झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 35 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के जारी किया लिस्ट, जाने कल्पना सोरेन, बसंत सोरेन सहित किसको कहां से मिला टिकट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 35 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें बरहेट सीट से सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और भाई बसंत सोरेन सहित कई दिग्गज उम्मीदवार है शामिल। इंडिया गठबंधन के तहत झारखंड में जेएमएम 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

जेएमएम की ओर से वर्ष 2019 में जीत हासिल करने वाले अधिकांश विधायकों को फिर से उम्मीदवार बनाया गया है।इस वर्ष लोकसभा के साथ संपन्न गांडेय उपचुनाव में जीत हासिल करने वाली कल्पना सोरेन पुनः गांडेय से टिकट मिला है। वही झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से जारी सूची के अनुसार पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बार फिर से बरहेट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट से वर्ष 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी।

JMM द्वारा जारी 35 उम्मीदवारों की सूची

विधानसभा क्षेत्र   उम्मीदवार का नाम 

 1. राजमहल   से    एमटी राजा

2. बोरियो      से   धनजंय सोरेन

3.  बरहेट     से    हेमंत सोरेन

4. लिट्टीपाड़ा  से   हेमलाल मुर्मू

5. महेशपुर    से   स्टीफन मरांडी

6. शिकारीपाड़ा  से  आलोक सोरेन

7. दुमका     से  बसंत सोरेन

8. गांडेय      से  कल्पना मुर्मू सोरेन

9. नाला      से  रविंद्रनाथ महतो

10. गिरिडीह   से  सुदिव्य कुमार

11. टुंडी      से  मथुरा प्रसाद महतो

12. घाटशिला  से  रामदास सोरेन

13. पोटका    से  संजीव सरदार

14. जुगसलाई से   मंगल कालिंदी

15. मनोहरपुर   से  जगत मांझी

16. मधुपुर    से  हफीजुल हसन

17. सारठ     से  उदय शंकर सिंह

18. डुमरी     से   बेबी देवी

19. चंदनकियारी से उमाकांत रजक

20. चाईबासा   से  दीपक बिरुआ

21. मझगांव   से  निरल पुरती

22. खरसावां   से  दशरथ गगराई

23. तमाड़      से  विकास मुंडा

24. गुमला     से  भूषण तिर्की

25. लातेहार    से  बैद्यनाथ राम

26. गढ़वा     से  मिथिलेश ठाकुर

27. जमुआ   से   केदार हाजरा

28. भवनाथपुर से अनंत प्रताप देव

29. सिल्ली    से  अमित महतो

30. ईचागढ़   से   सबिता महतो

31. तोरपा    से   सुदीप गुड़िया

32. सिमरिया से   मनोज चंद्रा

33. बरकट्ठा   से  जानकी यादव

34. धनवार   से  निजामुद्दीन अंसारी

35. बहरागोड़ा से  समीर मोहंती

बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर इंडिया अलांयस के बीच खींचतान चलती रही। इसी बीच कांग्रेस ने अब तक 21 नाम घोषित किये हैं, जबकि राजद ने भी अपने छह प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं। वहीं झामुमो ने बताया कि शेष बचे विधानसभा क्षेत्र के अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।

इंडिया गठबंधन दल में शामिल आरजेडी ने भी 6 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा, कोडरमा से सुभाष यादव को भी मिला टिकट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर पिछले चार दिनों से INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर चल रहे विवाद का मंगलवार को समाधान हो गया। आरजेडी ने गठबंधन के तहत ही अपने छह उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। सीट बंटवारे को लेकर शुरुआत में जो खींचतान थी अब सहमति बन गई है।

राजद ने जिन उम्मीदवारों के नामो को शामिल किया इस प्रकार है :

आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव और झारखंड प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव ने मंगलवार की देर शाम को यह जानकारी दी। देवघर, हुसैनाबाद और गोड्डा में फिर पुराने नेताओं को मौका मिला है।

1. देवघर से सुरेश पासवान

2. गोड्डा से संजय प्रसाद

3. कोडरमा से सुभाष यादव 

4. चतरा से मंत्री सत्यानंद भोक्ता की बहू रश्मी प्रकाश को टिकट मिला है।

5. विश्रामपुर से नरेश प्रसाद सिंह

6. हुसैनाबाद से संजय कुमार सिंह यादव को आरजेडी से टिकट मिला है।

बता दें, कोडरमा से प्रत्याशी सुभाष यादव फिलहाल जेल में हैं। वो जेल से ही चुनाव लड़ेंगे। बता दे झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव चार दिनों से रांची में कैंप कर रहे थे। इस दौरान तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कई दौर की बातचीत हुई। वहीं तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के आला नेताओं से भी बातचीत की।

सीपीआई 15 सीटों पर उतारेगी अपने प्रत्याशी, 9 उम्मीदवारों की पहली सूची की जारी

रिपोर्टर जयंत कुमार 

 सीपीआई झारखंड विधानसभा के कुल 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेंगी। सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि हम इंडिया गठबंधन के पार्ट रहे हैं। हमने सीट शेयरिंग को लेकर जेएमएम और कांग्रेस दोनों के बड़े नेताओं से संपर्क किया था और आश्वासन भी दिया गया था लेकिन हमें निराशा हाथ लगी। इसीलिए हमने झारखंड के 15 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार देने का फैसला किया है। जिसमें आज कुछ सीटों पर हम अपने उम्मीदवार की घोषणा करते हैं जिनमें :- 

1. नाला विधानसभा से कन्हाई चंद्रमाल पहाड़ियां

2. सारठ विधानसभा से छाया कॉल 

3. बरकट्ठा विधानसभा से महादेव राम

4. डाल्टेनगंज से रुचिर तिवारी

5. कांके से संतोष कुमार रजक

6. सिमरिया से सुरेश कुमार भुईया

7. चतरा से डोमन भुईया

8. बिशनपुर से महेंद्र उरांव

9. भवनाथपुर से घनश्याम पाठक

बाकी सीट रांची ,मांडू ,बड़कागांव हजारीबाग, पोड़ैयाहाट से उम्मीदवारों की घोषणा दो दिन बाद की जाएगी।

वहीं उन्होंने कहा कि चुनाव के समय झारखंड सरकार और भाजपा जनता को रेवड़ी बांटने का वादा करके बरगलाने की कोशिश कर रही है। राज्य सरकार ने 5 सालों तक यहां के युवाओं को निराश किया किया हैं।

पहली लिस्ट जारी होने के बाद दिल्ली से लौटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व CLP लीडर डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कितने सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस

यहां जाने पाकुड़ विधानसभा से आलमगीर आलम के बदले किसको मिलेगी टिकट

रिपोर्टर जयंत कुमार 

दिल्ली में चुनाव स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक मे शामिल होकर रांची लौटे झारखण्ड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और CLP लीडर डॉ रामेश्वर उरांव रांची पहुंचे। इनके साथ सिमडेगा के कांग्रेस विधायक और उम्मीदवार भूषण बाड़ा और मांडू विधायक और उम्मीदवार जयप्रकाश भाई पटेल भी रांची पहुंचे। 

जहां कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होने के बाद एयरपोर्ट पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में 21 कांग्रेस उम्मीदवारों की पहले लिस्ट जारी हो गई है बाकी लिस्ट भी जल्दी जारी हो जाएगी। कांग्रेस को 30 सिट गठबंधन के तहत मिल रही है। जिस पर पार्टी चुनाव लड़ेगी। वही बरही विधानसभा और पाकुड़ विधानसभा सीट को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि सब कुछ क्लियर है पाकुड़ विधानसभा सीट आलमगीर आलम के परिवार को ही जाएगी। ज्यादा संभावना है उनके सुपुत्र को मिलेगी। वहीं बरही सीट को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि आज बरही की भी स्थिति क्लियर हो जाएगी। 

वही गठबंधन में सीटों को लेकर मची उठा पटक पर कहा कि सब क्लियर हो जाएगा अब हम लोग आ गए हैं। 

वही राजद की नाराजगी पर पूछा क्या सवाल पर कहा कि उनको नाराज नहीं होना चाहिए हर बार उनका साथ मिला था। उसी के तहत थी हम लोगों ने इस बार भी तय किया है एक नया खुशी का विषय यह है की माले के साथ वामदल भी इस बार गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे और इसके लिए झामुमो कांग्रेस अपना सीट शेयर करना चाहिए। 

वहीं कांग्रेस के CLP लीडर डॉ रामेश्वर उरांव पार्टी द्वारा फिर से लोहरदग्गा से उम्मीदवार बनाये जाने पर कहा कि जहां कांग्रेस 30 सीटों पर लड़ेगी ये तय है, राजद पर पूछे गए सवाल पर कहा की मैं दिल्ली में था क्या कुछ बातें हुईं है ये मुझे नही पता , पता करके बता पाऊंगा। वहीं हेमन्त सोरेन की सरकार सबसे भर्स्ट सरकार पर कहा, जनता सब जानती है फैसला जनता करेगी ...

वहीं मांडू से उम्मीदवार बनाये गए जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि निश्चित रूप से पार्टी नेतृत्व ने जो भरोसा कर मुझ पर विश्वास जताया है इसके लिए सभी को अपनी ओर से धन्यवाद और उनका आभार करता हूं। साथी कहां की लोकसभा चुनाव अलग था विधानसभा चुनाव अलग होता है। वहीं लोगों के पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में आने जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि यह तो आना जाना लगा रहता है। 

साथी कहां की मैं अपनी जीत को लेकर के आश्वश्त हूं क्योंकि मैं मांडू का सिटिंग MLA हूँ। और क्षेत्र में लगातार हूँ, तो मुझे लगता है कि जनता अपना आशीर्वाद मुझे देगी।

झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता सुप्रियो भट्टाचार्य के आरोप बेबुनियाद और तथ्यों से परे,

मात्र 3% मतदान केंद्रों पर ही शाम 4 बजे तक होगा मतदान - ECI


आज सोमवार को 21 उम्मीदवारो ने किया नामांकनः के रवि कुमार


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्य के द्वारा मतदान के समय को लेकर लगाये गये आरोप बेबुनियाद और तथ्यों से परे हैं। उन्होंने कहा कि झारखण्ड विधानसभा 2024 में मात्र 3% मतदान केंद्रों पर ही शाम 4 बजे तक मतदान होगा। झारखण्ड विधानसभा 2014 में 89% एवं 2019 में 63% मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से शाम 3 बजे तक मतदान हुआ था। 

उन्होंने बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के कम समय को लेकर लगाए गए आरोप के सन्दर्भ में तथ्य निम्नानुसार हैं।

1. राज्य में कुल 29,562 मतदान केंद्र है, जिसमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 24,520 मतदान केंद्र है और शहरी क्षेत्र में 5,042 मतदान केंद्र है।

2. 981 नक्सल प्रभावित ग्रामीण मतदान केन्द्रों को छोड़कर, 23,539 ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में एवं सभी शहरी क्षेत्र के मतदान केन्द्रों में मतदान का समय सुबह 7 बजे से सांय 5 बजे तक का है।

3. 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में 89% और 63% मतदान केंद्रों पर मतदान का समय प्रातः 7 बजे से सायं 3 बजे तक रखा गया था। इस बार मात्र 3% मतदान केंद्रों पर प्रातः 7 से सायं 4 बजे का समय रखा गया है। 

4. मतदान के समय का पर्याप्त प्रचार होता है। मतदान समाप्ति का समय कोई भी हो, उस समय क़तार में खड़े समस्त मतदाता को मतदान करने का पूर्ण अवसर मिलता है।

आयोग को धारा 56 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 में मतदान का समय निर्धारित करने का क़ानूनन अधिकार है। यह समय 8 घंटे से कम नहीं हो सकता है। आयोग मतदान का समय निर्धारित करने से पूर्व अपनी राज्य की यात्रा के दौरान राजनीतिक पार्टियों, ज़िला प्रशासन, राज्य प्रशासन से क्षेत्र के सुरक्षा संबंधी ऐतिहासिक और वर्तमान मसलों पर गौर करता है। इस के अतिरिक्त क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति, सड़क नेटवर्क, ऋतु अनुसार सूर्यास्त के समय को भी ध्यान में रखा जाता है। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी ज़िला प्रशासन से इस संबंध में लिखित अनुशंसा लेकर आयोग को भेजा जाता है। 

नक्सल प्रभावित या नक्सली इतिहास वाले ग्रामों या ग्राम समूहों के लिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि पोलिंग पार्टी सूर्यास्त के पूर्व मतदान की कार्यवाही संपन्न कर सुरक्षित लौट आएं। ⁠इन दूरस्थ मतदान केंद्रों पर औसतन मतदाता अन्य शहरी और ग्रामीण मतदान केंद्रों से कम ही रहते हैं।

21 अक्टूबर को 21 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया


मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण के विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार को कुल 21 प्रत्याशियों ने नामांकन का पर्चा दाखिल किया है। इसे लेकर अब तक कुल 25 लोग अपनी उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर अभी तक छह प्राथमिकी दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि किसी को भी, कहीं से भी आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का कोई मामला मिलता है, तो वह अविलंब निर्वाचन आयोग के एप्प सी विजिल पर उसे अपलोड करें। निर्वाचन आयोग 100 मिनट के भीतर उसपर संज्ञान लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक 7 करोड़ 72 लाख रुपये की अवैध सामग्री और नकदी जब्त किये गये हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि रहे पंकज मिश्रा को हाईकोर्ट से मिली जमानत

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : साहेबगंज जिला में अवैध खनन के जरिए अपार संपति अर्ज़ित करने के आरोप में जेल में बंद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। पंकज मिश्रा को ईडी ने 19 जुलाई 2022 को 10 घंटे की लगातार पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। झारखंड हाईकोर्ट में उसकी बेल याचिका पर न्यायाधीश जस्टिस गौतम कुमार चौधरी की कोर्ट में सुनवाई हुई। इससे पहले उसने ईडी की विशेष अदालत में जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, जिसे खारिज कर दिया गया था।

गौरतलब है कि जमानत मिलने के बाद पंकज मिश्रा के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है। ईडी की विशेष अदालत में जमानत याचिका खारिज होने के बाद पंकज मिश्रा ने हाईकोर्ट में जमानत की अपील की थी। बता दें कि तीन दिन पहले ही हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी, सुनवाई के दौरान ईडी और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

झारखंड में राजद के बदले सुर, गठबंधन में ही RJD का चुनाव लड़ने की तैयारी


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : इंडिया गठबंधन में राजद के सुर अब नरम पड़ गए है। झारखंड विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने स्पष्ट किया है कि वह इंडिया गठबंधन के तहत ही चुनाव लड़ेगी। सोमवार की सुबह बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच रांची स्थित कांके रोड आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति बनी। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सीट शेयरिंग का औपचारिक ऐलान कर दिया जाएगा।

 प्रदेश राजद के वरीय नेता सह झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने यह बताया कि राजद गठबन्धन के अंदर ही रहकर विधानसभा चुनाव में उतरेगा। सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गढ़वा से रांची पहुंचने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। वही उन्होंने कहा कि जो भी शिकायत सीटों के बंटवारे को लेकर थी उसमें बहुत हद तक बात हो चुकी है और सिर्फ 10% की बात रह गई है जिसका बातचीत से हल निकल जाएगा। हालांकि राजद कितने सीट पर चुनाव लडेगी इसे लेकर 2 से 3 घंटे के इंतेज़ार की बात उन्होंने कही है।

RJD की झारखंड में बढ़ी मुश्किलें, सीट शेयरिंग के बाद अल्पसंख्यक का बगावती तेवर, कहा तोड़ा मुसलमान का विश्वास

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची: झारखंड में इंडिया गठबंधन के सीट शेयरिंग के घोषणा के बाद से ही राजद में उथल पुथल मचा हुआ है। राजद की मुश्किलें इन दोनों और बढ़ती नजर आ रही है। एक ओर सीट का मामला अटका हुआ है तो वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यक नेता पार्टी से बगावत करने की चेतावनी दे डाली है। 

 चुनावी रण क्षेत्र में उतरने के लिए हर कोई लालायित है और इस रण क्षेत्र को जीतने की तमाम कोशिश भी जारी है। इस चुनावी समर में हर वर्ग और हर समुदाय के वोटरों को लुभाने का प्रयास भी कर रही है। इंडी गठबंधन में शामिल तमाम दल माइनॉरिटी के हक की बात करती है और उनके वोट के दम पर ही अपनी जीत का दावा करते हैं लेकिन झारखंड में इन दिनों अल्पसंख्यक इंडी गठबंधन से नाराज नजर चल रहे हैं।

 बात करें तो झारखंड में अल्पसंख्यक के मुस्लिम समुदाय, आरजेडी से नाता तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। राजद के झारखण्ड प्रदेश युवा उपाध्यक्ष जफीर खान ने राष्ट्रीय जनता दल से नाता तोड़ने तक कि बात कह दी। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए साफ तौर पर कहा कि राजद और तमाम इंडी गठबंधन की पार्टियां मुसलमानों का अपने अनुसार इस्तेमाल करती है और उन्हें सिर्फ अपना वोट बैंक समझती है। राजद नेता ने झारखण्ड में मुसलमानों की सरकार बनाने तक का दावा कर दिया।

रांची के रिम्स में डॉक्टर ने युवती संग छत से लगाई छलांग, डॉ. की मौत, युवती की स्थिति खतरे से बाहर


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : राजधानी रांची के सुपर स्पेशलिटी सरकारी अस्पताल में हुई बड़ी घटना। इस घटना से रिम्स के डॉक्टरो की बढ़ी चिंता। रिम्स के एक पीजी डॉक्टर ने एक युवती के साथ रविवार देर रात हॉस्टल नंबर-4 से छलांग लगा दी। दोनों को आनन-फानन में इमरजेंसी में लाया गया। 

मेरी जानकारी के अनुसार छत से कूदने वाला डॉक्टर आकाश भेंगरा 2013 बैच का छात्र था। युवती का नाम पल्लवी बताया जा रहा है। डॉक्टर आकाश भेंगरा के छह से कूदने की सूचना मिलने पर हॉस्टल में मौजूद अन्य जूनियर डॉक्टर दोनों को लेकर इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। जहां जूनियर डॉक्टर आकाश को बचाया नहीं जा सका और उसकी मौत हो गई। 

वहीं पल्लवी गंभीर रूप से घायल हो गई है जिसका इलाज चल रहा है। पल्लवी के कंधे की हड्‌डी टूट गई है। डॉक्टरों की टीम युवती की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। घटना की जानकारी मिलने के बाद आकाश के सहयोगी डॉo ट्रॉमा सेंटर में जमा हो गए थे।

घटना की सूचना मिलते ही बरियातू थानेदार मनोज कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। देर रात तक पुलिस मामले की जांच में जुटी थी।बताया जा रहा है यह मामला प्रेम प्रसंग में विवाद के कारण खुदकशी की है।लेकिन खुदकुशी का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया था। वही जांच का विषय यह भी है कि आखिर रात में बॉयज हॉस्टल में कोई बाहरी लड़की अपने मित्र से मिलने कैसे आई। पुलिस पूरे मामले को अलग-अलग पहलू से जांच कर रही है। दोनों परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। 

आकाश भेंगरा एमबीबीएस करने के बाद रिम्स से ही ऑर्थोपेडिक (हड्‌डी) विभाग में पीजी सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रहा था। पल्लवी नामक की लड़की उनकी महिला मित्र थी। पल्लवी का RIMS से कोई लेना-देना नहीं है।

अनोखा स्वाद : हांडी मटन के लिए मशहूर है जोड़ाफाटक धनबाद के मुन्ना भईया,मटन का अनोखा स्वाद का मजा लेने जुटती है यहां भारी भीड़

धनबाद : यूं तो धनबाद कोयलांचल जो अपनी कोयला खदानों के लिए प्रसिद्ध है, अब एक और पहचान हासिल कर चुका है ।वह है मुन्ना भैया के हांडी मटन का अनोखा स्वाद. बिहार के चंपारण जिले से आए मुन्ना भैया ने 2006 में धनबाद में अपनी हांडी मटन की दुकान शुरू की थी, और तब से उनका यह खास व्यंजन धनबाद और उसके आसपास के क्षेत्रों में बेहद लोकप्रिय हो गया है. 

मिट्टी की हांडी में धीमी आंच पर पका हुआ मटन, जिसका स्वाद गहराई और सुगंध से भरपूर होता है, लोगों को बार-बार इस अनोखी डिश का स्वाद लेने के लिए आकर्षित करता है. मुन्ना भैया का हांडी मटन इसलिए अनोखा है क्योंकि इसे पारंपरिक तरीकों से मिट्टी की हांडी में पकाया जाता है.

मटन को लगभग 2 घंटे तक धीमी आंच पर लकड़ी के अंगारों के ऊपर पकाया जाता है, जिससे मटन का स्वाद और उसकी प्राकृतिक खुशबू बरकरार रहती है. मिट्टी की हांडी में पकने से मटन में एक विशेष सुगंध आती है, जो इसे अन्य मटन व्यंजनों से अलग करती है. एक हांडी मटन की कीमत ₹1000 रखी गई है, जो उसकी गुणवत्ता और प्रीमियम स्वाद का प्रमाण है।

इस खास मटन डिश में इस्तेमाल होने वाले मसालों और विधि के कारण इसका स्वाद गहरा और लाजवाब होता है, जिससे ग्राहक बार-बार इसे खाने आते हैं.

मुन्ना भैया के हांडी मटन की दुकान धनबाद के जोड़ा फाटक के पास स्थित है, जो बिजली ऑफिस के नजदीक है. उनकी दुकान पर न केवल हांडी मटन मिलता है, बल्कि चिकन की भी व्यवस्था है, जिसे ग्राहक रोटी या चावल के साथ खा सकते हैं.

 दुकान का समय सुबह 12 बजे से रात 11 बजे तक है, जिससे ग्राहक कभी भी वहां जाकर इस स्वादिष्ट मटन का आनंद ले सकते हैं.

मुन्ना भैया का कहना है कि उनके लिए केवल मुनाफा कमाना मकसद नहीं है, बल्कि ग्राहकों को ऐसा स्वाद देना है, जिससे वे बार-बार लौटकर आएं. उनके अनुसार, हांडी मटन की विशेषता उसकी गुणवत्ता और पारंपरिक पकाने की विधि में है, जिससे इसका स्वाद अनोखा और लाजवाब होता है।

मुन्ना भैया के हांडी मटन की लोकप्रियता का मुख्य कारण उनका ग्राहकों के प्रति समर्पण और गुणवत्ता पर जोर है. उन्होंने लोकल 18 को बताया कि उनके हांडी मटन का स्वाद ऐसा है कि कोई भी असंतुष्ट होकर नहीं जाता. वे हमेशा बेहतरीन गुणवत्ता के मटन का ही उपयोग करते हैं, ताकि ग्राहकों को स्वाद में कोई कमी न महसूस हो।

मुन्ना भैया का यह विश्वास है कि यदि गुणवत्ता अच्छी हो, तो ग्राहक हमेशा संतुष्ट रहते हैं और उनका व्यवसाय लगातार बढ़ता है. यही कारण है कि जो भी ग्राहक एक बार यहां आता है, वह दोबारा जरूर लौटता है और उनकी तारीफ करता है. मुन्ना भैया का हांडी मटन अब सिर्फ धनबाद में ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी मशहूर हो चुका है. स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि दूर-दूर से आने वाले पर्यटक भी उनके हांडी मटन का स्वाद लेने आते हैं।

यह पारंपरिक मटन डिश न केवल धनबाद के भोजन प्रेमियों के लिए खास है, बल्कि यहां आने वाले सभी लोगों को भी यह आकर्षित करता है. मुन्ना भैया का यह सफर 2006 से शुरू हुआ और तब से अब तक लगातार सफलतापूर्वक चल रहा है।

उन्होंने कहा है कि जब तक वे इसी तरह गुणवत्ता और स्वाद पर ध्यान देंगे, उनका हांडी मटन लोगों के दिलों पर राज करता रहेगा।