरा मामला

डेस्क : राजद के दानापुर से विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव के खगौल थानांतर्गत कोथवां स्थित घर में पुलिस ने इश्तेहार चस्पा किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई पटना एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर दिनदहाड़े फायरिंग करने के मामले को लेकर की है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज गुरुवार को पुलिस पिंकू के घर की कुर्की-जब्ती के लिये कोर्ट में आवेदन देगी। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक पिंकू की जमानत याचिका भी कोर्ट से खारिज हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर पिंकू की गिरफ्तारी को लेकर एक विशेष टीम अलग-अलग जगहों पर कार्रवाई कर रही है। पुलिस का दावा है कि एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस के पास पिंकू के खिलाफ अहम साक्ष्य हैं। उसकी एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मिली है।

बताते चले कि कुछ माह पूर्व एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी अपने घर से दफ्तर के लिये निकले थे। इसी बीच खगौल थाना क्षेत्र के फ्लाईओवर पर उनकी गाड़ी के उपर फायरिंग कर बाइक सवार अपराधी भाग निकले। इस मामले में खगौल पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार भी किया था। जबकि पिंकू घटना के बाद से ही पटना छोड़कर भाग निकला।