सिविल सर्जन की अध्यक्षता में पोषण पुनर्वास केंद्र की अर्द्धवार्षिक समीक्षा बैठक आयोजित


सिविल सर्जन की अध्यक्षता में पोषण पुनर्वास केंद्र की अर्द्धवार्षिक समीक्षा बैठक आयोजित -सभी स्वास्थ्य और आईसीडीएस अधिकारियों को कुपोषित बच्चों की पहचान कर पुनर्वास केंद्र भेजने का दिया गया निर्देश -कुपोषित बच्चों के सुरक्षित करने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में उपलब्ध रहते हैं आवश्यक चिकित्सक और कर्मी -कुपोषित बच्चों के इलाज के दौरान एक परिजनों को भी अस्पताल में रहने की व्यवस्था, उपलब्ध कराई जाती है पोषण सुविधा : सिविल सर्जन पूर्णिया, 28 सितंबर गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं द्वारा मेडिकल सहायता के साथ साथ पर्याप्त पोषण का उपयोग नहीं करने से नवजात शिशु कुपोषित से ग्रसित हो जाते हैं। कुपोषित बच्चों की समय से पहचान करते हुए चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) का संचालन किया जाता है। स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा संबंधित क्षेत्र में कुपोषित बच्चों की पहचान करते हुए उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेजकर सुपोषित करने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया की अध्यक्षता में अर्द्धवार्षिक समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में सभी प्रखंड के स्वास्थ्य और आईसीडीएस अधिकारियों को अपने क्षेत्र के कुपोषित बच्चों की पहचान करते हुए उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेज कर सुपोषित करने का आवश्यक निर्देश दिया गया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया के साथ एसीएमओ डॉ. आर पी मंडल, आईसीडीएस डीपीओ अनिता कुमारी, मेडिकल कॉलेज शिशु विशेषज्ञ डॉ प्रेम प्रकाश, यूनिसेफ राज्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार और गगन गौतम, सीडीओ डॉ कृष्ण मोहन दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, डीएमएनई आलोक कुमार, डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा, यूनिसेफ जिला कन्सल्टेंट निधि भारती, अमित कुमार, पिरामल जिला लीड चंदन कुमार, एफपीसी सनत गुहा के साथ पोषण पुनर्वास केंद्र के अधिकारी, सभी प्रखंड और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीसीएम, आईसीडीएस सीडीपीओ और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कुपोषित बच्चों की पहचान कर पुनर्वास केंद्र भेजने का दिया गया निर्देश : समीक्षा बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ आर पी मंडल द्वारा सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र के कुपोषित बच्चों की पहचान करते हुए उन्हें बेहतर चिकित्सकीय सहायता और पोषण के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र भेजने का निर्देश दिया गया।

     डॉ मंडल ने कहा कि कुपोषित बच्चों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) कैम्पस में पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) का संचालन किया जा रहा है जिसमें उम्र के अनुसार बच्चों के वजन में वृद्धि नहीं होने पर मेडिकल सहायता प्रदान किया जाता है। एनआरसी में शिशु विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ साथ पोषण विशेषज्ञ भी उपलब्ध रहते हैं जिसके सहयोग से बच्चों को मेडिकल सहायता और संतुलित पोषण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है जिसके उपयोग से बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित किया जाता है। एसीएमओ ने कहा कि जन्म के बाद बच्चों के वजन और 01 महीने के अंदर बच्चों के पोषण विकास का मूल्यांकन करते हुए कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेजकर चिकित्सकों की निगरानी द्वारा सुपोषित किया जा सकता है। पोषण पुनर्वास केंद्र में 01 महीने से 59 महीने के बच्चों को भर्ती करते हुए उन्हें सुपोषित किया जा सकता है। समीक्षा बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीसीएम और आईसीडीएस सीडीपीओ अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि क्षेत्र में कार्यरत आशा व सेविका कर्मियों द्वारा संयुक्त रूप से यह सुनिश्चित करे की आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा पहचान किए गए कुपोषित बच्चो का एएनएम द्वारा आरोग्य दिवस के दौरान जांच कर उनकी स्थिति के अनुसार उनका इलाज सामुदायिक स्तर पर अन्यथा पोषण पुनर्वास केंद्र भेजवाना सुनिश्चित करना चाहिए ताकि बच्चों को सही समय में चिकित्सकों द्वारा आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
          कुपोषित बच्चों के सुरक्षित करने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में उपलब्ध रहते हैं आवश्यक चिकित्सक और कर्मी : पोषण पुनर्वास केंद्र के नोडल अधिकारी सह जिला कार्यक्रम समन्यवक (डीपीसी) डॉ सुधांशु शेखर ने बताया कि कुपोषित बच्चों का इलाज करने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सक और पोषण अधिकारी उपस्थित रहते हैं। इसके लिए पूर्णिया पोषण पुनर्वास केंद्र में 06 मेडिकल अधिकारी, 06 एएनएम/नर्सिंग स्टाफ, 01 पोषण विशेषज्ञ, 02 रसोई कर्मी, 01 अस्पताल क्लीनर उपस्थित रहते हैं। उनके द्वारा उपस्थित बच्चों को समय समय पर आवश्यक पोषण के साथ साथ मेडिकल सहायता प्रदान किया जाता है। कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में आवश्यक मेडिसिन के साथ पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराई जाती है। बेहतर पोषण के लिए बच्चों को पोषण विशेषज्ञ की उपस्थिति में आवश्यक फल, दलिया, हलवा, खिचड़ी, अंडा, दूध से निर्मित पोषण सामग्री, साबूदाना का खीर, मुर्मुरा पाउडर-तेल और चीनी के साथ बना हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाता है। बच्चों के शारीरिक विकास के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों के खेलने की व्यवस्था भी उपलब्ध रहती है जिससे कि बच्चों का निर्धारित समय में आवश्यक विकास सुनिश्चित करते हुए सुपोषित किया जाता है। कुपोषित बच्चों के इलाज के दौरान एक परिजनों को भी अस्पताल में रहने की व्यवस्था, उपलब्ध कराई जाती है पोषण सुविधा : सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों के इलाज के दौरान अस्पताल में उनके एक परिजनों को भी रहने की सुविधा उपलब्ध रहती है। अस्पताल में बच्चों के साथ साथ उनके परिजनों को भी पोषण सुविधा उपलब्ध कराते हुए बच्चों को घर में रहने पर सही पोषण का उपयोग करने की जानकारी दी जाती है। अस्पताल में उपस्थित परिजनों को भी नाश्ता में सुबह पावरोटी, अंडा, दूध और मौसमी फल, खाना में दोपहर में चावल, दाल, सब्जी और दही, शाम को नाश्ते में चाय और बिस्कुट तथा रात में भोजन के रूप में रोटी, दाल और सब्जी उपलब्ध कराई जाती है। बच्चों के साथ अस्पताल में एक परिजनों को रहने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिजनों को प्रतिदिन के अनुसार सहयोग राशि भी लाभार्थी के बैंक खाते में उपलब्ध कराई जाती है। पोषण पुनर्वास केंद्र के ठीक होने के बाद भी बच्चों को 04 बार फॉलोअप के लिए अस्पताल बुलाया जाता है और उनके पोषण स्थिति की स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जानकारी ली जाती है। इसलिए सभी अधिकारियों द्वारा संबंधित प्रखंड से कुपोषित बच्चों की पहचान कर बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र भेजना सुनिश्चित करना है।
ऊर्जा विभाग के सचिव से मिले पूर्व सांसद,मांग पत्र सौप कर विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार का किया आग्रह

पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा गुरुवार को पटना -प्रवास के दौरान ऊर्जा विभाग के सचिव सह बीएसपी एच सीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पंकज कुमार पाल से मिले और जिले की विद्युत सम्बन्धी समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग-पत्र सौंपा।मांग -पत्र में श्री कुशवाहा ने जिले के सभी प्रखण्ड में अतिरिक्त विद्युत शक्ति उपकेन्द्र स्थापित करने की मांग किया। श्री कुशवाहा ने कहा कि बीते तीन-चार महीने से उपभोक्ताओं को समुचित और निर्बाध बिजली आपूर्ति नही हो रही है।इसके अलावा उन्होंने जर्जर तारों को बदलने के साथ-साथ अधिक से अधिक कवर्ड वायर लगवाने की मांग किया।उन्होंने हर महीने प्रखण्ड स्तर पर बिजली-अदालत लगवाने का आग्रह किया ताकि लोग बिजली से जुड़ी समस्याओं का समाधान एक छत के नीचे करा सके। सचिव श्री पाल ने पूर्व सांसद श्री कुशवाहा को बताया कि पूर्णिया जिला में 07 नए विद्युत केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई है।इसमें पूर्णिया पूर्व, बैसा, जलालगढ़, कसबा ,धमदाहा और श्रीनगर शामिल है।श्री पाल ने आश्वस्त किया कि शेष प्रखंडो में भी आवश्यकता के अनुरूप विद्युत शक्ति उपकेंद्र स्थापित किया जाएगा। श्री पाल ने यथाशीघ्र पूर्णिया में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ अन्य मांगों पर भी सकारात्मक रूप से विचार करने का आश्वासन दिया।कहा कि वे पूर्णिया में बतौर जिलाधिकारी कार्य कर चुके हैं ,इसलिए वहां की समस्याओं से भलीभांति परिचित हैं।बिजली के क्षेत्र में जो भी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है ,वे कराने का प्रयास करेंगे।श्री कुशवाहा ने उम्मीद जताते हुए कहा कि आशा है निश्चित समय -सीमा के अंदर सभी समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा।
पूर्णिया में चाय की दुकान में मिलती है शराब, लोग पूछ रहे हैं चाय की दुकान में शराब ।

बिहार में शराब तस्‍करी थमने का नाम नहीं ले रही है। इसके लिए तस्‍कर तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। ताजा मामला चौंकाने वाला है। जिसने भी देखा उसे यकीन नहीं हुआ कि चाय की दुकान खोलकर विभिन्न ब्रांड की शराब बेची जा रही थी। लेकिन ये बात सच है। जिसे भी देखा उसके मुंह से यही निकला चाय गरम नाम की दुकान में शराब। जिसने सुना उसे अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ, जिसने देखा उसे एक बार अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हुआ। कुछ ऐसा ही हाल पूर्णिया शहर के बीचो-बीच के हाट थाना क्षेत्र के उर्स लाइन स्कूल के समीप चाय गरम नाम की दुकान के पास से गुजरने वाले उन लोगों का था जिसकी निगाह इस छापेमारी पर पड़ रही थी। लोग रुक-रुक कर देख रहे थे। सभी के मन में यहीं सवाल था चाय गरम नाम की दुकान में शराब...! सूबे में शराबबंदी के बावजूद तस्कर काफी सक्रिय हैं। तस्करों की गिरफ्तारी भी हो रही है। फिर भी शराब के कारोबारी और तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब के कारोबार को धड़ल्‍ले से चला रहे हैं। ये शराब तस्‍कर प्रशासन को लगातार चकमा दे रहे हैं और कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। खास बात यह कि तस्कर पकड़ में आने से बचने के लिए हर बार कोई न कोई नया तरीका अख्तियार कर ही ले रहे हैं। हद तो यह कि पूर्णिया में चाय गरम नामक खाध प्रतिष्ठान में फ़ास्ट फ़ूड की आड़ में धरल्ले से शराब की बिक्री हो रही थी। शराबबंदी को धरातल पर लागू कराने के लिए पूर्णिया पुलिस ने छापामारी कर 31.5 लीटर बियर और विदेशी शराब बरामद किया है। दुकानदार दुकान में फ्रिज में शराब रखकर आराम से बेचा करता था। जिसके बाद दुकान के संचालक शराब के धंधे में संलिप्त पूर्णिया के कोरठ बाड़ी मधुबनी निवासी अरबिंद कुमार सिंह के पुत्र विवेक कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस की टीम दुकान में छापेमारी करने पहुंची। छापेमारी के दौरान दुकान में रखे फ्रिज से बियर और विदेशी शराब बरामद किया गया। शराब बरामदगी की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। लोग हैरान रह गए। स्‍थानीय लोग भी भौंचक्‍के नजर आए। सभी के मुंंह पर एक ही बात थी। गरम चाय की दुकान में भी शराब! उक्त दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के लिए पुलिस को चकमा देकर चाय गरम की दुकान से शराब की बिक्री कर रहा था। हालांकि उसकी चालाकी पकड़ी गई है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूर्णिया में शराब की दुकान में मिलती है चाय, लोग पूछ रहे हैं चाय की दुकान में शराब ।

बिहार में शराब तस्‍करी थमने का नाम नहीं ले रही है। इसके लिए तस्‍कर तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। ताजा मामला चौंकाने वाला है। जिसने भी देखा उसे यकीन नहीं हुआ कि चाय की दुकान खोलकर विभिन्न ब्रांड की शराब बेची जा रही थी। लेकिन ये बात सच है। जिसे भी देखा उसके मुंह से यही निकला चाय गरम नाम की दुकान में शराब। जिसने सुना उसे अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ, जिसने देखा उसे एक बार अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हुआ। कुछ ऐसा ही हाल पूर्णिया शहर के बीचो-बीच के हाट थाना क्षेत्र के उर्स लाइन स्कूल के समीप चाय गरम नाम की दुकान के पास से गुजरने वाले उन लोगों का था जिसकी निगाह इस छापेमारी पर पड़ रही थी। लोग रुक-रुक कर देख रहे थे। सभी के मन में यहीं सवाल था चाय गरम नाम की दुकान में शराब...! सूबे में शराबबंदी के बावजूद तस्कर काफी सक्रिय हैं। तस्करों की गिरफ्तारी भी हो रही है। फिर भी शराब के कारोबारी और तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब के कारोबार को धड़ल्‍ले से चला रहे हैं। ये शराब तस्‍कर प्रशासन को लगातार चकमा दे रहे हैं और कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। खास बात यह कि तस्कर पकड़ में आने से बचने के लिए हर बार कोई न कोई नया तरीका अख्तियार कर ही ले रहे हैं। हद तो यह कि पूर्णिया में चाय गरम नामक खाध प्रतिष्ठान में फ़ास्ट फ़ूड की आड़ में धरल्ले से शराब की बिक्री हो रही थी। शराबबंदी को धरातल पर लागू कराने के लिए पूर्णिया पुलिस ने छापामारी कर 31.5 लीटर बियर और विदेशी शराब बरामद किया है। दुकानदार दुकान में फ्रिज में शराब रखकर आराम से बेचा करता था। जिसके बाद दुकान के संचालक शराब के धंधे में संलिप्त पूर्णिया के कोरठ बाड़ी मधुबनी निवासी अरबिंद कुमार सिंह के पुत्र विवेक कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस की टीम दुकान में छापेमारी करने पहुंची। छापेमारी के दौरान दुकान में रखे फ्रिज से बियर और विदेशी शराब बरामद किया गया। शराब बरामदगी की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। लोग हैरान रह गए। स्‍थानीय लोग भी भौंचक्‍के नजर आए। सभी के मुंंह पर एक ही बात थी। गरम चाय की दुकान में भी शराब! उक्त दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के लिए पुलिस को चकमा देकर चाय गरम की दुकान से शराब की बिक्री कर रहा था। हालांकि उसकी चालाकी पकड़ी गई है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव धीरेंद्र यादव पर जानलेवा हमला की जमकर भर्त्सना की

पूर्णिया
पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने पूर्णियां पहुंचकर राजद के पूर्व जिला उपाध्यक्ष घायल धीरेंद्र यादव से मुलाकात की और उनका स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी ली। इस दरमियान देवेंद्र यादव ने धीरेंद्र यादव पर जानलेवा हमला की जमकर भर्त्सना की और कहा कि घर पर पहुंच कर धारदार हथियार से जान मारने की नीयत से इस तरह का हमला किया गया है जो जघन्य अपराध है इसीलिए वैसे लोगों पर कानून को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।




देवेंद्र यादव ने कहा कि धीरेंद्र यादव हमेशा सामाजिक कार्यों में बरचढ़ कर हिस्सा लेते हैं और समाज के सभी वर्गों को साथ में लेकर सामाजिक उत्थान का कार्य करते हैं। ऐसे में जिन लोगों ने भी धीरेंद्र यादव से दुश्मनी पाली है यह सब राजनीतिक षड्यंत्र है। और राजनीतिक षड्यंत्र के तहत धीरेंद्र यादव पर जानलेवा हमला किया गया है। इसीलिए वह प्रशासन से तत्काल कार्रवाई चाहते हैं ताकि दोषियों को सबक मिल सके। देवेंद्र यादव ने इस दरमियान राज्य सरकार और केंद्र सरकार के कार्यों पर भी जमकर सवाल उठाया और कहा कि वर्तमान सरकार में अपराधी बेलगाम हो गया है और सामाजिक कार्य करने वाले लोगों पर जानलेवा हमला किया जा रहा है ताकि समाज में दहशत फैलाया जा सके। देवेंद्र यादव ने कहा कि इसके लिए वे खासतौर से पूर्णिया एसपी से बात करेंगे और दोषियों को किसी भी कीमत पर बक्सा नहीं जाएगा।


इस मौके पर कई राजनीतिक सामाजिक लोग मौजूद थे जिनमे नंदकुमार यादव ,अरुण यादव नीरज यादव ,भोला यादव समेत कई नाम चिन्ह शक्श शामिल है। देवेंद्र यादव ने धीरेंद्र यादव की बड़ी मां के निधन पर भी दुख प्रकट किया।और कहा कि इस दुख की घड़ी में जिन्होंने भी धीरेंद्र यादव पर जानलेवा हमला किया है उसे बक्सा नहीं जाएगा।
वारिय अधिवक्ता स्व० नवीन नाथ झा को दी गई भाव-भीनी श्रद्धांजलि पूर्णियाँ



पूर्णिया
मंगलवार को वारिय अधिवक्ता स्व० नवीन नाथ झा को दी गई भाव-भीनी श्रद्धांजलि। उनका निधन लगभग 84 वर्ष की अवस्था में 27 मई 2024 की संध्या इलाज के दौरान शहर के एक निजी अस्पताल में हो गया। परंपरा के अनुसार 28 मई को उनके प्रति शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए जिला अधिवक्ता संघ के तमाम अधिवक्ताओं ने अपने-आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश कु० तिवारी की अध्यक्षता में अपराह्न 01:30 बजे संघ के नव निर्मित प्रशाल में एक शोक-सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर संघ के महासचिव सुमन जी प्रकाश एवं अन्य अधिवक्ता गण उपस्थित थे।



संघ के अध्यक्ष अवधेश कु० तिवारी ने स्व० झा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 2000 में सरकारी सेवा से अवकासोपरांत अपने संघ की सदस्यता ग्रहण की थी। वे नेक दिल और शालीन व विवादों से परे रहने वाले इंसान थे। उनका आकस्मिक निधन अधिवक्ता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। वे अपने पीछे विधवा पत्नी ललिता झा के अलावे 5 पुत्र एवं 2 पुत्री छोड़ गए हैं। उनका बड़ा पुत्र गृह मंत्रालय दिल्ली में कार्यरत है। द्वितीय पुत्र दिल्ली में गैरसरकारी नौकरी में है। शेष तीनों पुत्र व्यावसाई हैं। सभी संताने शादी-सुदा और सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उधर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायिक कक्ष में भी संध्या 04.00 बजे एक संयुक्त शोक-सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ता गण शामिल हुए तथा 2 मिनट का मौन रखकर स्व० नवीन नाथ झा के आत्मा की शांति हेतु श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
पूर्ण निर्माण को लेकर जिला अधिकारी ने की समीक्षा बैठक

पूर्णिया
जिला पदाधिकारी पूर्णिया की अध्यक्षा मे पटना से आए पुल निर्माण निगम की टीम के साथ कृषि बाजार समिति गुलाबबाग पुर्णिया के जीर्णोद्धार के मद्देनजर समीक्षा बैठक का आयेजन जिला पदाधिकारी कार्यालय वेश्म मे आहूत की गई। बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा गुलाबबाग मंडी के जीर्णोद्धार में प्रगति लाने एंव विभिन्न आवश्यक समस्याओं का समाधान निर्धारित समय पर पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान कार्यापालक अभियंता पुल निर्माण निगम विभाग के द्वारा बताया गया की बाजार समिति में नए गोदामों तथा दुकानों के खाली स्थल पर निर्माण कार्य चालू कर दिया गया है।



कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि गुलाबबाग बाजार समिति के अंदर जीर्णशीर्ण दुकानों एवं गोदामों को हटाकर उसके स्थान पर नए दुकानों एवं गोदामों का निर्माण कार्य किया जा सकता है। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश दिया गया कि यह योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. इससे किसानों को उनके उत्पादों के लिए उचित बाजार उपलब्ध करना तथा सरकार के लक्ष्य के अनुसार किसानो की आय में वृद्धि करना है। इसलिए गुलाबबाग बाजार समिति पूर्णिया के जीर्णोद्धार का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाना सुनिश्चित करे। बैठक में उपस्थित कार्यापालक अभियंता द्वारा बताया बताया गया की गुलाबबाग बाजार समिति के जीर्णोद्धार के दिशा में स्थलीय निरीक्षण कर लिया गया है। नए दुकानों के निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता को चिन्हित किया जा रहा है । जीर्णोद्धार के पश्चात गुलाबाबाग बाजार समिति प्रगण को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर किसानों के लिए सभी सुविधाओं से युक्त होगा । गुलाबबाग बाजार समिति का जीर्णोद्धार कार्य लगभग एक सौ करोड़ रुपए के लागत से किया जा रहा है । जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पूर्णिया के किसान जागरूक हैं. यहां का मखाना तथा मक्का विदेशों तक जाता है । हमें यहां के किसानों को जल्द से जल्द सभी सुविधाओं से युक्त बाजार उपलब्ध करना है. इसलिए जीर्णोद्धार कार्य का सतत निगरानी एवं पर्यवेक्षण नियमित रूप से करने का निर्देश दिया गया है.



जिला पदाधिकारी महोदय दॢरा अनुमंडल पदाधिकारी सदर को गुलाबबाग बाजार समिति के समस्याओं हेतु सभी स्टेकरहोल्डर के साथ बैठक कर अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। बैठक मे एम डी,पुल निर्माण निगम पटना श्री विजय कुमार, श्री जितेन्द्र कुमार उप मुख्य अभियंता पटना,अपर समाहर्ता,अनुमंडल पदाधिकारी सदर,जिला भू अर्जन पदाधिकारी पूर्णिया ,कार्यापालक अभियंता पुल निर्माण निगम तथा संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.
सड़क हादसे में दो महिला की मौत बचाने के बजाय वीडियो बनाते रहे लोग


पूर्णिया
पूर्णिया में सड़क हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई । घटना मुफस्सिल थाना के बेलोरी के पास की है । दोनों महिलाएं रानी देवी और गीता देवी सुबह टोटो से स्कूल जा रही थी। तभी बेलोरी के पास आ रही एक पिकअप वैन ने पहले टोटो को टक्कर मारी फिर उसी टोटो पर बैगन भरा पिकअप वैन पलट गया। जिसमें दोनों महिलाएं दब गई।



परिजनों की माने तो वे लोग मदद के लिए चीखते चिल्लाते रहे लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे। आपस में बातें करते रहे। लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आया । अगर लोग उस समय मदद कर देते तो शायद दोनों की जान बच सकती थी। दोनों महिलाएं गीता देवी और रानी देवी एक प्राइवेट स्कूल में केयर टेकर का काम करती है । दोनों सुबह स्कूल जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ। सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और पिकअप को जप्त कर थाना लाया ।स्थानीय लोगों की मदद से दोनों महिलाओं को बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पूर्णिया में मक्का के खेत से 20 वर्षीय युवक का शव मिला

पूर्णिया
पूर्णिया में मक्का के खेत से 20 वर्षीय युवक का शव मिलते ही सनसनी फैल गई। युवक की गला रेतकर निर्मम हत्या की गई है। मृतक कल देर दोपहर करीब साढ़े 4 बजे आखिरी बार डीएवी चौक के आसपास देखा गया। इसके बाद से ही उसकी खोजबीन जारी थी। खोजबीन के क्रम में आज शाम करीब 5 बजे शव के.नगर थाना क्षेत्र के हरदिया रहिका संथाली टोला स्थित मक्के के खेत में मिला। शव मिलते ही आसपास के ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई।



लाश मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची। युवक की इस कदर नृशंस हत्या किसने और क्यों की पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। फिलहाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए GMCH पूर्णिया लेकर आई है।


मृतक की पहचान डीएवी चौक स्थित रहमतनगर वार्ड नंबर 4 निवासी मरहूम मोहम्मद बीजो के 20 वर्षीय बेटे मोहम्मद नजरुल के रूप में की गई है। कोरोना से पहले मृतक मोहम्मद नजरुल के पिता मरहूम मोहम्मद बीजो की मौत हो गई थी। वहीं मां जलिसा खातून की कोरोना से मौत हो गई थी। मृतक मोहम्मद नजरुल के एक बड़ा भाई और दो बहन है।
विहिप बजरंगदल पूर्णिया से 25 कार्यकर्ता जाएंगे शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में


पूर्णिया
विहिप बजरंगदल पूर्णिया से 25 कार्यकर्ता जाएंगे शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में। विहिप बजरंगदल की बैठक रविवार को पूर्णिया सिटी रोड स्थित महामाया मंदिर प्रांगण में विहिप जिला कोषाध्यक्ष श्री रंजन कुणाल की अध्यक्षता एवं जिला गौरक्षा प्रमुख श्री मुकेश कुमार के नेतृत्व में आयोजित किया गया है।


बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला सहमंत्री विनित भदोरिया ने कहा कि विहिप बजरंगदल का शौर्य प्रशिक्षण वर्ग फारबिसगंज में 2 जून से 12 जून तक चलेगा। जिसमें विहिप बजरंगदल पूर्णिया के पच्चीस कार्यकर्ता प्रशिक्षण लेने वर्ग में जाएंगे। बजरंगदल कार्यकर्ताओं का जत्था जिला गौरक्षा प्रमुख श्री मुकेश कुमार के नेतृत्व में रवाना होगी। बैठक को संबोधित करते हुए रंजन कुणाल ने कहा कि विहिप जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार के निर्देश पर संगठन विस्तार जोड़ों पर है। दुर्गा वाहिनी की पांच बहनें संयोजिका प्रिया कुमारी के नेतृत्व में प्रशिक्षण वर्ग में भाग लेने 2 जून को पटना के लिए प्रस्थान करेगी और एक सप्ताह का प्रशिक्षण लेकर वापस आएगी। सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।



मुकेश कुमार ने कहा कि जिला गौरक्षा दल गौमाता की रक्षा और संवर्धन के लिए कटिबद्ध है। आज की बैठक में जिला सहमंत्री श्री विनीत भदोरिया, कोषाध्यक्ष श्री रंजन कुणाल, बजरंगदल जिला गौरक्षा प्रमुख श्री मुकेश कुमार, नगर गौरक्षा प्रमुख श्री करण चौधरी, गौरक्षा कुमार, अरुण कुमार, दिवाकर कुमार, रीजू राज,रमण कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।