दीपावली को लेकर राजधानी पटना में कई सड़कों के किनारे सजी दुकानें, राजस्थान के कालीन और यूपी के झूमर की जमकर हो रही खरीददारी


* डेस्क : दीपावली में अब महज तीन दिन बचे है। इधर इस पर्व को लेकर राजधानी पटना में दुकाने सज गई है। पटना की सड़कों पर लोग दीपावली के पहले पतली कालीन, सोफा सेट कुशन, टेबल क्लाथ सहित डिजाइनर दीये और घर के साज-सज्जा के समान की खूब खरीदारी कर रहे है। पटना विमेंस कॉलेज के पास, नाला रोड, चूड़ी मार्केट, न्यू मार्केट, पटनासिटी के मच्छरहट्टा आदि बाजारों में डिजाइनर दीया सहित कई तरह के साज-सज्जा के सामान बिक रहा है। पटना विमेंस कॉलेज के पास राजस्थान और उत्तर प्रदेश से हर साल आने वाले कारोबारी भी साज-सज्जा के साथ आए है। राजस्थान के दुकानदार कालीन, दीया, बंदनवार, लड़ियां और एंटीक गहनों(ऑक्सिडाइज्ड) को लेकर पटना पहुंचे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर, गोरखपुर सहित अन्य इलाकों से होम डेकोरेशन के सामानों जैसे झालर-झूमर, स्टैंड आदि लेकर वहां के कारोबारी पटना आए है। विमेंस कॉलेज के नजदीक 12 बाय 12 का राजस्थानी कालीन एक से तीन हजार रुपये में, डिजाइनर बेडसीट और दो तकिया का खोल एक हजार से 2500 रुपये में, टेबल क्लॉथ 200 से 450 रुपये, कुशन कवर (5 पीस) की कीमत साढ़े चार सौ रुपये में बिक रही है। राजस्थान से आए कालीन में कॉटन व उलेन मिक्स धागों का इस्तेमाल किया गया है। सुबह से लेकर देर शाम तक सड़कों पर मौजूद दुकानों से पटनावासी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। यूपी के दुकानदार सोनू बताते हैं कि यहां औसतन प्रति दुकानदार दो से ढाई लाख रुपये की बिक्री दीपावली से लेकर छठ के बीच होती है। लगभग सौ दुकानदार बाहर से आए है। इस लिहाज से यहां दीपावली-छठ तक दो करोड़ से ज्यादा का कारोबार संभावित है। वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के आसपास के इलाके से इस वर्ष पटना में डिजाइनर झालर(150 रुपये), झूमर(300 रुपये), स्टैंड(1400रुपये) आदि बड़ी मात्रा में आया है। बिहार म्यूजियम के सामने स्थित दुकानदार आनंद सोलंकी ने बताया कि यहां की कलाकृतियां हाथ से बनी हुई है। मशीन की कलाकृतियां यहां नहीं बिकती। यहां चिड़िया कटोरा(600 रुपये), जिराफ (2500-3000 रुपये), कछुआबैंक(200) आदि पटनावासी खरीद रहे हैं।
पटना में थाने से फरार हुआ हथकड़ी समेत आरोपी, मचा हड़कंप

डेस्क : राजधानी पटना में पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां जक्कनपुर थाने में हिरासत में लिए गए एक आरोपी हथकड़ी समेत फरार हो गया। घटना के बाद हड़कंप मचा हुआ है। फरार आरोपी की तलाश की जा रही है।

जानकारी मुताबिक, पुलिस दो आरोपियों को हिरासत में लेकर थाने लाई थी। इसी दौरान, एक नेता और विशेष शाखा के एक कर्मचारी के बीच थाने के मुंशी और अन्य पुलिसकर्मियों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी उथल-पुथल का फायदा उठाकर, हिरासत में लिया गया युवक हथकड़ी सहित पुलिस की पकड़ से छूटकर फरार हो गया।

यह घटना सामने आने के बाद थाने में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी तुरंत ही फरार आरोपी की तलाश में जुट गए, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर कैसे एक आरोपी पुलिस की इतनी बड़ी चूक से फरार हो गया? इस मामले में पुलिस की लापरवाही की जांच की जा रही है। पुलिस आरोपी की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है।

बिहार की राजनीति में नया मोड़: ईशान किशन के पिता प्रणव कुमार पांडे जेडीयू में शामिल, विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका की उम्मीद

भारतीय क्रिकेटर ईशान किशन के पिता प्रणव कुमार पांडे रविवार को बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू में शामिल हो गए. प्रणव पांडे अपने हजारों समर्थकों के साथ पटना स्थित जेडीयू प्रदेश कार्यालय में औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ली. जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने प्रवण पांडे को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. जेडीयू में शामिल होने के बाद प्रणव पांडे ने कहा कि हम पार्टी के सैनिक हैं और पार्टी के साथ काम करेंगे और पूरी निष्ठा से काम करेंगे. मेरे मन में कोई सोच नहीं है.

बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में राजनीतिक दल अपने-अपने कुनबे को बढ़ाने में जुट गए हैं. प्रणव पांडे पेशे से बिल्डर हैं. वह अपने परिवार के साथ बिहार की राजधानी पटना में रहते हैं. प्रणव पांडे भूमिहार ब्राह्मण परिवार से आते हैं.

सियासी मैदान में उतरने की अटकलें तेज

ऐसी अटकलें हैं कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार आगामी विधानसभा चुनाव में प्रणव पांडे को नवादा या फिर ओबरा विधानसभा सीट से मैदान में उतार सकते हैं. माना जा रहा है कि इसलिए पांडे को जेडीयू में शामिल किया गया है. ऐसे में अब बेटे इशान किशन क्रिकेट के तो पिता प्रणव पांडे सियासत के मैदान में बैटिंग करते हुए नजर आएंगे.

ईशान बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं

हालांकि, फिलहाल ईशान किशन बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं हैं. वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई 15 सदस्यीय भारत ए टीम का हिस्सा हैं. ऑस्ट्रेलिया जाने के साथ ही ईशान किशन की भारतीय टीम में वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं.

बिहार में फिलहाल उपचुनाव को लेकर सियासी गरमाई हुई है. 13 नवंबर को बिहार की 4 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. बिहार के चुनाव को देखते हुए उपचुनाव को काफी अहम माना जा रहा है. जिन चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उसमें रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज की सीट शामिल हैं. बिहार की राजनीति में एक तरफ एनडीए है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है.

बड़ी खबर : दिवंगत पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन के परिवार की राजद से नाराजगी हुई खत्म, पत्नी हिना और उनके बेटे ओसामा राजद में हुए शामिल

डेस्क : सीवान के दिवंगत पूर्व बाहुबली सांसद मो. शहाबुद्दीन के परिवार की राजद के साथ पिछले लंबे समय से चल रही नाराजगी खत्म हो गई है। एकबार फिर से उनके परिवार की राजद में घर वापसी हो गई है। आज रविवार को दिवंगत पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा पूरे लाव लश्कर के साथ राबड़ी आवास पहुंचे और आरजेडी की सदस्यता ग्रहण की। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने खुद उनका स्वागत किया। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने दोनों मां-बेटा को पार्टी का पट्टा पहनाकर उन्हें राजद की सदस्यता दिलाई।

इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि आज यह लोग शामिल हुए हैं इससे हमारा दल काफी मजबूत होगा। आज जो स्थिति उस स्थिति में हम लोगों को एक साथ रहना है और इसीलिए ओसामा के साथ-साथ हिना शहाब हम लोगों के साथ आई हैं। इससे सिवान के साथ-साथ पूरे बिहार में पार्टी को बहुत फायदा होगा पार्टी बहुत मजबूत होगी।

बता दें सीवान के दिवंगत पूर्व सांसद बाहुबली मो.शहाबुद्दीन का परिवार लालू प्रसाद और आरजेडी से लंबे समय से नाराज चल रहा था। शहाबुद्दीन के निधन के बाद से ही उनकी पत्नी हीना शहाब यह आरोप लगाती रहीं कि जिस आरजेडी के लिए उनके पति शहाबुद्दीन ने क्या कुछ नहीं किया लेकिन उनका निधन होते ही पार्टी ने उनके परिवार को दरकिनार कर दिया। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में हिना शहाब आरजेडी उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ मैदान में उतरी थीं, हालांकि दोनों को हार का सामना करना पड़ा था।

अब शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा की राजनीतिक एंट्री तय हो गई है। विभिन्न मामलों को लेकर विवादों में रहे पूर्व सांसद के बेटे ओसामा जेल तक का जा चुके हैं। जमीन कब्जा करने के मामले में जेल गए ओसामा हाल ही में जेल से बेल पर छूटकर बाहर आए थे।

बिहार के हवाई यात्रियों के लिए खुशखबरी, 49 जोड़ी समेत कुछ नए विमानों की उड़ाने पटना एयरपोर्ट से होगी

डेस्क : बिहार के हवाई यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। पटना एयरपोर्ट पर आने-जाने विमान यात्रियों की बढ़ती तादाद और टिकटों की मांग को देखते हुए इस ठंड के मौसम में 49 जोड़ी यानी 98 विमानों की आवाजाही होगी। दीपावली, छठ महापर्व, क्रिसमस और नए साल के मौके पर कुछ नई उड़ानें भी शुरू होंगी। कारण है कि विमानन कंपनियों ने पटना से आने-जाने वाली उड़ानों की संख्या बढ़ा दी है।

आज रविवार से पटना एयरपोर्ट पर विमानों की नई समय सारणी लागू हो जाएगी, जो अगले साल 29 मार्च तक प्रभावी होगी। नई समय सारणी के अनुसार, पटना एयरपोर्ट पर पहला विमान सुबह 7.10 बजे आएगा और आखिरी विमान रात सवा 12 बजे यहां से उड़ान भरेगा। हालांकि मौसम को देखते हुए इसमें तात्कालिक बदलाव भी संभावित है। शनिवार को पटना एयरपोर्ट से रोजाना आने-जाने वाली 49 जोड़ी उड़ानों की सूची जारी कर दी गई। 26 अक्टूबर तक पटना एयरपोर्ट से 33 जोड़ी यानी 66 विमानों की आवाजाही हुई।

विमानों की नई सूची में इंडिगो ने छह और स्पाइसजेट ने 10 जोड़ी नई फ्लाइट शुरू की है। स्पाइसजेट की इन 10 नई फ्लाइट में नौ जोड़ी फ्लाइट 15 नवंबर तक ही उपलब्ध होंगी। नए साल में पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार हो जाएगा। इसको देखते हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस ने आठ जोड़ी विमानों का स्लॉट ले लिया है, लेकिन इनके परिचालन में थोड़ी देरी है।

सूची के अनुसार, पटना से दिल्ली जाने के लिए पहली फ्लाइट इंडिगो की सुबह 8.30 बजे होगी और आखिरी उड़ान इंडिगो की ही रात 1215 बजे होगी। हालांकि एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह और जनवरी में घने कोहरे की स्थिति में इसमें बदलाव संभावित है। पटना एयरपोर्ट पर 27 अक्टूबर से पहली फ्लाइट इंडिगो की सुबह 7.10 बजे आएगी और 7.35 बजे यहां से पहली उड़ान उपलब्ध होगी। उधर, इंडिगो ने जयपुर-पटना-जयपुर के बीच एक फ्लाइट का स्लॉट 30 नवंबर से 29 मार्च तक के लिए लिया है, लेकिन अभी इसकी बुकिंग शुरू नहीं हुई है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी द्वारा बिहार में शराबबंदी को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर सत्ता पक्ष का पलटवार, जदयू ने मांगा इस बात का जबाव

डेस्क : बिहार में शराबबंदी और जहरीली शराब से मौत को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तकरार जारी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में शराब उपलब्ध हो रही है तो यह सरकार की असफलता है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने एनडीए सरकार पर सबसे अधिक शराब की दुकानें खुलवाने का आरोप लगाया है और कहा कि पंचायत तक में शराब की दुकानें खोली गई। अब शराबबंदी हुई तो जहरीली शराब से लोगों की लगातार मौत हो रही है।

इधर तेस्जवी के इस आरोप के जवाब में जदयू ने राजद पर शराब बनाने वाली कंपनियों से पैसा लेने का आरोप लगाया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधानपार्षद नीरज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा और हिमराज राम ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने चंदा के रूप में शराब कंपनियों से इलेक्ट्रॉल बान्ड के रूप में 46.64 करोड़ लिये।

पत्रकारों से बात करते हुए प्रवक्ताओं ने कहा कि तेजस्वी यादव का शराबबंदी पर अनर्गल प्रलाप महज संयोग नहीं, बल्कि एक राजनीतिक प्रयोग है। वे सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। उन्हें सामने आकर इस आरोप का जवाब देना चाहिए। वे बताएं कि आखिर उन्होंने शराब कंपनियों से करोड़ों रुपये क्यों लिये? नीरज ने कहा कि जहरीली शराब से होने वाली मौत पर राजनीतिक टीका-टिप्पणी करने से पहले नेता प्रतिपक्ष को एनसीआरबी का डाटा जरूर देख लेना चाहिए।

जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि राबड़ी देवी के शासनकाल (1999-2005) में जहरीली शराब से 456 मौत हुई। इस मामले में पूरे देश में बिहार का स्थान छठा था। इस नरसंहार की जिम्मेदारी लालू प्रसाद लेंगे, राबड़ी देवी लेंगी या तेजस्वी यादव लेंगे? यह राजद को स्पष्ट करना चाहिए। जदयू नेता ने कहा कि नीतीश सरकार में जब शराबबंदी लागू नहीं थी तो बिहार आठवें स्थान पर था। तब 367 मौत हुई थीं, लेकिन शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार 13वें स्थान पर आ गया। इस दौरान केवल 157 मौतें हुईं।

दीपावली को लेकर राजधानी पटना में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम, धनतेरस पर बाजारों में चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की तैनाती

डेस्क : धनतेरस और दीपावली पर इसबार राजधानी पटना का बाजार गुलजार नजर आ रहा है। दीवाली की खरीददारी को लेकर अभी से बाजारों में भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं धनतेरस के दिन गहना और बर्तन दुकानों पर खरीददारों की भारी भीड़ जुटेगी। इस दौरान लोगों के साथ कोई आपराधिक घटना को इसके लिए पुलिस और प्रशासन अभी से सतर्क हो गई है। बाजारों की पुख्ता सुरक्षा की योजना बना ली गई है।

धनतेरस पर बाजारों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रहेगी। खास कर जेवर की दुकानों के पास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से पुलिस पूरे बाजार पर नजर रखेगी। वहीं, स्थानीय थाने की टीम को वहां 24 घंटे गश्त के निर्देश दिए गए हैं। वरीय पुलिस अधिकारी का दावा है कि गड़बड़ी करते ही आरोपित को धर दबोचा जाएगा। धनतेरस पर सुरक्षा को लेकर स्थानीय थाना पुलिस लगातार व्यापारियों के साथ बैठक कर रही है। कारोबारियों को अपने स्तर पर प्रतिष्ठान की सुरक्षा के प्रबंध करने को कहा गया है।

बाजार और सड़कों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनाती की जाएगी। ऐसी व्यवस्था की गई है कि बाजार में मौजूद सभी लोग पुलिस की निगरानी में रहेंगे। पुलिस अधिकारी सीसीटीवी कैमरे के द्वारा बाजार पर नजर रखेंगे। वहीं, भीड़भाड़ वाले इलाके में ड्रोन की मदद ली जाएगी। इस दौरान थाने की पुलिस इलाके में पूरी तरह सक्रिय रहेगी ही, वरीय अधिकारी धूम-घूम कर स्थिति का जायजा लेते रहेंगे।

गहने की दुकानों पर भीड़भाड़ के कारण कोई अव्यवस्था ना हो इसके लिए कारोबारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।

धनतेरस और दीपावली पर राजधानी पटना का बाजार गुलजार, हल्के आभूषण की बढ़ी भारी डिमांड

डेस्क : धनतेरस और दीपावली पर इसबार राजधानी पटना का बाजार गुलजार नजर आ रहा है। त्योहारको लेकर पटना का सर्राफा बाजार तैयार हो रहा है। बाकरगंज, बोरिंग रोड, जगदेव पथ, अशोक राजपथ आदि इलाकों में ब्रांडेंड और गैर ब्रांडेंड सोना-चांदी की दुकानों में तैयारियां जोरों से चल रही है। ग्राहकों की पसंद पर उतरने के लिए सोना, चांदी, हीरे और प्लेटिनम आभूषणों के नए-नए रेंज और कलेक्शन मंगाया गया है।

इस बार धनतेरस-दीपावली में लाइट वेट (हल्के वजन की) ज्वेलरी की काफी मांग है। इसे देखते हुए बाजार में लाइटवेट कलेक्शन का बड़ा रेंज विभिन्न ब्रांडेंड और नन-ब्रांडेंड सर्राफा शोरूम द्वारा उतारा गया है। लाइटवेट में एंटीक आभूषणों की भी काफी मांग दिख रही है। चेन, झूमका आदि आभूषण 2 ग्राम के रेंज में और वेडिंग सेट 50 ग्राम से शुरू हो रहा है। हीरे के आभूषणों में लाइटवेट सिंगल हीरा, इयर रिंग, नोजल पिन, लॉकेट आदि बाजार में उतारे गए है।

बाजार में नए कलेक्शन और आकर्षक ऑफर, स्पेशल छूट का लाभ उठाने सोने-चांदी के शोरूम में ग्राहक पहुंचने लगे हैं। सोने, चांदी और हीरे के आभूषणों की एडवांस बुकिंग पन्द्रह दिन पहले से ही शुरू हो गई है। धनतेरस में सर्राफा बाजार में रहने वाली भीड़-भाड़ और अंतिम समय की हड़बड़ाहट से बचने के लिए ग्राहर अपने गहनों को पसंद कर उसे बुक करा रहे है। पसंद किए गए आभूषणों की डिलीवरी धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त पर ली जाएगी। बाजार से जुड़े जानकारों की माने तो अब तक 15 से बीस करोड़ रुपये तक के आभूषणों की बुकिंग धनतेरस-दीपावली पर हो चुकी है। जानकारों की माने तो इस वर्ष धनतेरस-दीपावली पर सर्राफा कारोबार 400 करोड़ रुपये से ज्यादा का होने की उम्मीद है।

सबसे बड़ी बात यह है कि ब्रांडेंड और नॉन ब्रांडेड सर्राफा शो-रूम में ग्राहकों को लुभाने के लिए कई तरह के ऑफर दिए जा रहे है। इनमें सोने-चांदी के आभूषणों पर बनवाई शुल्क जीरो प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक की छूट का ऑफर दिया जा रहा है। कही हीरे के कुल कीमत में 20 प्रतिशत तक की छूट का ऑफर दिया जा रहा है। कुछ शोरूम ऑफर के अलावा निश्चित उपहार देने की पेशकश कर रहे है।

बाजार में सौ मिलीग्राम से लेकर सौ ग्राम तक तक के सिक्के भी ग्राहकों के लिए उतारे गए है। कई शोरूम में हीरा के आभूषणों की बनवाई शुल्क को शून्य किया गया है।

नेपाल से आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए बिहार में बनेगा नया बैराज, केंद्र की हरी झंडी

डेस्क: इस वर्ष नेपाल में हुई भारी बारिश के बाद बिहार में बाढ़ की भयावह हुई स्थिति को देखते हुए भीमनगर की तर्ज पर बिहार सीमा में एक और बैराज का निर्माण होगा। नेपाल के पहाड़ों से बिहार में प्रवेश करने वाली नदियों के उफान पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरु की है। 

बिहार सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने भी सहमति दे दी और अब इसके आकार व कार्ययोजना पर कार्य आरंभ कराया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को बिहार सरकार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने दी।

जिला कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति, मुख्यमंत्री सेतु योजना समिति व शहरी विकास योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री के रुप में भाग लेने पहुंचे विजय चौधरी ने कहा कि इस बार 72 घंटें में नेपाल में हुई रिकार्ड बारिश ने बाढ़ नियंत्रण की यहां की तैयारी को निश्चित रुप से ध्वस्त कर दिया।

उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी आपदा थी, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। देश में आपदा प्रबंधन में नंबर वन बिहार की सरकार ने पीड़ितों की मदद के लिए पूरी ताकत झोंक दी। पीड़ितों को आरंभिक सहायता भी मुख्यमंत्री द्वारा तत्परता से दिया गया।

उन्होंने कहा कि नेपाल से आने वाली दर्जनों नदियों ने यहां के बांध को भी लांघ दिया। बैराज के उपर से पानी बहने लगा। यह आने वाले समय के लिए पुख्ता तैयारी करने का संकेत है।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाढ़ से स्थायी निदान के लिए बिहार सरकार 2004 से ही प्रयासरत है। नेपाल सरकार के साथ-साथ केंद्र व राज्य सरकार की संयुक्त बैठक भी कई बार हुई है। नेपाल क्षेत्र में एक बड़े डैम व फिर बैराज से पानी पर नियंत्रण की बात तकनीकी विशेषज्ञों ने भी माना।

उन्होंने बताया कि नेपाल ने इसकी आरंभिक सहमति भी दी, लेकिन वहां के नागरिकाें के उग्र आंदोलन के कारण नेपाल सरकार पीछे हट रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने अब बिहार सीमा में ही भीमनगर से आगे एक बैराज निर्माण का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि बैराज निर्माण से पानी का स्टोरेज दो जगहों पर हो सकेगा और तबाही की संभावना कम रहेगी। इस मौके पर पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, पूर्व विधायक सबा जफर, जदयू जिलाध्यक्ष प्रकाश पटेल, मंत्री के ओएसडी ब्रजेश कुमार विकल आदि मौजूद थे।

लोक गायिका शारदा सिन्हा को तबीयत बिगड़ी, एम्स दिल्ली के ICU वार्ड में कराया गया भर्ती

डेस्क : बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया है। एम्स सूत्रों ने बताया कि फिलहाल उन्हें ICU में रखा गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। हालांकि, आज सुबह उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई।

बता दें कि हाल ही में उनके पति ब्रज किशोर का 80 वर्ष की उम्र में ब्रेन हैमरेज से निधन हुआ था। इसी साल शारदा और उनके पति ब्रज किशोर ने अपनी शादी की 54वीं सालगिरह मनाई थी। शारदा सिन्हा की उम्र 72 साल है।

शारदा सिन्हा बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका हैं। उन्होंने 1980 में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी। शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों के लिए जानी जाती हैं।

वह अपने छठ गानों को लेकर बिहार में काफी प्रसिद्ध हैं। अबतक उन्होंने 62 से अधिक छठ के गानों को आवाज दे चुकी हैं। संगीत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए शारदा सिन्हा 1991 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। वहीं, 2018 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।