*दुर्गा मां के नौ रूपों की प्रस्तुति के साथ आयोजित हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम*

गोरखपुर। उपनगर गोला के भड़सड़ा मोहल्ला में स्थित के आर मेमोरियल एकेडमी पर शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर बच्चों द्वारा दुर्गा मां की नौ रूपों की प्रस्तुति के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एकेडमी के प्रबंधक बागेश्वरी राय ने मां सरस्वती और माता दुर्गा के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिव्यांका दुबे अनन्या जया अनुश्रिया परिधि खुशी आयुषी ने डांडिया कथक कथक सहित विभिन्न प्रकार के नृत्य और संगीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। वही कार्यक्रम में बच्चों द्वारा मां दुर्गा के नौ रूपों की प्रस्तुति आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। एकेडमी के आदर्श राय ने मां दुर्गा के नौ रूपों का संक्षिप्त परिचय भी दिया। रामलीला मंचन में अखिल नायक दशरथ रुद्र शुक्ला भगवान श्री राम अंबेश त्रिपाठी भगवान हनुमान अवनीश त्रिपाठी भगवान लक्ष्मण और वैष्णवी माता सीता जी का बखूबी मंचन किया जिससे छात्र-छात्राओं ने रामलीला मंचन देख भाव विभोर हो गए। एकेडमी के प्रबंधक श्री राय ने अपने संबोधन में कहा कि मां दुर्गा भगवान श्री राम माता सीता सहित सभी देवी देवता हमारे जीवन के कठिन समय में हमारा मार्गदर्शन करने के लिए हमेशा मौजूद रहे।जब तक मां दुर्गा हमारे साथ हैं और प्यार और सुरक्षा का आशीर्वाद दे रही है।तब तक हमें जीवन में डरने की कोई जरूरत नहीं है।आपको और आपके प्रिय जनों को शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं।

प्रबंध निदेशक अभिषेक राय ने सभी को शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम का संचालन प्रमोद यादव ने किया। इस अवसर पर सतीश यादव विपिन पाठक महेंद्र राय मनोज सिंह अरुणिमा सिंह संध्या वर्मा सहित अधिक संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

एक सितम्बर से तीस सितम्बर तक जिले में आयोजित की गईं थीं विविध गतिविधियां

गोरखपुर। पोषण माह में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) से जुड़ी आंगनबाड़़ी कार्यकत्रियों के समर्पण को सम्मान मिला है। नवाचारों और दिन रात के श्रम से गोरखपुर जिले में आईसीडीएस विभाग ने संख्यात्मक रूप से पोषण संबंधित सर्वाधिक गतिविधियों का आयोजन और फीडिंग करवा कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।

सिर्फ बाल विकास सेवा विभाग की बात करें तो गोरखपुर में जहां बाल विकास विभाग ने 446148 गतिविधियों का आयोजन और फीडिंग करवाया वही देवरिया ने 368787, फिरोजाबाद ने 316525 गतिविधियों की फीडिंग कराई। वही विभाग ने विभिन्न सहयोगी विभागों के साथ कन्वर्जेंस में हुई गतिविधियों में भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए आयोजन व फीडिंग के मामले में सूबे में फिरोजाबाद के बाद जनपद गोरखपुर ने दूसरा स्थान हासिल किया है । ये सभी गतिविधियां एक सितम्बर से तीस सितम्बर तक मनाये गये पोषण माह के दौरान आयोजित की गई थीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लगातार चलाई जा रही सुपोषण संबंधित गतिविधियों से प्रेरित होकर उनके गृह जनपद ने यह उपलब्धि हासिल की है। गत वर्ष 2023 के पोषण माह और इस वर्ष 2024 के पोषण पखवाड़ा में भी जनपद गोरखपुर ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया था परिणामस्वरूप जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी और उनके विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों समेत कनवर्जेंस विभाग के अन्य अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था.

जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्र ने बताया कि पोषण माह का शुभारंभ केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान और मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना ने किया था। जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश एवं मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना के दिशा निर्देशन में पूरे पोषण माह के दौरान गोरखपुर जनपद में इस बार सबसे ज़्यादा नवाचार आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया । इनके आयोजन में जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायती राज विभाग, समाज कल्याण विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, जिला युवा कल्याण विभाग, गोरखपुर विश्वविद्यालय और स्वास्थ्य विभाग ने आईसीडीएस विभाग के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य किया ।

डॉ मिश्रा ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों और पूरे बाल विकास सेवा विभाग को बेहतर प्रयासों के लिए बधाई दी और कहा कि सबकी कोशिश से पोषण को जनांदोलन का रूप दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर जिले ने चार लाख चौहत्तर हजार छह सौ तेईस गतिविधियों का सभी विभागों के सहयोग से ओवर ऑल आयोजन करवा कर फीडिंग किया और प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है।

पोषण माह की यह गतिविधियां रहीं खास

 मानव श्रृंखला

सीडीओ के नेतृत्व में पोषण का संदेश लेकर रामगढ़ ताल के किनारे हजारों लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई । इसमें जनपद स्तरीय और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, गोरखपुर विश्वविद्यालय के अध्यापक और विद्यार्थियों, विकास भवन के कर्मचारियों और यूनिसेफ़ की टीम ने प्रतिभाग किया था। इसके माध्यम से पोषण अभियान को जनांदोलन बनाने पर जोर दिया गया।

 पोषण एवं स्वच्छता मैराथन

पोषण माह और स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत पोषण स्वच्छता मिनी मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी तादाद में ज़िला स्तरीय अधिकारीगण, ब्लॉक स्तरीय अधिकारीगण एवं कर्मचारी, शहर के चिकित्सक और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रतिभाग किया ।

 पोषण दीपोत्सव

पोषण माह के तहत आगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा अपने परियोजना क्षेत्र में दीपोत्सव का आयोजन करते हुए , पोषण की अलख जलाने का कार्य किया गया । इसमें स्थानीय महिलाएं ,ग्राम प्रधान और अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।

 पोषण मेंहदी

आईसीडीएस द्वारा विभिन्न परियोजना क्षेत्रों में पोषण मेंहदी प्रतियोगिताओं के आयोजन किये गये। इसके तहत सही पोषण के नारे के साथ मेंहदी लगा कर , गर्भवती व धात्री महिलाओं के बीच पोषण एवं स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश दिया गया।

 पोषण रंगोली

आगनवाड़ी कार्यकत्रियों और मुख्य सेविकाओं द्वारा पोषण रंगोली का आयोजन किया गया जिसमे उचित पोषण और किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य संवर्धन पर विशेष ध्यान संबंधी संदेश दिए गए। जिला स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करवा कर विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया ।

टॉयथॉन रहा खास

अप्रयुक्त सामग्रियों से स्वदेशी खिलौने बनाने को प्रेरित करने और स्कूल पूर्व शिक्षा में गुणवतापूर्ण वृद्धि हेतु आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने टॉयथॉन का प्रदर्शन किया था जिसने इस पोषण माह को खास बनाया था, मुख्य विकास अधिकारी ने टॉयथॉन की की थी सराहना.

 सुभेद्य वर्गों तक संदेश के साथ पहुंचीं सेवाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रेरणा स्वरूप गोरखपुर जनपद के विभिन्न समुदायों जैसे - वनटांगिया , मुसहर, नट, करऊल, बांसफोर और टेराकोटा निर्माण समुदाय, ईंट भट्ठे मजदूर समुदाय आदि के बीच एनीमिया कैंप का आयोजन करके सैकड़ों लाभार्थियों के हीमोग्लोबिन की जांच कराई गई। आयरन फोलिक की गोलियां दी गईं और किशोरियों को सेनेटरी पैड भी दिये गये। इन आयोजनों में कैंपियरगंज ,खजनी, चरगंवा, ब्रह्मपुर और भटहट आदि ब्लॉक में समुदाय को लाभान्वित किया गया। इसमें जिला विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी , जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) सीडीपीओ, मुख्य सेविका, स्वास्थ्य विभाग की टीम और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां शामिल हुईं।

 एनीमिया - टी तीन (टेस्ट, ट्रीट,टॉक)

एनीमिया मुक्त भारत मिशन के तहत कस्तूरबा विद्यालय और आश्रम पद्धति विद्यालयों में किशोरियों के बीच एनीमिया जागरूकता और मासिक स्वच्छता जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये गये । इसके तहत किशोरी बालिकाओं को आयरन फोलिक की गोलियां और सैनिटरी पैड का वितरण किया गया । इसमें विभिन्न विभागों के जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ राजश्री हॉस्पिटल की टीम भी उपस्थित रही ।

 गोरखपुर कारागार में मना पोषण माह

गोरखपुर कारागार के नारी निकेतन में महिलाओं के लिए भी एनीमिया और मासिक धर्म जागरूकता अभियान चलाया गया । साथ ही बच्चो को पढ़ाई के लिए किट का भी वितरण किया गया । इसमें सीडीपीओ सहजनवा, खजनी और जंगल कौडिया की आईसीडीएस विभाग की टीम ने विशेष योगदान दिया ।

अनाथ गृह में भी बच्चो के साथ मनाया गया पोषण माह । बच्चो के साथ भी पोषण माह की गतिविधियां आयोजित की गई।

 योग शिविर

पोषण माह के तहत योग शिविर का आयोजन भी विभिन्न आगनवाड़ी केंद्रों पर किया गया । इसमें बच्चो के साथ ही ग्रामीण अंचल की महिलाओं , किशोरी बालिकाओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।

 प्रभात फेरी

आगनवाड़ी केंद्रों पर प्रभात फेरी और साईकिल रैली निकाल कर ग्रामीण समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक किया गया । साथ ही आगनवाड़ी कार्यकत्री और बच्चो द्वारा नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया गया ।

•खास रहे मिशन खिलखिलाहट के सत्र

जिलाधिकारी के निर्देशन और सीडीओ के नेतृत्व में शुरू किए गए मिशन खिलखिलाहट को लेकर भी पोषण माह में विभिन्न संवेदीकरण सत्र आयोजित किए गए एवं इस अभियान के अंतर्गत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कुपोषित बच्चों को गोद लेने के लिए लगातार प्रेरित किया गया.

 वॉश कार्यक्रम

आगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा क्षेत्र में वॉश कार्यक्रम के तहत व्यक्तिगत सफाई , जल संचयन और स्वच्छता के बारे में भी जागरूकता लाई गई।

 स्वस्थ बालक- बालिका स्पर्धा

आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्वस्थ बालक- बालिका स्पर्धा का आयोजन करते हुए बच्चो के अभिभावकों को उचित पोषण के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही इन स्पर्धाओं के विजेता बच्चों को सम्मानित भी किया गया।

चर्चा में रहा पोषण महोत्सव

भारी बारिश के बीच पोषण महोत्सव में जनपद के जनसमुदाय और सभी ब्लॉक के आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। इस महोत्सव में पहुंचे सांसद रवि किशन, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक प्रदीप शुक्ला और मुख्य विकास अधिकारी ने प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया । सुपोषित बच्चों और किशोरियों को मंच पर सम्मानित कर सही पोषण के महत्व का संदेश भी दिया गया। साथ ही जनपद स्तरीय क्विज, रेसीपी, रंगोली और टॉयथॉन की विजेता आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सीडीओ ने सम्मानित किया।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और नन्हे मुन्ने बच्चो ने नाटक और समूह गीत प्रस्तुत कर पोषण और पढ़ाई के साथ नारी सशक्तीकरण का संदेश दिया। एक पेड़ मां के नाम गतिविधि का भी विभिन्न परियोजना क्षेत्रों में आयोजन किया गया जिसके तहत बांसगांव क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान ने भी हिस्सा लिया था। मिशन खिलखिलाहट के तहत कुपोषित बच्चों को लेकर स्वस्थ होने में योगदान देने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और उन बच्चों के अभिभावकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

सिकरीगंज से इलेक्ट्रिक एसी बस सेवा शुरू,क्षेत्रीय विधायक ने बस को हरी झंडी दिखाई

सिकरीगंज गोरखपुर।कस्बे से इलेक्ट्रिक एसी बस, का संचालन शुरू हुआ। क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने हरी झंडी दिखा कर सिकरीगंज से बस को गोरखपुर के लिए रवाना किया।

इसी के साथ आज से सिकरीगंज क्षेत्र से गोरखपुर तक के लिए इलेक्ट्रिक एसी बस का नियमित संचालन शुरू हो गया है। बस की सूचना से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज खजनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्रीराम चौहान ने बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उत्साहित कार्यकर्ताओं ने जिंदाबाद के नारे लगाए। बताया गया कि बस सुबह 7 बजे और दोपहर 12 बजे बेलघाट मोड़ तिराहे से चलकर सिकरीगंज कस्बे से होकर गोरखपुर कचहरी तक चलेगी, लोगों ने कहा कि अब जिले तक का सफर आसान और आरामदायक हो जाएगा तथा प्राइवेट जीप/आॅटो चालकों और डग्गामार वाहनों की मनमानी और मंहगे मनमाने किराए से छुटकारा मिलेगा।

इस अवसर पर कृपाशंकर दुबे ब्लॉक प्रमुख उरूवां अजय ओझा, सुरेंद्र सिंह, सुरेंद्र प्रताप सिंह, बाबूलाल पांडेय, उमेश जायसवाल, सूर्य प्रकाश त्रिपाठी, विंध्याचल आजाद, इंद्रजीत सिंह, मनोज जायसवाल, रामसेवक सिंह, चंदन सिंह, रत्नेश ओझा, उपेन्द्र नाथ ओझा, अमरेंद्र प्रताप सिंह, यश प्रताप चंद सहित दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

सपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी ने मनाई मान्यवर काशीराम की पुण्यतिथि

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर सामाजिक न्याय के पुरोधा जननायक दलितों, शोषितों एवं वंचितों के मसीहा मान्यवर कांशीराम की पुण्यतिथि जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई।

संचालन महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी व जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि दलितों, शोषितों एवं वंचितों के मसीहा मान्यवर कांशीराम एक कर्मठ, जुझारू नेता के रूप में उभरे और अपने कार्यों से अपने संघर्षों से बहुजन जनजायक की छवि बनाई कांशीराम पूरी तरह सामाजिक परिवर्तन चाहते थे। वे चाहते थे कि समाज के दबे कुचले वर्ग जो बहु संख्‍यक हैं, बहुजन हैं, उन्‍हें पूरी तरह मानवीय गरिमा के साथ जीने का अधिकार मिले।

वे भारतीय समाज में समानता के हिमायती थे। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सपनों के भारत को साकार करना चाहते थे दलित वंचित वर्ग के लिए समता, समानता, न्‍याय तथा सामाजिक परिवर्तन के लिए आजीवन संघर्षरत रहे।

इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी जिला महासचिव रामनाथ यादव सांसद रमाशंकर विद्यार्थी अवधेश यादव अमरेन्द्र निषाद दयाशंकर निषाद बृजनाथ मौर्य मनुरोजन यादव मिर्जा कदीर बेग मुन्नीलाल यादव देवेंद्र भूषण निषाद जितेंद्र यादव गिरीश यादव राघवेंद्र तिवारी राजू मैना भाई अजय कन्नौजिया संजय यादव रामनिरंजन यादव रणजीत पासवान महेंद्र तिवारी इमरान खान विंदा देवी अनारकली मौर्य राजाराम बेलदार धनश्याम राव अम्बरीष यादव बबलू अंसारी राजेश यादव राजू सन्तोष यादव चंचला निषाद पूजा निषाद प्रवीण निषाद रफीउल्लाह सलमानी पुजारी यादव सोहराब खान अभिषेक पाण्डेय सोनू पांडे गोली यादव विजेन्द्र अग्रहरि आफताब निजामी पप्पू यादव नाथ जी यादव धनपत यादव रमाशंकर श्रीकांत शकील जयप्रकाश महेंद्र प्रशान्त छोटेलाल सोनी हर्ष साधु बल्लभ हरेंद्र दुर्गेश प्रभाकर रविन्द्र रवि प्रकाश अर्जून सत्यप्रकाश आदि मौजूद रहे।

पीड़ित सिपाही को न्याय मिलने तक जंग रहेगी जारी-रूपेश

गोरखपुर क राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव और महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल की अगुआई में कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल आज अपर पुलिस महानिदेशक डॉ के० एस० प्रताप कुमार से मुलाकात कर पीड़ित सिपाही को न्याय दिलाने की गुहार किया जिसपर एडीजी ने एसएसपी से वार्ता कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

बताते चलें कि दिनांक 03 अक्टूबर संतकबीर नगर जनपद निवासी उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल पंकज कुमार अपनी पत्नी अदिति का इलाज कराने गैस्ट्रो लिवर हॉस्पिटल (निकट छात्र संघ चौराहा) गोरखपुर में आए थे, अस्पताल में अल्ट्रासाउंड जांच की 1100 रुपए फीस को लेकर वह डॉक्टर अनुज सरकारी से बात करने लगे यह बात डॉक्टर को इतनी नागवार लगी जिसपर डॉक्टर स्वय और अपने बाउंसर को बुलाकर सिपाही को बहुत बुरी तरह मारने लगे इस दौरान सिपाही की पत्नी अदिति डॉक्टर का पैर पड़कर अपने पति को छोड़ने की मिन्नत करने लगी जिसपर डॉक्टर और उनके बाउंसर सिपाही के साथ उसकी पत्नी को भी मारे। मेडिकल रिपोर्ट में सिपाही के शरीर पर डेढ़ दर्जन से अधिक चोट के निशान मिले है, लेकिन अभी तक सिपाही पंकज कुमार का मुकदमा पंजीकृत नहीं हुआ इसी बात को लेकर आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों ने एडीजी से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई।

परिवार के लिए बोझ नहीं आशीर्वाद है बुजुर्ग-उमेश दुबे

खजनी गोरखपुर। बाल कल्याण महिला विकास शिक्षा प्रचार प्रसार समिति द्वारा संचालित अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक (वृद्ध) दिवस के अवसर पर नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल के वार्ड संख्या-3 में स्थित वृंदावन पाण्डेय वृद्धाश्रम के तत्वावधान में आयोजित वस्त्र वितरण कार्यक्रम में चेयरमैन प्रतिनिधि उमेश कुमार दुबे ने सभी वृद्ध जनों को वस्त्र और फल वितरण करते हुए सभी वृद्धजनों का कुशल क्षेम जाना और वहां पर दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार सहित जानकारियां लेते हुए वहां के बुजुर्गों की सेवा सुश्रुषा और सफाई व्यवस्था से संतुष्टि जताई।

उस दौरान वृद्धाश्रम के मैनेजर नीरज मौर्य ने बताया कि यह कुल 50 बेड की क्षमता वाला है, वर्तमान में यहां 17 पुरूष और 13 महिलाओं समेत 30 लोग मौजूद हैं। उस दौरान सभासद श्रीप्रकाश गुप्ता, विनय बजरंगी, धीरज गौंड़, शान्तनु, पिंकू यादव, रामपाल पांडेय, सचिन सहित दर्जनों सम्भ्रान्त लोग मौजूद रहे।

बाढ़ प्रभावित नैपुरां गांव में स्वास्थ्य जांच कर दवाएं दी गईं

खजनी गोरखपुर। इलाके के बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों के स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंची खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम के प्रभारी डॉक्टर त्रिवेणी कुमार द्विवेदी ने गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय नैपुरा में पहुंच कर सभी बच्चों की स्वास्थ्य जांच की बीमार बच्चों को दवाएं देने के साथ ही लोगों को प्रतिरोधक दवाएं भी दी गईं। स्कूल के 62 बच्चों में 48 उपस्थित पाए गए। जिनमें 6 बच्चे बुखार, 3 बच्चे चर्म रोग तथा एक दांतों की समस्या से पीड़ित पाया गया।

इस दौरान बाढ़ प्रभावित गांव में लोगों को क्लोरीन की गोलियां, ब्लीचिंग पॉवडर और ओआरएस का पैकेट वितरित किया गया। ग्रामवासियों और विद्यार्थियों को बीमारियों से बचाव की जानकारी देते हुए डॉक्टर द्विवेदी ने उन्हें प्रतिरोध घरेलू उपायों को अपनाकर रोगों से बचाव की जानकारी भी दी। मेल स्टॉफ नर्स सुबेश राय समेत गांव की आशा शिक्षक तथा अन्य लोग मौजूद रहे।

गोरखपुर मण्डल के लेखा सहायकों की बैठक: प्रदेश अध्यक्ष को बधाई और संगठन के पुर्नगठन पर जोर

गोरखपुर मण्डल के लेखा सहायकों की बैठक सम्पन्न, नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई और संगठन के पुर्नगठन पर चर्चा।

गोरखपुर मण्डल के लेखा सहायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी एवं अखिलेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई दी गई और संगठन के पुर्नगठन हेतु सुझाव प्रेषित किए गए। लेखा सहायकों ने विगत 14 वर्षो से अल्पमानदेय और सुविधाओं के अभाव में अपना जीवन यापन करने की गंभीरता पूर्वक चर्चा की।

बैठक के मुख्य बिंदु

नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई लेखा सहायकों ने नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई दी और उनके समर्थन में एकजुटता दिखाई।

संगठन के पुर्नगठन पर चर्चा

लेखा सहायकों ने संगठन के पुर्नगठन हेतु सुझाव प्रेषित किए और इसके लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया।

अल्पमानदेय और सुविधाओं के अभाव पर चर्चा

लेखा सहायकों ने विगत 14 वर्षो से अल्पमानदेय और सुविधाओं के अभाव में अपना जीवन यापन करने की गंभीरता पूर्वक चर्चा की।

समान कार्य और समान वेतन की मांग

लेखा सहायकों ने समान कार्य और समान वेतन की मांग के लिए कोर्ट में जाने का सुझाव दिया, जिसे सभी लोगों ने एक मत से समर्थन किया।

इस बैठक में प्रदेश समिति के प्रतिनिधि अजय कुमार तिवारी सहित बड़ी संख्या में लेखा सहायक उपस्थित रहे। गोरखपुर मण्डल से पूरा सहयोग देने की भी बात कही गई।

चौरी चौरा विधायक ने किसानों के साथ भूमि अधिग्रहण को लेकर बैठक

गोरखपुर। चौरी चौरा विधायक ई. सरवन निषाद ने मंगलवार को माडापार गोबरहिया में जीडीए द्वारा जमीन अधिग्रहण को लेकर नौ गावों के किसानों के साथ बैठक किया और उनकी समस्याओं को सुना।

जिसमे किसानों ने विधायक से बताया कि हम छोटे किसान है और हमारे जमीनों को अधिग्रहण मत किया जाए और हमे कोई मुआवजा नहीं चाहिए दस वर्षो से जमीन की मालकियत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है और सर्किल रेट भी वहीं है जिससे हम लोगों को कोई मुनाफा नही होगा और हमारे पास अनाज उगाने के लिए कुछ भी नहीं रह जाएगा और हम छोटे काश्तकार है और हम लोगों के पास एक डेढ़ बीघा जमीन है किसानों ने अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया ।

जिस पर विधायक ने किसानों को आश्वस्त किया कि सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर किसानों की समस्यायों को मिलकर अवगत कराऊंगा और किसानों को न्याय मिलेगा। उक्त अवसर पर आनंद शाही, राहुल जायसवाल, अशोक शाही, संतोष पाण्डेय, सुरेन्द्र, मोहन, रामानुज जायसवाल, राम गोविन्द निषाद, श्यामदेव निषाद, अंशु प्रजापति, राम बचन प्रजापति सहित तमाम लोग मौजूद रहें।

*मखाना की खेती को प्रोत्साहित कर किसानों का खजाना बढ़ाएगी योगी सरकार*

मखाना की खेती पर किसानों को मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपये अनुदान

देवरिया जिले में गत वर्ष शुरू हुआ मखाना की खेती का प्रयोग

गोरखपुर, कुशीनगर और महराजगंज जिले के लिए इस साल 33 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित

गोरखपुर, 8 अक्टूबर। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार सतत प्रोत्साहन की योजनाएं लागू कर रही है। इसी सिलसिले में किसानों का खजाना बढ़ाने के लिए योगी सरकार ने मखाना की खेती के लिए किसानों को अनुदान देने की व्यवस्था बनाई है। इसके लिए सरकार का विशेष ध्यान मखाना की सर्वाधिक खेती करने वाले बिहार के मिथिलांचल के समतुल्य जलवायु वाले पूर्वांचल पर है। सरकार ने पूर्वांचल के 14 जिलों में अनुदान पर मखाना की खेती के लिए लक्ष्य तय कर दिया है। इसमें गोरखपुर मंडल के देवरिया जिले में बीते साल से मखाना की खेती शुरू हो गई है जबकि मंडल के तीन अन्य जिलों गोरखपुर, महाराजगंज और कुशीनगर को कुल 33 हेक्टेयर में मखाना की खेती कराने का लक्ष्य दिया गया है। वैज्ञानिक अध्ययन में पाया गया है कि गोरखपुर मंडल की जलवायु में मिथिला जैसी उत्पादकता देने का सामर्थ्य है।

मखाना की खेती ऐसी जगहों के लिए अधिक उपयुक्त हैं जहां खेतों में काफी पानी जमा रहता है। गोरखपुर मंडल में तालाबों की पर्याप्त संख्या तो है ही मंडल के कई ब्लॉक ऐसे हैं जहां लो लैंड एरिया में बारिश का पानी खेतों में काफी समय तक भरा रहता है। जाहिर सी बात है कि इन खेतों के किसान मखाना की खेती अपनाकर मालामाल हो सकते हैं। सरकार की तरफ से मखाना खेती के लिए अनुदान की व्यवस्था भी इसी मंशा से की गई है। सरकार की इस पहल का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।

गोरखपुर मंडल के देवरिया जिले में मखाना की खेती का प्रयोग गत वर्ष ही शुरू हो चुका है। यहां के कई प्रगतिशील किसान और मत्स्यपालक राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र दरभंगा से मखाना का बीज मंगाकर खेती कर रहे हैं। इस तरह देवरिया मखाना खेती की शुरुआत करने वाला पूर्वांचल का पहला जिला बन चुका है। इस साल देवरिया में करीब पांच हेक्टेयर रकबे में मखाना की फसल तैयार है। अब सरकार मंडल के अन्य जिलों के किसानों को भी इससे जोड़ने में जुट गई है। मसलन देवरिया के बगल में कुशीनगर जिले में 13 हेक्टेयर रकबे में मखाना की खेती कराने का लक्ष्य मिला है। इसमें से अबतक 8 हेक्टेयर से अधिक रकबे में खेती करने के लिए 16 किसानों का प्रस्ताव उद्यान विभाग ने मंजूर भी कर लिया है। गोरखपुर में 10 हेक्टेयर रकबे में मखाना की खेती कराने का उद्यान विभाग को दिया गया है। राजकीय उद्यान के अधीक्षक पारसनाथ बताते हैं कि कुल लक्ष्य में 20 प्रतिशत से यानी गोरखपुर में 2 हेक्टेयर रकबे में मखाना की खेती के लिए अनुसूचित जाति के किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 8 हेक्टेयर रकबा सामान्य वर्ग के किसानों के लिए लक्षित है। इसी तरह महराजगंज जिले में भी उद्यान विभाग को 10 हेक्टेयर में मखाना की खेती कराने का लक्ष्य शासन से मिला है। पहले साल करीब 25 किसान इससे जुड़ेंगे।

40 प्रतिशत लागत की भरपाई अनुदान से

उद्यान विभाग में पंजीकरण कराकर मखाना की खेती करने वाले किसानों को सरकार प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपये का अनुदान देगी। एक हेक्टेयर में मखाना की खेती करने में करीब एक लाख रुपये की लागत आती है। ऐसे में लागत की 40 प्रतिशत भरपाई तो अकेले सरकारी अनुदान से ही हो जाएगी। एक हेक्टेयर के तालाब या पानी लगे खेत में औसतन प्रति हेक्टेयर 25 से 29 क्विंटल पैदावार हासिल होती है। वर्तमान में अच्छी क्वालिटी के मखाना का प्रति किलो थोक भाव औसतन एक हजार रुपये है।

नर्सरी डालने से लेकर फसल तैयार होने में लगता है दस माह

मखाना की खेती तालाब या औसतन तीन फीट पानी भरे खेत में होती है। नवंबर महीने में इसकी नर्सरी डाली जाती है और चार माह बाद (फरवरी-मार्च में) इसकी रोपाई की जाती है। रोपाई के करीब पांच महीने बाद पौधों में फूल लगने लगते हैं। अक्टूबर-नवम्बर में इसकी कटाई शुरू होती है। नर्सरी डालने से लेकर कटाई तक कुल दस माह का समय फसल तैयार होने में लगता है। मखाना की खेती उन किसानों के लिए तो और भी फायदेमंद है जो पहले से अपने निजी तालाबों में मछली पालन करते हैं।

सुपरफूड के रूप में बढ़ रही मखाना की ख्याति

पोषक तत्वों का खजाना होने का कारण मखाना की ख्याति एक सुपरफूड के रूप में बढ़ रही है। कोरोना के बाद लोगों में स्वास्थ्य और प्रतिरक्षण प्रणाली को मजबूत करने के लिए जागरूकता काफी बढ़ी है और इसके चलते मखाना की मांग में भी काफी तेजी से वृद्धि हुई है। लो कैलोरी होने के साथ मखाना में प्रोटीन, फॉस्फोरस, फाइबर, आयरन और कैल्शियम भरपूर पाया जाता है। इसका सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के साथ हृदय, उच्च रक्तचाप और मधुमेह नियंत्रण के लिए मुफीद माना जाता है।