देशवासियों में राष्ट्रीय एकता और देश प्रेम का भाव जगाना सदस्यता अभियान का उद्देश्य-डॉ.राधामोहन दास अग्रवाल

खजनी गोरखपुर। प्रत्येक भारतवासी के अंदर राष्ट्रीय एकता और देश प्रेम की भावना उत्पन्न करना ही भारतीय जनता पार्टी की प्रतिबद्धता तथा सदस्यता अभियान का मूल उद्देश्य है।

रूद्रपुर खजनी के बूथ संख्या 46 में अटल सदस्यता अभियान के दौरान उक्त विचार राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.राधामोहन दास अग्रवाल ने उपस्थित भाजपा कार्यकतार्ओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता ही विचाराधारा पर आधारित समाज का निर्माण करता है। जिसमें समाज के निचले पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी अग्रिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के बराबर आकर देश के विकास में अपना योगदान कर सकता है।

कार्यक्रम को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान सदस्यता अभियान के जिला प्रमुख एवं महामंत्री सबल सिंह सह प्रमुख जिला उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को उनके मोबाइल से टोल फ्री नंबर- 8800002024 पर मिस्ड-कॉल कराकर भाजपा का सदस्य बनाया गया।

अभियान में जिला उपाध्यक्ष जगदीश चौरसिया, ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह,मंडल मंत्री आदर्श राम त्रिपाठी, रामवृक्ष सिंह,अवध बिहारी मिश्रा, रिंकू दूबे, बृजेन्द्र उर्फ बंटी चतुवेर्दी,लालमन सिंह, स्वतंत्र सिंह,समर सिंह, गुलाब त्रिपाठी शक्ति केंद्र संयोजक सोमनाथ पांडेय, प्रेम शंकर मिश्रा, बूथ प्रमुख राहुल त्रिपाठी,गया प्रजापति सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे। डॉ राधामोहन दास अग्रवाल ने सरयां तिवारी गांव में स्थित ऐतिहासिक नीलकंठ महादेव शिव मंदिर का दर्शन पूजन भी किया। इससे पूर्व खजनी कस्बे में पहुंचते ही कार्यकतार्ओं ने नारे लगाते हुए सभी अतिथियों का भव्य स्वागत किया।

शीघ्र पहचान, जांच और सम्पूर्ण इलाज से होगा टीबी का उन्मूलन-डॉ गणेश यादव

गोरखपुर, जिले में सक्रिय क्षय रोगी खोजी (एसीएफ) अभियान सोमवार से शुरू हो गया। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ गणेश यादव ने जिला क्षय रोग केंद्र से प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखा कर अभियान का शुभारंभ किया। इसके बाद मीडिया कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शीघ्र पहचान, जांच और सम्पूर्ण इलाज से ही टीबी का उन्मूलन संभव है। इसी उद्देश्य से अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यों वाली टीम घर घर जाकर संभावित मरीजों को खोंजेगी। इससे पहले जिले में 12 एसीएफ अभियान चल चुके हैं, जिनकी मदद से 3145 नये टीबी रोगी खोजे गये और उन्हें टीबी मुक्त किया जा सका।

जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ यादव ने बताया कि इस बार करीब 10.88 लाख की आबादी के बीच मरीज ढूंढे जाएंगे। कुल 1227 सदस्यों वाली 409 टीम लोगों के घर जाएंगी। जिन घरों पर टीम विजिट करेगी वहां स्टीकर लगाना भी अनिवार्य होगा। जिन लोगों को दो सप्ताह से अधिक की खांसी, शाम को पसीने के साथ बुखार, सांस फूलना, तेजी से वजन गिरना, भूख न लगना और बलगम में खून आने जैसी समस्या होगी उन्हें टीबी की जांच के लिए प्रेरित किया जाएगा। उनका मौके पर ही बलगम इकट्ठा किया जाएगा और अगले दिन खाली पेट भी बलगम का सैम्पल लाने के लिए कहा जाएगा। कुल 24 चिकित्सा अधिकारियों की देखरेख में 43 लैब टेक्निशियन प्राथमिकता के आधार पर सभी सैम्पल की जांच करेंगे। अभियान में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए 90 सुपरवाइजर लगाए गये हैं।

उन्होंने बताया कि लोगों को समझाया जाएगा कि शीघ्र जांच और इलाज शुरू होने के बाद टीबी मरीज से संक्रमण की आशंका कम हो जाती है। इसके विपरीत जो टीबी मरीज जांच और इलाज नहीं करवाते हैं वह पूरे वर्ष में दस से पंद्रह नये लोगों को इस बीमारी से संक्रमित कर सकते हैं। समय से इलाज न शुरू होने पर ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी का मरीज भी ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी का मरीज बन सकता है। इसकी वजह से जो बीमारी छह माह में ठीक हो सकती है, उसे ठीक होने में डेढ़ से दो साल तक का समय लग जाता है। डीआर टीबी मरीज में जटिलताएं अधिक होती हैं और अगर मरीज लापरवाही करते हैं तो मृत्यु की आशंका भी बढ़ जाती है। टीबी के सम्पूर्ण जांच और इलाज की सुविधा विभाग के पास उपलब्ध है।

डॉ यादव ने बताया कि मधुमेह व एचआईवी के मरीजों, ईंट भट्ठा श्रमिकों, मलिन बस्तियों के निवासियों और अति कमजोर वर्ग के लोगों एवं कुपोषितों में टीबी की आशंका अधिक रहती है। ऐसे लोगों को हल्के फुल्के लक्षण आने पर भी जांच अवश्य करवानी चाहिए। विभाग को जो नये टीबी मरीज मिलते हैं उनकी सीबीनॉट जांच कराई जाती है। बाजार में यह जांच करवाने के लिए हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। प्रत्येक नये टीबी मरीज की एचआईवी और मधुमेह की जांच भी कराई जाती है। प्रत्येक एचआईवी मरीज की भी टीबी जांच अवश्य कराते हैं। यह सारी सुविधाएं सरकारी स्वास्थ्य तंत्र में उपलब्ध हैं।

इस अवसर पर उप जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र, मिर्जा आफताब बेग, टीबी एचआईवी कोआर्डिनेटर राजेश सिंह, कमलेश कुमार गुप्ता, केके शुक्ला, इंद्रनील, मयंक और गोबिंद प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

मरीजों को मिलेंगी सुविधाएं

टीबी मरीजों को पोषण के लिए प्रतिमाह 500 रुपये की दर से इलाज चलने तक खाते में सहायता राशि दी जाती है। कमजोर आय वर्ग के मरीजों को निक्षय मित्रों के जरिये एडॉप्ट कराया जा रहा है ताकि उन्हें पोषण में सहयोग मिल सके और उन्हें मानसिक संबल भी मिले। इससे वह नियमित दवा खाते हैं और जल्दी स्वस्थ होते हैं। डॉ यादव ने बताया कि इससे पहले जिले में चलाए गए बारह एसीएफ अभियान में 38041 संभावित टीबी रोगी खोजे गये, जिनमें से 2261 लोगों में बलगम की जांच के जरिये टीबी की पुष्टि हुई। वहीं 884 लोगों में एक्स रे के जरिये टीबी की पुष्टि हुई। नये टीबी मरीजों के निकट सम्पर्कियों की भी जांच कराई जाती है और जिन लोगों में टीबी नहीं मिलती है उन्हें भी छह माह तक बचाव की दवा खिलाई जाती है।

ब्लॉक प्रमुख ने माडल आवास का उद्घाटन किया

खजनी गोरखपुर। ब्लॉक मुख्यालय सभागार में आज प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के चयन पात्रता हेतु ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्राम्य विकास विभाग सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना गरीब असहाय लोगों के लिए उपयोग साबित हो रही है। इसे जमीनी स्तर पर उतार कर शासन की मंशा के अनुरूप क्षेत्र के गरीबों को आवास के रूप में सर पर छत देने का काम हम सभी को मिलकर करना होगा।

जिससे कोई भी गरीब परिवार योजना के लाभ से वंचित न रहे। संचालन कर रहे बीडीओ रमेश शुक्ला ने ब्लॉक में प्रधानमंत्री आवास योजना में बनाए गए आवासों की जानकारी देते हुए, योजना में चयन के लिए आवश्यक पात्रता शर्तों की जानकारी दी। ब्लॉक प्रमुख ने परिसर में बने मॉडल प्रधानमंत्री आवास का फीता काट कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर दर्जनों ग्रामप्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्रामसभा सचिव ग्रामप्रधान संघ अध्यक्ष सत्येंद्र बहादुर सिंह,संगम उर्फ राहुल त्रिपाठी, प्रदीप शर्मा,बंटी चतुवेर्दी, धरणीधर राम त्रिपाठी, सुशील सिंह, चंद्रशेखर यादव, राकेश यादव, जयराम शाही, पंच बहादुर सिंह, संतोष सिंह, दुबरी प्रसाद, बबलू सिंह, गिरजेश पांडेय,अरुण कन्नौजिया, अरविंद दुबे, काली प्रसाद, वरुण कुमार, शिवम सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।

त्योहारों के दौरान क्षेत्र में शांति सुरक्षा हेतु थाने में बैठक हुई

खजनी गोरखपुर। आगामी ईद-ए-मिलादुन्नबी और गणेश उत्सव के दौरान क्षेत्र में शांति सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज खजनी थाना परिसर में क्षेत्र के संभ्रांतजनों के साथ बैठक की गई।

अध्यक्षता कर रहे थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान शांति सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की पुलिस की बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती होती है। जिसे जन सहयोग से ही पूरा किया जा सकता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से इस संदर्भ में फीडबैक लिया, और अराजकतत्वों से सख्ती से निपटने का भरोसा दिलाया। बैठक को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

इस दौरान तैयब अहमद,केशव राय, सुरेश शुक्ला, आलोक सिंह, आदर्श राम त्रिपाठी, छोटेलाल गुप्ता समेत स्थानीय मीडियाकर्मी एवं थाने के सभी एसआई चौकी इंचार्ज आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।

विधायक के निर्देशन में चला भाजपा का अटल सदस्यता अभियान

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत उनवल के टेकवार चौराहे पर भाजपा के द्वारा क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ला के निर्देशन में अटल सदस्यता पर्व के रूप में वृहद सदस्यता अभियान चलाया गया। जिसमें टेकवार चैराहे की सभी दुकानों पर पहुंच कर व्यापारियों से सम्पर्क करते हुए उन्हें भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई गई।

इस दौरान विनय कुमार निगम,विष्णु निगम,मृत्युंजय सिंह,अवधेश गुप्ता, रविन्द्र, मनोज, देवानंद सहित दर्जनों लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली। अभियान में उनवल नगर पंचायत अध्यक्ष महेश कुमार दुबे एडवोकेट पूर्व सभासद संतोष राम त्रिपाठी, भाजपा आईटी सेल के जिला संयोजक इंद्र कुमार निगम सभासद योगेश वर्मा, शिवकुमार शाह, मिथीलेश यादव,श्रीप्रकाश गुप्ता, जयचन्द यादव, व्यास यादव, अरविन्द कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।

एनएनसी की भर्ती देखने आए युवक की मौत

गोला गोरखपुर क गोला थाना क्षेत्र के राजगढ़ में हो रहे एनसीसी भर्ती प्रक्रिया में पूर्व सूचना के आधार पर एनसीसी की भर्ती देखने आए युवक की मौत हो गई.प्राप्त विवरण के अनुसार गोला थाना क्षेत्र के अवरूष निवासी अंकित पुत्र राजू उम्र 17 वर्ष अभ्युदय इंटर कॉलेज राजगढ़ में एनसीसी के भर्ती देखने आया था. जो दौड़ नर्रे चौराहे से शुरू होकर स्कूल के प्रांगण तक हो रहा था ।

अभी वह 200 मीटर दूरी पहुंचे थे तभी अचानक गिरने से मृत्यु हो गई. आनन फानन में विद्यालय परिवार द्वारा इसे गोला एसएचसी पर भेजा गया जहां डाक्टरों ने इसे मृत्यु घोषित कर दिया।

गांव के लोगो से संपर्क करने पर पता चला की मृतक अंकित खुद भर्ती देखने आया था कमृतक दो भाई व एक बहनों में सबसे बड़ा था.जिसमें छोटा भाई भोलू 5 वर्ष गिरजा 11 वर्ष के है .इसके पिता बाहर मजदूरी करके परिवार का जीवन यापन करते हैं.वही परिजनों का रो रो बुरा हाल है. हालांकि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया।

सभी भाषाओं की जननी संस्कृत-डॉ.पूजा सिंह कौशिक (ब्लाक प्रमुख)

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के झौवां गांव सिकरीगंज में स्थित धर्म नगर संस्कृत महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद सशक्तिकरण नि:शुल्क टेबलेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि बेलघाट ब्लॉक प्रमुख डॉक्टर पूजा सिंह कौशिक ने संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा ही विश्व की सभी भाषाओं की जननी है। यह प्रमाणित तथ्य है। संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए उत्साह पूर्वक हम सभी को उसे आगे ले जाना चाहिए। आज मुझे बहुत ही प्रसन्नता और गर्व का अनुभव हो रहा है कि यहां इस महाविद्यालय में सभी कार्यक्रम संस्कृत भाषा में संचालित हो रहे हैं।

कार्यक्रम शुभारंभ सरस्वती वंदना और मंगलाचरण के साथ महाविद्यालय के छात्र आशीष शुक्ला के द्वारा किया गया। महाविद्यालय के प्रबंधक शक्तिधर शुक्ला सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया, आभार प्रदर्शन प्रधानाचार्य डॉक्टर किरण त्रिपाठी ने किया। तथा संचालन उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के प्रशिक्षक शिव प्रताप मिश्र ने किया। इस अवसर पर सभी कार्यक्रम संस्कृत भाषा में आयोजित हुए।

इस अवसर पर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य सर्वदमन शुक्ला, श्रीमती प्रभा देवी, राजेंद्र त्रिपाठी, आलोक सिंह, हरिओम शुक्ला,श्रीमती रीना शुक्ला, मनोज सिंह, अमरेंद्र सिंह, अरुण यादव, दुर्गा त्रिपाठी, श्याम नंदन उपाध्याय, अभिषेक सिंह, शशिमौली, हिमांशु शुक्ला एवं अंजलि शुक्ला प्रशिक्षक शिवप्रताप मिश्र आदि लोग उपस्थित रहे।

आज के भारत में विश्व को अपने अनुरूप चलाने की क्षमता : मंजीव पुरी

गोरखपुर, 8 सितंबर। नेपाल, बेल्जियम और लक्जमबर्ग में भारत के पूर्व राजदूत मंजीव पुरी ने कहा कि आज के भारत में विश्व को अपने अनुरूप चलाने की क्षमता है। आज का भारत किसी भी देश की घुड़कियों या धमकियों की परवाह नहीं करता है। भारत की विदेश नीति इतनी सशक्त हो चुकी है आज के दौर में कोई भी देश भारत पर दबाव बनाकर कुछ लोग करा सकता।

मंजीव पुरी रविवार को महाराणा प्रताप पीजी (एमपीपीजी) कॉलेज जंगल धूसड़ में आयोजित ‘भारतीय विदेश नीति के बदलते आयाम : 2019 से अब तक’ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह (समारोप) को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी के प्रतिभागियों के साथ दोतरफा संवाद करने के अंदाज में श्री पुरी ने कहा कि विदेश नीति के मुद्दे पर देश में मजबूती और बदलाव का यह दौर पिछले दस वर्षों में सशक्त नेतृत्व के चलते आया है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के मजबूत होने के लिए आर्थिक मजबूती बहुत जरूरी है। वैश्विक स्तर पर धाक जमाने में मजबूत हो रही भारतीय अर्थव्यवस्था का बड़ा योगदान है। जिसकी जितनी जीडीपी, वह उतना अधिक शक्तिशाली। इस फॉर्मूले पर भारत 3.7 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने कहा कि 2023 में दुनिया के 20 बड़े और प्रभावशाली देशों के समूह जी-20 का नेतृत्व करके यह दिखा दिया है कि उसका सामर्थ्य क्या है। श्री पुरी ने कहा कि तेजी से बदलता और वैश्विक परिदृश्य पर आगे बढ़ता भारत पूरी दुनिया को नेतृत्व देने को तैयार है और इसमें विगत कुछ सालों से बेहद असरदार साबित हुई भारत की विदेश नीति और कूटनीति का महत्वपूर्ण योगदान है।

राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) आरपी शाही ने कहा कि विगत कुछ सालों में भारत ने अपनी विदेश नीति को समयानुकूल और त्वरित प्रतिक्रियावादी बनाया है। यही वजह है कि आज जब दुनिया के किन्हीं भी दो देशों के बीच टकराव की स्थिति आती है तो पूरा विश्व चाहता है कि इस टकराव को रोकने की पहल भारत करे। श्री शाही ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ जब सर्जिकल स्ट्राइक की गई तब भारत की कूटनीति इतनी शानदार थी कि किसी भी ताकतवर देश ने भारत के खिलाफ प्रतिक्रिया करने का साहस नहीं किया। उन्होंने कहा कि 2019 के बाद भारत की विदेश नीति में बहुत प्रभावी परिवर्तन देखने को मिला है। आज देश का नेतृत्व इंडिया फर्स्ट की भावना से सभी देशों से संवाद की भूमिका में रहता है। किसी भी देश में यदि भारतीयों पर संकट आता है तो उन्हें सुरक्षित निकालने की त्वरित पहल की जाती है। आज भारतीय विदेश नीति एकदम स्पष्ट है कि देश के हित में जो भी सर्वोत्तम होगा, हम उसे करेंगे। श्री शाही ने कहा कि आज ग्लोबल साउथ की आवाज बन चुका है।

समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि सेंटर फॉर कैनेडियन, यूएस एंड लैटिन अमेरिकन स्टडीज (स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज) जेएनयू नई दिल्ली के प्रोफेसर अरविंद कुमार ने भारत की विदेश नीति में आए क्रमिक परिवर्तन की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत को अपने पड़ोस में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। चुनौतियों के अनुरूप ही भारत ने अपनी विदेश नीति और कूटनीति (डिप्लोमेसी) में परिवर्तन किया है। चीन की विस्तारवादी नीतियों को करारा जवाब देते हुए भारत ने उसे पिछले कुछ सालों में टेबल टाक (संवाद) के लिए विवश किया है। प्रो. अरविंद कुमार ने कहा कि वास्तव में भारत विश्व को परिवार मानता है और विश्व शांति की बात करता है। इसकी झलक उसकी विदेश नीति में भी देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि हाल के कुछ सालों में भारत ने अपनी पोलिटिकल डिप्लोमेसी को इकोनॉमिकल डिप्लोमेसी की तरफ शिफ्ट किया है। वैश्विक महामारी कोविड के दौर में भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी ने तो विश्व समुदाय के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाई। तमाम उद्धरणों का हवाला देकर उन्होंने बताया कि आज भारत अमेरिका और रूस जैसे ताकतवर देशों से ‘बारगेनिंग’ करने की स्थिति में है।

राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह में अतिथियों का स्वागत करते हुए महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूसड़ के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव ने संगोष्ठी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। दो दिन तक चली संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों की रिपोर्ट महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष हरिकेश यादव ने प्रस्तुत की जबकि संचालन सहायक आचार्य डॉ. सलिल कुमार पांडेय ने किया। इस अवसर प्रमथनाथ मिश्रा, प्रो. तेज प्रताप सिंह, डॉ. श्रीभगवान सिंह, डॉ. अविनाश प्रताप सिंह, डॉ. सत्यपाल सिंह, डॉ. आमोद राय, डॉ. उग्रसेन सिंह, डॉ. घनश्याम शर्मा, डॉ. अभय प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।

विधायक ने लेडिज पार्लर व ट्रेनिंग सेंटर का फीता काट कर उद्घाटन किया

खजनी गोरखपुर। स्वस्थ्य और सेहतमंद रहने के लिए सभी लोग अपने रूप रंग और साज सज्जा पर विशेष ध्यान देते हैं। आज महिलाएं हों या पुरुष खुद को अप-टू-डेट रखना समय की मांग है, साथ ही इस दिशा में कैरियर बनाने और कौशल विकास की बेशुमार संभावनाएं हैं।

यह बातें आज क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ला ने नगर पंचायत उनवल के टेकवार चौराहे पर स्थिति रंजना मेक ओवर लेडिज ब्यूटीपार्लर व ट्रेनिंग सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर कहीं फीता काट कर सेंटर का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि टेक्निकल, मेहनत, मजदूरी, खेती और पशुपालन के काम न हों तो आॅफिस, बैंकिंग आदि सेक्टर में फिजिकल फिटनेस और लुक अर्थात सुंदर दिखना बहुत महत्व रखता है।

सेंटर के संचालिका रंजना ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में एक महीने से लेकर 6 महीने तक के प्रशिक्षण के कोर्स हैं। जिसमें मेकअप,हेयर स्टाइल, मेंहदी और स्किन (त्वचा) से संबंधित विभिन्न पार्लर के कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोर्स पूरा होने पर उसका सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। साथ ही सेंटर में नियमित रूप से पार्लर से जुड़ी सभी प्रकार की सेवाएं भी उपलब्ध होंगी। यहां पर बहनें और बेटियां ट्रेनिंग लेकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं।

इस अवसर पर विधायक के साथ नगर पंचायत अध्यक्ष महेश कुमार दुबे एडवोकेट, संतोष राम त्रिपाठी, इन्द्रेश कुमार राव,सभासद प्रतिनिधि अरविंद प्रसाद ,योगेश वर्मा, अवधेश गुप्ता,शिवकुमार शाह,इंद्र कुमार निगम,अज्जू खान, मिथिलेश यादव, जोगिंदर साहनी,जयचंद यादव श्री प्रकाश गुप्ता,राजन पासवान समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।

फतेहपुर से आई बेहद छोटे कद की महिला को सीएम योगी ने किया पूरा, साथ में खिंचवाई फोटो


गोरखपुर। रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में एक ऐसी फरियाद भी आई कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसे सुनकर हंस पड़े। उन्होंने तत्काल इस फरियाद का निस्तारण भी कर दिया। यह फरियाद थी फतेहपुर से आई मेनश्री नाम की बेहद छोटे कद की महिला की। मांग और गुहार की महाराज जी (सीएम योगी) के साथ फोटो खिंचवानी है ताकि सोशल मीडिया पर खूब वायरल होकर वह व्यापक पहचान बना सके। हैरत से हंसते हुए मुख्यमंत्री ने यह मांग फौरन पूरी कर दी।

गोरखनाथ मंदिर में रविवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां मौजूद लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान पूरी गंभीर गंभीरता और संवेदनशीलता से एक-एक व्यक्ति की समस्या सुनते हुए, इसके निस्तारण के लिए मौके पर ही अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश देते रहे। जनता दर्शन में फतेहपुर से आई मेनश्री नाम की बहुत छोटे कद की महिला की समस्या सुनते ही सीएम योगी मुस्कराने लगे। कद के लिहाज से शारीरिक दिव्यांगता की श्रेणी में आने वाली इस महिला की इच्छा सोशल मीडिया पर बड़ी पहचान बनाने की है। इसके लिए उसने मुख्यमंत्री से कहा, महाराज जी! मुझे आपके साथ फोटो खिंचवानी है। आपके साथ फोटो खूब वायरल हो जाएगी।’ मुख्यमंत्री ने फोटो खिंचवाकर उसकी डिमांड तुरंत पूरी के दी। यही नहीं, उन्होंने मेनश्री के साथ सेल्फी के अनुरोध को भी स्वीकार किया।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के गोला क्षेत्र से आई एक अन्य अत्यंत छोटे कद की महिला की डिमांड को सम्मानजनक तरीके से पूरा करने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया। यह महिला मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंची थी। सीएम योगी ने उसके प्रार्थना पत्र को लेते हुए डीएम को निर्देशित किया महिला की भरपूर मदद की जाए। मुख्यमंत्री की इस पहल पर उक्त महिला ने बारम्बार आभार जताया।