*करुणालय में किशोरी की मौत के मामले की तीन सदस्यीय टीम करेगी जांच*


भदोही।कोतवाली के हरियांव गांव स्थित करूणालय मिशनरी में किशोरी की संदिग्ध मौत की जांच होगी। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम द्वारा निरीक्षण के बाद सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने सात बिंदुओं पर जांच के निर्देश दिए थे। मामले में जिलाधिकारी विशाल सिंह ने तीन सदस्यीय टीम गठित किया है। टीम सभी सात बिंदुओं पर जांच करेगी।भदोही कोतवाली के हरियावं गांव स्थित ईशू करूणालय मिशनरी में बीते 17 अगस्त को एक किशोरी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। यह मिशनरी स्नेहदीप सोसायटी ऑफ हेल्पर्स ऑफ मैरी, वाराणसी की ओर से संचालित होती है। मामले में पुलिस ने किशोरी की आत्महत्या की बात कही और जांच को पोस्टमार्टम तक ही सीमित रखा। मामला राज्य बाल अधिकारी संरक्षण आयोग तक पहुंच गया। जिसके बाद आयोग की दो सदस्यीय टीम ने बीते तीन सितंबर को करूणालय पहुंचकर जायजा लिया और सात बिंदुओं पर कमियां पकड़ीं।इसमें पुलिस की ओर से संस्था के सीसीटीवी फुटेज का संज्ञान न लिए जाने, किशोरी की मौत के बाद अनुपस्थित कर्मचारियों के विषय में जानकारी न प्राप्त करने के साथ ही संस्था में रह रही सिस्टर की संदिग्ध भूमिका को भी नजरअंदाज किया गया। क्योंकि करूणालय के रजिस्टर में सिस्टर का नाम निवेदिता लिखा है। वहीं कुशीनगर में उसी का नाम अंकिता है। इसके अलावा कर्मचारियों के मोबाइल की जांच भी नहीं की गई और संस्था में कार्य कर रही एक अन्य किशोरी अनुप्रिया तिर्की भी संस्था से लापता थी।टीम ने जांच में यह भी पाया कि संस्था द्वारा संचालित 25 स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों का पासबुक संस्था में ही अलमारी में बंद है। जिनके खाते से संस्था के कर्मचारी ही पैसा निकालते थे। वहीं दो वर्षों से करूणालय में काम रही मृतका का काम बाल श्रम की श्रेणी में आता है। इसका भी संज्ञान नहीं लिया गया। इसके अलावा संस्था छोड़ कर गए लोगों की जानकारी लेने के साथ ही गतिविधियों की पुष्टि करना और संस्था की आय के स्रोत और जमीन का आवंटन और पूर्व प्रधान की भूमिका की जांच की जानी चाहिए। इन सभी बिंदुओं पर कमियां मिलने के बाद आयोग ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा। जिस पर डीएम ने एएसपी, एसडीएम भदोही के साथ सहायक श्रमायुक्त की तीन सदस्यीय टीम नामित की है।एक तरह के दो मामले, एक में सक्रियता, दूसरे में शिथिलता करूणालय में किशोरी की संदिग्ध मौत मामले में जांच में बरती गई लापरवाही को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। गौर करने वाली बात है कि जिले में दो मामले में एक ही तरह के होते हैं, लेकिन पुलिस एक में शिथिलता बरतती है तो दूसरे में सक्रियता। गौर करने वाली बात है कि करूणालय में किशोरी की मौत 17 अगस्त को हुई, लेकिन पुलिस की सक्रियता नहीं दिखी, लेकिन लगभग 20 दिन बात 8 सितंबर को सपा विधायक जाहिद जमाल बेग के मामले में पुलिस सक्रिय रही। डेढ़ माह पूर्व हुई घटना को लेकर जांच में टीम को क्या सबूत हाथ लग पाते हैं। यह भी एक बड़ा सवाल है।


हथिगांव के करुणालय मिशनरी से हुई किशोरी की संदिग्ध मौत की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। कुल सात बिंदुओं पर जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच में आने पर कार्रवाई तय होगी‌। विशाल सिंह डीएम भदोही
*अक्षरधाम मंदिर के रूप में दिखेगा दुर्गा पूजा पंडाल, 8 अक्टूबर से खुलेंगे पट*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। गोपीगंज माँ सिंह वाहिनी समिति के नेतृत्व में किए जा रहे दुर्गा पूजा पंडाल की भव्यता को चार-चांद लगना शुरू हो गया है, अमेरिका के न्यू जर्सी राबिंस बिले अक्षरधाम मंदिर के तर्ज पर बनाए जा रहे पंडाल को अलौकिक स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। बताते चलें गोपीगंज नगर के मिर्जापुर रोड काली देवी मोहल्ले में सन 1991 में विधिवत शासन से अनुमति लेकर माँ सिंह वाहिनी श्रृंगार समिति के नेतृत्व में दुर्गा पूजा करवाया जा रहा है समिति अनवरत हर वर्ष विश्व के जाने माने व प्राचीन तथा ऐतिहासिक मंदिरों के तर्ज पर पंडाल को बनवाता चला आ रहा है। पंडाल बनाने में बंगाल के कारीगर नेपाल दादा अपने लगभग दो दर्जन सहयोगी कारीगरों के साथ दो माह में पंडाल के भव्यता व मूर्ति को स्वरूप देने का कार्य करते हैं। मूर्तिकार सूर्यमान्त सरदार,सुजीत पालता है। कमेटी के सचिव रामकृष्ण खट्टू ने बताया 8 अक्टूबर से माता रानी का विद्वान आचार्य के सानिध्य में पूजा पाठ करके श्रद्धालुओं के लिए पंडाल पूरी तरह से खोल दिया जाएगा।


दुर्गा पूजा का कार्यक्रम 16 अक्टूबर तक चलता रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समिति के तरफ से सभी उपाय किए गए हैं जिसमें अग्निशमन यंत्र,पानी की व्यवस्था,समरसेबल की व्यवस्था, बालू की व्यवस्था, एक प्रवेश द्वार महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग, सीसी कैमरा के साथ लगभग दो दर्जन वॉलिंटियर की व्यवस्था की गई है। उक्त ऐतिहासिक पंडाल के अध्यक्ष पूर्व विधायक उदयभान सिंह, संरक्षक पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रहलाद दास गुप्ता है।
*मानसून जाते - जाते 926 के सापेक्ष महज 625 मिलीमीटर हुई बारिश* *अगस्त में औसत से अधिक 308 मिमी दर्ज की गई बारिश*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

जिले में अब धीरे-धीरे मानसून अलविदा के राह पर है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में अब बारिश संभावना कम है। इस साल पूरे मानसून सीजन में अब तक 926 के सापेक्ष केवल 625 मिलीमीटर बारिश हुई है। अगस्त को छोड़ दिया जाए तो मानसून सीजन के अनुसार बारिश नहीं हुई। अगस्त में औसत 286 के सापेक्ष 308.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले में इस साल मानसून एक सप्ताह की देरी से 27 जून को दस्तक दिया था। शुरुआती दिनों में बारिश अच्छी नहीं हुई, लेकिन जुलाई माह में अपेक्षा से काफी कम बारिश दर्ज की गई। शुरुआती दिनों में ही मानसून की रफ्तार काफी सुस्त रही। जिले के क‌ई किसान अपेक्षा के अनुसार बारिश न होने पर धान की रोपाई से वंचित रह गए। जिले में 30 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई होती है। इस बार 25 हेक्टेयर में ही धान की रोपाई हो सकी। जुलाई माह में दगा देने वाले मानसून ने अगस्त माह में राहत पहुंचाई। अगस्त में औसत से काफी से अच्छी 308.8 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं दूसरी तरफ जून, जुलाई और सितंबर माह में औसत से कम बारिश दर्ज की गई।


मानसून सीजन में 926 के सापेक्ष में 625 मिमी बारिश दर्ज किया गया। लक्ष्य के सापेक्ष में 67 फीसदी ही बारिश हुई है। एक सप्ताह बाद मानसून अलविदा की ओर हो। फिर भी अच्छी बारिश हुई ‌ सर्वेश कुमार बरनवाल मौसम विशेषज्ञ बेजवां
*रात में हल्की सिहरन तो दिन में धूप*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। रात्रि में सिहरन तो दिन में तीखी धूप और गर्मी से संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है। हर पल बदल रहा मौसम का मिजाज लोगों को बीमार कर दे रहा है। उल्टी, दस्त, डायरिया, मलेरिया, टाइफाइड, पेट दर्द, समेत अन्य बीमारी की चपेट में फस जा रहे हैं। सरकारी अस्पताल हो‌ या निजी नर्सिंगहोम हर तरफ मरीजों में इजाफा होता जा रहा है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में शुक्रवार को ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक मरीजों का तांता लगा। मच्छरों के डंक से लोग मलेरिया, टाइफाइड, सर्दी-बुखार , चिकनगुनिया से ग्रसित हो जा रहें हैं। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ प्रदीप कुमार ने बताया मलेरिया प्लाज्मोडियम वाइवैक्स परजीवी से होने वाली बीमारी है। यह मादा एनेफिजील मच्छर के काटने से होती है। इससे सावधानी बरतें।
*नगर पंचायत में जर्जर पटिया से हो सकता हादसा*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।‌नगर पंचायत ज्ञानपुर में क‌ई स्थानों पर इंटरलाॅकिंग मार्ग पर लगे पटिया जर्जर हो ग‌ए है। दो- चार वाहन का चक्का जर्जर पटिया को तोड़ते हुए वाले में घुसा तो अप्रिय घटना हो सकती है। बारिश होते ही जर्जर पटिया से नाली का पानी निकलकर सड़क पर बहने लगता है। ऐसे में क्षतिग्रस्त पटिया बदल दी जाए तो लोगों को काफी राहत मिलेगी।
*दुर्गा पूजा पंडालों में 11 बिंदुओं पर हुई चूक तो होगी कार्रवाई* *पंडालों में ज्वलनशील वस्तु के प्रयोग पर रोक निकासी द्वार हो चौड़ा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शारदीय नवरात्र शुरू हो चुका है। पूजा-पंडाल भी स्थापित होने लगे हैं। सुरक्षा और सतर्कता के मद्देनजर पुलिस महकमे की ओर से आयोजकों को एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इसके लिए आयोजकों को 11 बिंदुओं का पालन करना अनिवार्य किया गया है। ऐसा न करने पर विभागीय स्तर से कार्रवाई तय की जाएगी।नवरात्र में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में कुल 726 पूजा पंडाल स्थापित होंगे। सुरक्षा को लेकर पुलिस की ओर से आयोजकों को सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि पंडाल स्थापित करने से पहले आयोजक हर हाल में एसडीम से अनुमति लेंगे। पंडाल स्थापना के समय किसी भी मार्ग को अवरूद्ध न किया जाए, पंडाल में प्रवेश और निकासी का द्वार चौड़ा होना चाहिए। जिससे पंडाल में किसी भी आकस्मिक स्थिति में दर्शनार्थियों को बाहर निकाला जा सके।पंडाल बनने में ज्वलनशील पदार्थ (फाइबर, थर्माकोल, तीव्र ज्वलनशील कपड़ा, ज्वलनशील चमकीली पन्नियां आदि का प्रयोग नहीं किया जाएगा। पंडाल में केवल सूती कपड़ों का प्रयोग किया जाएगा। पंडाल के अंदर बिजली के कटे/टूटे तार का प्रयोग नहीं होगा। आग से बचाव के लिए पंडाल के आसपास पानी और रेत पर्याप्त मात्रा में रखा जाएगा। पूजा सामग्री प्रतिमा और पंडाल में लगे कपड़ों से दूर सुरक्षित स्थल पर रखी जाएगी। सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ निगरानी के लिए एक वॉलेंटियर भी रखे जाएं।डीजे की आवाज निर्धारित क्षमता पर बजेंगे। साथ ही कोई अश्लील, भड़काऊ, किसी धर्म, राजनैतिक व्यक्ति या दल के विरूद्ध गाने नहीं बजाए जाएंगे। आयोजकों की ओर से वाहन की क्षमता से बहुत बड़े-बड़े डीजे लगाए जाते हैं, जिससे न केवल मार्ग अवरूद्ध होता है बल्कि बिजली के खंभे, ओवरहेड विद्युत तारों से वाहनों के टकराने की आशंका रहती है। इसलिए उसकी चौड़ाई और उचाई तक ही डीजे लगाएं। प्रतिमा जुलूस निर्धारित मार्ग से ही निकाले जाएंगे।
*अधिकतर समितियां पर लटक रहे ताले,खाद के लिए किसान परेशान रबी सीजन के लिए डीएपी का स्टाॅक अभी से विभाग कर रहा तैयार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। धान की फसल धीरे-धीरे तैयार होने की तरफ बढ़ गई है। बारिश के बाद इनका विकास तेजी से हो रहा है। ऐसे में उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए यूरिया खाद की जरूरत है। किसानों को सुगमता से निर्धारित रेट पर खाद की उपलब्धता हो, इसके लिए साधन सहकारी समितियों के जरिये वितरण की व्यवस्था है। अमर उजाला की टीम ने बृहस्पतिवार को कुछ समितियों का पड़ताल किया। जिसमें अधिकतर समितियों पर ताला लटका मिला। इधर किसान बारिश के बाद धान में यूरिया का छिड़काव करने के लिए निजी दुकानों पर भटक रहे हैं।जिले में करीब 30 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई की गई है। उम्मीद के हिसाब से बारिश नहीं हुई। हालांकि मानसून की विदाई होते-होते तीन से चार दिनों तक रुक-रुक कर बारिश हुई। इससे धान की फसलों को फायदा हुआ। किसानों को सहूलियत हो इसलिए सहकारी समितियों के माध्यम से डीएपी, यूरिया और एनपीके का वितरण किया जाता है। खरीफ सीजन में अबकी बार यूरिया की समस्या नहीं हुई, लेकिन सचिवों की लापरवाही से किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रही है। Street buzz News की टीम शुक्रवार को वेदमनपुर और रोटहां समिति पर पहुंची। दोनों समितियों पर ताले लटक रहे थे। अभोली के शेरपुर गोपलहां में भी ताला बंद था। अभोली समिति पर खाद उपलब्ध थी, लेकिन यहां कोई किसान नहीं मिला। सहकारिता विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो 8384 एमटी यूरिया आई थी। जिसमें 616 एमटी का स्टॉक मौजूद है। पांच से सात टन हर समितियों पर मौजूद है। एआर सहकारिता राम प्रकाश ने बताया कि स्टॉक में 616 एमटी यूरिया, 535 एमटी डीएपी और 48 एमटी एनपीके मौजूद है। उन्होंने बताया कि आगामी रबी सीजन के लिए 3300 एमटी की डिमांड की गई है। गोपीगंज क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड पर एक कर्मचारी मौजूद रहा। यहां के सभापति वीरेंद्र शुक्ला ने बताया हर प्रकार की खाद जैसे डीएपी, यूरिया, एन पी एस, जिंक सल्फेट, पोटाश समिति में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
*सौ शय्या अस्पताल में पांच साल से धूल फांक रही सी आर्म मशीन* *जिला अस्पताल में सी आर्म मशीन के लिए शासन से हुआ है पत्राचार*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में सी आर्म मशीन होने के बाद भी मरीजों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्हें ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों या अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता है। सरपतहां स्थित सौ शय्या अस्पताल के गोदाम में पांच साल से मशीन धूल फांक रही है। वहीं दूसरी ओर जिला चिकित्सालय की ओर से नई सी आर्म मशीन की मांग शासन से की गई है।जिला अस्पताल में तीन, सौ शय्या अस्पताल में एक आर्थो के डाॅक्टर की नियुक्ति है, लेकिन संसाधन न होने के कारण व्यवस्थाएं ओपीडी तक सीमित हैं। दोनों अस्पताल में हड्डी से संबंधित ऑपरेशन की कोई सुविधा नहीं हैं। यहां ओपीडी और प्लास्टर तक की ही व्यवस्था है। उच्चाधिकारियों के अनुमोदन पर सौ शय्या अस्पताल के सी आर्म मशीन को जिला चिकित्सालय में इंस्टालमेंट करा दिया जाए तो इसका लाभ मरीजों को मिल सकता है। हड्डी से संबंधित ऑपरेशन भी शुरू हो जाएंगे।जिला चिकित्सालय में रोजाना 700 से 800 लोगों की ओपीडी होती है। इसमें 50 से 60 मरीज आर्थो के आते हैं। जरूरत के अनुसार मरीजों को प्लास्टर बांधे जाते हैं। कुछ मरीजों को ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है तो चिकित्सक की सलाह पर निजी अस्पताल जाते हैं। जहां छोटा सा आर्थो का ऑपरेशन कराने पर करीब 20 हजार रुपये खर्च होते हैं।
*भदोही में चौरों ने मेडिकल स्टोर को बनाया निशाना 50 हजार का कैश और कीमती दवाएं लेकर हुए फरार*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।गोपीगंज नगर में इन दिनों चोरी की घटनाएं बढ़ी है। लबे रोड स्थित मेडिकल स्टोर्स के शटर का ताला तोड़कर चोर ने कैश और कीमती दवा पर हाथ किया है साफ। पुलिस सीसी फुटेज के माध्यम से मामले की कर रही है जांच। बताया जाता है सुजातपुर निवासी पत्रकार दीपक तिवारी पुत्र हीरामणि तिवारी का नगर के ज्ञानपुर रोड पर संजय मेडिकल स्टोर्स के नाम से प्रतिश्ठान है। मंगलवार को रात्रि के लगभग साढ़े नव बजे दुकान बन्द कर घर चले गए। और सुबह पुत्र हिमांशु जब दुकान का शटर खोलने के लिए झुका तो देखा शटर में लगे दोनो ताले टूटे थे। शटर उठाकर अंदर गया तो दवाइयां बिखरे पड़े थे और गल्ले का लॉक भी टूटा था। दीपक तिवारी ने बताया लगभग 50 हजार गुल्लक में रखा था वो और कुछ कीमती दवाएं जो पेटी में बन्द थी चोर उठा ले गए है। बताए पार्टी को देने के लिए कुछ रुपए और अखबार बिक्री के रूपए गुल्लक में रखे थे। मामले में पुलिस को सूचना दी गई मौके पर पहुचे चौकी प्रभारी चोर के सीसी फुटेज में कैद वीडियो को लेकर मामले की जांच पड़ताल में लग गए। पीड़ित पत्रकार ने आज बुधवार को मामले की तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है।
*भदोही में पितृ विसर्जन पर गंगा घाटों पर उमड़ी लोगों की भीड़, किया पिंडदान*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। अपने दिवंगत पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व कृतज्ञता प्रकट करने का महान पर्व पितृ विसर्जन बुधवार को पूरे जनपद में आस्था, परंपरा व शास्त्रीय रीति-नीति के अनुसार मनाया गया। भारतीय संस्कृति के इस अनोखे पर्व पर सनातन धर्मावलम्बियों ने निकटस्थ पवित्र नदियों में स्नान कर नदी तट पर अपने पुरखों को तर्पण-अर्पण किया। पिण्डदान कर उनकी आत्मा की शांत्यर्थ प्रार्थना की तथा विभिन्न प्रकार के सुस्वादु व्यंजन उन्हें समर्पित कर अपने-अपने लोक वापस जाने हेतु विदाई दी। जो लोग नदियों तक नहीं जा सके वे घर पर ही इस अनुष्ठान को पूर्ण किये। इसके पूर्व लोगों ने एक पखवारे से बढ़े अपने केश व दाढ़ी मुड़वाये। वर्ष के 12 महीनों में आश्विन मास का कृष्ण पक्ष सनातन धर्मावलंबी पितृ पक्ष के रूप में मनाते हैं। पूरे पखवारे लोग प्रतिदिन स्नान करके अपने पूर्वजों को उनकी पुण्यतिथियों के अनुसार जल, गुड़ व काला तिल अर्पित करते हैं। पूरे पक्ष को सूतक के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इन 15 दिनों में केश व दाढ़ी आदि नहीं मुड़ाये जाते। मान्यता है कि हमारे पूर्वज काक रूप में आकर अपने वंशजों द्वारा समर्पित जल को ग्रहण कर तृप्त होते हैं। पक्ष के अंतिम दिन अमावस्या को स्वर्ग व पितृलोक से आये इन पितरों की विदाई की जाती है। इसके लिए विभिन्न प्रकार के सुस्वादु व्यंजन बनाये जाते हैं और उन्हें समर्पित किये जाते हैं। इस पर्व पर घर-घर में आस्था का माहौल रहा।
पितृपक्ष के अंतिम दिन पितरों को पिण्डदान के लिए हजारों हिन्दुजनों की आस्था उमड़ पड़ी। वेदपाठी ब्राह्माणों द्वारा शास्त्रोक्त विधियों के अनुसार केश मुंडन कराकर सनातन धर्मावलंबियों ने तिल युक्त पिण्डदान कराया तथा अपनी अभीष्ट सिद्धि के लिए पितृ देवताओं से अनुनय विनय किया। बुधवार को जनपद के विभिन्न गंगाघाटों पर अपने पूर्वजों को तर्पण देने व उनका श्राद्ध लोगों ने आस्थापूर्वक किया।