जारी बाजार व आसपास क्षेत्र में मानक के विपरीत चलाए जा रहें है अस्पताल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कौंधियारा । जसरा ब्लॉक के अंतरगत जारी बाजार घूरपुर गौहनिया, इरादतगंज बाजार तक में तकरीबन सैकड़ों अस्पतालों न व क्लीनिकों का संचालन हो रहा है । इनके पास सीएमओ रजिस्ट्रेशन है लेकिन क्लीनिक का है या फिर नर्सिंग होमों का इसकी गारंटी नहीं है। इतना ही नहीं। इनमें भी तमाम ऐसी अस्पतालें हैन जो विभागीय अफसरों के रहमो करम पर चल रही है। जिनका रिनुअल भी नहीं होता हैं। ऐसे में यदि यह कह लिया जाए कि वर्तमान में ऐसी स्थिति बनती जा रही है कि अस्पतालों के संचालन की होड़ सी हो गई है। शायद अस्पताल व कीनिक के संचालन में - बड़ा फायदा होता होगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा के समीप व गौहनिया जारी घूरपुर बाजार में इन दिनों तकरीबन दर्जनों - अस्पतालों का संचालन हो रहा है।

इतना ही नही जारी उपस्वास्थ्य केंद्र के बगल में भी क्लिनिक का संचालन हो रहा है । इस तरह से जारी भीटा, बीकर, मनकवार, बोगी, सेमरा इरादतगंज, घूरपुर, को मिलाकर तकरीबन सैकड़ों अस्पताल व क्लिनिक संचालित है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल व क्लिनिक का बोर्ड जरूर लगा रहता है लेकिन उसने अंकित डॉक्टर का नाम की जगह बगैर डिग्री प्राप्त अंदर इलाज करते मिलते हैं। यह खेल पूरे जारी बाजार क्षेत्र के खुली अस्पतालों व क्लिनिक में हो रहा है। यहां। तक की जिस डिग्री प्राप्त डॉक्टर का कागज व बोर्ड में नाम लिखा रहता है उस डॉक्टर को शायद यह नहीं पता रहता कि अस्पताल का संचालन कहां हो रहा है। खाली सेटिंग गेटिंग कर ऐसे चिकित्सक भी अपना कागज रजिस्ट्रेशन के लिए लगा देते हैं।

शायद यही वजह है कि ऐसे अस्पतालों में मरीजों से सिर्फ धनादोहन होता है जबकि इलाज के नाम कुछ भी नहीं रहता है। इतना ही नहीं अस्पतालों में चिकित्सक बड़े बड़े आॅपरेशन भी करवा देते हैं सफल हुआ तो ठीक हैं नहीं तो अपने से बड़े अस्पताल का पता बता वहां के लिए भेज देते हैं। इनका दोनों तरफ से फायदा होता है। पहले तो मरीज के तीमारदारों से यहां धन लिए, इसके बाद भेजे गए पते वाली अस्पताल से अपना कमीशन लिए मरीज की जिंदगी बचेगी इनसे मतलब नहीं है है। कुल मिलाकर इन दिनों यह खेल इन जगहों में बखूबी हो रहा है। शायद यही वजह है कि सेटिंग गेटिंग कर ऐसे अस्पताल व कीनिक संचालक गरीबों की जेब में डाका डालने में सफल हो रहे हैं।

कोआॅपरेटिव बैंक शंकरगढ़ के खिलाफ घूसखोरी को लेकर भाकियू (भानु) जिला अध्यक्ष ने किया धरना प्रदर्शन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । भारतीय किसान यूनियन (भानु) के द्वारा प्रयागराज जिला कोआपरेटिव बैंक शंकरगढ़ के सचिव व मैनेजर द्वारा केसीसी के नाम पर किसानों से घूस लेने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने बैंक मैनेजर और सचिव के ऊपर कार्यवाही कराने के लिए शंकरगढ़ बैंक पर किया धरना प्रदर्शन। जिसमें जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह ने जब सुना कि किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है और केसीसी करने के लिए 6000 रुपए घूस के रूप में लिया जा रहा है ।

तब उन्हें यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और तत्काल अपने सभी पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए बताया कि सभी लोग शंकरगढ़ इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोआॅपरेटिव बैंक पर पहुंचे किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना है किसानों के साथ हो रहे हैं अन्य को कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा किसानों के नेता जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी के साथ शंकरगढ़ बैंक पर पहुंचे पहुंचते ही बैंक के मैनेजर से बातचीत करने का प्रयास किया शंकरगढ़ बैंक मैनेजर बैंक छोड़कर पीछे के रास्ते से भाग निकला बैंक मैनेजर से मुलाकात तो नहीं हो पाई लेकिन बैंक के सचिव से मुलाकात हुई बैंक का सचिव हिल्ला हवाली देते हुए फरियादी किसान की किसी बात को मानने के लिए तैयार नहीं हुआ बराबर अपनी सफाई पेश करता रहा तत्पश्चात बैंक के अध्यक्ष शिव मोहन मौर्य तथा डीसीएफ अध्यक्ष अजय पांडेय मौके पर पहुंचे ।

उन्होंने बताया कि बैंक के कर्मचारीयों ने यदि गलत किया है तो उनके साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी किसी को बक्सा नहीं जाएगा इसी बात पर भारतीय किसान यूनियन भानु के जिला अध्यक्ष ने ज्ञापन देकर धरने को समाप्त किया और चेतावनी दिया कि जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम आगे कुछ बड़ा करेंगे जिला प्रयागराज कोआॅपरेटिव बैंक के चेयरमैन किसानों के बीच पहुंचे और किसानों से वादा किया कि जांच कर मैनेजर और सचिव के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी धरने में शामिल मंडल अध्यक्ष राम बाबु सिंह बघेल, मण्डल प्रभारी (मंडल मीडिया प्रभारी ) प्रयागराज ठाकुर कृष्ण राज सिंह, जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह, किसान क्रांति दल जिलाध्यक्ष दीपक तिवारी, ब्लाक अध्यक्ष महिला मोर्चा रूबी महिला को मोर्चा चाका ब्लाक अध्यक्ष आलिया ,जसरा ब्लाक अध्यक्ष सुधाकर सिंह, ब्लाक उपाध्यक्ष घनश्याम, मंडल मंत्री मुन्ना मिश्रा, व्यापार मोर्चा जिलाध्यक्ष मुकेश पाठक तथा किसान यूनियन के सभी पदाधिकारी के साथ भारतीय किसान यूनियन भानू के कार्यकर्ता किसान मौजूद रहे ।

वर्मी-कम्पोस्ट खाद का उत्पाद बढ़ाकर अपने फसलों को अत्यधिक पैदावार बनाएं: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। वर्मी-कम्पोस्ट खाद का उत्पाद बढ़ाकर अपने फसलों को अत्यधिक पैदावार बनाएं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने गगनवत्स बायोएनर्जी फार्मर्स प्रोड्यूसर कम्पनी के डायरेक्टर राज बहादुर सिंह से उनसे कृषि-सम्बन्धी तमाम प्रोडक्टों के बारे में वृस्तृत जानकारी लेने के बाद अपने बीच स्थित सभी प्रियजनों से डायरेक्टर श्री सिंह के आॅफिस गौहनिया बाजार प्रयागराज में कही।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि बायोएनर्जी फार्मर्स कम्पनी के डायरेक्टर सिंह ने एक-एक कृषि उत्पाद बढ़ाने वाले प्रोडक्टों के बारे में बहुत ही सरलतम से वृस्तृत वर्णन किया।डायरेक्टर सिंह ने बताया कि नीमवाश प्रोडक्ट से फसलों पर छिड़काव करके कीट-पतंगों से फसल को बचाया जा सकता है।

इसके फसलों पर छिड़काव से कीट-पतंगें पूर्णत: नष्ट हो जाते हैं।नीम-खली नामक प्रोडक्ट से फसलों को मजबूती मिलती है जिससे फसल अत्यधिक पैदावार हो जाती है।वर्मी-वाश प्रोडक्ट का भी प्रयोग कर फसलों को मजबूत बनाया जा सकता है जिससे फसल मजबूत होती हैं और पैदावार बढ़ जाती जाती है।जीवामृत प्रोडक्ट का प्रयोग यूरिया व अन्य रासायनिक फर्टिलाइजर के साथ मिलकर उपयोग करने से फसल की जड़े मजबूत व हरी-भरी रहती हैं और कोई भी रोग फसल में नही लगते हैं।बीज-शोधक प्रोडक्ट का उपयोग बीजों की गुणवत्ता व फसल के बीजों को मोटे एवं स्वस्थयुक्त रखने में प्रयोग किया जाता है।

अन्तत: डायरेक्टर सिंह ने बताया कि कम्पोस्ट नाडिम प्रोडक्ट का प्रयोग कर गोबर के खाद एवं खर-पतवार को छ: माह के अन्दर गलाकर ऊजार्वान जैविक-खाद बनाया जाता जिसके प्रयोग से मिट्टी में शक्ति बढ़ती है और फसलें अत्यधिक पैदावार होती हैं।डायरेक्टर सिंह ने यह भी बताया कि कम्पनी द्वारा यह जैविक खेती वर्तमान समय में पाँच-सौ किसानों के बीच एक हजार एकड़ में करायी जा रही है और धीरे-धीरे इस जैविक खेती का विस्तार समूचे जनपद के किसानों के बीच कराया जाएगा जिससे कृषक अत्यधिक उपज कर अपने जीवन को खुशहाल बना सके।जिला मंत्री ने अपने प्रियजनों को इस जैविक-कृषि के समूचे प्रोडक्टों के बारे में बताकर अपने तरफ भी इसके प्रचार-प्रसार हेतु बल दिया।

जिला मंत्री ने अपने प्रियजनों से कहा कि कृषि कार्य में नई-नई वैज्ञानिक पद्धति अपनाएं,प्रत्येक किसान अच्छी खेती कर जीवन को खुशहाल बनाएं।अन्त में डायरेक्टर सिंह ने वहाँ उपस्थित सभी लोगों को एक-दो जैविक-कृषि प्रोडक्ट नि:शुल्क प्रदान करते हुए इसका प्रचार-प्रसार चहुँ ओर करने को कहा।इस जैविक-कृषि परिचर्चा के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी पं० रामशिरोमणि तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव और जन आंदोलन : विधायक

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज । कुपोषण पुरी दुनिया की समस्या है जहाँ अल्प पोषण से उम्र के हिसाब से व्यक्ति का वजन, लम्बाई प्रभावित होती है वहीं अति पोषण से मोटापा, अधिक वजन और आहार से संबंधित गैर संचारी रोग होने की संभवना रहती है इसीलिए हमारा आहार संतुलित होना चाहिए।

उक्त बातें फाफामऊ के विधायक गुरू प्रसाद मौर्य ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के केन्द्रीय संचार ब्यूरो द्वारा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित 7वें राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आज बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान मोहरब, श्रृंगवेरपुर प्रयागराज के सभागार में आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी उत्सव बन गया है और जन आंदोलन का रूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। महीने भर चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य कुपोषण से निपटने के प्रयासों में और तेजी लाना तथा देश भर में समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा फीता काट कर और दीप प्रज्ज्वलित कर मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी आंगनबाड़ी, मुख्य सेविका ,सीडीपीओ, चिकित्साधिकारी व अन्य लोगों द्वारा मानव श्रृंखला बनाकर कर पोषण के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के द्वारा 5 गर्भवती महिलाओं का गोदभराई और 5 बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारी कौडिहार डॉ0 अनुराग तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह एक राष्ट्रव्यापी अभियान के रूप में विकसित हो रहा है। इस अभियान के माध्यम से देश भर में बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को सुपोषित करने के लगातार प्रयास किये जा रहे है। बाल विकास परियोजना अधिकारी कौडिहार सुरेन्द्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय पोषण माह के एनीमिया, वृद्धि निगरानी, 7 माह से बच्चें को मां के दूध के साथ ऊपरी आहार, पोषण भी-पढ़ाई भी, एक पेड़ मां के नाम, बेहतर प्रशासन के लिए प्रोधोगिकी आदि विषयों पर विस्तृत रूप से डाला।

बायोवेद कृषि एवं प्रौद्योगिकी शोध संस्थान के निदेशक डॉ0 वी0के0 द्विवेदी ने जागरूकता कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि देश की धरती पर पैदा होने वाले मोटे आनाज श्रीअन्न की आज पूरी दुनिया में मांग हो रही है। उन्होंने महिलाओ को सम्बोधित करते हुए कहा की बेटियों के खानपान और शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम व प्रश्नोत्तरी का संचालन ब्यूरो के कार्यक्रम प्रभारी राम मूरत विश्वकर्मा ने किया।

कार्यक्रम के दौरान भाषण, निबन्ध, रंगोली, पोस्टर पेंटिंग व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित कर कुल 20 विजयी प्रतिभागियों को विधायक द्वारा प्रमाण पत्र व पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया गया। विभाग के पंजीकृत हरविन्द यादव लोकगीत पार्टी एवं जादूगर योगेन्द्र द्वारा मनोरंजन के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के दौरान चिकित्साधिकारी डॉ0 सुषमा यादव की निगरानी में स्वास्थ्य कैम्प तथा सीडीपीओ की निगरानी में आईसीडीएस का स्टाल लगाया गया। कार्यक्रम में ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार सहायक बालमुकुन्द सिंह, आईसीडीएस के अमित कुमार शर्मा, अरूण कुमार जायसवाल, मुख्य सेविका शोभा देवी, पूजा, गायत्री शुक्ला, मीनाक्षी, कुसुम और राकेट लर्निंग संस्था की प्रतिनिधि शुभांगी शुक्ला, उमेश चन्द्र द्विवेदी ब्लाक स्काउट मास्टर, संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ0 हिमांशु द्विवेदी, डॉ0 विपिन साहू, डॉ0 श्रवण कुमार, डॉ0 अंकित शुक्ला, डॉ0 एस0एस0 यादव, वरिष्ठ पत्रकार शिवाशंकर पाण्डेय सहित बड़ी संख्या आंगनबाडी उपस्थित रहीं।

शिक्षा को चहारदीवारी से निकालकर आंगनबाड़ी तक पहुंचाएं : राज्यपाल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। शिक्षा को चहारदीवारी से बाहर निकाल कर आंगनबाड़ी तक पहुंचाना आज के युग की आवश्यकता है। महिलाओं को शिक्षित किया जाना इस देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अनिवार्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प तभी पूरा होगा जब महिलाएं शिक्षित होंगी।

उक्त विचार बुधवार को उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति के साथ-साथ बच्चों को भी विकास की धारा से जोड़ना अति आवश्यक है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी बच्चों के बाल मनोविज्ञान को समझने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ-साथ विश्वविद्यालय में भी प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की आवश्यकता है। राज्यपाल ने शिक्षा को रोजगार एवं कौशल से जोड़ने की सलाह दी और सभी विद्यार्थियों को इंटर्नशिप द्वारा इंडस्ट्री से जुड़ने का महत्व बताया। भारत सरकार द्वारा तैयार की गई इस प्रकार की योजनाओं का भी उन्होंने संदर्भ रखा।

उन्होंने कहा कि कारागारों को भी अध्ययन केंद्र बनाया जाना चाहिए और ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए। राज्यपाल ने उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि को निर्देश दिया कि विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने का प्रयास किया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय अपने 12 क्षेत्रीय केन्द्रों के लिए प्रवेश का लक्ष्य निर्धारित करें और अध्ययन केदो को भी छात्र संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहा कि वह महीने भर बाद उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कार्यों की समीक्षा करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि देश के विकास के लिए हमारा पारिवारिक ढांचा मजबूत होना चाहिए।

दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, बोधगया के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था भारतीय सांस्कृतिक मूल्य और भारतीय जीवन दृष्टि के अनुरूप होनी चाहिए तभी हम एक समावेशी भारत को मूर्त रूप दे सकेंगे। उन्होंने शिक्षार्थियों से कहा कि वह अपने जीवन में नैतिकता व मानवीय मूल्य का समावेश करते हुए जीवन को व्यवहारिक रूप प्रदान करें। उन्होंने कहा कि शोध के उन्नयन एवं विकास हेतु अधिक से अधिक शोध परियोजनाओं को चलाने के लिए शिक्षकों को आगे आना होगा। इसके साथ ही स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप शोध हेतु प्राथमिकता वाले क्षेत्र तय करने होंगे। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि आज जरूरत है आध्यात्म को विज्ञान से, परमार्थ को व्यवहार से, परम्परा को आधुनिकता से जोड़ते हुए वैयक्तिक, सामाजिक एवं वैश्विक जीवन में समरसता स्थापित की जाए।

उन्होंने आगे कहा कि 24 करोड़ से अधिक की इस विशाल जनसंख्या वाले राज्य में आॅनलाइन और दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक भारतीय ज्ञान परम्परा की पहुंच बनाई जा सकती है। प्रदेश वासियों को रोजगार परक एवं कौशल युक्त शिक्षा को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के माध्यम से सर्व सुलभ बनाने के लिए मुक्त विश्वविद्यालय की सराहना की।

समारोह के विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ योगेंद्र कुमार उपाध्याय ने कहा कि शिक्षा किसी भी जागरूक समाज का आधार स्तंभ होती है। यह एक ऐसी आधारशिला है जिस पर एक प्रगतिशील लोकतांत्रिक समाज खड़ा होता है। हमारे शिक्षण संस्थान युवाओं में मातृभूमि से प्रेम, सभी के लिए दया, महिलाओं का सम्मान, जीवन में ईमानदारी, आचरण में आत्म संयम तथा अनुशासन के बुनियादी मूल्यों का समावेश करने में प्रमुख भूमिका का निर्वाह करते हैं, जिससे एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया जा सके।

विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए युवा शक्ति को आगे आना होगा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि अपने लिए एक योग्य लक्ष्य निर्धारित करें और इसको साकार करने के लिए तकनीकी ज्ञान और समर्पित परिश्रम का उपयोग करें। शिक्षा बराबरी सुनिश्चित करने का एक सशक्त माध्यम है और इसके द्वारा समाज में समानता, समरसता और सामाजिक आर्थिक रूप से गतिशीलता हासिल की जा सकती है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु यह मुक्त विश्वविद्यालय नवीनतम प्रयोग कर रहा है।

दीक्षान्त समारोह में सत्र दिसम्बर 2023 तथा जून 2024 की परीक्षा के सापेक्ष उत्तीर्ण 31,940 शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। इस अवसर पर राज्यपाल ने समारोह में कुलाधिपति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, आजमगढ़ की छात्रा आरती यादव को प्रदान किया। विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक इस बार स्नातकोत्तर वर्ग में विद्या शाखाओं के 7 टापर्स को दिए गए। उन्होंने 11 मेधावी शिक्षार्थियों को दानदाता स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। राज्यपाल के निर्देश पर विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य, स्वच्छता, पोषण आहार एवं कार्यकत्रियों की उपस्थिति मानदंड आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की गई और प्रतियोगिता के विजेताओं को कुलाधिपति द्वारा पुरस्कृत किया गया। दीक्षान्त समारोह के अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्रों को विश्वविद्यालय की तरफ से श्रीमती पटेल द्वारा किट भेंट किये गये। इसके साथ ही राजभवन की तरफ से मुक्त विश्वविद्यालय के समीपवर्ती प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों के लिए राज्यपाल ने सौ पुस्तकें प्रदान की।

विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य सत्यकाम ने राज्यपाल एवं अन्य सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय में चल रहे कार्यक्रमों एवं विश्वविद्यालय की प्रगति के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय के एकलव्य मोबाइल एप लॉन्च किया तथा गंगा परिसर में स्थित बैंक आॅफ बड़ौदा के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। दीक्षांत समारोह का संचालन प्रोफेसर पी के पांडेय ने किया। इस अवसर पर पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ नरेंद्र कुमार सिंह गौर, न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल, रज्जू भैया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार सिंह, विधायक गुरु प्रसाद मौर्य, प्रोफेसर पीके साहू पूर्व कुलपति इविवि, मनोज गौतम कमांडेंट आर ए एफ आदि उपस्थित रहे।

सच्चाई एवं न्याय के मार्ग पर अटल रहने वाले व्यक्ति के साथ ईश्वर की कृपादृष्टि निरन्तर बनी रहती है : राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,मेजा, प्रयागराज।सच्चाई एवं न्याय के मार्ग पर अटल रहने वाले व्यक्ति के साथ ईश्वर की कृपादृष्टि निरन्तर बनी रहती है यह व्यक्तव्य एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने सेवानिवृत्त अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग के गिरजा शंकर यादव से फाफामऊ प्रयागराज में ओम ग्लॉस हाऊस शॉप के समीप कही।स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री भी लघु सिंचाई विभाग में कार्यरत हैं और अभी कुछ महीनों पहले ही अवर अभियंता गिरजा शंकर यादव विभाग सेवानिवृत्त हुए हैं।जिला मंत्री एवं सेवानिवृत्त अवर अभियंता श्री यादव के बीच बहुत ही गहरे प्रेमवत रिश्ते हैं।जिला मंत्री श्रृंगवेरपुर धाम दर्शन हेतु जा रहे थे उसी दरमियान दोनों सम्भ्रान्त जनों की आपस मुलाकात हो गयी।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सच्चाई एवं न्याय के मार्ग पर अटल रहने वाले व्यक्ति के साथ ईश्वर की कृपादृष्टि निरन्तर बनी रहती है।

जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि सेवानिवृत्त अवर अभियंता सदैव सत्य एवं न्याय के मार्ग का अनुशरण करते रहते हैं एवं विभाग से प्राप्त अपने दायित्वों को बखूबी ईमानदारी एवं पूर्ण वफादारी के साथ किए जिससे वे विभाग में स्वच्छ छवि के साथ बेदाग रहे।जिला मंत्री ने यह भी बतलाया कि कई-कई बार सेवानिवृत्त अवर अभियंता श्री यादव के ऊपर ऊपरी दबाव पड़ा पर वे सत्य एवं न्याय के पथ को कभी नही छोड़े जिस कारण आज भी विभाग में इनकी सभी अधिकारी एवं कर्मचारी बड़े ही इज्जत के साथ सम्मान करते हैं।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि-असत्य कभी सत्य को मिटा नही सकता,अन्याय कभी न्याय को दबा नही सकता।वास्तव में मनुष्य का जीवन केवल सत्य एवं न्याय के मार्ग पर चलने के लिए ही हुआ है वरना इस जगत के अन्य प्राणी एवं मनुष्य में क्या अन्तर है।जिला मंत्री ने यह भी कहा सत्य एवं न्याय पथ पर चलते हुए यदि मौत भी हो गयी तो भी ईश्वर के सम्मुख सम्मान पूर्ण ढंग से खड़े होकर मानव-दायित्व निभाने का सम्मान भी प्राप्त होगा और गर्व से सिर ऊँचा रहेगा।

इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी एवं भूतपूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष मेजा पं० रुप नारायण मिश्रा ने कहा कि जिला मंत्री ने कितने ही साफगोई से मनुष्य के मूल कर्तव्य का वर्णन किया है।वास्तव में जिला मंत्री द्वारा कहे गए व्यक्तव्य ही मनुष्य का असली जीवन है।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री की एक-एक वाणी मानव-हितकारी है और जिला मंत्री द्वारा स्पष्ट किये गए व्यक्तव्यों का अनुशरण करके मनुष्य महान बन सकता है और यही कर्म मनुष्य का वास्तविक जीवन है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान आचार्य प्रकाशानन्द जी महराज,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय एवं शिक्षाविद जोखू लाल पटेल सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

हाईकोर्ट ने पुलिस थानों में जब्त वाहनों के जमावड़े से निपटने के निर्देश जारी किया, कोर्ट ने जब्त वाहनों का जिलेवार एवं थानावार रिपोर्ट प्रस्तुत क

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश में पुलिस या विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा विभिन्न कानूनों के तहत जब्त किए गए वाहनों को छोड़ने में अधिकारियों और अदालतों की विफलता का संज्ञान लिया है। यह आदेश कोर्ट ने अलीगढ़ के बीरेंद्र सिंह बनाम यूपी राज्य और अन्य के मामले में पारित किया है।

कोर्ट ने जिला न्यायाधीशों को जिला मजिस्ट्रेटों और जिला पुलिस प्रमुखों के साथ परामर्श करने और उनके सुझावों को रिपोर्ट में शामिल करने का निर्देश दिया। इसी तरह, न्यायालय ने राज्य और पुलिस को पुलिस स्टेशनों पर जब्त वाहनों की भीड़ कम करने के लिए उपाय प्रस्तावित करने का निर्देश दिया।इस बीच, न्यायालय ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और परिवहन एवं आबकारी विभागों के सचिवों को उनके द्वारा जब्त वाहनों की जिलावार और परिवहन प्राधिकरण वार रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। मामले को 18 सितम्बर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करते हुए अदालत ने स्पष्ट किया कि पुलिस को थानावार रिपोर्ट भी उपलब्ध करानी होगी।

न्यायमूर्ति विनोद दिवाकर ने कहा कि प्रत्येक दिन न्यायालय पर 10 से 15 आवेदनों का बोझ पड़ रहा है, जिनमें औषधि एवं एनडीपीएस अधिनियम, उप्र गैंगस्टर एवं असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, उप्र गौहत्या निवारण अधिनियम, उप्र आबकारी अधिनियम, खान एवं खनिज अधिनियम तथा मोटर वाहन अधिनियम के तहत जब्त वाहनों को छोड़ने की मांग की जा रही है। न्यायालय ने कहा, “यह देखा गया है कि उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में वाहन पुलिस थानों के बाहर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में छोड़ दिए जाते हैं, जो एक कबाड़ के रूप में पड़े रहते हैं।

हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसा तब है जब उच्चतम न्यायालय ने सुंदरभाई अंबालाल देसाई बनाम गुजरात राज्य मामले में जब्त वाहनों को छोड़ने की प्रक्रिया निर्धारित कर रखी है। स्थिति से निपटने के लिए न्यायमूर्ति दिवाकर ने आदेश दिया कि उत्तर प्रदेश के सभी जिला न्यायाधीशों से एक रिपोर्ट मंगवाई जाए, ताकि वाहनों को मुक्त करने में अदालतों के सामने आने वाली कानूनी बाधाओं की पहचान की जा सके।

कोर्ट ने कहा कि इस आदेश की प्रति प्राप्त होने पर जिला न्यायाधीश तुरंत अपने अधिकार क्षेत्र के सभी न्यायाधीशों के साथ एक बैठक बुलाएंगे, ताकि वाहन जब्ती के समय जब्त करने वाले अधिकारियों, अधिकारियों या जांच अधिकारियों द्वारा की गई कमियों या अनियमितताओं के बारे में सुझाव एकत्र किए जा सकें। वाहन रिलीज के आवेदनों पर निर्णय लेते समय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा विस्तृत प्रक्रिया का न्यायालयों द्वारा सख्ती से पालन कैसे किया जा सकता है, इस पर सुझावों सहित एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी है। न्यायालय ने आदेश दिया कि वाहन जब्ती, इन्वेंटरी प्रबंधन, नीलामी प्रक्रिया या न्यायालयों से वाहन रिहाई के बारे में कोई भी अन्य प्रासंगिक सुझाव सराहनीय होगा।

कोर्ट ने कहा कि मुख्य सचिव, यूपी को कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अन्य सम्बंधित विभागों के परामर्श से हलफनामे के माध्यम से यह भी सुझाव देना चाहिए कि क्या एक वेब-पोर्टल का निर्माण सम्भव है, जहां जब्त और जब्त किए गए वाहनों के सभी विवरण एनआईसी की सहायता से अपलोड किए जा सकते हैं या नहीं। अगर यह प्लेटफ़ॉर्म बनाया जाता है, तो अदालतों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ज़रूरत के हिसाब से जानकारी का संदर्भ लेने में सहायक होगी।

प्रस्तुत मामले में न्यायालय ने अवैध शराब की बरामदगी से सम्बंधित एक मामले में अधिकारियों द्वारा जब्त किए गए वाहन को छोड़ने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए इस मुद्दे पर ध्यान दिया। जिला न्यायालय ने पहले वाहन को छोड़ने से इनकार कर दिया था। ट्रायल कोर्ट के दृष्टिकोण से असहमति जताते हुए न्यायमूर्ति दिवाकर ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संवैधानिक न्यायालयों को अक्सर मुकदमों के दौरान वाहनों की रिहाई से जुड़े मामलों में बाधा उत्पन्न होती है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने सुंदरभाई अंबालाल देसाई मामले में 2002 में ही एक विस्तृत प्रक्रिया स्थापित की थी, जिसका ट्रायल कोर्ट द्वारा लगातार पालन नहीं किया जाता है। यह इस न्यायालय के समक्ष एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और एक चिंताजनक स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसलिए, इस न्यायालय ने इस पर संज्ञान लिया है।“

न्यायालय ने पाया कि वाहन रिलीज आवेदनों से निपटने में न्यायालयों द्वारा कोई एकरूप या सुसंगत दृष्टिकोण नहीं अपनाया गया। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार के पास पुलिस और अन्य विभागों द्वारा जब्त किए गए वाहनों के विवरण को दस्तावेजों में करने और दर्शाने के लिए एक केंद्रीकृत प्राधिकरण या एजेंसी का अभाव है।अदालत ने कहा, “यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि कई मामलों में अदालत द्वारा रिहा किए गए वाहनों का उपयोग अपराधियों द्वारा केवल नंबर प्लेट और चेसिस नंबर बदलकर बार-बार किया जाता है।

मुविवि के दीक्षान्त समारोह में आजमगढ़ की आरती को मिलेगा कुलाधिपति स्वर्ण पदक

प्रयागराज। उ.प्र राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय का 19वां दीक्षान्त समारोह 11 सितम्बर को पूर्वान्ह 10:30 बजे सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में आयोजित है। समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। मुख्य अतिथि दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह दीक्षान्त भाषण देंगे। यह जानकारी सोमवार को मुक्त विवि के कुलपति प्रो. सत्यकाम ने पत्रकारों को दी।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष शिक्षार्थियों को 26 स्वर्ण पदक प्रदान किये जायेंगें, जिनमें 16 स्वर्ण पदक छात्राओं तथा 10 स्वर्ण पदक छात्रों की झोली में जायेंगे। दीक्षान्त समारोह में सत्र दिसम्बर, 2023 तथा जून, 2024 की परीक्षा के सापेक्ष उत्तीर्ण 31,940 शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की जायेगी, जिसमें 19,096 पुरूष तथा 12,844 महिला शिक्षार्थी हैं।

कुलपति ने बताया कि कुलाधिपति स्वर्ण पदक क्षेत्रीय केंद्र, आजमगढ़ की छात्रा आरती यादव को दिया जायेगा। विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक इस बार स्नातकोत्तर वर्ग में विद्याशाखाओं के 07 टापर्स को दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार राज्यपाल के निर्देश पर विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए 05 गांव में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत कुल 27 विद्यार्थियों को राज्यपाल पुरस्कृत करेंगी। साथ ही आंगनबाड़ी को 10 किट प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर राज्यपाल विश्वविद्यालय के मोबाइल ऐप का शुभारम्भ करेंगी तथा गंगा परिसर में नवनिर्मित बैंक के भवन का लोकार्पण भी करेंगी।

अंत में कुलपति ने बताया कि दीक्षान्त समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय तथा उच्च शिक्षा राज्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार श्रीमती रजनी तिवारी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। प्रेस वार्ता में कुलसचिव कर्नल विनय कुमार, परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह, डॉ दिनेश सिंह, डॉ सतीश चंद्र जैसल, डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र आदि उपस्थित रहे।

दो दिन से गायब किशोर का शव ट्यूबवेल की छत पर मिला

प्रयागराज। मऊआइमा थाना के मोहम्मदपुर सराय अली गांव में रविवार की सुबह एक किशोर का शव मिलने से हड़कम्प मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच पड़ताल में जुट गई है।

बताया गया कि मऊआइमा थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर सराय अली निवासी पन्ना लाल का बेटा रवि मौर्य (17) फाफामऊ स्थित एक रेस्टोरेंट में काम करता था। गुरुवार को रेस्टोरेंट से छुट्टी पर घर आया था। शुक्रवार की देर रात वह कहीं चला गया। काफी समय बीत जाने के बाद जब वह नहीं लौटा तो परिजनों ने काफी खोज बीन की लेकिन कहीं पता नहीं चला। शनिवार को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज करायी। आज उसका शव राम प्यारे के ट्यूबवेल की छत पर मिला। उसके शव को रस्सी से बांधा गया था। आशंका है कि रस्सी से ही गला कसकर उसकी हत्या की गई है। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।

जिस छत पर रवि का शव मिला है, उस ट्यूबवेल के पास रोज देर शाम शराब पीने वालों का मजमा लगता है। सूचना पर इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह, एसीपी फूलपुर उदय प्रताप सिंह, एसीपी सोरांव जंग बहादुर यादव डॉग स्क्वाड व फॉरेंसिक टीम समेत कई थानों की फोर्स पहुंच गई। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी हुई है।

दो नाबालिग बेटियों की हत्या कर फांसी पर झूल गया पिता

प्रयागराज। धूमनगंज थाना क्षेत्रान्तर्गत सुलेमसरायं के रम्मन पूरा में रविवार को एक पिता ने अपनी दो नाबालिग बेटियों की हत्या कर खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पाकर मौके पर पुलिस के अधिकारी समेत अन्य जांच टीम पहुंची। घटना के कारणों का अभी कुछ भी पता नहीं चल सका है।

डीसीपी दीपक भूकर ने बताया कि रम्मन का पूरा में किराए के मकान में रहने वाला लल्ला उर्फ मनीष पेंटिंग का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। रविवार दोपहर बाजार से पत्नी वापस घर पहुंची तो दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार पुकारने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो उसने खिड़की से किसी तरह भीतर झांक कर देखा। जहां दोनों बेटियां खून से लतपथ जमीन पर मृत पड़ीं और पति का शव फांसी पर लटका था।

यह देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने पड़ोसियों को जानकारी देते हुए पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये। फील्ड यूनिट व डॉग स्क्वॉयड के साथ पुलिस ने मौका मुआयना किया। कमरे से कोई भी सुइसाइड नोट नहीं मिला है। इस घटना को लेकर पत्नी भी कुछ बता नहीं पा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।