उच्च न्यायालय तथा राज्य के सभी जिला न्यायालयों के लिए आनलाईन आर.टी.आई वेब पोर्टल का शुभारंभ

रायपुर-   पारदर्शिता व नागरिकों तथा वादकारियों को सुविधा प्रदान करने व सशक्त बनाने की दिशा में एक नए अध्याय की शुरूवात करते हुए छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने आज गुरूवार 05 सितम्बर 2024 को उच्च न्यायालय तथा राज्य के समस्त जिला न्यायालयों के लिए ‘आनलाईन आर.टी.आई वेब पोर्टल’ का शुभारंभ किया। इस पोर्टल के माध्यम से सूचना के अधिकार के तहत् आवेदनों को प्रस्तुत किया जा सकता है और उन्हें रियल टाईम ट्रैक किया जा सकता है और इसके माध्यम से सूचना के अधिकार के तहत् लगने वाले शुल्क का भुगतान भी किया जा सकता है। इस आर.टी.आई. वेबपोर्टल के माध्यम से दुनिया के किसी भी स्थान से सूचना प्राप्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया जा सकेगा ।

इस वेब पोर्टल के शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने व्यवत किया कि यह आनलाईन पोर्टल पारदर्शिता, जवाबदेही व नागरिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्य न्यायाधिपति ने यह भी व्यवत किया कि इस वेबपोर्टल का उद्देश्य है कि नागरिकों को सूचना प्राप्त करने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी, पारदर्शी व सुलभ बनाना है। यह वेबपोर्टल एक केन्द्रीय प्लेटफार्म की तरह कार्य करेगा जहां नागरिक सूचना के अधिकार के तहत् आवेदन को प्रस्तुत कर सकेंगे और उसके प्रगति को ट्रैक कर सकेंगे और सूचना प्रदान करने वाले अधिकारी की प्रतिक्रियाओं को तत्काल जान सकेंगे और यदि असंतुष्ट हैं तो अपील कर सकेंगे।

मुख्य न्यायाधिपति ने विश्वास व्यक्त किया है कि यह वेब पोर्टल नागरिकों को सूचना प्रदाता अधिकारियों से सूचना प्राप्त करने के संबंध में आमूलचूल परिवर्तन लाने वाला होगा और यह नागरिकों को सूचना प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाएगा और लोक प्राधिकारियों को और अधिक जवाबदेह बनाते हुए एक पारदर्शी व उत्तरदायी प्रशासन को सुनिश्चित करेगा।

मुख्य न्यायाधिपति द्वारा न्यायालयीन कर्मचारियों को उचित कार्य वातावरण प्रदान करने तथा उन्हें सुविधाएं प्रदान करने व उनके कल्याण के लिए किए जाने वाले कार्यों की श्रृंखला में एक और महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कड़ी जोड़ते हुए एक साथ 300 से अधिक न्यायिक कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया जिसमें जिला न्यायालयों में पदस्थ 11 डिप्टी क्लर्क आफ कोर्ट को प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया गया और 2008 से बहुप्रतीक्षित स्टेनोग्राफरों की पदोन्नती हुई जिसमें 168 स्टेनोग्राफर को स्टेनोग्राफर वर्ग-1, 98 स्टेनोग्राफर को स्टेनोग्राफर वर्ग-2 तथा 23 स्टेनो टायपिस्ट को स्टेनोग्राफर के रूप में पदोन्नत किया गया। बहुप्रतीक्षित कर्मचारियों की पदोन्नति किए जाने को मुख्य न्यायाधिपति द्वारा संवेदनशीलता के साथ लिया गया और एक साथ इतने कर्मचारियों को उनके जायज हक को प्रदान किया गया जिससे सभी कर्मचारियों में हर्ष व्याप्त है। यह पदोन्नति निश्चित तौर पर कर्मचारियों के मनोबल को बढाने वाला है और यह उन्हें पूरे मनोयोग से अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित वाला साबित होगा साथ-ही-साथ एक उचित कार्य वातावरण निर्मित होगा।

मंत्री श्रीमती राजवाड़े एवं सांसद श्रीमती जांगड़े ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’’ के तहत किया पौधरोपण
रायपुर-  महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और जांजगीर सांसद कमलेश जागड़े ने सक्ती जिले के कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर में ‘‘एक पेड़ मां के नाम अभियान’’ के तहत बादाम का पौधा भी लगाया। उन्होंने जिले में संचालित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत साफ-सफाई किया और स्वच्छता का भी संदेश दिया।
छत्तीसगढ़ में BJP के सदस्यता अभियान को मिल रहा जबरदस्त रिस्पांस, महज दो दिनों में 3 लाख लोगों ने ली पार्टी की सदस्यता
रायपुर-    छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यता अभियान को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। पार्टी की राष्ट्रीय सचिव और सदस्यता अभियान की छत्तीसगढ़ प्रभारी विजया राहटकर ने छत्तीसगढ़ में भाजपा के सदस्यता अभियान की प्रगति की सराहना करते हुए कहा है कि प्रदेश, जिला और मंडल स्तर तक की हुई कार्यशालाओं के बाद इस अभियान में जुटे पार्टी के 3.65 लाख प्रशिक्षित कार्यकर्ता समाज के सभी वर्गों, क्षेत्रों तक पहुँचकर सदस्यता के अभियान को गति देंगे और जन-मन को जोड़कर काम कर रहे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के नेतृत्व में सदस्यता के लक्ष्य को पार करेंगे। सुश्री राहटकर ने कहा कि इस अभियान को हम सर्वस्पर्शी व सर्वसमावेशक बनाकर भौगोलिक विस्तार को ध्यान में रखकर हर बूथ के सभी समाज, वर्ग को हम स्पर्श करेंगे।

भाजपा सदस्यता अभियान की अब तक की प्रगति की समीक्षा बैठक लेने राजधानी पहुँची सुश्री राहटकर ने गुरुवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सदस्यता नवीनीकरण का अभियान पूरे देश में शुरू हो चुका है। 2014 व 2019 के सदस्यता अभियान की चर्चा करते हुए सुश्री राहटकर ने कहा कि कार्यकर्ताओं व जनता जनार्दन के सतत सम्पर्क के कारण छत्तीसगढ़ में इस अभियान को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। फोन नं. 8800002024 पर मिस्ड कॉल करके, क्यूआर कोड स्कैन करके, नमो एप और भाजपा की वेबसाइट पर जाकर भाजपा की सदस्यता ली जा सकती है।

सुश्री राहटकर ने कहा कि राष्ट्रनिर्माण की भावना और 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने देश के हर नागरिक को जोड़ना इस अभियान का उद्देश्य है। इसी के साथ भाजपा की विचारधारा और भाजपानीत सरकारों की जनकल्याणकारी उपलब्धियों की चर्चा करके हम सबको पार्टी के साथ जोड़ेंगे। सुश्री राहटकर ने कहा कि भाजपा का सदस्य या हितैषी हमारे लिए सिर्फ एक अंक नहीं है, अपितु वह हमारी विचारधारा का वाहक और कार्य संस्कृति का पोषक भी है।

भाजपा सदस्यता अभियान की प्रदेश प्रभारी सुश्री राहटकर ने कहा कि पार्टी के इस सदस्यता अभियान में सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता सहयोग करेंगे और सदस्यता के लक्ष्य को अर्जित करेंगे। राष्ट्रीय स्तर के बाद प्रदेश, जिला और मंडल इकाइयों में सदस्यता अभियान की शुरुआत के बाद अब कल 6 सितंबर से शक्ति केंद्रों पर अभियान शुरू किया जाएगा। इसी प्रकार 11 सितंबर को संसद सदस्य, 12 सितंबर को विधायक-विधायक प्रत्याशी, 13 सितंबर को नगरीय निकाय के सभी जनप्रतिनिधि और 14 सितंबर को पंचायती संस्थाओं के जनप्रतिनिधि सदस्यता अभियान में जुटेंगे।

सुश्री राहटकर ने कहा कि पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी समाज के पुरस्कार प्राप्त प्रतिष्ठित जनों, समाज प्रमुखों से संपर्क करके उन्हें पार्टी का सदस्य बनाएंगे। इस तरह हर बूथ तक पहुँचकर हम इस अभियान को सफल बनाएंगे। छत्तीसगढ़ में यह अभियान बहुत अच्छे ढंग से शुरू हुआ है और अपने लक्ष्य को पार करने में सफल रहेगा। सुश्री राहटकर ने कहा कि पार्टी का कार्यकर्ता संगठन व सरकार के बीच एक कड़ी का काम करता है। भाजपा कार्यकर्ता आधारित विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। मिस्ड कॉल के जरिए सदस्यता लेने वाले कार्यकर्ताओं को भी हम कभी मिस नहीं करेंगे, क्योंकि कार्यकर्ता भाजपा की थाती हैं और पार्टी अपने सभी नए-पुराने कार्यकर्ताओं की पूरी चिंता करती है।

इस दौरान भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह सवन्नी, सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक अनुराग सिंहदेव, संभाग प्रभारी रजनीश सिंह, अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी व प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी उपस्थित थे।

गरीबों के राशन पर डाका डालने वालों की खैर नहीं: मंत्री केदार कश्यप

रायपुर-    वन मंत्री एवं जिला के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप के दिशा-निर्देश पर सुकमा जिले में राशन माफियाओ के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। स्थानीय लोगों से शिकायत मिल रही थी कि चिंतलनार इलाके के ग्रामीणों को केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा दी जाने वाली फ्री राशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। राशन माफिया गरीबों के हक का चावल डकार रहे हैं। शिकायत मिलने के पश्चात प्रभारी मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर सुकमा कलेक्टर ने टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। जिस पर छापेमारी कार्रवाई की गई और भारी मात्रा में अमानक खाद्यान्न जब्त किए गए।

प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुशासन वाली सरकार है जो गरीब कल्याण के कृत संकल्पित सरकार है। उन्होंने कहा कि गरीबों के पेट का निवाला छिनने वाले, गरीबों का राशन लूटने वाले लुटेरों को बक्शा नही जायेगा। सभी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इस मामले में संलिप्त दो सेल्स मैन विजय हेमला और भीमसेन वेट्टी को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया हैं वहीं अन्य फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए कलेक्टर और एसपी को निर्देशित किया गया है।

ध्वनि प्रदूषण पर हाईकोर्ट सख्त, डीजीपी ने शपथ पत्र में दी कार्रवाई की जानकारी

बिलासपुर-   ध्वनि प्रदूषण को लेकर जनहित याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, इस दौरान कोर्ट ने पुलिस महानिदेशक ने डीजे और कोलाहल नियंत्रण के संबंध में शपथ पत्र पेश किया है. जिसमें प्रदेश में की गई कार्रवाई और त्योहार के मौके पर ध्वनि प्रदूषण रोकने डीजे संचालकों के साथ ली गई बैठक की जानकारी दी गई. डीजीपी ने अपने शपथ पत्र में ध्वनि प्रदूषण को लेकर की जा रही पूरी कार्रवाई और कार्ययोजना का उल्लेख किया है. कोर्ट ने आगे इस संबंध में क्या कार्रवाई की जा रही है, इसकी जानकारी देने कहा है.

बता दें कि नागरिक संघर्ष समिति रायपुर समेत अन्य लोगों ने आम त्योहारों और शादी समारोहों में तेज आवाज के साथ बजाए जाने वाले डीजे को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई थी. डीजे के शोर के कारण एक छोटे बच्चे की मौत पर हाईकोर्ट ने संज्ञान में लिया था. इस जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है. चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच में पहले हुई सुनवाई में कहा था, कि आदेश का पालन नहीं हो रहा है. नियमों और आदेशों का पालन कराया जाय.

स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर CMHO की कड़ी कार्रवाई, चार चिकित्सकों को थमाया नोटिस


बिलासपुर-   रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएससी) से नदारद चार डॉक्टरों को CMHO ने नोटिस जारी किया है. जांच के दौरान बीते 31 अगस्त को रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार डॉक्टर अनुपस्थित थे. जबकि रतनपुर क्षेत्र में इन दिनों मलेरिया, डायरिया का प्रकोप फैला है. बताया जा रहा है कि मामले की शिकायत आला अधिकारियों तक पहुंच गई है.

रतनपुर क्षेत्र में मलेरिया और डायरिया का प्रकोप है. बड़ी संख्या में पीड़ित इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच रहे हैं. शिकायत पर जांच करने टीम पहुंची तब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चार डॉक्टर अपनी ड्यूटी से नदारत थे. सीएमएचओ ने उन्हें बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर शीला शाहा, डॉ नेहल झा, नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ एम एल कोराम, एनेस्थीसिया निधि कोराम शामिल हैं. स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर कड़ा एतराज जताया है. लोगों को कहना है कि रतनपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला सही तरह से काम नहीं कर रहा, जिसके चलते यहां लगातार मलेरिया और डायरिया से मौतें हो रही हैं.

शिक्षक दिवस : मुख्यमंत्री साय ने शिक्षकों को दी बधाई, कहा – नक्सलवाद के अंधियारा छंटने से बस्तर में भी शिक्षा का खुल रहा रास्ता…

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने शिक्षक दिवस पर राज्यस्तरीय सम्मान से सम्मानित शिक्षकों को शुभकामनाएँ दी. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि किसी भी समाज को रचने में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है. भारत उच्च शिक्षा के मामले में शुरू से ही समृद्ध रहा है. दुनिया को शून्य भी भारत ने ही दिया. आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञ भारत ने दिए. प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए नई शिक्षा नीति लागू की है. 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि भले ही इंटरनेट की दुनिया में ज्ञान एक क्लिक में उपलब्ध है, लेकिन अनुभाग और जीवन जीने की शिक्षा सिर्फ़ विद्यालय में ही उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि नक्सलवाद का अंधियारा छंटने से बस्तर में भी शिक्षा का रास्ता खुल रहा है. आने वाला दिन AI और रोबोटिक का है, इसमें हमारे बच्चे पीछे नहीं रहेंगे. आदिवासी क्षेत्र में रोबोटिक और AI की शिक्षा प्रारंभ कर दी है.

मुख्यमंत्री ने बताया कि नालंदा की तरह 13 स्थानों में हाईटेक लाइब्रेरी की स्थापना की गई है. शासकीय स्कूलों में पैरेंट्स-टीचर्स मीटिंग पर ज़ोर दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में जैसा काम हो रहा है, ऐसे शिक्षकों का सम्मान कर और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.

वनवासी रामप्यारे के सूखे खेतों में आई हरियाली, डबरी से मिली सिंचाई की सुविधा

रायपुर-    मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरिया की भौगोलिक स्थिति वनांचल जैसी है। लेकिन यहां किसानों को सिंचाई के लिए पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है। वंचित वर्ग में आने वाले ऐसे ही एक आदिवासी परिवार के लिए खेती योग्य भूमि होने के बाद भी पानी का संसाधन ना होना एक बड़ी समस्या थी। ऐसे में मनरेगा के तहत बनी एक डबरी में सिंचाई की कमी पूरी कर खुशहाली का माध्यम बन गई। पहले केवल मानसूनी बारिश पर आधारित धान की खेती करने वाले आदिवासी किसान रामप्यारे के खेत में अक्सर सिंचाई के लिए पानी की कमी हो जाती थी। ऐसे में मेहनत करने के बाद भी उन्हें अपनी फसल से कोई लाभ नहीं मिल पाता था। परंतु इस बार सिंचाई की सुविधा पाकर रामप्यारे के परिवार ने समय पर अपने खेतों में रोपाई का कार्य पूरा कर लिया है और उनकी धान की फसल भी लहलहा रही है। इस खुशहाली के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत बनी एक डबरी इस किसान परिवार के लिए वरदान साबित हो रही है।

पहले श्री रामप्यारे की समस्या का निराकरण ग्राम सभा की बैठक में हुआ, जहां उन्होंने अपने खेतों में महात्मा गांधी नरेगा के तहत एक डबरी बनाए जाने का आवेदन प्रस्तुत किया। उनके आवेदन के आधार पर ग्राम सभा ने डबरी बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया और ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाया और डबरी का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया। इसमें अकुशल मजदूरी करके इस परिवार को सौ दिवस का रोजगार भी प्राप्त हुआ। डबरी बन जाने के बाद रामप्यारे बताते हैं कि सब्जी लगाकर वह लगभग 20 हजार रुपए की आमदनी ले चुके हैं और इस बार उनके खेतों में समय पर धान की रोपाई का काम पूरा हुआ है। डबरी में पर्याप्त पानी होने के कारण वह इसमें अगले साल से मछली पालन करने की योजना बना रहे हैं। रामप्यारे के अनुसार लगभग तीन एकड़ खेतों में इस बार धान की अच्छी फसल होने से उन्हें आर्थिक लाभ मिलेगा। मनरेगा से बना एक संसाधन इस परिवार के लिए आजीविका की नई राहें बना रहा है। इसके लिए रामप्यारे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का धन्यवाद ज्ञापित किया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से कल रात यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने प्रांताध्यक्ष शिशुपाल शोरी के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के रायपुर में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए प्रतिनिधि मंडल को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम में आने की सहमति दी।

प्रतिनिधि मंडल में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के बी.पी. एस नेताम, भारत सिंह, पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय, लक्ष्मी ध्रुव और श्यामलाल कंवर, एम आर ठाकुर, देवरतन सिंह, आर बी सिंह, फूल सिंह नेताम, मोहिंदर कंवर, गणेश ध्रुव, कुंदन सिंह ठाकुर, शिव प्रसाद ध्रुव, सनम सिंह, हेमलता परते,  उमा शर्मा, अलका परते, उपेंद्र ठाकुर डॉ शंकर उईके सहित अनेक पदाधिकारी और सदस्य शामिल थे।

पहाड़ी कोरवा ममता की जिंदगी में थी उलझनों की मोड़, कलेक्टर ने शिक्षा से दिया नाता जोड़

रायपुर-      तब गांव आंछीमार के पहाड़ी कोरवा मंगल सिंह घर पर नहीं थे। उनकी बेटी ममता कोरवा शायद स्कूल जाने के लिए झटपट तैयार हो रही थी। अचानक से ममता तक खबर आई कि उनके घर के बाहर कोरबा के कलेक्टर आए हैं। वह अपनी जूती भी नहीं पहन पाई थी और सफेद मोजे पहने हुए स्कूल ड्रेस में भागती हुई बाहर आई। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि पहाड़ी कोरवाओं की इस छोटी सी बस्ती और तंग गली में कभी मोटर सायकल भी नहीं आता-जाता, उस गली से होकर उनके द्वार तक कलेक्टर की गाड़ी और स्वयं कलेक्टर आए हैं। ममता की खुशी का ठिकाना नहीं था। कलेक्टर ने जब उनसे पूछा...कौन से क्लास में हो...नाम क्या है ? मैं कोरबा कलेक्टर पी दयानंद हूं...तो सबसे पहले ममता ने मुस्कुराते हुए हाथ मिलाया और नाम बताते हुए कहा...तो सर आप ही कलेक्टर..है.! कलेक्टर से हाथ मिलाते ही उलझनों के मोड़ में उलझी ममता को कलेक्टर पी दयानंद से ऐसा ज्ञान और प्रोत्साहन मिला कि एक दिन उसकी जिंदगी बदल गई।

आठ साल पहले स्कूल खुलने के दिन यानी एक जुलाई को ग्राम आंछीमार की पहाड़ी कोरवा ममता तब कक्षा दसवीं पास करके कक्षा 11वीं में ही पहुंची थीं। तब वह बहुत असमंजस में थी कि 11 वीं में कौन सा विषय लिया जाए, जो विषय ली है, वह ठीक है या नहीं..? उसके समाज में कोई ऐसा परिचित भी उन्हें नहीं मिल रहा था कि वह उससे पूछ सकें...। विषय चयन सहित आगे की पढ़ाई को लेकर एक मोड़ पर उलझी ममता के लिए अचानक से कलेक्टर का घर आना उनके भविष्य के लिए एक नया रास्ता था। कलेक्टर पी दयानंद ने तब उन्हें एक शिक्षक की तरह समझाते हुए बायोलॉजी सब्जेक्ट चयन करने और इससे बनने वाले कैरियर के विषय में बताते हुए एकाग्रता के साथ मन लगाकर पढ़ाई करने तथा पहाड़ी कोरवा समाज की अन्य बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनने की बात कही। पहाड़ी कोरवा ममता के लिए यहीं एक ऐसा मोड़ था जिससे उनकी उलझने दूर हुई और ममता की जिंदगी बदल गई। कलेक्टर की बातों को गांठ बांधकर पूरा ध्यान पढ़ाई में लगाया और बायोलॉजी से पहले 11वीं और 12वीं पास करने के बाद बीएससी, डीसीए, एमए की पढ़ाई पूरी की। किसी शिक्षक के रूप में एक कलेक्टर से मिले ज्ञान और अपनी पढ़ाई की बदौलत ममता ने आखिरकार कामयाबी हासिल की। अब वह शिक्षिका बन गई है और प्रभारी प्रधानपाठक का दायित्व सम्हालने के साथ ही ग्रामीण विद्यार्थियों को ज्ञान की किताब पढ़ा रही है।

कोरबा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम आंछीमार की पहाड़ी कोरवा ममता शिक्षिका के रूप में प्राथमिक शाला चीतापाली में पढ़ाती है। उसने बताया कि वह जिस समाज से आती है, उसमें बहुत ही कम लोग 10वीं, बारहवीं तक की पढ़ाई किए हुए हैं। कॉलेज की पढ़ाई करने वाले गिनती के ही लोग है। उसे भी लगता था कि वह बारहवीं तक की पढ़ाई पूरी कर पायेगी या नहीं। 10वीं कक्षा पास करने के बाद कलेक्टर पी दयानंद के घर आने और उनसे मिली प्रेरणा के विषय में बताती हुई ममता कहती है कि वह दिन सचमुच मेरी जिंदगी में एक नया मोड़ के समान था। कलेक्टर सर का चेहरा, उनकी बातें मुझे पढ़ाई के लिए हमेशा प्रेरित करती रही। ममता ने बताया कि उनके दादा-दादी, माता-पिता की जिंदगी संघर्षों के बीच बीती है। समाज में लड़कियां 5वीं, 8वीं पढ़ लेती थीं, वहीं उनकी उपलब्धि थी और इसके बाद शादी के बंधन में बंध जाती थी। ऐसे में उन्हें भी लगता था कि 10वीं के बाद पता नहीं कब उनका भी रिश्ता तय कर दिया जाए और पढ़ाई वहीं बंद हो जाए। ममता कहती है कि कलेक्टर के घर आकर उनसे मिलने से घर का पूरा माहौल बदला। उनके निर्देश पर हास्टल में जगह मिली। माता-पिता ने उन्हें आगे पढ़ाई पूरी करने में पूरा सहयोग दिया और नौकरी मिलते तक शादी भी नहीं की। समाज के अन्य लोगों को भी यह जानकार खुशी हुई कि कलेक्टर साहब उनके घर आए थे और उन्होंने भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने का काम किया। ममता ने बताया कि कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद वह एनआरएलएम से जुड़ी और सक्रिय महिला सदस्य के रूप में दिल्ली में कार्यक्रम में सम्मिलित भी हुई। उन्होंने बताया कि कलेक्टर के घर आने के बाद वह भी अधिकारी बनना चाहती थी, लेकिन शिक्षिका के रूप में नौकरी लगने के बाद अहसास हुआ कि यह फील्ड उनके लिए बहुत अच्छा है और इस नौकरी की बदौलत अपने समाज के बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर सकती है।

अपने से अधिक पढ़ाई वाला या बड़ा नौकरी वाला पति नहीं ढूंढी-

ममता बताती है कि अधिक पढ़ाई करने के बाद भले ही कुछ लड़कियों का सपना होता है कि वह उनके जैसा या उनसे अधिक पढ़ाई करने वाला लड़के से शादी करेगी। ममता ने बताया कि वह भी ऐसा कर सकती थी, लेकिन उन्होंने 12वीं पास लड़के से विवाह किया है। पति मुकेश कुमार को हाल ही में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कलेक्टर अजीत वसंत ने अतिथि शिक्षक के रूप में स्कूल में नौकरी प्रदान की है। ममता कहती है कि हमारी किस्मत बदल रही है। आने वाले समय में हमारा भविष्य बेहतर होगा। हम शासन-प्रशासन से मिले सहयोग से अपना ही भविष्य नहीं संवार रहे है, अपितु आने वाले पीढ़ियों का भी भविष्य संवारने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

शिक्षा और शिक्षक के भूमिका को बताया महत्वपूर्ण -

पहाड़ी कोरवा ममता कहती है कि मैं जो कुछ हूं अपनी शिक्षा और स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षा से लेकर कलेक्टर द्वारा शिक्षक के रूप में घर आकर दिए गए प्रेरणा से ही हूं। मैं पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी होती तो आज मेरा भविष्य जंगलों में गुम हो जाता। बकरी चरा रही होती। आर्थिक रूप से भी मजबूत नहीं होती। मेरे आने वाले बच्चों का भविष्य भी गरीबी से गुजरता। अब ऐसा नहीं है। हर महीने वेतन मिलती है और यह राशि मेरी जरूरतों को पूरा करने में मददगार बनती है। ममता ने बताया कि वेतन के पैसे से उन्होंने अपने स्कूल आने के लिए स्कूटी ली है और घर का कुछ सामान, आभूषण ली है तथा बचत भी कर रही है। उन्होंने समाज के बच्चों को स्कूल जाने वाले मन लगाकर पढ़ाई करने तथा शिक्षकों को भी बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने की अपील ।