प्रेम एवं परोपकार की भावना रखने वाला व्यक्ति ही इस धरती पर सबसे धनवान : जिला मंत्री राजेश तिवारी
विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।निष्कपट भाव से हृदय में दूसरों के प्रति दया,प्रेम एवं परोपकार की भावना रखने वाला व्यक्ति ही इस धरती पर सबसे धनवान व्यक्ति है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने टी-स्टाल प्रोपराइटर बृजराज सिंह से उनकी निज टी-स्टाल सुभाष चन्द्र इण्टर कालेज के सामने छितूपुर करमा करछना प्रयागराज में कही।स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री एवं टी-स्टाल प्रोपराइटर श्री सिंह के बीच बहुत ही पुराने अभिन्नवत घरेलू सम्बन्ध हैं।
जिला मंत्री इधर से जब भी गुजरते हैं तो टी-स्टाल प्रोपराइटर श्री सिंह के यहाँ बिना रुके कभी नही जाते।चाहे दस मिनट ही रुके बिना हालचाल जाने यहाँ से कभी आगे नही बढ़ते।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि निष्कपट भाव से हृदय में दूसरों के प्रति दया,प्रेम एवं परोपकार की भावना रखने वाला व्यक्ति ही इस धरती पर सबसे धनवान व्यक्ति है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि ईश्वर को भी छल-कपट रखने वाला व्यक्ति तनिक भी प्रिय नही है।इसीलिए गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में इस चौपाई का उद्गम किया है कि-निर्मल मन जन सो मोहि पावा,मोहि कपट छल छिद्र न भावा।जिला मंत्री ने यह भी अवगत कराया कि टी-स्टाल प्रोपराइटर श्री सिंह निष्कपट भाव से लोगों के प्रति सच्ची भावना रखते हैं और दया,प्रेम एवं परोपकार की भावना टी-स्टाल प्रोपराइटर में कूट-कूट कर भरी हुई है।
इन्ही गुणों के द्वारा प्रोपराइटर श्री सिंह को बेला चौराहे से लेकर करमा बाजार तक जन-जन लोग इन्हें भलीभाँति जानते व पहचानते हैं।जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में वर्णित किया कि इस संसार में जो भी प्राणी छल-कपट कर लाख सम्पत्ति जुटा ले परन्तु उसका एक ना एकदिन विनष्ट होना तय है।रावण ने भी छल-कपट से सोने की लंका बनाई थी और छल-कपट कर माँ सीता को भी चुरा ले गया था।अन्तत: उसका समूल नाश हो गया।जो व्यक्ति निष्कपट भाव से अपना-पराया का भेदभाव छोड़ दूसरों के प्रति दया,प्रेम एवं परोपकार की भावना रखता है।उसे एक ना एकदिन ईश्वरत्व की प्राप्ति अवश्य होती हैं और वह इस संसार के जन्म-मृत्यु के भव-बन्धन से मुक्त हो परम धाम को प्राप्त होता है और यही मनुष्य का असिला जीवन है।
इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० रामशिरोमणि तिवारी ने कहा कि जिला मंत्री ने कितने ही मृदुल भाषा में एक मनुष्य के वास्तविक कर्तव्य का वर्णन किया है।इसे सुनकर मैं भावविभोर हो गया।वास्तव में जिला मंत्री द्वारा बतलाएं गए कर्म ही मनुष्य को इस जगत से मुक्ति दिला सकते हैं।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा वर्णित एक-एक शब्द मनुष्य के लिए अमृत-रसपान हैं जो इनको हृदय में सिंचित कर लेगा।वास्तव में वह मनुष्य जन्म को परिपूर्ण कर परम धाम को प्राप्त होगा।इस अमृतमयी साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह कौशाम्बी संदेश संवाददाता,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल,अजय विश्वकर्मा एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग उपस्थित रहे।
Sep 03 2024, 20:01