अगर आपको भी  किसी दोस्त ने व्हाट्सएप पर कर दिया ब्लॉक तो तुरंत करें पता कैसे आईए जानते हैं

डेस्क: – वॉट्सऐप हम सभी की लाइफ का एक अहम हिस्सा है, और अब ज्यादातर लोगों से बातचीत इसी के जरिए होती है। ऐप पर अब हर छोटे-बड़े काम के लिए ग्रुप बन जाते हैं ताकि कम्यूनिकेशन आसान रहे। लेकिन कई बार कुछ ऐसे भी होते हैं जो दिन में कभी भी मैसेज भेजते हैं।

खासतौर पर अगर आप किसी को लगातार अपने बिजनेस या किसी चीज़ के लिए प्रमोशनल मैसेज सेंड करते हैं तो वह शख्स भी परेशान हो जाता है। कभी-कभी तो वह गुस्से से आपको ब्लॉक भी कर देता है. ऐसा कई बार उन दोस्तों के बीच भी हो जाता है, जिनमें लड़ाई हो जाती है। लेकिन दिक्कत ये है कि ब्लॉक किए जाने पर वॉट्सऐप हमें कोई नोटिफिकेशन नहीं भेजता है और इसलिए हमें पता ही नहीं चल पाता है कि कहीं हम ब्लॉक तो नहीं कर दिए गए हैं।

लेकिन हम आपके लिए एक ऐसा तरीका लाएं हैं जिसकी मदद से आप ये जान सकेंगे कि कहीं आप ब्लॉक तो नहीं हो गए हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे संकेत के बारे में बता रहे हैं जिनसे पता चलता है कि आपको वॉट्सऐप पर ब्लॉक किया गया है।

अगर आपको डबल ब्लू टिक चेक मार्क नहीं दिख रहा है, जिससे ये पता चलता है कि भेजा गया मैसेज पढ़ा गया है या नहीं तो हो सकता है कि आप ब्लॉक हो चुके हैं। ऐसे में आपको सिर्फ एक ग्रे टिक मार्क दिखाई देगा, जिसका मतलब है कि मैसेज चला गया है लेकिन पहुंचा नहीं है।

*प्रोफाइल फोटो अपडेट नहीं*

अगर आपको अपने कॉन्टैक्ट की प्रोफाइल फोटो काफी समय से नहीं दिख रही है तो ऐसा हो सकता है कि आपको उसने ब्लॉक कर दिया है।

*ऑनलाइन स्टेटस*

आप कॉन्टैक्ट के ऑनलाइन स्टेटस या लास्ट सीन को नहीं देख पा रहे हैं और ये काफी समय से ऐसा ही है तो आपके ब्लॉक्ड होने का चांस है।

*कॉलिंग*

अगर आप किसी को कॉल नहीं लगा पा रहे हैं और ऐसा कई दिनों से हो रहा है तो हो सकता है कि आपको आपके दोस्त ने ब्लॉक कर दिया है।

*ग्रुप*

अगर आप किसी ग्रुप के एडमिन हैं और किसी को नहीं ऐड कर पा रहे हैं तो हो सकता है कि उस शख्स ने आपको ब्लॉक कर रखा हो।

इन संकेत पर हमेशा भरोसा नहीं किया जा सकता हैं क्योंकि ऐसा दूसरे कारण से भी हो सकता है जैसे प्राइवेसी सेटिंग्स, इंटरनेट कनेक्शन में दिक्कत और ऐसा भी हो सकता है कि कॉन्टैक्ट ने अपने ऑनलाइन स्टेटस या लास्ट सीन को हाइड कर रखा हो ।
एक नहीं बल्कि दो दो मुड़ने वाली फोन आ चुकी है, आईए जानते हैं इनके फीचर्स और कीमत
डेस्क :– टेक्नो फैंटम V फोल्ड 2 और फैंटम V फ्लिप 2 फोल्डेबल फोन ऑफिशियल तौर पर लॉन्च कर दिए गए हैं. ये कंपनी का दूसरा फोल्डेबल डिवाइस है जिसमें एक बुक-स्टाइल डिज़ाइन दिया जाता है।बता दें कि फिलहाल कंपनी ने इन फोल्डेबल्स स्मार्टफोन्स को अफ्रीका में लॉन्च किया है, और इनके जल्द ही दूसरे बाजारों में पेश किए जाने की उम्मीद है। आइए जानते हैं टेक्नो फैंटम V फोल्ड 2 और फैंटम V फ्लिप 2 के स्पेसिफिकेशन के बारे में, और ये जानते हैं कि भारत में इसे कितनी कीमत में लॉन्च किया जा सकता है।

टेक्नो फैंटम V फोल्ड 2 के स्पेसिफिकेशन- टेक्नो फैंटम वी फोल्ड 2 में 7.85-इंच का 2K+ AMOLED प्राइमेरी डिस्प्ले और 6.42-इंच FHD+ AMOLED कवर डिस्प्ले है।नया फोल्डेबल फोन मीडियाटेक डाइमेंशन 9000+ चिपसेट से लैस है, जिसे 12GB रैम (12GB एक्सटेंडेड रैम) और 512GB इंटरनल स्टोरेज के साथ जोड़ा गया है।

कैमरे के तौर पर टेक्नो फैंटम V फोल्ड 2 में कुल पांच कैमरे हैं। इसके पीछे की तरफ 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा, 50 मेगापिक्सल का पोर्ट्रेट सेंसर और 50 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड कैमरा मिलता है। सेल्फी के लिए फोन में डुअल 32 मेगापिक्सल के कैमरे मिलते हैं।

सॉफ्टवेयर के तौर पर टेक्नो फैंटम वी फोल्ड 2 आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड 14 पर काम करता है। इस फोल्डेबल फोन में 70W की फास्ट चार्जिंग और 15W की वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5,700mAh की बैटरी दी जाती है।

*टेक्नो फैंटम V फ्लिप 2 स्पेसिफिकेशन*

Tecno Phantom V Flip 2 में 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.9-इंच का FHD+ AMOLED LTPO प्राइमेरी डिस्प्ले और 3.64-इंच का AMOLED कवर डिस्प्ले है। नया फोल्डेबल फोन मीडियाटेक डाइमेंशन 8020 चिपसेट के साथ आता है जिसे 8GB रैम (8GB एक्सटेंडेट रैम) और 256GB इंटरनल स्टोरेज के साथ जोड़ा गया है।

कैमरे के तौर पर Tecno Phantom V Flip 2 के रियर पर 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा और 50 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड कैमरा मिलता है। सेल्फी के लिए फोन में 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया जाता है। पावर के लिए फोन में 70W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 4,720mAh की बैटरी दी जाती है।

टेक्नो फैंटम V फोल्ड 2 के सिंगल 12GB + 512GB वेरिएंट की कीमत $1,099 (लगभग 92,230 रुपये) है. दूसरी तरफ Tecno Phantom V Flip 2 सिंगल 8GB + 256GB वेरिएंट में भी उपलब्ध है, जिसकी कीमत $699 (लगभग 58,661 रुपये) है।
पोषक तत्वों से भरपूर 'टमाटर', पर किन लोगों को टमाटर कर सकता है बड़ा नुकसान, आईए जानते हैं
डेस्क:– सब्जी की शान कही जानी वाली ‘टमाटर’ (Tomato) पोषण तत्वों से भरपूर एक फल है, जिसका उपयोग हम सब्जी के रूप में करते हैं। टमाटर खाने से दिल, त्वचा, आंखें स्वस्थ रहती हैं और वजन भी कंट्रोल में रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, टमाटर से फाइबर, कार्ब्स, विटामिन C, पोटैशियम, विटामिन K1, फोलेट जरूर मिलता है।

लेकिन टमाटर के बीज को लेकर लोग अंजान हैं। वैसे ताे यह सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं होते, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में कुछ लोगों के लिए समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। आइए जानें किन लोगों को टमाटर के बीज खाने से बचना चाहिए और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं।

*एलर्जी से परेशान लोग*

अगर आपको स्किन एलर्जी है, तो टमाटर का सेवन बिल्कुल न के बराबर करें। टमाटर स्किन एलर्जी और रैशेज को और बढ़ा सकता है। साथ ही, अगर स्किन डिसकलरेशन, यानी स्किन का रंग बदलने की समस्या हो, तो भी टमाटर नहीं खाना चाहिए। इसलिए एलर्जी जब तक नहीं होती, तब तक इसे बिल्कुल न खाएं। ठीक होने के बाद भी पहले डॉक्टर से सलाह लें, तभी इसे खाएं।

*जोड़ों में दर्द के मरीज*

जिन लोगों को जोड़ों में दर्द रहता है या गठिया की समस्या है, उन्हें बिल्कुल सीमित मात्रा में ही टमाटर खाना चाहिए। टमाटर ज्यादा मात्रा में खाने से जोड़ों में सूजन बढ़ सकती है, जिसके कारण दर्द और तेज हो जाता है। इसलिए गठिया के मरीजों को टमाटर का सोच-समझकर ही सेवन करना चाहिए।

*किडनी स्टोन के मरीज*

एक्सपर्ट्स की मानें तो, अगर आपको किडनी स्टोन, यानी किडनी में पथरी है, तो आपको टमाटर बिल्कुल नहीं खाने चाहिए। आपको बता दें कि टमाटर में ऑक्सलेट पाए जाते हैं, जिनकी वजह से पथरी का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपको किडनी स्टोन है, तो टमाटरों को बिल्कुल न खाएं और अगर पथरी के लक्षण भी नजर आ रहे हैं या पहले कभी यह समस्या रह चुकी है, तो टमाटर कम खाएं।

*गैस की समस्या*

अगर आपको गैस की समस्या रहती है, तो भी टमाटर खाने से बचने चाहिए। टमाटर ज्यादा खाने से इन लोगों में गैस की परेशानी बढ़ सकती है, जिसके कारण पेट में दर्द और पेट फूलने की समस्या भी होने लगती है। इसलिए जिन लोगों को गैस बनती है, उन्हें टमाटर नहीं खाना चाहिए।

नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
इन मजेदार ट्रिक्स को जानकर आप कभी नहीं फेंकेंगे पिघली हुई मोमबत्ती
डेस्क :– आमतौर पर घर में मौजूद कुछ सामान समय के साथ पुराने हो जाते हैं तो कुछ इस्तेमाल होने पर खत्म हो जाते हैं। पुराना या टूटा सामान होने पर अक्सर कचरे में फेंक दिया जाता है। जैसे कि कैंडल को लेकर लोगों की सोच बिल्कुल सीधी होगी कि जलने पर खत्म हो जाती है। लेकिन क्या आपने सोचा है पिघली हुई मोमबत्ती भी बहुत काम आ सकती है, इतना ही नहीं होम डेकोर के आइटम्स तक बन सकते हैं।

अब एक कैंडल को लेकर इतना दूर की सोचना हर किसी के बस की बात नहीं है। लेकिन यह भी सच है कि पिघली हुई मोमबत्ती बेकार नहीं होती है मसलन इसे आप कुछ जरूरी कामों के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हो। अब आप सोच रहे होंगे कि कैंडल वैक्स का दोबारा यूज कैसे किया जा सकता है। ऐसे में आपको दिमाग पर ज्यादा जोर देने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको ट्रिक्स बता रहे हैं।


*पिघली हुई मोम से बनाएं दीपक* पिघली हुई मोमबत्ती का दोबारा इस्तेमाल करने का सबसे आसान और यूजफुल तरीका है कि आप इसकी मदद से नया दीपक बना सकती हैं। आपको सबसे पहले पिघली कैंडल को गर्म करना होगा। अब इसे एक दीपक में डाल दें, फिर एक कॉटन की बाती बनाकर उसे दीपक में डालकर करीब 5-8 घंटे के लिए छोड़ दें। आप चाहें तो खुशबू के लिए इसमे अपनी पसंद का एसेंशियल ऑयल भी डाल सकती हैं।

*शोपीस आइटम्स बनाने का तरीका* पिघली हुई मोमबत्ती का इस्तेमाल आप होम डेकोरेशन के यूनिक आइटम्स बनाने के लिए भी कर सकती हैं। इसके आपको अलग-अलग शेप के साचे लाने होंगे। अब अपनी मनपसंद के साचे में पिछली हुई मोमबत्ती डालने के बाद कुछ फूल की पंखुड़ियां भी डाल दीजिए। जब यह सूख जाए तो वैक्स को साचे से निकाल लीजिए। इस तरह आसानी से आपका शोपीस बन जाएगा। मोम से बनाएं जूलरी पिघली कैंडल से जूलरी बनाना भी बहुत आसान है। इसके लिए भी आपको साचे की जरूरत होगी। आप जिस तरह की जूलरी बनाना चाहती हैं उसी तरह का साचा बाजार से ले आइये। अब आपको पिघली हुई मोम को इस पर डालना है, और हुक लगाना है। जब यह सूख जाए तो आप इन्हें इस्तेमाल कर सकती हैं।
हर दिन एक नई कहानी पढ़ने को मिलती है। ऐसी ही एक कहानी जापान का रहने वाला एक शख्स जो कि 24 घंटे में केवल आधा घंटा सोता है

डेस्क:– इंसान के जीवन में सबसे पहली प्राथमिकता उसका सुकून होता है। किसी इंसान का सुकून खाना होता, किसी घूमना और किसी के लिए अच्छी नींद लेना सुकून होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसी इंसान का सुकून जागना हो सकता है। वो भी एक दिन में साढ़े 23 घंटे जागे रहना। सोशल मीडिया पर हर दिन एक नई कहानी पढ़ने को मिलती है। ऐसी ही एक कहानी फिर से वायरल रही है।

जापान का रहने वाला एक शख्स सुकून में रहने के लिए केवल आधे घंटे की निंद लेता है। वो ये निंद केवल खुद के लिए नहीं तय किया है बल्कि दिन भर में केवल आधे घंटे सोने की ट्रेनिंग वो अबतक 21 हजार छात्रों को भी दे चुका है।

किसी भी बीमार इंसान को डॉक्टर अच्छी नींद लेने की हिदायत देता है। दिन भर में कम से कम 6 घंटे और हो सके तो 8 घंटे की नींद लेने के लिए कहा जाता है। लेकि जापान का एक बिजनेसमैन ने दावा किया है कि वो पिछले 12 सालों से केवल आधे घंटे ही सोता है। उसके इस दावे को लेकर सोशल मीडिया पर जंग छीड़ गया है।

कुछ लोगों का कहना है कि ये मुमकिन नहीं है। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि कम सोकर भी रहा जा सकता है। हालांकि कुछ लोगों ने उसके एक्टिवनेश पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि अगर कोई अच्छी नींद ना ले तो काम तो बिल्कुल नहीं कर सकता है।

जापान के रहने वाले 40 साल के बिजनेसमैन डायसूके होरी पूरी तरह से फिट है। वो दिन भर सुपर एक्टिव तरीके से काम करते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपने दिमाग को इतने अच्छे तरीके से ट्रेन कर दिया है कि उन्हें अब 30 मिनट से ज्यादा नींद की जरुरत नहीं पड़ती है। उन्होंने यह फैसला अपने काम की क्षमता को बढ़ाने के लिए लिया है। वो सोने के बजाए जिम में बिताना पसंद करते हैं। स्पोर्ट्स में भी वो काफी एक्टिव हैं। उनका मानना है कि खाना खाने से एक घंटा पहले कॉफी पीने से आपकी नींद और थकान दोनों दूर हो जाते हैं।

डायसूके बताते हैं कि उन्होंने इसकी ट्रेनिंग देने के लिए 2016 में एक एसोसिएशन भी शुरू किया है। जिसमें वे हेल्थ से जुड़ी जानकारी देते हैं। उन्होंने कम सोने का हुनर अबतक 2100 बच्चों को सिखाया है। जिससे की वो अपना समय बाकी कामों में दे और जीवन में सफल बनें।

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‘अनंत चतुर्दशी’ के दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रखकर एवं उनकी पूजा करके अनंत सूत्र बांधने से समस्त बाधाओं से मिलती मुक्ति

डेस्क:–हिन्दू धर्म में ‘अनंत चतुर्दशी’ (Anant Chaturdashi 2024) व्रत का बड़ा महत्व है। हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को ‘अनंत चतुर्दशी’ (Anant Chaturdashi) मनाई जाती है। इस साल यह पर्व 17 सितंबर, मंगलवार को मनाई जाएगी।

इस दिन भगवान हरि की पूजा करते हैं और पूजा के बाद अनंत धागा धारण करते हैं। इस दिन गणेश के विसर्जन के साथ दस दिन चलने वाले गणेशोत्सव का समापन भी होता है। यह व्रत धन और संतान की कामना से किया जाता है।

धार्मिक मान्यता है कि, ‘अनंत चतुर्दशी’ तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा कर रक्षासूत्र बांधने से व्यक्ति के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। साथ ही सभी प्रकार के शारीरिक और मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है।आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, पूजा विधि एवं महत्व-

शुभ मुहूर्त

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ 16 सितंबर, 2024 को दोपहर 03 बजकर 10 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, अनंत चतुर्दशी मंगलवार, 17 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दौरान पूजा का शुभ मुहूर्त ये रहेगा।

पूजा विधि

अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है। इस दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद व्रत संकल्प लें और पूजा घर की सफाई करने के साथ गंगाजल का छिड़काव करें। उसके बाद कलश स्थापित करें।फिर कलश में बर्तन रखें। इसमें कुश से निर्मित अनंत की स्थापना करें। अगर अनंत बनाना मुश्किल है, तो भगवान विष्णु की तस्वीर भी रख सकते हैं।इसके बाद अनंत सूत्र तैयार करने के लिए एक धागे में कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगकर इसमें 14 गांठ बांध लें। उसके बाद भगवान विष्णु की तस्वीर के सामने चढ़ा दें।

अनंत चतुर्दशी का क्या है महिमा

अनंत चतुर्दशी भगवान नारायण के पूजन का पर्व है। इस दिन ही भगवान विष्णु ने 14 लोकों यानी तल, अतल, वितल, सुतल, तलातल, रसातल, पाताल, भू, भुवः, स्वः, जन, तप, सत्य, मह की रचना की थी। इस दिन ही गणेश जी को विसर्जित करते हैं। जिन लोगों के रोग ठीक नहीं हो रहे हैं। उन लोगों को ये व्रत जरूर रखना चाहिए। परिवार में कोई भी इस व्रत को रख सकता है। चाहे पति के लिए पत्नी, पत्नी के लिए पति, पिता के लिए पुत्र यह व्रत कर सकता है।

नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

नक्सल प्रभावित बस्तर अब नारियल की खेती के लिए चर्चा में

डेस्क:–छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में नारियल की खेती तेजी से उभर रही है। बहुस्तरीय खेती की मदद से न केवल नारियल की उपज में वृद्धि हुई है, बल्कि खेतों का भी अधिकतम उपयोग होता जा रहा है, जिससे किसानों को बेहतर लाभ मिल रहा है और आमदनी भी बढ़ने लगी है।

बस्तर इलाके को कभी नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता था, लेकिन नक्सल प्रभावित बस्तर अब नारियल की खेती के लिए चर्चा में है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के बीजापुर, दंतेवाड़ा आदि जिलों में भी केरल की तरह नारियल का उत्पादन होने लगा है। इसके साथ ही साथ महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के आधा दर्जन किसान अब नारियल की खेती करके अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं। नारियल विकास बोर्ड के लोग इसमें सहयोग कर रहे हैं। वैसे भी नारियल को दुनिया का सर्वाधिक उपयोगी पेड़ कहा जाता है।

नक्सल प्रभावित बस्तर अब नारियल की खेती के लिए चर्चा में
डेस्क:–छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में नारियल की खेती तेजी से उभर रही है। बहुस्तरीय खेती की मदद से न केवल नारियल की उपज में वृद्धि हुई है, बल्कि खेतों का भी अधिकतम उपयोग होता जा रहा है, जिससे किसानों को बेहतर लाभ मिल रहा है और आमदनी भी बढ़ने लगी है।

बस्तर इलाके को कभी नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता था, लेकिन नक्सल प्रभावित बस्तर अब नारियल की खेती के लिए चर्चा में है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के बीजापुर, दंतेवाड़ा आदि जिलों में भी केरल की तरह नारियल का उत्पादन होने लगा है। इसके साथ ही साथ महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के आधा दर्जन किसान अब नारियल की खेती करके अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं। नारियल विकास बोर्ड के लोग इसमें सहयोग कर रहे हैं। वैसे भी नारियल को दुनिया का सर्वाधिक उपयोगी पेड़ कहा जाता है।
साल का दूसरा चंद्रग्रहण 18 सितंबर को,पॉजीटिव एनर्जी के लिए करें इन मंत्रों का जाप

डेस्क:– इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण जहां पर 18 सितंबर को लगने वाला है वहीं पर इस दिन को लेकर हिंदू धर्म में अलग मान्यता होती है। खगोलशास्त्र के अनुसार, खगोलीय घटना के बारे में वर्णन मिलता है तो वहीं पर इस दिन धार्मिक अनुष्ठान कराए जाते है। इस दौरान चंद्रग्रहण में कई नियमों और पूजा-पाठ के नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है। ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करना आवश्यक माना गया है तो वहीं पर मंत्रों का जाप मन ही मन किया जाता है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जहां पर पूजा-पाठ करना वर्जित माना जाता है तो वहीं पर इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है इसके लिए बताए गए मंत्रों का जाप करना जरूरी होता है।

जानिए किन मंत्रों का जाप करना है जरूरी

चंद्र ग्रहण के दौरान नकारात्मक उर्जा को दूर भगाने के लिए आप इन खास मंत्रों का जाप चंद्रग्रहण के दौरान कर सकते है इससे सकारात्मक उर्जा का संचार होता है और निगेटिव चीजें दूर भागती है।

1- ॐ नमः शिवाय:

चंद्र ग्रहण के दौरान आप यह सबसे सरल और प्रभावशाली मंत्रों में से एक है. सभी राशियों के लोग इस मंत्र का जाप कर सकते हैं।

2- “ॐ चंद्राय नमः”

चंद्र ग्रहण के दौरान आप यह मंत्र चंद्रमा के गुण और ऊर्जा को स्वीकार करने और उसकी शांति प्राप्त करने के लिए है

3- “ॐ श्री सोमाय नमः”

चंद्र ग्रहण के दौरान आप यह मंत्र विशेष रूप से चंद्र ग्रहण के समय ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

4- “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा:”

चंद्र ग्रहण के दौरान आप यह मंत्र लक्ष्मी जी को समर्पित है. धन प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।

5- “ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नमः”

चंद्र ग्रहण के दौरान आप यह मंत्र चंद्र देव को समर्पित है. मन की शांति और शीतलता के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है।

6- “ॐ नमः भगवते चंद्राय”

चंद्र ग्रहण के दौरान आप चंद्र देवता को सम्मान देने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए यह मंत्र उपयोगी माना जाता है।

चंद्रग्रहण के दौरान ये काम रहेंगे वर्जित

आपको बताते चलें कि, चंद्रग्रहण के दौरान कई चीजें वर्जित होती है यानि ग्रहण के इस दौरान कुछ घंटे के लिए सूतक काल लगा होता है। मान्यता कहती है कि, इस दिन भोजन बनाना, खाना, सोना और कुछ अन्य कार्य वर्जित माने जाते हैं. ग्रहण के दौरान मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं। इस दिन मंदिर के पट बंद होने से पूजा-पाठ नहीं होती है लेकिन इस दौरान कई चीजों का दान आप कर सकते है। शुभ फल की प्राप्ति के लिए अपने प्रिय भगवान के लिए मंत्रों का जाप करना भी जरूरी मानते है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर के अंदर रहना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा का असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ सकता है।

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मंकीपॉक्स महामारी लहर के बाद अब जापान में एक सिफलिस वायरस ने दिया दस्तक

डेस्क :– दुनियाभर में मंकीपॉक्स महामारी की लहर जहां पर खतरनाक होते जा रही है वहीं पर अब जापान में एक वायरस ने दस्तक दे दिया है जिसके अनुसार राजधानी टोक्यो में इस वायरस के लगातार 2500 से ज्यादा मामले सामने आ रहे है। इस बीमारी का नाता यानि फैलने का कारण भी मंकी पॉक्स की तरह है तो इस वायरस को सिफलिस वायरस का नाम दिया गया है।

चीन, जापान में फैली बीमारियों का खतरा पूरी दुनिया में फैलता है जिसका बचाव करना जरूरी है चलिए अच्छी तरह से जानते है इस सिफलिस वायरस के बारे में।

जानिए क्या होता है सिफलिस वायरस

इस सिफलिस वायरस की बात की जाए तो, इसमें सिफलिस ट्रेपोनेमा पैलिडम नामक बैक्टीरिया यौन संपर्क के जरिए एक से दूसरे इंसान में फैलता है। इसके अंतर्गत इस वायरस के फैलाव में कई चरण होते हैं प्राइमरी सिफलिस में संक्रमित व्यक्ति के शरीर के निजी अंग,मुंह, जीभ या बगल में घाव या दाना होता है जिसमें दर्द नहीं होता है। इस बीमारी का प्रसार सबसे ज्यादा 20 से 50 साल के पुरुषों के साथ साथ 20 से 30 साल की औरतों को संक्रमित कर रहा है। इस बीमारी के फैलने की शुरुआत में त्वचा पर दानें नजर आते है तो वहीं पर लिम्फ नोड्स में सूजन आती है, बुखार के साथ कमजोरी आती है.इसके साथ साथ व्यक्ति के बाल गिरने शुरू हो जाते हैं. गंभीर मामलों में इसका दिल, दिमाग और रक्त कोशिकाओं पर बुरा असर पड़ता है।

क्या होते है बीमारी के वास्तविक लक्षण

इस खतरनाक बीमारी के वास्तविक लक्षण की बात की जाए तो, अलग होते है इसके अनुसार इसमें कई प्रकार के लक्षण नजर आते है जो इस प्रकार है।

इस बीमारी में बुखार, त्वचा पर रैशेज, वजन घटना, बाल गिरना, गले में खराश, थकान, मांसपेशियों में दर्द, सिर में दर्द, लिम्फ नोड्स में सूजन आदि तो सामान्य लक्षण होते है। लेकिन अगर कोई गर्भवती महिला सिफलिस से संक्रमित है तो उसके होने वाले बच्चे को भी ये वायरस होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चे का समय से पहले जन्म, जन्म लेते समय मौत, जन्म के समय वजन कम होने की संभावनाएं पैदा होती है।

अंतिम चरण में घातक होता है वायरस

आपको बताते चलें कि, यह सिफलिस वायरस वैसे तो कभी अपने सामान्य लक्षणों में रहता है लेकिन यह लंबे समय में विकसित होने वाला वायरस है जो अपने आखिरी चरण में घातक साबित होता है. अगर समय रहते इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान कर इलाज करवाया जाए तो व्यक्ति ठीक हो सकता है।

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