गाजीपुर में एक व्यक्ति ने पत्नी को दिया वाट्सऐप पर तलाक, फिर की दूसरी शादी,मुकदमा दर्ज,

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के थाना नंदगंज मे एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को वाट्सऐप पर तलाक दे दिया. व्यक्ति ने दूसरी महिला से शादी कर ली. व्यक्ति पिछले 9 सालों से सऊदी अरब में नौकरी कर रहा था . शुरुआत की कुछ सालों में वह बीच-बीच में घर आता था पत्नी से मिलता भी था लेकिन 5 वर्षों से वह अपने गांव नहीं आया और इस दौरान उसके माता-पिता और अन्य लोगों ने वाट्सऐप के द्वारा उसका दूसरा निकाह कराकर उस महिला को उसके पति के पास भेज दिया. उसके बाद उसके पति ने मई महीने में वीडियो कॉल कर पहले तो महिला से बदतमीजी से बात की और उसके बाद तीन तलाक दे दिया.

दरअसल पीड़िता जिसका निकाह आजमगढ़ के रहने वाले हसनैन पुत्र नियाजुल के साथ हुआ था. शुरुआत में सब ठीक-ठाक भी रहा और दोनों के तीन बच्चे जिनकी उम्र 15 वर्ष, 13 वर्ष और 7 वर्ष है लेकिन इन तीन बच्चों के हो जाने के बाद पीड़िता के शरीर में बदलाव आया और वह मोटी हो गई. जिसके कारण उसका पति हसनैन उसमें कोई रुचि नहीं रखता और पिछले 9 सालों से सऊदी अरब में नौकरी कर रहा. पिछले 5 सालों से वह सऊदी अरब से वापस नहीं आया और ना ही पीड़िता को कोई खर्च दे रहा था. पीड़ित महिला के ससुर ने अपने बेट का निकाह ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के माध्यम से एक अन्य महिला से करा दिया और बाद में महिला को भी सऊदी अरब भेज दिया.

व्हाटसएप पर किया निकाह

जानकारी के मुताबिक, 8 मई 2024 को आधी रात में आरोपी व्यक्ति हसनैन ने वाट्सऐप कॉलिंग कर अपनी पहली बीबी को पीड़िता को अपशब्द कहे और तीन बार तलाक-तलाक बोलकर तलाक दे दिया. जिसके बाद पीड़िता ने 9 मई को पुलिस अधीक्षक से शिकायत की. इसके बाद थाना अध्यक्ष नंदगंज ने पीड़िता को आजमगढ़ थाना बिलरियागंज में अपनी शिकायत दर्ज करने की बात कही लेकिन जब वह बिलरियागंज आजमगढ़ पहुंची तो वहां की पुलिस ने पीड़िता को ससुराल में रहने के लिए भेज दिया. पीड़िता के सास व ससुर जैसे ही सऊदी अरब से लौटे तो 15 जुलाई 2024 को मारपीट कर बच्चों सहित उसे घर से भगा दिया. पीड़िता ने बताया कि उससे सास-ससुर ने कहा कि जब तुम्हारे पति ने तुम्हें तलाक दे दिया है तो अब तुम्हारा यहां क्या काम है?

कोर्ट पहुंची पीड़ित महिला

इसके बाद पीड़िता लगातार गाजीपुर के नंदगंज थाना और आजमगढ़ के बिलरियागंज थाना के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर लगाती रही. जब उसे कोई न्याय नहीं मिला तब उसने कोर्ट का सहारा लिया और कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सास-ससुर पति और सौतन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश के बाद नंदगंज पुलिस ने मामले में धारा 323 ,504 और 494 के साथ ही मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा के तहत धारा 3 और धारा 4 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है.

इंस्टाग्राम पर डेटा सुरक्षा सेटिंग्स: कैसे करें अपने डेटा को सुरक्षित? जानें

आजकल इंस्टाग्राम हर कोई यूज करता है, फिर चाहे वो छोटा हो या बड़ा, ज्यादातर लोगों के फोन में ये ऐप्लीकेशन देखने को मिल जाती है. कुछ महीनों पहले मेटा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम, फेसबुक और वॉट्सऐप को मेटा एआई से कनेक्ट किया है. जिस दिन से ये हुआ है यूजर्स ने मेटा एआई चैटबॉट का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है. इसमें फोटो जेनरेट कराने के लिए हो या कंटेंट लिखवाने के लिए, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इंस्टाग्राम अपने एआई चैटबॉट को ट्रेन करने के लिए आपकी फोटो-वीडियो को यूज करता है. यहां हम आपको इसे खोलकर समझा रहे हैं, इसके साथ आप इससे बचने के लिए क्या सेटिंग करनी होगी.

पर्सनल डेटा का यूज होने से रोकें

मेटा अपने मेटा एआई टूल को ट्रेन करने के लिए यूजर्स के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्टेड डेटा को यूज करता है. यूजर्स के फोटो कैप्शन और चैट्स को मल्टीपल लैंग्वेज ऐड करने के लिए यूज कर रहा है, हालांकि मेटा की शेयर की जानकारी के मुताबिक, ये यूजर की पर्सनल चैट और प्राइवेट पोस्ट को यूज नहीं करता है.

बचने के लिए इन स्टेप्स को करें फॉलो

अगर अपनी फोटो-वीडियो को सेफ रखना चाहते हैं तो आपको ये सेटिंग करनी होगी. इसके लिए अपने फोन में इंस्टाग्राम ओपन करें, इंस्टाग्राम ओपन करने के बाद सेटिंग्स में जाएं. ये करने के बाद अबाउट के ऑप्शन पर क्लिक करें, प्राइवेसी पॉलिसी पर जाएं.

ऊपर की तरफ शो हो रही तीन पर क्लिक करें, इसके बाद थोड़ा नीचे स्क्रॉल करें और Other Policies and articles के ऑप्शन पर क्लिक करें.

यहां पर How Does meta using data to trains it AI tool, का ऑप्शन शो होगा. इस ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद डेटा डिलीट करने की रिक्वेस्ट पर क्लिक कर दें.

यहां पर एक फॉर्म भरने का ऑप्शन आएगा, इस फॉर्म को ध्यान से पूरा भरें- I want to delete any personal information from third parties used for building and improving AI at Meta इसके बाद यहां मांगी गई सभी डिटेल्स भरें और डन के ऑप्शन पर क्लिक कर दें. प्रोसेस पूरा होने के बाद ये कभी भी आपका डेटा नहीं ले पाएगा.

सिक्योरिटी चेकअप

इस सेटिंग के बाद आपका पर्सनल डेटा चोरी होने से बच जाएगा, इसके अलावा इंस्टाग्राम प्रोफाइल आइकन पर क्लिक करें, अकाउंट सेंटर पर क्लिक करें. पासवर्ड एंड सिक्योरिटी के ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद सिक्योरिटी चेकअप का ऑप्शन शो होगा, सिक्योरिटी चेकअप करेंगे तो आपको 4 चीजें शो होंगी उन्हें एक-एक कर के चेक करें और सेट कर दें. टू- फैक्टर ऑथेंटिकेशन पर क्लिक करेंगे तो आप उसमें ये भी सेट कर सकते हैं कि कोई दूसरी डिवाइस में अकाउंट लॉगइन करेगा तो आपके पास वेरिफिकेशन कोड आएगा.

मुंबई पुलिस ने सलमान खान को धमकी देने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार,2 करोड़ की मांगी थी फिरौती

सुपरस्टार सलमान खान को बार-बार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. मंगलवार को मुंबई ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल को एक मैसेज आया. इसमें एक शख्स ने सलमान खान को धमकी थी. आरोपी को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया है. मुंबई पुलिस ने उसे बांद्रा इलाके से पकड़ा है. सलमान खान को धमकी देते हुए उसने 2 करोड़ रुपये मांगे थे. पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी.

पकड़े गए आरोपी की पहचान आजम मोहम्मद मुस्तफा के रूप में हुई है. वो बांद्रा (पूर्व) का रहने वाला है. अभिनेता सलमान खान मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा (पश्चिम) के गैलेक्सी अपार्टमेंट में रहते हैं. अप्रैल में 2 मोटरसाइकिल सवारों ने उनके घर पर फायरिंग की थी. इसी महीने मुंबई ट्रैफिक पुलिस की व्हॉट्सऐप हेल्पलाइन डेस्क को धमकी भरा मैसेज मिला था.

कई बार लॉरेंस बिश्नोई गैंग दे चुका है धमकी

इस धमकी भरे मैसेज में सलमान से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. इस केस में पुलिस ने झारखंड से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं. अभिनेता की जान को खतरा देखते हुए ही उनकी सुरक्षा भी बढ़ाई जा चुकी है.

मुंबई पुलिस ने अभिनेता सलमान खान और एनसीपी (अजित गुट) के नेता जीशान सिद्दीकी को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में यूपी के नोएडा से 20 साल एक युवक को सोमवार को गिरफ्तार किया था. आरोपी ने पहले जीशान के हेल्पलाइन नंबर पर धमकी भरा संदेश भेजा था. फिर वॉयस कॉल की. इसमें उसने सिद्दीकी और सलमान को जान से मारने की धमकी दी. यह घटना शुक्रवार को हुई थी.

नोएडा के थाना सेक्टर 39 के प्रभारी ने बताया था कि नोएडा और मुंबई पुलिस की एक टीम ने सेक्टर 92 स्थित एक निर्माणाधीन मकान में छापेमारी की. वहां से तैयब अंसारी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया. आरोपी के पास से घटना में इस्तेमाल किया गया फोन भी बरामद हुआ था. आरोपी बरेली जिले का रहने वाला है. निर्माणाधीन मकान में बढ़ई का काम कर रहा था.

इस शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी-गणेश की पूजा, जानें पूजा विधि, उपाय और महत्व

दिवाली, भारत का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे दीपों का त्योहार भी कहा जाता है. यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई की जीत और ज्ञान पर अज्ञानता की जीत का प्रतीक है.दिवाली के दिन घरों को दीपों से सजाया जाता है, जो अंधकार को दूर कर प्रकाश लाते हैं. यह प्रतीक है कि ज्ञान और अच्छाई हमेशा अज्ञानता और बुराई पर विजय प्राप्त करती है.

दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं. माना जाता है कि इस दिन लक्ष्मी जी पृथ्वी पर आती हैं और अपने भक्तों को धन और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं. भारत के कुछ हिस्सों में दिवाली को नए साल की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है, इस दिन नए काम की शुरुआत करना शुभ माना जाता है. इस वर्ष दिवाली का पर्व कल यानी 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. दिवाली की शाम को किस शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी- गणेश जी का पूजा करें. आइए जानते हैं.

पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 37 मिनट से 8 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. यह समय देवी लक्ष्मी की पूजा और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है. 31 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजे से मध्य रात्रि तक रहेगा. इस दौरान घरों में साफ-सफाई करके, दीप जलाकर, और मां लक्ष्मी एवं भगवान गणेश की पूजा की जाती है, जिससे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन 3 शुभ मुहूर्त में भी लक्ष्मी पूजा की जा सकती है

प्रदोष काल में पूजा मुहूर्त का समय

– 31 अक्टूबर 2024, शाम 05 बजकर 35 मिनट से रात 08 बजकर 11 मिनट तक पूजा की जा सकती है.

निशिता काल में पूजा मुहूर्त का समय – 31 अक्टूबर 2024, रात 11 बजकर 39 मिनट से देर रात 21 बजकर 31 मिनट तक रहेगा.

मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दिवाली पर ऐसे करें पूजा

सुबह जल्दी उठकर पूरे घर की अच्छे से साफ सफाई करें. ध्यान रखें दिवाली के दिन घर के किसी भी कोने में धूल या गंदगी जमा नहीं होनी चाहिए. मान्यता है कि लक्ष्मी मां सिर्फ ऐसे ही घरों में निवास करती हैं जहां साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. सफाई के बाद स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें, इसके बाद घर के मंदिर या पूजा स्थल में पूजा अर्चना करें. इसके बाद शाम के समय की पूजा के लिए पूरे घर को फूल और पत्तियां से सजाएं. दरवाजों पर तोरण लगाएं और घर के मुख्य द्वार को विशेष रूप से सजाएं. मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए मुख्य द्वार और पूजा स्थल के पास रंगोली बनाएं.

अब पूजा के लिए एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें. इस दिन धन की भी पूजा की जाती है इसलिए पूजा स्थल पर धन भी जरूर रखें. कुबेर जी की भी तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें. पूजा स्थल पर फूल, रंगोली और चंदन से सजावट करें. अब शुद्ध घी का दीपक और सुगंधित धूप जलाकर गणेश जी, लक्ष्मी जी और कुबेर जी को रोली, अक्षत, फूल आदि अर्पित करें और आरती करें. आप चाहें तो पूजा के दौरान लक्ष्मी मंत्र और कुबेर मंत्र का जाप भी कर सकते हैं. पूजा के बाद भोग लगाएं. इस दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है. पूजा के बाद पूरे घर में दीपक जलाएं.

दिवाली के दिन करें ये उपाय

भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को हाथी बहुत प्रिय माना जाता है. इसलिए मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए घर में चांदी या सोने की धातु का ठोस हाथी रखें. मान्यता है कि ऐसा करने से राहु के बुरे प्रभाव का असर कम हो जाता है.

पीली कौड़ियां देवी लक्ष्मी का प्रतीक मानी जाती हैं. दिवाली के दिन सफेद कौड़ियों को हल्दी के घोल में भिगोकर उन्हें पीला कर लें और इनको लाल कपड़े में बांधकर दिवाली के पूजन में रखें. पूजा के बाद इनको घर की तिजोरी में रखें दें. मान्यता है कि ऐसा करने से धन धान्य में वृद्धि होती है.

दिवाली का महत्व

दिवाली का पर्व भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह त्योहार लोगों को एक साथ लाता है और सामाजिक बंधनों को मजबूत करता है. दिवाली के दौरान लोग विभिन्न प्रकार के उत्सव मनाते हैं. दीपदान करना दिवाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. माना जाता है कि दीपदान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.दिवाली के दिन पटाखे जलाने की परंपरा है, दिवाली के दिन मिठाई बनाना और बांटना भी एक परंपरा का हिस्सा है

इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करता है

बंगाल में क्यों मनाई जाती है काली पूजा? जानें पौराणिक कथा!

दिवाली का त्योहार पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. हर राज्य में दिवाली की पूजा भी अलग-अलग तरह से होती है. लेकिन इस दिन बंगाल में मां काली की पूजा की जाती है.

यहां दिवाली को काली पूजा के नाम से जाना जाता है. बंगाल में इस दिन का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिवाली पर आधी रात को मां काली की विधिवत पूदा करने पर व्यक्ति के जीवन सभी दुख और संकट दूर होते हैं. इसके अलाव शत्रुओं का नाश होता है और जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है.

बंगाल में क्यों होती है काली पूजा?

बंगाल में दिवाली के दिन मां काली की पूजा करने को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलित है जिसके अनुसार, एक बार चंड- मुंड और शुंभ- निशुंभ आदि दैत्यों का अत्याचार बहुत बढ़ गया था. जिसके बाद उन्होंने इंद्रलोक तक पर कब्जा करने के लिए देवताओं से युद्ध शुरू कर दिया. तब सभी देवता भगवान शिव के पास पहुंचे और उनसे दैत्यों से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना की. भगवान शिव ने माता पार्वती के एक रूप अंबा को प्रकट किया. माता अंबा ने इन राक्षसों का वध करने के लिए मां काली का भयानक रूप धारण किया और अत्याचार करने वाले सभी दैत्यों का वध कर दिया. उसके बाद अति शक्तिशाली दैत्य रक्तबीज वहां आ पहुंचा.

रक्तबीज एक ऐसा दैत्य था जिसके रक्त की एक बूंद जमीन पर गिरते ही उस रक्त से एक नया राक्षस पैदा हो जाता था, इसीलिए उसे रक्तबीज कहा गया. मां काली ने रक्त बीज का वध करने और दूसरे रक्तबीज का जन्म होने से रुकने के लिए अपनी जीभ बाहर निकाली और अपनी तलवार से रक्तबीज पर वार किया और उसका रक्त जमीन पर गिरे, उसके पहले ही वे उसे पीने लगीं. इस तरह रक्तबीज का वध हुआ लेकिन मां काली का क्रोध शांत नहीं हुआ. वे संहार की ही प्रवृत्ति में रहीं. मां काली के इस स्वरूप को देखकर ऐसा लग रहा था कि अब सारी सृष्टि का ही संहार कर देंगी. जैसे ही भगवान शिव को इसका आभास हुआ तो वे चुपचाप मां काली के रास्ते में लेट गए.

मां काली भगवान शिव का ही अंश हैं इसीलिए उन्हें अर्धनारीश्वर भी कहा जाता है. उन्हें अनंत शिव भी कहा जाता है क्योंकि उनकी थाह कोई लगा ही नहीं सकता.जब मां काली आगे बढ़ीं तो उनका पैर शिवजी की छाती पर पड़ा. अनंत शिव की छाती पर पैर पड़ते ही मां काली चौंक पड़ीं क्योंकि उन्होंने देखा कि यह तो साक्षात भगवान शिव हैं. उनका क्रोध तत्काल खत्म हुआ और उन्होंने संसार के सभी जीवों को आशीर्वाद दिया. इसलिए कार्तिक मास की अमावस्या को मां काली की पूजा की जाती है.

मां काली की पूजा विधि

मां काली की पूजा करने के लिए सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें. देवी काली की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर रखें, और इसे लाल या काले कपड़े से सजाएं. मां काली का आह्वान करें और उन्हें पूजा में आमंत्रित करें. देवी की मूर्ति पर जल, दूध, और फूल अर्पित करें.सिंदूर, हल्दी, कुमकुम, और काजल चढ़ाएं. मां काली को फूलों की माला पहनाएं. सरसों का तेल का दीपक जलाएं और कपूर से आरती करें.धूप या अगरबत्ती जलाकर मां काली के सामने रखें.मिठाई, फल, और नैवेद्य मां को अर्पित करें.”ॐ क्रीं काली” या “क्रीं काली” का जाप करें. यह मंत्र मां काली को बहुत प्रिय हैं. उसके बाद मां काली की कपूर से आरती कर पूजा संपन्न करें.

इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करता है.

पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी पूरी, दिवाली पर दोनों सेनाएं एक-दूसरे को देंगी मिठाइयां!

पूर्वी लद्दाख में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया अब पूरी हो गयी है. दिवाली के अवसर पर गुरुवार को दोनों सेनाओं की ओर से एक-दूसरे को मिठाइयां दी जाएंगी.

सेना से मिली जानकारी के अनुसार भारत और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते के बाद यह पहल शुरू हुई है.

पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग मैदानों में चीन और भारत के बीच दो टकराव के बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी हो गई है और जल्द ही इन बिंदुओं पर सेना की ओर से गश्त शुरू हो जाएगी. सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सेना के दोनों पक्षों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान गुरुवार को दीवाली के अवसर पर होगा.

सेना के सूत्रों का कहना है कि सेना की वापसी के बाद अब सत्यापन पर काम हो रहा रहा है. दोनों सेनाओं के ग्राउंड कमांडरों के बीच गश्त के तौर-तरीकों पर फैसला होना अभी बाकी है. बातचीत की प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्थानीय कमांडर स्तर पर बातचीत शुरू की जाएगी.

कोर कमांडर स्तर पर बातचीत को दिया गया अंतिम रूप

सेना के आला अधिकारी के अनुसार यह प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है. समझौते की रूपरेखा पर पहले राजनयिक स्तर पर दोनों पक्षों की ओर से हस्ताक्षर किए गए और फिर चीन और भारत के सैन्य अधिकारियों की बीच सैन्य स्तर की बातचीत शुरू हुई. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई. इस बातचीत के दौरान समझौते की बारीकियों को अंतिम रूप दिया गया.

दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते के बाद दोनों पक्षों ने वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है. भारतीय सैनिकों ने अपने उपकरण वापस लाना शुरू कर दिया है. यह प्रक्रिया पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर समझौते के बाद शुरू हुई है. गश्त और सैनिकों की वापसी पर दोनों देशों के बीच समझौते हुए थे.

गलवान में झड़प के बाद खटास में आएगी कमी

दोनों देशों के बीच पिछले चार साल से गतिरोध चल रहा था. इस समझौते के बाद गतिरोध समाप्त करने में एक बड़ी सफलता हासिल हुई है.

बता दें कि जून 2020 में गलवान घाटी में हुई चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प के बाद भारत और चीन के बीच रिश्तों में खटास आ गई थी. गलबान में दोनों पक्षों में सैन्य संघर्ष हाल के दिनों में हुए संघर्ष में सबसे ज्यादा गंभीर थे. सेना के अधिकारी के अनुसार दोनों सेनाओं के बीच क्षेत्रों और गश्त की स्थिति को अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में आने की उम्मीद है.

चुनाव आयोग की कड़ी नजर, पुलिस ने जब्त किया 4 करोड़ 25 लाख कैश!

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ ही ब्लैक मनी का मिलना जारी है. महाराष्ट्र गुजरात बॉर्डर पर पुलिस ने फिर 4 करोड़ 25 लाख कॅश बरामद किया है. चुनाव के मद्देनजर पालघर जिले में गुजरात दादरा नगर हवेली और दमन की सीमाओं पर नाकाबंदी की गई है. इसी नाकाबंदी में करोड़ों की नकदी जब्त की गई है. तलासरी पुलिस ने इन्हें जब्त किया है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये कैश एक वैन में लाया जा रहा था. वैन चालक के पास उस नकदी को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं थी तो उसे जब्त कर लिया गया.

मामले की जांच की जा रही है कि कैश किसने और क्यों भेजा? पुलिस सूत्रों के मुताबिक अवैध रूप से चुनाव में इस्तेमाल के लिए ये नगदी भेजी जा रही थी.

राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए अब कुछ ही हफ्ते बचे हैं. फिलहाल महाराष्ट्र में आचार संहिता लागू है. इसलिए पुलिस महाराष्ट्र की सड़कों और गलियों पर कड़ी नजर रख रही है. आचार संहिता के दौरान अवैध धन रखने वालों पर चुनाव आयोग की टीम, पुलिस और आयकर विभाग की नजर है.

22 अक्टूबर को पुलिस ने जब्त किए थे 5 करोड़ कैश

इससे पहले 22 अक्टूबर को पुणे के खेड़-शिवपुर इलाके में एक कार से करीब 5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी. बता दें कि राजगढ़ पुलिस को सूचना मिली कि पुणे सातारा रोड पर एक वाहन से नकदी ले जायी जा रही है. इसी के तहत राजगढ़ पुलिस ने खेड़-शिवपुर टोल बूथ पर जाल बिछाया. शाम करीब 6 बजे एक संदिग्ध गाड़ी टोल बूथ पर आई. गाड़ी की जांच की गई. पुलिस को इसमें नकदी मिली. इस दौरान पुलिस ने संबंधित वाहन से नकदी जब्त कर ली. साथ ही इस गाड़ी में सवार चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था.

24 अक्टूबर को मिले थे 25 लाख कैश

इसी तरह से 24 अक्टूबर को लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता चल रपुणे और पिंपरी चिंचवड़ में अवैध धन ले जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई. पिंपरी चिंचवड़ में 25 लाख कैश जब्त किए गए थे. इससे पहले पुणे शहर के शनिवारवाड के पास 3 लाख 80 हजार रुपए जब्त किए गए थे.

चुनाव आयोग के कर्मचारी और पुलिस की टीमें पिंपेर चिंचवड़ में गश्त कर रही थीं. यह रकम वाकड सीमा में एक वाहन की जांच के दौरान मिली थी. जब इस बारे में पूछा गया तो संबंधित कोई जवाब नहीं दे सके. लोकसभा चुनाव के दौरान यह रकम पकड़ी गई और टीम ने इसे जब्त कर लिया. चुनाव आयोग ने जानकारी दी थी कि जिस संबंधित व्यक्ति से रकम जब्त की गई है, वह स्थानीय है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: कांग्रेस का मेनिफेस्टो 6 नवंबर को होगा जारी!

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का मेनिफेस्टो 6 नवंबर को मुंबई में जारी होगा. इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे मौजूद रहेंगे. इसके अलावा एनसीपी (शरद गुट) के शरद पवार और शिवसेना (UBT) के उद्वव ठाकरे भी रहेंगे.

इसी दिन नागपुर में संविधान बचाव आंदोलन होगा. दोपहर 1 बजे राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे इसमें शामिल होंगे. फिर शाम 6 बजे मुंबई में MVA की बड़ी सभा होगी जिसमें उद्धव ठाकरे, शरद पवार समेत कई नेता शामिल होंगे.

20 नवंबर को होगी वोटिंग

राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 20 नवंबर को होगी और मतों की गिनती तीन दिन बाद की जाएगी. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 7,995 उम्मीदवारों ने निर्वाचन आयोग के पास 10,905 नामांकन दाखिल किए हैं.

मंगलवार को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि थी. उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल करना 22 अक्टूबर को शुरू हुआ और यह प्रक्रिया 29 अक्टूबर को समाप्त गई. नामांकन पत्रों का सत्यापन और जांच 30 अक्टूबर को होगी तथा उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि चार नवंबर को अपराह्न तीन बजे तक है.

राज्य की 288 सदस्यीय

विधानसभा के लिए 20 नवंबर को होने वाले चुनाव के वास्ते नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर थी और उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच 30 अक्टूबर को की जाएगी. चुनावी जंग से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि चार नवंबर है.

कितनी सीटों पर लड़ रही कांग्रेस

महा विकास आघाडी (एमवीए) में कांग्रेस 103 सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना (यूबीटी) 89 और शरद गुट की एनसीपी 87 सीट पर चुनाव लड़ रही है. छह सीट एमवीए के अन्य सहयोगियों को दी गई हैं, जबकि तीन विधानसभा सीट पर कोई स्पष्टता नहीं है.

राहुल गांधी का रेलवे व्यवस्था पर बड़ा हमला: केंद्र सरकार पर निशाना, जनता से की आवाज उठाने की अपील!

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने दिवाली के समय ‘रेल यात्रा में बहुत सारे लोगों को पेश आ रही दिक्कतों’ का हवाला देते हुए मंगलवार को दावा किया कि रेलवे व्यवस्था टूट रही है और यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ है. कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, इस समय कोई लोगों की सुनने वाला नहीं है.

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक वीडियो शेयर की जिस में रेल में लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही है. वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी ने कहा, इस दिवाली पर करोड़ों भारतीय अपने परिवार से मिलने रेल से यात्रा करेंगे. दैनिक यात्री हो या पर्यटक, शहरी हो या ग्रामीण, श्रमिक हो या उद्योगपति – रेलवे हर भारतीय की जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा या आधार है. अगर हमारी ट्रेनें रुक जाएं, तो भारत थम जाएगा.

रेलवे व्यवस्था टूट रही है”

राहुल गांधी ने कहा, भारत को ऐसी बेहतरीन रेल सुविधा चाहिए जो सभी लोगों के लिए हो. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि आज बालासोर से बांद्रा तक, हमारी रेलवे व्यवस्था टूट रही है और यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ है. इस समय, जब लोगों की बात सुनी जानी चाहिए तब कोई सुनने वाला नहीं है.

राहुल गांधी ने जनता से कहा, एक बेहतर भारत बनाने के लिए मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अपनी आवाज उठाएं. अगर आपको रेल व्यवस्था में कोई कमी दिखती है, या आपके पास सुधार के लिए कोई सुझाव है, तो कृपया अपने अनुभव हमारे साथ शेयर करें. आइए हम सब मिलकर अपने सपनों का भारत बनाएं.

बांद्रा टर्मिनस पर मची थी भगदड़

भारत में बहुत जल्द दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा. इसी के चलते अपने घरों से दूर रह रहे लोग अपने घरों की तरफ इन दिनों जाते हैं और इन दिनों ट्रेन से लेकर बस और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लोगों की भारी भीड़ दिखाई देती है. हाल ही में दिवाली और छठ के मौके पर भारी भीड़ होने के चलते मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर भगदड़ मच गई थी और 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

ब्रिटिश शाही परिवार की बेंगलुरु यात्रा: स्वास्थ्य और शांति की खोज में!

ब्रिटेन के राजा चार्ल्स बेंगलुरु में एक सीक्रेट ट्रिप पर हैं. जहां वे व्हाइटफील्ड के पास एक विशाल एकीकृत चिकित्सा सुविधा सेंटर में ठहरे हैं. यह उनके राज्ययाभिषेक के बाद शहर की पहली यात्रा है, जो 6 मई को यूनाइटेड किंगडम के राजा के रूप में हुई थी. उनके साथ रानी कैमिला भी हैं. यह हेल्थ सेंटर अपने पुनर्जीवनीकरण उपचार के लिए प्रसिद्ध है. यहां योग, ध्यान और विशेष उपचार के जरिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जाता है.

अधिकारी बताते हैं कि तीन दिन की इस यात्रा के दौरान, शाही दंपति ने केंद्र के चारों ओर लंबी सैर का आनंद लिया है और पास के जैविक फार्म का भी दौरा किया है. इससे उन्हें न सिर्फ शांति मिल रही है, बल्कि प्रकृति के करीब आने का भी अनुभव हो रहा है.

क्यों आएं राजा?

सूत्रों के मुताबिक, राजा और रानी मध्य सप्ताह में वापस लौटने की योजना बना रहे हैं. इस स्वास्थ्य केंद्र से उनकी पुरानी यादें भी जुड़ी हैं, क्योंकि 2019 में अपने 71वें जन्मदिन के अवसर पर राजा चार्ल्स यहां आए थे और इसी केंद्र में इसे मनाया था. 30 एकड़ में फैले इस केंद्र में पहले भी राजा को स्वास्थ्य लाभ के लिए कई उपचार दिए गए हैं, और यह स्थान अपने शांत वातावरण और हरियाली के लिए जाना जाता है. ब्रिटिश शाही परिवार के इस दौरे के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.

लोगों का किया धन्यवाद

रॉयल फैमिली के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स एक्स पर भी इस यात्रा का कोई जिक्र नहीं किया गया है. हालांकि, इसे शाही परिवार के एक निजी दौरे के रूप में देखा जा रहा है, इसलिए सार्वजनिक स्तर पर इसका प्रचार नहीं किया गया है. राजा चार्ल्स और रानी कैमिला ने ऑस्ट्रेलिया और सामोआ का दौरा भी किया था. वहां उन्होंने लोगों से मिले गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए अपना आभार व्यक्त किया था. इस यात्रा के अंत में राजा चार्ल्स ने अपने संदेश में कहा था, हम दोनों राष्ट्रों का इतने शानदार स्वागत और यादगार पलों के लिए धन्यवाद करते हैं. ये यादें हमारे दिलों में वर्षों तक रहेंगी.