पाकिस्तान से पंजाब में नशे की बड़ी खेप पहुंची, पुलिस ने 105 किलो हेरोइन और 31.93 किलो कैफीन एनहाइड्रस किया बरामद

पाकिस्तान बॉर्डर के जरिए नशे की बड़ी खेप पंजाब पहुंच चुकी है. पंजाब पुलिस ने इस खेप में से 105 किलो हेरोइन और 31.93 किलो कैफीन एनहाइड्रस के अलावा 17 किलो डीएमआर बरामद की है. वहीं बाकी माल की बरामदगी के लिए पुलिस ने दबिश तेज कर दी है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव के मुताबिक कैफीन एनहाइड्रस और डीएमआर का इस्तेमाल हेरोइन की मात्रा और तीव्रता को चार गुना बढ़ाने के लिए किया जाता है.उन्होंने दावा किया है कि इस खेप को भारत में सप्लाई करने के पीछे तुर्की-आधारित ड्रग्स तस्कर नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर का हाथ हो सकता है.

डीजीपी ने बताया कि इस समय राज्य में नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में अमृतसर पुलिस टीम को इस खेप की सूचना मिली. उन्होंने बताया कि इस सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर राज्य में आई अब तक की सबसे बड़ी खेप बरामद की है. पुलिस ने इस खेप के साथ ड्रग्स तस्कर नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर के दो सहयोगियों को भी अरेस्ट किया है. पुलिस ने इनके पास से पांच विदेशी पिस्टल और एक देशी पिस्टल भी बरामद किया है. पकड़े गए तस्करों की पहचान बाबा बकाला अमृतसर निवासी नवजोत सिंह और कपूरथला के काला संघिया निवासी लवप्रीत कुमार के रूप में हुई है.

कैफीन एनहाइड्रस और डेक्स्ट्रोमेथॉर्फन भी बरामद

डीजीपी के मुताबिक इन दोनों ड्रग्स तस्करों की तलाशी के दौरान इनके कब्जे से 31.93 किलो कैफीन एनहाइड्रस और 17 किलो डेक्स्ट्रोमेथॉर्फ़न (डीएमआर) के अलावा कई अन्य प्रतिबंधित दवाएं भी बरामद की गई हैं. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि हेरोइन की मात्रा और तीव्रता को चार गुना तक बढ़ाने के लिए इन प्रतिबंधित दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार इन दवाओं की मात्रा ज्यादा होने पर जान भी चली जाती है. डीजीपी के मुताबिक प्रदेश भर में नशे के कारोबार पर प्रभावी रोकथाम की कोशिश हो रही है.

इंटेलिजेंस को मिला था इनपुट

इसके लिए काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) को लगाया गया है. शनिवार को सीआई की अमृतसर यूनिट को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान में बैठे नवप्रीत सिंह उर्फ नव भुल्लर ने अपने साथियों के जरिए नशे की बड़ी खेप को बॉडर पार करा दिया है.इस इनपुट पर हरकत में आए सीआई की टीम ने लोकल पुलिस की मदद लेकर कोलोनी लेडी रोड, बाबा बकाला स्थित एक किराए के मकान में दबिश दी.

रूट चेन जांचने में जुटी पुलिस

डीएसपी सीआई अमृतसर बलबीर सिंह की निगरानी में हुई इस दबिश के दौरान दोनों आरोपियों नवजोत सिंह और लवप्रीत कुमार को अरेस्ट किया गया. पुलिस ने इनकी फॉक्सवैगन वर्टस कार को भी जब्त किया है. पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ के बाद नशे के इस खेप की रूट चेन जांचने में जुट गई है. पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि किस माध्यम से इतनी बड़ी खेप सीमा पार पहुंची और यहां से इस खेप को कहां सप्लाई किया जाना था.

न्यायिक सेवा में बड़ा बदलाव: दिल्ली हाईकोर्ट ने 256 जजों का किया तबादला , नई तैनाती की घोषणा"

दिल्ली हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में न्यायपालिका की उच्च और निचली अदालतों के 256 जजों का तबादला कर दिया है. दिल्ली न्यायिक सेवा में 233 और दिल्ली उच्चतर न्यायिक सेवा में 23 न्यायिक अधिकारियों को नई पोस्टिंग दी है. इसमें पूर्व बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख रहे बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ केस की सुनावई करने वाले जस्टिस भी शामिल हैं.

दिल्ली हाईकोर्ट ने जजों के तबादले

को लेकर 25 अक्टूबर को दो अलग-अलग अधिसूचना जारी की थी. ट्रांसफर के अलावा, इन नियुक्तियों में प्रशिक्षण पूरा होने पर विभिन्न जिलों में लगभग 70 न्यायिक अधिकारियों को तैनात करना भी शामिल है. अधिसूचना में कहा गया, ‘चीफ जस्टिस और इस कोर्ट के जजों ने तत्काल प्रभाव से दिल्ली न्यायिक सेवा में पोस्टिंग और ट्रांसफर किया है.

जितेंद्र सिंह राउज एवेन्यू कोर्ट के होंगे स्पेशल जस्टिस

दिल्ली हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने शुक्रवार को उच्चतर न्यायिक सेवा के लिए भी इसी तरह की अधिसूचना जारी की. सूची के मुताबिक, एडिशनल सेशन जज जितेंद्र सिंह को स्पेशल जस्टिस के तौर पर राउज एवेन्यू में ट्रांसफर किया गया है. विशेष न्यायाधीश राकेश स्याल के सेवानिवृत्त होने के बाद यह अदालत खाली थी.

जस्टिस राकेश स्याल विधयकों के खिलाफ मामले की सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट चलाते थे. इसमें दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान के खिलाफ मामला शामिल था. इस कोर्ट में सिख दंगे से जुड़ी कांग्रेस नेता जगदीश टाईटलर का भी मामला था.

गोमती मनोचा पटियाला हाउस अदालत में ट्रांसफर

वहीं, पटियाला हाउस अदालत की विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो) छवि कपूर को स्पेशल जस्टिस के तौर पर राउज एवेन्यू अदालत में ट्रांस्फर किया गया है. पटियाला हाउस अदालत पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पॉक्सो मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा दायर रद्दीकरण रिपोर्ट पर सुनवाई कर रही है. अतिरिक्त सत्र के जज गोमती मनोचा ने विशेष न्यायाधीश छवि कपूर की जगह ली है. पूर्व भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ महिला पहलवानों की केस भी इसी अदालत में है.

मिथुन चक्रवर्ती का ममता बनर्जी को चैलेंज: भाजपा में एक करोड़ सदस्य बनाने का आह्वान, 2026 में सरकार बनाने का वादा

भाजपा नेता सह अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने रविवार को एक करोड़ सदस्यता बनाने का आह्वान करते हुए ममता बनर्जी को चैलेंज दिया. उन्होंने कहा कि एक लीडर कहता है कि हम 70 फीसदी मुस्लिम हैं, 30 परसेंट हिंदू हैं. हम इनको काटकर भागीरथी में फेंक देंगे. हमने सोचा सीएम कुछ तो बोलेंगी, लेकिन नहीं बोलीं.

उन्होंने कहा कि मैं कहता हूं तुमको काटकर तुम्हारी ही जमीन पर फेंकेगे. भागीरथी हमारी मां हैं. इसीलिए बार-बार कह रहा हूं. हम कुछ भी करेंगे. हमको पैसा लेने वाला कार्यकर्ता नहीं चाहिए. अगर आप हमारे झाड़ का एक फल तोड़ोगे, तो हम आपके झाड़ का 4 फल तोड़ेंगे. ये 28 साल का मिथुन बोल रहा है. हमने खून की राजनीति की है, हमें सब पता है.

उन्होंने कहा कि ये हमको मारेंगे, हिंदू वोटर्स को वोट नहीं देने देंगे. अगर वो हमारे हिंदू वोटर्स को वोट नहीं देने देंगे. तो अगले साल उनके वोटर्स वोट नहीं दे पाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं होम मिनिस्टर के सामने बोल रहा हूं. कुछ भी, कुछ भी मतलब कुछ भी. कुछ भी के अंदर बहुत संदेश छुपा है.

एक करोड़ सदस्य बनाने का किया आह्वान

मिथुन चक्रवर्ती ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने ये बातें कहीं. सरकारी कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा, वह उस दिन साल्ट लेक में भाजपा के सदस्यता अभियान में भी शामिल हुए.

2026 के विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा लक्ष्य 1 करोड़ सदस्य जुटाने का है. मिथुन चक्रवर्ती को हाल ही में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘दादा साहब फाल्के’ पुरस्कार से सम्मानित किया था. सभा में मिथुन चक्रवर्ती को खास बधाई दी गई.

उन्होंने कहा, “कई लोगों ने कहा, मैं आगे आऊंगा. इससे पहले मैंने 37 दिनों तक चीनी और गुड़ खाकर प्रचार किया था. लेकिन नतीजे से मैं बहुत दुखी हूं. सुकांत दा कहते हैं कि अगर हमें 3 फीसदी वोट मिले तो हम जीत जाएंगे. मुझे एक चाहिए आपसे वादा है।.तभी मैं आगे आऊंगा. क्या हम 1 करोड़ सदस्य बना सकते हैं? फिर मैंने वादा किया, 2026 में हमारे पास मसनद होगा, हम इसके लिए सब कुछ कर सकते हैं.

महीने में 20 दिनों तक करेंगे पार्टी के लिए काम

मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि वह नवंबर से महीने के 20 दिन पार्टी के लिए रखेंगे. अपने काम के लिए 10 दिन रखें. मिथुन चक्रवर्ती का दावा है कि अगर वह काम नहीं करेंगे तो उन्हें खाना नहीं मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि वह मार्च से राज्य में एक जिले से दूसरे जिले, गांव से गांव तक यात्रा करेंगे. उन्होंने कहा, “अगर हमारे पास 1 करोड़ सदस्य हैं, तो 2026 में हमारी सरकार होगी.

मध्य प्रदेश: राम मंदिर परिसर में तीन मुस्लिम भाइयों ने जबरन नमाज पढ़ी, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का केस दर्ज"

मध्य प्रदेश के राम मंदिर परिसर में तीन मुस्लिम शख्स घुस गए. रोकने के बाद भी उन्होंने मंदिर परिसर में जबरन नमाज पढ़ी. यह मामला शाजापुर जिले के गुलाना का है, जहां बाबू खां, रुस्तम खां और अकबर खां नाम के तीन भाइयों ने मंदिर परिसर में जाकर नमाज अदा की. पुजारी के मुताबिक, तीन भाई शाम को करीब 5 बजे मंदिर परिसर में आए.

वहां पर उन्होंने मंदिर परिसर में रखे हुए मटके के पानी से बकायदा पैर धुले, उसके बाद वहीं बैठकर नमाज पढ़ने लगे. उन्हें ऐसा करते देख मंदिर के पुजारी ने रोकने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने. मंदिर के पुजारी ने तीनों भाइयों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

धार्मिक भावनाओं पर ठेस पहुंचाने का केस दर्ज

किलोदा गांव के राम मंदिर परिसर में तीन मुस्लिम भाइयों के नमाज पढ़े जाने के मामले में पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को लेकर ठेस पहुंचाने का केस दर्ज किया है. राम मंदिर परिसर में बाबू खां, रुस्तम खां और अकबर खां ने जबरन घुसकर नमाज पढ़ी. थाना प्रभारी जनक सिंह रावत के मुताबिक, तीनों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कर लिया गया है.

गांव में मचा हंगामा

मंदिर परिसर में तीन मुस्लिम भाइयों के नमाज पढ़ने की सूचना जब गांववालों तक पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया. साथ ही सभी ने इसका विरोध किया और इस मामले को लेकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया. गांव के लोगों ने मंदिर में नमाज पढ़े जाने के लिए बहुत सारी तीखी प्रतिक्रियाएं दीं, जिसके बाद मंदिर के पुजारी ने तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया.

पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. आखिर मंदिर के अंदर जबरन घुसकर नमाज पढ़ने के पीछे तीनों मुस्लिम भाइयों को उद्देश्य क्या था? प्राथमिक जांच के मुताबिक, यह मामला हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए इस तरह का काम किया गया है.

डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड: पीएम मोदी ने बताए सुरक्षा के तीन चरण, जानें कैसे बचें"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 115 वीं बार मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड को लेकर अहम जानकारी दी और लोगों को जागरूक किया. पीएम ने कार्यक्रम में एक वीडियो दिखाई जहां एक व्यक्ति पुलिस के कपड़े पहन कर दूसरे व्यक्ति से पूछताछ कर रहा है और आधार कार्ड दिखाने की मांग कर रहा है.

डिजिटल अरेस्ट को लेकर पीएम मोदी ने कहा, हर उम्र हर वर्ग के लोग डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो रहे हैं. लोगों ने डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपए गंवा दिए हैं. पीएम मोदी ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा, कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल आए तो आपको डरना नहीं है. आपको पता होना चाहिए की कोई भी जांच एजेंसी, फोन कॉल या वीडियो कॉल पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती.

डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण

पीएम मोदी ने बताया कि जब कभी भी आपको ऐसा कोई डिजिटल अरेस्ट के लिए फ्रॉड कॉल आता है तो आपको सबसे पहले घबराना नहीं है. पीएम मोदी ने साथ ही डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण बताए.

1,रुको

2,सोचो

3,एक्शन लो

पीएम ने कहा ऐसा कुछ हो तो शांत रहना चाहिए, जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें, संभव हो तो स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग जरूर करें. दूसरा चरण है सोचो. पीएम ने कहा आपको सोचना चाहिए कि कोई भी एजेंसी फोन पर ऐसी धमकी नहीं देती है, न ही वीडियो कॉल पर पूछताछ करती है, न ही ऐसे पैसे की मांग करती है. अगर डर लगे तो समझिए कुछ गड़बड़ है.

आखिरी और सबसे अहम तीसरे चरण की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, तीसरा चरण है एक्शन लो. राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 डायल करें. साथ ही साइबर क्राइम की वेबसाइट पर रिपोर्ट करें. परिवार और पुलिस को सूचित करें.

कैसे करें शिकायत?

पीएम ने कहा ऐसा फ्रॉड करने वाले हजारों वीडियो आईडी को ब्लॉक किया गया है. लाखों सिम कार्ड, बैंक अकाउंट को भी ब्लॉक किया गया है. पीएम ने कहा, एजेंसी अपना काम कर रही हैं, लेकिन डिजिटल अरेस्ट के नाम पर हो रहे स्कैम से बचने के लिए बहुत जरूरी है हर नागरिक की जागरूकता. आप इस चुनौती के मुकाबले के लिए हैशटैग के साथ आपके साथ जो स्कैम हुआ उसको सोशल मीडिया पर शेयर करें और ज्यादा से ज्याद लोगों को जागरूक करें.

रायपुर में एसी ब्लास्ट: भाजपा नेता के भाई समेत दो लोगों की दर्दनाक मौत

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एसी फटने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है. ब्लास्ट इतना ज्यादा भयानक था कि घर की खिड़की के कांच तक टूट गए. वहीं, मरने वालों में भाजपा नेता का भाई भी शामिल है. बताया जा रहा है कि दोनों लोगों की मौत एसी ब्लास्ट के बाद कमरे में धुआं भरने की वजह से हुई है. घटना की जानकारी होते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंच कर रहात वचाव के कार्य में जुट गई.

रायपुर के देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र से एक बड़ा हादसा सामने आया है. यहां AC ब्लास्ट होने से दो लोगों की मौत हो गई है. एसी ब्लास्ट इतना ज्यादा तेज था कि घर में मौजूद सभी चीजें चकनाचूर हो गई. साथ ही खिड़की के कांच भी टूट गए. एसी ब्लास्ट में भाजपा नेता के भाई आरिफ समेत दो लोगों की मौत हो गई है. AC ब्लास्ट होते ही आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं घटना के बाद स्थानीय लोगों ने AC ब्लास्ट की जानकारी पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम को दी.

भाजपा नेता के भाई की मौत

घटना की जानकारी होते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की टीमें आनन-फानन में मौके पर पहुंची और राहत बचाव के कार्य में जुट गई. फायर बिग्रेड की टीम ने रेस्क्यू कर कमरे में मौजूद बाकी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और इलाज के लिए तुरंत अस्पताल भेज दिया. वहीं इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है. जिनकी पहचान आरिफ मंजूर खान (48) और मशरत खान (26) के रूप में हुई है. दोनों लोगों की मौत एसी फटने के बाद कमरे में धुंआ भरने की वजह से हुई है.

इवेंट का काम करता था आरिफ

मृतक आरिफ के बड़े भाई मखमूर खान छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता है. उनके पास अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी है. मृतक आरिफ इवेंट ऑर्गेनाइज कराने का काम करते थे. उन्होंने रायपुर सहित कई जिलों में फैशन शो जैसे कार्यक्रम आयोजित करवाए थे.

राजेंद्र पाटनी के बेटे ज्ञायक पाटनी ने छोड़ा बीजेपी का साथ, एनसीपी में हुए शामिल

दिवगंत बीजेपी विधायक राजेंद्र पाटनी के बेटे ज्ञायक पाटनी एनसीपी (शरद पवार) में शामिल हो गए हैं. ज्ञायक पाटना आगामी विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे. वाशिम जिले से ताल्लुक रखने वाले पाटनी परिवार ने आनन फानन मुंबई पहुंचकर शरद पवार से मुलाकात की और एनसीपी (शरद गुट) जॉइन कर लिया. इस दौरान शरद पवार और जयंत पाटिल ने उनका स्वागत किया.

कारंजा विधानसभा में महाविकास अघाड़ी और महायुति का गणित अब 360 डिग्री के कोण में बदल गया है. दिवंगत विधायक राजेंद्र पाटनी के बेटे ज्ञायक पाटनी, जो बीजेपी से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, उन्होंने कमल का साथ छोड़कर एनसीपी (शरद पवार) का दामन थाम लिया है. शनिवार को मुंबई में शरद पवार की मौजूदगी में वह एनसीपी में शामिल हो गए.

कारंजा सीट से लड़ना चाहते थे चुनाव

दरअसल ज्ञायक पाटनी दिवंगत बीजेपी विधायक राजेंद्र पाटनी के बेटे हैं. राजेंद्र पाटनी के निधन के बाद वह बीजेपी से कारंजा सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे. राजेंद्र पाटनी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते थे. उनके निधन के बाद ज्ञायक पाटनी को फडणवीस ने ताकत दी और विधानसभा के लिए तैयार होने को कहा. देवेंद्र फडणवीस ने सोचा कि ज्ञायक को उनके पिता की मृत्यु के बाद सहानुभूति मिलनी चाहिए.

बीजेपी ने नहीं दिया टिकट

लेकिन चुनाव की घोषणा होने के बाद पाटनी को अचानक इंतजार करने के लिए कहा गया और बीजेपी उनकी जगह एनसीपी से आए साई दहाके को मैदान में उतारने की तैयारी कर ली. वहीं बीजेपी से उम्मीदवारी नहीं मिलने से नाराज ज्ञायक पाटनी ने कार्यकर्ताओं की बैठक ली. इस दौरान देखा गया कि उनके कार्यकर्ता काफी आक्रामक हो गये. इस बैठक में कार्यकर्ताओं ने पाटनी से जिद की कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए.

मनमाने ढंग से काम करने का आरोप

इसके बाद पाटनी ने शरद पवार, सुप्रिया सुले और अन्य प्रमुख नेताओं से मुलाकात के बाद एनसीपी में शामिल होने का फैसला किया. उन्होंने बीजेपी पर बिना किसी का विचार किए मनमाने ढंग से काम करने का आरोप लगाया है. जयंत पाटिल ने पाटनी का पार्टी में स्वागत किया और कहा कि यह निर्वाचन क्षेत्र हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.

शरद पवार ने भी की तारीफ

वहीं शरद पवार ने भी दिवंगत विधायक राजेंद्र पाटनी के काम की सराहना की और ज्ञायक पाटनी को शुभकामनाएं दीं. साथ ही महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने भी अपना काम करने का अनुरोध किया है. कारंजा निर्वाचन क्षेत्र में अचानक हुए फेरबदल से कार्यकर्ता और मतदाता भी असमंजस में हैं और चुनाव में इसका परिणाम देखना महत्वपूर्ण होगा.

आपकी एक गलती से WhatsApp अकाउंट हो सकता है बैन ,इन गलतियों को करने से बचें, ऐसे करे रिकवर

WhatsApp चलाते वक्त एक छोटी सी गलती आपका अकाउंट तक बैन करवा सकती है. प्लेटफॉर्म पर यूजर्स सेफ महसूस करें इसलिए कंपनी हर महीने लाखों अकाउंट्स के लिए खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें बैन कर देती है. व्हॉट्सऐप अकाउंट्स यूं ही बैन नहीं किए जाते, यूजर्स कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिस वजह से कंपनी को ये सख्त कदम उठाना पड़ता है. व्हॉट्सऐप ने अपनी आधिकारिक साइट पर FAQ सेक्शन में इस बात को स्पष्ट किया हुआ है कि कंपनी यूजर्स के अकाउंट पर क्यों ‘ताला’ लगा देती है.

इन गलतियों को करने से बचें

अगर आप व्हॉट्सऐप पर किसी यूजर को बिना उनकी परमिशन में जोड़ते हैं, अनजान लोगों को व्हॉट्सऐप पर मैसेज करते हैं, फॉरवर्ड या फिर प्रमोशनल मैसेज को लोगों के साथ शेयर करते हैं. यही नहीं, अगर आप कंपनी के बनाए नियमों को तोड़ते हैं तो भी आप बैन हो सकते हैं. व्हॉट्सऐप के जरिए अगर कोई व्यक्ति समाज में नफरत फैलाने वाला का काम करता है या फिर अश्लील कंटेंट को शेयर करता है तो भी अकाउंट को बैन किया जा सकता है.

ऐसे होगा अकाउंट रिकवर

कई बार लोगों को ऐसा लगता है कि व्हॉट्सऐप ने गलती से उनका अकाउंट बैन कर दिया है, अगर आपका भी अकाउंट बैन हो गया है और आपको भी ऐसा लगता है तो आइए जानते हैं कि आपको क्या करना होगा.

https://www.whatsapp.com/contact/?subject=messenger पर जाएं और मैसेज में अपनी बात लिखकर कंपनी को रिक्वेस्ट भेज दें.

ध्यान दें कि रिक्वेस्ट को सबमिट करने से पहले ईमेल, मोबाइल नंबर, व्हॉट्सऐप यूज करने का तरीका (आईफोन, वेब, एंड्रॉयड या डेस्कटॉप) और अपना मैसेज लिखना होगा. कंपनी को रिकेस्ट मिलने के बाद आपके शिकायत को रिव्यू किया जाएगा, अगर कंपनी को लगा वाकई गलती से अकाउंट बैन हुआ है तो कंपनी आपका अकाउंट अनलॉक कर देगी.

दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी: पुलिस ने IGI एयरपोर्ट पर बम की धमकी के मामले में एक शख्स को किया गिरफ्तार

पिछले कुछ दिनों से लगातार देश में अलग-अलग एयरलाइन कंपनियों के विमानों को बम की धमकी मिल रही है, जिससे करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है. इस बीच दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने IGI एयरपोर्ट पर बम की धमकी के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि शख्स का नाम शुभम उपाध्याय है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने टेलीविजन पर इसी तरह की खबरें देखने के बाद महज अटेंशन पाने के लिए सोशल मीडिया के जरिए एयरपोर्ट पर बम होने की धमकी दी थी.

दरअसल 25/26 अक्टूबर की देर रात में सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए से IGI एयरपोर्ट पर दो संदिग्ध और बम की धमकी वाले msg मिले थे. जिससे हड़कंप मच गया था. इस मामले में पुलिस ने एसयूए एससीए अधिनियम 1982 और 351(4) बीएनएस की धारा 3(1)(डी) के तहत मामला दर्ज किया गया और तफ्तीश शुरू की थी.

धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार

इस दौरान सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया था, लेकिन बम की धमकी होक्स निकली थी, एक बार फिर से गलत साबित हुई.वहीं जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ये मैसेज राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर में रहने वाले शख्स ने भेजे हैं, जिसका नाम शुभम उपाध्याय है. इसके बाद पुलिस ने बिना देर किए मैनुअल इंटेलिजेंस और टेक्निकल इंटेलिजेंस की मदद से 25 वर्षीय आरोपी शुभम को धरदबोचा.

अटेंशन पाने के लिए दी थी धमकी

आरोपी शुभम से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि टीवी पर इसी तरह की खबरें देखने के बाद सिर्फ अटेंशन पाने के लिए उसने सोशल मीडिया के जरिए एयरपोर्ट पर बम होने की धमकी दी थी. मामले की जांच जारी है. वहीं पुलिस का कहना है कि हम जनता को आश्वस्त करते हैं कि सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय मौजूद हैं, और चिंता की कोई बात नहीं है. पुलिस ने सभी को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना अधिकारियों को देने का आग्रह किया है.लगातार मिल रही इन फर्जी बम की धमकियों से एयरलाइन कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है साथ ही यात्रियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सरकार इस मामले में सख्त कदम उठाने की बात कर रही है.

नीतीश कुमार ने बख्तियारपुर काली मंदिर का किया उद्घाटन, मंदिर में पूजा – अर्चना कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना जिला के बख्तियारपुर स्थित काली मंदिर (महारानी स्थान) के जीर्णोद्धार और सौन्दर्यीकरण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया.

उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने काली मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की. मुख्यमंत्री नीतीश ने इसके बाद राधे कृष्ण मंदिर में भी पूजा अर्चना की.

जानकारी के मुताबिक इस प्रसिद्ध काली मंदिर की स्थापना करीब दो सौ वर्ष पहले हुई थी. मंदिर का पौराणिक नाम महारानी स्थान, बख्तियारपुर है. मंदिर में काली मां की मूर्ति के साथ-साथ मां दुर्गा के नौ रूपों की मूर्ति स्थापित है. साथ ही अन्य देवी देवताओं की मूर्ति भी एक ही मंदिर में स्थापित है. यह पटना रेलवे स्टेशन से करीब 45 किलोमीटर दूरी पर स्थित है.

मंदिर में स्थानीय लोगों का योगदान

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं द्वारा करीब दो वर्ष में इस पौराणिक मंदिर का जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण कार्य कराया गया है. इसके तहत मंदिर की संरचना का मजबूतीकरण, पत्थर एवं टाईल्स का कार्य, गेट का निर्माण, पेंटिंग, लाईटिंग इत्यादि कार्य कराए गए हैं. बख्तियारपुर पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है. इस जगह का नाम कुतुबुद्दीन बख्तियार के नाम पर रखा गया है. वो चिश्ती संप्रदाय के एक सूफी संत थे.

सीएम ने आम लोगों से भी की बात

इसके बाद मुख्यमंत्री ने बख्तियारपुर काली मंदिर से सटे राधा-कृष्ण मंदिर में भी पूजा-अर्चना की. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को भी सुने तथा इसके निराकरण के लिए वरीय अधिकारियों को निर्देश भी दिए. बख्तियारपुर से सीएम नीतीश कुमार को विशेष लगाव रहता है. इस मौके पर तमाम नेता और वरीय अधिकारी उपस्थित थे.