दुमका : शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, स्क्रूटनी के बाद सूची जारी, देखिए पूरी लिस्ट...
बड़ी खबर दुमका : जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से कुल 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, स्क्रूटनी के बाद सूची जारी, देखिए पूरी लिस्ट..
दुमका : जेएमएम से डॉ लुईस मरांडी ने किया नामांकन, जामा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में
दुमका : जिले के जामा विधानसभा सीट से जे एम एम प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।
डॉ लुईस मरांडी हाल ही में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर जे एम एम में शामिल हुई थी। डॉ लुईस मरांडी राज्य के पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में समाज कल्याण मंत्री के पद पर थी। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में लुईस मरांडी ने दुमका सीट से हेमंत सोरेन को हराया था।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : दुमका विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोरेन व शिकारीपाड़ा से परितोष ने किया नामांकन पत्र दाखिल
दुमका : दुमका विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी एवं दुमका के पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।
वहीं जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी परितोष सोरेन ने निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।
दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा से परितोष सोरेन चौथी बार चुनाव मैदान में होंगे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : 'टिकट' की घोषणा नहीं पर आपस में उलझ गए भाजपा कार्यकर्ता
,* *चल गया चाकू, सुनील सोरेन के बयान ने मचाया हलचल, पढ़िए पूरी खबर..* दुमका : झारखण्ड में विधानसभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है। तमाम राजनीतिक दल चुनाव तैयारियों में जुट गए है हालांकि किस विधानसभा सीट से कौन मैदान में होगा, इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा ना तो अब तक एनडीए ने किया है और ना ही इंडी गठबंधन ने लेकिन बीते 36 घंटे से सोशल मीडिया पर चाहे एनडीए हो या इंडी गठबंधन दोनों की कुछ फेक (फर्जी) सूची लगातार वायरल हो रही है। इस वायरल और फेक सूची ने ऐसा असर दिखाया कि दुमका में बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता आपस में ही उलझ गए और मामला मारपीट, हाथापाई से लेकर छुरेबाजी तक पहुंच गयी हालांकि दुमका नगर थाना में दर्ज प्राथमिकी में विवाद की वजह के पीछे ना तो किसी पार्टी और पार्टी समर्थकों और ना ही किसी वायरल सूची को बताया गया है।
जानकारी के मुताबिक दुमका नगर थाना के इंदिरा नगर में बीते बुधवार की शाम दो पक्ष किसी बात को लेकर आपस में उलझ गए। नौबत मारपीट, हाथापाई से लेकर छुरेबाजी तक पहुँच गयी और इस घटना में इंदिरा नगर के अनुज सिंह घायल हो गए।
अनुज सिंह के भतीजे कुमार मनमय के आवेदन पर दुमका नगर थाना कांड संख्या 190/24 के अंतर्गत इंदिरा नगर के सीताराम मिश्रा, गोविंद कुमार, हरी और आलोक साह के खिलाफ बीएनसी की अलग अलग धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी। आरोप है कि मारपीट और हाथापाई के दौरान अनुज सिंह पर चाकू से हमला किया गया जिससे अनुज सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन फानन में अनुज सिंह को इलाज के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ से बेहतर इलाजके लिए उन्हें बाहर रेफर कर दिया गया। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मामले में पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि मामले में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जाँच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक अनुज सिंह भाजपा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। अनुज सिंह ने मीडिया को जो बयान दिया है उसमें उसने पूरी घटनाक्रम बतायी है। अनुज सिंह ने कहा कि शाम को इंदिरा नगर चौक पर राजनीतिक चर्चा हो रही थी। वहाँ सीताराम मिश्रा और अन्य लोग मौजूद थे। चर्चा के दौरान विधानसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल बीजेपी प्रत्याशियों की लिस्ट की बात उठी। अनुज के मुताबिक पूर्व सांसद सुनील सोरेन को दुमका विधानसभा सीट से टिकट मिलने पर जब चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि हमलोग सुनील सोरेन को वोट नहीं देंगे क्योंकि हमलोगों ने दीदी (डॉ लुईस मरांडी) को टिकट मिलने की उम्मीद रखी थी। इसी बात पर सीताराम मिश्रा एवं उसका पुत्र एवं अन्य लोग भड़क गए और गाली गलौच एवं मारपीट शुरू कर दी क्योंकि सीताराम मिश्रा पूर्व सांसद सुनील सोरेन के पक्ष में काम करता है। कहा कि इसी दौरान सीताराम मिश्रा का पुत्र अचानक चाकू से हमला कर दिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। अनुज सिंह ने कहा कि हमारी पहले से कोई विवाद नहीं था। इधर, मामले ने तूल पकड़ा। गुरुवार को इलाज कराने के बाद अनुज सिंह के घर पर पहुँचने पर वहाँ भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। सभी अनुज सिंह का हालचाल जानने पहुँचे हुए थे। मामले में पूर्व सांसद सुनील सोरेन से भी संपर्क किया गया। सुनील सोरेन ने कहा कि घटना की जानकारी उन्हें भी मिली है। दोनों पक्ष भाजपा के कार्यकर्ता है और दोनों के बीच आपसी लड़ाई है और दोनों पक्षों के बीच हुई लड़ाई को राजनीतिक रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग मामले को राजनीतिक रंग दे रहे है या देना चाहते है उसकी निंदा करता हूँ। कहा कि यह मेरी छवि कोई धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है और ऐसे प्रयासों कोई वो सफल होने नहीं देंगे। कहा कि टिकट किसको देना है यह पार्टी की सेंट्रल और स्टेट कमेटी तय करती है। बहरहाल, उम्मीदवारों की एक फेक और वायरल सूची पर भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए आपसी विवाद का मामला थाना तक पहुँच चुका है और पुलिस मामले की अनुसन्धान में जुटी हुई है लेकिन इस मामले से दुमका भाजपा में चल रही गुटबाजी की एक और नयी कहानी जुड़ गयी है और वो भी तब जब चुनाव का आगाज़ हो चुका है। (दुमका में राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : एसीबी की गिरफ्त में देवघर के सिविल सर्जन, 70 हजार रूपये घूस लेते गिरफ्तार, नर्सिंग होम के रिन्यूवल के नाम पर लें रहे थे घूस
दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो ने देवघर के सिविल सर्जन को घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी ने बुधवार को सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा को उनके आवास में 70 हजार रूपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। घूसखोर सिविल सर्जन को गिरफ्तार कर दुमका स्थित एसीबी कार्यालय लाया गया है जहाँ कागजी प्रक्रिया के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा।
जानकारी के मुताबिक एसीबी ने सिविल सर्जन को एक नर्सिंग होम के रिन्यूवल कराने के एवज में घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया।
सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा पर मधुपुर में बंगाल नर्सिंग होम चलाने वाले मो महफूज आलम ने घूस मांगने का आरोप लगाया था और इसकी शिकायत एसीबी से की थी। मो महफूज ने साल 2020 में बंगाल नर्सिंग होम के नाम से दस बेड की क्षमता वाले हॉस्पिटल की शुरुआत की थी। नर्सिंग होम का रिन्यूवल कराना था लेकिन निजी कारणों से मो महफूज ने रिन्यूवल का आवेदन देने में देर कर दी।
काफी दिनों के बाद जब उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वो सिविल सर्जन से मिले। सिविल सर्जन ने नर्सिंग होम के रिन्यूवल के नाम पर मो महफूज से एक लाख रूपये घूस देने की मांग की। बाद में घूस की पूरी राशि किस्त में देने पर तय हुआ। नर्सिंग होम का संचालक घूस नहीं देना चाहता था और उसने मामले की शिकायत एसीबी से की।
एसीबी ने जाँच में मामले को सही पाया। जाँच के दौरान सिविल सर्जन द्वारा घूस की राशि एक लाख से बढ़ाकर एक लाख 50 हजार तक करने की भी पुष्टि हुई। फिर एसीबी ने ट्रैप कर घूसखोर सिविल सर्जन को देवघर स्थित उनके आवास नवजीवन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से 70 हजार रूपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : दुमका में अंतिम चरण में होगा मतदान, चार विधानसभा सीटों के लिए 22 अक्टूबर से नाम निर्देशन की शुरू होगी प्रक्रिया
दुमका : झारखण्ड में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। दुमका के चार विधानसभा सीटों के लिए दूसरे चरण में 20 नवम्बर को मतदान होना है। 22 अक्टूबर को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
विधानसभा आम चुनाव को लेकर मंगलवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला निर्वाचन पदाधिकारी आंजनेयुलु दोड्डे ने कहा कि मंगलवार से निर्वाचन की घोषणा के बाद पूरे जिले में आचार संहिता लागू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे दुमका जिला अंतर्गत सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में दूसरे चरण के तहत 20 नवंबर को मतदान होना है।
प्रेस वार्ता के दौरान जिला निर्वाचनपदाधिकारी-सह-उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि 22 अक्टूबर को नाम निर्देशन की प्रक्रिया शुरू होगी। 29 अक्टूबर को नाम निर्देशन की अंतिम तिथि है। 30 अक्टूबर को नाम निर्देशन पत्रों की जांच की तिथि है जबकि एक नवंबर को नाम वापसी की तिथि है। 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना की तिथि है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि दुमका जिला अन्तर्गत चार विधान सभा क्षेत्र में कुल नौ लाख 84 हजार 646 मतदाताओं की संख्या है। जिसमें शिकारीपाड़ा के दो लाख 29 हजार 971 मतदाता, दुमका के दो लाख 59 हजार 79 मतदाता, जामा के दो लाख 24 हजार 553 मतदाता और जरमुंडी के दो लाख 71 हजार 43 मतदाता शामिल हैं। जिसमें पुरुष मतदाता चार लाख 85 हजार 951 एवं महिला वोटरों की संख्या चार लाख 98 हजार 688 तथा थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या सात है। कहा कि जिले में कुल 1157 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। साथ हीं दिव्यांग व वृद्ध मतदाताओं को पहले की तरह विभिन्न सुविधाओं मुहैया करायी जायेगी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की अधिसूचना जारी होने के बाद आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गया है। आदर्श चुनाव आचार संहिता का सख्ती से पालन किया जाएगा। आचार संहिता का उलंघन करनेवालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई होगी। साथ ही संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया कि अगले 24 घंटे में सरकारी और 48 घंटे में सार्वजनिक प्रकार बैनर व पोस्टर और होर्डिंग को हटा दिए जाए।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने मीडिया प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि चुनाव आदर्श आचार संहिता सख्ती से लागू हो इनमें मीडिया प्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि शान्तिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं दण्डाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है। उन्होंने विधानसभा आम चुनाव को लेकर मतदाताओं से भयमुक्त होकर शतप्रतिशत मतदान करने की अपील की।
उन्होने जानकारी देते हुए कहा कि विधानसभा आम चुनाव सम्पन्न कराने के दृष्टिकोण से पूर्व में हीं सभी कोषांगों का गठन कर दिया गया है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस बार शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए कई स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। साथ ही वोटर हेल्पलाइन ऐप, सी विजिल ऐप आदि की जानकारी भी आमलोगों को दी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने विधानसभा आम चुनाव की घोषणा कर दी है। इसी अधिसूचना के साथ पूरे जिले में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। सभी संबंधित अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता का उचित अनुपालन कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर असमाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने के अलावे सीमावर्ती ईलाकों में विशेष गश्ती व विशेष अभियान चलाया जायेगा, ताकि किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी विशेष निगरानी रखी जायेगी। भ्रामक और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कारवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि फ्लाइंग स्क्वॉड और स्टैटिक निगरानी दल का गठन किया गया है। ताकि शांतिपूर्ण व भयमुक्त वातावरण में लोकसभा चुनाव संपन्न कराया जा सकें।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास, चार आरोपी गिरफ्तार
दुमका : झारखण्ड के दुमका के सरैयाहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का प्रयास किया गया। पीड़िता ने गांव के ही चार लड़कों पर सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मंगलवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपियों की उम्र का सत्यापन कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
मामले में पीड़िता के मामा की शिकायत पर संबंधित थाना में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पॉस्को एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इधर पीड़िता को मेडिकल जाँच के लिए दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक बीते रविवार की देर रात माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के बाद घर के बाहर से नाबालिग बच्ची का पड़ोस में रहनेवाले चार लड़कों ने अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया। सभी आरोपी विशेष समुदाय से जुड़े हुए बताये जा रहे है।
दुमका के पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने मंगलवार को कहा कि कल सुबह हमलोगों को संज्ञान में आया कि सरैयाहाट थाना क्षेत्र में एक बच्ची द्वारा आरोप लगाया गया है कि उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया गया है। उसके आलोक में एफआईआर दर्ज किया गया। जिनलोगों का नाम उस एफआईआर में दिया गया है , उनसबो की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एसपी ने कहा कि आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की तैयारी चल रही है। आगे विधि सम्मत कारवाई की जाएगी। कहा कि कुल चार लोगों के खिलाफ एफआईआर किया गया है। चारो लोगो की निरुद्ध गिरफ्तारी की गयी है। ऐसा पता चला है कि कुछ आरोपी की उम्र कम है तो उसका सत्यापन किया जा रहा है।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : ग्राहक सेवा केंद्र से 1.08 लाख की लूट, बाइक सवार अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
दुमका : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत गांदो स्थित एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र से सोमवार को बाइक सवार तीन अपराधियों ने हथियार के बल पर 1.08 लाख रुपया लूट लिया। अपराधियों में ग्राहक सेवा केंद्र में लगा सीसीटीवी कैमरा भी उखाड़ ले गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। सीएससी के संचालक नफीस अंसारी के बयान पर तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ संबंधित थाना में मामला दर्ज किया गया।
जानकारी के मुताबिक
दोपहर को संचालक नफीस अंसारी केंद्र में कामकाज निबटा रहा था। तभी बाइक सवार तीन अपराधी अंदर आए और पिस्टल दिखाकर संचालक को कब्जे में लिया। इसके बाद अपराधियों ने लॉकर में रखा 1.08 लाख रुपया लूट लिया और सीसीटीवी उखाड़ लिया। सारा पैसा बटोरने के बाद अपराधी भाग निकले।
वारदात की सूचना मिलने पर प्रभारी थाना प्रभारी नंदन कुमार सिंह पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच की। इसके बाद अन्य जांच टीमों ने आकर साक्ष्य एकत्र किए। लूटी गई रकम जानने के लिए केंद्र का रजिस्टर खंगाला। इससे साफ हुआ कि अपराधी कितना पैसा लेकर भागे हैं। पुलिस ने अपने स्तर से अपराधियों तक पहुंचने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ। प्रभारी थानेदार ने बताया कि तीन अपराधियों ने पिस्टल जैसी चीज दिखाकर वारदात को अंजाम दिया है। 1.08 लाख की लूट हुई है। संचालक के बयान पर मामला दर्ज कर अपराधियों की पहचान का प्रयास किया जा रहा है।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Oct 30 2024, 22:58