मृतक संदीप के परिजनों से मिले सांसद उज्जवल, मदद का अश्वासन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

भीरपुर,प्रयागराज। यमुनापार क्षेत्र के गरेथा निवासी संदीप सोनी उर्फ सोनू हत्याकांड को लेकर शनिवार दोपहर इलाहाबाद के सांसद उज्जवल रमण सिंह परिजनों से मुलाकात करने घर पहुचें। उन्होंने मृतक के परिजनों से मिल शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उच्चधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही हत्यारों पर कठोर कार्यवाही कराई जाएगी। उन्होंने कार्यवाही को लेकर डीसीपी विवेक चंद्र यादव से वार्ता भी किया।

इसके अलावा मृतक सोनू के भाई प्रदीप सोनी ने सांसद से मामले मे उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग किया। जिस पर सांसद ने अश्वासन देते हुए परिजनों के साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर सपा नेता दिलावर सिंह, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सिरसा श्यामकृष्ण उर्फ पप्पू यादव,सपा नेता प्रेम शंकर पटेल,प्रधान विनोद मिश्रा,पूर्व प्रधान शंकर लाल यादव,पुष्पेंद्र वर्मा सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे। वहीं मेजा एसीपी रवि कुमार गुप्ता, थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह भी मृतक के घर पुलिस बल के साथ डटे रहे।

मृतक संदीप के परिजनों से मिले सांसद उज्जवल, मदद का अश्वासन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

भीरपुर,प्रयागराज। यमुनापार क्षेत्र के गरेथा निवासी संदीप सोनी उर्फ सोनू हत्याकांड को लेकर शनिवार दोपहर इलाहाबाद के सांसद उज्जवल रमण सिंह परिजनों से मुलाकात करने घर पहुचें। उन्होंने मृतक के परिजनों से मिल शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उच्चधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही हत्यारों पर कठोर कार्यवाही कराई जाएगी। उन्होंने कार्यवाही को लेकर डीसीपी विवेक चंद्र यादव से वार्ता भी किया।

इसके अलावा मृतक सोनू के भाई प्रदीप सोनी ने सांसद से मामले मे उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग किया। जिस पर सांसद ने अश्वासन देते हुए परिजनों के साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर सपा नेता दिलावर सिंह, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सिरसा श्यामकृष्ण उर्फ पप्पू यादव,सपा नेता प्रेम शंकर पटेल,प्रधान विनोद मिश्रा,पूर्व प्रधान शंकर लाल यादव,पुष्पेंद्र वर्मा सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे। वहीं मेजा एसीपी रवि कुमार गुप्ता, थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह भी मृतक के घर पुलिस बल के साथ डटे रहे।

मण्डलायुक्त ने सडकों के गड्ढ़ा मुक्त किए जाने की कार्रवाई को शीघ्रता के साथ कराये जाने के दिए निर्देश

तेज नारायण कुशवाहा

प्रयागराज। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में मंगलवार को सीएम डैशबोर्ड, आईजीआरएस एवं विकास कार्यों के प्रगति की मण्डलीय समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने आईजीआरएस पोर्टल से सम्बंधित शिकायतों की समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों की प्रतिदिन समीक्षा करने एवं उन्हें गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में अनिवार्य रूप से निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए है।

उन्होंने कहा है कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने शिकायतों के निस्तारण के पश्चात शिकायतकर्ता से बातचीत करके फीडबैक भी लेने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में शिकायतों का निस्तारण डिफाल्टर कटेगरी में नहीं होना चाहिए। शिकायतों के निस्तारण में डिफाल्टर पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित होगी। उन्होंने अपर आयुक्त व संयुक्त विकास आयुक्त से ऐसे सभी मण्डलीय अधिकारियों का आईजीआरएस पोर्टल पर मोबाइल नम्बर व अन्य डिटेल अद्यतन रखने के निर्देश दिए है, जिनके विभाग से सम्बंधित पोर्टल पर ज्यादा लम्बित प्रकरण है और उनसे इस सम्बंध में प्रमाणपत्र भी लिए जाने के निर्देश दिए है।

मण्डलायुक्त ने पुलिस विभाग, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत एवं खण्ड विकास अधिकारियों को अपने कार्य स्थल पर ही निवास करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण में यदि कोई अधिकारी यदि अपने कार्यस्थल पर निवास करते हुए नहीं पाया गया, तो उसके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस, समाधान दिवस एवं प्रतिदिन की जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों को मुलाकाती रजिस्टर में दर्ज कराते हुए शिकायतों का गुणवत्ता के साथ निस्तारण किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने किसानों की समस्याओं को शीर्ष प्राथमिकता पर निस्तारित किए जाने का निर्देश दिया है।

मण्डलायुक्त ने गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा करते हुए कहा कि ठण्ड के दृष्टिगत आगामी दो माह में सभी गौशालाओं में आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाये। उन्होंने सभी मुख्य विकास अधिकारियों से गौशालाओं में हरे चारे की व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि यदि हरे चारे की कमी हो, तो ग्राम पंचायतों से हरे चारे की व्यवस्था एवं हरे चारे की बोआई के लिए गोवंश आश्रय स्थलों के आस-पास चिन्हित भूमि पर इस समय बोये जाने वाले हरे चारे की बोआई कराने की जाये। गोवंशों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किए जाने का निर्देश सभी पशुचिकित्साधिकारियों को दिया है। उन्होंने छुट्टा गोवंशों को शत-प्रतिशत रूप से गोआश्रय स्थलों में संरक्षित किए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों पर भूसा-चारा की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के साथ गोआश्रय स्थलों पर प्रकाश व साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारियों को नियमित रूप से गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण करते हुए आवश्यक व्यवस्थायें बनाये रखने के निर्देश दिए है।

मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए जननी सुरक्षा योजना के तहत शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराये जाने के साथ-साथ लाभाथिंर्यों को मिलने वाले इंसेन्टिव का भुगतान समय से सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नियमित रूप से बैठक करते हुए आशा/एएनएम सहित सभी कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण किए जाने के साथ-साथ आशाओं का भुगतान शत-प्रतिशत सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता न बरती जाये। उन्होंने कहा कि एनेस्थिसियोलॉजिस्ट की नियुक्ति एफआरयू पर ही हो, यदि इनकी नियुक्ति किसी अन्य स्थान पर है, तो उन्हें एफआरयू पर तैनात किया जाये।

उन्होंने जनपद प्रयागराज के कौड़िहार सीएचसी में मात्र 6 सी-सेक्शन डिलीवरी होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी से सम्बंधित प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक से वार्ता कर स्थिति में सुधार कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सभी चिकित्सा अधीक्षकों को प्रत्येक प्रतिमाह आशा, एएनएम के साथ दो बैठक अवश्य कर टीकाकरण बढ़ाये जाने के साथ सही फीडिंग व आंकड़ों की एनॉलिसीस किए जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने हेपेटाइटिस बी, विटामिन-के तथा अन्य बीमारियों से बचाव हेतु शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने बच्चों को बर्थ डोज पर लगाये जाने वाले विटामिन-के 1 व अन्य ओरल टीको को समय पर अवश्य लगाया जाना सुनिश्चित करने के साथ-साथ दूर-दराज क्षेत्रों में रहने वाले जो बच्चे टीकाकरण से छूट गये हो, उनका टीकाकरण कराये जाने का निर्देश दिया है।

उन्होंने आशा कार्यकत्रियों के पास कौन-कौन से टूल्स अवश्य होने चाहिए, की जानकारी प्राप्त करते हुए केन्द्रों पर तौल मशीन, आवश्यक दवाएं सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित बनाये रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आयुष्मान कार्ड के स्थान पर आभा कार्ड बनाये जाने की शिकायतों की जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने स्लम एरिया में आशाओं की नियुक्ति अवश्य रहे, के लिए कहा है। उन्होंने मंत्रा पोर्टल पर आधार प्रमाणीकरण के कार्य में लापरवाही बरतने वालो का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए है। मण्डलायुक्त ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों से उनके जनपद में तैनात अतिरिक्त व उप मुख्य चिकित्साधिकारियों की संख्या के बारे में जानकारी लेते हुए उनके माध्यम से हेल्थ डिपार्टमेंट इंडीकेटर्स की मानिटरिंग कराने एवं प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए है।

मण्डलायुक्त ने जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए कार्यों में अत्यधिक धीमी प्रगति होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य में तेजी लाते हुए सभी कार्यों को शीघ्रता के साथ पूर्ण कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने ज्यादा आबादी वाले सघन क्षेत्रों में प्राथमिकता से पेयजल की आपूर्ति कराये जाने के साथ-साथ सड़कों के रेस्टोरेशन कार्य को गुणवत्ता के साथ अनिवार्य रूप से पूर्व की स्थिति में सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारियों को रेस्टोरेशन कार्य का निरीक्षण भी कराये जाने व ग्राम प्रधानों से प्रमाणपत्र भी प्राप्त करने के लिए कहा है। मण्डलायुक्त ने पीडब्लूडी विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को सड़कों के निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराये जाने के साथ सडकों को गड्ढ़ा मुक्त किए जाने की कार्यवाही को शीघ्रता के साथ कराये जाने के लिए कहा है।

विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने विभाग के द्वारा योजनाओं से सम्बंधित कार्यों के लिए पैसा जमा किए जाने के पश्चात तत्काल विद्युत कनेक्शन दिए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि विभाग में पैसा जमा किए जाने के बावजूद भी यदि विद्युत कनेक्शन देने में लापरवाही पायी गयी तो सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। बैठक में जनपद प्रयागराज के कई प्राथमिक विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युत कनेक्शन हेतु पैसा जमा किए जाने के पश्चात भी विद्युत कनेक्शन का कार्य नहीं कराये जाने पर मण्डलायुक्त ने सम्बंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। मत्स्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने मत्स्य पालन हेतु आवंटित किए गए पट्टो की समीक्षा किए जाने व उसके पश्चात अनुबंध की कार्यवाही शीघ्रता के साथ कराये जाने का निर्देश दिया है।

मण्डलायुक्त ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि महाकुम्भ के दृष्टिगत यहां पर बहुत से निर्माण कार्य हो रहे है, जहां पर बड़ी संख्या में श्रमिक कार्य कर रहे है, उन सभी श्रमिकों का उपश्रमायुक्त से समन्वय करते हुए अपने ठेकेदारों के माध्यम से श्रम विभाग के पोर्टल उनका पंजीकरण कराये जाने के लिए निर्देशित किया है। मण्डलायुक्त ने सभी सम्बंधित मण्डलीय अधिकारियों को मुख्यमंत्री डैशबोर्ड/विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में लक्ष्य के सापेक्ष अपेक्षित प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति खराब पाये जाने पर सम्बंधित अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रयागराज रविन्द्र कुमार माँदड़, जिलाधिकारी फतेहपुर रविन्द्र सिंह, जिलाधिकारी प्रतापगढ़ संजीव रंजन, जिलाधिकारी कौशाम्बी मधुसूधन हुल्गी, मुख्य विकास अधिकारी प्रयागराज गौरव कुमार, मुख्य विकास अधिकारी फतेहपुर पवन, मुख्य विकास अधिकारी कौशाम्बी अजीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी प्रतापगढ़ डॉ0 दिव्या मिश्रा सहित सम्बंधित विभागों के मण्डलीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

जिला महिला व्यापार मंडल द्वारा महिला कैदियों के स्वावलंबन हेतु कपड़े और हैंडमेड पेपर का वितरण

तेज नारायण कुशवाहा

प्रयागराज। जिला महिला व्यापार मंडल और रोटरी इलाहाबाद मिड टाउन के संयुक्त प्रयासों से केंद्रीय नैनी कारागार की महिला बंधियों को रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु कपड़े और हैंडमेड पेपर उपलब्ध कराए गए। इस पहल के माध्यम से महिला बंधियों को स्वावलंबी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

इससे पूर्व जिला महिला व्यापार मंडल द्वारा प्रदान किए गए कपड़ों से बने झूलों का श्रम मूल्य भी महिलाओं को प्रदान किया गया, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिली। महिलाओं को प्रेरित किया गया कि वे नवनिर्मित केंद्रीय कारागार में रोजगार के नए प्रयोजनों, जैसे झोले, लिफाफे, और शॉपिंग बैग बनाने में हिस्सा लें और आत्मनिर्भर बनें।

इस कार्य को सफल बनाने में केंद्रीय नैनी कारागार में वरिष्ठ अधीक्षक अमिता दूबे, अधीक्षक रंग बहादुर और कारावाल शैलेंद्र प्रताप सिंह के कुशल निर्देशन और मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने महिला कैदियों को विभिन्न कार्यशालाओं में भाग लेने और हैंडमेड उत्पादों के निर्माण में प्रेरित किया। इसके साथ ही हार्टफुलनेस संस्था द्वारा आयोजित ध्यान शिविरों के माध्यम से महिला कैदियों को मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी सशक्त बनने में सहायता प्रदान की गई।

जिला महिला व्यापार मंडल की अध्यक्ष,अवंतिका टंडन ने कहा, "इस तरह की गतिविधियों के माध्यम से हम महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकते हैं और उनके जीवन में स्थायित्व ला सकते हैं। महासचिव पल्लवी अरोड़ा ने यह जानकारी दी कि इन महिलाओं द्वारा निर्मित वस्त्रों और उत्पादों को विभिन्न एग्जिबिशन और दिवाली मेलों में प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे उनका लाभ सीधे प्रयागवासियों तक पहुंचेगा।

कोषाध्यक्ष हिना खान ने कहा, "समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाकर हम पूरे समाज को सशक्त कर सकते हैं। रोटरी इलाहाबाद मिड टाउन की अध्यक्ष, राधा सक्सेना ने आश्वासन दिया कि हार्टफुलनेस संस्था के माध्यम से नियमित ध्यान शिविर आयोजित किए जाते रहेंगे, जिससे महिलाओं को आत्मविकास का मौका मिलेगा।

प्रयाग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राणा चावला और मिशनरी संगठन के अध्यक्ष श्री अमरीश खुराना ने जिला महिला व्यापार मंडल को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि वे इस पहल में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। इस मौके पर अनुरागिनी सिंह, ममता अग्रवाल और चन्नी भैया भी उपस्थित रहे। अवंतिका टंडन,पल्लवी अरोड़ा,हिना खान,राधा सक्सेना,अनुरागिनि सिंह,ममता अग्रवाल,राणा चावला,चन्नी भैया,अंब्रोश खुराना का विशेष योगदान था

दिनकर की कविताओं में भारतीय दर्शन की झलक : प्रोफेसर सत्यकाम

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की जयंती के अवसर पर सोमवार को लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में कविता पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि दिनकर जी की कविताओं में भारतीय दर्शन की झलक साफ दिखाई पड़ती है। दिनकर जी ने संस्कृत के चार अध्याय में भारतीय संस्कृति की विस्तृत चर्चा की है। दिनकर जन कवि थे।

उन्होंने जनमानस की पीड़ा को बहुत प्रमुखता से अपने काव्य रचना में उद्धृत किया। जिसके कारण जनता ने उन्हें कवि माना। वे श्रीकृष्ण के बहुत बड़े उपासक थे। किसानों, गरीबों और महिलाओं के प्रति उनके मन में बहुत सम्मान का भाव था। जिसका प्रतिबिंब उनकी काव्य रचना में परिलक्षित होता है। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि आज हमें युवा पीढ़ी को रामधारी सिंह दिनकर की ओजपूर्ण कविताओं का पाठ पढ़ाना चाहिए। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि दिनकर का यह मानना था कि साहित्यकार को विज्ञान पढ़ना चाहिए और वैज्ञानिकों को साहित्य पढ़ना चाहिए जिससे उनके अंदर हर विषय की समझ विकसित हो सके।

कार्यक्रम समन्वयक मानविकी विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने कहा कि रामधारी सिंह दिनकर राष्ट्रीयता को काव्य का मूल आधार मानते थे। काव्य के साथ ही गद्य के क्षेत्र में उनका भूतपूर्व योगदान था। एक ओर उनकी कविताओं में ओज, आक्रोश एवं क्रांति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति है। इस अवसर पर रामधारी सिंह दिनकर के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर आधारित वृत्त चित्र का प्रदर्शन किया गया। जयंती समारोह में कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर रुचि बाजपेई ने रामधारी सिंह दिनकर जी के जीवन वृत्त पर जानकारी प्रदान की।

प्रोफेसर बाजपेई ने कहा कि दिनकर जी को उनकी प्रसिद्ध पुस्तक संस्कृत के चार अध्याय के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार तथा उर्वशी के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर डॉ स्मिता अग्रवाल, प्रोफेसर छत्रसाल सिंह, डा अतुल कुमार मिश्रा, डॉ शिवेंद्र कुमार सिंह तथा डॉक्टर अब्दुर्रहमान फैसल आदि ने रामधारी सिंह दिनकर की काव्य रचनाओं का सस्वर पाठ किया। अनुपम ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ. प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी

कागज पर ‘बहुत बड़ा’ तो मौके पर खेत में इतना ही हुआ है निर्माण! आख्या में गलत रिपोर्टिंग कर अधिकारियों को गुमराह कर रहा जल निगम महकमा

प्रस्तावित स्थल पर टंकी का निर्माण न करवाकर दूसरे स्थान पर हो रहा निर्माण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव प्रयागराज . विकास खंड कोरांव के ग्रामसभा चंदापुर में बनाई जा रही पेयजल टंकी के संबंध में जल निगम (ग्रामीण), तुलापुर, झूंसी के अधिशाषी अभियंता प्रवीण कुट्टी ने अपनी आख्या दी है। जल निगम की यह आख्या और मौके पर करवाए गए कार्य से तनिक भी मेल नहीं खा रही है।

पीजी पोर्टल (भारत सरकार), डीएम, सीडीओ, डीपीआरओ और अधीक्षण अभियंता (जलनिगम) को प्रेषित आख्या में प्रवीण कुट्टी ने प्रस्तावित कार्यों का हवाला देते स्पष्ट लिखा है कि “वर्तमान तक वितरण प्रणाली 19.412 किमी और शिरोपरि जलाशय स्टेजिंग लेवल तक कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इसके साथ ही हाउस कनेक्शन, अवशेष वितरण प्रणाली बिछाने, रोड रेस्टोरेशन एवं बाउंड्री वाल का कार्य प्रगति पर है”।

यह तो आख्या की बात हो गई। अब आप वह फोटो देख लीजिए, जो समाचार के साथ लगाई गई है। इस फोटो में कुछ पिलर के अलावा कहीं कुछ नजर नहीं आ रहा है। मसला सिर्फ इतना है कि पूर्व में प्रस्तावित स्थल पर पेयजल टंकी का निर्माण न करवाकर आबादी से एक किलोमीटर दूर क्यों करवाया जा रहा है, जबकि इसमें लागत भी काफी आएगी। यह पैसा आम आदमी की जेब से जाएगा। इतनी दूर टंकी स्थापित होने के बाद इसकी सुरक्षा कौन करेगा। चोरी इत्यादि का डर हमेशा बना रहेगा।

पीएम, सीएम आदि से की गई शिकायत

इसके अलावा पेयजल सप्लाई जितना नजदीक से बेहतर रहेगी, उतना दूर से नहीं हो पाएगी। दूर की सप्लाई में पाइपलाइन के फटने और उसके अनुरक्षण पर काफी व्यय होगा, लोगों को परेशानी अलग से होगी।

इन्ही समस्याओं को देखते हुए ग्रामसभा मानपुर के प्रधान और ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी,जल जीवन मिशन (नई दिल्ली) आदि को जरिए रजिस्ट्री शिकायत की है और प्रस्तावित स्थल पर टंकी न बनाकर आबादी से काफी दूर बनाने का मामला उठाया है। 

स्थान बदले जाने का जवाब दे जलनिगम

शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान का कहना हैकि उनकी ग्राम पंचायत में सर्वे हुआ था। गाटा संख्या सहित स्थान का चयन कर लिया गया था, लेकिन बिना किसी सूचना के टंकी का स्थान परिवर्तित कर दिया गया। प्रधान ने कहा कि टंकी का स्थान बदले जाने के पीछे कुछ लोगों के साथ-साथ जलनिगम विभाग की भी मिलीभगत है। क्योंकि, विभाग ने स्थान परिवर्तित किए जाने के मामले पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है कि स्थान क्यों बदला गया। जबकि दूर टंकी बनाने से सिर्फ और सिर्फ खर्च और मुसीबतें बढ़ने वाली हैं।

प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त पदों को न भरना शिक्षा अधिकार अधिनियम -2009 का उल्लंघन

प्रयागराज। युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक्स पर पोस्ट कर तत्काल प्राथमिक शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी करने का मुद्दा उठाया है। प्रेस बयान में युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों में स्वीकृत पद 417886 के सापेक्ष 85152 पद रिक्त हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्वीकृत पद 162198 में से 41338 पद रिक्त हैं। इस तरह परिषदीय विद्यालयों में कुल रिक्त पद 126490 हैं।

योगी सरकार ने छात्र शिक्षक अनुपात में शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को शामिल करते हुए रिक्त पदों को भरने से इंकार कर दिया है। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों को सहायक अध्यापक नहीं माना जाएगा। शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 का सीधा मतलब है कि हर हाल में स्कूली बच्चों को अनिवार्य, नि:शुल्क व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी सरकार करे। इसी अधिनियम के बाद प्रदेश के करीब 1.56 लाख परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के सृजित पदों की संख्या 8.80 लाख हुई। शासन में आने के बाद योगी सरकार ने पहला काम 1.26 लाख हेडमास्टर के पदों को खत्म करने का किया। इसके बाद 2021-2023 की अवधि में 1.39 लाख शिक्षकों के पदों को खत्म किया गया।

30 बच्चों से कम संख्या वाले करीब 24 हजार परिषदीय विद्यालयों को बंद किया गया है। इसके अलावा अभी 50 बच्चों से कम संख्या वाले करीब 27 हजार स्कूलों को बंद करने का प्रस्ताव है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शिक्षकों के खाली पदों को भरने, स्कूलों का मर्जर अथवा बंद करने पर रोक जैसे सवालों को लेकर युवाओं द्वारा अनवरत 5 साल से आवाज उठाई गई है। जिसकी अनदेखी की गई। जाहिरा तौर पर सरकार की यह कार्रवाई शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 का उल्लंघन है और इसका उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों का निजीकरण करना और शिक्षा माफियाओं को बढ़ावा देना है।

कहा कि प्रदेश में 6 लाख पद रिक्त हैं जिन्हें भरने का वायदा किया गया था। लेकिन सरकार बयानबाजी के सिवाय अभी तक ठोस रूप से कुछ भी नहीं किया है। रोजगार अधिकार अभियान में इन सवालों को मजबूती से उठाया जाएगा।

हुनरमंद कामगारों को कौशल का प्रमाण पत्र देगा मुक्त विश्वविद्यालय: प्रोफेसर सत्यकाम

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विद्यार्थी एक साथ दो डिग्रियां हासिल कर सकते हैं। ऐसे कामकाजी महिलाएं एवं पुरुष जिनके पास अभी तक स्नातक /स्नातकोत्तर की उपाधि नहीं है वे सेवारत रहते हुए मुक्त विश्वविद्यालय से आसानी से उपाधि (डिग्री )अर्जित कर सकते हैं।

प्रोफेसर सत्यकाम ने शुक्रवार को मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र जगतपुर पी.जी कॉलेज,जगतपुर, वाराणसी के प्रांगण में मुक्त विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के अवसर :शिक्षा से रोजगार तक विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में यह विचार व्यक्त किये।

उन्होंने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय का कार्य क्षेत्र संपूर्ण उत्तर प्रदेश है। विश्वविद्यालय पूरे उत्तर प्रदेश में रोजगार परक एवं कौशल पूर्ण शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है। समाज में अभी भी बहुत से ऐसे हुनरमंद कामगार हैं जिनके पास कौशल का प्रमाण पत्र नहीं है। मुक्त विश्वविद्यालय ने उन्हें कौशल युक्त प्रमाण पत्र देने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए समाज को जागरूक करने के लिए विश्वविद्यालय ने वाराणसी क्षेत्र केन्द्र एवं जगतपुर पीजी कॉलेज को यह जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने कहा कि बिना सामाजिक सहयोग के विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण योजनाएं लोगों तक नहीं पहुंच सकती।

संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि वाराणसी क्षेत्रीय केंद्र के क्षेत्रीय समन्वयक डॉक्टर एस के सिंह, ने कहा कि महाविद्यालय के छात्र/ छात्राओं को भी नियमित पाठ्यक्रम के साथ-साथ मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित रोजगार एवं कौशलपरक कार्यक्रमों में प्रवेश लेना चाहिए जिससे उनको रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हो सकें।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर सत्यकाम का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अनिल प्रताप सिंह ने मुक्त विश्वविद्यालयों की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020" के क्रियान्वयन में मुक्त विश्वविद्यालय अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विषय स्थापन करते हुए हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रमेश चन्द ने कहा कि जो विद्यार्थी नियमित रूप से अध्ययन नहीं कर पाते हैं उनको मुक्त विश्वविद्यालय एक आशा की किरण के रूप में दिखाई पड़ता है ।

संगोष्ठी में ही भारत सरकार के "स्वच्छता ही सेवा 2024" पखवाड़ा कार्यक्रम में कार्यक्रम की संयोजिका डॉ लक्ष्मी सिंह ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, प्राचार्य, निदेशक तथा सभी प्राध्यापक एवं प्राध्यपिकाओं सहित छात्र/छात्राओं को 'स्वच्छता शपथ' दिलाई । संगोष्ठी का संचालन डॉक्टर विनय प्रकाश शर्मा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन अध्ययन केंद्र के समन्वयक एवं संयोजक डॉ नंदलाल शर्मा ने किया। संगोष्ठी में महाविद्यालय के निदेशक प्रोफेसर निलय कुमार, प्रोफेसर पुष्पा सिंह, डॉ कृपाशंकर सिंह, डॉक्टर संजय कुमार उपाध्याय, डॉॅ चंद्रशेखर पांडेय, डॉ सारिका सिंह, डॉ अंकुर राय, डॉ आशीष कुमार गुप्ता आदि उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

भाजपा युवा मोर्चा यमुनापार के नेतृत्व 63 यूनिट हुआ़ रक्तदान

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मोत्सव पर यमुनापार युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुधाकर पांडेय के नेतृत्व में करछना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 63 यूनिट रक्त दान किया गया। जिसमे बतौर मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश मंत्री अभिजात मिश्र, विशिष्ट अतिथि काशी क्षेत्र महामंत्री व यमुनापार जिला प्रभारी सुशील कुमार त्रिपाठी,काशी क्षेत्र अध्यक्ष युवा मोर्चा शैलेन्द्र मौर्य आदि रहें।

अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद प्रजापति ने किया। भाजपा प्रदेश मंत्री अभिजात मिश्र ने कहा रक्तदान से बढ़कर कोई कार्य नहीं होता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर रक्तदान करना सेवा का सबसे अच्छा माध्यम है इससे देश में लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है। यह गौरवान्वित करने वाला पल है। रक्तदाताओं में शैलेन्द्र मौर्य,सुधाकर पांडेय,जयब्रत सिंह,राजकुमार मिश्र,रिंकू सिंह,नरेश सोनकर,विकास पांडेय आदि लोग रहे। संचालन महामंत्री जयव्रत सिंह और शिवा पांडेय ने किया,कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष राजकुमार मिश्रा, रिंकू सिंह,प्रीतम पांडेय नरेश सोनकर,विकास पांडेय आदि रहे

सेवा पखवाड़ा के तहत जिला प्रभारी ने सौंपी विभिन्न जिम्मेदारियां

प्रयागराज। सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे अलग-अलग कार्यों के जिम्मेदारी हेतू मंगलवार को करछना में जिलाध्यक्ष विनोद प्रजापति की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में काशी क्षेत्र महामंत्री व यमुनापार जिला प्रभारी सुशील कुमार त्रिपाठी ने पदाधिकारियों को सेवा पखवाड़ा के तहत विभिन्न कार्यों की जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा "सेवा परमो धर्म:" के तहत सभी कार्यकर्ता अपनी योजना रचना बनाकर सफल आयोजन की रूप रेखा तैयार करें।

स्वच्छता अभियान की जिम्मेदारी जिला उपाध्यक्ष जयसिंह पटेल, जिला मंत्री प्रकाश शुक्ला को 17 से 19 सितंबर, रक्तदान शिविर की जिम्मेदारी जिला मंत्री कमलेश त्रिपाठी व युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुधाकर पांडेय 18 सितंबर से 14 सितंबर तक स्कूल एवं अस्पताल परिसर में स्वच्छता अभियान की जिम्मेदारी जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह पटेल जिला व जिला उपाध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, जिला मंत्री ओम प्रकाश निषाद , 23 सितंबर विधानसभा क्षेत्र में किसी एक स्थान पर अधिक उम्र की महिलाओं के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर की जिम्मेदारी जिला उपाध्यक्ष अशोक पांडेय व भाजपा नेता आरती कोल, 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कराने व अधिकतम सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी जिला महामंत्री पुष्पराज सिंह पटेल व जिला उपाध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह, सचित्र प्रदर्शनी 15 दिनों तक की जिम्मेदारी जिला कार्यालय मंत्री मनोज गुप्ता, प्रोटोकॉल मंत्री सुरेश शुक्ला, कला, ड्राइंग, रंगोली, भाषण निबंध आज की।

जिम्मेदारी जिला महामंत्री राजेश शुक्ला व जिला मंत्री शिवराम सिंह परिहार, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक एक पेड़ मां के नाम की जिम्मेदारी महिला मोर्चा पूजा मिश्रा व शोभा द्विवेदी,सफल व्यक्तियों से मोदी जी के जीवन उद्देश्य एवं देश की प्रगति में योगदान के बारे में समाचार पत्र पत्रिकाओं में अनुरोध का लेख लिखवाने और छपवाने की जिम्मेदारी जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुवेर्दी व जिला सह मीडिया प्रभारी प्रदीप कुमार मिश्र व प्रधानमंत्री जी के कार्यों की छोटे-छोटे वीडियो व समाज में स्थापित सफल व्यक्तियों का वीडियो बनाकर नमो ऐप अपलोड करने की जिम्मेदारी जिला आईटी संयोजक सतीश विश्वकर्मा जिला सोशल मीडिया संयोजक सुभाष कनौजिया व 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमाओं के आसपास साफ सफाई कर पुष्पांजलि अर्पित करने और कम से कम एक खादी उत्पाद खरीदने की जिम्मेदारी राजेश्वरी प्रसाद तिवारी और राजेश धनगर को सौंपी गई।

डीएम ने राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक कर संबंधित को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ की अध्यक्षता में मंगलवार को संगम सभागार में राजस्व कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारीगण व कलेक्ट्रेट के स्टाफ से बारी-बारी से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को अपने दायित्वों का ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ निर्वहन करने के लिए कहा है। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारी व तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी लोग अपनी तहसील में समय से बैठे और जनसुनवाई कर जनसमस्याओं का निर्धारित समयसीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। उन्होंने तहसीलदारों को तहसील व थाने की टीम के साथ समन्वय बनाकर सरकारी जमीन पर होने वाले अवैध कब्जों को अतिक्रमणमुक्त कराये जाने के लिए कहा है।

जिलाधिकारी ने कहा की शासन स्तर पर आईजीआरएस की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा की आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों/लम्बित सन्दर्भों का गुणवत्तापूर्ण एवं ससमय निस्तारण कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में प्राप्त सन्दर्भ डिफाल्टर/लम्बित की श्रेणी में नही आना चाहिए। जिलाधिकारी ने सभी कार्यालयाध्यक्षों को शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित करने के पश्चात उसको पोर्टल पर समय से अपलोड कराये जाने का भी निर्देश दिया है, जिससे कि निस्तारण की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आई0जी0आर0एस0 की शिकायतों के निस्तारण पर किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें, लापरवाही पाये जाने पर सम्बंधित विभागों के अधिकारी स्वयं उत्तरदायी होगें।

उन्होंने समस्त उपजिलाधिकारियों को लम्बित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी संबंधित तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कहा कि पत्थरगड्ड़ी और पैमाइश का कार्य समय से गुणवत्तापूर्ण से पूरा करा ले। उन्होंने उपजिलाधिकारियों व तहसीलदारों को राजस्व कर्मियों के कार्यों का निरंतर अनुश्रवण करते रहने का निर्देश दिया हैै साथ ही साथ यह भी निर्देशित किया है कि कार्यों में लापरवाही बरतने वाले कमिंर्यों के विरूद्ध कार्रवाई भी सुनिश्चित करें। उन्होंने फील्ड में जाकर इसकी जांच करते करने के लिए निर्देशित किया है। आपसी जमीनी विवाद से सम्बंधित झगड़े को सुलह समझौता करके सुलझाने का प्रयास किया जाये।

जिलाधिकारी ने राजस्व मुकदमों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से किए जाने तथा जमीनी विवादों का निस्तारण मौके पर जाकर कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में किसी के साथ अन्याय न होने पायें। जमीनी मामलों को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष तरीके से गुणवत्ता के साथ निस्तारण सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा। उन्होंने आपदा विभाग से कहा दुर्घटना/हानि होने पर आपदा राहत से समय से मुआवजा दिया जाए। इस अवसर पर समस्त उप जिलाधिकारी, समस्त तहसीलदार, जिला स्तरीय अधिकारी गण सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।