बलिया के ओझवलिया में युवक की चाकू मारकर हत्या
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बलिया। जिले के दुबहड़ थाना क्षेत्र के ओझवलिया गांव में मंगलवार की देर रात आपसी विवाद में एक युवक की चाकू मार हत्या कर दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया और मामले की छानबीन में जुट गई। एएसपी अनिल कुमार झा व सीओ गौरव कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य जुटाए।
ओझवलिया गांव निवासी रघुवंश वर्मा और भिखारी वर्मा के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। रघुवंश वर्मा की दुकान पर हरिछपरा निवासी मृत्युंजय तिवारी उर्फ छोटू (22) पुत्र मनोज तिवारी काम करता था। रघुवंश का पक्ष लेने पर मृत्युंजय को दूसरे पक्ष के भिखारी वर्मा का पुत्र अजीत वर्मा बार-बार धमकी दे रहा था। मंगलवार की देर शाम ईंट-भट्ठे के पास भिखारी वर्मा ने मृत्युंजय को आपसी विवाद में न पड़ने की सलाह दी, इसको लेकर दोनों में विवाद हो गया। इस विवाद में हुई चाकूबाजी में मृत्युंजय गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों ने घायल मृत्युंजय को जिला अस्पताल पहुंचाया, वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतक के पिता मनोज तिवारी की तहरीर पर पुलिस ने अजीत वर्मा, विशाल वर्मा व गुड्डू वर्मा को हिरासत में ले लिया। वहीं, बुधवार को एएसपी अनिल झा ने बताया कि पुराने विवाद को लेकर हुई मारपीट में एक युवक की चाकू मार कर हत्या कर दी गई है। घटना में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।









बलिया। बलिया में दो थानों की संयुक्त पुलिस फोर्स ने गड़वार थाना के हजौली में दबिश देकर प्रतिबंधित एके 47 रायफल के जिंदा कारतूस समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किया है। पुलिस ने दो असलहा तस्करों को उनके घर से ही गिरफ्तार भी कर लिया। इनके सरगना की तलाश में पुलिस जुट गई है।
बलिया। यातायात विभाग के लगातार प्रयास के बाद भी सड़क हादसा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हर दिन प्रदेश में कहीं न कहीं सड़क हादसा हो जा रहा है। अब बलिया जिले के नगरा-गड़वार मुख्य मार्ग पर बछईपुर के पास रोडवेज बस और बाइक की आमने-सामने की टक्कर हुई। हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि एक वृद्धा सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
संजीव सिंह बलिया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के डिप्लोमा संघ कार्यालय लखनऊ में एक आपातकालीन बैठक की गई। जिसमें शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ऑनलाइन अटेंडेंस अव्यावहारिक है जो कि कर्मचारी सेवा नियमावली एवं सेवा शर्तों के विरुद्ध है अतः ये आदेश पूरे प्रदेश के शिक्षकों शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को स्वीकार नहीं है ।
Sep 11 2024, 16:03
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