नेपाल से आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए बिहार में बनेगा नया बैराज, केंद्र की हरी झंडी

डेस्क: इस वर्ष नेपाल में हुई भारी बारिश के बाद बिहार में बाढ़ की भयावह हुई स्थिति को देखते हुए भीमनगर की तर्ज पर बिहार सीमा में एक और बैराज का निर्माण होगा। नेपाल के पहाड़ों से बिहार में प्रवेश करने वाली नदियों के उफान पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरु की है। 

बिहार सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने भी सहमति दे दी और अब इसके आकार व कार्ययोजना पर कार्य आरंभ कराया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को बिहार सरकार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने दी।

जिला कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति, मुख्यमंत्री सेतु योजना समिति व शहरी विकास योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री के रुप में भाग लेने पहुंचे विजय चौधरी ने कहा कि इस बार 72 घंटें में नेपाल में हुई रिकार्ड बारिश ने बाढ़ नियंत्रण की यहां की तैयारी को निश्चित रुप से ध्वस्त कर दिया।

उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी आपदा थी, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। देश में आपदा प्रबंधन में नंबर वन बिहार की सरकार ने पीड़ितों की मदद के लिए पूरी ताकत झोंक दी। पीड़ितों को आरंभिक सहायता भी मुख्यमंत्री द्वारा तत्परता से दिया गया।

उन्होंने कहा कि नेपाल से आने वाली दर्जनों नदियों ने यहां के बांध को भी लांघ दिया। बैराज के उपर से पानी बहने लगा। यह आने वाले समय के लिए पुख्ता तैयारी करने का संकेत है।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाढ़ से स्थायी निदान के लिए बिहार सरकार 2004 से ही प्रयासरत है। नेपाल सरकार के साथ-साथ केंद्र व राज्य सरकार की संयुक्त बैठक भी कई बार हुई है। नेपाल क्षेत्र में एक बड़े डैम व फिर बैराज से पानी पर नियंत्रण की बात तकनीकी विशेषज्ञों ने भी माना।

उन्होंने बताया कि नेपाल ने इसकी आरंभिक सहमति भी दी, लेकिन वहां के नागरिकाें के उग्र आंदोलन के कारण नेपाल सरकार पीछे हट रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने अब बिहार सीमा में ही भीमनगर से आगे एक बैराज निर्माण का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि बैराज निर्माण से पानी का स्टोरेज दो जगहों पर हो सकेगा और तबाही की संभावना कम रहेगी। इस मौके पर पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, पूर्व विधायक सबा जफर, जदयू जिलाध्यक्ष प्रकाश पटेल, मंत्री के ओएसडी ब्रजेश कुमार विकल आदि मौजूद थे।

लोक गायिका शारदा सिन्हा को तबीयत बिगड़ी, एम्स दिल्ली के ICU वार्ड में कराया गया भर्ती

डेस्क : बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया है। एम्स सूत्रों ने बताया कि फिलहाल उन्हें ICU में रखा गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। हालांकि, आज सुबह उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई।

बता दें कि हाल ही में उनके पति ब्रज किशोर का 80 वर्ष की उम्र में ब्रेन हैमरेज से निधन हुआ था। इसी साल शारदा और उनके पति ब्रज किशोर ने अपनी शादी की 54वीं सालगिरह मनाई थी। शारदा सिन्हा की उम्र 72 साल है।

शारदा सिन्हा बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका हैं। उन्होंने 1980 में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी। शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों के लिए जानी जाती हैं।

वह अपने छठ गानों को लेकर बिहार में काफी प्रसिद्ध हैं। अबतक उन्होंने 62 से अधिक छठ के गानों को आवाज दे चुकी हैं। संगीत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए शारदा सिन्हा 1991 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। वहीं, 2018 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।

स्मार्ट मीटर लगाने के बाद आया 18 लाख का बिल, उपभोक्ता की बढ़ी टेंशन

कटिहार के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के उत्तरी सिमरिया पंचायत के वार्ड संख्या 12 में बिजली विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता मक्कू टुडू को पिछले चार महीनों का 18 लाख 56 हजार 132 रुपए का बिजली बिल आया है।

घर के सदस्यों ने बताया कि अगस्त महीने में पोस्टपेड मीटर को हटाकर प्रीपेड मीटर लगाया था।

इस परिवर्तन के बाद से पिछले दो महीनों का बिजली बिल बकाया था जिसके एवज में विभाग द्वारा इतना अधिक बिल आया कि विद्युत कनेक्शन काट दिया। वहीं उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है।

जानकारी के अनुसार, वार्ड नंबर 12 के लोगों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण इस तरह का असामान्य बिल आया है। यदि विभाग द्वारा लगाए गए मीटर में इसी प्रकार की खामियां सामने आती हैं। इसपर बिजली उपभोक्ता मक्कू टुडू ने बिजली विभाग के अधिकारियों से तत्काल बिल की समीक्षा व सुधार करने की अपील की है। हालांकि, विद्युत पदाधिकारी व कर्मियों के द्वारा किसी भी प्रकार का संज्ञान नही लिया जा रहा है।

स्कूल में रसोईया के साथ रंगरेलियां मना रहे थे प्रधानाध्यापक साहब, तभी पहुंच गई पत्नी और ग्रामीण...

डेस्क : स्कूल में ही प्रधानाध्यपक साहब रसोईया के साथ रंगरेलियां मना रहे थे। तभी उनकी पत्नी और ग्रामीण वहां पहुंच गए और फिर प्रधानाध्यापक साहब की जमकर फजीहत हुई। मामला बिहार के मधुबनी जिले की है। बताया जा रहा है कि मधुबनी के हरलाखी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय तकिया टोल हिसार में ग्रामीणों ने अब प्रधानाध्यापक को महिला रसोइया के साथ आपत्तिजनक अवस्था में रंगे हाथों पकड़ लिया है।

बीते गुरुवार को छुट्टी के बाद शाम 5 बजे रसोइया के साथ एचएम को रंगेहाथों पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने उसे बंधक बना लिया। एचएम की पत्नी ने ही स्कूल पहुंच कर उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। ग्रामीणों ने बताया कि एचएम आशुतोष कुमार का घर कलुआही थाना क्षेत्र के राढ़ गांव में है। वह हरलाखी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय तकियाटोल में प्रभारी एचएम है।

बताया जाता है कि आशुतोष कुमार राढ़ गांव निवासी है। वह तकिया टोल हिसार के प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। लेकिन पिछले करीब 3 वर्षों से उनका विद्यालय में ही खाना पकाने वाली महिला रसोइया के साथ विवाहेतर संबंध चल रहा है। इसकी जानकारी उनकी पत्नी को भी थी और इसी को लेकर दोनों के बीच काफी विवाद भी हुआ था।

हालांकि प्रधानाध्यापक आशुतोष कुमार ने अपने ऊपर लगे आरोपों को भी बुनियाद बताया है। इधर खिरहर थाना अध्यक्ष ने इस मामले की जांच को लेकर आशुतोष कुमार से पूछताछ भी किए हैं। आशुतोष ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए पूरे मामले में खुद को पाक साफ कहा है।

*केन्द्रीय मंत्री मांझी का नेता प्रतिपक्ष पर बड़ा हमला, कहा-तेजस्वी खुद पीते है शराब और राज्य सरकार पर लगाते है आरोप

डेस्क : बिहार के पिछले दिनों सीवान और छपरा के साथ कुछ अन्य जिलों में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत की खबरें सामने आई थी। जहरीली शराब से मौत की घटना ने विपक्ष को बैठे बिठाए बड़ा मुद्दा दे दिया और विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश शुरू कर दी। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया के जरीए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।

अब बिहार के पूर्व सीएम व केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव द्वारा बिहार में शराब के अवैध कारोबार को लेकर बोले जा रहे हमले पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष पर बड़ा आरोप लगा दिया है। जीतनराम मांझी ने कहा है कि तेजस्वी यादव खुद शराब पीते हैं, इसलिए उनको लगता है कि बिहार में शराब बीक रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहार में तो शराबबंदी है, अगर चोरी छीपे लोग पीते हैं तो क्या किया जा सकता है। तेजस्वी शराब की तस्करी में लीन रहते हैं, या करवाते हैं इसलिए उनको इसके बारे में ज्यादा जानकारी है। इस दौरान उन्होंने आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर दावा किया जा चारों सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों की जीत तय है।

जनसुराज के बाद बिहार में एक और नई राजनीतिक पार्टी ! पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी की अपनी पार्टी बनाने की चर्चा जोरों पर

डेस्क : प्रशांत किशोर की जनसुराज के बाद अब बिहार में ऐसा लगता है कि जल्द ही एक और नई राजनीतिक पार्टी बनने वाली है। यह पार्टी बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री आर सीपी सिंह की हो सकती है। यदि आर सीपी सिंह सही मायने में अपनी अलग पार्टी बनाते है तो बिहार के लोगों के सामने जन सुराज के बाद एक और विकल्प मिल सकता है।

दरअसल बीते दिनों राजधानी पटना की सड़कों को टाइगर अभी जिंदा है के नारे की होर्डिंग्स से पाट दिया गया। इस होर्डिंग पर जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह (आरसीपी) की तस्वीर थी। उनके समर्थक शंकर पटेल व अमर सिन्हा ने पटना में कई स्थानों पर ये होर्डिंग्स लगाए थी। भाजपा के प्रदेश दफ्तर के ठीक गेट पर भी लगाया गया थे। इसके माध्यम से उनके समर्थक यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि आरसीपी खत्म नहीं हुए हैं। जिस तरह से ये होर्डिंग्स लगाए हैं, वह एनडीए को ही चेतावनी देते नजर आ रहे थे। जिसके बाद बिहार की सियासत में यह चर्चा तेज हो गई है कि करीब दो साल से सियासी वनवास झेल रहे आरसीपी क्या कोई पार्टी बनाएंगे? अगर हां तो वह किसको निशाना बनाएंगे?

गौरतलब है कि आरसीपी कभी सीएम नीतीश कुमार के सबसे करीब और जदयू व सरकार में सबसे ताकतवर हुआ करते थे। नीतीश कुमार की छाया में उन्होंने भरपूर ताकत बटोरी। राज्यसभा गए और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। फिर केन्द्र की मोदी सरकार में मंत्री भी बन गए। उनके मंत्री बनने पर कई तरह के सवाल उठने लगे। माना जा रहा था कि उन्होंने नीतीश कुमार की बगैर सहमति के अपने मन से यह फैसला किया। इसके बाद से आरसीपी की नीतीश कुमार और जदयू से दूरी बढ़ने लगी।

माना जा रहा था कि नीतीश कुमार उनसे नाराज हो चुके थे। हाल यह हुआ कि उन्हें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा। यही नहीं राज्यसभा में उन्हें फिर से उम्मीदवार नहीं बनाया गया और 31 जुलाई 2022 को उनका मंत्री पद भी चला गया।

जदयू छोड़ने के लगभग 9 माह बाद 11 मई 2023 को उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। धर्मेन्द्र प्रधान ने उन्हें दिल्ली में भाजपा की सदस्यता दिलायी। लिहाजा, आरसीपी काफी मुखर होकर जदयू पर हमलावर रहे। नीतीश कुमार पर भी वे आक्रामक रहे। उन्होंने प्रदेश की यात्राएं की। आरसीपी समसमार कुर्मी हैं जबकि नीतीश कुमार अवधिया। इसको भी आधार बनाकर आरसीपी ने अभियान चलाया। उनके वर्ग की संख्या कम थी, इसलिए उन्हें नालंदा में भी बहुत ताकत नहीं मिली। उधर, उनके अभियान में भी वह आकर्षण नहीं दिखा। इस बीच राजनीति ने नयी करवट ली और जदयू फिर एनडीए का हिस्सा बन गया। इसके बाद आरसीपी की परेशानी और बढ़ गयी। बदले हालात में भाजपा ने भी उनसे मुंह मोड़ लिया। इस तरह आरसीपी की सियासी पारी पर विराम लग गया।

इधर, भाजपा में मुख्यधारा से वे काफी पहले ही बाहर हो चुके थे। उनके पास राजनीतिक रूप से अधिक विकल्प भी नहीं रह गए थे। ऐसे में उन्हें अपने लिए नया रास्ता चुनना ही था। पार्टी की घोषणा से पहले खुद को टाइगर के बतौर पेश करवाने का निहितार्थ साफ है- यानी वह यह बताना चाह रहे हैं कि उनका जज्बा अभी कायम है। बहरहाल, यह तो तय है कि उनकी पार्टी या आरसीपी संभवत: एनडीए को ही निशाना बनाएंगे। वैसे उनकी पार्टी का आकार-प्रकार कैसा रहेगा, यह तो वक्त ही बताएगा।

बताते चले कि बीते 2 अक्टूबर को राजनीतिक रणनीतिकार से पॉलिटिशयन बने प्रशांत किशोर ने अपनी राजनीतिक पार्टी जन सुराज का एलान किया। जिसे चुनाव आयोग की ओर से मान्यता भी मिल गई। वहीं उन्होंने बिहार में चार विधान सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में भी अपनी पार्टी का भाग्य अजमा रहे है। हालांकि उन्हें इसमें पहले दौर में ही झटका लगा है। उन्होंने बिहार की जनता से जिस साफ-सुथरी छवि के साथ राजनीति करने का वायदा किया था उसपर वे खड़े नहीं उतर पाए है। जिसका उदाहरण बेलागंज सीट पर उनकी पार्टी के प्रत्याशी है।

वैसे आर सीपी सिंह यदि अपनी अलग पार्टी का गठन करते है तो निश्चित तौर पर बिहार की जनता के सामने एक और विकल्प होगा। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आर सीपी सिंह किस तरह की राजनीति करते है। क्या वे बिहार में चली आ रही जातिगत और बाहुबल के सहारे राजनीति के मैदान में आते है या फिर उससे कुछ अलग हटकर।

कुकर्मी पिता को पुलिस ने किया गिरफ्तार, अपनी ही बेटी को जबरन बनाता था हवश का शिकार

डेस्क : बिहार के छपरा जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसे जानकर आपका रिश्तों से विश्वास खत्म हो जायेगा। आप यह सोचने पर मजबूर हो जाएगे कि आखिर हमारा समाज किस ओर जा रहा है। किस रिश्ते पर विश्वास किया जाए। दरअसल छपरा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में कुकर्मी पिता को पुलिस ने अपनी ही बेटी के साथ रेप करने के मामले को लेकर गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि पुलिस को यह जानकारी मिली कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शेरपुर घेघटा के रहने वाले मुसाफिर पंडित के पुत्र जितेंद्र पण्डित अपनी ही बेटी के साथ जबर्दस्ती कर शारीरिक संबंध बनाता है और उसके विरोध करने पर जान से मार देने की धमकी देता है। इस संबंध में पीड़िता की मां ने लिखित आवेदन दिया था।

उसकी मां का कहना है कि डर से वह पिता के खिलाफ कुछ बोल नहीं पाती थी लेकिन तंग आ कर उसने सारी बात मां को बतायी तब इस कुकर्म पर सजा दिलाने के लिए उसने ठानी और पुलिस को लिखित आवेदन दिया। पुलिस ने आवेदन के आधार पर पॉक्सो एक्ट के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज किया।

यह मामला सारण एसपी डॉ कुमार आशीष के संज्ञान में जाते ही इसे काफी गम्भीरता से लिया और पिता को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। इसके बाद अभियुक्त जितेन्द्र पंडित को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष विशाल आनंद व मुफस्सिल थाना की टीम शामिल थी।

सीएम नीतीश कुमार राजगीर के लिए हुए रवाना, विश्व शांति स्तूप की 55 वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल होने के साथ कई कार्यक्रम का करेंगे उद्घाटन

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना से राजगीर रवाना हो गए हैं। सीएम नीतीश राजगीर में विश्व शांति स्तूप की 55 वीं वर्षगांठ समारोह में हिस्सा लेंगे। वहीं सीएम कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। साथ ही सीएम नीतीश कई विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे और कई योजना का उद्घाटन भी करेंगे।

बता दें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनदिनों विकास कार्यों को लेकर पूरी तरह एक्शन में हैं। वे आए दिन बिहार के अलग-अलग राज्यों में जाकर विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज सीएम नीतीश राजगीर को बड़ी सौगात देंगे। सीएम राजगीर में विश्व शांति स्तूप राजगीर के 55 में वर्षगांठ के अवसर पर रोपवे के निकट नवनिर्मित एकीकृत भवन का उद्घाटन करेंगे।

इस अवसर पर सीएम नीतीश के साथ मंत्री विजय कुमार चौधरी और पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा भी मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम विश्व शांति स्तूप राजगीर में आयोजित हो रहा है। इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के कई मंत्री और कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे। वहीं समारोह में शामिल होने के लिए जापान के डेलिगेट्स गुरुवार को जापानी मंदिर पहुंच चुके हैं। जहां सभी का स्वागत किया गया। सभी ने जापानी मंदिर में बौद्ध धर्म संस्कृति और परंपराओं के अनुसार पूजा अर्चना कर भगवान बुद्ध को नमन किया।

वहीं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर रोपवे और विश्व शांति स्तूप के पास सुरक्षा सख्त मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन द्वारा रोपवे और विश्व शांति स्तूप के पास सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में पुलिस बल, मजिस्ट्रेट एवं पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति होगी।

तेजस्वी द्वारा सीएम नीतीश पर किए गए बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल का तीखा पलटवार, जानिए क्या कहा

डेस्क : भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी यादव के झारखंड में दिये बयान पर तीखी प्रतिक्रया दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इतना सुदीर्घ अनुभव है कि वे राजनीतिक तौर पर स्वयं में एक संस्था हैं। उनसे बहुत कुछ समझने और सीखने की जरूरत है।

डॉ. जायसवाल ने कहा कि तेजस्वी यादव ने उन्हें भाजपा द्वारा हाईजैक करने का हास्यास्पद बयान दिया है। हाईजैक करने का प्रयास तो महागठबंधन की सरकार में राजद के लोगों ने किया था, जिसको नीतीश कुमार अपने भाषण में भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि सीएम ने अपने भाषण में बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा कि महागठबंधन में घुटन महसूस हो रही थी, इसलिए रिश्ता तोड़ा। महागठबंधन और राजद के साथ जो उनकी सरकार थी, उसने पूरे बिहार को लूटने का काम किया। जो-जो विभाग राजद के पास थे, उनमें लूट और भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई तब नीतीश कुमार ने साथ छोड़ दिया।

कहा कि फिर ऐसे लोगों के साथ जिंदगी में कभी नहीं आएंगे। बावजूद उसके हाईजैक करने की बात वे कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है। कोई भी अपराधी बच नहीं सकता। सरकार का इस पर सख्त इंतजाम भी है और सख्त सोच भी रहती है। जब शराबबंदी नहीं थी तो अपराध की तीन गुना घटना होती थी।

राजद द्वारा जदयू का नामकरण करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजद का कोई नैतिक चरित्र नहीं है। आज उसी का सारा स्वरूप देख रहे हैं। उन्हीं लोगों ने बिहार के अंदर सारी गंदगी लाई।

केन्द्र सरकार ने अयोध्या से मां सीती की जन्मस्थली सीतामढ़ी तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण का लिया फैसला, सीएम नीतीश कुमार ने पीएम का जताया आभार

* डेस्क : मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी और भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या को जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया। इन दोनों धार्मिक स्थलों को जोड़ने के लिए 256 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने गुरुवार को नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर खंड के 256 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के दोहरीकरण का फैसला लिया। इस पर 4,553 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना के पूरा होने पर सीतामढ़ी से अयोध्या के बीच आवाजाही काफी आसान हो जाएगी। इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा अयोध्या से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी (पुनौरा धाम) तक रेलवे लाइन के दोहरीकरण के फैसले का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 सितंबर 2024 को पत्र के माध्यम से मैंने प्रधानमंत्रीजी से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी (पुनौरा धाम) के लिए रेल सम्पर्कता के संबंध में अनुरोध किया था। गुरुवार को अयोध्या से मां सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी तक 4553 करोड़ की लागत से लगभग 256 किलोमीटर की रेल लाइन के दोहरीकरण का फैसला केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में लिया गया। यह फैसला स्वागतयोग्य है। इस रेलमार्ग के बन जाने से श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ ही मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम आने में सुविधा होगी। इसके लिये मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।