दुमका : JSSC CGL की परीक्षा का पहला दिन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न, महज 50 प्रतिशत अभ्यर्थी हुए शामिल


दुमका : झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 में करीब 50 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। शनिवार को जेएसएससी सीजीएल के सफलतापूर्वक आयोजन को लेकर दुमका में बनाये गए 30 केंद्रों में करीब नौ हजार तीन सौ 96 परीक्षार्थियों में से महज चार हजार चार सौ 19 परीक्षार्थी ही शामिल हुए। यह पहली और दूसरी पाली का आंकड़ा है। कदाचारमुक्त एवं स्वच्छ वातावरण में परीक्षा को संपन्न कराने के लिए सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही थी। परीक्षा केंद्रों में जैमर के इस्तेमाल के साथ सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किया गया था। 

उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने कहा कि झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 के लिए जिले में 30 परीक्षा केन्द्रों में तीन पालियों में परीक्षा का आयोजन किया गया। आज के परीक्षा में कुल 9396 अभ्यर्थी आवंटित थे, जिसमें कुल 4419 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। 4977 अभ्यर्थी इस परीक्षा में अनुपस्थित थे। परीक्षा के सुचारुरूप से आयोजन के लिए कुल 783 वीक्षकों, 18 पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट-कम-उड़नदस्ता, 30 स्टेटिक मजिस्ट्रेट, 40 सेन्टर ऑब्जर्बर, पेट्रोलिंग पुलिस सशस्त्र बल की 18 टीम, पेट्रोलिंग पुलिस ऑफिसर, सशस्त्र बल सहित अन्य कर्मियों को लगाया गया था। उपायुक्त ने कहा परीक्षा स्वच्छ एवं कदाचार मुक्त ढंग से परीक्षा ढंग से संपन्न हुई ल रविवार को भी 30 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा आयोजित की जायेगी l 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : JSSC CGL की परीक्षा को कदाचार मुक्त संपन्न कराने को लेकर तैयारी पूरी, 30 केंद्रों में होगी परीक्षा, रात भर चली छापेमारी

दुमका : झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा शनिवार से शुरू हो रही झारखण्ड सामान्य स्नातक स्तर योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सारी तैयारियां पूरी हो गयी है। परीक्षा को कदाचार मुक्त एवं स्वच्छ वातावरण में संपन्न कराने को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। इस बाबत संभावित सॉल्वर गैंग की तलाश में बीती रात अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम द्वारा शहर के कुछ होटलों का औचक निरीक्षण भी किया गया। हालांकि टीम को को इसमें कोई सफलता नहीं मिली। 

इधर, उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने बताया कि आयोग द्वारा झारखण्ड सामान्य स्नातक स्तर योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 21 और 22 सितंबर को होना निर्धारित है। यह परीक्षा तीन पालियों में विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर संचालित की जायेगी। दुमका जिला में कुल 30 सेंटर बनाये गए है।

उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि सभी परीक्षा केन्द्रों में कदाचार मुक्त शांतिपूर्ण वातावरण में परीक्षा संचालन के लिए विधि व्यवस्था सुदृढ़ हो यह सुनिश्चित कर लें। परीक्षा अवधि में परीक्षा केन्द्रों के अगल-बगल अनावश्यक भीव, मटरगश्ती, ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग एवं अनाधिकृत रूप से हथियार लेकर चलने तथा कदाचार से संबंधित किसी प्रकार का वस्तु का उपयोग करने आदि पर प्रतिबंध है।

कदाचार में पकड़े गये छात्र व छात्राओं एवं अभिभावकों के विरूद्ध झारखंड प्रतियोगी परीक्षा (मर्ती में अनुचित साधनों के रोक-थाम व निवारण के उपाय) अधिनियम् 2023 के सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कार्रवाई की जायेगी। उपरोक्त आदेश कर्तव्य पर तैनात कर्मचारियों व पदाधिकारियों एवं शव यात्रा में शामिल लोगों पर लागू नहीं रहेगा।

केंद्र की सूची

(1) ए०एन० इंटर कॉलेज नेतुर पहाड़ी हाई वे के समीप, दुमका (केन्द्र कोड-300)

(2) ए०एन०डिग्री कॉलेज, रेलवे स्टेशन नेतुर पहाड़ी दुमका (केन्द्र कोड-299)

(3) +2 वेस्टर्न इंग्लिस स्कूल बलियाडंगाल रिंग रोड, दुमका (केन्द्र कोड-316)

(4) एस०पी० कॉलेज, पाकुड़ रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-297) 

(5) श्री राम कृष्ण आश्रम हाई स्कूल, दुमका (केन्द्र कोड-305)

(6) गवर्मेन्ट वुमेन्स पोलिटेकनिक, तेलियाचक शिवपहाड़, दुमका (केन्द्र कोड-310) 

(7) गवर्मेन्ट पोलिटेकनिक, दुमका, सोनुवाडंगाल, शिवपहाड़, दुमका (केन्द्र कोड-324) 

(8) दुमका इंजिनियरिंग कॉलेज, पोस्ट-शिवपहाड़ नियर गवर्मेन्ट पोलिटेकनिक, पाकुड़ रोड़ दुमका (केन्द्र कोड-325)

(9) सिदो कान्हु हाई स्कूल, थाना रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-311)

(10) बाल भारती हाई स्कूल, थाना रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-314) 

(11) गवर्मेन्ट हाई स्कूल, कड़हरबील, शिवपहाड़ मुफसिल थाना के समीप, दुमका (केंद्र कोड-303)

(12) मिडिल स्कूल कड़हरबील, शिवपहाड़ गिधनी पहाड़ी रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-312) 

(13) रा०ए० मिडिल स्कूल, डंगालपाड़ा, नगरपालिका चौक, गाँधी मैदान के समीप, दुमका (केन्द्र कोड-313) 

(14) ज्ञान मंजरी हाई स्कूल, शिवपहाड़, दुमका (केन्द्र कोड-317)

(15) C.M S.O.E (+2 जिला स्कूल) जिला रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-301) 

(16) संत जोसेफ स्कूल, बक्सीबाँध रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-307)

(17) संत जोसेफ हाई स्कूल, गुहियाजोरी, थाना-दुमक थाना-दुमका, जिला-दुमका (केन्द्र कोड-326) 

18) संत टेरेसा गर्ल्स मिडिल स्कूल, दुधानी दुमका (सेंटर कोड-320)

(19) संत तेरेसा गर्ल्स हाई स्कूल, दुधानी दुमका (केन्द्र कोड-306) 

(20) एस०एस० विघा विहार, आजाद नगर, कुम्हारपाड़ा, दुमका (केन्द्र कोड-308) 

(21)+2 नेशनल हाई स्कूल, दुधानी, (नियर वाटर टेंक) बायपास रोड़, दुमका(केंद्र कोड-304)

(22) संत मेरी हाई स्कूल, बक्सीबाँध रोड़, दुमका (केन्द्र कोड-309) (23) C.M S.O.E गर्ल्स, अम्बेडकर चौक, दुमका (केन्द्र कोड-302)

(24) आर०ए० शास्त्री स्मारक सेकेन्ड्री स्कूल, खुटाबाँध, दुमका (केन्द्र कोड-315) 

(25) सरस्वती शिशु विधा मंदिर, मजिस्ट्रेट कॉलोनी, पुलिस लाईन, दुमका (केन्द्र कोड-318)

(26) द मिलेनियम स्कूल, कुसुमडीह, पोस्ट-आसनसोल, दुमका (केन्द्र कोड-319) 

(27) एस०पी० महिला कॉलेज, एयरपोर्ट रोड़, डी०सी० आवास के बगल में, दुमका (केन्द्र कोड-298)

(28) एनईएलसी डॉन बास्को स्कूल, बंदरजोड़ी मिशन, राजभवन के सामने, दुमका (केंद्र कोड-321)

(29) संथाल गर्ल्स हाई स्कूल, महारो, थाना-जामा, दुमका (केन्द्र कोड-322) 

(30) सेंट जेवियर्स इन्टर कॉलेज, महारो, ग्राम-सरसाबाद, पोस्ट-महारो, थाना-जामा, दुमका (केन्द्र कोड-323)

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : बांग्लादेशी घुसपैठ से आदिवासियों की अस्मिता व संस्कृति पर खतरा


मांझी परगना महासम्मेलन में तय होगा आंदोलन की रणनीति - चम्पाई सोरेन

दुमका : झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता चम्पाई सोरेन ने कहा कि संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा बहुत जटिल हो चुका है और आज पहली बार पाकुड़ में होनेवाले मांझी परगना महासम्मेलन में इस मुद्दा को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। 

संथाल परगना में घुसपैठ की बढ़ती समस्या को देखते हुए यह सम्मेलन बुलाना बहुत जरुरी हो गया था। 

पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन सोमवार को संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर पाकुड़ जिले के डांगापाड़ा में मांझी परगना लाहंती वैसी द्वारा आयोजित मांझी परगना महासम्मेलन में शामिल होने से पूर्व दुमका परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। 

चम्पाई सोरेन ने कहा कि 

संथाल परगना से आदिवासियों की एक एक बस्ती मिटते जाएगा, यह कोई छोटा सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि आदिवासी अपने जमीन से बेदखल हो रहे है, आदिवासियों के भाषा और संस्कृति पर प्रहार हो रहा है और आदिवासियों के बहू बेटियों पर अन्याय हो रहा है तो अब ऐसे में जरुरी हो गया कि संथाल परगना को बचाना है, उनकी जन्मभूमि को बचाना है और आदिवासी समाज को एकजुट कर उन्हें जागृत करना है। कहा कि सम्मेलन में जो भी निर्णय होगा वो उस निर्णय के साथ होंगे। 

वहीं जे एम एम द्वारा सरना धर्म कोड को लेकर केंद्र की भूमिका पर उठाये जा रहे सवाल पर चम्पाई सोरेन ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कल 140 किलोमीटर की दूरी तय कर सड़क मार्ग से कोल्हान की धरती पर पहुँचे और वहाँ की जनता से संवाद किया। पीएम वहाँ की सारी चीजों को जानने का प्रयास किया, जानने के बाद कुछ काम होगा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सुखद पलों पर आखिर क्यों होती रही सियासत! वंदे भारत की सौगात और सियासत.. पढ़िए पूरी रिपोर्ट


दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका को भी वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को छह वंदे भारत एक्सप्रेस को वर्चुअली हरि झंडी दिखाकर रवाना किया जिसमें भागलपुर-दुमका-हावड़ा मार्ग पर चलनेवाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल है। पीएम मोदी द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उदघाटन के बाद ट्रेन भागलपुर से दुमका पहुंची।

दुमका रेलवे स्टेशन में वंदे भारत एक्सप्रेस के स्वागत में रेलवे द्वारा एक समारोह का आयोजन किया गया। ट्रेन के स्वागत में गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे, दुमका से झामुमो सांसद नलिन सोरेन, पूर्व विधायक एवं मंत्री डॉ लुईस मरांडी एवं पूर्व विधायक सीता सोरेन सहित रेलवे के अधिकारी, बीजेपी और झामुमो एवं अन्य दलों के कई कार्यकर्ता सहित आमलोग भी मौजूद थे। 

बारिश के बावजूद इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए रेलवे स्टेशन पहुँचे आमलोगों में वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर काफी उत्साह दिखा। 

वहीं ट्रेन के स्वागत में आयोजित समारोह कुछ पलों में राजनीतिक मंच के रूप में तब्दील हो गया और फिर सम्बोधन के दौरान भाजपा और झामुमो एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप की बारिश में जुटे रहे। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं की नारेबाजी की शोर में हंगामे का दृश्य बना रहा।

दरअसल पूर्व विधायक और भाजपा नेत्री सीता सोरेन ने अपने सम्बोधन के दौरान पीएम मोदी की तारीफ की लेकिन जैसे ही उन्होंने राज्य की हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार की आलोचना शुरू की तो मंच के पास मौजूद झामुमो के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। 

सीता सोरेन ने दुमका वासियों को केंद्र सरकार द्वारा वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने पर इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प को दिया, जिसके तहत सबका साथ, सबका विकास की बात की जाती है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि संथाल परगना प्रमंडल जैसे पिछड़े क्षेत्र को भी वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। 

उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि साढ़े चार वर्षों तक राज्य सरकार ने झारखंड के लिए क्या किया? अपनी जेब गर्म करते रहे, अपनी झोली भरते रहे। सरकार के मंत्री जेल की यात्रा कर रहे हैं। इसके बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। 

साढ़े चार वर्षों तक जनता को भूल गए और अब नए-नए वादे किये जा रहे हैं। कहा कि यहां के सीएम से झारखंड संभल नहीं रहा है। इसलिए चाहे असम के सीएम हो या केंद्रीय मंत्री झारखंड में कैंप कर रहे हैं, क्योंकि हमें झारखंड की चिंता है। यहां के लोगों की चिंता हमें है।  झारखंड को लूट कर खोखला करने वालों से झारखंड का विकास संभव नहीं है।

वहीं झामुमो सांसद नलिन सोरेन ने वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री को बधाई दी और कहा कि हालांकि यहां के लोगों के लिए यह ट्रेन उतना उपयोगी नहीं होगा। इसकी वजह इस क्षेत्र का पिछड़ापन है। यहां के लोग गरीब हैं और वंदे भारत ट्रेन का किराया बहुत ज्यादा है। 

उन्होंने कहा कि दुमका वासी लंबे समय से दुमका से देश की राजधानी दिल्ली तक के लिए सीधी रेल सेवा की मांग करते आ रहे हैं। उन्होंने जनता की इस आवाज को सदन में उठाने का काम किया है। अगर दुमका-दिल्ली ट्रेन मिल जाए तो वह यहां के लोगों के लिए सबसे बड़ी सौगात होगी।

इस दौरान मंच जैसे ही राजनीतिक हुआ वैसे ही सभी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता अपने- अपने नेता के समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाने लगे और फिर तमाम वक्ताओं की बातें जिंदाबाद के शोर के बीच दब गई। हालांकि, नलिन सोरेन और निशिकांत दुबे ने माहौल को संभालने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ता किसी की भी सुनने के लिए तैयार नहीं हुए।

शोर के बीच सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सभी की सहभागिता आवश्यक है। विकास के नाम पर बिहार से अलग झारखंड राज्य बना था। इसके बावजूद वर्ष 2014 तक संथाल परगना प्रमंडल का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया था। जबकि इसी दुमका की धरती ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को पहचान दिया। कहा कि इसलिए इस क्षेत्र के विकास के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी को सोचना होगा ताकि भविष्य में हमें यह न कहना पड़े की झारखंड के जमशेदपुर का अधिक विकास हुआ, जबकि दुमका पिछड़ा रह गया। उन्होंने वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री और रेल मंत्री के प्रति आभार जताया और कहा इससे लोगों को काफी फायदा मिलेगा।

बहरहाल, दुमका को रेल सेवा से जुड़ने में लंबा वक्त लगा। साल 1999 में तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने बैद्यनाथ धाम रेल स्टेशन परिसर में देवघर-दुमका नयी रेल लाइन की आधारशिला रखी थी लेकिन उसके साल भर बाद राज्य का बंटवारा हो गया। दुमका को झारखण्ड की उपराजधानी घोषित किये जाने के बाद रेल सेवा का महत्व बढ़ गया। फिर राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 8 अप्रैल 2002 को दुमका में इस रेल परियोजना का शिलान्यास किया। 

दुमका-देवघर रेल परियोजना को साल 2007 में ही पूरा हो जाना था लेकिन जुलाई 2011 में यहाँ रेलवे सेवा शुरू हुई। उस ऐतिहासिक पल के हजारों लोगों गवाह बने क्योंकि दुमका में रेल सेवा शुरू होने का सपना यहाँ के लोगों ने लंबे समय से संजोया था। सपना पूरा हुआ, एक्सप्रेस ट्रेन तक चलनी शुरू हो गयी, कोयले की कमाई से राजस्व भी बढ़ने लगा लेकिन जब भी सुखद पल आया, मंच सजा तो वो राजनीतिक अखाड़ा जरूर बना, चाहे सरकार किसी की भी रही हो।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मिड डे मिल में गिरी छिपकली, 47 बच्चे बीमार, जाँच के दिए गए आदेश

दुमका :- झारखण्ड के दुमका के मसलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय में शुक्रवार को मिड डे मिल में छिपकली गिरने के बाद खाना खाने से 47 बच्चे बीमार हो गए। मामले की जाँच का आदेश दे दिया गया है। 

बच्चों को भोजन में जैसे ही छिपकली होने की जानकारी मिली, बच्चों ने उल्टियां करनी शुरू कर दी। किसी बच्चे को सिर दर्द होना शुरू हो गया। आनन फानन में सभी बच्चों को मसलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।

फिलहाल सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है और प्राथमिक इलाज के बाद सभी बच्चों को देर शाम में स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गयी।

पीड़ित छात्र बाबू सोना मरांडी और राजकिशोर टुडू ने कहा कि कुछ छोटे बच्चों के बीच खाना परोस दिया गया था। 

बच्चों ने खाना शुरू कर दिया था। अचानक भोजन परोसने वाले ने बताया कि भोजन में छिपकली गिर गयी थी। उसके बाद जिन बच्चों ने खाना खाया था, उनकी तबियत बिगड़ने लगी। बाकी बच्चों ने खाना फेंक दिया। कहा कि उनलोगों को स्वास्थ्य केंद्र में इलाज शुरू किया गया और इलाज के बाद सभी अच्छा महसूस कर रहे है। 

देर शाम को दुमका के सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह और जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष हेमब्रम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर बच्चों की स्थिति का जायजा लिया।सिविल सर्जन ने कहा कि सभी बच्चे बहुत घबराये हुए थे। 

डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ की मदद से सभी बच्चों का इलाज शुरू किया गया और फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर है और सभी को स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गयी है।

वहीं मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष हेमब्रम ने कहा कि मामले की जाँच का आदेश दिया गया है। जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा कि मामले में जो भी दोषी शिक्षक और कर्मी होंगे उनलोगों के खिलाफ विभाग के स्तर से सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मसानजोर में मकई लदा ट्रक पलटा, एक पर्यटक की मौत, आधा दर्जन से अधिक घायल


दुमका : जिले के मसानजोर डैम के समीप बुधवार को हुए एक सड़क हादसे में एक महिला पर्यटक की मौत हो गयी जबकि आधा दर्जन से अधिक पर्यटक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को बेहतर इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के सिउड़ी रेफर कर दिया गया है। 

घटना इस वक्त हुई जब दुमका से पश्चिम बंगाल जा रहा मकई लदा ट्रक मसानजोर डैम के पास अचानक पलट गया। ट्रक ने सड़क किनारे पैदल चल रहे आधा दर्जन से अधिक पर्यटकों को अपनी चपेट में ले लिया और सभी मकई के बोरे में दब गए। ये सभी पर्यटक एक टूरिस्ट बस से पश्चिम बंगाल से मसानजोर डैम घूमने आये थे।

हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा तफरी मच गयी। सूचना मिलने पर पास में ही स्थित मसानजोर ओपी के पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मकई के बोरे के नीचे दबे सभी पर्यटकों को निकाला और इलाज के लिए रानेश्वर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। घायलों में ट्रक चालक भी शामिल है।

( दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

ब्रेकिंग: गिरफ्त में आया घूसखोर सरकारी अमीन, गोड्डा में 5 हजार घूस लेते हुए अमीन को एसीबी ने किया गिरफ्तार

दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार को गोड्डा से एक सरकारी अमीन को पांच हजार रूपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम घूसखोर सरकारी अमीन नारायण मंडल को गोड्डा अंचल कार्यालय से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद घूसखोर अमीन को दुमका लाया गया और देर शाम न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। 

जानकारी के मुताबिक गोड्डा जिले के बड़ी कल्याणी पंचायत के रतनपुर के रहनेवाले सचीन पूर्व ने सरकारी अमीन नारायण मंडल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के पास शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनका जमीन विवाद चल रहा था, जिसके निपटारे के लिए सरकारी अमीन नारायण मण्डल ने 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। आवेदक ने रिश्वत देने से इनकार किया और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को इसकी जानकारी दी।

शिकायत के बाद एसीबी द्वारा इस मामले की जांच की गई। जांच में यह पाया गया कि नारायण मण्डल ने वाकई 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक ट्रैप ऑपरेशन तैयार किया और बुधवार को सरकारी अमीन नारायण मण्डल को आवेदक से रिश्वत लेते हुए अंचल कार्यालय गोड्डा में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार किए गए अमीन की पहचान नारायण मण्डल उर्फ नारायण कुमार मण्डल के रूप में हुई है, जो वर्तमान में अंचल कार्यालय गोड्डा में तैनात थे। गिरफ्तारी के समय टीम के साथ दो स्वतंत्र साक्षी और एक नियमित दंडाधिकारी भी मौजूद थे।

आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक (संशोधित) अधिनियम 2018 की धारा-7 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की आगे की जांच जारी है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : आयुक्त ने मतदान केंद्रों का किया निरीक्षण,अधिकारियों को दिया विशेष टास्क

दुमका : झारखण्ड में आनेवाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गयी है। अधिकारियों द्वारा मतदान केंद्रों का जायजा लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का विशेष दिशा निर्देश दिया जा रहा है।

प्रमण्डलीय आयुक्त लालचंद डाडेल ने दुमका, शिकारीपाड़ा एवं लिट्टीपाड़ा विधानसभा अंतर्गत विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर अधिकारियों को विशेष निर्देश दिया गया। 

निरीक्षण के दौरान मतदान केंद्रों में भवन की स्थिति, रैम्प, पेयजल, विद्युत आदि की व्यवस्था का अवलोकन किया गया। इस दौरान आयुक्त द्वारा पदाधिकारियों को मतदान केंद्रों में कमियों को ससमय दूर करने के लिए जरुरी दिशा-निर्देश दिए गये। 

आयुक्त श्री डांडेल ने कहा कि चुनाव आयोग के निदेश के आलोक में मतदान केंद्रों में दिव्यांग मतदाताओं एवं 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध मतदाताओं के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय।

मौके पर काठीकुंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी ममता मरांडी, गोपीकांदर के बीडीओ गौतम मोदी, आयुक्त के निजी सहायक-सह-सहायक प्रशाखा पदाधिकारी सौरभ कुमार तिवारी, आयुक्त कार्यालय के विधान चक्रवर्ती, गोपीकांदर के प्रभारी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी विशाल कुमार संबंधित मतदान केंद्रों के बीएलओ आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : गाँधी मैदान के गेट पर झूल रहा था मासूम, अचानक गेट टूटने से हुई मौत, विरोध में सड़क जाम

दुमका : नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार को गांधी मैदान के मुख्य द्वार में लगा लोहे का बड़ा गेट गिर जाने से एक बच्चे की मौत हो गयी, तो वहीं दो बच्चे बाल-बाल बच गए। घटना से नाराज लोगों ने बिना पोस्टमार्टम के शव को गांधी मैदान के पास बीच सड़क में रखकर तीन घंटे के लिए मार्ग को जाम कर आवागमन बाधित कर दिया। बाद में मौके पर पहुँचे दुमका के अंचलाधिकारी ने सहायता राशि देकर जाम समाप्त कराया। इसके बाद नगर थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। मासूम बच्चे की मौत के बाद मां चिंकी देवी और नानी शकुंतला देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मां कई बार अस्पताल में बेहोश भी हो गई।

जानकारी के मुताबिक डंगालपाड़ा की महिला चिंकी देवी पति से अलग होकर आशीष के साथ रहती थी। वह दूसरे के घरों में बर्तन मांजकर किसी तरह दोनों का पालन पोषण कर रही थी। दोपहर को उसका बेटा आशीष अपने दो साथियों के साथ गांधी मेदान चला गया।

 वह साथियों के साथ मुख्य द्वार में लगे लोहे के ग्रिल में झूला झूल रहा था। कब्जा गल जाने के कारण अचानक ग्रिल का एक हिस्सा टूट गया और उसके नीचे दब जाने के कारण आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि उसके दोनों साथी बाल बाल बच गए। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने किसी तरह से आशीष को ग्रिल के नीचे निकालकर इलाज के लिए आटो से मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा। मरहम पटटी के बाद आशीष ने दम तोड़ दिया। अस्पताल में मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी नगर थाना को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले मुहल्ले के लोग शव को लेकर चले गए और मुआवजा की मांग को लेकर गांधी मैदान के सामने बीच मार्ग को जाम कर दिया।

 जाम की सूचना मिलने के बाद सीओ अमर कुमार और नगर थाना प्रभारी अमित लकड़ा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जाम करने वालों से बात की। सीओ ने तत्काल बीस हजार रुपया देकर आश्वासन दिया कि मां चिंकी देवी को तत्काल वृद्धापेंशन दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन से मिलने वाली हर सहायता प्रदान की जाएगी। उनके इस आश्वासन के बाद पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जाम समाप्त कराया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में सामने आये 374 मामले, अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़ा, कुछ मामलों का तुरंत किया गया निदान


दुमका : राज्य सरकार की पहल और पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर झारखण्ड के दुमका में पुलिस विभाग द्वारा मंगलवार को आयोजित जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में 374 मामले सामने आये।

 कार्यक्रम के दौरान दुमका नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रहनेवाले लोगों की शिकायतें सबसे ज्यादा मिली। जिले के चार स्थानों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें सदर अनुमंडल में 133, जरमुंडी अनुमंडल में 149, मसलिया एवं टोंगरा थाना क्षेत्र से 57 और शिकारीपाड़ा एवं रानेश्वर से 35 लोगों की शिकायत से संबंधित आवेदन विभाग को मिले।


 लोगों की अधिकांश शिकायतें जमीन विवाद से जुड़ी हुई थी। इसके अलावा छेड़खानी, पुराने मामलों में आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं होना, अनुसन्धान सहित अन्य मामलों से जुड़ी शिकायतें शामिल थी। कार्यक्रम में शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों के आवेदन का पंजीकरण कर उन्हें उसकी रिसिविंग रसीद भी दी गयी। कार्यक्रम को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा और लोगों में पुलिस के प्रति एक विश्वास जगा। 

लोगों ने उचित न्याय की उम्मीद भी जतायी। 

इससे पूर्व कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन झारखण्ड जगुआर एसटीएफ के डीआईजी इंद्रजीत महथा ने की। मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार, एसडीपीओ विजय महतो, डालसा ए सदस्य सहित अन्य अधिकारी एवं पुलिसकर्मी मौजूद थे।

डीआईजी इंद्रजीत महथा को दुमका में आयोजित कार्यक्रम का प्रभारी अधिकारी बनाया गया था। डीआईजी इंद्रजीत महथा में कहा कि इस कार्यक्रम से लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है और पुलिस लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लेकर तेजी से समाधान करने की पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि सिविल से जुड़े मामलों को संबंधित विभागों को हस्तातंरित कर दिया जाएगा। कुछ मामलों का दो से तीन दिनों के भीतर समाधान कर दिया जाएगा और इसकी सूचना भी शिकायतकर्ता को दे दी जाएगी। जनता की शिकायतों की मॉनिटरिंग एसपी लगातार करेंगे। कहा कि पुलिस मुख्यालय की कोशिश है कि हर महीने इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। 

वहीं दुमका के एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़े हुए है। सभी शिकायतों को अलग अलग कैटेगरी में बांटकर उन शिकायतों की जाँच एवं त्वरित निदान किया जाएगा। शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों को ट्रैक भी कर सकते है जिसकी सूचना पुलिस विभाग देगी। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा, साइबर फ़्रॉड से जुड़ी शिकायतों के लिए 1930 डायल और बच्चियों या किसी महिला के साथ छेड़खानी स्वागत जुड़ी शिकायतों के लिए डायल 112 के महत्व की जानकारी भी दी गयी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)