*दीपावली से पहले 300 किमी की सड़कें होंगी गड्ढामुक्त*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने में लोक निर्माण विभाग जुट गया है। 300 किमी की 150 सड़कों की पैचिंग एवं गड्ढा भरने में दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। नगरीय इलाकों में सड़कों की पैचिंग करीब-करीब पूर्ण हो गई, जबकि ग्रामीण सड़कों पर काम चल रहा है। 31 अक्तूबर तक सड़कों को दुरूस्त करने का समय तय किया गया है। बारिश के सीजन में शहर से लेकर गांव तक की अधिकतर सड़कों पर गड्ढ़ा बन गया था। जिससे आवागमन में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। व्यस्त मार्गों पर गड्ढे होने से लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही थी। ग्रामीण इलाकों में जल निगम की ओर से खोदाई करने के कारण अधिकतर सड़कें खराब हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों समीक्षा बैठक में सडकों को दशहरा तक गड्ढामुक्त करने का निर्देश दिया था, लेकिन कम समय होने से उसे 31 अक्तूबर तक बढ़ा दिया गया। लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़कों पर पैचिंग का काम शुरू हो गया है। इसके लिए विभाग ने दो राज्य मार्ग, एक प्रमुख जिला मार्ग समेत 145 से अधिक ग्रामीण मार्ग चिह्नित किये गये हैं, जिनकी लंबाई 300.25 किलोमीटर है। विभाग का दावा है कि 100 के करीब सड़कों का पैचिंग कार्य पूर्ण हो चुका है। इसमें भदोही- ज्ञानपुर और गोपीगंज मार्ग, सुरियावां- पाली मार्ग, ज्ञानपुर-दुर्गागंज मार्ग, ज्ञानपुर-लालानगर मार्ग, ज्ञानपुर-असनांव-बभनौटी मार्ग पर पैचिंग का काम करीब-करीब पूर्ण हो गया है। जल जीवन मिशन से खराब सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए जल निगम बजट देता है, इसके बावजूद ठेकेदार सड़क की अच्छी तरह मरम्मत न कराकर केवल मिट्टी डालकर भर देते हैं।

गड्ढामुक्ति अभियान में 300 किमी की 150 सड़कें चिह्नित की गई हैं। जिसके पैचिंग आदि पर दो करोड़ का खर्च आएगा। करीब 100 सड़कों की पैचिंग पूर्ण हो गई है। 31 अक्तूबर से पहले सभी कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। - जैनू राम, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग।
*15 किमी दूर गिरती है मिसाइलें, सायरन बजते ही बंकर में छिप बचाते हैं जान*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भुसौला गांव में बस्ती निवासी अजीत बिंद पुत्र शेषमणि राजमिस्त्री है। 15 म‌‌ई के बाद वह इस्राइल ग‌ए। वह असलान शहर में है। परिवार से वीडियो काॅल पर बातचीत के दौरान बताया कि असलान से करीब 15 किमी दूर मिसाइलें गिर रही है, इससे पहले सायरन बजता है। इसके बाद सभी आसपास बने बंकरों में जाकर छिप जाते हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति वहां मौजूद हर एक कामगारों की है। इस्त्राइल, ईरान और लेबनान के बीच बढ़ते टकराव के बीच वहां ग‌ए कामगारों के परिजनों की चिंता बढ़ने लगी है। लगातार हो रहे हवाई हमलों के दौरान कामगार बंकरों में छुपकर जान बचा रहे हैं। जिले के आठ कामगार इस समय इस्त्राइल में है। कामगारों के परिजन वीडियो काॅल पर हालचाल ले रहे हैं। करीब आठ महीनों पूर्व इस्त्राइल सरकार की मांग पर देश के अलग-अलग हिस्सों से कामगार इस्त्राइल ग‌ए थे। इस्त्राइल के असलान में फंसे अंजीत बिंद ने बताया कि वह जहां रहते हैं। वहां की स्थिति अभी ठीक है। 10 तारीख तनख्वाह मिल जाती है। अजीत की मां जड़ावती देवी ने कहा कि बेटा हर महीने पैसा भेजता है। अजीत का एक भाई धमेंद्र मुंबई में काम करता है, जबकि एक की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। उसकी पत्नी कविता ने बताया कि खबर सुनने के बाद चिंता सता रही है। सुबह - शाम वीडियो काॅल से बात होती है। पत्नी कहती हैं कि माता रानी उनके पति को सही सलामत रखें। इसी तरह ज्ञानपुर के बैराखास निवासी अनिल विश्वकर्मा पुत्र स्व बसंत विश्वकर्मा म‌ई में इस्त्राइल गए। वह शटरिंग का काम करते हैं। वह उनके भाई सुशील ने बताया कि वह येरुशलम के समीप एक शहर में रहते हैं। वहां हो रहे हमले को लेकर पिछले 15 दिनों में कंपनी की तरफ से छुट्टी दी गई है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में स्थिति ठीक रही, लेकिन हालात कुछ बदल ग‌ए है। बैराखास के ही रामसूरत विश्वकर्मा अभी 15 दिन पूर्व इस्त्राइल गए। उनके बड़े भाई लालधर विश्वकर्मा ने कहा कि परिवार वालों से हर रोज बात हो रही है बताया कि वह जहां रहते, वहां स्थिति सामान्य है लेकिन काम करने के दौरान बम गिरने की आवाजें भी आती है। रामसूरत की पत्नी मालती तीन बेटियों और एक बेटे के साथ गांव में रहती हैं।इस्त्राइल में अच्छे वेतन और बोनस का आफर मिलने पर करीब आठ महीने पूर्व जिले से करीब 300 कामगारों ने आवेदन किया, हालांकि उसी दौरान गाजापट्टी में विवाद बढ़ गया। कुछ कामगार उस कारण से मेडिकल समेत अन्य कागजाती जांच प्रकिया में शामिल नहीं हुए। श्रम प्रवर्तन अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि तीन चरणों में स्क्रीनिंग के कारण भी करीब 250 कामगार छट ग‌ए। 50 कामगार जाने के लिए फाइनल हुए लेकिन बाद में सिर्फ आठ ही ग‌ए।
*भदोही में जमीन की खुदाई में मिला कंकाल:टीम ने पहुंचकर की जांच, जंगली जानवर का निकला कंकाल, 100 साल पुराना है भीटा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। औराई थाना क्षेत्र के भभनौटी गांव में पुराना भीटा की खुदाई चल रही थी । खुदाई के दौरान मिट्टी में कंकाल व हड्डी दिखाई पड़ा। जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया । सूचना मिलने पर फोर्स के साथ औराई थानाध्यक्ष अजीत श्रीवास्तव पहुंचे। जांच में जानवर का कंकाल पाया गया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।मंगलवार की सुबह औराई थाना क्षेत्र के भभनौटी गांव में एक भीटा की जेसीबी से खुदाई की जा रही थी। खुदाई के दौरान जमीन में कंकाल दिखाई पड़ा। कंकाल की सूचना मिलते ही क्षेत्र में नर कंकाल की सूचना फैल गई। नर कंकाल की सूचना मिलते ही औराई थाना अध्यक्ष अजीत श्रीवास्तव मय फोर्स घटनास्थल पर पहुंच गए। थाना अध्यक्ष व अन्य ग्रामीणों ने जब खुदाई कराकर कंकाल निकला तो जानवर का कंकाल पाया गया। तब जाकर क्षेत्रवासीयो ने राहत की सांस लिया। ग्रामीण ने बताया कि यह भीटा 100 साल पुराना है। गांव के ही किसी व्यक्ति द्वारा लगता है की जमीन में किसी जानवर के मृत्यु होने पर गाढ़ दिया गया था। जिससे यह कंकाल दिखाई पड़ रहा है। बहरहाल कुछ भी हो किंतु कंकाल मिलने की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा।
*पारिवारिक कलह से परेशान विवाहिता ने खाया जहर ,मौत:फोरेंसिक टीम जुटाएं साक्ष्य, 2013 में हुई थी शादी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के गोसाईपुर अजयपुर गांव निवासी विवाहित पूनम दुबे 28 वर्ष पारिवारिक कलह से उबकर जहर खा लिया। जहर खाने के बाद विवाहिता की हालत खराब हो गई जब तक अस्पताल ले जाया जाता उसकी मौत हो गई । विवाहिता के मौत के बाद घर परिवार में कोहराम मच गया। मौत की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया एवं फॉरेंसिक टीम घटना के छानबीन में जुट गई।ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के अजयपुर गांव निवासी राजन दुबे की पत्नी पूनम दुबे 28 वर्ष किसी बात को लेकर पति से नाराज थी। पति गांव में हो रहे कीर्तन में शामिल होने गया था कि घर पर पूनम ने जहर खा लिया। कीर्तन भजन के बाद पति जब घर पहुंचा तो पूनम की हालत खराब थी । आनन-फानन में इलाज के लिए भदोही अस्पताल ले जाया गया, जहां पर पूनम की मौत हो गई। पूनम के मौत के बाद घर परिवार में कोहराम मच गया । पूनम की शादी 2013 में हुई थी । विवाहिता को 6 वर्ष की एक बच्ची भी है । मायके वाले भी मौके पर मौजूद है । घटना की सूचना मिलते ही ज्ञानपुर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
*रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिकल दे सकेंगे चिकित्सा प्रमाणपत्र* *शिक्षकों को अवकाश लेना आसान,नहीं देना होगा स्टांप पेपर पर शपथ पत्र*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षणेतर कर्मियों को अब अवकाश लेना आसान हो गया है। चिकित्सा प्रमाण पत्र के लिए न तो सीएमओ कार्यालय का चक्कर लगाना होगा न तो किसी राजकीय अस्पताल का। इसके साथ ही स्टांप पेपर पर शपथ पत्र की अनिवार्यता भी नहीं होगी। शासन ने उनके अवकाश लेने की प्रक्रिया को आसान कर दिया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा का पत्र आने पर विभाग उसे अमल में लाने की तैयारी कर रहा है। जिले में कुल 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। जिसमें चार हजार से अधिक शिक्षक एवं कर्मचारी तैनात हैं। अभी तक उन्हें चिकित्सकीय अवकाश के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता। स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर या किसी भी वक्त-जरूरत पर अवकाश लेने को लेकर दिए जाने वाले चिकित्सा प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत चिकित्सकों में रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर को शामिल नहीं किया गया था। इससे शिक्षक-कर्मियों को अधिकृत चिकित्सकों की तलाश के लिए सीएमओ कार्यालय, जिला स्तरीय अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का चक्कर लगाना पड़ता था। ऐसे में अब चिकित्सा प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत चिकित्सकों के निर्धारण में सभी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर को शामिल कर दिया गया है। जिनकी ओर से जारी प्रमाण पत्र अवकाश की सुविधा देने के लिए मान्य होगा। इसी तरह पूर्व में सभी अवकाश प्रकरण में स्टांप पेपर पर शपथ पत्र देना होता था। इस व्यवस्था को भी अब समाप्त कर दिया गया है। क्या-क्या हुए बदलाव पूर्व में बाल्यकाल अवकाश में एक बार में स्वीकृति के लिए समय सीमा निर्धारित नहीं थी, जबकि अब बाल्यकाल अवकाश एक बार में सामान्यतया अधिकतम 30 दिनों के लिए ही दिया जाएगा। निर्वाचन, आपदा, जनगणना, बोर्ड परीक्षा की अवधि में उससे पांच दिन पूर्व की तिथियों में बाल्य देखभाल अवकाश खंड शिक्षाधिकारी और जिला बेसिक शिक्षाधिकारी की ओर से सम्यक विचार के बाद बढ़ाया जाएगा। वर्तमान में शिक्षणेतर कर्मचारियों के प्रतिकर अवकाश स्वीकृत होते रहे हैं, जबकि बदलाव मेें बताया गया है कि परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षणेतर कर्मचारियों को निर्बंधित अवकाश, प्रतिकर अवकाश और अध्ययन अवकाश अनुमन्य नहीं हैं।

शिक्षक और शिक्षणेतर कर्मियों के अवकाश को स्वीकृति करने को लेकर महानिदेशक स्कूल शिक्षा का निर्देश आया है। इसके सापेक्ष कार्रवाई के लिए खंड शिक्षाधिकारियों से लेकर प्रधानाचाकों तक निर्देश जारी कर दिया गया है। निर्देश का पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। भूपेंद्र नारायण सिंह बीएस‌ए भदोही
*भदोही पहुंचे ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, विकास कार्यों की समीक्षा की बोले- जिले का विकास हमारी प्राथमिकता*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव


भदोही। जिले के प्रभारी मंत्री एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का आज जिले में आगमन हुआ। कार्यकर्ताओं ने बॉर्डर पर रिसीव कर जोरदार स्वागत किया। गेस्ट हाउस ज्ञानपुर पहुंचे ऊर्जा मंत्री एवं प्रभारी मंत्री ने गार्ड ऑफ अनार की सलामी ली ,कार्यकर्ताओं से उनके समस्याओं की जानकारी लेने के साथ ही कोर कमेटी के साथ बैठक की। ऊर्जा मंत्री ने कलेक्ट्रेट में जिले के विकास कार्यों की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा दे दिया। सोमवार को जिले में पहुंचे प्रभारी मंत्री एके शर्मा ने कार्यकर्ताओं से उनके समस्याओं की जानकारी एवं जिले के बारे में अवगत हुए । प्रभारी मंत्री ने भाजपा कोर कमेटी के साथ बैठक भी की । इसके पश्चात कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जनपद में पहला आगमन था मेरा । जनपद के बारे में जानकारी लिया है और जो भी समस्याएं हैं उसको प्राथमिकता के अनुसार पर निस्तारण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि जिले के विकास को मॉडल के रूप में कराया जाए। जिससे सरकार के विभिन्न योजनाओं का लाभ लाभार्थी को आसानी से मिल पाए। उन्होंने विद्युत व बुलडोजर एक्शन पर कहा कि सभी पर पारदर्शिता पूर्ण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद का विकास ही मेरी पहली प्राथमिकता होगी। प्रभारी मंत्री का कार्यकर्ताओं ने फूलमालाओं से लड़कर स्वागत किया एवं काफिला के साथ गेस्ट हाउस तक पहुंचे।
44 रिटायर जवानों के हाथ होगी सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा* *सैनिक कल्याण बोर्ड के सैनिकों को मिली जिम्मेदारी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिला अस्पताल के सुरक्षा की कमान अब रिटायर्ड सेना के जवानों के हाथों में होगी। 44 सेवानिवृत्त जवानों को जिला अस्पतालों में बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात किया गया है। सभी जवान जिले के सैनिक कल्याण बोर्ड से आए हैं। इसके पहले एजेंसी के माध्यम से सुरक्षा गार्डों को रखा गया था। जिले के सरकारी अस्पतालों में अत्यधिक भीड़ होने से व्यवस्थाएं बेपटरी हो जाती है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर हमेशा प्रश्न चिह्न बना रहता है। अब तक एजेंसियों के माध्यम से तैनात सुरक्षा गार्ड लापरवाही भी बरतते थे। इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित अस्पतालों में हुई घटनाओं के बाद भी अस्पतालों की सुरक्षा को बेहतर करने का प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सीएमओ कार्यालय सहित जनपद के नौ स्वास्थ्य केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी अब सेवानिवृत्त हो चुके सैनिकों के कंधे पर होगी। अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों पर 44 सुरक्षा गार्ड की तैनात किया गया है। सभी सुरक्षाकर्मी जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से आए है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय भदोही में 10-10 सुरक्षाकर्मी और सरपतहां के 100 बेड अस्पताल सहित सीएचसी औराई, डीघ पर चार-चार और गोपीगंज, सुरियावां, अभोली और सीएमओ कार्यालय में तीन तीन सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। इस तरह से कुल 44 सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई। इसके अलावा बड़े अस्पतालों में पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं।  हर दिन अस्पताल में 5000 तक की भीड़ तीन बड़े अस्पतालों में 1700 से 1800 के करीब ओपीडी होती है। अस्पतालों में रोजाना 4500 से 5000 के करीब मरीज और तीमारदारों की भीड़ होती है। अत्यधिक भीड़ से व्यवस्थाएं बेपटरी हो जाती है। ऐसे में सुरक्षा के बेहतर दृष्टिकोण से 44 पूर्व सैनिक के जवानों की तैनाती की गई है।


अस्पतालों के सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए पूर्व सैनिक के 44 सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। इन्हें ड्यूटी अलग - अलग अस्पतालों में लगाईं गई है। डॉ संतोष कुमार चक मुख्य चिकित्साधिकारी भदोही
44 रिटायर जवानों के हाथ होगी सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा* *सैनिक कल्याण बोर्ड के सैनिकों को मिली जिम्मेदारी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिला अस्पताल के सुरक्षा की कमान अब रिटायर्ड सेना के जवानों के हाथों में होगी। 44 सेवानिवृत्त जवानों को जिला अस्पतालों में बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात किया गया है। सभी जवान जिले के सैनिक कल्याण बोर्ड से आए हैं। इसके पहले एजेंसी के माध्यम से सुरक्षा गार्डों को रखा गया था। जिले के सरकारी अस्पतालों में अत्यधिक भीड़ होने से व्यवस्थाएं बेपटरी हो जाती है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर हमेशा प्रश्न चिह्न बना रहता है। अब तक एजेंसियों के माध्यम से तैनात सुरक्षा गार्ड लापरवाही भी बरतते थे। इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित अस्पतालों में हुई घटनाओं के बाद भी अस्पतालों की सुरक्षा को बेहतर करने का प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सीएमओ कार्यालय सहित जनपद के नौ स्वास्थ्य केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी अब सेवानिवृत्त हो चुके सैनिकों के कंधे पर होगी। अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों पर 44 सुरक्षा गार्ड की तैनात किया गया है। सभी सुरक्षाकर्मी जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से आए है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय भदोही में 10-10 सुरक्षाकर्मी और सरपतहां के 100 बेड अस्पताल सहित सीएचसी औराई, डीघ पर चार-चार और गोपीगंज, सुरियावां, अभोली और सीएमओ कार्यालय में तीन तीन सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। इस तरह से कुल 44 सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई। इसके अलावा बड़े अस्पतालों में पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं।  हर दिन अस्पताल में 5000 तक की भीड़ तीन बड़े अस्पतालों में 1700 से 1800 के करीब ओपीडी होती है। अस्पतालों में रोजाना 4500 से 5000 के करीब मरीज और तीमारदारों की भीड़ होती है। अत्यधिक भीड़ से व्यवस्थाएं बेपटरी हो जाती है। ऐसे में सुरक्षा के बेहतर दृष्टिकोण से 44 पूर्व सैनिक के जवानों की तैनाती की गई है।


अस्पतालों के सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए पूर्व सैनिक के 44 सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। इन्हें ड्यूटी अलग - अलग अस्पतालों में लगाईं गई है। डॉ संतोष कुमार चक मुख्य चिकित्साधिकारी भदोही
*भदोही जिला कारगार पहुंचे डीजी जेल:रामा शास्त्री बोले-कैदियों के द्वारा कालीन की बुनाई का कार्य सराहनीय*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। ज्ञानपुर नगर स्थित जिला कारागार का आज डीजी जेल पीवी रामा शास्त्री ने निरीक्षण किया। डीजी जेल के पहुंचते ही जिला कारागार परिसर में हड़कंप मचा रहा। निरीक्षण के दौरान डीजी जेल ने जेल के कैदियों से बातचीत की साफ सफाई एवं भोजनालय का निरीक्षण किया।दोपहर बाद जिला कारागार पहुंचे डीजी जेल पीवी रामा शास्त्री ने जेल का निरीक्षण किया। निरीक्षण से जेल कंपाउंड में अफरा तफरी मचा रहा। जेल के निरीक्षण के बाद डीजी जेल ने कहा कि जेल में रखरखाव एवं साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि जेल में कैदियों द्वारा जो कालीन की बुनाई की जा रही है वह काफी सराहनीय है ।उसके लिए भी अलग से जेल के कालीन को प्रोत्साहन देने के लिए व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जेल के कैदियों द्वारा बुनाई की गई कालीन संसद भवन में भी लगाया गया जो अपने आप में गौरव की बात है। उन्होंने कहा की नई जेल के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण कर लिया गया है जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। उन्होंने कहा कि जेल की व्यवस्था के लिए अलग से एक अधीक्षक की नियुक्ति की गई है। जिनके देखरेख में जेल के व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल का भ्रमण था जिसके तहत ज्ञानपुर जेल का भी निरीक्षण किया गया है। डीजी जेल के साथ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
*लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से घबरा चुकी है भाजपा-लाल बिहारी:बोले-समाजवादी कार्यकर्ता दमनकारी नीति को नहीं करेंगे बर्दाश्त*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। में आज पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने सपा विधायक जाहिद बेग के आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद भाजपा पूरी तरह घबरा चुकी है । सपा कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा लडादकर कुचलने का प्रयास कर रही है । किंतु समाजवादी कार्यकर्ता दमनकारी नीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे। समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव भदोही विधायक जाहिद बेग की आवास पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि सपा विधायक जाहिद बेग के साथ पुलिस ने फर्जी मुकदमा लादा है। इस जनपद के लोग भली भाति जानते हैं । उन्होंने कहा कि जाहिद बेग के लड़के को भदोही पुलिस ने उठाया और जब हमने बात किया तो कहा कि छोड़ दिया है । किंतु चार दिन बाद भदोही पुलिस ने फर्जी मुकदमा लाद कर उनके लड़के को भी अंदर कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव के बाद पूरी तरह घबरा गई है । प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ फर्जी मुकदमे फसाकर उन्हें कुचलने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन की तरह दमनकारी नीति भाजपा अपना चुकी है । जिसे जनता भलीभाति जान रही है। बीते लोकसभा चुनाव में जनता ने जवाब दिया है और आने वाले चुनाव में भी भाजपा को जनता जवाब देगी । उन्होंने कहा की दमनकारी नीति के खिलाफ समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता खड़े थे और हमेशा खड़े रहेंगे।