महाराष्ट्र चुनाव 2024: दिल्ली में कांग्रेस की बैठक समाप्त, राहुल गांधी ने तय की जीत की रणनीति

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस की बैठक हुई. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई इस बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने चुनाव की रणनीति पर चर्चा की. विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहीं तैयारियों की समीक्षा और सीटों को लेकर चर्चा भी हुई. इसमें महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले, विजय वडेट्टीवार, पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहेब थोराट, वर्षा गायकवाड़ और रमेश चेन्नितला शामिल रहे.

महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले ने कहा कि महाविकास अघाड़ी के चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी को हराएंगे. हम बीजेपी की गंदी रणनीति को तोड़कर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाएंगे. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर कोई चर्चा नहीं हुई. ये कोई मुद्दा नहीं है. हम 288 सीटों पर लड़ेंगे.

महाराष्ट्र चुनाव को लेकर एनसीपी (एस) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था, महाराष्ट्र की जनता राजनीतिक बदलाव चाहती है. आगामी विधानसभा चुनाव में ऐसा ही होगा. एमवीए के घटकों के नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवार ने दावा किया कि इस सरकार की वजह से राज्य प्रशासन का मनोबल गिर गया है, जबकि महाराष्ट्र प्रशासन को देश में सबसे अच्छा माना जाता था.

हम राज्य की जनता को इस सरकार से मुक्ति दिलाना चाहते हैं

शरद पवार ने कहा कि हम राज्य की जनता को इस सरकार से मुक्ति दिलाना चाहते हैं. मुझे भरोसा है कि जनता हमारा समर्थन करेगी. आगामी चुनाव में एमवीए लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराएगा. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एमवीए में मुख्यमंत्री पद के चेहरे से जुड़े सवाल के जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा कि चुनाव में विपक्षी गठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला होगा.

वहीं कांग्रेस नेता पटोले ने कहा कि हमारा मकसद सरकार को हराना है. न कि मुख्यमंत्री का चेहरा पेश करना. एमवीए ने शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए गद्दारांचा पंचनामा (गद्दारों का साक्ष्य रिकॉर्ड) नाम से दस्तावेज जारी किया. इसमें शिंदे सरकार पर महाराष्ट्र से विश्वासघात करने और गुजरात के हित में काम करने का आरोप लगाया.

उद्धव ठाकरे की तबीयत बिगड़ी, रिलायंस अस्पताल में भर्ती हुए शिवसेना प्रमुख

शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे की सोमवार सुबह तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें सुबह 8 बजे रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया. उद्धव ठाकरे के हार्ट में ब्लॉकेज की जांच की जा रही है. साथ ही संभावना है कि शिवसेना प्रमुख की एंजियोग्राफी हो सकती है.

उद्धव ठाकरे की इससे पहले साल 2012 में 16 जुलाई को एंजियोप्लास्टि हुई थी. उन्हें सीने में दर्द की वजह से लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी एंजियोप्लास्टी की गई और तीनों आर्टरी में मौजूद ब्लॉकेज को हटाया गया. 2012 में एंजियोप्लास्टि होने के बाद एक बार फिर उन्हें हार्ट में दर्द की शिकायत हुई थी, इसी के चलते साल 2016 में उनकी लीलावती अस्पताल में एंजियोग्राफी हुई थी.

चुनाव की तैयारी तेज

महाराष्ट्र में बहुत जल्द विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य में नवंबर में चुनाव होंगे. इसी के चलते सभी पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. उद्धव ठाकरे, शरद पवार की एनसीपी, कांग्रेस समेत कई पार्टियां महाराष्ट्र में गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. इस गठबंधन का नाम महा आघाड़ी है. महा आघाड़ी गठबंधन इस समय सीएम फेस को लेकर मंथन कर रहा है. साथ ही पार्टी में सीट शेयरिंग को लेकर भी विचार किया जा रहा है.

सीएम फेस को लेकर मंथन

शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम फेस को लेकर बातचीत की थी. उद्धव ठाकरे से जब गठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, पहले महायुति को उसके सीएम फेस का ऐलान करने दीजिए उसी के बाद हम अपने सीएम चेहरे का नाम भी आपके सामने रख देंगे. साथ ही शरद पवार से जब यह ही सवाल पूछा गया तो उन्होंने भी उद्धव ठाकरे की बात को ही दोहराया था.

बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर क्या कहा?

राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने 12 अक्टूबर को राज्य में एनसीपी नेता (अजित पवार गुट) बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर भी शिंदे सरकार पर निशाना साधा था. उद्धव ठाकरे ने कहा था, चाहे बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी हो या फिर राज्य में हुए रेप के आरोपी अक्षय शिंदे का एनकाउंटर हो, शिंदे सरकार के हर काम पर संदेह उठाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, शिंदे सरकार की नजर अपराधियों पर नहीं हमारी गतिविधियों पर है.

दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला: पटाखों की बिक्री, भंडारण और इस्तेमाल पर 1 जनवरी 2025 तक प्रतिबंध

दिल्ली में सोमवार (14 अक्टूबर) से पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लागू कर दिया है. यह प्रतिबंध अगले साल एक जनवरी तक लागू रहेगा. इस फैसले की जानकारी दिल्ली सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देश में दी गई है. दिल्ली में सर्दियों में प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है. इसी वजह से इस बार भी दिवाली से पहले ही दिल्ली में पटाखों पर बैन लगा दिया गया है.

दिल्ली में दशहरा समारोह के तुरंत बाद दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की ओर से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर प्रतिबंध की घोषणा कर दी गई है. दशहरा समारोह के एक दिन बाद रविवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ से ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक सोमवार दोपहर तक वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI, 228 के साथ ‘खराब’ श्रेणी में रहा.

दिल्ली पुलिस को रोज देनी होगी रिपोर्ट

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति लेटर में दिल्ली पुलिस को पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देशों को लागू करने का आर्डर दिया गया है. निर्देशों में कहा गया है कि पुलिस को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को रोज की रिपोर्ट देनी होगी. इस पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी लोगों से सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने एक्स पर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति का लेटर शेयर किया है.

गोपाल राय ने दिल्लीवालों से की अपील

गोपाल राय ने लेटर शेयर करते हुए लिखा, “सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए आज से एक जनवरी तक पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लागू. दिल्ली सरकार ने प्रतिबंध को लेकर निर्देश जारी किया. सभी दिल्ली वालों से सहयोग का अनुरोध है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने रविवार को वायु गुणवत्ता का आकलन किया और कहा कि वह ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के स्टेज -1 को लागू करने से पहले एक या ज्यादा दिन तक बारीकी से निगरानी करेगा. एनसीआर और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण को रोका जा सके.

भारत की थोक महंगाई दर सितंबर में बढ़कर 1.84 प्रतिशत: खाद्य कीमतें 9.47 प्रतिशत पर पहुंचीं, आरबीआई के लिए बड़ी चुनौती

फूड की कीमतों में उछाल के बीच भारत की थोक महंगाई सितंबर में वार्षिक आधार पर 1.84 प्रतिशत हो गई, जबकि अगस्त में यह 1.31 प्रतिशत थी. सितंबर 2023 के लिए WPI 0.26 प्रतिशत आंकी गई थी. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, थोक मूल्य इंडेक्स का उपयोग करके मापी गई थोक महंगाई 1.92% रहने की उम्मीद थी.

क्या कहती है रिपोर्ट?

सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि खाद्य कीमतें, एक प्रमुख इंडिकेटर के रूप में सितंबर में अगस्त की तुलना में 3.26 प्रतिशत से बढ़कर 9.47 प्रतिशत हो गईं. इसके अतिरिक्त WPI सालाना दर अगस्त के 2.42 प्रतिशत के मुकाबले बढ़कर 6.59 प्रतिशत हो गई. मैन्युफैक्चर प्रोडक्ट की महंगाई अगस्त में 1.22 प्रतिशत की तुलना में 1 प्रतिशत पर पहुंच गई. ईंधन और बिजली (13.2 प्रतिशत); और निर्मित प्रोडक्ट (64.2 प्रतिशत) पर पहुंच गई..

आरबीआई का रुख लेटेस्ट दर-निर्धारण पैनल की बैठक के दौरान एमपीसी ने इस वित्तीय वर्ष (FY25) के लिए अपने महंगाई पूर्वानुमान को 4.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित छोड़ दिया, यहां तक ​​कि खाद्य मूल्य प्रक्षेपवक्र पर सावधानी के बीच भी जो कोर महंगाई को नुकसान पहुंचा सकता है, साथ ही भू-राजनीतिक तनाव जो कच्चे तेल की कीमतों पर किसी भी आराम के लिए खतरा पैदा करते हैं.

क्या है बैंक का अनुमान?

केंद्रीय बैंक अब इस वित्तीय वर्ष की Q2, Q3 और Q4 के लिए महंगाई क्रमशः 4.1%, 4.8% और 4.2% देखता है. अगस्त की नीति में, मौद्रिक प्राधिकरण ने महंगाई रीडिंग को क्रमशः 4.4%, 4.7% और 4.3% आंका था. पहली तिमाही में महंगाई 4.9% थी. अगले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के लिए महंगाई का अनुमान 4.3% है. अगस्त में प्रकाशित एक केंद्रीय बैंक अध्ययन से पता चला है कि जून 2020 और जून 2024 के बीच भारत की खाद्य महंगाई औसतन 6.3% रही है, जबकि पिछले चार वर्षों में यह 2.9% थी.

इस वजह से नहीं हुआ रेपो रेट में बदलाव

सांख्यिकीय आधार प्रभावों के कारण जुलाई और अगस्त में इसमें थोड़ी कमी आई, लेकिन पिछले महीने इसमें फिर से वृद्धि होने की उम्मीद है. भारतीय रिजर्व बैंक की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने बुधवार को रेपो दर को बरकरार रखा. संतुलित महंगाई और विकास के रुझानों को ध्यान में रखते हुए, शक्तिकांत दास ने एमपीसी के समायोजन की वापसी से तटस्थ की ओर बदलाव की घोषणा की. यह परिवर्तन एमपीसी को विकास से समझौता किए बिना महंगाई को लक्ष्य के साथ संरेखित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए अधिक लचीलापन देता है.

हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में घमासान, दीपक बाबरिया ने इस्तीफा देने की पेशकश की

हाल ही में पूरे हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. इसी के बाद पार्टी में इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है. हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी है. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को इस्तीफा देने की पेशकेश की

साथ ही सूत्रों के मुताबिक, दीपक बाबरिया ने ये भी कहा की जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं पहले वो आरोप साबित करें. हरियाणा के विधानसभा चुनाव में जहां एग्जिट पोल में सामने आया था कि पार्टी बहुमत हासिल करेगी. वहीं, चुनाव के परिणाम पार्टी के हित में नहीं रहे. विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 37 सीटें ही हासिल की. इसी के बाद पार्टी में हार के कारणों को लेकर बातचीत शुरू हो गई.

कुमारी सैलजा ने लगाए आरोप

विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी की दिग्गज नेता और पूरे चुनाव में सुर्खियों में बनी रहने वाली कुमारी सैलजा ने हरियाणा प्रभारी को लेकर बयान दिया था. कुमारी सैलजा ने कहा, विधानसभा चुनाव में हार के लिए पार्टी की हरियाणा इकाई दोषी है. उन्होंने प्रभारी दीपक बाबरिया, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान, कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और उनके बेटे और रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा, रणनीतिकारों की पूरी टीम ने सब कुछ अपने हाथों में रखा.

कुमारी सैलजा ने दीपक बाबरिया पर निशाना साधते हुए कहा, यह खुली बात थी कि वो मुझ से बात नहीं करते थे, वह खुलेआम कह रहे थे कि उन्होंने मुझसे बात नहीं की. वो भी उनके पक्ष (भूपेंद्र हुड्डा) में थे और दलित नेता (उदय भान) भी उनके पक्ष में थे.

दीपक बाबरिया से नेता नाराज

चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी में नाराजगी देखी गई. वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विरोधी खेमे के नेता लगातार प्रभारी दीपक बाबरिया से नाराज नजर आए और उन पर ने चुनाव के दौरान आरोप लगाए गए. उन पर आरोप लगाए गए कि वह प्रभारी की जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रहे हैं और पक्षपात करते हैं.

कांग्रेस की हुई हार

हरियाणा में एक ही चरण में 5 अक्टूबर को चुनाव हुए. चुनाव के अगले ही दिन एग्जिट पोल सामने आया जिसमें कांग्रेस को बहुमत मिलती हुई दिखाई दे रही थी, लेकिन नतीजे उम्मीद के अनुसार नहीं आए. कांग्रेस को 90 सीटों में से 37 सीटें ही हासिल हुई. वहीं, बीजेपी को बहुमत के आंकड़े से पार 48 सीटें हासिल हुई. इसी के साथ राज्य में एक बार फिर बीजेपी की सत्ता कायम हुई.

शिंदे कैबिनेट का फैसला: मुंबई में टोल प्लाजा पर नहीं लगेगा टैक्स, आज रात 12 बजे से लागू

महाराष्ट्र चुनाव से पहले शिंदे कैबिनेट ने बड़ा फैसला किया है. मुंबई में टोल प्लाजा पर टैक्स नहीं लगेगा. मुंबई में एंट्री करने वाले पांच टोल बूथों पर सभी छोटी चार पहिया गाड़ियों के लिए टोल टैक्स को माफ कर दिया गया है. आज रात 12 बजे से यह लागू होगा

दरअसल, अभी आधिकारिक तौर पर इन 5 टोल नाके के नाम बताए नहीं गए हैं लेकिन सूत्रों की माने तो मुलुंड, वाशी, दहिसर, आनंद नगर और ऐरोली.. ये 5 टोल हैं जिन्हें फ्री किया गया है. इन सब टोल से कई लाख वाहन प्रतिदिन मुंबई में एंट्री और एग्जिट करते हैं. ऐसे में सिर्फ मुंबई वासियों के लिए नहीं बल्कि बाहर से आने वाले दूसरे राज्यों और शहरो के लोगो को भी इससे फायदा होगा.

कारों और टैक्सियों को टोल टैक्स से राहत

आज रात 12 बजे के बाद मुंबई आने वाली कारों और टैक्सियों को टोल टैक्स से राहत मिल सकेगी. चार पहिया वाले हल्के वाहनों के लिए यह छूट दी गई है. हल्के वाहनों की श्रेणी में कार, टैक्सी, जीप, वैन, छोटे ट्रक, डिलीवरी वैन जैसी गाड़ियां आती हैं.

मुंबई-हावड़ा मेल ट्रेन को बम से उड़ाने की धमकी, जलगांव में रोकी गई ट्रेन, सुरक्षाबल ने की तलाशी

मुंबई-हावड़ा मेल ट्रेन को टाइमर के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जिसके बाद हड़कंप मच गया. धमकी में महाराष्ट्र के नासिक स्टेशन से ट्रेन के गुजरने के बाद धमाका करने की बात कही गई. ये धमकी फजलुद्दीन नाम के ट्विटर अकाउंट से मिली. आनन-फानन में ट्रेन को जलगांव रोका गया और सुबह सवा 4 बजे तलाशी शुरू कर दी गई. सुरक्षाबल के जवानों ने ट्रेन कोना-कोन छान मारा.

ट्रेन में तलाशी अभियान सुबह 6 बजे तक चलाया गया. इस दौरान कुछ भी नहीं मिला. बम की सूचना सिर्फ अफवाह निकली. धमकी देने वाले शख्स ने रेलवे प्रशासन की सुबह-सुबह परेड करा दी. अब रेलवे पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. हालांकि अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है कि ट्वीट करने वाला शख्स कहां रहता है और उसकी असल पहचान क्या है.

फजलुद्दीन नाम के ट्विटर अकाउंट पर लिखा गया था, “अरे भारतीय रेलवे, आज तुम खून के आंसू रोओगे. फ्लाइट और ट्रेन नंबर 12809 में भी बम रखा गया है, नासिक पहुंचने से पहले बड़ा धमाका होगा.’

मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही फ्लाइट की हुई इमरजेंसी लैंडिंग

इधर, सोमवार को मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट को बम की धमकी के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और आगे की जांच जारी है. फ्लाइट ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह करीब 2 बजे उड़ान भरी थी और इसके तुरंत बाद एक ट्वीट के जरिए बम की धमकी मिली. सरकार की सुरक्षा नियामक समिति के निर्देश पर इसे दिल्ली डायवर्ट कर दिया गया.

एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि 14 अक्टूबर को मुंबई से जेएफके जाने वाली फ्लाइट को दिल्ली डायवर्ट किया गया. सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया है और विमान एयरपोर्ट पर खड़ा हुआ है. यात्रियों को हुई असुविधा को कम करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है.

दिल्ली पुलिस और गुजरात पुलिस का बड़ा ऑपरेशन: अंकलेश्वर में फार्मा कंपनी से बरामद किया 518 किलोग्राम कोकीन

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुजरात पुलिस के साथ मिलकर एक ऑपरेशन को अंजाम दिया. दोनों ने मिलकर गुजरात के अंकलेश्वर में एक बड़ी फार्मा कंपनी में तलाशी ली. इस दौरान पुलिस के हाथ तलाशी में 518 किलोग्राम कोकीन लगी. बरामद की गई 518 किलोग्राम कोकीन की इंटरनेशनल मार्केट में 5,000 करोड़ रुपए कीमत है. यही नहीं इस मामले और भी जगहों से कोकीन बरामद की गई है.

गुजरात के अलावा अब तक 15 दिनों में कुल 1,289 किलोग्राम कोकीन बरामद की गई है. इसके साथ ही 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना भी पुलिस ने बरामद किया गया है, जिसकी कीमत 13,000 करोड़ रुपये है. पहले एक अक्टूबर को महिपालपुर से 562 किलोग्राम कोकीन बरामद की गई थी, जबकि 10 अक्टूबर को अधिकारियों ने बताया कि 208 किलोग्राम कोकीन स्पेशल पुलिस ने पकड़ी थी. कोकीन को रमेश नगर में नमकीन के पैकेटों में सावधानी से पैक किया गया था.

कपंनी के मालिस से पूछताछ जारी

नशीली दवाइयों के भंडाफोड़ की सीरीज में यह नई कार्रवाई है. इसके अलावा भी अधिकारियों ने कई देशों में फैले इस बड़े सिंडिकेट पर कर्रवाई जारी रखी है. अब इस मामले में फार्मा कंपनी के मालिकों से पूछताछ की जा रही है कि तस्करी रैकेट में उनका क्या रोल था. इस मामले में अब तक दो हफ्तों में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस की पिछली दो जब्ती की जांच से पता चला है कि लगभग 900 किलोग्राम दवा की एक बड़ी खेप का हिस्सा था, जिसे एक नकली दवा कंपनी की आड़ में भारत में तस्करी कर लाया गया था.

सबसे पहले गोवा में मिली दवाएं

पुलिस ने बताया कि जांच में उन्हें लंदन में रहने वाले जतिंदर पाल सिंह गिल और दो ट्रांसपोर्टर मोहम्मद अखलाक और ए सैफ मिले. पुलिस ने बताया कि जो रमेश नगर में कोकीन बरामद की गई. वह गिल और सैफी से पूछताछ के आधार पर की गई. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी की उनकी स्पेशल सेल ने गुजरात से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. वह दवाइयां बनाकर दिल्ली एनसीआर में एक फार्मा सॉल्यूशन कंपनी को देते हैं, जिसके बाद कंपनी उन्हें दिल्ली और अन्य जगहों पर भेजती है. स्पेशल सेल ने जिन लोगों को गुजरात से गिरफ्तार किया है उनमें मालिक और मिडिएटर भी शामिल हैं. ये सभी लंबे समय से ड्रग सिंडिकेट में शामिल थे

असम में भूकंप के झटके: 4.2 तीव्रता के भूकंप से नॉर्थ सेंट्रल की हिस्सा दहला

असम के उत्तर-मध्य हिस्से में रविवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. करीब 4.2 तीव्रता के भूकंप से राज्य का नॉर्थ सेंट्रल हिस्सा दहल गया. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है.

हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि इसमें किसी भी जान-ओ-माल के नुकसान की तत्काल कोई खबर नहीं मिली है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से 15 किलोमीटर की गहराई में था.

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रह्मपुत्र के उत्तरी किनारे पर उदलगुडी जिले में सुबह सात बजकर 47 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसका केंद्र जमीन से 15 किलोमीटर गहराई में था. भूकंप का केंद्र गुवाहाटी से करीब 105 किलोमीटर उत्तर और असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा के समीप तेजपुर से 48 किलोमीटर पश्चिम में स्थित था.

पूर्वी भूटान में भी महसूस किए गए भूकंप के झटके

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट में कहा गया कि भूकंप के झटके आसपास के दरांग, तामुलपुर, सोनितपुर, कामरूप और बिश्वनाथ जिलों के लोगों ने भी महसूस किए. इसके अलावा कामरूप महानगर, मोरीगांव और ब्रह्मपुर के दक्षिण छोर पर नगांव में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए है.

वहीं, भूकंप के सबसे ज्यादा झटके असम के अदालगुड़ी जिले में रिकॉर्ड किए गए हैं.

हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि इसमें किसी के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम अरुणाचल प्रदेश के साथ ही पूर्वी भूटान के कुछ इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. झटकों के चलते लोग अपने घरों से निकलकर खुले इलाकों की ओर दौड़े. और इससे बचने के लिए सुरक्षित जगहों पर एकत्रित हुए थे.

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि भूकंप सुबह 7 बजकर 47 मिनट पर ब्रह्मपुत्र के उत्तरी तट पर उदलगुरी जिले में 15 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया.

प्रधानमंत्री गतिशक्ति की तीसरी वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा दौरा, जानें महत्वपूर्ण बातें

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को भारत मंडपम में बने प्रधानमंत्री गतिशक्ति अनुभूति केंद्र का औचक दौरा किया. यह दौरा प्रधानमंत्री गतिशक्ति के शुभारंभ की तीसरी वर्षगांठ पर किया गया. प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री गतिशक्ति के प्रभाव के कारण देश भर में परियोजनाओं की योजना बनाने और क्रियान्वयन में की गई प्रगति की सराहना की. उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में इसके अपनाने की सराहना की, जो विकसित भारत के सपने को पूरा करने में तेजी ला रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री गतिशक्ति पोर्टल पर स्कूलों को मैप किया गया है, ताकि भौगोलिक जानकारी के आधार पर आस-पास के अन्य स्कूलों की पहचान की जा सके, ताकि आस-पास के अन्य स्कूलों को भी जोड़ा जा सके.

अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री गतिशक्ति रूपरेखा को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत किया गया है. नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है और ज्ञान साझा करने पर समझौता ज्ञापन पर काम चल रहा है.

प्रधानमंत्री ने ओडीओपी अनुभूति केंद्र का भी दौरा किया और देश भर के विभिन्न जिलों के उत्पादों के चयन, ब्रांडिंग और प्रचार में मदद करने के लिए ओडीओपी पहल द्वारा की गई प्रगति की सराहना की

गतिशक्ति की बदौलत विकसित भारत का सपना हो रहा साकार

प्रधानमंत्री ने कहा कि गतिशक्ति की बदौलत भारत विकसित भारत के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में गति बढ़ा रहा है. इससे प्रगति, उद्यमशीलता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा.

बता दें कि राष्ट्रीय मास्टर प्लान का उपयोग करते हुए संबंधित मंत्रालयों और विभागों द्वारा अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों जैसे कोयला, इस्पात, उर्वरक, बंदरगाह, खाद्य और सार्वजनिक वितरण आदि के पहले और कनेक्टिविटी मुद्दों से संबंधित 156 बुनियादी ढांचे की कमियों की भी पहचान की गई है.

डिजिटल सर्वेक्षणों के साथ, परियोजना की तैयारी अब तेज और अधिक सटीक गति से हो रही है. रेल मंत्रालय ने सिर्फ एक साल में 400 से ज़्यादा रेलवे परियोजनाओं और 27,000 किलोमीटर रेलवे लाइनों की योजना बनाई है.

नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) सुसंगत बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालयों में प्रयासों को समन्वित कर रहा है. 81 एनपीजी बैठकों के साथ, 15.48 लाख करोड़ रुपये की 213 परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया है.

पीएम गतिशक्ति विभिन्न विभागों को कर रही है मदद

बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र एक और प्रमुख फोकस क्षेत्र है. 1,500 से अधिक जीआईएस डेटा परतों से जुड़े मोबाइल ऐप का उपयोग करके 29,000 बस्तियों में 45 लाख पीवीटीजी (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह) (11 लाख परिवार) का मानचित्रण किया गया है.

पीएम गतिशक्ति आंगनवाड़ी केंद्रों के स्थानों की प्रभावी रूप से योजना बनाने में मदद कर रही है. यह अधिक पोषण संबंधी आवश्यकताओं वाले आंगनवाड़ी केंद्रों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर रही है.

इसका उपयोग स्कूलों द्वारा जिला-विशिष्ट कौशल पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए जिलों में प्रमुख उद्योगों की पहचान करने के लिए भी किया गया है.