परिवार के लिए बोझ नहीं आशीर्वाद है बुजुर्ग-उमेश दुबे

खजनी गोरखपुर। बाल कल्याण महिला विकास शिक्षा प्रचार प्रसार समिति द्वारा संचालित अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक (वृद्ध) दिवस के अवसर पर नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल के वार्ड संख्या-3 में स्थित वृंदावन पाण्डेय वृद्धाश्रम के तत्वावधान में आयोजित वस्त्र वितरण कार्यक्रम में चेयरमैन प्रतिनिधि उमेश कुमार दुबे ने सभी वृद्ध जनों को वस्त्र और फल वितरण करते हुए सभी वृद्धजनों का कुशल क्षेम जाना और वहां पर दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार सहित जानकारियां लेते हुए वहां के बुजुर्गों की सेवा सुश्रुषा और सफाई व्यवस्था से संतुष्टि जताई।

उस दौरान वृद्धाश्रम के मैनेजर नीरज मौर्य ने बताया कि यह कुल 50 बेड की क्षमता वाला है, वर्तमान में यहां 17 पुरूष और 13 महिलाओं समेत 30 लोग मौजूद हैं। उस दौरान सभासद श्रीप्रकाश गुप्ता, विनय बजरंगी, धीरज गौंड़, शान्तनु, पिंकू यादव, रामपाल पांडेय, सचिन सहित दर्जनों सम्भ्रान्त लोग मौजूद रहे।

बाढ़ प्रभावित नैपुरां गांव में स्वास्थ्य जांच कर दवाएं दी गईं

खजनी गोरखपुर। इलाके के बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों के स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंची खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम के प्रभारी डॉक्टर त्रिवेणी कुमार द्विवेदी ने गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय नैपुरा में पहुंच कर सभी बच्चों की स्वास्थ्य जांच की बीमार बच्चों को दवाएं देने के साथ ही लोगों को प्रतिरोधक दवाएं भी दी गईं। स्कूल के 62 बच्चों में 48 उपस्थित पाए गए। जिनमें 6 बच्चे बुखार, 3 बच्चे चर्म रोग तथा एक दांतों की समस्या से पीड़ित पाया गया।

इस दौरान बाढ़ प्रभावित गांव में लोगों को क्लोरीन की गोलियां, ब्लीचिंग पॉवडर और ओआरएस का पैकेट वितरित किया गया। ग्रामवासियों और विद्यार्थियों को बीमारियों से बचाव की जानकारी देते हुए डॉक्टर द्विवेदी ने उन्हें प्रतिरोध घरेलू उपायों को अपनाकर रोगों से बचाव की जानकारी भी दी। मेल स्टॉफ नर्स सुबेश राय समेत गांव की आशा शिक्षक तथा अन्य लोग मौजूद रहे।

गोरखपुर मण्डल के लेखा सहायकों की बैठक: प्रदेश अध्यक्ष को बधाई और संगठन के पुर्नगठन पर जोर

गोरखपुर मण्डल के लेखा सहायकों की बैठक सम्पन्न, नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई और संगठन के पुर्नगठन पर चर्चा।

गोरखपुर मण्डल के लेखा सहायकों की एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी एवं अखिलेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई दी गई और संगठन के पुर्नगठन हेतु सुझाव प्रेषित किए गए। लेखा सहायकों ने विगत 14 वर्षो से अल्पमानदेय और सुविधाओं के अभाव में अपना जीवन यापन करने की गंभीरता पूर्वक चर्चा की।

बैठक के मुख्य बिंदु

नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई लेखा सहायकों ने नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को बधाई दी और उनके समर्थन में एकजुटता दिखाई।

संगठन के पुर्नगठन पर चर्चा

लेखा सहायकों ने संगठन के पुर्नगठन हेतु सुझाव प्रेषित किए और इसके लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया।

अल्पमानदेय और सुविधाओं के अभाव पर चर्चा

लेखा सहायकों ने विगत 14 वर्षो से अल्पमानदेय और सुविधाओं के अभाव में अपना जीवन यापन करने की गंभीरता पूर्वक चर्चा की।

समान कार्य और समान वेतन की मांग

लेखा सहायकों ने समान कार्य और समान वेतन की मांग के लिए कोर्ट में जाने का सुझाव दिया, जिसे सभी लोगों ने एक मत से समर्थन किया।

इस बैठक में प्रदेश समिति के प्रतिनिधि अजय कुमार तिवारी सहित बड़ी संख्या में लेखा सहायक उपस्थित रहे। गोरखपुर मण्डल से पूरा सहयोग देने की भी बात कही गई।

चौरी चौरा विधायक ने किसानों के साथ भूमि अधिग्रहण को लेकर बैठक

गोरखपुर। चौरी चौरा विधायक ई. सरवन निषाद ने मंगलवार को माडापार गोबरहिया में जीडीए द्वारा जमीन अधिग्रहण को लेकर नौ गावों के किसानों के साथ बैठक किया और उनकी समस्याओं को सुना।

जिसमे किसानों ने विधायक से बताया कि हम छोटे किसान है और हमारे जमीनों को अधिग्रहण मत किया जाए और हमे कोई मुआवजा नहीं चाहिए दस वर्षो से जमीन की मालकियत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है और सर्किल रेट भी वहीं है जिससे हम लोगों को कोई मुनाफा नही होगा और हमारे पास अनाज उगाने के लिए कुछ भी नहीं रह जाएगा और हम छोटे काश्तकार है और हम लोगों के पास एक डेढ़ बीघा जमीन है किसानों ने अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया ।

जिस पर विधायक ने किसानों को आश्वस्त किया कि सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर किसानों की समस्यायों को मिलकर अवगत कराऊंगा और किसानों को न्याय मिलेगा। उक्त अवसर पर आनंद शाही, राहुल जायसवाल, अशोक शाही, संतोष पाण्डेय, सुरेन्द्र, मोहन, रामानुज जायसवाल, राम गोविन्द निषाद, श्यामदेव निषाद, अंशु प्रजापति, राम बचन प्रजापति सहित तमाम लोग मौजूद रहें।

*मखाना की खेती को प्रोत्साहित कर किसानों का खजाना बढ़ाएगी योगी सरकार*

मखाना की खेती पर किसानों को मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपये अनुदान

देवरिया जिले में गत वर्ष शुरू हुआ मखाना की खेती का प्रयोग

गोरखपुर, कुशीनगर और महराजगंज जिले के लिए इस साल 33 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित

गोरखपुर, 8 अक्टूबर। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार सतत प्रोत्साहन की योजनाएं लागू कर रही है। इसी सिलसिले में किसानों का खजाना बढ़ाने के लिए योगी सरकार ने मखाना की खेती के लिए किसानों को अनुदान देने की व्यवस्था बनाई है। इसके लिए सरकार का विशेष ध्यान मखाना की सर्वाधिक खेती करने वाले बिहार के मिथिलांचल के समतुल्य जलवायु वाले पूर्वांचल पर है। सरकार ने पूर्वांचल के 14 जिलों में अनुदान पर मखाना की खेती के लिए लक्ष्य तय कर दिया है। इसमें गोरखपुर मंडल के देवरिया जिले में बीते साल से मखाना की खेती शुरू हो गई है जबकि मंडल के तीन अन्य जिलों गोरखपुर, महाराजगंज और कुशीनगर को कुल 33 हेक्टेयर में मखाना की खेती कराने का लक्ष्य दिया गया है। वैज्ञानिक अध्ययन में पाया गया है कि गोरखपुर मंडल की जलवायु में मिथिला जैसी उत्पादकता देने का सामर्थ्य है।

मखाना की खेती ऐसी जगहों के लिए अधिक उपयुक्त हैं जहां खेतों में काफी पानी जमा रहता है। गोरखपुर मंडल में तालाबों की पर्याप्त संख्या तो है ही मंडल के कई ब्लॉक ऐसे हैं जहां लो लैंड एरिया में बारिश का पानी खेतों में काफी समय तक भरा रहता है। जाहिर सी बात है कि इन खेतों के किसान मखाना की खेती अपनाकर मालामाल हो सकते हैं। सरकार की तरफ से मखाना खेती के लिए अनुदान की व्यवस्था भी इसी मंशा से की गई है। सरकार की इस पहल का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।

गोरखपुर मंडल के देवरिया जिले में मखाना की खेती का प्रयोग गत वर्ष ही शुरू हो चुका है। यहां के कई प्रगतिशील किसान और मत्स्यपालक राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र दरभंगा से मखाना का बीज मंगाकर खेती कर रहे हैं। इस तरह देवरिया मखाना खेती की शुरुआत करने वाला पूर्वांचल का पहला जिला बन चुका है। इस साल देवरिया में करीब पांच हेक्टेयर रकबे में मखाना की फसल तैयार है। अब सरकार मंडल के अन्य जिलों के किसानों को भी इससे जोड़ने में जुट गई है। मसलन देवरिया के बगल में कुशीनगर जिले में 13 हेक्टेयर रकबे में मखाना की खेती कराने का लक्ष्य मिला है। इसमें से अबतक 8 हेक्टेयर से अधिक रकबे में खेती करने के लिए 16 किसानों का प्रस्ताव उद्यान विभाग ने मंजूर भी कर लिया है। गोरखपुर में 10 हेक्टेयर रकबे में मखाना की खेती कराने का उद्यान विभाग को दिया गया है। राजकीय उद्यान के अधीक्षक पारसनाथ बताते हैं कि कुल लक्ष्य में 20 प्रतिशत से यानी गोरखपुर में 2 हेक्टेयर रकबे में मखाना की खेती के लिए अनुसूचित जाति के किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 8 हेक्टेयर रकबा सामान्य वर्ग के किसानों के लिए लक्षित है। इसी तरह महराजगंज जिले में भी उद्यान विभाग को 10 हेक्टेयर में मखाना की खेती कराने का लक्ष्य शासन से मिला है। पहले साल करीब 25 किसान इससे जुड़ेंगे।

40 प्रतिशत लागत की भरपाई अनुदान से

उद्यान विभाग में पंजीकरण कराकर मखाना की खेती करने वाले किसानों को सरकार प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपये का अनुदान देगी। एक हेक्टेयर में मखाना की खेती करने में करीब एक लाख रुपये की लागत आती है। ऐसे में लागत की 40 प्रतिशत भरपाई तो अकेले सरकारी अनुदान से ही हो जाएगी। एक हेक्टेयर के तालाब या पानी लगे खेत में औसतन प्रति हेक्टेयर 25 से 29 क्विंटल पैदावार हासिल होती है। वर्तमान में अच्छी क्वालिटी के मखाना का प्रति किलो थोक भाव औसतन एक हजार रुपये है।

नर्सरी डालने से लेकर फसल तैयार होने में लगता है दस माह

मखाना की खेती तालाब या औसतन तीन फीट पानी भरे खेत में होती है। नवंबर महीने में इसकी नर्सरी डाली जाती है और चार माह बाद (फरवरी-मार्च में) इसकी रोपाई की जाती है। रोपाई के करीब पांच महीने बाद पौधों में फूल लगने लगते हैं। अक्टूबर-नवम्बर में इसकी कटाई शुरू होती है। नर्सरी डालने से लेकर कटाई तक कुल दस माह का समय फसल तैयार होने में लगता है। मखाना की खेती उन किसानों के लिए तो और भी फायदेमंद है जो पहले से अपने निजी तालाबों में मछली पालन करते हैं।

सुपरफूड के रूप में बढ़ रही मखाना की ख्याति

पोषक तत्वों का खजाना होने का कारण मखाना की ख्याति एक सुपरफूड के रूप में बढ़ रही है। कोरोना के बाद लोगों में स्वास्थ्य और प्रतिरक्षण प्रणाली को मजबूत करने के लिए जागरूकता काफी बढ़ी है और इसके चलते मखाना की मांग में भी काफी तेजी से वृद्धि हुई है। लो कैलोरी होने के साथ मखाना में प्रोटीन, फॉस्फोरस, फाइबर, आयरन और कैल्शियम भरपूर पाया जाता है। इसका सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के साथ हृदय, उच्च रक्तचाप और मधुमेह नियंत्रण के लिए मुफीद माना जाता है।

सिपाही पंकज की पत्नी पहुंची एसएसपी कार्यालय, लगाई न्याय की गुहार

गोरखपुर क कैंट थाना क्षेत्र के छात्र संघ चौराहा पर गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर अनुज सरकारी के क्लीनिक पर हुए मारपीट का मामला शांत नहीं हो रहा है पीड़ित सिपाही पंकज की पत्नी आज सिविल लाइन स्थित एसएसपी कार्यालय पहुंची और एसएसपी डॉ. ग्रोवर ग्रोवर से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई,सिपाही की पत्नी ने कहा कि साहब मेरे पति ने अल्ट्रासाउंड की फीस को लेकर डॉक्टर से सवाल कर दिया कि खलीलाबाद में तो ?800 लगता है यहां पर 1100 क्यों लिया जा रहा है इसी बात से डॉक्टर नाराज हो गए पहले तो उन्होंने मेरे पति को गंदी गंदी गालियां दी और बाद में अपने कर्मचारियों को बुलाकर बुरी तरह  से मारा पीटा गया।

इसकी शिकायत उन्होंने कैंट थाने पर की गई तो डॉक्टर के दबाव में पुलिस ने समझौता कराकर मामले को शांत कर दिया और पति के दिल को इतनी ठेस पहुंची कि वह सदमे को भूल नहीं पाये और तनाव में आकर शुक्रवार के दिन डॉक्टर से पूछने गए थे कि उन्हें क्यों मारा पीटा गया । डॉक्टर और उनके कर्मचारियों ने फिर उन्हें बुरी तरीके से मारा पीटा गया बृहस्पतिवार को जब मैं अपने पति को बचाने गई तो मेरे साथ भी मारपीट और अभद्र व्यवहार व छेड़खानी किया गया,मेरे परिवार को भी न्याय मिला चाहिए मेरा 4 साल का मासूम बच्चा है उसके सामने एक पिता को पीटा गया उसे भी सदमा लगा है आरोपी डॉक्टर और उसके कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और उन्हें भी कड़ी से कड़ी सजा  मिले।
आपसी भाईचारा बढाता है फलाहार कार्यक्रम : विनय शंकर तिवारी
गोला गोरखपुरक शारदीय नवरात्र के अवसर पर उपनगर बड़हलगंज के नेशनल इण्टर कालेज के प्रांगण में पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी  द्वारा आयोजित फलाहार वितरण कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी  ने कहा कि नवरात्र आदि शक्ति मा जगत जननी की आराधना का समय होता है ।

हिन्दू जनमानस के लिए यह पावन पर्व बहुत महत्वपूर्ण होता है । ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारा बढता है तथा समाज को एक सूत्र में बांधने का माध्यम बनता है । सभी के एक साथ फलाहार करने से एक दूसरे के प्रति प्रेम और विश्वास का भाव जगता है। तिवारी ने कहा कि सामाजिक भेदभाव मिटाने की मंशा के अनुरूप गांव-गांव ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बहुत जरूरी है ।

इस अवसर पर पं. तारकेश्वर पाण्डेय, पूर्व प्रमुख राजबहादुर सिंह, परमानंद दूबे, भुवनेश्वर चतुवेर्दी, अजय दूबे, अजय सर्राफ, कमलेश सिंह, लल्लन तिवारी, नरेन्द्र शाही मुन्ना, गजाधर दूबे, रामजनम यादव, मंगल निषाद, गिरजेश तिवारी, संजय तिवारी, प्रवीण तिवारी,  आशुतोष तिवारी, सौरव दूबे, आमीर यादव, रामनिवास, गुलशन यादव, श्रवण जायसवाल, वीरु सोनकर, आदि उपस्थित थे ।
कृषि मेला और प्रदर्शनी में किसानों को दी गई जानकारी

खजनी गोरखपुर। ब्लॉक परिसर में आज दिनांक 07 अक्टूबर 2024 को विकास खण्ड स्तरीय कृषि मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अंशू सिंह ब्लॉक प्रमुख खजनी ने शिरकत की।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं। पर्यावरण एवं जैविक खेती विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद पर्यावरण वैज्ञानिक डॉक्टर भुवनेश्वर पांडेय द्वारा पर्यावरण एवं जैविक खेती के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। बाल विकास पुष्टाहार सीडीपीओ रचना पांडेय द्वारा बाल विकास पुष्टाहार के बारे में विस्तार सहित जानकारी दी गई।

कृषि के विकास

द्रौपदी देवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार दुबे ने बताया कि कृषि के विकास के दो प्रथम आविष्कार अग्नि और पहिया हैं। जिनका प्रयोग आज भी कृषि के लिए वरदान बना हुआ है। उन्होंने कृषि के विभिन्न आयामों की जानकारी दी।

हलषष्ठी व्रत

विषय पर भी चर्चा की गई तथा किसानों को बताया गया कि किस प्रकार इस व्रत में प्राकृतिक रूप से उपजे साग और फलों का उपयोग किया जाता है।

कृषकों को संबोधन

मुख्य अतिथि अंशू सिंह ने कृषकों से वैज्ञानिक तरीके से खेती करने, उत्पादन बढ़ाने और प्रधानमंत्री जी के सपने कृषकों की आय दो गुना करने को साकार करने का आह्वान किया। सहायक विकास अधिकारी कृषि कमलेश सिंह ने फसलों के अवशेष प्रबंधन और पराली न जलाने की अपील करते हुए उससे होने वाले लाभ हानि की जानकारी दी।

सरसों बीज का मिनी किट वितरण

कार्यक्रम में उपस्थित कुछ कृषकों को मुख्य अतिथि द्वारा सरसों के बीज का मिनी किट वितरित किया गया।

कार्यक्रम का समापन

खण्ड विकास अधिकारी के संबोधन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

कार्यक्रम का संचालन

कृषि विभाग के एटीएम रणधीर राय ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित हुए, जिनमें खण्ड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला, पर्यावरण वैज्ञानिक डॉक्टर भुवनेश्वर पांडे, सीडीपीओ रचना पांडे और भाजपा खजनी मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी शामिल रहे।

हादसों को दावत दे रहा कुंआंनों नदी के पुल का टूटा रेलिंग

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे में राम जानकी मार्ग पर स्थित कुंआंनों नदी पर बने पुल की लोहे की रेलिंग टूट गई है। जिससे असावधानी में किसी के भी नदी में गिरने की संभावना बनी हुई है। इतना ही नहीं पुल से नदी के पानी में छलांग लगाने की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं, किंतु जिम्मेदार प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है।

लंबे समय से पुल की टूटी हुई रेलिंग की अब तक मरम्मत नहीं कराई गई। गोरखपुर और संतकबीरनगर जिले को जोड़ने वाले इस मार्ग से होकर निरंतर वाहनों का आवागमन बना रहता है। जिससे हमेशा किसी गंभीर हादसे की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों में सद्दाम, जावेद, सतीश, रामपलट, रामा, अवधेश कुमार, शिवम जायसवाल सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि जिले पर स्थित राप्ती नदी पुल से कूद कर आत्महत्या करने की घटनाओं के बाद पुल पर ऊंची रेलिंग लगा दी गई। किंतु कुंआंनों नदी पर बने इस पुल के टूटे हुए रेलिंग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में नदी में पानी भरा हुआ है, पुल से नवरात्र में दुर्गा पूजा पांडालों में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन भी किया जाता है, रेलिंग की ऊंचाई भी बेहद कम है जिससे पुल से नदी में छलांग लगाने की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी ऊंचाई बढ़ाने और उपर लोहे की जाली लगाने की जरूरत है।हादसों को दावत दे रहा कुंआंनों नदी के पुल का टूटा रेलिंग

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे में राम जानकी मार्ग पर स्थित कुंआंनों नदी पर बने पुल की लोहे की रेलिंग टूट गई है। जिससे असावधानी में किसी के भी नदी में गिरने की संभावना बनी हुई है। इतना ही नहीं पुल से नदी के पानी में छलांग लगाने की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं, किंतु जिम्मेदार प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है।

लंबे समय से पुल की टूटी हुई रेलिंग की अब तक मरम्मत नहीं कराई गई। गोरखपुर और संतकबीरनगर जिले को जोड़ने वाले इस मार्ग से होकर निरंतर वाहनों का आवागमन बना रहता है। जिससे हमेशा किसी गंभीर हादसे की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों में सद्दाम, जावेद, सतीश, रामपलट, रामा, अवधेश कुमार, शिवम जायसवाल सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि जिले पर स्थित राप्ती नदी पुल से कूद कर आत्महत्या करने की घटनाओं के बाद पुल पर ऊंची रेलिंग लगा दी गई। किंतु कुंआंनों नदी पर बने इस पुल के टूटे हुए रेलिंग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

लोगों ने बताया कि बरसात के मौसम में नदी में पानी भरा हुआ है, पुल से नवरात्र में दुर्गा पूजा पांडालों में स्थापित मूर्तियों का विसर्जन भी किया जाता है, रेलिंग की ऊंचाई भी बेहद कम है जिससे पुल से नदी में छलांग लगाने की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी ऊंचाई बढ़ाने और उपर लोहे की जाली लगाने की जरूरत है।

नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ मुसलमानों में जबरदस्त गुस्सा, जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

गोरखपुर। पैगंबरे इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों का दौर जारी है। हमेशा अनाप शनाप बकने वाले नरसिंहानंद को लेकर मुसलमानों में जबरदस्त गुस्सा है।

गिरफ्तारी, सख्त सजा, रासुका व देश द्रोह की कार्रवाई करने की मांग की जा रही है। सोमवार को मस्जिद कादरिया गुलशन असुरन पोखरा, इमामबाड़ा मुतवल्लियान कमेटी, हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी से जुड़े लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।

नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम आरती साहू को सौंपा।रासुका के तहत सजा की मांग की गई। वहीं शिया फेडरेशन ने एसपी सिटी अभिनव त्यागी को ज्ञापन सौंप नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की।

मस्जिद कादरिया गुलशन के इमाम हाफिज शाकिर अली ने कहा कि पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ अवाम में काफी गुस्सा है। नरसिंहा नंद का गैर जिम्मेदाराना बयान दो समुदाय में नफ़रत फैलाने वाला है। नरसिंहा नंद ने भारतीय गंगा जमुनी तहजीब पर हमला किया है। नरसिंहा नंद ने दुनियाभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।

नरसिंहा नंद ने मुल्क के अमनो अमान को भंग करने की कोशिश की है। नरसिंहा नंद ने भारत के संविधान की खिलाफ़वर्जी करके हिन्दू मुसलमान में दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की है। नरसिंहा नंद पर एनएसए व देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त सजा दी जाए।

शाकिर अली सलमानी ने कहा कि समाज में जहर घोलने वाले नरसिंहानंद को कड़ी से कड़ी धारा लगाकर सजा दी जाए। हम भारत के मुसलमान भारत की गंगा जमुनी तहज़ीब को एक साथ लेकर चल रहे हैं। पैगंबरे इस्लाम की गुस्ताखी हमें किसी भी तरह से मंजूर नहीं है। भविष्य में ऐसा दुस्साहस कोई और न करने पाए इसलिए नरसिंहानंद को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

सैयद इरशाद अहमद ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि एक धर्मगुरु के ज़बान से ऐसी बात निकलेगी जो मुसलमानों को तकलीफ़ देने वाली होगी। आज जो कुछ गाजियाबाद में हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख हो रहा है। हमारी एकता को खतरा है। इसलिए हम नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ कठोर सजा की मांग करते हैं।

शांति अमन व देश का भाईचारा बना रहे इसलिए नरसिंहानंद को रासुका के तहत सजा दी जाए। हाजी सोहराब खान ने कहा कि देश जिस तरह से तरक्की कर रहा है, ऐसे में इस तरह का बयान आना दुख का विषय है। ऐसी गतिविधियों को करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

ज्ञापन सौंपने वालों में आफताब अहमद, इलियास गाजी क़मर कुरैशी राजू, शाहिद शाह, हाफिज अब्दुल्लाह मजीद, आमिर अली अंसारी, अफरोज अली गब्बर, आदिल अली, इमरान अली, मो. दानिश सिद्दीकी, शहाबुद्दीन अली, सुफियान शाह, जफर अली, सिराज अहमद, आमिर अली अंसारी, शोएब अंसारी, इमामुद्दीन अहमद, शहजाद अली, सैयद इरफान अली, मो. दानिश, सादिक अली, फैज सिद्दीकी, अब्दुल रऊफ, हाजी खुर्शीद आलम अंसारी, एडवोकेट एजाज रिज़वी, अलमदार हुसैन, जाफर रज़ा, गुलाम हुसैन, मिन्नत गोरखपुरी, कैसर अब्बास, राजिक अली खान, शमीम अहमद सलमानी ,कबीर अली, गौसुल आजम, जमा बब्बू, अफजाल अंसारी, मो. सलीम, मो. ताहिर, जमशेद, सईदुज्जमा, मिस्बाह अहमद, शकील अहमद, शोएब अंसारी, मो सुभानल्लाह, गुलाम अली, मो. वसीम आदि शामिल रहे।