SC ने एजेंसियों को कई बार लगाई फटकार, BJP के ऑर्डर पर CBI-ED करती है काम
दिल्ली के सीएम केजरीवाल को 13 सितंबर यानी की आज जमानत मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा केजरीवाल को जमानत देने के फैसले का तेजस्वी ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पर साजिश के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। ये भाजपा का तरीका है। विपक्ष के नेताओं को फंसाओं और उनको जेल भेजो।

तेजस्वी ने कहा कि कोर्ट का ऑब्जर्वेशन देखा जाए, तो लगातार एजेंसियों को कड़े से कड़े शब्दों में फटकार लगाई जा रही है। एक बार नहीं सुप्रीम कोर्ट ने कई बार एजेंसियों को फटकार लगाई है। इससे केंद्र सरकार की किरकिरी हुई है। कोर्ट के ऑब्जर्वेशन को देखा जाए, तो साफ पता चलता है कि जितने भी सरकारी एजेंसी ED, CBI है...BJP उन्हें जो लिस्ट मुहैया कराती है उसी के आधार पर ये एजेंसियां काम करती है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कार्यकर्ता संवाद यात्रा के क्रम में चौथे दिन दरभंगा में 5 विधानसभा के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक से पहले तेजस्वी ने परिसदन में पत्रकारों से बात की। इसी दौरान उन्होंने ये सारे बयान दिए हैं। कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हम तो चाहते हैं कि जो भी बात है, साफ सुथरा जांच हो। लेकिन हमलोगों ने यह भी देखा है कि दूसरे पार्टी में रहते हैं तो उन्हें एजेंसियां शमन कर चार्जशीट करती है। फिर उन्हें गिरफ्तार कर लेती है। अगले ही दिन वह व्यक्ति अगर भाजपा में शामिल हो जाए तो चार्जशीट से उनका नाम ही गायब हो जाता है। मुख्यमंत्री केजरीवाल के जमानत के मामले में कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए फैसला सुनाया है। इसका हम स्वागत करते हैं।

हमारी सरकार आते ही मिथिलांचल डेवलपमेंट अथॉरिटी का होगा गठन

वहीं, मिथिलांचल के विकास के सवाल पर तेजस्वी यादव ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि 2025 में अगर हमारी सरकार बनी तो मिथिलांचल के विकास के लिए मिथिलांचल डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन किया जाएगा। इससे मिथिलांचल के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रह जाएगी। हमलोग जो कहते हैं,

वही करते हैं। ताकि मिथिलांचल का जो इलाका है, वह काफी आगे बढ़े। यहां मछली, मखाना और पान है। इसको लेकर यहां कई प्रकार के फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जा सकते हैं। इससे यहां की पलायन, बेरोजगारी के साथ-साथ गरीबी को भी दूर किया जा सकता है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
डिजी लॉकर से डिग्रियां डाउनलोड करने में परेशानी
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्रों को डिजी लॉकर के वेबसाइट से डिग्रियां डाउनलोड करने में परेशानी हो रही है। डिजी लॉकर पर स्टूडेंट्स द्वारा इसकी शिकायत करने पर विश्वविद्यालय से संपर्क करने के लिए कहा जा रहा है। डिग्री डाउनलोड को लेकर छात्रों की परेशानी सिर्फ इतना ही नहीं है बल्कि उनकी परेशानी और भी ज्यादा तब बढ़ गई जब पता चला कि डिजी लॉकर पर मिथिला विश्वविद्यालय सूचीबद्ध भी नहीं है।

मिथिला विश्वविद्यालय ने अपलोड की 2 लाख से अधिक डिग्रियां

बता दें कि मिथिला विश्वविद्यालय बिहार का पहला विश्वविद्यालय बना, जिसने सफलतापूर्वक डिजी लॉकर पर दो लाख से अधिक डिग्रियां अपलोड की। लेकिन यह व्यवस्था छात्रों के काम नहीं आ रही है। स्नातक सत्र 2019-2022 और 2020-2023 की मूल डिग्री प्रमाणपत्रों को विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग के समन्वय से नैड सेल द्वारा डिजी लॉकर पर अपलोड किया गया है। कुल 2,21,226 डिग्रियां अब तक अपलोड की गई है।

विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार 1,07,000 एबीसी आईडी छात्रों द्वारा जनरेट की गई है। सत्र 2023-2027 के छात्रों के लिए अपने एबीसी और एपीएएआर आईडी बनाना अनिवार्य है। इस सुविधा से लाभान्वित होने के लिए एबीसी और एपीएएआर पर आईडी बनाना आवश्यक है।

कई सत्रों की डिग्रियों को अपलोड करने की प्रक्रिया तेज

जानकारी दी गई थी कि स्नातक सत्र 2017-2020 और 2018-2021 की डिग्रियां जल्द ही डिजी लॉकर पर अपलोड कर दी जाएगी। स्नातकोत्तर सत्र 2017-2019 के कला और वाणिज्य बैच की मूल डिग्रियां भी डिजी लॉकर पर अपलोड की गई है। विज्ञान संकाय की डिग्रियां अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू है।

सत्र 2018-2020 स्नातकोत्तर बैच की मूल डिग्रियां भी जल्द ही अपलोड करने की बात कही गई थी। परीक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार स्नातकोत्तर सत्र 2019-2021, 2020-2022 एवं 2021-2023 की डिग्रियां राज भवन से डीम्ड तिथि प्राप्त होने के बाद अपलोड करने की बात बताई गई है। स्नातक सत्र 2023- 2027 की क्रेडिट वाली मार्कशीट विद्यार्थियों द्वारा एबीसी और एपीएएआर पर आईडी बना लेने के बाद डिजी लॉकर पर अपलोड की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में एक्सिस बैंक के ATM में लगी आग
दरभंगा के कोतवाली थाना के पास एक्सिस बैंक के एटीएम में गुरुवार की सुबह अचानक आग लग गई। शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। लोगों ने सूचना पुलिस के साथ-साथ अग्निशमन विभाग को भी दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दो दमकल गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया। तबतक एटीएम पूरी तरह जलकर खाक हो गया।


फायर बिग्रेड की गाड़ी जबतक मौके पर पहुंचती, तबतक स्थानीय लोगों ने किसी तरह आग को फैलने से रोके रखा। फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची तो आग पर काबू पाया। अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो आसपास की दुकानो में भी आग लग जाती। जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। रुपए सुरक्षित या नहीं, पता नहीं

आग लगने के पीछे कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो आग शॉर्ट-सर्किट की वजह से आग लगी है। सुबह जब लोगों की नींद खुली, तो देखा कि ATM में आग लगी है।

इसके बाद आग बुझाने का काम शुरू किया गया। आग के कारण एटीएम मशीन सहित अंदर के सभी सामन जलकर राख हो गए। हालांकि एटीएम को अभी तक खोल कर देखा नहीं गया है कि अंदर पैसे सुरक्षित है या नहीं।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
आशा बहाली के नाम पर 1 लाख की ठगी
दरभंगा में आशा बहाली के नाम पर एक लाख की ठगी का मामला सामने आया है। घनश्यामपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित गनौन पंचायत का ये मामला है। गनौन गांव के वार्ड 5 स्थित आशा कार्यकर्ता की बहाली में 1 लाख रुपए लेकर फर्जी आम सभा का रजिस्टर देने का मामला है। गनौन गांव निवासी मो.अब्दुलाह की पत्नी नाजनी प्रवीण को आशा के रूप में पद खाली रहने पर बहाली प्रक्रिया मिली। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र अस्पताल के मनेजर विनोद कुमार साह ने आशा बहाली के नाम पर एक लाख रुपए लिए। फिर फर्जी आशा बहाली का रजिस्टर धमा दिया गया।

थाना में दिए गए आवेदन में नाजनी प्रवीण ने बताया कि अस्पताल के प्रबंधक विनोद कुमार साह द्वारा 1 लाख रुपए लिया गया। इसके बाद आम सभा का रजिस्टर देकर कहा गया कि ग्राम पंचायत के मुखिया से रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवा लेना।

जब ग्राम पंचायत के मुखिया रेशमा आरा के पास रजिस्टर लेकर गए, तो मुखिया पति अरशद जमाल ने बताया कि अभी तो कोई आम सभा नहीं किया है। न ही रजिस्टर मेरे पंचायत सचिव द्वारा लिखा गया है। इस पर लगे हस्ताक्षर जाली और फर्जी हैं।

महिला द्वारा घनश्यामपुर थाना में सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र के अस्पताल मैनेजर विनोद कुमार साह के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में जॉब कैंप, रोजगार का अवसर
दरभंगा में आई.टी.आई, रामनगर के निकट संयुक्त श्रम भवन, लहेरियासराय के कार्यालय परिसर में 14 सितंबर को जॉब कैंप का आयोजन किया जाएगा। HRVS INDIA PVT. LTD द्वारा Dixon Technologies Ltd के लिए शनिवार को सुबह 11 बजे से लेकर शाम 3 बजे तक कैंप लगेगी। इसकी जानकारी सहायक निदेशक अवर प्रादेशिक नियोजनालय दरभंगा द्वारा दी गई है। कैंप के माध्यम से कुल 150 रिक्तियों पर साक्षात्कार के बाद पुरुष अभ्यर्थियों को रोजगार दिया जाएगा। अभ्यर्थियों की उम्र सीमा 18 से 30 वर्ष निर्धारित की गई है।

कैसे करेंगे रजिस्ट्रेशन

रोजगार कैंप में इच्छुक अभ्यर्थी भारत सरकार के NCS Protal (www.ncs.gov.in) पर जाकर खुद से या नियोजनालय में आकर निबंधन करा सकते हैं। अभ्यर्थी अपना बायोडाटा, सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, 05 रंगीन फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक एवं अन्य प्रमाण पत्र के साथ जॉब कैंप में भाग ले सकते हैं। जॉब कैंप में भाग लेने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।

किन पदों पर मिलेगा रोजगार

कैंप से जुड़ी मिली जानकारी के अनुसार मैट्रिक, 12वीं, आईटीआई एवं डिप्लोमा पास पुरुष अभ्यर्थियों की बहाली ऑपरेटर और हेल्पर पद होगी। चयनित अभ्यर्थियों को नोयडा उत्तर प्रदेश में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें 12,370 से 15252/- रुपये प्रतिमाह के अलावा बोनस, पीएफ,मेडिकल कैंटीन इत्यादि दिया जाएगा। बता दें कि सभी वांछित अभ्यर्थी उक्त मेला में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर रोजगार के अवसर का लाभ उठा सकते हैं। जॉब कैंप में भाग लेने के लिए अभ्यर्थियों के लिए नियोजनालय निबंधन अनिवार्य है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
NH-57 पर पुलिस की गश्ती गाड़ी पलटी, चालक की मौत
NH-57 पर वाहन चेकिंग अभियान के दौरान तेज गति से पिकअप का पीछा करते हुए गश्ती गाड़ी पलट गई। स्थानीय थाना पुलिस की गाड़ी के पलटने से चालक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वहीं, घटना में 3 अन्य पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए। घटना मंगलवार शाम करीब 5 बजे की बताई जा रही है। पुलिस गाड़ी को चालक तेज गति से चला रहा था। इस दौरान उन्होंने पहले एक ऑटो को ठोकर मारी। जिसमें सवार यात्री और चालक भी घायल हो गए। घटना में मरने वाले चालक रविकांत हैं। जबकि घायल पुलिसकर्मियों में एएसआई प्रमोद सिंह, सिपाही सत्येंद्र कुमार और विपिन कुमार और ऑटो चालक शशि कुमार शामिल। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज पंडौल स्थित आरपीएच अस्पताल में चल रहा है। जहां उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जाती है।

जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि अन्य दिनों की तरह मंगलवार को वाहन चेकिंग अभियान चला रहे मनीगाछी थाना के पुलिस बल के जवान NH के दक्षिणी भाग में एक पिकअप को रुकने का इशारा किया। इस दौरान चालक तेज गति से भागने लगा। पिकअप चालक के नहीं रुकने पर उसका मनीगाछी के पुलिसबलों ने तेजी से पीछा किया। इस दौरान सड़क पर यात्रियों से भरे एक ऑटो को ठोकर मारते हुए पुलिस गाड़ी सड़क के दक्षिण किनारे बेकाबू होकर पलट गई।

सड़क से करीब 10 फीट लुढ़काते नीचे पलटने में चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि अन्य पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गया। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची मनीगाछी थाना के अधिकारियों ने घायल पुलिसकर्मियों की चिकित्सा के लिए पंडौल स्थित आरपीएच अस्पताल में भर्ती कराया है। मृतक चालक के पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जा रही है।

बताया जाता है कि ऑटो में सवार यात्रियों को स्थानीय लोगों ने विभिन्न जगहों में इलाज के लिए भेज दिया है। इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है। जबकि घायल ऑटो चालक की चिकित्सा घायल पुलिसकर्मियों के साथ पंडौल में चल रही है। बताया जाता है कि ऑटो चालक झंझारपुर अनुमंडल के मधेपुर थाना क्षेत्र के थे, जो सवारियों को लेकर घर की ओर जा रहे थे।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में 3 विशेष सर्वे अमीन प्रतिनियुक्त, कागजात दिखा कर सर्वेक्षण
बिहार विशेष सर्वेक्षण का काम राजस्व ग्राम में चल रहा है। विरौल के सभी 69 राजस्व ग्रामों में ग्राम सभा का काम पूरा कर लिया गया है। बिरौल नगर पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन बाद में होगा। विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सह शिविर प्रभारी सुनील मिश्रा ने जानकारी दी। इन्होंने बताया कि सभी राजस्व ग्रामों के लिए 3 विशेष सर्वे अमीन प्रतिनियुक्त हैं। जिनसे भू-धारी मिलकर अपने जमीन से संबंधित कागजात दिखा कर सर्वेक्षण काम में डिजिटलाइज खतियान, नक्शा वर्तमान भौगोलिक स्थिति के अनुसार करवा सकते हैं।

3 विशेष सर्वे अमीन प्रतिनियुक्त

सर्वेक्षण संबंधित पत्र-एक से पत्र 22 तक की विस्तृत जानकारी हासिल की जा सकती है। विशेष सर्वे शिविर कार्यालय विरौल में कुल 13 विशेष सर्वे अमीन, दो विशेष सर्वे कानूनगो, दो विशेष सर्वे लिपिक और एक विशेष सर्वे सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सह शिविर प्रभारी प्रतिनियुक्त हैं।

वर्तमान में प्रपत्र 2, प्रपत्र 3 (1) निर्धारित अवधि में जल्द से जल्द जमा कर लिया जा रहा है। जिसमें फॉर्म के साथ केवल खतियान/वंशावली (यदि मृत जमाबंदी हो तो) लगान रसीद/पर्चा डिग्री अन्य दस्तावेज की छाया प्रति संलग्न कर जमा की जा रही है। विशेष सर्वे संबंधी सेवाएं, जानकारियां या फिर ऑनलाइन करने की सुविधाएं आम जनता के लिए dirs.bihar.gov.in पोर्टल पर विहार विशेष सर्वे संबंधित सेवाएं के नाम से मौजूद है।

नए खतियान का होता है निर्माण

विशेष सर्वे में उपस्थित बंदोबस्त पदाधिकारी घोषणा करते हैं। फिर विशेष सर्वे अमीन घोषणा पत्र व वंशावली जमा करते हैं। किस्त में विशेष सर्वे अमीन धरातल जांच कर नए मानचित्र का निर्माण और सभी भू-धारियों की भू-स्वामित्व संबंधी साक्ष्य के अनुसार नए खतियान का निर्माण किया जाता है।

खानापूरी पर्चा और एलपीएम का वितरण होता है। जिसमें किन्हीं त्रुटियों पर प्रपत्र 8 में दावा कर कानूनगो सुधार करते हैं। नए सुधार पर्चा व मानचित्र के प्रकाशन के बाद उसमें किन्हीं त्रुटियों में आवश्यकता अनुसार प्रपत्र 14 में दावा कर विशेष सर्वे सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सह शिविर प्रभारी सुधार करते हैं।

लगान निर्धारित कर होता है अंतिम प्रकाशन

प्रकाशन के बाद भूमि सुधार अपर समाहर्ता प्रपत्र 18 (क) में लगान निर्धारित कर अंतिम प्रकाशन करते हैं। इसमें आवश्यक त्रुटियों की सुधार करने के लिए प्रपत्र 21 बंदोबस्त पदाधिकारी के समक्ष दावा कर सुधार किया जाता है।

काम के लिए बिरौल अंचल में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी सह शिविर प्रभारी सुनील मिश्रा, विशेष सर्वेक्षण कानूनगो प्रीति कुमारी व विशेष सर्वेक्षण कानूनगो यशवंत कुमार, विशेष सर्वेक्षण लिपिक अभय कुमार व रूपेश कुमार, विशेष सर्वेक्षण अमीन रिद्धिराज कुमार, रोहित कुमार, सतीश कुमार, संतोष कुमार, नीतीश कुमार, नीतीश कुमार सिंह, संदीप कुमार, संतोष कुमार रजक, मोहित कुमार झा, सुंदरम कुमार झा, गुड्डू कुमार, रंजन कुमार, सागर कुमार सिंह प्रतिनियुक्त हैं। शिविर कार्यालय विरौल पंचायत सरकार भवन हनुमान नगर में अवस्थित है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
2 युवको को ट्रक ने मारी ठोकर, हालत गंभीर
दरभंगा जिले में रविवार शाम सन-कन्हैई और बौराम के मुख्य मार्ग पर पढ़ाई करने जा रहे दो युवक ट्रक से ठोकर लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोगो की भीड़ जमा होते देख ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना लोगों ने घायल के परिजन सहित स्थानीय थाना को दी। घायलों को इलाज के लिए बौराम पीएचसी ले जाया गया। गंभीर हालत देखते हुए चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच भेज दिया।

दोनों युवकों को ठोकर मार ट्रक चालक फरार

घायल युवक की पहचान कन्हई गांव निवासी कारी मुखिया के 12 वर्षीय पुत्र किशन कुमार और दूसरे युवक की पहचान उसी गांव के निवासी रामजी मुखिया के 12 वर्षीय पुत्र शिवानंद मुखिया के रूप की गई है। मिली जानकारी के अनुसार दोनों युवक अपने घर से कोचिंग में पढ़ाई करने जा रहे थे।

रास्ते में सामने से आ रही गिट्टी से भरी ट्रक ने दोनों युवक को ठोकर मार दी। मौके से ट्रक ड्राइवर फरार हो गया। स्थानीय जनप्रतिनिधि राज कुमार झा के द्वारा घनश्यामपुर थाना को सूचित किया गया। उसके बाद घनश्यामपुर थाना अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई।

इस घटना के संबंध में घनश्यामपुर थाना अध्यक्ष अजीत झा ने बताया कि ट्रक को अपने कब्जे में लेकर इसमें आगे की कार्रवाई की जा रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में ढलाई मशीन से हो रहा था काम, पैर फिसलने से हादसा
दरभंगा के बिरौल थाना क्षेत्र के बिरौल पंचायत में पंचायत सरकार भवन के पास एक छात्रावास का निर्माण हो रहा था। इसी में आज मकान के बचे हिस्से की ढलाई हो रही थी। इसके लिए मशीन लगाया गया था। एक महिला यहां दिहाड़ी मजदूरी का काम करती थी। हादसे में इनकी मौत हो गई है।

ढलाई के मशीन में महिला समान डालने गई थी। महिला का पैर स्लिप कर गया। इससे वो मशीन में चली गई। कुछ ही देरी में महिला का सिर धर से अलग हो गया। महिला की मौत मौके पर ही हो गई।

घटना के बाद वहा उपस्थित मजदूर और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। सभी ने स्थानीय थाना बिरौल को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

4 महीने से मजदूरी का करती थी काम

मृतक महिला की पहचान कुशेश्वर स्थान थाना क्षेत्र के गौरा औराही गांव निवासी मोहमद मुराद (32) की पत्नी रसीदा खातून के रूप में की गई। महिला बीते 4 महीने से प्रोजेक्ट में काम कर रही थी। उसे रोज के हिसाब से 400 रुपए दिए जाते थे। महिला सुबह के 9 बजे से शाम के 6 बजे तक काम करती थी।

प्रत्यक्षदर्शी महिलाओं का कहना है कि ढलाई के काम के लिए मसाला बनाया जा रहा था। इसी में महिला वहां गई और मसाला बनाया जा रहा था। इसी बीच उस जगह पर एक मिस्त्री खड़ा था। मशीन को जल्दबाजी में बंद कर दिया। इसी में महिला की ओढ़नी मशीन में लिपट गई।

जब-तक हम लोग दौड़ कर पहुंचते तब-तक घटना हो चुकी थी। फिलहाल, मौके पर पुलिस पहुंच कर आगे की करवाई में जुटी है। लाश को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पोस्टमार्टम में भेजने की तैयारी की जा रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
5सालों में कोसी में समा गई 100एकड़ से ज्यादा जमीन
कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड से होकर गुजरने वाली कोसी एवं कमला बलान नदी का जलस्तर में बढ़ने या कम होने दोनों ही परिस्थितियों में कटान होता है। कोसी नदी के किनारे बसे उजुआ, कोला, छोटकी कोनिया, बड़की कोनिया, कुन्जभवन और गोलमा गांव की खेती योग्य एवं आवासीय जमीन पर कटाव का खतरा बना रहता है। हर साल जुलाई से लेकर अक्टूबर तक बाढ़ के चार महीने में कोसी में कटान की संभावना बनी रहती है। इस साल भी जून में अचानक कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होते ही कटान तेज हो गया। जिससे सात गांव कटाव की जद में आ गए और कई घरों पर कटान का खतरा मंडराने लगा।

जलसंसाधन विभाग की तत्परता से कटाव रोधक कार्य शुरू किया गया, जिससे कटाव का खतरा टल गया। फिलहाल नदी के जलस्तर में लगातार हो रहे उत्तार चढ़ाव से कटान अभी रुका हुआ है।
कमला के कटाव से इन गांवों को रहता खतरा

साल 2022 में नदी में हुए भयंकर कटान के कारण दो मंजिला प्राथमिक विद्यालय कुंज भवन का कुछ हिस्सा नदी में समा गया था। विद्यालय के दो शौचालय एवं रसोई घर भी कोसी ने निगल लिए। जल संसाधन विभाग द्वारा बड़‌की कोनिया तथा प्राथमिक विद्यालय कुंज भवन के कटान को रोकने के लिए नदी के किनारे बंबू पाईलिंग तथा जीयो वेगिन का काम किए जाने से कटान का खतरा टल गया है, लेकिन छोटकी कोनिया में कटान रोधक काम नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।

कमला बलान नदी के कटाव से चौकीया, लक्षमीनिया, जिमराहा गांव के साथ- साथ भरैन मुशहरी पर हमेशा खतरा बना रहता है। कमला बलान नदी के कटाव से प्रभावित भरैन मुशहरी में 50-60 तथा चौकीया में 20-25 परिवार चार वर्षों से पश्चिमी तटबंध पर विस्थापित होकर शरण लिए हुए थे। तटबंध की मरम्मत व ऊंचीकरण का कार्य होने से विस्थापित परिवार के समक्ष मुसीबत खड़ी हो गई है।
5 सालों में नदी की दूरी 2.5 किमी से घटकर 500 मीटर

पिछले कुछ सालों में उजुआ के 60-70 एकड़, अरराही, छोटकी कोनिया, बड़की कोनिया तथा कुंज भवन गांव के 50-60 एकड़ कृषि योग्य जमीन कटकर कोसी में विलीन हो गई है। प्रभावित किसानों को अभी भी इसका दर्द सता रहा है। उजुआ के किसान गणेश राय और राम प्रकाश राय ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व कोसी नदी उजुआ गांव से लगभग दो दाई किलोमीटर दूर बह रही थी।

अब यह नदी कटते कटते गांव से मात्र 400- 500 मीटर की दूरी पर बह रही है। किसानों ने बताया कि इस समय में 60-70 एकड़ जमीन नदी में कट कर विलीन हो गई हैं। इसी तरह छोटकी कोनिया, अरराही, कुंज भवन तथा गोलमा गांव की लगभग 50-60 एकड़ खेती योग्य जमीन नदी में समा चुकी है। अरराही से बड़की कोनिया के बीच 800 मीटर लंबा बांघ अब नदी में कट कर मात्र 200 मीटर दूर रह गया है।

वर्तमान में कोसी नदी अपनी धारा बदल कर उजुआ, अरराही, कुंज भवन तथा छोटकी और बड़की कोनिया गांव के लोगों के निजी जमीन से होकर बह रही है। कोसी में होने वाली कटान से प्राथमिक विद्यालय कुंज भवन तथा मध्य विद्यालय बड़की कोनिया और छोटकी कोनिया में नदी किनारे बसे लोगों का घर इसकी जद में रहता है।

इस संबंध में समस्तीपुर से सांसद शांभवी चौधरी ने बताया कि स्थानीय लोगों द्वारा समय-समय पर कोसी नदी में कटान की जानकारी मिली है। विभागीय अभियंताओं से मिलकर कटान की रोकथाम व इसके स्थाई समाधान के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट