बलिया में गंगा और घाघरा दोनों ही का उग्र रुप सभी नदियां बढ़ाव पर
संजीव सिंह बलिया। बलिया केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त आज के रिपोर्ट के अनुसार प्रातः 08:00 बजे जनपद बलिया में गंगा नदी का गेजस्थल गायघाट पर जलस्तर 59.63 है जो खतरा विन्दु 57.615 मी० से 2.015 मीटर उपर है एवं सरयू नदी का जलस्तर गेजस्थल तुर्तीपार में 64.72 मीटर है जो खतरा बिन्दु 64.01 मी0 से 0.71 मी० उपर है। गंगा नदी एवं सरयू नदी के जलस्तर में हुयी वृद्धि से वर्तमान में जनपद के कुल 27 गांव की लगभग 31495 आबादी प्रभावित हुयी है। साथ ही कुल 97.7 हे० आबादी एवं लगभग 197.7 हे0 कृषि योग्य भूमि प्रभावित हुयी है। बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के आवागमन के लिये 76 नावे लगायी गयी है एवं एन०डी०आर०एफ० की एक टीम राहत एवं बचाव कार्य के लिये तैनात की गयी है। जनपद के सभी 61 बाढ़ चौकी एवं 72 राहत शिविर कियाशील कर दिये गये है, वर्ततान में तहसील बासंडीह में ग्राम सुल्तानपूर में स्थापित किये गये बाढ़ राहत शिविर में 70 व्यक्ति निवास कर रहे है। तहसील बैरिया अर्न्तगत लार्ड कृष्णा एकेडमी को बाढ़ राहत शिविर हेतु अधिग्रहित किया गया है, वर्तमान में वहां कोई बाढ़ प्रभावित व्यक्ति नही रह रहा है। जिनको दोनो समय ताजा भोजन, पानी, बिस्तर, लाईट आदि की व्ययस्था की गयी है। बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों में अब तक 4400 राहत सामग्री की किट वितरित की गयी है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों में निरन्तर राहत कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार द्वारा नियमित रूप से बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रो में की जा रही व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है एवं नियमित समीक्षा की जा रही है, जिलाधिकारी महोदय के निर्देश के कम देवेन्द्र प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी (वि/रा) एवं समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं राजस्व कर्मी नियमित रूप से भ्रमण कर रहे है। जनपद स्तर बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के समस्याओं के त्वरित समाधान के लिये कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है, जिसका टेलीफोन नम्बर 0549-2220832 एवं मोबाइल नम्बर 9454417979 है जिस पर प्राप्त होने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान कराने के लिये 24X7 कार्मिको की तैनाती की गयी है। बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के उपचार के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा 9 मेडिकल टीमे तैनात की गयी है, जो प्रभावित व्यक्तियों का उपचार कर रही है। पशु पालन विभाग द्वारा पशुओ के टीकाकरण एवं उपचार की कार्यवाही नियमित रूप से किया जा रहा है। सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण हुये कटान से नदी में पूर्णतया विलीन हुये 97 पक्का, 12 कच्चा एवं 12 झोपड़ी पर अबतक कुल रू0 1,31,76,000-00 एवं बर्तन, कपड़ा एवं घरेलू सामान क्षतिग्रस्त होने पर 65 परिवारों में रू0 3,25,000 की धनराशि प्रभावित व्यक्तियों के बैंक खातें में प्रेषित की गयी है। सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण हुये कटान के कारण नदी में विलीन हुयी 74.8445 हे0 कृषि योग्य भूमि के सापेक्ष 612 कृषकों में रू0 45,74,778-00 की धनराशि बैंक खातें में प्रेषित की गयी है।
शिक्षक संकुल कोदई मासिक बैठक सितंबर प्राथमिक विद्यालय टाडी खरुआंव पर सम्पन्न
शिक्षक संकुल कोदई मासिक बैठक सितंबर प्राथमिक विद्यालय टाडी खरुआंव पर सम्पन्न
केजरीवाल की जगह आतिशी दिल्ली की मुख्यमन्त्री होंगी।
केजरीवाल की जगह आतिशी दिल्ली की मुख्यमन्त्री होंगी।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने अपनों जैसा किया अनाम नौकर का अंतिम श्राद्धकर्म

संजीव सिंह  बलिया।हर व्यक्ति की अंतिम इच्छा होती है कि मरने के बाद उसका क्रिया-कर्म विधि-विधान से हो। लेकिन एक ऐसे व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका क्रिया-कर्म पूरे विधि-विधान हुआ जो न बोल सकता था और न ही सुन सकता था। यह पुनीत कार्य किसी और ने नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी का पैतृक गांव सिकंदरपुर इलाके में गोसाईपुर है। करीब तीस वर्ष पहले घाघरा नदी के किनारे होते हुए एक गूंगा बालक किसी तरह से उनके गांव पहुंचा। रामगोविन्द चौधरी के परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने उस गूंगे बालक को अपने दरवाजे पर लाए। रामगोविन्द चौधरी ने गूंगे बालक को अपने यहां शरण दी। तब से वह बालक न सिर्फ नौकर बल्कि उनके परिवार का सदस्य बन कर रहने लगा। बीते दिनों बीमारी के कारण गूंगे नौकर का निधन हो गया। रामगोविन्द चौधरी ने अपने परिवार के सदस्य की तरह उसे कंधा दिया और उसका अंतिम संस्कार किया। मुखाग्नि उनके भाई पंचदेव चौधरी ने दी थी। सोमवार को उस गूंगे नौकर का श्राद्धकर्म था। जिसमें हजारों लोगों ने उसे श्रद्धांजलि दी। इस दौरान रामगोविन्द चौधरी व उनके परिवार के सदस्यों ने वैदिक परंपरा के अनुसार दान-पुण्य भी किया। हजारों लोगों ने प्रसाद भी ग्रहण किया। रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि वह मेरे परिवार के अन्य सदस्यों की ही तरह था। चूंकि वह बोलता और सुनता नहीं था, लिहाजा वह कहां से आया था हमें यह भी जानकारी नहीं थी। उसके निधन से हम काफी दुखी हैं। वह मेरे परिवार की धुरी बन गया था। इसीलिए पारिवारिक सदस्य की ही तरह हमलोग उसका क्रिया-कर्म कर रहे हैं।
बाल-बाल बची इटावा सदर विधायक सरिता भदौरिया .आज इटावा रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की होड़ में
बाल-बाल बची इटावा सदर विधायक सरिता भदौरिया .आज इटावा रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की होड़ में प्लेटफॉर्म से नीचे गिरी सदर विधायक सरिता भदौरिया। झंडी दिखाने के चक्कर मे जान ना चली जाय।

बीएसए मनीष कुमार सिंह ने सम्बंधित सहायक अध्यापक के वेतन पर रोक लगाने के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी नगरा से किया रिपोर्ट तलब

संजीव सिंह  बलिया।जन्मतिथि में हेराफेरी की शिकायत पर बीएसए मनीष कुमार सिंह ने सम्बंधित सहायक अध्यापक के वेतन पर रोक लगाने के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी नगरा से रिपोर्ट तलब की है। बीएसए ने यह कार्रवाई प्रथम दृष्टया शिकायत की पुष्टि होने पर की है। जांच जारी है, रिपोर्ट मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई सम्भव है।
शिक्षा क्षेत्र नगरा के प्राथमिक विद्यालय चांड़ी पर तैनात सहायक अध्यापक गनेश यादव पर जन्मतिथि में हेराफेरी करने की शिकायत वर्ष 2023 में ही सरायचावट निवासी छेदीराम यादव ने सीएम पोर्टल पर किया था। कार्रवाई नहीं होने पर छेदीराम यादव ने छह सितंबर को एक बार फिर शिकायत दर्ज कराई।  डीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बीएसए से रिपोर्ट मांगी थी।
शिकायती पत्र में आरोप है कि गनेश यादव प्राथमिक विद्यालय चाड़ी पर 29 अगस्त 2016 को नियुक्ति मिली थी। वर्ष 1994 में गनेश यादव ने हाईस्कूल में अपनी जन्मतिथि चार जुलाई 1978 बताया है, जो अभिलेखों में दर्ज भी है। वर्ष 2005 में वह नगरा के शहबान इंटर कालेज से हाईस्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। इसमें जन्मतिथि दो जुलाई 1988 दर्ज की है।शिकायती पत्र में आरोप है कि गनेश यादव प्राथमिक विद्यालय चाड़ी पर 29 अगस्त 2016 को नियुक्ति मिली थी। वर्ष 1994 में गनेश यादव ने हाईस्कूल में अपनी जन्मतिथि चार जुलाई 1978 बताया है, जो अभिलेखों में दर्ज भी है। वर्ष 2005 में वह नगरा के शहबान इंटर कालेज से हाईस्कूल की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। इसमें जन्मतिथि दो जुलाई 1988 दर्ज की है।
(हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं) कवियत्री अनीता राज ने हिंदी दिवस पर कुछ यू कविता के माध्यम से हिंदी की महत्ता का किया गुणगान
संजीव सिंह बलिया। (हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं) माँ के गर्भ में , जब उत्सुकता हुई बोलने की तो , माँ के पेट में लात मारी , उफ़ की बजाय खुशी के मुस्कान होंठों पर थिरक आएं , वही से जन्मी है हिंदी ।।। पहली बार रोने की आवाज सुनकर , माँ मौत जैसे दर्द को मात मारी , स्नेहपूर्ण ममतामयी उर में वात्सल्य छलक आएं , वही से जन्मी है हिंदी ।।।। मेरी पहली किलकारी से चहक उठा , घर - आँगन की फुलवारी , बाबू जी के नेह स्पर्श बोल से अंतर्मन सहलाए, वही से जन्मी है हिंदी ।।।। ककहरा से लेकर गीत , कहानी , कविता , सभी विधाओं को सजाने में भागीदारी , लय सुर छंद ताल में सरिता कल कल नाद गाए , वही से जन्मी है हिंदी ।।।। जीवन - मरण , रीति - रिवाज संस्करण , सभी अनुष्ठानों में बढ़ चढ़ कर दावेदारी , सुख दुःख की छाँव में "अनीता" सुर में सुर गाए , वही से जन्मी है हिंदी ।।।। आइए हम हिंदी को नित नया विहान दे , हिंदी का करें अभिनंदन हिंदी से करें यारी ।। हर भाषाओं के शीर्ष पर रहें हमारी हिंदी ।। तब जीवित रहेगी हिंदी ।। हिंदी हमारी हिंदी ।।।।।।।।। (अनीता राज)
एफ एल एन प्रशिक्षण के बकाया धनराशि की मांग को लेकर शिक्षको ने बी एस ए को सौंपा ज्ञापन
संजीव सिंह बलिया।नगरा:एफ एल एन प्रशिक्षण में लंच व नाश्ता की धनराशि खाते में ने आने से शिक्षकों में रोष एवं असंतोष व्याप्त है। शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलकर विगत वर्ष प्रशिक्षण में लंच व नाश्ते की धनराशि खाते में भेजने की मांग किया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लाक ईकाई नगरा के अध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप यादव के नेतृत्व में शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के नाम खण्ड शिक्षा अधिकारी नगरा  रामप्रताप सिंह से मिलकर ज्ञापन सौंपा। आरोप लगाया कि विगत वर्ष एफ एल एन प्रशिक्षण की धनराशि विभागीय गलती से खाते में नहीं आयीं। जिसको लेकर शिक्षको में रोष एवं असंतोष व्याप्त है। प्रतिनिधि मंडल ने चेतावनी दी कि अगर विगत वर्ष के प्रशिक्षण का पैसा नहीं आया तो हम चल रहे प्रशिक्षण का बहिष्कार करेंगे।बतादे कि इन दिनों ब्लाक संसाधन केंद्रों पर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षा मित्रों को एफ एल एन के तहत चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले प्रशिक्षण के दौरान नाश्ता दोपहर में भोजन कराया जाता था। लेकिन गत वर्ष लंच और नाश्ता की धनराशि उनके खाते में भेजने का निर्णय लिया गया था।जो विभागीय गलती के चलते खाते में  नहीं आ सका। प्रतिनिधि मंडल में मंत्री ओमप्रकाश, हेमंत यादव, अशोक कुमार सिंह, राहुल पांडेय,राजन आदि शिक्षक शामिल रहे।
लखनऊ मेंशिक्षामित्रों के धरना-प्रदर्शन में लाखों-लाखों शिक्षामित्र की भीड़ उमड़ी
लखनऊ मेंशिक्षामित्रों के धरना-प्रदर्शन में लाखों-लाखों शिक्षामित्र की भीड़ उमड़ी

बलिया बीएसए मनीष कुमार सिंह ने 53 शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों के खिलाफ नो वर्क नो पे के तहत बड़ी कार्रवाई
संजीव सिंह बलिया।बीएसए मनीष कुमार सिंह ने 53 शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों के खिलाफ नो वर्क नो पे के तहत कार्रवाई किया है। एक साथ इतनी बड़ी कार्रवाई से विभागीय गलियारे में हड़कम्प मच गया है। बीएसए ने सम्बंधित शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों से सात कार्य दिवस के भीतर अपना स्पष्टीकरण सुसंगत साक्ष्यों सहित अपने खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। कहा है कि समयांतर्गत व संतोषजनक स्पष्टीकरण न होने की दशा में विचार नहीं किया जायेगा।
बीएसए ने बताया कि महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय समग्र शिक्षा विद्याभवन निशातगंज लखनऊ द्वारा विद्यालयों के नियमित निरीक्षण एवं कार्यक्रमों की प्रगत्ति की अनुश्रवण किए जाने को लेकर निर्गत आदेश के अनुपालन में खण्ड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, जनपद एवं ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स के अधिकारियों द्वारा प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान बिना किसी सूचना के 53 अध्यापक, शिक्षामित्र तथा अनुदेशक अनुपस्थित मिले। यह कृत्य घोर लापरवाही का द्योतक है। कर्तव्य के प्रति उदासीनता का परिचायक है, जो अक्षम्य है। इन सभी के खिलाफ नो वर्क नो पे के तहत कार्रवाई की गई है। बीएसए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि सम्बन्धित प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक भी यह स्पष्ट करेंगे कि विद्यालय में बार-बार अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित कार्मिकों के सम्बन्ध में उनके द्वारा पूर्व में क्या कार्यवाही की गयी ? सम्बन्धित कार्मिक यदि उक्त दिवस पर मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन स्वीकृत अवकाश पर थे तो इस सूचना का अंकन विद्यालय रजिस्टर में अवकाश रिफरेन्स नम्बर के साथ क्यों नहीं किया गया ? अन्यथा की स्थिति में अधीनस्थ पर प्रभावी पर्यवेक्षणीय नियंत्रण न रख पाने के दृष्टिगत उनका उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए अग्रिम कार्यवाही की जायेगी। बीएसए ने सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि प्राविधानानुसार अनुपस्थिति तिथि का वेतन/मानदेय काटौती के सम्बन्ध में मानव सम्पदा के सर्विस बुक पर अनिवार्य रूप से अंकित करें। साथ ही ऐसे कार्मिक जो 03 या 03 से अधिक बार अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये गये है, उनके विरुद्ध कार्यवाही हेतु आख्या एक सप्ताह के भीतर अधोहरताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।