मुख्यमंत्री ने वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' के मुहूर्त-शॉट का दिया क्लैप

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ में शूट होने वाली वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की टीम ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दौरान वेब सीरीज ग्राम-चिकित्सालय के मुहूर्त-शॉट का क्लैप दिया। मुख्यमंत्री को टीम ने बताया कि उनका पिछला प्रोजेक्ट प्रसिद्ध 'पंचायत' सीरीज था, जिसे बहुत सराहना मिली। अब वे वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' शूट करने जा रहे हैं। इसकी शूटिंग छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में होगी। मुख्यमंत्री ने उनका छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

'पंचायत' टीम को भायी छत्तीसगढ़ की लोकेशंस

मुख्यमंत्री को वेब सीरीज की टीम ने बताया कि अभी तक उनके 'पंचायत' सहित अन्य प्रोजेक्ट्स की ज़्यादातर शूटिंग मध्यप्रदेश में हुई है। मगर इस बार वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की कहानी के लिए जैसी लोकेशंस ढूंढी जा रही थीं उसकी तलाश छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में जाकर खत्म हुई। पूरा छत्तीसगढ़ ही बहुत सुंदर है। यहां सिनेमेटिक ब्यूटी बिखरी हुई है। हमें उम्मीद है कि यहां फिल्माई जा रही यह वेब सीरीज भी 'पंचायत' की ही तरह सफल रहेगी।

छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को सरकार दे रही है बढ़ावा- मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वेब सीरीज की टीम से चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को लगातार बढ़ावा दे रही है। हमारा प्रयास है कि छत्तीसगढ़ फ़िल्म शूटिंग के हब के रूप में उभरे। नई फिल्म नीति के तहत छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। राज्य में फ़िल्म सिटी स्थापित करने की दिशा में भी हम बढ़ रहे हैं। फ़िल्म सिटी के माध्यम से न सिर्फ स्थानीय कलाकारों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार का भी सृजन होगा।

वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' में दिखेंगे स्थानीय कलाकार

मुख्यमंत्री को वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की टीम ने बताया कि सीरीज में छत्तीसगढ़ के लोकल टैलेंट को भी कास्ट किया जा रहा है। यहां बहुत प्रतिभाशाली कलाकार हैं जिनका उपयोग हम कर रहे हैं। इसलिए थियेटर से जुड़े कलाकारों सहित स्थानीय लोगों को सेलेक्ट किया गया है। लगभग एक महीने यहां शूट चलेगा।

इस अवसर पर संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य,द वायरल फीवर (टीवीएफ) के फाउंडर व ओनर अरुणाभ कुमार, डायरेक्टर दीपक मिश्रा, एग्जेक्युटिव प्रोड्यूसर गणेश शेट्टी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में SC/ST संयुक्त संघर्ष मोर्चा का हुआ गठन, संतराम छेदैया बने अध्यक्ष
खैरागढ़-     एससी/एसटी समाज के बीच जागरूकता, भाई चारा, अपने अधिकार के सुरक्षा के लिए 26 अक्टूबर को खैरागढ़ अंबेडकर चौक में स्थित युवा मितान भवन में एससी/एसटी समाज का संयुक्त बैठक आयोजित किया गया था। जिसमे बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे। बैठक में सामिल एससी/एसटी समाज के लोगो ने सर्व सम्मति से संतराम छेदैया को एससी/एसटी संघर्ष मोर्चा (गैर राजनैतिक संगठन) का अध्यक्ष बनाया गया। युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष उमेश कोठले को बनाया गया। संघ के संरक्षक के रूप में संतोष मारिया, मंशाराम सिमकर , उत्तम बागड़े, रामजी कवर, पल्टू राम बघेल, जगन टंडन, महेश बंजारे को सर्व सम्मति से संरक्षक बनाया गया। साथी ही उपाध्यक्ष कोसन दास कोसरे, महासचिव केदार मेश्राम, कोषाध्यक्ष जगदीश कोसरे, सह सचिव सुमित टांडिया, संयोजक सतिश टण्डेकर, सह संयोजक राधे लाल उके, मीडिया प्रभारी प्रशांत सहारे, आनंद घृतलहरे, कार्यकारणी सदस्य राम अवतार नेताम, जयपाल सोरी, अशोक मंडावी को बनाया गया।
कोयला और कस्टम मीलिंग घोटाले के आरोपियों का नहीं होगा नार्को टेस्ट, EOW के आवेदन को कोर्ट ने किया खारिज

रायपुर-      छत्तीसगढ़ में कोयला और कस्टम मीलिंग घोटाला मामले में गिरफ्तार आरोपियों से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया है। ACB/EOW की विशेष कोर्ट ने आरोपी सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर के साथ ही कस्टम मीलिंग के आरोपी रोशन चंद्राकर का नार्को टेस्ट कराने के लिए EOW द्वारा लगाए गए आवेदन को खारिज कर दिया है।

बता दें कि EOW ने कोयला घोटाले के आरोपी सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर समेत कस्टम मीलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर का नार्को, पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाने की अनुमति के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया था। इसके विरोध में बचाव पक्ष ने कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसके बाद आज दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने अपना निर्णय सुनाते हुए EOW के नार्को टेस्ट के आवेदन को खारिज कर दिया।

क्या है कोयला घोटाला मामला?

छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला मामले में लेवी वसूली का मामला ईडी की रेड में सामने आया था। आरोप है कि कोयला परिवहन के दौरान कोयला व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने इसके लिए 15 जुलाई 2020 को आदेश जारी किया था। इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी। पूरे मामले का मास्टरमाइंड कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया था।

वामा डेयरी के उत्पाद शुद्धता की कसौटी पर खरे उतरे, खाद्य विभाग की टेस्टिंग में गाया के सभी प्रोडक्ट को मिला गुणवत्ता और शुद्धता का प्रमाण
महासमुंद-     जिले के वामा डेयरी प्लांट के सभी दूध और दुग्ध उत्पाद की आज की गई जांच में शुद्धता और गुणवत्ता के मानकों पर खरे उतरे हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा की गई इस जांच में किसी भी प्रकार की मिलावट का प्रमाण नहीं मिला है. इस टेस्टिंग में सभी उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता का प्रमाण दिया गया है.

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त नीतेश मिश्रा ने कहा कि हमारी जांच मे गाया के सभी उत्पाद पूरी तरह से शुद्धता के सभी मापदंड पर पूरी तरह खरे उतरे हैं. किसी भी प्रकार की मिलावटी वस्तु का जांच के दौरान कोई प्रमाण नहीं मिला है. प्लांट मे सभी सुरक्षा और स्वछता मानकों पर खरा पाया गया, त्योहारी समय में हम लगातार इस प्रकार की जांच करते है जो हमारी निरंतर कार्य की प्रक्रिया है.

इस संबंध में वामा डेयरी के डायरेक्टर मोहित धारीवाल ने कहा कि वामा डेयरी का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को शुद्ध और पौष्टिक उत्पाद प्रदान करना है और इस जांच ने इस प्रतिबद्धता को और भी मजबूत कर दिया है.

उल्लेखनीय है कि त्योहारों के मौसम में मिलावटी उत्पादों की बढ़ती चिंता के बीच, वामा डेयरी का यह कदम ग्राहकों के विश्वास को और भी मजबूत करता है. इस उपलब्धि से कंपनी को अपने उपभोक्ताओं का विश्वास और भी अधिक हासिल करने में मदद मिलेगी.

छत्तीसगढ़ में डंप हो रहा ओडिशा का धान : खरीदी शुरू होने से पहले एक हजार से ज्यादा बोरा धान जब्त
गरियाबंद-    छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाला है. इससे पहले प्रशासन के सामने ओडिशा के धान की खपत को रोकने की चुनौती है. इससे निपटने कलेक्टर ने अभी से अपनी टीम को एक्टिव कर दिया है. लिहाजा आज मैनपुर एसडीएम पंकज डहरे ने अपनी टीम के साथ अमलीपदर तहसील के केकरा जोर में छापेमारी कर दो घरों से 420 पैकेट धान जब्त किया. इधर देवभोग राजस्व अमला ने भी ओडिशा से धान भरकर आ रही 3 पिकअप को खोकसरा सीमा में जब्त किया है. तीन वाहन में 160 बोरा धान था. बता दें कि राजस्व अमला अब तक 1000 से भी ज्यादा बोरा धान जब्त कर चुका है.

फूड ऑफिसर ने रोकी गाड़ी, छुड़ा ले गए राजस्व के अधिकारी

धान खरीदी व अवैध कारोबार पर नकेल का अधिकार फूड और मंडी को भी है, लेकिन धर पकड़ में राजस्व दाल नहीं गलने दे रहे. प्रत्यक्ष दर्शी के मुताबिक, आज नेशनल हाइवे पर झराबहाल बेयर हाउस इलाके में सुबह करीब 8 बजे फूड विभाग के अफसर ने धान से भरे पिकअप को रोका. कार्यवाही करते उससे पहले राजस्व के अफसरों की गाड़ी आ गई. कॉल में सीधी बात हुई और फूड इंस्पेक्टर के आंखों के सामने गाड़ी छुड़ा ले गए. अफसर बड़े थे इसलिए फूड इंस्पेक्टर मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने मामले का वीडियो बना लिया है. अब बड़ा सवाल यह है कि झराबहाल के पास खाद्य विभाग द्वारा पकड़े गए इस पिकअप को आखिर राजस्व विभाग क्यों छुड़ा ले गई.

कलेक्टर की फटकार के बाद गिनती के वाहनों पर दिखाई दी कार्यवाही

घरों में अवैध रूप से भंडारित सैकड़ों बोरा धान देवभोग प्रशासन ने अब तक जब्त किया था, लेकिन आज पहली बार अवैध परिवहन में लगी पिकअप पकड़ाई. ये कार्यवाही कलेक्टर दीपक अग्रवाल की सख्ती के बाद हुई है. सूत्रों की माने तो ओडिशा सीमा के 4 प्रमुख मार्गों से रोजाना 20 वाहन 60 से भी ज्यादा खेप धान की सप्लाई में लगा है. इस मामले में पक्ष जानने देवभोग एसडीएम तुलसी दास को बार-बार कॉल किया गया पर वे कॉल रिसीव नहीं किए.

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु की ग्रुप फोटो के बैकड्रॉप में मधेश्वर पहाड़ : क्यों है खास मधेश्वर पहाड़

रायपुर-    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ में थीं। अपने प्रवास के दूसरे दिन राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु नवा रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा आयोजित दोपहर के भोज में शामिल हुईं।  इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु की मुख्यमंत्री श्री साय और उनके परिवारजनों तथा अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटो हुई। इस ग्रुप फोटो की खास बात यह थी कि इसके बैकड्रॉप में जशपुर का खूबसूरत मधेश्वर पहाड़ प्रदर्शित था।

उल्लेखनीय है कि मधेश्वर पहाड़ जशपुर जिले के कुनकुरी ब्लॉक में स्थित है जो कि विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में पूजा जाता है। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर मयाली ग्राम में स्थित मधेश्वर पहाड़ की आकृति शिवलिंग जैसी है। ग्रामीण इसकी पूजा करते हैं और इसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग होने का गौरव प्राप्त है। यहाँ सैलानी दूर-दूर से आते हैं और प्रकृति से अपने आप को जोड़ते हैं। मधेश्वर पहाड़ पर पर्वतारोहण भी किया जाता है। जशपुर जिले में एडवेंचर स्पोर्टस और पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं मौजूद है।

विगत 22 अक्टूबर को मयाली नेचर कैम्प में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। जिसमें मंत्रीगणों के साथ सरगुजा प्राधिकरण के सदस्यगण भी शामिल हुए थे। मयाली नेचर कैम्प को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा। प्रकृति के गोद में बसा जशपुर अपनी मनमोहक छंटा के कारण लोगों को सहज ही अपनी और आकर्षित कर रहा है।

झारखंड में मंत्री ओपी चौधरी कर रहे धुंआधार प्रचार, कहा – भाजपा की होगी बड़ी जीत

रायपुर-   झारखंड विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. भाजपा ने उन्हें विधानसभा प्रभारी नियुक्त किया है. चौधरी वहां धुंआधार प्रचार भी कर रहे. झारखंड में चुनावी रुझान को लेकर ओपी चौधरी ने कहा है कि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत होगी. संगठन के कामों की दृष्टि से झारखंड में हम ड्यूटी कर रहे हैं. झारखंड में भी कमल खिलेगा. भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. झारखंड के लोगों ने परिवर्तन का मन बना लिया है.

युवाओं में सर चढ़कर बोल रहा ओपी की लोकप्रियता का जादू

पिछले 15 दिनों से छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी धुआंधार रैली कर प्रचार कर रहे. ओडिशा चुनाव के दौरान भी ओपी ने प्रचार कमान संभाली थी. इसका सुखद नतीजा हुआ कि आजादी के बाद पहली बार भाजपा को ओडिशा में जीत मिली. ओपी चौधरी प्रचार के दौरान लोगों को बता रहे कि ओडिशा और छग में भाजपा किस तरह मोदी की गारंटी को पूरा कर रही है. वे जहां भी प्रचार में जा रहे हैं वहां के युवाओं में ओपी की लोकप्रियता का जादू सर चढ़कर बोल रहा.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के सामने डॉ. अजय और बृहस्पत सिंह के बीच हुआ जमकर विवाद, नाराज बैज भोजन छोड़ लौटे रायपुर

बलरामपुर-  छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो बड़े नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के सामने ही भिड़ गए. दोनों के बीच विवाद इतना हुआ कि बैज भोजन छोड़कर रायपुर रवाना हो गए. दरअसल यह घटना आज बलरामपुर सर्किट हाउस में उस वक्त घटी, जब दीपक बैज जिले के दौरे पर थे. बैज थाने में हुई स्वास्थ्यकर्मी गुरुचरण मंडल की मौत के मामले में मृतक परिवार से मिलने गए थे. उनके साथ जिले के बहुत से कांग्रेसी भी थे. कांग्रेस की ओर से गठित जांच दल के संयोजक डॉ. अजय तिर्की भी थे, वहीं पार्टी से निष्कासित नेता पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह भी थे.

बैज और अन्य नेता मृतक परिवार से मिलकर वापस भोजन के लिए जब सर्किट हाउस पहुंचे तो फोटो सेशन को लेकर डॉ. अजय तिर्की और बृहस्पत सिंह आपस में भिड़ गए. देखते-देखते कहासुनी जमकर विवाद और गाली-गलौज में पहुंच गया. स्थानीय नेताओं की ओर से मामला शांत कराने का प्रयास किया गया, लेकिन विवाद बढ़ता ही चला गया. आखिर में पीसीसी अध्यक्ष बैज भोजन छोड़कर ही रायपुर रवाना हो गए. नाराज बैज को मनाने की कोशिश नेता करते रहे, लेकिन वे नहीं रुके.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, डॉ. अजय तिर्की यह कहते हुए नाराज हो गए कि पार्टी से निष्कासित नेता यहां कैसे आ गए ? उन्हें तो किसी ने बुलाया ही नहीं था. इसी बात से बृहस्पत सिंह गुस्सा हो गए. उन्होंने भी तिर्की को तल्ख लहजे में जवाब दे दिया. और फिर दोनों के बीच बहस इस कदर होने लगी की कमरे का दरवाजा बंद करना पड़ा.

इस मामले में डॉ. अजय तिर्की और बृहस्पत सिंह ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है, जबकि बलरामपुर जिलाध्यक्ष ने कहा कि विवाद हुआ है, लेकिन अभी इस पर वह कुछ नहीं कहेंगे.

सुख-शांति एवं समृद्धि की निशानी कमल का फूल: बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर-      भारतीय जनता पार्टी रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती इसी क्रम में पार्टी ने शनिवार को कैलाशपुरी में "तत्पर" क्षेत्रीय चुनाव कार्यालय का शुभारंभ साथ भी भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन किया।

सांसद और दक्षिण से पूर्व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, भाजपा सरकार विकास की पहचान है, जब जब भाजपा सरकार आती है, रायपुर समेत छत्तीसगढ़ का तेज गति से विकास होता है। रायपुर दक्षिण में विकास की गंगा अनवरत बहती रहे उसके लिए सभी कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर भाजपा और सुनील सोनी के लिए वोट मांगे।

श्री अग्रवाल ने अपने भाषण में कहा कि, सुनील सोनी ने महापौर और सांसद रहते हुए शहर के विकास में अतुलनीय योगदान दिया है। शहर की चौड़ी चौड़ी सड़कें, फ्लाईओवर, वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन, स्टेडियम के साथ ही स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल आपूर्ति समेत दूसरी मूलभूत सुविधाओं को जन जन तक पहुंचाने का काम किया है। ऐसे में सुनील सोनी के विधायक चुने जाने पर क्षेत्र के विकास का पहिया तेज गति से घूमेगा।

उन्होंने लोगों को दिवाली की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, दिवाली में माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए हम सभी कमल का फूल अर्पित करते हैं क्योंकि कमल सुख-शांति और समृद्धि की निशानी है। आप सभी कमल को वोट देकर रायपुर समेत पूरे छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने में सहयोग दें।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, आप लोगों ने 8 बार बृजमोहन अग्रवाल को जिताया है, बृजमोहन हर समय स्थानीय लोगों के सुख-दुख में खड़े रहे है। इस बार फिर से कमल को वोट देकर सुनील सोनी को ऐतिहासिक मतों से जीता कर यह जीत बृजमोहन को समर्पित करिए। उन्होंने कहा कि, जो भी विकास का काम है वो भाजपा ने किया है, गरीबों को जमीन का पट्टा, राशन, महतारी वंदन, धान का उचित मूल्य, पक्का मकान, नल से जल जैसी सैकड़ों योजनाओं ने गरीबों की जिंदगी बदली है।

कांग्रेस ने केवल घोटाला किया है। cgpsc घोटाला, कोयला, रेत, शराब, डीएमएफ घोटाला कांग्रेस के घोटालों की लिस्ट बहुत लंबी है। इसी का परिणाम है कि कुछ जेल में है, कुछ बेल पर है और कुछ जेल जाने की तैयारी में है।

कांग्रेस पूरे प्रदेश में दंगे करवा रही है। सरकार को बदनाम करने का काम कर रही है, इसको सबक सिखाने के लिए घर घर जा कर मतदाताओं से मिलकर सरकार की उपलब्धियों को बताए और भाजपा को मजबूत करने के लिए कमल फूल प्रत्याशी सुनील सोनी को वोट देने के लिए कहें। बृजमोहन हमेशा आपकी सेवा करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे।

सम्मेलन में विधायक अजय चंद्राकर, राजेश मूणत समेत शीर्ष नेताओं ने पार्टी की उपलब्धियों और राज्य के विकास के लिए किए गए कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए जनता से भाजपा को समर्थन देने का आग्रह किया, ताकि छत्तीसगढ़ में विकास की गति को और तेज किया जा सके।

भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन में सभी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की जीत के लिए संकल्प लिया और आने वाले चुनाव में पार्टी को विजयी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने का वादा किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, शिव रतन शर्मा, मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक पुरंदर मिश्रा, जयंती भाई पटेल, विजय अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, मंडल अध्यक्षगण, पार्षदगण, पदाधिकारी समेत हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

नया भारत विश्व में अपना उचित स्थान पाने के लिए आगे बढ़ रहा है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

रायपुर-   राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में विकसित छत्तीसगढ़ का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा। समग्र विकास के लिए नागरिकों का अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। अच्छा स्वास्थ्य लोगों की उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने में सहायक होता है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह शामिल होकर संस्थान के 25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की उपाधि प्रदान की।

राज्यपाल ने कहा कि यह विद्यार्थियों की अथक प्रयासों, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। यह विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उपलब्धि ही नहीं है बल्कि मानव सेवा के मार्ग पर एक उत्कृष्ट शुरुआत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार तेजी से किया जा रहा है, जहां नव-प्रशिक्षित चिकित्सकों की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्यपाल रामेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रदीप कुमार पात्रा, रजिस्ट्रार सहित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं उनके परिजन उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समरोह के अवसर पर 6337 चिकित्सकों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इनमें 6 सुपरस्पेशलिस्ट चिकित्सक, 606 स्नातकोत्तर चिकित्सक और 5725 स्नातक चिकित्सक शामिल हैं। इसके अलावा 25 चिकित्सकों को स्वर्ण पदक से अलंकृत किया गया।

राष्ट्रपति ने कहा कि जनजाति समाज में सिकल सेल एनीमिया की अभी भी समस्या है। भारत सरकार सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी ही अग्रिम पंक्ति में होते हैं। आप सामान्य लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूक बना सकते हैं, आम नागरिकों को सरकार द्वारा किए जा रहे हैं प्रयासों से अवगत करा सकते हैं। आप नीति निर्माता और सम्माननीय जनता के बीच सेतु का कार्य कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोगोें के ग्रामीण क्षेत्रों में जाने से देश की बहुत बड़ी जनसंख्या की वास्तविक समस्याओं से अवगत हो पाएंगे। मैं चाहती हूं कि सभी विद्यार्थियों को समय-समय पर गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ करना चाहिए।

श्रीमती मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अधिकांश जनता गांव में रहती हैं, उन लोगों तक उचित स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना चुनौती पूर्ण कार्य है। इस संदर्भ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में चिकित्सा शिक्षण, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान इस विश्वविद्यालय के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। यह प्रसन्नता की बात है कि विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों में आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुष की शिक्षा भी दी जाती है। बहुत सारे कालेजो में नर्सिंग के कोर्स कराए जा रहे हैं। इस प्रकार यह विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अभी भी मलेरिया, फाइलेरिया और टीबी जैसे संक्रमक बीमारियों का पूरी तरह से उन्मूलन नहीं हुआ है। भारत सरकार इन रोगों के उन्मूलन के लिए आगे बढ़ी है।

उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह सफलता आपकी प्रतिभा, लगन और परिश्रम के साथ-साथ आपके माता-पिता, परिवारजनों, शिक्षक के सहयोग और मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि आपको अपने भविष्य की रूपरेखा बनाते समय यह ध्यान रखना है कि आपकी इस शिक्षा में समाज का भी योगदान है। समाज ने आपकी शिक्षा में जो निवेश किया है वह समाज को लौटाना आपका कर्तव्य है। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आपमें स्थानीय समस्याओं की बेहतर समझ है। आप राज्य के स्वास्थ्य समस्याओं पर रिसर्च करें उनका समाधान खोजने का प्रयास करें।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि महान राष्ट्रवादी विचारों एवं भारतीय राजनीति की सम्मानित विभूतियां में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय में आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए बहुत हर्ष हो रही है कि उपाधि प्राप्त करने वाले अधिकांश हमारी बेटियां हैं, यह प्रदर्शन बेटियों के वर्चस्व को रेखाँकित करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि दो दिनों के अपने इस छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान मुझे दो इंजीनियरिंग और दो मेडिकल संस्थानों के विद्यार्थियों को संबोधित करने का अवसर मिला। इस दौरान मैं विद्यार्थियों और शोधार्थियों में ललक को महसूस की। ऐसे युवाओं में मेरी भारत की झलक दिखती है और नया भारत जो पूरे मजबूती के साथ विश्व में अपना उचित स्थान पाने के लिए आगे बढ़ रहा है।

राज्यपाल रामेन डेका ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि यह दिन उनके अथक प्रयासों, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह न केवल विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उपलब्धि है बल्कि मानव सेवा के मार्ग पर एक उत्कृष्ट शुरुआत है। राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि चिकित्सक बनने की यात्रा कठिन है, जिसमें छात्र देर रात तक पढ़ाई, क्लिनिकल प्रशिक्षण और लैब के अनगिनत घंटे बिताते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए चिकित्सा का क्षेत्र केवल ज्ञान और कौशल नहीं, बल्कि ईमानदारी, सहानुभूति और दूसरों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता से परिभाषित होता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र लगातार विकासशील है, जिसमें नए-नए रोग, स्वास्थ्य असमानताएँ और तकनीकी परिवर्तन जैसे कई चुनौतियाँ शामिल हैं। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि यह चुनौतियाँ चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचार और सुधार का अवसर प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक के रूप में उन्हें ऐसे क्षणों का सामना करना पड़ेगा जब मरीज उनके अथक प्रयासों के बावजूद ठीक नहीं हो पाएंगे, परंतु इस दौरान भी उनका करुणामय दृष्टिकोण सबसे महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के इस पेशे में सफलता के साथ विनम्रता बनाए रखना आवश्यक है और मानवता की सेवा के प्रति सच्ची निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय के 33 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक और 6 छात्रों को सुपर स्पेशलिटी की उपाधि मिलने पर बधाई दी और कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र मानवता की सेवा का प्रतीक है। उन्होंने सभी स्नातक छात्रों को समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ दायित्व निर्वहन और सेवा भाव से कार्य करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की बढ़ती लोकप्रियता का भी जिक्र किया और प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय इन पद्धतियों में भी शिक्षा प्रदान कर रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर होना हमें उनके सिद्धांतों और समाज के हर तबके तक सेवा पहुंचाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने महामारी, विज्ञान रोग नियंत्रण एवं अनुसंधान संस्थान और शिक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान को देश के चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर बताया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रदीप कुमार पात्रा ने संस्थान का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कुलपति ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह और शाल भेंट किया।