*राम जन्म होते ही जय श्रीराम के जयघोष से गूंजा पांडाल*
*पिसावां की रामलीला में रावण अत्याचार व रामजन्म का मंचन*
*कृष्णपाल (के डी सिंह)*
पिसावां (सीतापुर) बाबू सिंह इंटर कालेज के समीप चल रही रामलीला के तीसरे दिन जय मड़ैया बाबा सेवा समिति के कलाकारों द्वारा राम जन्म, रावण अत्याचार का मंचन किया गया।
मंचन के दौरान रावण के अत्याचार से त्रस्त पृथ्वी गो रूप धारण कर इंद्रदेव, ब्रम्हदेव, व भगवान शंकर के दरबार में जाकर रावण के अत्याचार की कहानी सुनाती हैं। जिसके बाद सभी देवगण मिलकर भगवान विष्णु की स्तुति करते है।
तभी आकाशवाणी होती है कि हे देवी देवताओं तुम निश्चिंत रहो हम अयोध्या के राजा दशरथ के यहां जन्म लेकर पृथ्वी को राक्षसों के अत्याचार से मुक्त करेंगे। राजा दशरथ चौथेपन में भी सन्तान ना होने से व्यथित होकर विस्वामित्र के साथ ऋषि श्रृंगी के पास जाकर उपाय पूछते है।
तब ऋषि के कहने पर राजा दशरथ पुत्रेष्ठ यज्ञ का आयोजन करते हैं। यज्ञ द्वारा प्राप्त प्रसाद खाकर चारों भाइयों राम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न का जन्म होता है। जन्म होते ही अयोध्या में बधाइयां बजने लगती है। और पूरा पांडाल जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठता है। इस दृश्य को देखकर भक्तगण भाव विभोर हो गए
Oct 17 2024, 20:08