टीनशेड से मिलेगी मुक्ति, न‌ए भवन में शिफ्ट होगा पीडब्ल्यूडी

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- करीब तीन दशक से टीनशेड के भवन में चल रहा लोक निर्माण विभाग जल्द ही अपने न‌ए भवन में चला जाएगा। करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से बन रहा दो मंजिला भवन 90 फीसदी तैयार हो चुका है। वायरिंग कार्य पूर्ण होने पर दीपावली तक इसका लोकार्पण किया जाएगा। इससे अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को काफी सहूलियत मिलेगी।

जिले के लोक निर्माण विभाग को ढाई दशक से अधिक समय तक छत नसीब नहीं हो सका। विभाग की क‌ई संपत्ति पर अन्य विभाग के अधिकारियों ने कब्जा कर रखा है। क‌ई सरकारी विभाग अभी भी प्राइवेट भवन में संचालित किए जाते हैं। तो अधिसंख्य अधिकारियों के पास सरकारी आवास भी नहीं है। यहीं नहीं विकास विभाग के किसी अधिकारी के पास सरकारी आवास नहीं है। मुख्य विकास अधिकारी लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस में रहते हैं। तो अपर पुलिस अधीक्षक ने सहायक अभियंता के आवास पर कब्जा कर लिया है। लोक निर्माण विभाग का कार्यकाल भी टीनशेड में चल रहा है। बारिश आते ही अभिलेखों की सुरक्षा करने की चिंता सताने लगती है। अभियंताओं और लिपिकों को बैठने तक जगह नहीं है।

इसे देखते हुए साल 2021 में विभाग की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। 2022 में जिसे स्वीकृति मिल गई थी। जनवरी 2023 में न‌ए भवन के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी। साढ़े चार करोड़ की लागत बनने वाला भवन 90 फीसदी से अधिक तैयार हो चुका है। दो मंजिला कार्यालय को आधुनिक सुविधाओं को लैस किया गया है। भवन के टाइल्स लगाने और वायरिंग का कार्य शुरू हो गया है। एक से डेढ़ महीने में बाकी कार्य पूर्ण होने का अनुमान है। अधिशासी अभियंता जैनूराम ने बताया कि भवन का काम लगभग पूर्ण हो चुका है। दीपावली तक कार्यकाल न‌ए भवन में चला जाएगा।

आदित्य अग्रहरि को इसरो में मिला स्थान, वैज्ञानिक चुने जाने पर जिले ही नहीं

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- सुरियावा नगर के वार्ड नंबर 10 पुरानी बाजार निवासी आदित्य अग्रहरि के इसरो में वैज्ञानिक चुने जाने पर परिजनों में हर्ष व्याप्त है। लोगों ने बधाई देकर खुशी का इजहार किया। परिजनों ने कहा कि आदित्य ने परिवार के साथ ही जिले का मान बढ़ाने का काम किया।

पुरानी नगर के वार्ड नंबर 10 निवासी आदित्य अग्रहरि केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान से बीटेक किया। इसके बाद सॉलिड स्टेट भौतिकी में मास्टर ऑफ साइंस में सातवां रैंक हासिल कर वैज्ञानिक बन गए। उनका चयन इसरो में वैज्ञानिक के रूप में हुआ। आदित्य की सफलता से उनके परिजनों में खुशी का माहौल है। जिले के लोगों ने आदित्य को बधाई देने के साथ ही युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया।

आदित्य ने अपने सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया। कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी कड़ी मेहनत कर सफलता हासिल की और अपने पिता के सपने को साकार करने का सौभाग्य मिला। आदित्य अग्रहरि की प्राथमिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानपुर से हुई। 2016 में हाई स्कूल की परीक्षा में जिले में टॉपर रहे। 2018 में इंटर की परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय प्रयागराज से उत्तीर्ण की। इसके बाद आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल कर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की। आदित्य के पिता महाजन लाल अग्रहरि का सुरियावां नगर में ही बर्तन की दुकान है। जिसके सहारे परिवार का भरण पोषण करने के साथ ही आदित्य को शिक्षा देने का काम कर रहे थे। आज बेटे के सफलता पर उनकी खुशी समाई नहीं जा रही है।

भदोही में शव दाह के लिए वसूले जा रहे धन को बंद करने को लेकर सपाइयों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, डीएम को दिया ज्ञापन

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप यादव के नेतृत्व में आज सपा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के पश्चात जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर भोगांव गंगा घाट पर शव दाह के लिए वसूले जा रहे एक हजार धनराशि को बंद करने की मांग किया।कलेक्ट्रेट पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भोगांव गंगा घाट पर शव दाह के लिए वसूले जा रहे धनराशि को बंद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि शव दाह के लिए जाने वाले लोग काफी परेशान रहते हैं।

जिला अध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि जिले के किसी भी गंगा घाट पर शव दाह के लिए किसी भी प्रकार की टैक्स नहीं ली जाती। किंतु शासन द्वारा भोगांव गंगा घाट पर एक हजार टैक्स लिया जा रहा है। जिससे भदोही जनपद के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जनहित को देखते हुए तत्काल प्रभाव से भोगांव गंगा घाट पर शव दाह के लिए वसूले जा रहे धनराशि को बंद किया जाए, जिससे लोगों को राहत मिल सके। जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने मिर्जापुर जिला अधिकारी को भी कुछ दिन पूर्व ज्ञापन दिया था।

भदोही में निश्चित मानदेय को लेकर कलेक्ट्रेट पर धमकी आशा संगिनी, सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। आशा संगिनी कर्मचारी संगठन उत्तर प्रदेश के बैनर तले जिले की आशा संगिनियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। निश्चित मानदेय को लेकर आशाओ ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया।

कलेक्ट्रेट पर पहुंची आशा संगिनी कर्मचारियों ने निश्चित मानदेय को लेकर सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया। दिए गए ज्ञापन में कहा कि प्रदेश में 2 लाख आशा कर्मी कार्यरत है। आशा संगिनी शहर व ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधित टीकाकरण, जच्चा बच्चा की देखरेख, परिवार नियोजन , संचारी रोग नियंत्रण ,दस्तक अभियान शाहिद अन्य कार्य करती हैं। किंतु इसके बावजूद भी सरकार द्वारा हमें किसी प्रकार का निश्चित मानदेय नहीं दिया जाता।

सिर्फ अल्प प्रोत्साहित राशि दिया जाता है, जिससे परिवार का भरण पोषण नहीं हो पाता। आशाओं ने कहा कि समाज का कुपोषण दूर करते-करते हम आशा अपने परिवार को भी कुपोषण का शिकार बन रहे हैं। आशा संगीनियों ने कहा कि हमारी समस्याओं को देखकर हम सभी के हित के लिए निश्चित मानदेय का तय किया जाना आवश्यक है। जिससे हम अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। इस अवसर पर काफी संख्या में आशा संगिनी मौजूद रही।

भदोही  में धूमधाम के साथ मनाया गया  कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व ,जगह-जगह आयोजित हुए भजन कीर्तन व संस्कृति कार्यक्रम

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही ।जिले नगरी व ग्रामीण क्षेत्र में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर ज्ञानपुर नगर में विभिन्न स्थानों पर झांकियां भी सजाई गई थी। जिसे देखने के लिए नगर के लोगों की भीड़ लगी रही। रात्रि 12 बजे के बाद भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ तो जय कन्हैया लाल की हाथी घोड़ा पालकी के नारे से पूरा क्षेत्र गूंजायमान रहा। पुलिस लाइन में पुलिस परिवार के बच्चों द्वारा संस्कृत कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यान मौजूद रही।कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर ज्ञानपुर नगर के सिद्ध पीठ बाबा हरिहरनाथ परिसर में बाबा बर्फानी ग्रुप द्वारा भगवान श्री कृष्ण का झांकी व दरबार बनाया गया था। पशुपालन विभाग के सामने भगवान श्री कृष्ण का दरबार सजाया गया। पुलिस लाइन में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व उत्सव के रूप में मनाया गया। इस दौरान पुलिस परिवार के बच्चों द्वारा विभिन्न संस्कृत कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में मौजूद पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यान ने बच्चों की प्रस्तुति देख खूब सराहा। इसके साथ ही जिले के सभी थानों में व ग्रामीण क्षेत्रों में भी कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। 12 बजाते ही भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ। भगवान श्री कृष्ण का जन्म होते ही जहां हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की जय घोष हुआ तो वही सोहर गाने के साथ ही आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया।

जगह-जगह आयोजित संस्कृत कार्यक्रम में भगवान श्री कृष्णा और राधा की विभिन्न झांकी निकाली गई। जिसे देखने के लिए नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोग 12 बजे रात तक डटे रहे। भगवान श्री कृष्ण के जन्म के बाद पूजन अर्चन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। ज्ञानपुर नगर में कृष्ण जन्माष्टमी का एक अलग ही उत्सव दिखाई पड़ रहा था।
जिले में हर दिन मिल रहे 500 से 550 टाइफाइड के मरीज


नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले में मौसम में बदलाव होते ही अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है। खासकर संक्रामक बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। तीन बड़े अस्पतालों और छह सीएचसी में हर दिन होने वाली 2500 से 2700 की ओपीडी में करीब 500 से 550 मरीजों की रिपोर्ट में टाइफाइड की पुष्टी हो रही है।जिले में मौसम में उतार-चढ़ाव का असर लगातार बना हुआ है। बीते एक महीने से कभी बारिश तो कमी उमस का असर बरकरार है। बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों में जलभराव की समस्या आम हो गई है।

इस कारण संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है। इससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में हर दिन 700 से 800 ओपीडी होती है। इसी तरह महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में भी 600 से 700 और सौ शय्या में 150 से 200 की ओपीडी होती है।वहीं सीएचसी की बात करें तो गोपीगंज और औराई सीएचसी पर हर दिन 200 से 300 की ओपीडी होती है। इसके अलावा अन्य सीएचसी पर भी औसतन 100 से 200 की ओपीडी हो रही है। इन अस्पतालों में हर दिन 2500 से 2700 की ओपीडी हो रही है। इसमें करीब 500 से 550 मरीज केवल टाइफाइड के हैं। अस्पताल में सर्दी, जुकाम, बुखार और कमजोरी की समस्या वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस तरह के लक्षणों वाले मरीजों की जांच रिपोर्ट में 90 फीसदी टाइफाइड पॉजिटिव की रिपोर्ट आ रही है।

हर दिन एक हजार लोगों की लैब जांच

जिले के अस्पताल के लैब में हर दिन एक हजार लोगों की लैब जांच हो रही है। इसमें अधिकतर को मलेरिया और टाइफाइड के लक्षण दिखने पर जांच कराई जा रही है। 90 फीसदी की रिपोर्ट में टाइफाइड की पुष्टी हो रही है। ऐसे में चिकित्सक विशेष सावधानी बरतने की नसीहत दे रहे हैं।

क्या हैं टाइफाइड के लक्षण
-बुखार

-सामान्य अस्वस्थता

-पेट दर्द

-ठंड लगना

-भूख में कमी

-सिरदर्द

-कमजोरी और थकान

मौसम में बदलाव से अधिकतर मरीज वायरल बुखार के आ रहे हैं। मरीजों में मलेरिया के लक्षण दिखने पर लैब में जांच के लिए रिपोर्ट भेजा जाता है। अधिकतर मरीजों की लैब रिपोर्ट में टाइफाइड का पता चल रहा है। मौसम में हुए बदलाव के साथ सफाई का ध्यान रखकर टाइफाइड से बचा जा सकता है। -डॉ. प्रदीप यादव, फिजीशियन, जिला अस्पताल।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी आज , बाजार गुलजार खरीदारी को उमड़ी रही भीड़, खुब बिक रहे राधाकृष्णन के परिधान, सजेंगे बाल गोविंदा, होंगे विविध आयोजन

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। सोमवार यानी आज रात रोहिणी नक्षत्र में किशन कन्हैया का जन्म होगा। कान्हा के जन्मोत्सव को लेकर घरों में विशेष तैयारी की जा रही है। कहीं भक्त लल्ला को चांदी की कटोरी और चम्मच से भोग लगाएंगे तो कहीं गोटेदार कपड़े पहनाकर श्रृंगार होगा। लल्ला को पालने में झुलाने के लिए भक्त एक से बढ़ कर एक पालना ले रहे हैं। जिले में अधिकतर सामान काशी के बाजारों से आया है। वहीं लल्ला के वस्त्र दुकानदारों ने अपने घर ही तैयार कराए हैं।

जन्माष्टमी का त्यौहार इस बार सोमवार को यानी आज है। जन्मोत्सव मनाने वाले भक्त आज जन्माष्टमी का वक्त रखेंगे। जिले में जन्माष्टमी को लेकर उत्सव जैसा माहौल है। हर कोई जन्माष्टमी को लेकर उत्साहित हैं। बाजार भी पूरी तरह से सज चुके हैं। बाजार में तरह-तरह के खिलौने और कान्हा की बंशी, वस्त्र भोग लगाने वाले सामानों के साथ आकर्षक पालने भी सजे हुए हैं। सबसे अधिक कान्हा के वस्त्रों को लेकर क्रेज देखने को मिला। खासतौर पर छोटे बच्चों को कान्हा के रुप से सजाने के लिए आकर्षक डिजाइन वाले वस्त्र बाजारों में खूब बिक रहे हैं। बाजार में 10 ग्राम की चांदी के चम्मच और कटोरी की कीमत 860 रुपए है। जिसमें भक्ति कान्हा को भोग लगाएंगे। इसी तरह गोटेदारों वस्त्रों में फैंसी और पितांबर वाले वस्त्रों की खूब डिमांड रही। जीरो से 6 नंबर तीन की मूर्ति का कपड़ा 10 रुपए से 50 रुपए और उससे बड़ी मूर्ति के लिए 70 से 500 रुपए तक बिक रहा है। बच्चों को संजाने के लिए राधा - कृष्ण का परिधान 200 से 800 रुपए तक मिल रहा है।

थानों और संगठनों की खास तैयारी

जन्माष्टमी उत्सव जिले के सबसे खास त्यौहारों में से एक होता है। जन्माष्टमी को लेकर न सिर्फ थानों में विशेष तैयारी की गई है। बल्कि संगठनों की ओर से भी विशेष तैयारी है। ज्ञानपुर में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन की ओर से विशेष झांकी सजा‌ए जाने के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। वहीं बड़ा हीह में जन्माष्टमी के उपलब्ध में कवि सम्मेलन आयोजित होंगा। इसी तरह भगवतीदासपुर में आयोजक राहुल सिंह की ओर से मटकी फोड़ का आयोजन होगा। इसी तरह ज्ञानपुर, भदोही, सुरियावां,चौरी,औराई,सर्रोई, अभोली, गोपीगंज, मोढ़, सीतामढ़ी,ऊंज, बाजारों में जन्माष्टमी को लेकर रौनक रही।


रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने भगवान

आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र 26 अगस्त सोमवार को दिन में 3.56 बजे से 27 अगस्त मंगलवार को दिन में 3.38 बजे तक रहेगा। सोमवार के दिन जयंती योग का संयोग अत्यंत ही शुभ फलदायी होगा।
*भदोही में ललही छठ पर्व धूमधाम से मनाया गया

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही । भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष षष्ठी को श्रीकृष्ण के बडे़ भाई बलराम जी का जन्मोत्सव हल षष्ठी पर्व के रुप में मनाया जाता है।

इस दिन महिलाएं संतान की दीर्घायु और कुशलता की कामना के लिए व्रत रखती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, बलराम जी को शेषनाग क अवतार माना जाता है। उनका प्रधान शस्त्र मूसल है इसलिए इस दिन को हल षष्ठी,हरछठ या ललही छठ के रुप में जाना जाता है। इस दिन व्रत करने से श्रेष्ठ संतान की प्राप्ति होती है और जिनकी पहले से संतान है, उनकी संतान की आयु, आरोग्य और ऐश्वर्य में वृद्धि होती है।

इस दिन श्रीबलराम के साथ भगवान शिव, पार्वती, गणेश कार्तिकेय और नंदी की पूजा का विशेष महत्व है। हल षष्ठी के दिन महिलाएं गढ्ढा बनाकर,उसे गोबर से लीप कर तालाब का रुप देती है और व्रत रखकर घर के आंगन में झरबेरी और पलाश की टहनी लगाकर पूजा करती है। श्रीगणेश और माता पार्वती की पूजा कर छठ माता की पूजा की जाती है। पूजा के समय सात अनाजों को मिलाकर बनाया गया सतनजा चढ़ाया जाता है और दही - तिन्नी के चावल चढ़ाकर षष्ठी की कथा सूनी जाती है।

इस व्रत में गाय के दूध से बने खाद्य पदार्थों और हल चले खेत से उत्पन्न कोई खाद्य पदार्थ नहीं खाया जाता है। सिर्फ तालाब में पैदा हुए चीजें ही खाने का विधान है। पूजा के बाद घी से हवन किया जाता है। रात में चंद्र दर्शन के बाद व्रत का पारायण किया जाता है। हल षष्ठी के दिन महिलाओं को महुआ की दातुन और महुआ खाने का भी विधान है।

ललही छठ का का पर्व क्षेत्र में रविवार को धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर महिलाओं ने ब्रत रख पुत्र के दीर्घायु होने की कामना की। कृष्ण पर्व की षष्ठी के दिन होने वाले इस त्योहार पर व्रती महिलाएं दिनभर व्रत कर पूजा आरती करने के बाद नदी या तालाब में उगने वाले बिना हल चलाए पैदा होने वाले चावल तथा दही खाकर व्रत तोड़ती हैं। जन्माष्टमी से पहले हर साल हलषष्ठी या ललही छठ का त्योहार रविवार को जिले में धूमधाम से मनाया गया।

जगह-जगह महिलाएं एकत्रित होकर छीउल व कूसा को जमीन में गाड़कर पूजा की। पुत्रों की दीर्घायु व पुत्र प्राप्ति के लिए विवाहिता महिलाओं ने व्रत भी रखा।बताया जाता है कि भाद्रप्रद कृष्ण पक्ष की षष्ठी को मनाए जाने वाले इसी दिन में भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। इसके पीछे मान्यता है कि जब कंस को पता चला कि वासुदेव और देवकी की संतान उसकी मृत्यु का कारण बनेंगी तो उसने उन्हें कारागार में डाल दिया।

148 स्कूलों के 592 शिक्षकों का अगस्त महीने का वेतन रुका

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले के 148 परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति 60 फीसदी से कम मिली है। इसे लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षकों का एक माह का वेतन रोक दिया है, जिनकी संख्या करीब 592 है। सबसे अधिक विद्यालय डीघ और औराई ब्लॉक में हैं, जहां उपस्थिति कम है।

विभागीय कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मच गई है। अगस्त में छात्र संख्या में सुधार न होने पर विभागीय कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया गया है।जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इनमें 1.67 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। स्कूलों में बेहतर पठन-पाठन के लिए पांच हजार से अधिक शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र तैनात हैं। छात्र संख्या बढ़ाने के लिए शासन की ओर से एमडीएम, यूनिफॉर्म समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, लेकिन इसके बाद भी 148 विद्यालय ऐसे चिह्नित हुए हैं, जहां बच्चों की उपस्थिति 60 फीसदी से कम है।

बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयकों ने जुलाई में निरीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन शिक्षकों पर उसका कोई खास असर नहीं पड़ा। इसी कारण अगस्त में भी बच्चों की उपस्थिति नहीं सुधरी। इसे लेकर निदेशालय ने भी नाराजगी जताई। इसके बाद विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 60 फीसदी से कम बच्चों की उपस्थिति वाले विद्यालयों के करीब 592 शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है। बताते चलें कि बच्चों की उपस्थिति में विभाग को जुलाई में सूबे में पहली रैंक मिली थी।

अब शिक्षकों की उदासीनता से रैंक खराब होने की आशंका विभाग को सताने लगी है।

ब्लॉकवार विद्यालयों की संख्या

ब्लॉक - विद्यालय

सुरियावां - 16

ज्ञानपुर - 17

डीघ - 38

भदोही - 28

अभोली - 13

औराई - 36

*अब निजी अस्पताल के डॉक्टर भी करेंगे ओपीडी रजिस्टर मेंटेन, सीएमओ ने जारी किया निर्देश*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अब सरकारी अस्पतालों की तरह ही निजी अस्पताल के संचालक भी ओपीडी रजिस्टर मेंटेन करेंगे। इसमें मरीज का नाम मोबाइल नंबर और पता अंकित होगा। जरूरत पड़ने पर भविष्य में मरीज से संपर्क किया जा सके, इसके अलावा अस्पताल में उनका रिकॉर्ड भी रहे। सीएमओ ने सभी निजी अस्पताल के संचालकों को पत्र जारी कर इसे प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं।

जिले में कुल 138 निजी नर्सिंग होम और अस्पताल संचालित है। इसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज अपना इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। अक्सर निजी अस्पताल में डॉक्टर पर्चे पर मरीज को दवा लिखकर छोड़ देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डॉक्टरों को अब रजिस्टर मेंटेन करना पड़ेगा। इसमें मरीज का नाम, मोबाइल नंबर सहित पता अंकित होगा।नर्सिंग होम के शिवाय नीम हकीम डॉक्टर जिस पर्चे पर दवा लिखते हैं, उस पर उनका नाम तक नहीं अंकित होता है। अस्पताल के नवीनीकरण के दौरान ये बाते संचाकलों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बता रहे हैं। ओपीडी रजिस्टर स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी किसी समय देख सकते हैं। रजिस्टर मेंटेन कराने का मुख्य उद्देश्य है कि अस्पताल में मरीजों की सही जानकारी मिल सके।

बताते चलें कि जिले की संभावित 20 लाख आबादी है। दो बड़े राजकीय अस्पतालों संग, छह सीएचसी और 17 पीएचसी है। जबकि ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के दृष्टिकोण से 206 उपकेंद्र हैं। इसके अलावा 138 निजी अस्पताल संचालित हैं। सीएमओ डॉ. एसके चक ने बताया कि निजी अस्पताल संचालकों को ओपीडी रजिस्टर मेंटेन करने के लिए निर्देशित किया गया है। रजिस्टर किसी भी समय देखा जा सकता है।