दरभंगा में आज से चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव शुरू
दरभंगा के संस्कृत विश्वविद्यालय में चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का उद्घाटन शुक्रवार सुबह 11:10 पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया। आज से 3 दिनों तक चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव के कार्यक्रमों की शुरुआत हुआ है। शुक्रवार से शनिवार तक चलने वाले इस महोत्सव को कई भागों में बांटकर आयोजित किया जाएगा। आज लगभग 12 घंटे का कार्यक्रम है उद्घाटन सत्र दोपहर 1:00 तक चला। महोत्सव का प्रथम सत्र 2:30 से शाम 4:00 तक चला। इस अवधि में भारतीय संस्कृति, वैश्विक समस्याओं का समाधान और आर्थिक चिंतन का भारतीय दृष्टिकोण पर चर्चा की है।

दूसरा सत्र शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक व्यक्तित्व से मिलिए कार्यक्रम हुआ। जबकि तीसरा और पहले दिन का अंतिम सत्र शाम 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम लोक नृत्य और गायन होगा।


पर्यावरण संरक्षण पर चिंता जताई जाएगी

महोत्सव के दूसरे दिन यानी 19 अक्टूबर को करीब 12 घंटे में 5 सत्रों का संचालन किया जाएगा। पहला सत्र सुबह 9:15 से 10:45 तक चलेगा। इस सत्र में समावेशी विकास और पर्यावरण संरक्षण, साहित्य, पत्रकारिता में भारतीय चिंतन पर लोक साहित्य कला संस्कृति में एकात्मक विषय पर चर्चा की जाएगी।

दूसरा सत्र 11:00 से 12:30 तक चलेगा। इसमें भारतीय सत्र में सामाजिक समरसता पर चर्चा होगी। तीसरा सत्र 2:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगा। इसमें भारतीय संस्कृति में मातृशक्ति जागरण और चौथे सत्र में 4:15 से 5:45 बजे तक भारतीय सिनेमा और स्व जागरण पर चर्चा होगी। पांचवा और अंतिम सत्र शाम 6:30 बजे से रात 9:30 बजे तक कवी सम्मेलन होना है।

मिथिला की ज्ञान परंपरा पर चर्चा होगी

महोत्सव के तीसरे दिन यानी रविवार को प्रथम सत्र में 9:00 बजे से 10:30 तक में आध्यात्म की वैज्ञानिकता भारतीय साहित्य में नागरिक कर्तव्य बोध और मिथिला की ज्ञान परंपरा पर चर्चा होगी। महोत्सव का समापन सत्र 11:00 से संपन्न होने तक चलेगा।

महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव के स्वागत समिति के अध्यक्ष कुमार कपिलेश्वर सिंह, संयोजक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता,आरएसएस के कार्यवाहक मोहन सिंह के साथ ही साहित्य अकादमी की उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा उपस्थित रहेंगे।
दरभंगा में गैस सिलेंडर ब्लास्ट, दादी-पोता घायल
दरभंगा के केवटी प्रखंड के रैयाम थाना क्षेत्र के समैला गांव में गुरुवार रात करीब 8 बजे खाना बनाने के दौरान गैस सिलेंडर ब्लास्ट हो गया। अनाज, कपड़ा और आवश्यक सामान राख हो गए। घटना में एक महिला सहित दो लोग झुलस गए। झुलसने से जख्मी स्व. राम विलास सहनी की 50 वर्षीय पत्नी गुलबिया देवी और उनका 15 वर्षीय पोता नीतीश सहनी बुरी तरह जख्मी हो गया। दोनों को इलाज के लिए केवटी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। धमाके की आवाज 2 किलोमिटर तक गई। स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम और रैयाम पुलिस घटना स्थल पर पहुंची।
मुआवजे की मांग

गुलबिया देवी के पांव, हाथ सहित शरीर के अन्य हिस्सों में चोट लगी है। जबकि उनका पोता भी बुरी तरह घायल है, हालांकि दोनों खतरे से बाहर हैं। दोनों को विधिवत उपचार के बाद अस्पताल से छोड़ दिया गया।

महिला ने बताया कि खाना बनाने के दौरान अचानक गैस सिलेंडर में आग लग गई। हादसे को लेकर केवटी अंचलाधिकारी को इसकी सूचना दी गई है। पीड़िता ने कहा है कि आवेदन देकर उचित मुआवजे की मांग की जा रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
UID कार्ड बनाने के लिए लगेगा शिविर
दरभंगा के पांच प्रखंड सिंहवाड़ा, जाले, केवटी, तारडीह व हायाघाट के प्रखंड कार्यालय परिसर और समाहरणालय परिसर में दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन प्रमाणीकरण कर यूआईडी कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए 17 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक विशेष शिविर लगाया जा रहा है।
बता दें कि एक अप्रैल 2021 से ऑफलाइन दिव्यांग प्रमाण पत्र मान्य नहीं है। एक अप्रैल 2021 के बाद केवल ऑनलाइन सत्यापित दिव्यांग प्रमाण पत्र ही मान्य है। बता दें कि जनगणना 2011 के अनुसार जिला दरभंगा में कुल दिव्यांगजनों की संख्या 70 हजार 465 है। जिसमें 58280 दिव्यांग ही दिव्यांगता प्रमाणीकृत दिव्यांग है। इसमें से 15964 दिव्यांगों ने अपना यूआईडी कार्ड बनाया जा चुका है।


समाहरणालय परिसर में विशेष शिविर का आयोजन

छूटे हुए दिव्यांग जनों के यूआईडी कार्ड बनवाने के लिए 17 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक प्रखंड कार्यालय परिसर और समाहरणालय परिसर में विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 17 व 18 अक्टूबर को सिंहवाड़ा में, 19 व 21 अक्टूबर को जाले में, 22 और 23 अक्टूबर को केवटी में, 24 व 25 अक्टूबर को तारडीह में, 26 और 27 अक्टूबर को हायाघाट में एवं 29 अक्टूबर को समाहरणालय परिसर में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा।

डीएम राजीव रौशन ने बताया कि सिविल सर्जन दरभंगा को आयोजित होने वाली विशेष शिविर में ससमय डॉक्टर और डाटा एंट्री ऑपरेटर की प्रति नियुक्ति करने के लिए निर्देशित किया गया है। सभी बीडीओ को उचित माध्यम से ऑनलाइन प्रमाणीकरण सह दिव्यांगता जांच के लिए सभी दिव्यांगों को यूआईडी के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
बहन के प्रेमी की ईंट से कूचकर हत्या
दरभंगा में 14 अक्टूबर को हुई मनीष हत्याकांड का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मनीष की हत्या के आरोप में उसकी गर्लफ्रेंड के भाई को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड में लड़की का एक और भाई फरार है।
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दोनों भाइयों ने अपनी बहन को मनीष के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया था। जिसके बाद दोनों भाई मिलकर मनीष की ईंट से कूचकर हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को घटना के पास स्थित तालाब में फेंक दिया था। घटना सिंहवाड़ा ब्लॉक क्षेत्र की है।

मृतक के कॉल डिटेल से आरोपी तक पहुंची पुलिस


मनीष का शव 15 अक्टूबर को उसकी गर्लफ्रेंड के घर से महज 400 मीटर की दूरी पर स्थित तालाब से बरामद किया गया था। इसके बाद पुलिस ने जांच के दौरान मनीष के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाला और आरोपी तक जा पहुंची। पुलिस को कॉल डिटेल में मनीष और उसकी गर्लफ्रेंड से देर रात बात होने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने गर्लफ्रेंड के परिजनों से पूछताछ की तो गर्लफ्रेंड के एक भाई आनंद कुमार मंडल अपना गुनाह कबूल कर लिया।

एसडीपीओ सदर 2 ज्योति कुमारी ने बताया कि मनीष हत्याकांड के आरोपी आनंद कुमार मंडल को गिरफ्तार किया है। वहीं आनंद का भाई अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।

घर पर बिना बताए बाइक से निकला था मनीष

ज्योति कुमारी ने बताया कि 14 अक्टूबर की देर रात सिंहवाड़ा नगर पंचायत के वार्ड 10 निवासी मनीष कुमार अपनी गर्लफ्रेंड से फोन पर बात की थी। इसके बाद मनीष घर में बिना किसी को बताए बाइक लेकर 8 KM दूर अपनी गर्लफ्रेंड के गांव पहुंच गया। लड़की के दोनों भाइयों ने आपत्तिजनक स्थिति में मनीष को पकड़ लिया था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी थी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
मजदूरी करने ओडिशा गया नाबालिग 2 साल से लापता
दरभंगा के रतनपुर पंचायत के वार्ड 11 में झोपड़ीनुमा घर में रहने वाले व्यक्ति का नाबालिग पुत्र पिछले दो सालों से लापता है। परिजनों ने जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन से मदद की गुहार लगाकर थक चुके हैं। पुलिस को शिकायत करने पर भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।

बच्चे को ओडिशा ले जाने वाले ठेकेदार ने भी 50 हजार रुपए देकर घरवालों से बातचीत करना छोड़ दिया। इस मामले में जानकारी परिजनों ने देता हुआ कहा कि इससे ज्यादा प्रयास का उनमें समझ और सामर्थ्य नहीं है।

4 हजार की मजदूरी पर ठेकेदार ले गया था उड़ीसा

पूरे मामले की जानकारी देते हुए परिजनों ने बताया कि 55 वर्षीय बिंदेश्वर सदा का 16 वर्षीय पुत्र राम जी सदा को बगल के रहने वाले अजय सदा ने काम करने के लिए साल 2021 में ओडिशा चलने का ऑफर दिया था। अजय सीतामढ़ी जिले के पुपरी के यदुपट्टी गांव निवासी होटल संचालक भोला साह के यहां वर्षों से मजदूरी करता है। उसी ने भोला साह से परिजनों को बातचीत कराया। उसके बाद 4000 महीना मजदूरी पर 13 वर्षीय राम जी को होटल में काम करने के लिए ठेकेदार ओडिशा के खस्ता नाम के जगह पर ले गया।

पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से किया इनकार

जाने के कुछ महीने बाद जब घरवालों ने ठेकेदार से रुपयों की मांग की तो बताया कि राम जी सदा ओडिशा से बिना बताए कहीं चला गया है। उसकी खोजबीन की जा रही है। इसकी सूचना मिलने के बाद राम जी के माता-पिता ने गांव के वार्ड सदस्य और सरपंच से सहायता मांगी।

गांव के सरपंच पति नवीन कुमार ठाकुर ने पीड़ित को कमतौल थाना में आवेदन देने की सलाह दी। सभी थाना पहुंचे। तत्कालीन एसएचओ ने मामले में एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया गया। कहा गया कि जहां से बच्चा लापता हुआ है रिपोर्ट वही दर्ज होगी। वहीं, दूसरी तरफ ठेकेदार परिजनों से बातचीत ठीक से नहीं करता है। बगल का पड़ोसी अजय जो वहां अभी भी काम कर रहा है। उसने भी इन लोगों से बातचीत करना बंद कर दिया है।

ठेकेदार हर बार खोजबीन का देता आश्वासन


गुमशुदा बच्चे की मां राजकुमारी देवी ने बताया कि ग्रामीणों और परिजनों के दबाव बनाए जाने के बाद अब तक तीन किस्तों में राम जी द्वारा काम किये जाने के नाम पर 50 हजार रुपए दिया गया है। वहीं, राम जी के संबंध में पूछताछ करने पर ठेकेदार हर बार यही कहता है कि उसे खोज रहे हैं। जैसे ही मिलेगा आप लोगों को बता देंगे। हम लोगों का मदद कोई नहीं कर रहा है। पता नहीं मेरा राम जी वापस आएगा भी या नहीं। मेरा बेटा 2 साल से लापता है गरीबों को दुनिया में पूछने वाला कोई नहीं है।

इस मामले में रतनपुर पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि नवीन कुमार ने बताया कि पुपरी का एक ठेकेदार वार्ड 11 निवासी विंदेश्वर सदा के 13 साल के बेटे रामजी सदा को 3 वर्ष पूर्व ओडिशा ले गया था। बच्चा 1 साल बाद वहीं से गायब हो गया। परिजन काफी परेशान है। कमतौल थाना की पुलिस का कहना है कि केस उड़ीसा में ही दर्ज होगी। मैं प्रशासन से अनुरोध करूंगा कि पीड़ित मजदूरों की सहायता करें। इसके अलावा इस मामले की जानकारी ग्रामीणों ने भी दी है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
डीएमसीएच में डेंगू के 4 मरीज भर्ती कराए गए, 9 ठीक भी हुए
डेंगू के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। डीएमसीएच में इलाज के लिए फिर 4 डेंगू के मरीजों को डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया। जिसमें से 2 दरभंगा और 2 समस्तीपुर जिला के रहने वाले हैं। वहीं, 22 साल की दिव्या रानी जो पटना में रहकर एमसीए की पढ़ाई करती थी। उसे 6 दिनों से बुखार आने पर परिजन ने उसे अपने घर बुला लिया। जो विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के रहने वाली है। जिसकी इलाज डेंगू वार्ड में की जा रही है। वहीं, जिला के कमतौल के दूसरे मरीज 70 साल के वृद्ध जयराम झा को कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।

उनके भाई श्रवण झा ने बताया कि उन्हें चार दिनों से बुखार आ रहा था। जिसमें सुधार नहीं हो रहा था। सुधार नहीं होता देखकर उसे डीएमसीएच में इलाज के लिए मंगलवार को भर्ती किया गया है। जहां उनका इलाज डेंगू वार्ड में चल रहा है। 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक 13 मरीज को इलाज के लिए डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया है। जिसमें से 9 मरीज को स्वास्थ्य होने पर घर भेज दिया गया है। 4 मरीजों का इलाज डेंगू वार्ड में चल रहा है।

समस्तीपुर के 2 डेंगू के मरीज को इलाज के लिए डीएमसीएच के डेंगू वार्ड में मंगलवार को भर्ती कराया गया है। 48 साल की सुशीला देवी जो समस्तीपुर जिला की सिंघिया थाना की रहने वाली है। जिसे प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन उसमें सुधार नहीं होने पर उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया गया।

LNMU में मूल्यांकन उत्तर पुस्तिका के लिए मनमाना चार्ज
दरभंगा में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आरटीआई के तहत मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका की मांग पर मनमाना शुल्क लिया जा रहा है। 32 पृष्ठ की मूल्यांकित पुस्तिका की छाया प्रति के लिए 64 रुपए की जगह 2 हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। इस सम्बन्ध में पटना उच्च न्यायालय के महानिबंधक को आवेदन देकर इसकी शिकायत की गई। आवेदन में मनमाना शुल्क लेने के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई है।

कई वर्षों से मनमाना शुल्क लिया जा रहा है

शिकायतकर्ता ने आवेदन में बताया है कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को आरटीआई के तहत मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका के लिए प्रति उत्तर पुस्तिका के लिए 2 हजार रुपए देने पर रहे हैं।

बिहार में सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सूचना प्राप्त करने के लिए प्रति पृष्ठ दो रुपए निर्धारित है। सूचना पाने के लिए दो रुपए प्रति पृष्ठ राज्य सरकार के विभिन्न सरकारी विभागों के लिए देने पड़ते हैं। विश्वविद्यालय में पिछले कई वर्षों से प्रति उत्तर पुस्तिका के लिए 2 हजार शुल्क लिया जा रहा है। 32 पेज की उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति के लिए नियम विरुद्ध जाकर 1936 रूपया अधिक लिए जा रहे हैं।

आवेदन में बताया गया है कि विश्वविद्यालय आरटीआई अधिनियम का उल्लंघन कर रही है। साथ ही गरीब छात्रों को सूचना प्राप्त करने से वंचित कर रही है। बता दें कि परीक्षा परिषद की बैठक में शुल्क का निर्धारण तत्कालीन कुलसचिव की ओर से जारी आधिसूचना में बताया गया है कि परीक्षा परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि परीक्षा फल प्रकाश के 6 माह के अंदर ही छात्र-छात्राओं को अपने मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं की छाया प्रति प्राप्त करने के लिए प्रति उत्तर पुस्तिका ₹2000 जमा करना होगा।

सूचना प्राप्ति की समय सीमा

लोक सूचना अधिकारी को आवेदन देने के 30 दिनों के अंदर सूचना मिलनी चाहिए। यदि आवेदन सहायक लोक सूचना पदाधिकारी को दिया गया है, तो सूचना 35 दिनों के भीतर मिलने का प्रावधान है। सूचना नहीं मिलने या प्राप्त होने पर अपीलीय अधिकारी के पास सूचना का अधिकार अधिनियम के अनुच्छेद 19 एक, के तहत अपील दायर की जा सकती है। हर विभाग में प्रथम अपीलीय अधिकारी होता है। सूचना प्राप्ति के 30 दिनों और आरटीआई अर्जी दाखिल करने के 60 दिनों के अंदर आवेदक को प्रथम अपील दायर करने का अधिकार है।

संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनोद कुमार ओझा ने बताया कि परीक्षा परिषद की बैठक में जो निर्णय लिया गया था उसी आधार पर शुल्क लिए जा रहे हैं नियम परिणाम क्या कहता है विभागीय आदेश क्या है इसे देखा जाएगा अगर इसमें संशोधन की जरूरत पड़ेगी तो परीक्षा परिषद में रखा जाएगा।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में एक ही परिवार के तीन युवकों की गई जान, एक दूसरे को बचाने में हुई मौत
दरभंगा विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर-3 में मंगलवार को शौचालय टैंक में पाइप लगा रहे 3 लोगों की मौत हो गई। तीनों की जान दम घुटने से गई। जबकि एक की हालत गंभीर है। सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। मृतकों में सुशील राम (38), सुधीर राम (30) और नवल राम (22) शामिल है। सुशील और सुधीर चचेरे भाई हैं। वहीं, नवल राम इनका भतीजा था। मृतक के पड़ोसी सूर्य नारायण राम ने बताया कि वार्ड तीन निवासी रामप्रीत राम का पुत्र संजय राम अपने शौचालय का सेफ्टी टैंक का ढक्कन तोड़ रहा था।

संजय को बचाने के लिए सुशील टैंक में उतरा

इसी क्रम में वह सेफ्टी टैंक में बेहोश हो गया। उसे बचाने गए सुशील राम टैंक में उतरा और वो भी बेहोश हो गया। दोनों को टैंक में गिरा देखकर उनका चचेरा भाई सुधीर राम और भतीजा नवल राम भी सेफ्टी टैंक में उतर गए। जहां दम घुटने के बाद चारों बेहोश हो गए।

डीएमसीएच में ले गए परिजन

लोगों ने आनन-फानन में चारों को बाहर निकाला। परिजन सभी को डीएमसीएच ले गए। डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर ने सुशील राम, सुधीर राम और नवल राम को मृत घोषित कर दिया। वहीं, संजय राम का इलाज चल रहा है।

हर संभव सहायता देने का आश्वासन

इधर, घटना की जानकारी मिलते ही सदर एसडीपीओ अमित कुमार और एसडीओ विकास कुमार मौके पर पहुंचे। जहां परिजनों से बातचीत कर अधिकारियों ने हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। एसडीओ ने कहा कि सामूहिक मौत हुई है। इसलिए नगर विकास विभाग या आपदा प्रबंधन विभाग से कुछ मिलने का प्रावधान होगा तो जरूर परिजनों को सहायता की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में 22 घंटे में 5 सौ मीटर विसर्जन यात्रा
दरभंगा के जाले प्रखंड स्थित जलेश्वरी स्थान 65 वर्षों से अपने पूजन पद्धति और भव्य विसर्जन यात्रा के लिए चर्चित है है। यह यात्रा एक किमी की होती है। जो शनिवार शाम 5 बजे से शुरू हुई थी। अब 22 घंटे होने को है। अब तक 5 सौ मीटर ही दूरी तय की गई है। 5 सौ मीटर की यात्रा अभी बाकी है। संभावना है कि ये कल सुबह खत्म होगी। यात्रा जलेश्वरी स्थान से जाले के सुखाई पोखर तक है। जिसके बाद मां की प्रतिमा विसर्जित कर दी जाएगी। यात्रा में दिन-रात 20,000 से अधिक श्रद्धालु शामिल रह रहे हैं

लोक नृत्य झिझीया करती बढ़ रहीं महिलाएं

मुख्य रूप से जाले पूर्वी, जाले पश्चिमी, जाले उत्तरी, जाले दक्षिणी, देवड़ा, जोगियारा, राढी सहित आसपास के गांव से श्रद्धालुओं का आना-जाना है। नवरात्रा के 65वां पूजनोत्सव की विसर्जन यात्रा जलेश्वरी पूजा समिति के अध्यक्ष रतन कुमार मेहता, सचिव देव नारायण मेहता, मेला प्रभारी मुकेश चौधरी सहित अन्य सैकड़ों सदस्यों के नेतृत्व में निकली गई। मां दुर्गा की विशाल प्रतिमा के साथ लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश, कार्तिक, पड़ी, बाघ, भारत माता आदि की प्रतिमाओं के साथ श्रद्धालुओं की टोली गाजे-बाजे के साथ आगे बढ़ रही। हाथ में लाठी डंडा, तलवार लेकर महिलाएं पारंपरिक लोक नृत्य झिझीया करती बढ़ रहीं।

शिफ्ट वाइज 20-20 फोर्स को तैनात

लोगों की भीड़ को देखते हुए यात्रा के साथ 3 दर्जन से अधिक दुकानें भी चलती रही। विधि व्यवस्था सहित शांतिपूर्ण वातावरण बनाएं रखने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व पुलिस प्रशासन की तैनाती है। जाले थाना अध्यक्ष ने बताया कि दुर्गा पूजा में विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए अनुमंडल से 8 और जिला से 7 फोर्स जाले थाने को दिए गए हैं। शिफ्ट वाइज 20-20 फोर्स को तैनात किया गया है।

दरभंगा शहर के 13 प्रमुख पूजा स्थलों पर उमड़े श्रद्धालु
दरभंगा शहर के 13 प्रमुख पूजा पंडालों और उसके इर्द-गिर्द श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुट रही है। जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। दरभंगा पुलिस के 400 पदाधिकारी, लगभग 1000 सिपाही और चौकीदारों को भी अलग-अलग पूजा पंडाल व भीड़-भाड़ वाले स्थान पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। कुछ पुलिस कर्मियों को सादे लिबास में तैनात किया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से चिह्नित स्थलों पर नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर जनसंपर्क पदाधिकारी और उनकी टीम नजर बनाए हुए है। बीएमपी के दो कैंप, SSB का एक कैंप, 50 बीटीसी, 30 इंस्पेक्टर पर्व के दौरान विधी व्यवस्था संभालने के लिए जिले को दी गई है।

डीएम राजीव रौशन ने बताया कि शहर के पूजा पंडालों में डीजे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। विसर्जन को लेकर सभी आयोजकों के लाइसेंस पर रूट और शर्तों की जानकारी दी गई है। शर्तों और निर्देशों की अवहेलना करने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी।

शरारती तत्वों पर केस होगा दर्ज

वरीय पुलिस अधीक्षक जग्गुनाथ रेड्डी ने कहा कि सभी लोगों से अपील है कि शांतिपूर्ण माहौल में दुर्गा पूजा मनाए। असामाजिक तत्वों पर पुलिस की नजर है। बदमाशों को छोड़ा नहीं जाएगा। आपराधिक गतिविधि व असामाजिक कृत करने वाले बदमाशों पर FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिला के पास पर्याप्त सुरक्षा बल है। पूजा समिति के लोगों को भी नियम और पूर्व निर्धारित रूप का अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर जगह-जगह प्रशासन तैनात है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट