22 जुलाई को राष्ट्रीय ध्वज दिवस मनाया जायेगा शहरवासियो को तिरंगा भेंट किया जाएगा

गोरखपुर। अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के संगठन प्रमुख बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्राणोत्सर्ग द्वारा मां भारती को आजाद कराने वाले देश के अमर बलिदानियों, साहसी वीरों को कृतज्ञ राष्ट्र शिद्दत से नमन करेगा।

बाल गंगा धर तिलक व चंद्रशेखर आजाद की जयंती 23 जुलाई के अवसरपर

चौरीचौरा कांड, डोहरिया कला सहजनवां , मोती जेल लालडिग्गी सहित बिस्मिल बलिदान स्थली गोरखपुर जेल में विभिन्न आयोजनों द्वारा हुतात्माओ को श्रद्धांजलि दिया जाएगा।

गुरुकृपा संस्थान एवं पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला व खेल महोत्सव आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में देवभक्ति और देशभक्ति का समन्वय प्रयास समाज को जागरूक करेगा।

26 जुलाई कारगिल विजय दिवस के दिन कारगिल युद्ध

ऑपरेशन विजय के बलिदानी योद्धाओं के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।

देश समाज के प्रति कर्तव्य निष्ठा का भाव जगा रहे

युवाओं को प्रेरणा देगा साथ ही राष्ट्र को नई दिशा देगा।

श्री त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, स्वतंत्रता के लिए इसके कठिन संघर्ष और एकजुट और समृद्ध राष्ट्र के लिए इसके लोगों की आकांक्षाओं का प्रतीक है। पिंगली वेकैय्या द्वारा डिजाइन किए गए तिरंगे को भारत के ध्वज के रूप में अपनाने के उपलक्ष्य में हर साल 22 जुलाई को राष्ट्रीय ध्वज दिवस मनाया जाता है।

उनवल नगर पंचायत में जयंती पर हुए कार्यक्रम

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत कार्यालय परिसर में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। चेयरमैन महेश दूबे एडवोकेट के साथ सभासदों और सफाई कर्मचारियों ने सबेरे सामुहिक स्वच्छता अभियान चलाया और रैली निकाल कर नगरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।

साथ ही राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराकर उसे सलामी और सामुहिक राष्ट्रगान किया तथा सभी ने महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण पुष्पार्चन किया। इस दौरान सभासदों, भाजपा कार्यकर्ताओं और सामाजिक लोगों सहित बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे।

राम राम तेहि सुमरिन कीन्हा महामंत्री पुष्प दन्त जैन ने किया पूजन से शुभारम्भ

गोरखपुर। आर्यनगर रामलीला समिति के तत्वावधान में मानसरोवर रामलीला मैदान में आयोजित संगीतमय सुन्दरकाण्ड से पूर्व विधि विधान से मंत्रोचार के साथ गणेश गौरी, नवग्रह, षोडश मातृका पूजन, कलश स्थापना, समिति के महामंत्री पुष्प दन्त जैन, मनीष अग्रवाल सराफ,दिप जी अग्रवाल,राजीव रंजन अग्रवाल " ने किया। पूजन के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की आरती उतारी गई। तत्पश्चात संगीतमय सुन्दर काण्ड का प्रारम्भ हुआ।

महामंत्री पुष्प दन्त जैन ने बताया कि श्री रामलीला का कार्यक्रम सकुशल सम्पन्न हो इसलिए सभी के रक्षार्थ महावीर हनुमान जी की आराधना की गई है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मुरादाबाद की रामलीला मंडली बुलाई गई हैं जो अपने प्रस्तुतीकारण से भारत के सभी राज्यों में दर्शकों को प्रभावित किया है। यह लीला मंडली पंकज दर्पण अग्रवाल के नेतृत्व में अपनी प्रस्तुति देगी ।

पूजन अवसर पर मनीष अग्रवाल सर्राफ, पीयूष अग्रवाल पार्षद, राजीव रंजन अग्रवाल, बृजेश मणि मिश्र, अनुराग गुप्ता, संतोष राजभर, विकास जालान, जितेंद्र अग्रवाल जीतू, नवोदित त्रिपाठी,प्रशांत गोड़, जैदित्य नाथ,भागवत दास अग्रवाल,विजय खेमका,अशोक गुप्ता,सुनील त्रिपाठी, प्रमुख रूप उपस्थित रहे।

जानें, कल होने वाले सूर्य ग्रहण के बारे में

गोरखपुर। क्या होता है सूर्य ग्रहण खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तब सूर्य ग्रहण की खगोलीय घटना घटित होती है, जिस कारण से धरती पर आने बाला सूर्य का प्रकाश कुछ देर तक बाधित हो जाता है, जिसे खगोल विज्ञान की भाषा में एकलिपसाइड कहा जाता है, सूर्य ग्रहण चार प्रकार के होते हैं १पूर्ण सूर्य ग्रहण , २आंशिक सूर्य ग्रहण,३ बलयाकार या कंगनाकर सूर्य ग्रहण ,४ हाइब्रिड सूर्य ग्रहण,

आसमान में दिखेगी रिंग ऑफ फायर _ यह सूर्य ग्रहण बलयाकर सूर्य ग्रहण होगा, यह साल का दूसरा और आख़िरी सूर्य ग्रहण होगा, जिस दौरान रिंग ऑफ फायर की घटना भी दिखाई देगी,

अमर पाल सिंह ने बताया कि यह सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण जोकि एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जोकि आंशिक तौर पर घटित होगा,

क्या भारत में दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण _

2 अक्टूबर को होने वाला यह सूर्य ग्रहण को जो लोग भारत में देखना चाहते हैं उनको ब खगोल प्रेमियों को यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा , जब यह ग्रहण होगा तब भारत में रात्रि का समय होगा,

कहां से दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण _ खगोल विद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस सूर्य ग्रहण को प्रशांत महासागर , दक्षिणी चिली और दक्षिणी अर्जेंटीना के कुछ हिस्सों से देखा जा सकता है, वहां के लोग एक चमकदार रिंग ऑफ फायर देख सकेंगे, और दक्षिणी अमरीका में आंशिक रूप से दिखाई देगा,

किस समय दिखाई देगा यह ग्रहण _ भारतीय समयानुसार यह सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को रात्रि 09:13 PM से 3 अक्टूबर की सुबह 03:17 AM तक रहेगा, अगर आप इसे देखना चाहते हैं तो आपको इंटरनेट पर लाइव देख सकते हैं,

इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ने का कमाल, रोइंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा रामगढ़ताल

गोरखपुर। रामगढ़ताल में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए ताल के समीप वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के रूप में योगी सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर के परिणाम सामने आने लगे हैं। रामगढ़ताल इसी माह 22 से 26 अक्टूबर तक आयोजित होने वाली सब जूनियर राष्ट्रीय रोइंग प्रतियोगिता की मेजबानी करने जा रहा है। इसके पहले मई 2023 के खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की रोइंग प्रतियोगिता भी यहां सफलतापूर्वक आयोजित हो चुकी। सब जूनियर राष्ट्रीय रोइंग प्रतियोगिता के उद्घाटन या समापन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रह सकते हैं।

सब जूनियर राष्ट्रीय रोइंग प्रतियोगिता की तैयारियों को लेकर मंगलवार को मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने समीक्षा बैठक की। बैठक में बताया कि प्रतियोगिता में देशभर से करीब ढाई सौ खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे। मंडलायुक्त ने कहा कि आने वाले प्रतिभागियों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने समय पूर्व रामगढ़ताल में लेन कोर्स बनाने, खिलाड़ियों की प्रतियोगिता के दौरान सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की छह सेफ्टी बोट्स तैनात करने के निर्देश भी दिए।

इसके अलावा प्रतियोगिता स्थल के आसपास सफाई, अस्थायी टॉयलेट और शुद्ध पेयजल के लिए नगर निगम और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस विभाग को जरूरी हिदायतें दी गईं। प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों के आवासीय स्थल तथा प्रतियोगिता स्थल के समीप स्वास्थ्य विभाग की टीम दवाओं और एक-एक एम्बुलेंस के साथ तैनात रहेगी। प्रतियोगिता की तैयारी बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना, अपर जिलाधिकारी नगर अंजनी कुमार सिंह सहित कई अधिकारी और रोइंग एसोशियन के लोग उपस्थित रहे।

योगी सरकार की तरफ से 49 करोड़ रुपये की लागत से वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाए जाने के बाद रामगढ़ताल वाटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्लेटफार्म बनकर उभरा है। यहां 27 से 31 मई 2023 तक खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत रोइंग प्रतियोगिता का सफल आयोजन हो चुका है। इस प्रतियोगिता में देशभर के विश्वविद्यालयों से करीब ढाई सौ खिलाड़ी शामिल हुए थे। देशभर के अलग अलग राज्यों के विश्वविद्यालयों से आए खिलाड़ी, उनके कोच और रोइंग फेडरेशन आफ इंडिया के पदाधिकारी भी हैरत में थे कि वाटर स्पोर्ट्स के लिए समूचे उत्तर भारत के लिए महत्वपूर्ण यह वेन्यू लाइमलाइट में नहीं था। सबने माना था कि गोरखपुर के रामगढ़ताल में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आसमान छू सकती हैं। रोइंग फेडरेशन आफ इंडिया के शीर्ष पदाधिकारियों ने यहां रोइंग का नेशनल कैम्प लगाने और ट्रेनिंग एकेडमी की इच्छा जता रखी है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स रोइंग प्रतियोगिता के बाद जर्मनी से 20 रोइंग बोट मंगाकर स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया गया है।

त्योहारों में शांति के लिए थाने में पीस कमेटी की बैठक, खलल डालने वालों से सख्ती की चेतावनी

खजनी गोरखपुर।जिले के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगामी त्योहारों के दौरान थाना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज थाना परिसर में क्षेत्र के संभ्रांतजनों के साथ बैठक की गई।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी थानाध्यक्ष एसएसआई बलराम पांडेय ने उपस्थित जनसमूह को शासन के निदेर्शों से अवगत कराते हुए बताया कि त्योहारों को शांतिपूर्ण एवं पारंपरिक तरीके से संपन्न कराने वाले आयोजकों का सहयोग करें। उन्होंने शांति, सुरक्षा व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए खलल डालने वालों से सख्ती से पेश आने की चेतावनी दी।

लोगों से किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर अथवा विवादों और आपात स्थिति की तत्काल सूचना देने की अपील की। इस दौरान ग्राम प्रधान अर्जुन जायसवाल, रामरूप साहनी, गजेंद्र तिवारी,अश्विनी तिवारी, देवानंद पासवान, विद्यासागर त्रिपाठी, मौलाना औरंगजेब, हाजी शहाबुद्दिन, हाफी निजामुद्दीन समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

महायोगी गोरखनाथ विवि को अब एमबीबीएस की 100 सीटों की मान्यता

गोरखपुर। गोरखपुर में निजी क्षेत्र के पहले विश्वविद्यालय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को नेशनल मेडिकल कमीशन से अब एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 100 सीटों की मान्यता मिल गई है। इसके पहले नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने 50 सीटों की मान्यता दी थी और नीट स्टेट कोटा काउंसिलिंग में अब तक इन सभी सीटों पर प्रवेश हो चुका है।

श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की अपील पर जांचोपरांत एनएमसी ने अब एमबीबीएस की मान्यता बढ़ाकर 100 सीटों के लिए कर दी है। यह जानकारी देते हुए श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अरविंद कुशवाहा ने बताया कि जल्द ही बढ़ी 50 सीटों पर भी प्रवेश प्रक्रिया नीट काउंसिलिंग से शुरू हो जाएगी।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय द्वारा की गई अपील के परीक्षण में एनएमसी ने पाया कि 100 एमबीबीएस सीटों के लिए जरूरी 420 बेड के हॉस्पिटल के सापेक्ष 450 बेड का हॉस्पिटल क्रियाशील है। साथ ही अन्य सभी आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी भी मानक के अनुरूप हैं। इसे देखते हुए 30 सितंबर को अपील को इस आदेश के साथ के साथ निस्तारित किया गया कि श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को सत्र 2024-25 के लिए एमबीबीएस की 100 सीटों पर मान्यता प्रदान की जाती है।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय को एमबीबीएस कोर्स संचालन को लेकर यह बड़ी उपलब्धि विश्वविद्यालय स्थापना के मात्र तीन साल में हासिल हुई है।

नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी के तमाम रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ ही यहां गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अंतर्गत 2021 से ही बीएएमएस का पाठ्यक्रम संचालित है। एमबीबीएस की मान्यता बढ़कर 100 सीटों पर पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने विश्वविद्यालय परिवार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह समूचे पूर्वांचल के युवाओं के लिए बड़ी सौगात है।

कुलपति ने बताया कि इस मेडिकल कॉलेज का हॉस्पिटल आने वाले समय में अपग्रेड होकर 1800 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हो जाएगा। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्‍वविद्यालय में स्‍थापित यह मेडिकल कॉलेज गोरक्षपीठाधीश्‍वर एवं प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्‍ट भी है।

श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अरविंद कुशवाहा के अनुसार पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 50 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब मान्यता वृद्धि की 50 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा।

एमबीबीएस की मान्यता बढ़कर 100 सीट हो जाने से न‍ सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गुणवत्‍तापरक चिकित्‍सा शिक्षा उपलब्‍ध होगी बल्कि गोरखपुर-बस्‍ती-आजमगढ़ मंडल से लेकर पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक के लोगों को अत्‍याधुनिक सुपरस्‍पेशलिटी सुविधाओं से लैस चौबीसों घंटे सेवा देने वाला अस्‍पताल भी मिल जाएगा।

विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह सहित सभी सदस्यों, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

बसपा की बैठक 3 अक्टूबर को

खजनी गोरखपुर।आगामी 9 अक्टूबर को

कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर लखनऊ के यूको गार्डन में होने वाली श्रद्धांजलि सभा में इलके के सभी बसपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए 3 अक्टूबर को महदेवा बाजार में स्थित बसपा के खजनी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश के आवास पर दिन में 11 बजे बैठक बुलाई गई है।

उक्त जानकारी बसपा के खजनी विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष महानंद गौतम ने दी।

दुर्गा पूजा सकुशल संपन्न कराने हेतु थाने में बैठक

खजनी गोरखपुर।जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर के निर्देशानुसार आगामी शारदीय नवरात्र में पांडालों में दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित करने वाले आयोजकों के साथ क्षेत्र में शांति सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए थाने में बैठक की गई।

एसडीएम कुंवर सचिन सिंह, क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह

तथा थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने सभी आयोजकों को शासन से प्राप्त निर्देशों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी आयोजकों को आयोजन स्थल की जानकारी देते हुए आयोजन का प्रारूप और अनुमति लेना आवश्यक है।

पांडालों में आग से सुरक्षा के उपाय सार्वजनिक संपर्क मार्गों को अतिक्रमण मुक्त रखने तथा किसी भी विषम परिस्थिति में पुलिस को तत्काल सूचित करने की अपील की गई। इस दौरान आयोजकों से उनकी समस्याओं की जानकारी और सुझाव भी लिए गए। अधिकारियों ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के संकेत देते हुए चेतावनी दी कि जानबूझकर माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी के साथ सामुदायिक प्रयासों से नियंत्रित हुआ इंसेफेलाइटिस

गोरखपुर, ‘‘जिस प्रकार प्रदेश सरकार के प्रयासों के साथ साथ सामुदायिक सहभागिता से इंसेफेलाइटिस नियंत्रित हुआ है, ठीक उसी प्रकार अन्य संचारी रोगों पर भी नियंत्रण पाना है। इस लक्ष्य को हासिल करने में जनजागरूकता और साफ सफाई का विशेष महत्व है।’’ इस संदेश के साथ जिले में सोमवार से एक माह तक के लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू हो गया।

इसी कड़ी में ग्यारह अक्टूबर से घर घर दस्तक अभियान चलेगा, जिसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम बुखार, टीबी, फाइलेरिया, कुष्ठ, मधुमेह, कैंसर और हाइपरटेंशन के मरीज ढूंढेंगी। पिपराईच विधायक महेंद्र पाल सिंह, चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी, गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह और सांसद प्रतिनिधि समरेंद्र विक्रम सिंह ने एनेक्सी भवन से अभियान का शुभारंभ किया।

अपने संबोधन में पिपराईच विधायक महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सरकार इंसेफेलाइटिस नियंत्रण के प्रयासों में सफल नहीं हो पाती, अगर लोगों का साथ नहीं मिलता। जनजागरूकता सरकारी प्रयासों को मजबूती प्रदान करती है। गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से इंसेफेलाइटिस को नियंत्रित किया गया है, उसी प्रकार से डेंगू को भी नियंत्रित करना है। स्वच्छता के हथियार से इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है। चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने कहा कि हमे रोजमर्रा के कार्यों से समय निकाल कर स्वच्छता व्यवहार अपनाना होगा। इसके जरिये हम खुद को और अपने परिवार को कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं।

उद्घाटन समारोह के बाद उपस्थित सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं और सफाईकर्मियों समेत अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को इंसेफेलाइटिस उन्मूलन की शपथ दिलाई गई। विधायक, सांसद प्रतिनिधि और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। साथ ही जागरूकता का संदेश देने के लिए बैलून भी उड़ाया गया।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि चौदह विभाग मिल कर संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए अभियान के दौरान एक साथ प्रयास करेंगे। इनमें स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज, नगर निकाय, शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, कृषि और चिकित्सा शिक्षा जैसे विभाग शामिल हैं जिनके कर्मचारी साफ सफाई कराएंगे और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे। वर्ष दो हजार सत्रह से शुरू हुए इस अभियान की ही देन है कि जिले में इस वर्ष एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के 44 केस ही निकले हैं और अभी तक इससे एक मृत्यु हुई है। जापानीज इंसेफेलाइटिस का कोई मामला नहीं निकला है। अभी तक डेंगू के 63 केस निकले हैं और इससे भी कोई मृत्यु नहीं हुई है।

कार्यक्रम का संचालन उपेंद्र मणि त्रिपाठी ने किया । इस मौके पर एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डॉ वीपी पांडेय, डीटीओ डॉ गणेश यादव, डीआईओ डॉ नंदलाल कुशवाहा, नोडल अधिकारी डॉ राजेश, मंडलीय किटविज्ञानी डॉ वीके श्रीवास्तव, डीएमओ अंगद सिंह, डीएचईआईओ केएन बरनवाल, डीडीएचईआईओ सुनीता पटेल, जेई एईएस कंसल्टेंट सिद्धेश्वरी सिंह, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, सीफार, पाथ के प्रतिनिधिगण और आदिल फखर के अलावा मलेरिया, फाइलेरिया, टीबी और कुष्ठ विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।

ठीक हो रहे हैं मरीज

डॉ दूबे ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य तंत्र मजबूत होने की वजह से तीव्र बुखार के रोगी प्राथमिक चिकित्सा से ही ठीक हो कर घर लौट रहे हैं। इस साल बुखार के करीब 2.23 लाख रोगियों को ईटीसी या मिनी पीकू से उपचारित करके घर भेजा जा चुका है। जिले में 19 मिनी पीकू, एक पीकू और आठ ईटीसी की व्यवस्था है जहां तीव्र बुखार के रोगियों का उपचार किया जा रहा है।

पहली बार जुड़ी है एनसीडी स्क्रीनिंग

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि पहली बार दस्तक अभियान के तहत गैर संचारी रोगों (एनसीडी) की स्क्रीनिंग को जोड़ा गया है। इसके तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मधुमेह, हाईपरटेंशन और तीन प्रकार के कैंसर रोगियों को ढूंढेंगी। साथ उन्हें सीबैक फार्म भी भरना होगा। इस बार भी पूर्व की भांति आशा कार्यकर्ता आभा आईडी बनाएंगी।

डेंगू से बचाव पर रहेगा जोर

इस बार विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान डेंगू से बचाव पर विशेष जोर होगा। मंडलीय किटविज्ञानी डॉ वीके श्रीवास्तव ने उद्घाटन समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को डेंगू से बचाव के बारे में जागरूक किया। उन्होंने अपील की कि छोटे जलस्रोत में साफ पानी इकट्ठा न होने दें। आंखों के पीछे तीव्र दर्द के साथ बुखार हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। यह लक्षण डेंगू का भी हो सकता है। बुखार होने पर अपने मन से किसी भी दवा का सेवन न करें।