44 साल से अधिक काम करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलसचिव डा. अजय कुमार पंडित ने अधिसूचना जारी करते हुए संबंधित सभी कॉलेजों के प्रधानाचार्य और विश्वविद्यालय विभागाध्यक्षों को सूचित किया है कि निर्धारित आयु और अवधि के बाद सेवा देना वालों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दरभंगा बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 में शिक्षकोत्तर कर्मियों की सेवानिवृति की आयु 62 वर्ष निर्धारित है। किसी भी परिस्थिति में सेवा अवधि 44 वर्ष से अधिक नहीं हो सकती है। जिसको लेकर बिहार सरकार ने सभी विभागों के नाम जारी पत्र में स्पष्ट कर चुकी है।

सेवा अवधि से अधिक नौकरी करने वालों से वसूली जाएगी राशि

कुलसचिव द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के अधीन स्नातकोत्तर विभागों, सभी अंगीभूत और संबंध महाविद्यालयों के वैसे शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मियों का वेतन भी अवरुद्ध किया जा सकता है, जिनकी सेवा 44 वर्ष पूरी हो चुकी है। इसके साथ स्थापना शाखा को निदेशित किया गया है कि ऐसे चिह्नित कर्मियों की सूची तैयार कर विश्वविद्यालय के वित्त विभाग को उपलब्ध करा दें। इसके अलावा ये भी बात सामने आई है कि जो कर्मी उक्त अवधि तक नौकरी कर चुके हैं उनसे वेतनादि की राशि की वसूली भी की जा जाएगी।

बिहार सरकार ने पहली ही जारी कर चुकी लिस्ट

बता दें कि बिहार सरकार ने बहुत पहले ही सभी विभागों के नाम जारी पत्र में स्पष्ट कर चुकी है कि 18 साल से कम उम्र में किसी को नौकरी नहीं दी जा सकती है। ऐसे में कोई भी कर्मी अधिकतम 44 साल ही अपनी सेवा दे सकता है। नियमानुसार, शिक्षक कोटि 65 साल और शिक्षकेतर कर्मी 62 साल या फिर अधिकतम 44 वर्ष ही नौकरी कर सकते हैं। साथ ही यह भी प्रावधान है कि अगर इस अधिकतम अवधि से अधिक कोई भी कर्मी सेवा देता है और उनको दी जाती है तो संबंधित कर्मी और पदाधिकारी से ही इस राशि की वसूली की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों ने की मारपीट, मांगे थे 1100 रुपए
दरभंगा के नगर थाना क्षेत्र से एक मामला सामने आया है। इसमें एक स्थानीय जो बैंक संबंधित ऑफिस चलाते हैं, उनके साथ पूजा समिति के सदस्यों द्वारा मारपीट की गई। घटना गुरुवार के लगभग साढ़े तीन बजे की है। मामले को लेकर नगर थाने में आवेदन दिया गया है। घटना के संबंध में आवेदक चौधरी दिव्यांशु विमान द्वारा बताया गया है कि वो अपना बैंक संबंधी आफिस कुतुबगंज, वार्ड नंबर 11 में चलते है। आज शाम करीब 3:30 बजे हसन चौक पूजा समिति सदस्य द्वारा 1100 रुपए का चंदा मांगने के लिए करीब 10 लोग आफिस पर आए। लेकिन जब इनके द्वारा कम चंदा देने की बात कही गई तो गाली गलौज करने लगे और मारपीट करने लगे।

DMCH में कराया इलाज

इस दौरान आवेदक चौधरी दिव्यांशु विमान का सिर फूट गया। इसका इलाज उन्होंने DMCH में कराया है। उन्होंने आगे बताया कि बीच बचाव करने पर जाते जाते दुकान तोड़फोड़ और रास्ता में मारपीट की धमकी देने लगे।

CCTV फुटेज आया सामने

इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। उन्होंने पुलिस के साथ भी साझा किया है। इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। विधि संवत कार्रवाई की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में कोसी कमला नदी उफनाई, चार पंचायतें जलमग्न
दरभंगा में कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड से होकर गुजरने वाली कोसी और कमला बलान नदी में उफान है। कमला बलान नदी के पश्चिमी तटबंध से पूरब 4 पंचायतों के सभी गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। हजारों एकड़ में लगी धान की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। चारों पंचायत के सभी गांव और सुघरईन पंचायत के भरैन मुशहरी व भिंडुआ पंचायत के गोबरष्ठी गांव के किनारे बसे सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है।

नदी के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार ऐसी है कि रविवार की शाम 6 बजे से सोमवार की दोपहर बाद 4 बजे तक 22 घंटे में नदी का जलस्तर साढ़े चार से पांच फीट बढ़ा है। इससे चारों पंचायत के 41 गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं।

इन इलाकों के घरों में पानी घुंस गया

इटहर पंचायत के चौकीया, लक्षमीनिया, इटहर, इटहर पोखर, जिमराहा विसुनिया, समौरा।

उसरी पंचायत के उसरी, हरिनाही, कोला,छोटकी और बड़की कोनिया, अरराही।

सिमरटोका पंचायत के उजुआ का झाझा, कोला, छोटकी और बड़की कोनिया, अरराही, कोदरा, कुंज भवन, बढ़ा महादेव मठ, बुढ़िया सुकराती टोला।

तिलकेश्वर पंचायत के बाघमोत्तर, न हो बहवा, सपही, बथौल, गोलमा सेक्का, करैन, तिलकपुर आदि गांवों में पानी घुस गया है।

कई घरों में नहीं जले चूल्हे

बाढ़ प्रभावित गांवों में सैकड़ों परिवार खटिया पर बैठकर 22 घंटे से समय व्यतीत कर रहे हैं। सैकड़ों परिवार के घरों में पानी रहने की वजह से चूल्हे नहीं जले हैं।

बघमोत्तर के कारी सदा, राम पुकार सदा, रामरतन सदा, प्रसादी सदा, बहाव के सुमन सदा, लखन सदा, आनंदी सदा बथैला के गणेश सदा, राजा राम सदा, छोटे लाल सदा ने बताया कि अचानक रात लगभग दो बजे घर में पानी घुस गया। आनन-फानन घर के सामान को बचाया।

दिन में चूड़ा, चीनी और सत्तू खाकर रहे। रात में भी यही खाना पड़ेगा। कमोबेश सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में पीड़ित परिवारों के साथ यही स्थिति है।

सड़क से संपर्क भंग,अब नव ही सहारा

मुख्य सड़क कुशेश्वरस्थान फुलतोड़ा के किनारे बसे गांवों को छोड़कर बाढ़ प्रभावित सभी गांव का सड़क से संपर्क भंग हो गया है। लोग नाव के सहारे मुख्य मार्ग पर आते हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 4815.69 हेक्टेयर में लगी खरीफ की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है।

चारों पंचायत के विद्यालय भी प्रभावित हो गए हैं।

विद्यालय को बंद करने के लिए पत्र लिखा गया

बीईओ राम भरोसे चौधरी ने बताया कि वरीय पदाधिकारी को चार पंचायतों के बाढ़ प्रभावित विद्यालय को बंद करने के लिए पत्र लिखा गया है।

थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में पुलिस गश्त कर रही है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 26 नाव चलाई जा रही

कुशेश्वरस्थान पूर्वी के सीओ गोपाल पासवान ने कहा कि तटबंध से पूरब चार पंचायत पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हो गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 26 नाव चलाई जा रही है। सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ की एक - यूनिट 30 सदस्यीय टीम पहुंची है। टीम बाढ़ की स्थिति सामान्य होने तक रहेगी।

तेगच्छा, महादेव मठ, तिलकेश्वर, सपही बुढ़िया सुकराती, वधमोत्तर, कोला टोका उजुआ, अरराही, चौकीया, इटहर और लक्षमीनिया में सामुदायिक किचेन शुरू किया गया है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में कोसी नदी की उपधारा का बांध टूटा
नेपाल में लगातार बारिश हो रही है। साथ ही नदी में पानी भी छोड़ा गया है। इस कारण बिहार में नदिया उफान पर है। रविवार देर रात दरभंगा के किरतपुर प्रखंड के भुभोल गांव के समीप कोसी नदी का पश्चिमी तटबंध करीब 10 मीटर की दूरी में टूट गया। इस कारण एक लाख की आबादी प्रभावित है। साथ ही 24 गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। डीएम राजीव रौशन ने बताया कि किरतपुर की आठ पंचायतों के लोगों को माइकिंग करा कर ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। करीब आठ किमी की दूरी में पानी बह रहा है। घनश्यामपुर, गौड़ाबौराम, कुशेश्वरस्थान और किरतपुर प्रखंड इससे प्रभावित होंगे। लोगों से अलर्ट रहने की अपील

जानकारी के अनुसार किरतपुर प्रखंड के सहरसा सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित कोसी नदी की उपधारा का बांध भूबोल के सामने टूट गया है। अधिकारी राजीव रोशन मौके पर अपनी टीम के साथ कैंप कर रहे हैं। कई अधिकारी मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में लगे हैं। लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है। लोगों के बीच अपने आप को बचाने के लिए अफरा-तफरी का माहौल है। बांध देर रात 12 बजाकर 45 मिनट में टूटा है। लगभग एक लाख की आबादी प्रभावित है।

बांध टूटने से रसियारी, किरतपुर, बगरस, दोहथा, जमालपुर, झगरुवा, कुबोल, ढागा, तरवारा, तेतरी, अमृतनगर, पखारिया, सिरसिया, रही टोल खतवारा, वर्दीपुर सिरनिया, लक्ष्मीपुर, भंडरिया, कदवारा, कटरिया, राम खेतरिया सहित कई गांव मुख्य रूप से प्रभावित है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में पलटी नाव, 9 लोग थे सवार
दरभंगा में बाढ़ का प्रकोप जारी है। इसी क्रम में रविवार को एक बड़ा नाव हादसा हो गया। यहां घास काट कर अपने गांव लौट रहे किसानों से भरी नाव पलट गई। घटना के समय नाव पर 9 लोग सवार थे। 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। वहीं, एक बच्ची लापता है। घटना कुशेश्वर स्थान के उजूवा गांव की है। हादसे के तुरंत बाद लोगों ने तत्परता दिखाया। 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। एक बच्ची की खोज जारी है। इस घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने थाना को दी है। लापता बच्ची की पहचान प्रमोद राय की 12 साल की बेटी स्वाति कुमारी के रूप में की गई है।

दरभंगा में नहीं है NDRF की टीम

घटना के समय नाव गांव से महज 500 मीटर दूर थी। घटनास्थल पर गड्ढा था। इसी वजह से नाव डगमगाई और पलट गई। वहीं, गड्ढा रहने के कारण वहां पर पानी ज्यादा था। अगल-बगल पानी कम था। इसी वजह से 8 लोगों को बचाने में आसानी हुई। पुलिस ने NDRF की टीम को सूचना दी है। लेकिन दरभंगा में एनडीआरएफ की टीम नहीं होने की वजह से देरी हो रही है।

घटनास्थल पर आक्रोशित ग्रामीण अपने स्तर से लड़की को ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। लापता स्वाती की मां रुस्तम देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीण सूरज राय, चंदन राय विमला देवी और अन्य ने बताया कि हर साल बाढ़ के डर में यहां लोगों की जान चली जाती है, पर कोई भी मदद को यहां नहीं पहुंचता है। 

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा मैं 22 हजार कि आबादी बाढ़़ से प्रभावित
दरभंगा में किरतपुर प्रखंड में बाढ़ ने दुबारा दस्तक दे दी है। नेपाल से छोड़े गए कोशी नदी के पानी का असर किरतपुर प्रखंड के दर्जनों गांव में देखने को मिल रहा है।
कोशी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण किरतपुर प्रखंड के दर्जनों गांव वर्दीपुर सिरनिया, पकरिया, अमृतनगर, लक्ष्मीपुर, भंडरिया, कदवारा, कटरिया, राम खेतरिया सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।

कोशी का पूर्वी तटबंध टूटने के कगार पर है। प्रशासन ने इस पर आवाजाही बंद करवा दी है। एनडीआरएफ मौके पर नहीं है। और न ही जल संसाधन विभाग का कोई कर्मी मौजूद है। स्थानीय लोगों की मदद से मिट्टी का बोरा तटबंध के किनारे रखा जा रहा है।


22 हजार की आबादी इस बाढ़ से ग्रसित

किरतपुर प्रखंड के नरकटिया गांव के पास बांध के ऊपर से नदी का पानी बह रहा है। अभी तक कोई राहत शिविर इलाके में नहीं चलाया गया है। जबकि 24 घंटे पहले से ऐसा करने का निर्देश था। किरतपुर सीओ अब चालू करवाने की बात कह रहे हैं। लगभग 22 हजार की आबादी इस बाढ़ से ग्रसित है। सभी बांध पर आकर शरण लेने को मजबूर हैं। 2004 के बाद ये पहला मौका है जब बाढ़ ने इतनी बड़ी दस्तक दी है।

बिजली नहीं रहने पर अंधेरे में रहने को मजबूर

लोगों को घर से निकलने में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी से घिर जाने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीणों को पशुओं के लिए चारा जुटाने में हो रहा है। वहीं, स्थानीय लोग प्रवीण यादव ने बताया है कि दिन में तो किसी तरह रह लेते हैं। रात में बिजली नहीं रहने पर अंधेरे में रहने को मजबूर रहते हैं। पानी पीने को तरस रहे हैं। घर से निकला मुश्किल हो गया है।
पशुओं के लिए नहीं जुटा पा रहे चारा

कई घरों को कोशी नदी अपने तेज बहाव में अपने साथ बहा ले गया है। घर को बहते देख भय उत्पन्न हो गई है। लोग दूर-दूर नाव से जाकर पशुओं के चारा लाकर पशु को खिला रहे हैं। स्थानीय लोग राम कुमार यादव ने बताया कि दूसरी बार बाढ़ का पानी आने से लोगों को कष्ट झेलना पड़ रहा है। 55 साल के उम्र में इतना पानी कोशी नदी में कभी नहीं देखा था।

ग्रामीणों को राशन, दवाइयां, पशु चारा और अन्य जरूरत के कार्यों के चलते नदी की तेज धारा में नाव के जान को जोखिम में डालकर नाव सहारे निबटारा करना पड़ रहा है। लेकिन कोशी नदी के रूद्र रूप के कारण नाव तक जाना मुश्किल होता है। पानी का करंट ज्यादा होने के कारण लोगों को हिम्मत तक नहीं होती है। 16 नाव चालू करवा दिया गया

कोशी नदी में जलस्तर के बढ़ने की संभावना को लेकर बांध पर नजर रखी जा रही है। बांधों पर बने रेन कट को भी दुरुस्त किया जा रहा है। इस कोशी बाढ़ को देखते हुए किरतपुर सीओ आशुतोष कुमार सन्नी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों का अब तक 16 नाव चालू करवा दिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर और नाव दिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आवश्यकता होने पर सामुदायिक किचन और पीने की पानी की व्यवस्था चालू करवा दी जाएगी।

उन्होंने बताया है कि कोशी नदी में पानी का जलस्तर स्थिर हो गई है। लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने को लेकर प्रशासन अलर्ट कर दिया है। अपवाह पर ध्यान न देनी की अपील की है। कोई भी सूचना मिले तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को जानकारी देने का अपील किया है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
ट्रेन इंजन से कटकर परिवार की तीन महिलाओं की मौत
दरभंगा में शुक्रवार रात एक ही परिवार के तीन महिलाओं की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। बताया जा रहा कि नवनिर्मित दरभंगा बाइपास स्टेशन पर इंजन का स्पीड ट्रायल चल रहा था। इसी दौरान तीनों महिलाएं शौच के लिए रेलवे पटरी के पास गई थी, तभी हादसा हो गया। इनके घर में शौचालय नहीं है। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।

मृत महिलाओं की पहचान रामबाबू पासवान की पत्नी बबीता देवी, श्याम पासवान की पत्नी ममता देवी और रामलगन पासवान की पत्नी देवकी देवी के रूप में हुई है। मृतका बबीता देवी के बेटे सतीश पासवान ने बताया कि मां ने खाना दिया था, फिर दूध पीने को बोलकर कहा था मैं आ रही हूं। घटना गोपालपुर गांव के पास की है।

सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई में जुट गई।

घर में शौचालय न होने का जताया विरोध

तीनों आपस में गोतनी थीं। वहीं, घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित दिखे। उन्होंने प्रशासन का भी विरोध किया। कहा कि घर में यदि शौचालय होता तो ये तीनों महिलाएं शौच के लिए घर से नहीं निकलती और आज इनकी मौत भी नहीं होती।

घटना-स्थल पर मौजूद गीता देवी ने कहा कि बबिता देवी, ममता देवी और देवकी देवी शौच के लिए गईं थीं। देवकी और बबिता देवी साड़ी में थी और ममता देवी नाइटी पहनी थी। बबिता देवी का कपड़ा इंजन में फंस गया था।

स्थानी निवासी शिवनारायण पासवान का कहना है हम लोगों को कोई भी काम करने के लिए इसी रेल पटरी से होकर गुजरना पड़ता है।

मृतका की सास पानो देवी से कहा कि हमारी बहू हमे बताकर शौच के लिए गई हुई थी। फिर वो घर वापस नहीं लौटी।

लोगों को ट्रायल के बारे पहले जानकारी दी गई थी

हाजीपुर मंडल रेलवे के मुख्य सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि उस लाइन पर इंजन का ट्रायल चल रहा था। ताकि देखा जा सके की इलेक्ट्रिक इंजन प्रॉपर तरीके से चल पाएगी या नहीं। लोगों को समझना चाहिए की लाइन जब चालू हो गई है तो अनऑथराइज्ड जगह क्रॉस ना करें। इंजन ट्रायल की सूचना पहले दी भी जा चुकी थी।

इसमें कोई मुआवजा का प्रावधान नहीं है। बाकी जो भी न्याय संगत होगा किया जाएगा।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में 30 सितंबर को लगेगा जॉब कैंप
दरभंगा में युवाओं के लिए सुनहरा मौका है। आने वाले 30 सितंबर को श्रम संसाधन विभाग की ओर से जॉब कैंप का आयोजन किया गया है। आयोजन दिन के 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा। इस कैंप में भाग लेने के लिए 18 से 30 वर्ष की आयु निर्धारित की गई है। बहाली इंटरव्यू के आधार पर होगी। यह नियुक्ति 50 पदों पर निकाली गई है। जानकारी दरभंगा के नियोजन पदाधिकारी अवर प्रादेशिक नियोजनालय मृणाल कुमार चौधरी ने दी है।


उन्होंने बताया कि आईटीआई, रामनगर के निकट संयुक्त श्रम भवन लहेरियासराय के कार्यालय परिसर और विश्वविद्यालय नियोजन सूचना व मार्गदर्शन केंद्र दरभंगा में Chaitanya India Fin Credit Pvt Ltd कैंप लगा रही। जिसमें मैट्रिक पास अभ्यर्थी की बहाली होगी।

उन्होंने कहा कि कस्टमर रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव के लिए अभ्यर्थी की उम्र सीमा 18 से 28 वर्ष निर्धारित है। कुल 50 पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षरता का आयोजन किया जाएगा। चयनित बीएम पद के लिए अभ्यर्थियों को 11,080 रुपए वेतन सहित मुफ्त आवास प्रतिमाह दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नियोजक की ओर से चयनित कस्टमर रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव पद के लिए अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानी है।

चयनित अभ्यर्थियों को उत्तर बिहार जिले में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। अभ्यर्थी के पास दो पहिया वाहन और ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सभी वांछित अभ्यर्थी उक्त मेला में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर रोजगार के अवसर का लाभ उठा सकते हैं। जॉब कैंप में भाग लेने के लिए अभ्यर्थियों के लिए नियोजनालय निबंधन अनिवार्य है।

कस्टमर रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव पद के लिए नियुक्ति

इसी प्रकार विश्वविद्यालय नियोजन सूचना व मार्गदर्शन केंद्र दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय कैंपस नरगोना पैलेस के माध्यम से 30 सितंबर (सोमवार) को विश्वविद्यालय नियोजन सूचना और मार्गदर्शन केंद्र दरभंगा में Chaitanya India Fin Credit Pvt Ltd सुबह के 11:00 बजे से दोपहर 03:00 बजे तक जॉब कैम्प का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मैट्रिक अभ्यार्थी की बहाली की जाएगी।

उन्होंने कहा कि कस्टमर रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव पद के लिए अभ्यर्थी की उम्र सीमा 18 से 28 वर्ष है निर्धारित है। कुल 50 पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षरता का आयोजन किया जाएगा।

चयनित बीएम पद के लिए अभ्यर्थियों को 12,500 रुपए वेतन सहित अन्य भत्त प्रतिमाह दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नियोजक की तरफ से चयनित कस्टमर रिलेशनशिप एग्जीक्यूटिव पद के लिए अभ्यर्थियों को नियुक्ति किया जाना है। सम्पूर्ण बिहार में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।

इच्छुक अभ्यर्थी भारत सरकार के NCS Protal (www.ncs.gov.in) पर जाकर खुद से या इस नियोजनालय में आकर निबंधन करा सकते हैं। अभ्यर्थी अपना बायोडाटा, सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, 05 रंगीन फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक और अन्य प्रमाण पत्र के साथ जॉब कैंप में भाग ले सकते हैं। जॉब कैम्प में भाग लेना पूर्णतः निःशुल्क है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
पानी से भरे गड्ढे में भैंस को नहाते समय हादसा, बेटे को दिखा उपलाता हुआ शव
दरभंगा जिला के कुशेश्वरस्थान दक्षिणी पंचायत अन्तर्गत गुलरिया गांव में बुधवार की देर शाम रेलवे बांध के बगल में पानी से भरे गड्ढे में एक भैंस चरवाहा अधेड़ व्यक्ति के डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान उक्त गांव के धुप नारायण यादव के 50 वर्षीय पुत्र बिलो यादव के रूप में की गई है।
घटना की सूचना मिलने पर कुशेश्वरस्थान पुलिस ने गुरुवार को मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है। आस पास के लोगों को घटना की जानकारी मिलते ही वहां भीड़ जुट गई।

भैंस को नहाने के दौरान हादसा

परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त गांव के बिलो यादव अपने भैंस को पानी पिलाने और धोने के लिए रेलवे बांध के बगल में पानी से भरे गड्ढे में ले गया था। इसी दौरान गहरे पानी में चले जाने पर डुबने से उसकी मौत हो गई।

काफी देर तक जब भैंस लेकर वापस घर नहीं लौटा तो पुत्र प्रिंस यादव खोजने के लिए रेलवे बांध के किनारे गया। वहां भैंस पानी में बैठी हुई थी। लेकिन पिता को नहीं देखकर इधर उधर नजर दौड़ाया। भैंस से कुछ दूरी पर पानी में उपलाते हुए पिता को देख छलांग लगाकर पानी में कूद पड़ा। पानी से बाहर निकालकर ऊपर लाया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

शव को घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद से मृतक के मां, पत्नी सहित परिवार के अन्य सदस्यों को रो रोकर बुरा हाल हो गया है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
मुंबई से बिहार आने वाली फ्लाइट की सीधी सेवा बंद
दीपवाली और छठ पूजा में मुंबई से बिहार आने वाले यात्रियों के लिए स्पाइसजेट कंपनी ने सीधी सेवा बंद कर दी है। मुंबई से दरभंगा आने वाले यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी पड़ेगी। जिसके लिए लोगों को टिकट के लिए 22 हजार रुपए देने होंगे। सीधी उड़ान रद्द करने के पीछे कंपनी ने तकनीकी कारण है। ट्रेवल एजेंट से मिली जानकारी के अनुसार 27 अक्टूबर से विमान कंपनी ने सीधी हवाई सेवा के लिए फ्लाइट में टिकट की बुकिंग बंद कर दी है। फिलहाल स्पाइसजेट के अलावा इस रूट पर किसी अन्य कंपनी की हवाई सेवा नहीं है।

कनेक्टिंग फ्लाइट से 7 घंटे में पहुंचेंगे दरभंगा

मुंबई से दरभंगा सफर करने वाले यात्रियों के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट की ही विकल्प बच गया है। पहले यात्रियों को दिल्ली की फ्लाइट पकड़ कर यहां पहुंचना पड़ेगा। जिसके बाद यात्रियों को फ्लाइट के इन्तजार में करीब सात घंटे से अधिक समय गुजारने पड़ेंगे। आम दिनों में लोग इस सफर को दो से ढाई घंटे के अंदर तय कर लेते हैं। इसके साथ बता दें कि दीपावली और छठ के मौके र यात्री 20,784 रुपए में टिकट बुक करा रहे हैं। जिसमें टैक्स समेत कुल 22 हजार रुपए देना पड़ रहा है।

मुंबई से दरभंगा की कनेक्टिंग फ्लाइट की रूट

यात्रियों को सुबह 7.20 में मुंबई की फ्लाइट पकड़नी होगी।

फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पर सुबह 9.30 बजे पहुंचेगी।

दरभंगा आनेवाले यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर करीब साढ़े चार घंटे बिताने होंगे।

दोपहर 1.30 बजे दिल्ली से दरभंगा के लिए फ्लाइट उड़ान भरेगी।

फ्लाइट दरभंगा एयरपोर्ट पर 3.15 बजे में लैंड करेगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट