पितृ पक्ष मेला में आए हुए एक तीर्थ यात्री अपने परिजनों से बिछड़े: पुलिस ने ढूंढ कर परिजनों से मिलाया, तीर्थ यात्री ने गया पुलिस को दिया धन्यवाद

गया। बिहार के गया में इन दिनों पितृपक्ष मेला चल रहा है और लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गयाजी पहुंच रहे है।

पितृ पक्ष मेला का आज पांचवा दिन है और ऐसे में गया पुलिस भी अपनी पूरी ड्यूटी निष्ठा और लग्न के साथ कर रही है। पिंडदानियों की हर समस्याओं का निष्पादन के लिए 24 घंटा गया पुलिस तैनात है और किसी तरह का कोई समस्या ना हो इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। 

इसी क्रम में आज चांद चौरा मोड़ स्थित पश्चिमी पुलिस शिविर के पुलिस पदाधिकारी को सूचना मिली की पितृ पक्ष मेला में आए हुए एक तीर्थ यात्री अपने परिजनों से बिछड़ गए हैं। इसके बाद तैनात पुलिस कर्मियों ने मिसाल का परिचय देते हुए गुमशुदा हुए तीर्थ यात्री को खोज निकाला। इसके बाद उनके परिजनों से संपर्क कर उनको सकुशल सुपुर्द किया गया। इसके लिए तीर्थ यात्री के परिजनों ने गया पुलिस को आशीर्वाद देते हुए धन्यवाद दिया। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

जीबीएम कॉलेज में "नाटक में अभिनय की प्रक्रिया" विषय पर व्याख्यान सह लघु कार्यशाला का आयोजन

गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में आईक्यूएसी एवं हिन्दी विभाग के संयुक्त संयोजन में दिनांक 14 सितंबर, 2024 से 30 सितंबर, 2024 तक मनाये जा रहे हिन्दी पखवाड़े के तहत "नाटक में अभिनय की प्रक्रिया" पर एक-दिवसीय व्याख्यान-सह-लघु कार्यशाला का आयोजन हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी, मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित जगजीवन महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार, जीबीएम कॉलेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. प्यारे माँझी, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुरबाला कृष्णा, डॉ सुनीता कुमारी, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रुखसाना परवीन एवं अन्य प्रोफेसर्स ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन करके किया। डॉ. सुरबाला कृष्णा ने प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. बाउरी एवं मुख्य वक्ता डॉ प्रदीप कुमार का स्वागत अंगवस्त्र पहना कर किया।

हिन्दी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनीता कुमारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। हिन्दी विभाग की छात्रा आशु, मानसी, श्वेता, अनुष्का शर्मा, आकांक्षा, शैली पाठक, दीपशिखा मिश्रा, श्रुति एवं नैना ने "हिन्दी भाषा, राष्ट्र की भाषा' एवं पिंगा गं पोरी...लटपट-लटपट कमर दामिनी, अधर रागिनी, हो..." गीतों पर सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी। छात्राओं ने कविता एवं गीतों की भी प्रस्तुति दी। मंच का संचालन करते हुए डॉ प्यारे मांझी ने छात्राओं से अमीर खुसरो द्वारा लिखी गयी पहेलियाँ पूछीं। 

मुख्य वक्ता डॉ. प्रदीप कुमार ने कुशल अभिनय के लिए अच्छे संप्रेषण को अनिवार्य शर्त बताया। मंचन के बिना नाटक को अधूरा बतलाते हुए डॉ. प्रदीप ने छात्राओं के समक्ष विभिन्न परिस्थितियाँ देकर आशु अभिनय करने कहा। उन्होंने कुशल अभिनेता बनने के लिए व्यक्तित्व की महानता और तथा संवेदनशीलता को जरूरी ठहराया। कहा कि देखना (अॉबजर्वेशन), कल्पना करना (इमैजिनेशन) एवं प्रकटीकरण अथवा संप्रेषण (एक्सप्रेशन) अच्छे अभिनय के लिए आवश्यक तत्व हैं। कार्यक्रम को संबोधित करती हुई कॉलेज पीआरओ डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने हिन्दी को समग्र हिन्दुस्तान के हृदय की भाषा बतलाया, जो देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अत्यावश्यक है।

डॉ. रश्मि ने अपने स्वरचित मुक्तक "हृदय की प्यास है हिन्दी, हृदय की भूख है हिन्दी। विटप है यह वतन, तो कोकिला की कूक है हिन्दी। ये तुलसी-सी सुखद, पावन; प्रबल दिनकर सरीखी है। विचारों, भावनाओं से सजा संदूक है हिन्दी" द्वारा कहा कि हम सभी के सामूहिक प्रयत्न से ही हिन्दी राजभाषा से राष्ट्रभाषा बन सकेगी। हिन्दी की दुर्दशा के लिए अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं को दोष देते रहने की जगह हिन्दी के उत्थान हेतु मनसा वाचा कर्मणा प्रयत्न करना चाहिए। नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी ने हिन्दी व्याकरण पढ़ते रहने की जरूरत पर बल दिया, ताकि बोलते, पढ़ते और लिखते समय त्रुटियाँ कम हों। 

उर्दू विभाग की नवनियुक्त सहायक प्राध्यापिका डॉ नुर्द्रुतुन निशा ने हिन्दी और उर्दू को बहन बताते हुए चर्चित शेर "उर्दू और हिन्दी में बस फ़र्क है इतना, हम देखते हैं ख्वाब, वो देखते हैं सपना" पढ़ा। कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रीति शेखर ने इमोशनल डेवलपमेंट के लिए भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ बनिता कुमारी ने कहा कि हिन्दी भाषा का प्रयोग करते समय अत्यंत सावधान रहना चाहिए। उसे तोड़-मरोड़ कर बोलने से बचना चाहिए। प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ सहदेब बाउरी ने हिन्दी विभाग को एक लाभप्रद व्याख्यान-सह-कार्यशाला के आयोजन हेतु हार्दिक शुभकामनाएं दीं। प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ. फरहीन वज़ीरी, डॉ जया चौधरी, डॉ. सीता, डॉ. अमृता कुमारी घोष, डॉ. पूजा राय, डॉ. शुचि सिन्हा, डॉ. आशुतोष कुमार पांडेय, डॉ. सीता की उपस्थिति रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुरबाला कृष्णा ने किया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया के जिलाधिकारी 776 सीढ़ियों चढ़कर पहुंच गए प्रेतशिला: ज्यादा भीड़ को देखकर तीर्थ यात्रियों को कतार में लगाने लगे, देंखे सुविधाओं को

गया. पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से प्रारंभ है। हर दिन लाखों लाख की संख्या में तीर्थयात्री अपने पूर्वजों की तर्पण गयाजी के विभिन्न वेदी स्थलों पर कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज प्रेतशिला वेदी स्थल पर अत्यधिक भीड़ होने की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम स्वमं पहुंचकर भीड़ प्रबंधन का जायजा लेने लगे।

प्रेतशिला के ऊपर जाने वाली सीढ़ियों पर भारी भीड़ यात्रियों की देखी गयी। डीएम स्वमं 776 सीढ़ियों को चढ़ते हुए तीर्थयात्रियों को कतार में लगाने लगे, ताकि सीढ़ी चढ़ने वाले यात्री और सीढ़ी से उतरने वाली यात्रियों को किसी प्रकार का कोई समस्या नही हो सकें चुकी प्रेतशिला में 776 सीढ़ी है सभी सीढियां पूरी तरह खड़ी रूप में हैं। डीएम ने प्रेतशिला के ऊपरी चोटी पर पहुच कर यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को देखा और निर्देश दिया कि चुकी सीढ़िया की संख्या काफी ज्यादा है बाबजूद लोग पिंडदान करने ऊपर चोटी पर आते हैं, उनकी व्यवस्था में कोई कमी नही रखे, पानी टॉयलेट की पूरी व्यवस्था रखे। पानी सप्लाई बंद बिल्कुल नही हो, टॉयलेट की सफाई लगातार हो, इसे सुनिश्चित करे।

साथ ही चोटी पर नोडल पदाधिकारी के रूप में अंचलाधिकारी नगर को लगाया है, जो पूरी व्यवस्था को निगरानी करेंगे। साथ ही प्रेतशिला के नीचे सीढ़ी पर प्रखंड विकास पदाधिकारी नगर को लगाया गया है, जो केवल भीड़ प्रबंधन को देखेंगे। इसके अलावा प्रेतशिला वेदी के सम्पूर्ण प्रभार में जोनल पदाधिकारी सह वरीय उप समाहर्ता धीरज कुमार एव ज़िला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि लगातार भीड़ पर नजर रखे। भीड़ कॉहि भी स्थिर नही हो, भीड़ लगातार मूवमेंट करते रहे, इसे देखते रहे। इस अवसर पर अपर समाहर्ता राजस्व, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

डिप्टी मेयर चिंता देवी ने ब्रह्मासत सरोवर का निरीक्षण की: बोली- पिंडदानी धूप में पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर

गया। गया नगर निगम के डिप्टी मेयर चिंता देवी ने शनिवार को ब्रह्मासत सरोवर का निरीक्षण की। इस दौरान निरीक्षण के क्रम में डिप्टी मेयर चिंता देवी ने देश-विदेश से आए हुए पिंडदानियों से मिलकर हाल-चाल को जानी। 

इस मौके पर डिप्टी मेयर चिंता देवी ने मीडिया से बात करते हुए बोली कि पितृपक्ष मेला 2024 में ब्रह्मसत सरोवर में पिंडदानी खुले सरोवर में धूप के नीचे पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर हैं।

ब्रह्मसत सरोवर में छोटा सा पंडाल बनाकर छोड़ दिया गया हे जिससे पिंडदानी को पिंडदान करने में काफी ही दिक्कतें का सामना करनी पड़ रही है। इसमें सबसे बड़ा दोषी ठेकेदार है। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि जो काम पहले गया नगर निगम के द्वारा होता था, वह अब ठेकेदार और एनजीओ के माध्यम से किया गया, लेकिन पूरी व्यवस्था नहीं किया गया। 

आज भी जिस तरह से पितृपक्ष मेला में गया नगर निगम के कर्मी लगकर मेहनत कर रहे हैं उतना कोई भी ठेकेदार और एनजीओ का कर्मी नहीं कर रहा है। हम चाहते थे कि गया नगर निगम के जरिए ही पूरा काम हो।

नवादा की घटना पर राजद प्रदेश महासचिव बोले- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को यादव समाज पर प्रहार करना गलत, फालतू बातें को करें बंद नहीं तो जनता

गया। गया शहर के गेवाल बीघा स्थित प्रोफेसर कॉलोनी में राजद के नव मनोनीत टिकारी संगठन जिला राजद किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अवधेश यादव के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के मसीहा लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण उर्फ चंदन यादव ने जो हम पर विश्वास जताया है उस पर हम खरा उतारने का कोशिश करेंगे। इस प्रेस वार्ता में नालंदा के पूर्व प्रत्याशी रहे राजद नेता अशोक कुमार आजाद ने नवादा की घटना का निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के मानसिकता पर अफसोस जाहिर किया है।

जिसमें बिना जांच पड़ताल किए हुए मांझी जी के द्वारा यादवों को बदनाम कर पिछड़ा, दलित, अतिपिछड़ा, महादलित के एकता को खंडित करने का कुत्सित प्रयास किया गया है। इस प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव सह प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी महासभा बिहार एडवोकेट वीरेंद्र कुमार उर्फ वीरेंद्र गोपन केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा यादवों के बदनाम करने के मकसद से जो बयान दिया गया है उसकी निंदा करते हुए कहा की मांझी जी आप महज मंत्री पद के लालच में यादव समुदाय को बदनाम कर रहे है। उन्होंने जीतन राम मांझी एवं उनके बेटे संतोष मांझी को चुनौती देते हुए कहा की अगर आप और आपके पार्टी को यादवो से इतना ही नफरत है तो सबसे पहले आपके जो दल में यादव हैं उनको आप अपने दल से निकालने का हिम्मत करें, नहीं तो फालतू बातें करना बंद करें। अगर नहीं किया तो बिहार के खासकर मगध के पिछड़ा दलित-महा दलित समाज आपको माफ नहीं करेगा।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

जीबीएम कॉलेज में 'स्टार्टअप बिहार' के तहत 'आउटरीच प्रोग्राम' का हुआ आयोजन

गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी एवं अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नगमा शादाब की देखरेख में 'स्टार्टअप बिहार' के तहत छात्राओं के लिए 'आउटरीच प्रोग्राम' का आयोजन किया गया।

प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी, डिस्ट्रिक्ट स्टार्टअप को ऑर्डिनेटर सुशांत कुमार, कार्यक्रम संचालक डॉ. नगमा शादाब, प्रो. अफशाँ सुरैया, नैक समन्वयक डॉ. शगुफ्ता अंसारी, एनसीसी सीटीओ डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, एनएसएस पदाधिकारी डॉ. प्रियंका कुमारी एवं परीक्षा प्रभारी डॉ प्यारे माँझी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रभारी प्रधानाचार्य ने मुख्य वक्ता सुशांत कुमार, कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रोफेसर्स एवं छात्राओं का स्वागत किया। उन्होंने स्टार्टअप योजना के पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए इसे व्यावसायिक नवाचार का अति लाभप्रद माध्यम बताया। डॉ. बाउरी ने छात्राओं से कार्यक्रम का यथासंभव लाभ उठाने की गुजारिश की। मुख्य वक्ता ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्टार्टअप से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं से छात्राओं को परिचित कराया। इसके तहत प्राप्त सुविधाओं को बिन्दुबार समझाया। छात्राओं ने स्टार्टअप योजना से संबंधित प्रश्न पूछकर कार्यक्रम का लाभ उठाया।  

ज्ञातव्य है कि स्टार्टअप इंडिया, भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत देश में स्टार्टअप सपोर्ट हब विकसित किए गये हैं। इस योजना के तहत, महिला उद्यमियों और एससी और एसटी समुदायों के उद्यमियों को ऋण राशि दी जाती है। कॉलेज की पीआरओ डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि मुख्य वक्ता सुशांत कुमार ने छात्राओं को अपनी ओर से इनोवेटिव प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट तैयार करने का कार्य सौंपा है।

छात्राएं अपना स्टार्टअप प्रोजेक्ट डॉ नगमा शादाब के पास जमा करेंगी। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थानों पर चयनित छात्राओं को मोमेंटो देकर सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रोफेसर्स के अलावा प्राची, मुस्कान, रिया, दिव्या, काजल, अन्या, हर्षिता, तान्या, अन्या, श्रेया, आस्था, प्रगति, संजना, रूपाली, श्वेता, प्रीति, अनुष्का, भूमि, लक्ष्मी आदि अनेक छात्राओं की उपस्थिति रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शगुफ्ता अंसारी ने किया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

देश विदेश से आए लाखों की संख्या में पिंडदानी, सुविधाओं का जायजा लेने सीताकुंड पहुंचे जिलाधिकारी, साफ-सफाई रखने का निर्देश

गया। पितृपक्ष मेला 2024 के अवसर पर देश विदेश से आए लाखों की संख्या में पिंडदानियों को जिला प्रशासन द्वारा दिए जा रहे सुविधाओं का जायजा लेने जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम सीताकुंड पहुंचे। 

आज के तिथि के अनुसार सीता कुंड एव देवघाट में पिंडदान तर्पण करने की मान्यता है। उन्होंने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा बनाए गए शौचालय तथा नगर निगम गया द्वारा बनाए गए शौचालयों के सफाई का घूम घूम कर निरीक्षण किया। उन्होंने नगर निगम के सफाई कर्मी को निर्देश दिया कि शौचालयों की साफ सफाई और निरंतर ढंग से करवाएं ताकि तीर्थयात्री उसे अच्छे से प्रयोग कर सकें। निरीक्षण के दौरान घाट पर यत्र तत्र साफ-सफाई देखकर उसे ओर अधिक संख्या में कर्मियो को लगाकर नदी के किनारे किनारे जाल से पानी की सफ़ाई व्यवस्था, शेष बचे पितृपक्ष मेला के तिथियों में करावे। उन्होंने एसडीआरएफ की टीम को निर्देश दिया कि नाव के माध्यम से लगातार फल्गु नदी का निगरानी रखें ताकि कहीं कोई समस्या आने पर उसे तुरंत रिस्पॉन्ड करते हुए बचाया जा सके। जिलाधिकारी ने घाट पर अनेक तीर्थ यात्रियों से प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों के संबंध में फीडबैक भी लिया। सभी तीर्थ यात्रियों ने बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन की तारीफ करते हुए कोटि-कोटि धन्यवाद दिया।

इसके उपरांत सीता कुंड से सीता पथ होते हुए डैम के पूल होते हुए देव घाट शमशान घाट तक असामाजिक तत्वों को रोको टोको करवाया गया एवं उनलोगों से जानकारी ली गयी कि किस कारण से भीड़ में बेवजह खड़ा है, स्पष्ट जबाब नही देने वाले को घाट से बाहर भेजने का निदेश दिए। इसके उपरांत गजाधर घाट पर एक अति बुजुर्ग तीर्थयात्री जो चल नहीं सकते थे, उन्हें जिलाधिकारी ने उन्हें व्हीलचेयर उपलब्ध करवाकर उन्हें नदी से बाहर लाया एव व्हील चेयर पर बैठा कर उन्हें देवघाट से मंदिर के बाहर पहुंचाया गया। देवघाट पर पिंड दान कर रहे एक यात्री ने देखा कि डीएम साहब व्यवस्था का जायजा ले रहे, उतने में वो यात्री सामने आकर व्यवस्थाओ पर कोटि कोटि ध्यानवाद देने लगे। यात्री ने कहा कि हम सभी तीर्थ यात्रियों के बारे में इतना कुछ सोचकर हर एक छोटी-छोटी चीजों पर व्यापक व्यवस्थाएं रखी है। साफ सफाई की उन्दा व्यवस्था रखी है। यह काफी काबिले तारीफ है और तीर्थ धामो के अपेक्षा में गया जिला में अत्यंत काफी उत्कृष्ट व्यवस्था इस वर्ष बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा रखी गई है।

विष्णुपद मंदिर गर्वगृह निरीक्षण के दौरान कहा कि यात्रियों की भीड़ ज्यादा है, हर हाल में फिसलन को रोकना है। गर्वगृह के निकास द्वार से लेकर पीछे के दक्षिण की ओर दरवाजा तक एव सोलह वेदी की ओर आने वाले रास्ता में पूरी तरह निरंतर साफ सफाई करवाते रहने का निदेश दिया। यात्रियों की निकास प्रोपर अच्छा से करवाते रहने को कहा। उन्होंने कहा कि सुबह 5 बजे से 12 बजे तक ही ज्यादा भीड़ रहती है, उसके बाद लोग अपने अपने आवासन में चले जाते हैं। सुबह के समय पूरी अलर्ट एव मुस्तैदी से कार्य करे। सभी चीजो पर निगरानी रखे। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कहा कि संवाद सदन कार्यालय एवं विष्णुपद मंदिर के बीच वाले रास्ते में तीर्थयात्री का तार बाद में मंदिर दर्शन करने जा रहे हैं इसे ध्यान में रखते हुए सड़क पर कारपेट बिचवा एवं उन्हें कड़ी धूप से बचाव हेतु सड़क पर कुछ-कुछ दूरी पर पंडाल लगाने के लिए कहा है ताकि उन्हें धूप से सुरक्षित रखा जा सके। 

उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्री नंगे पर खड़े रहते हैं इसका ख्याल रखते हुए आज ही यह व्यवस्था कायम करावे। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने अपने हाथों से 100 से अधिक तीर्थ यात्रियों को गंगाजल का पाउच उपहार के स्वरूप उनके हाथों में दिया है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी के भगीरथ प्रयास से गया जी में गंगा जल लाया गया है और यह गंगाजल आप सभी को पैक करा कर पाउच के माध्यम से उपहार के स्वरूप दिया जा रहा है। इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा बोधगया स्थित निगम मॉनेस्ट्री अवसान स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि लगभग 6000 तीर्थयात्री वहां अवसान कर रहे हैं। उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया को निर्देश दिया की साफ सफाई एवं पेयजल की उपलब्धता में कोई कमी नहीं रखें। जरूरत पड़ने पर टीम की संख्या को और बढ़ाओ और निरंतर सफाई करवाए। इसके पश्चात वह सीधे धर्मारण्य वेदी पहुंचे, यहां भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हर एक चीजों पर घूम-घूम कर निरीक्षण किया एवं स्थानीय पुरोहितों एवं तीर्थ यात्रियों से व्यवस्थाओं के संबंध में फीडबैक भी लिया। सभी तीर्थयात्री जो पिंडदान कर रहे थे, काफी खुशी प्रकट किया है एवं आभार जताया है कि हम सभी तीर्थ यात्रियों के लिए व्यवस्था पूरी तरह मुकम्मल है। निरीक्षण के क्रम में वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, वरीय उप समाहर्ता गण, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

मनोरमा देवी के आवास पर एनआईए की छापामारी में 4 करोड़ 3 लाख रुपए की बरामदगी, 10 हथियार बरामद, मनोरमा देवी का बयान, कहा- जब्त पैसे बैंक का लोन है

गया। बिहार के गया में जदयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के यहां कल सुबह 6:00 बजे से हुई छापामारी लगभग 20 घंटे तक चली. इस दौरान एनआईए की टीम के द्वारा घर की पूरी तलाशी ली गई. तलाशी के बाद एनआईए के द्वारा प्रेस रिलीज जारी किया गया, जिसमें घर से 4 करोड़ 3 लाख रुपए बरामदगी की बात बताई गई। साथ ही विभिन्न बोर के 10 हथियार के भी बरामद होने की जानकारी दी गई।

इसके अलावा कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल दस्तावेज बरामद होने की भी जानकारी दी गई. एनआईए के द्वारा यह बताया गया कि वर्ष 2023 के अगस्त माह में औरंगाबाद जिले से दो नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई थी, उनसे मिले इनपुट के आधार पर उस समय 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी, तब से यह तहकीकात चल रही थी. इसी क्रम में मनोरमा देवी के गया में तीन ठिकानों पर छापामारी की गई. शहर के एपी कॉलोनी स्थित उनके आवाज से उक्त बरामदगी की गई है. हालांकि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई।

वहीं छापामारी समाप्त होने के बाद पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी मीडिया के सामने आई और उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया कर्मियों को बताया कि अचानक 6:00 बजे सुबह में एनआईए के टीम के अधिकारी आ पहुंचे और तलाशी लेने लगे. हमलोगों ने उनका पूरा सहयोग किया. उन्होंने कहा कि जो रुपये छापामारी के दौरान जप्त किए गए हैं, वे बैंक से लोन लिए गए थे, उसका पूरा हिसाब किताब है, जिसका डिटेल हमारे चार्टर्ड अकाउंटेंट दे देंगे. वही हथियार के बारे में उन्होंने कहा कि ये हथियार हमारे गार्डों के हैं, उसके भी कागजात हमारे पास मौजूद हैं।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

पिंडदानियों की सेवा में मुस्तैदी के साथ गया पुलिस तैनात: हाथ पकड़ कर बुजुर्ग पिंडदानियों को चढ़ा रहे हैं सीढ़ी

गया। बिहार के गया में पितृ पक्ष मेला 2024 में देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों की सेवा में गया पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ लगे हुए है। हाथ पकड़ कर बुजुर्ग पिंडदानियों को सीढ़ी चढ़ाया जा रहा है। गया पुलिस अपने कर्तव्यों का पूरी अच्छी तरीके से निर्वहन करते हुए दिख रहे हैं। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने शुक्रवार को दी है। 

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि पितृपक्ष मेला 2024 में देश विदेश से आने वाले पिंडदानियों की सेवा गया पुलिस 24 घंटा कर रही हैं। अतिथि देवो भव के उद्देश्य से गया पुलिस अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए दिख रहे हैं। हाथ पकड़ कर बुजुर्ग पिंडदानियों को सीढ़ी चढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। एसएसपी आशीष भारती ने तैनात पुलिस कर्मियों से अपील किया है की आए सभी पिंडदानियों की सेवा पूरी ईमानदारी से करें और किसी तरह की कोई समस्या रहने पर उन्हें पूरी तरह से सहयोग करें। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

 

स्मार्ट मीटर लगाने के दौरान कंजियार में महिलाओं ने किया विरोध,112 की टीम पहुंचने पर मामला हुआ शांत

गया/डोभी। डोभी नगर पंचायत के कंजियार गांव में स्मार्ट मीटर लगाने गए बिजली विभाग की टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान बिजली विभाग के कनीय विद्युत अभियंता गजेंद्र कुमार ने काफी समझने का प्रयास किया। परंतु महिलाओ का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। घटना की सूचना 112 की टीम को दो गई।

घटना की सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को समझा बूझाकर शांत कराया। हालांकि विरोध के बाद भी गांव में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य चलता रहा। कुछ घरों में स्मार्ट मीटर नही लगाया गया। मालूम हो कि महीनों से चल रहा है स्मार्ट मीटर लगाने का काम। डोभी प्रखंड क्षेत्र के 12 ग्राम पंचायत एवं एक नगर पंचायत में युद्ध स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाने का काम कई महीनो से चल रहा है।

लेकिन अभी तक बिजली विभाग पूरी तरीके से स्मार्ट मीटर लगाने में सफल नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि विभाग के द्वारा जब भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया जाता है, तब उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है। जेई ने बताया लोगो को स्मार्ट मीटर को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।