चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व नहाय खाय के साथ हुआ प्रारंभ,सभी छठ घाट सज धज कर तैयार
चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व नहाय खाय के साथ हुआ प्रारंभ,सभी छठ घाट सज धज कर तैयार
आमस:- लोक आस्था एवं सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा आज से नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। चार दिवसीय इस लोक आस्था के महापर्व की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है।प्रखंड क्षेत्र के बनकट, ढिबरा, बरवाडीह, बेलबिगहा,सिमरी,बोधिस्थान,ससहित सभी छठ घाटों पर साफ-सफाई जोरो पर चल रही।और सभी छठ घाट सज कर तैयार है यहां लोग पूजन के लिए वेदी बना रहे, रंग-रोगन कर जगह आरक्षित कर रहे। व्रत रखने वाली महिलाएं आज सुबह नहाय-खाय से पर्व की शुरूआत करेंगी, बुधवार को खरना होगा। सात नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी और आठ नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत पूरा करेंगी। महिलाएं पर्व की तैयारी में सोमवार को दिनभर जुटी रहीं। बाजार में फल, सब्जी, डाला आदि पूजन सामग्री की खरीदारी की। वहीं पूजा समिति की ओर से छठ घाट पर विशेष साफ-सफाई, रंग-रोगन, चूनाकारी समेत बैरिकेडिंग की जा रही है।जिसके तहत बनकट ढिबरा दो मुहान छठ घाट पर बुधवार की सुबह नहाय खाय को लेकर छठ बर्तियों के ताते लगे रही।यहां के पूजा समिति के सदस्यों ने बताया की इस छठ घाट का महिमा अपरम पार है।यहां जो भी छठ बारातियों के द्वारा सूर्य देव से सचे मन से मन्नत मांगने पर पूरा होता है।पूर्व में भी कई लोगो को यहां मन्नत मांगने पर यहां पूरा हुआ है। बनकट गांव निवासी रामाशीष यादव,मोहन रिकियाशान ने बताया की हमलोग को तीन तीन लड़की थी और पुत्र प्राप्ति को लेकर बहुत जगह दिखाए थे लेकिन नहीं हुआ था।लेकिन इस छठ घाट पर छठ व्रत रखते हुए हमलोग ने मन्नत मांगे और हमलोग का पूरा हुआ है।जिसे हमलोग के बाहर में कहीं भी मजदूरी करते हैं तो छठ पर्व में जरूर पहुंच जाते हैं।और सदस्य लोग भी इस पर्व में नौकरी से छूटी लेकर पहुंच जाते हैं।
रिपोर्टर:- धनंजय कुमार यादव
Nov 09 2024, 13:31