शासन व संविदा संगठनों संघ महत्वपूर्ण बैठक 8 अक्टूबर को लखनऊ में
लखनऊ :परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों, अनुदेशको और रसोईयों के समस्याओं के समाधान को लेकर सरकार वेहद गंभीर है। महिला शिक्षामित्रों को शादी के बाद अपने ससुराल वाले जिले में तैनाती देने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सकता है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने इसके लिए आठ अक्टूबर को बैठक बुलाई है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से विभिन्न संगठनों के दो-दो प्रतिनिधियों को इस बैठक में आमंत्रित करने के लिए शुक्रवार को पत्र जारी कर दिया गया है। संगठनों के राज्य स्तरीय अध्यक्ष व महामंत्री अथवा दो प्रतिनिधि इस बैठक में बुलाए गए हैं। अगस्त 2014 और अप्रैल 2015 में दो बार में 1.48 लाख शिक्षामित्रों का समायोजन सहायक अध्यापक के पद पर हुआ था। 25 जुलाई 2017 को इनका समायोजन निरस्त हो गया। समायोजन निरस्त होने के बाद कुछ तो अपने मूल विद्यालय पर वापस आ गये। कुछ समायोजित विद्यालय पर ही रह गये। समायोजन निरस्त होने के बाद इन्हें 10 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जा रहा है । समायोजन निरस्त होने से आहत हजारों शिक्षा मित्र काल के गाल में समा गए। तबसे शिक्षा मित्र स्थाई करण की मांग कर रहे हैं।
शिक्षा मित्रों अनुदेशको की समस्याओं को लेकर सरकार वेहद गम्भीर है। श्री चंद, बबलू तिवारी सहित कई शिक्षक एम एल सी इनकी वकालत कर रहे हैं।बेसिक शिक्षा मंत्री व बेसिक विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व रसोइयों के प्रतिनिधियों की बैठक आठ अक्टूबर को लखनऊ में होंगी। जिसमें समान कार्य समान वेतन, भविष्य सुरक्षित करने के साथ मानदेय वृद्धि और कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सकता है। बैठक से शिक्षा मित्रों अनुदेशको रसोइयों की आस जगी है।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रांतीय संगठन मंत्री कृष्ण मोहन उपाध्याय, आजमगढ़ मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला व महामंत्री सुशील कुमार यादव सहित प्रदेश के पदाधिकारियों की मेहनत शिक्षा मित्रों के चेहरे पर मुस्कान लाई। कहा कि आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की कृपा हम पर जरुर बरसेगी। और जो भी करेंगे अच्छा करेंगे।
Oct 09 2024, 10:35