*हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी तुम देखी सीता मृगनैनी*
*बरमहौली में रामलीला के दौरान सीताहरण, शबरी मिलन, राम सुग्रीव मित्रता का मंचन*
*कृष्णपाल (के डी सिंह)*
पिसावां (सीतापुर) बरमहौली में चल रही रामलीला के दौरान जय ब्रम्हदेव रामलीला कमेटी के कलाकारों द्वारा सीता हरण, शबरी मिलन और सुग्रीव मित्रता की लीला का मंचन किया गया।
मंचन में दिखाया जब खर दूषण राम लक्ष्मण के हाथों मारे जाते हैं, तब सूर्पनखा अपने भाई रावण के पास जाती है। रावण से कहती है कि राम लक्ष्मण ने मेरा नाक काट दिया। तब रावण सूर्पनखा से नाक काटने का कारण पूछता है, तब सूर्पनखा रावण को सारी बात बता देती है। रावण मारीच को सोने का हिरण बना कर पंचवटी में जाता है।
सीता हिरण को देख कर कहती है कि हे प्रभु आप मुझे यह सोने का हिरण ला दो। रावण साधु के वेश में सीता से भिक्षा लेने आता है। इस दौरान रावण छल से सीता का हरण कर लेता है। तब रास्ते में सीता अपने आभूषण डाल देती है। जटायु रावण से युद्ध करता है लेकिन रावण उसके पंख काट देता है। राम लक्ष्मण सीता को खोजते हुए जाते हैं तो जटायु रास्ते में घायल अवस्था में मिलता है।
जटायु राम को बताता है कि रावण सीता का हरण कर ले गया। राम लक्ष्मण को मार्ग में शबरी मिलती है। जहां शबरी ने झूठे बेर खिलाने के बाद बताया ऋष्यमूक पर्वत पर वानरों का राजा सुग्रीव रहता है। वह आप की सहायता कर सकता है।
आगे जाने पर हनुमान मिले, उन्होने अपने कन्धे पर ले जाकर सुग्रीव से मित्रता कराया। सुग्रीव ने मां सीता की खोज के लिए बानरों को चारों दिशाओं मे भेज दिया।
Oct 22 2024, 19:17